BJP is building museums for tribal warriors across the country: PM Modi in Nandurbar
As long as Modi is alive, no one can touch the reservations of SC, ST, OBC: PM Modi in Nandurbar
The ‘Matru Shakti’ of this country is my shield: PM Modi in Nandurbar

जोहार! नंदुरबारमधील माझ्या सर्व भावांना आणि बहिणींना माझा नमस्कार। मैं देवमोगरा माता की धरती को नमन करता हूं। मैं महान आदिवासी सेनानी राघोजी भांगरे को श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं। हम सबको प्रेरणा देने वाले जननायक कृष्णाजी राव साबले, महात्मा ज्योतिबा फुले, सावित्री बाई फुले,उनको भी आदरपूर्वक नमन करते हुए, मैं प्रणाम करता हूं।

साथियों,

आज अक्षय तृतीया, आखा तीज का शुभ पर्व है। मैं सभी देशवासियों और खास करके मेरे किसान भाई बहनों, को अक्षय तृतिया की बधाई देता हूं। आज भगवान परशुराम जयंती भी है। मैं सभी देशवासियों को इस शुभ दिन की भी शुभकामनाएं देता हूं। और अक्षय तृतीया हो, और इतने सारे लोग आशीर्वाद देने के लिए आए हो, अक्षय तृतीया के दिन जो आशीर्वाद मिलता है न वो भी अक्षय होता है। आज इतनी विशाल संख्या में आपका ये आशीर्वाद,ये पक्का कर रहा है- उना एकदा, उना एकदा। उना एकदा... मै देख रहा हूँ, अभी भी हूजूम का हूजूम अंदर आ रहा है। साथियों, यहाँ नंदुरबार और गुजरात के बीच कोई दूरी ही नहीं है। पहले भी मेरा यहां खूब आना-जाना होता था। और नंदुरबार आए औऱ चौधरी की चाय न पीए, चौधरी की कड़क चाय यानि नंदुरबार की यादों से जुड़ जाती है। और चाय का रिश्ता, और आपके प्यार का कर्ज, मोदी कभी भी भूल नहीं सकता!

साथियों,

वंचितों, आदिवासियों की सेवा, मेरे लिए परिवार के सदस्य की सेवा जैसी ही है। मैं काँग्रेस के शाही परिवार की तरह बड़े घराने से नहीं निकला हूँ। मैं तो गरीबी में ही बड़ा हुआ हूँ। मुझे पता है, यहाँ आपने कितनी तकलीफ उठाई है! हमारे आदिवासी भाई-बहन यहां काफी ऊंचाई पर भी रहते हैं। पानी के लिए कैसे आपको उतरकर नीचे आना पड़ता था! तब पानी मिलता था! ये माताओं-बहनों सबको मालूम है। आपके जीवन में भी मुश्किलों का पहाड़ था। कितने ही आदिवासी परिवारों के पास पक्का घर नहीं था। आजादी के 60 साल बाद भी गाँवों में बिजली नहीं पहुंची थी। और इसीलिए, मोदी ने संकल्प लिया था, हर गरीब को घर, हर आदिवासी को घर, हर आदिवासी के घर में पानी, हर परिवार को पानी की सुविधा, दूर-सूदूर जंगलो में भी गांव क्यों न हो हर गाँव में बिजली।

