When the government is strong, the country is strong: PM Modi in Rajampet

Published By : Admin | May 8, 2024 | 16:07 IST
The Congress party has lost touch with India's culture and heritage: PM Modi on the opposition
When the government is strong, the country is strong: PM Modi in Rajampet rally
Congress feels people of West look like Arabs, Congress is now making racist statements: PM Modi
People of Andhra Pradesh made the YSRCP govt with a lot of expectation but they betrayed you, says PM Modi

ना आंध्रा कुटुम्ब सभ्युलन्दरिकी नमस्कारालु…

मैं तिरुपति वैंकटेश स्वामी को श्रद्धापूवर्क प्रणाम करता हूं। भक्तिधारा के संत अन्नामैय्या को नमन करता हूं। यहां तिरुपति और चित्तूर से भी अनेक साथी आए हैं। आप सभी का भी अभिनंदन करता हूं।

भाइयो और बहनों,

रायलसीमा में सामर्थ्य की कोई सीमा नहीं, यहां माइन्स हैं, यहां मिनरल्स है, यहां दिव्य- भव्य टेम्पल्स हैं, यहां मेहनती किसान हैं, टैलेंटेड नौजवान हैं और टूरिज्म... टूरिज्म की अपार संभावना है। इसलिए आज मोदी आपके पास आर्शीवाद लेने के लिए आया है। मोदी का लक्ष्य है, रायलसीमा का डवलपमेंट नई ऊंचाई पर पहुंचे। मोदी का लक्ष्य है, आंध्र प्रदेश का विकास। मोदी लक्ष्यम् आन्ध्र प्रदेश विकासम!

साथियों,

आप सभी ने दशकों तक दूसरों पर भरोसा किया है। लेकिन आपको क्या मिला? यहां डेवलपमेंट नहीं हुआ। यहां सिंचाई की सुविधा नहीं है, यहां इंडस्ट्री नहीं है, यहां किसान परेशान हैं, यहां नौजवानों को काम के लिए दूसरे शहरों में जाना पड़ता है। आप मुझे बताइए, ये हालात बदलने चाहिए या नहीं? तो आपको क्या करना पड़ेगा? आंध्र प्रदेश में डबल इंजन सरकार। आन्ध्र प्रदेश लो कूडा, डबल इंजन सरकार रावाली!

साथियों,

आंध्र प्रदेश की जनता ने बड़ी उम्मीदों के साथ YSR कांग्रेस सरकार बनाई थी। लेकिन इन्होंने आपके साथ विश्वासघात किया। YSR कांग्रेस ने यहां गरीबों का नहीं, माफिया का विकास किया। YSR कांग्रेस के मंत्री कैसे यहां गुंडागर्दी करते हैं, यहां राउडी राज चलाते हैं, वो सबके सामने है। मैं तो हैरान हूं, जिस sand mafia के कारण अन्नामैय्या डैम टूट गया, 25-30 गांवों को नुकसान हुआ, दर्जनों लोगों की जान गई, ऐसे माफिया को यहां की सरकार बढ़ावा देती है। मैं ऐसे हर माफिया को कहूंगा YSR कांग्रेस गवर्मेंट के जाने का काउंट डाउन शुरू हो चुका है। NDA सरकार, यहां के हर माफिया का इलाज करेगी, पक्का ट्रीटमेंट करेगी। आप बताइए, आपके जीवन में साफ पानी जरूरी है या नहीं? मोदी घर-घर, पाइप से पानी पहुंचाना चाहता है। लेकिन यहां की सरकार जल जीवन मिशन में भी ठीक से सहयोग नहीं करती। पोल्लावरम प्रोजेक्ट के साथ इन्होंने क्या किया, ये आप इतने सालों से देख रहे हैं। इन्होंने रायलसीमा के किसानों को भी इरीगेशन की सुविधाएं नहीं दीं। यहां NDA सरकार बनेगी तो सिंचाई के प्रोजेक्ट तेज़ी से पूरे होंगे।

साथियों,

जब स्ट्रांग गवर्मेंट होती है, तो देश भी स्ट्रांग होता है। आज भारत स्ट्रांग है कि नहीं है? यहां से तो बहुत सारे साथी गल्फ के देशों में हैं। गल्फ के देशों में भारतीयों की आज रिस्पेक्ट बढ़ी है कि नहीं बढ़ी है? वहां किसी भी साथी को प्रॉब्लम होती है, तो मोदी सॉल्व करता है। अभी कतर में हमारे साथी फंस गए थे। 10 साल पहले वाली कांग्रेस सरकार होती, तो उनका बचना मुश्किल था। लेकिन हम उन साथियों को सुरक्षित वापस लाए। ऐसा क्यों हुआ? क्योंकि आपने NDA की मज़बूत सरकार बनाई। इसलिए आपका हर वोट NDA को मिलना चाहिए।

साथियों,

मोदी नेशन बिल्डिंग के मिशन पर निकला है, देश को आगे बढ़ाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा है। लेकिन कांग्रेस देश को रिवर्स गियर में ले जाना चाहती है। कांग्रेस लगातार धमकी दे रही है कि जो बड़े काम पिछले 10 साल में हुए हैं, वो उन्हें रद्द कर देगी। कांग्रेस कहती है, आर्टिकल-370 को वो वापस लाएंगे फिर से। कांग्रेस कहती है, CAA के कानून को रद्द कर देंगे। कांग्रेस कहती है गरीबों को जो फ्री राशन मिलता है वो योजना को बंद कर देंगे। कांग्रेस कहती है देश के गरीबों को फ्री मेडिकल ट्रीटमेंट जो मिलता है वो योजना को भी वो बंद कर देंगे। कांग्रेस कहती है, राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी पलट देंगे, राम मंदिर पर ताला लगा देंगे। क्या आपको ये सब मंजूर है क्या?

साथियों,

पूरी कांग्रेस पार्टी, भारत की संस्कृति और विरासत से कट चुकी है। कांग्रेस जड़ों से एकदम कट चुकी है। कांग्रेस के मन में हमेशा विभाजनकारी सोच रहती है। कांग्रेस का माइंडसेट ही देश को टुकड़ों में देखने का हो गया है। इसलिए ही कांग्रेस के नेता कभी भारत को एक राष्ट्र मानने से इनकार करते हैं, तो कभी देश को बांटने की बात करते हैं। आज कांग्रेस के एक और बड़े नेता ने फिर कांग्रेस की विभाजनकारी सोच का प्रदर्शन किया है। गांधी परिवार के बेहद करीबी और शहजादे के सबसे बड़े सलाहकार ने जो कहा है, वो शर्मनाक है। कांग्रेस को लगता है कि जो लोग नॉर्थ ईस्ट के लोग चाइनीज की तरह लगते हैं, क्या ऐसी बातें देश स्वीकार कर सकता है क्या? कांग्रेस को लगता कि साउथ इंडिया के लोग अफ्रीकन जैसे दिखते हैं। मैं जरा सिद्दारमैया जी से पूछना चाहता हूं क्या कर्नाटका के लोगों पर आरोप आप स्वीकार करेंगे क्या? मैं तेलंगाना के कांग्रेस के मुख्यमंत्री को पूछना चाहता हूं क्या वे इस प्रकार के आरोप को स्वीकार करेंगे क्या? मैं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को पूछना चाहता हूं जो तमिल संस्कृति की बात करतें हैं, इतना बड़ा गंभीर आरोप लगाया है। क्या तमिलनाडु, DMK कांग्रेस के साथ अपना नाता तोड़ने की घोषणा करेंगे क्या? तमिल स्वाभिमान के लिए, तमिल लोगों के लिए, किया वो हिम्मत है क्या उनमें? कांग्रेस को लगता है कि पश्चिमी भारत के लोग अरब के लोगों जैसे दिखते हैं। मैं जरा बाला साहब ठाकरे के नकली शिव सेना के जो उनके सन्तान बैठे हैं, जरा बाला साहब जी को याद करो। मैं नकली सन्तानों को पूछना चाहता हूं, मैं जरा उनके मेंटर, बुजुर्ग नेता से भी पूछना चाहता हूं, इन्होनें कहा है कि पश्चिम भारत के लोग अरब नेशन के अरबी लगते हैं? क्या महाराष्ट्र के लोगों को ये भाषा मंजूर है क्या? कांग्रेस को लगता है कि उत्तर भारत के लोग गोरों जैसे दिखते हैं। क्या आपको ये बात स्वीकार है? सत्ता के लिए देश का बंटवारा कराने वाली कांग्रेस अब भारतीयों पर नस्लवादी टिप्पणी करने पर उतर आई है। क्या हो गया है कांग्रेस पार्टी को? और ये बात जरा जो उनकी इकोसिस्टम है वो भी समझ ले कि आप इनका बचाव करने की कोशिश मत करो, क्योंकि जो शहजादे के फिलोसोफर एंड गाइड ने अमेरिका में बोला उसके चार दिन पहले खुद शाहजादे ने युवकों के बीच में कहा कि अमेरिका में इस रंग के लोग पेपर सेट करते हैं तो इस रंग के लोग परीक्षा में ना पास होते हैं। इस रंग के लोग पेपर सेट करें तो सब पास होगें। हिंदुस्तान पर भी उन्होनें वही टिप्पणी की थी जिसका विस्तार शाहजादे के गुरू ने किया है। ये दोनोम की बातें मिली हुई बातें हैं। सोच समझ कर के बोली हुई बातें हैं। और मैं पूरी कांग्रेस पार्टी पर, शहजादे पर, इस शाही परिवार पर गंभीर आरोप लगाता हूं। अरे मुद्दे नहीं हैं तो कम से कम हम भारतीयों का माखौल मत उड़ाओ ?
तीसरे फेज में घुटने टेकने की बौखलाहट में ये लोग कुछ भी कहे जा रहे हैं। लेकिन देश, कांग्रेस की एक-एक विभाजनकारी बात को सुन रहा है, समझ रहा है। क्या आप ऐसी सोच वाली कांग्रेस को, देशवासियों से भी मैं ये कहना चाहता हूं, सिर्फ में आंध्र में नहीं कह रहा हूं। मैं देश के जहां-जहां चुनाव बाकी है, सभी देशवासियों को कहना चाहता हूं ऐसा गुनाह करने वाली कांग्रेस को बक्शा नहीं जाना चाहिए, उनको सजा होनी चाहिए।