साथियों,

हमने नंदूरबार के करीब सवा लाख, देखिए आजादी के सत्तर साल के बाद मैं ये कह रहा हूँ, करीब सवा लाख गरीबों को हमने पीएम-आवास पक्का घर दिया, सिर्फ नंदुरबार में। और मेरा एक काम है, करोगे आपलोग? मेरा एक काम करोगे? ये मेरा दिली काम है, करोगे? माताऐं-बहनें करेंगी? ये जो पीछे लोग खड़े हैं, वो करेंगे? हाथ ऊपर कर के बताओ करेंगे? तो मै बताऊँ, करेंगे। अच्छा, मेरा एक काम करना इन दिनों आप चुनाव के लिए. जब भी गांव में जाऐं, मोहल्ले में जाऐं, और अगर आपके ध्यान में आए कि ये दो परिवार है जिन्हें गैस का कन्केशन नहीं मिला है, ये दो परिवार रह गए हैं इनको नल से जल नहीं मिला है, अभी चार परिवार रह गए हैं, अभी कच्ची झोपड़ी में रहते हैं उनको पक्का घर नहीं मिला है, आप उनका नाम पता लिख लिजिए, और मुझे भेज दीजिए और मेरी तरफ से उनको गारंटी दे देना कि मोदी आए थे, मोदी ने कहा है कि तीसरे टर्म में मैं तीन करोड़ और घर बनाने वाला हूँ, आपको पक्का घर मिलेगा। ये बता देंगे। देखिए, आप ही मेरे मोदी हैं। तो करेंगे? देखिए, हमने घर दिया मतलब, चार दिवारें दी ऐसा नहीं है, हमने घर के साथ बिजली, पानी, गैस कनेक्शन भी दिया। NDA सरकार ने महाराष्ट्र के 20 हजार से अधिक गांवों में हर घर जल पहुंचाया है। मैं शिंदे जी औऱ देवेन्द्र जी को बधाई देता हूँ कि आपने मेरे हाथ मजबूत कर दिए हैं। इसमें नंदूरबार के 111 गांव, जो कठिन एरिया था, वो भी शामिल है। औऱ अभी तो ये ट्रेलर है, अभी तो मोदी को बहुत कुछ करना है औऱ आपके लिए करना है।

साथियों,

एक तरफ भाजपा के ये प्रयास हैं और दूसरी तरफ ये काँग्रेस है। कांग्रेस ने आदिवासी भाई-बहनों की कभी परवाह नहीं की। आदिवासी इलाकों में सिकल सेल एनीमिया एक बड़ा खतरा रहा है। लेकिन कांग्रेस ने इस बीमारी की तरफ उतना ध्यान ही नहीं दिया। ये बीजेपी है जिसने सिकल सेल एनीमिया को जड़ से खत्म करने के लिए अभियान चलाया है। और मेरी माताएं, बहनें, नौजवान, ये जो मैं सिकल सेल एनिमिया के लिए काम कर रहा हूँ न, वो चुनाव के लिए नहीं कर रहा हूँ। आने वाली आपकी अनेकों पीढियों के लिए मैं लगा हुआ हूँ, ताकि उनको ऐसी बीमारी न आए। कोई गरीब कुपोषण का शिकार न हो, हमने इसकी भी चिंता की। आज नंदूरबार के 12 लाख से ज्यादा लोगों को मुफ्त राशन मिल रहा है। साथियों, काँग्रेस जानती है कि वो विकास में मोदी का मुक़ाबला कर ही नहीं सकते। इसलिए, इस चुनाव में वो झूठ की फैक्ट्री खोल कर बैठ गए हैं। झूठ फैलाकर वोट लेना चाहते हैं। कभी आरक्षण को लेकर झूठ. कभी संविधान को लेकर झूठ, और इन्होंने पूरा इकोसिस्टम ऐसी अफवाह फैलाने के लिए चौबीसों घंटे लगा रखा है।

साथियों,

आरक्षण पर काँग्रेस का हाल ‘चोर मचाए शोर’, ये ‘चोर मचाए शोर’ वाला है। धर्म के आधार पर आरक्षण बाबासाहेब के सिद्धांतों के खिलाफ है, बाबासाहेब की भावना के खिलाफ है, संविधान निर्माताओं ने जो संविधान बनाया, उसकी पीठ में छूरा भोंकने वाला, ये माफ न कर सकें, ऐसा पाप है। लेकिन काँग्रेस पार्टी का एजेंडा है- दलित, पिछड़े, आदिवासी का आरक्षण छीनकर के, मॉइनॉरिटी के नाम पर अपने वोटबैंक को दे देना। और मैं ऐसे हवा में नहीं कर रहा हूँ, मेरे पास मजबूत उदाहरण है। औऱ इसलिए मेरे भाई-बहन, आप घर घर हर आदिवासी परिवार को समझाइए और मेरे आदिवासी समाज के पढ़े लिखे लोग हैं उनको भी मैं करबद्ध प्रार्थना करता हूँ, आप समाज को जगाइए, ये कितना बड़ा संकट कांग्रेस वाले ले कर आए हैं। अब उन्होंने क्या किया, कर्नाटक में धर्म के आधार पर आरक्षण देने के दिशा में बहुत बड़ा कदम उठाया। और उन्होंने कहा रातोंराता कर्नाटक में जितने भी मुसलमान लोग हैं, उन सब को रातोंरात ओबीसी बना दिया, एक आर्डर निकाल दिया, मुख्यमंत्री ने ठप्पा मार दिया। अब हुआ क्या OBC को जो आरक्षण मिलता है, उसका सबसे बड़ा हिस्सा, ये रातोंरात OBC बन गए, इन्होंने लूट लिया। अब बताइए कि वो आदिवासियों के लिए करना चाहते हैं, वो दलितों के लिए करना चाहते हैं औऱ ये कर्नाटक का मॉडल पूरे देश में लागू करना चाहती है। SC, ST, OBC का आरक्षण खत्म करने के लिए, मैं गंभीरता से कह रहा हूँ, ये महा अघाढ़ी, आरक्षण का महाभक्षण का, महाअभियान चला रही है। वहीं SC, ST, OBC का आरक्षण बचाने के लिए मोदी, आरक्षण का महारक्षण का महायज्ञ कर रहा है। मैं पिछले 17 दिनों से लगातार काँग्रेस पार्टी को चुनौती दे रहा हूँ! मैंने काँग्रेस से पूछा है कि वो लिखकर दे, वो SC, ST, OBC का आरक्षण, उसके टुकड़े करके उसका एक टुकड़ा मुसलमान को नहीं बांटेगी। मेरा सवाल सही है कि गलत है भाई? सही है कि गलत है? अब वो मुसलमानों को देना चाहते हैं। और कांग्रेस जवाब भी नहीं देती है। सच बोलो न भाई! हम नही देंगे। इसका मतलब, इनका हिडन एजेंडा है। आपका हक लूटने का खेल है भाई। मेरे इस चैलेंज पर कांग्रेस की चुप्पी यानि दाल में काला है। ये चाहें जितनी भी कोशिश कर लें, देशविरोधी ताकतों के साथ मिलकर कितना ही झूठ फैला लें, आपके पास मोदी का भरोसा है, आपके पास मोदी की गारंटी है! और आप लिख कर रखिए, मोदी जब तक जिंदा है, मोदी जब तक जिंदा है, SC, ST, OBC में से आरक्षण का रत्ती भर भी हिस्सा मैं किसी भी धर्म के आधार पर नहीं देने दूंगा। कोई उसको हाथ नहीं लगा सकता है। औऱ देशवासी, मैं बड़े ही जिम्मेवारी के साथ कहना चाहता हूँ, औऱ दायित्व के साथ कहना चाहता हूँ वंचित का जो अधिकार है! चाहे SC हो ST हो OBC हो, वंचित का जो अधिकार है, मोदी उसका चौकीदार है। मोदी की चौकीदारी में, जब मोदी जैसा चौकीदार हो तो किसने अपनी मां का दूध पिया है जो आपका हक छीन सकता है।