साथियों,

आज एनडीए सरकार देश में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाने पर बल दे रही है। यहां भी देखिए कितने एक्सप्रेस-वे बन रहे हैं। चारों तरफ फोर लेन, सिक्स लेन हाईवे बन रहे हैं। नंदियाल, तेरागुंतला रेलवे लाइन का काम पूरा हो चुका है। नई कडप्पा बेंगलुरु रेलवे लाइन स्वीकृत हो चुकी है। कडप्पा एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का निर्माण हो रहा है। आने वाले पांच साल में इंफ्रास्ट्रक्चर के ऐसे हर काम का और विस्तार होगा। बीजेपी ने घोषणा की है कि साउथ में भी बुलेट ट्रेन चलाई जाएगी। आप मुझे बताइए आंध्र प्रदेश में बुलेट ट्रेन चलनी चाहिए कि नहीं चलनी चाहिए?

साथियों,

रायलसीमा के किसानों का जीवन सिर्फ और सिर्फ NDA सरकार ही बदल सकती है। यहां टमाटर बहुत उगाया जाता है। आने वाले 5 साल में हम टमाटर जैसी सब्जियों के लिए स्पेशल स्टोरेज के क्लस्टर बनाने जा रहे हैं। पुलिवेंदुला में Banana प्रोसेसिंग क्लस्टर से किसानों और नौजवानों को बहुत लाभ हो रहा है। आने वाले 5 सालों में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री का विस्तार होगा। इसमें भी FPO यानि फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइज़शन्स को मदद दी जाएगी। NDA के जितने भी हमारे ये कैंडिडेट हैं, एमएलए का चुनाव भी साथ-साथ है हमारे सभी एमएलए के जो उम्मीदवार है। आप सबसे मेरा आग्रह है इस क्षेत्र के कल्याण के इन सबको बनाकर के भेजिए। इनके अलावा राजम पेट लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी मेरे मित्र किरन कुमार रेड्डी, चित्तूर लोकसभा सीट से टीडीपी प्रत्याशी प्रसाद राव। तिरुपति लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी बाला प्रसाद राव। कडप्पा लोकसभा सीट से टीडीपी प्रत्याशी भूपेश रेडी। इन मेरे सभी साथियों को जिता करके दिल्ली भेजिए और जब आप इनको वोट देंगे ना तो वोट दिल्ली में सीधा मेरे खाते में जमा होगा।

साथियों,

ज्यादा से ज्यादा मतदान कराना। कराएंगे? ज्यादा से ज्यादा पोलिंग बूथ जीतने है। जीतेंगे? अच्छा मेरा एक काम करेंगे? मेरा एक काम करेंगे? घर-घर जाइएगा और कहिएगा कि अपने मोदी जी आए थे और मोदी जी ने आप सबको नमस्कार कहा है। मेरा नमस्कार पहुंचा देंगे? बोलिए भारत माता की...

भारत माता की...

बहुत बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।