साथियों,

हम तो माता शबरी की पूजा करने वाले लोग हैं, लेकिन काँग्रेस ने कभी आदिवासी समाज को सम्मान नहीं दिया और न मिलने दिया। आदिवासी क्रांतिकारियों ने आज़ादी की लड़ाई में इतने बलिदान दिये। लेकिन, काँग्रेस ये बलिदान की बात मानने को तैयार नहीं है। आज़ादी की लड़ाई का पूरा श्रेय कांग्रेस केवल एक परिवार को ही देती रही है। ये भाजपा है जो देशभर में आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों पर म्यूज़ियम बनवा रही है। ताकि आने वाली पीढियों को पता चले कि हमारे पूर्वज आदिवासियों ने देश के लिए कितने बड़े बलिदान दिए थे।

साथियों,

आप सभी जानते हैं, भाजपा ने, एनडीए ने आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति बनाया, औऱ पहली बार ऐसा हुआ लेकिन, आपको याद रहना चाहिए कि वो कौन लोग थे जिन्होंने आदिवासी बेटी द्रौपदी मुर्मु जी को चुनाव, राष्ट्रपति का चुनाव हराने के लिए, रात-दिन एक कर लिए थे, वो कौन थे ? ये कांग्रेस वाले थे जिन्होंने एक आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति बनने से रोकने के लिए रात-दिन एक किया था। और काँग्रेस पार्टी ने ऐसा क्यों किया औऱ इसकी एक वजह, अभी दो तीन दिन पहले ही खुली है। कांग्रेस के जो शाहजादे हैं ना उनके गुरू अमेरिका में रहते हैं, ये कांग्रेस के शाहजादे के ये गुरू अमेरिका में रहते हैं। उन्होंने भारत के लोगों पर रंगभेदी टिप्पणी की है। रंग के आधार पर भेद, ऐसा गंभीर आरोप लगाया है। अरे! जिनका रंग, भगवान कृष्ण जैसा होता है, कांग्रेस उन्हें अफ्रीकन मानती है। और इसलिए द्रौपदी मूर्मु जी राष्ट्रपति बनें, उन्हें ये मंजूर ही नहीं था। आप लोग बताइए, यहां जो भगवान कृष्ण के रंग वाले हैं क्या वो सब अफ्रीकन हैं क्या? क्या ये अपमान है या नहीं है? क्या आदिवासी समाज का अपमान, इसका बदला लेने के लिए, ये रंग की बातें कर रहे हो।

साथियों,

काँग्रेस पार्टी का एजेंडा इतना खतरनाक है कि शहजादे के गुरू ने इसका भी खुलासा किया है। ये शहजादे के गुरू ने अमेरिका से कहा है कि राममंदिर का निर्माण और रामनवमी का उत्सव, ये Idea of India के खिलाफ है, भारत के विचार के खिलाफ है। उन्होंने यहां तक कह दिया मोदी मंदिर जाता है, वो भी उनके पेट में चूहे दौड़ने लग जाते हैं। कांग्रेस, मेरा मंदिर जाना भी भारत विरोधी बता रही है। बताइए भाई? मंदिर जाना ये देश द्रोह है क्या? जरा आप बताइए? ये देश द्रोह है क्या? क्या ये भारत विरोधी काम है क्या? आप कल्पना कर सकते हैं? आप काँग्रेस की मानसिकता देखिए, ये राम के देश में राममंदिर को देशविरोधी बता रहे हैं। ये तुष्टिकरण के लिए सरकारी इफ्तारी करने वाले लोग, ये आतंकवादियों की कब्रों को संवारने वाले लोग, ये हम सबके प्रभु राम औऱ जिनका राममंदिर, जहां हम जाते हैं उस राममंदिर जाने को देशविरोधी बता रहे हैं। मेरे भाई बहन, हम तो माता सबरी के पुजारी हैं। ये इंडी गठबंधन हमला, ये मोदी पर नहीं, ये 140 करोड़ देशवासियों की आस्था है। ये हमला आप पर है, ये मेरे देश के आदिवासियों पर हमला है। कांग्रेस पार्टी देश से हिन्दू आस्था को मिटाने का षड्यंत्र कर रही है।

साथियों,

प्रभु श्रीराम जीवन के उच्चतम आदर्शों, महानतम गुणों औऱ सुन्दरत्तम मूल्यों के महासंगम हैं। भारत के अस्तीत्व का आधार राम से है। औऱ भारत के भविष्य का प्रेरणापुंज भी प्रभु श्रीराम हैं। यहीं महाराष्ट्र की धरती पर ये संत आवाज उठी थी-“विश्वाचा विश्राम रे स्वामी माझा राम रे”। अर्थात्, मेरे राम तो पूरे विश्व के विश्राम हैं, आश्रय हैं। ऐसे प्रभु राम को कांग्रेस पार्टी वाले Idea of India के खिलाफ मानती है। भगवान श्रीराम की सीख है-पर हित सरिस धर्म नहिं भाई। पर पीड़ा सम नहिं अधमाई।। अर्थात्, दूसरों की सेवा से, परोपकार से बढ़कर कोई धर्म नहीं है। और किसी को पीड़ा देना ही सबसे बड़ा पाप है। ऐसे प्रभु राम को शहजादे, उनके गुरू और कांग्रेस पार्टी Idea of India के खिलाफ मानती है। हमारे राम कहते हैं-कोमलचित दीनन्ह पर दाया। मन बच क्रम मम भगति अमाया॥ अर्थात्, जो दीन दुखियों की पीड़ा को जानता है, महसूस करता है, वही मेरा भक्त है। ऐसे प्रभु राम को कांग्रेस Idea of India के खिलाफ मानती है। और ये भगवान राम की ही शिक्षा है-धरमु न दूसर सत्य समाना। आगम निगम पुरान बखाना॥ अर्थात्, सत्य से बढ़कर कोई धर्म नहीं है। ऐसे प्रभु राम को कांग्रेस Idea of India के खिलाफ मानती है। ये राम ही हैं, जो सभी दीन-दुखियों को, वंचितों को गले लगाकर अपने पास बैठाते हैं। सहज सनेह बिबस रघुराई। पूँछी कुसल निकट बैठाई॥ ऐसे प्रभु राम को कांग्रेस Idea of India के खिलाफ मानती है। हमारे राम जनजातीय समाज से कैसे मिलते हैं? हमारे राम जनजातीय समाज को मिलते हैं-पुरजन करि जोहारु घर आए। अर्थात, राम आदिवासियों की संस्कृति का सम्मान करते हैं। उनसे जोहार करके मिलते हैं। ऐसे प्रभु राम को कांग्रेस Idea of India के खिलाफ मानती है। हमारे प्रभु श्रीराम ने हमें सिखाया है, और ये जो लोग देश छोड़ करके भाग गए हैं, वो जरा कान खोल करके सुन लें, हमारे प्रभु राम ने सिखाया है-अपि स्वर्णमयी लंका न मे लक्ष्मण रोचते। जननी जन्म भूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी अर्थात्, हमारी मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर है। यानी, ‘राष्ट्र प्रथम’, Nation First, ऐसे प्रभु राम को कांग्रेस Idea of India के खिलाफ मानती है।

साथियों,

ये लोग इतने अहंकार से भरे हुए हैं कि गरीब, इनके लिए कोई मायने नहीं रखता। ये लोग सत्ता में रहते हैं तो गरीब को दुत्कारते हैं, उसे तरसा-तरसा कर रखते हैं। आज एक गरीब का बेटा, आपका सेवक बन करके, प्रधानमंत्री पद से जब काम कर रहा है, ये गरीब विरोधी मानसिकता वाले, शाही परिवार की मानसिकता वाले इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। ये नकली शिवसेना वालों की गरीब से कितनी नफरत है, ये उन्होंने फिर बताया है। ये नकली शिवसेना वाले मुझे जिंदा गाड़ने की बात कर रहे हैं। एक तरफ कांग्रेस है जो कहती है- मोदी तेरी कब्र खुदेगी, और दूसरी तरफ ये नकली शिवसेना है, जो मुझे जिंदा गाड़ने की बात करती है। और मुझे गाली देते हुए भी ये लोग तुष्टिकरण का पूरा ध्यान रखते हैं। मोदी की कब्र खुदेगी, मोदी को जिंदा गाड़ देंगे, इसमें भी अपने वोटबैंक को पसंद आए...वही गाली दागोगे क्या? साथियों, मुझे कई बार ये सोचकर दुख होता है कि बाला साहेब ठाकरे को कितना दुख होता होगा। मैंने बालासाहेब को निकट से देखा है, उनके मन को दिल को छू करके देखा है। अब तो ये नकली शिवसेना वाले, बम धमाके को दोषी को भी अपने साथ प्रचार में ले जाने लगे हैं। इसका मतलब हुआ कि बिहार में चारा चोरी में जेल भुगत रहे व्यक्ति को कंधे पर बैठाकर घूम रहे हैं, महाराष्ट्र में बम धमाकों के दोषी को कंधे पर बैठाकर घूम रहे हैं। ऐसे पापियों को ले करके जिनको चलना पड़ रहा है, इन लोगों के विषय में पचास बार सोचना पड़ता है। इसलिए कोई बड़ी बात नहीं कि मुझे जमीन में जिंदा गाड़ने के सपने देख रहे हैं। ये लोग जनता का साथ और जनता का विश्वास तो गंवा चुके हैं, इनकी अपनी सियासी ज़मीन खिसक चुकी है, लेकिन ये भूल रहे हैं कि भारत की 140 करोड़ जनता, मेरी माताऐं -बहनें जो इतनी बड़ी तादाद में आयी हैं न, ये मेरी माताऐं-बहनें यही मोदी की रक्षक है। ये मातृशक्ति मेरा सुरक्षा कवच है। मुझ पर मातृशक्ति का इतना आशीर्वाद है कि ये लोग चाहकर भी मोदी को जीते जी भी और मरने के बाद भी जमीन में नहीं गाड़ पाएंगे।

साथियों,

महाराष्ट्र के एक दिग्गज नेता, चालीस पचास साल से वे ऐसे ही फ्री मारते रहते हैं। बारामती के चुनाव के बाद, वे इतने चिंतित हैं, इतने चिंतित हैं कि उन्होंने बयान दिया है औऱ ये बयान उन्होंने, मैं पक्का मानता हूँ कि काफी लोगों से विचार विमर्श करके ही दिया होगा। वे इतने हताश औऱ निऱाश हो गए हैं कि उनको लगता है कि चार जून के बाद सार्वजनिक जीवन में, राजनीतिक जीवन में अगर टिक के रहना है तो छोटे-छोटे राजनीतिक दलों को कांग्रेस में Merge हो जाना चाहिए। इसका मतलब जो नकली एनसीपी है, औऱ ये नकली शिवसेना है उन्होंने कांग्रेस में Merger करने का मन बना लिया है। अब आप को मैं बताता हूँ जब चार जून के बाद कांग्रेस में जा करके मरने के बजाय, सीना तान करके हमारे अजीत दादा औऱ सिंदे जी के साथ आओ औऱ बड़े शान से सपने पूरे हो जाएगें।

भाइयों-बहनों,

13 मई को काँग्रेस और इंडी अघाड़ी को आपका वोट ही जवाब देगा। नंदुरबार से हमारी बेटी हिना गावित जी आपकी सुख-दुख की साथी हैं। आप जानते हैं न कि हिना मेरी कितनी मदद करती है, पार्लियामेंट में आपने देखा होगा, ये छोटी बेटी है लेकिन पार्लियामेंट में विपक्ष वालों के छक्के छुड़ा देती है। आप उन्हें ज्यादा से ज्यादा वोट देकर बहुत बड़ी जीत दिलाइए। और मेरा इसलिए आग्रह है कि मतदान ज्यादा होना चाहिए भाई, करोगे? करोगे? पहले मतदान फिर जलपान। मंजूर है? अच्छा मेरा एक काम करोगे? मेरा एक काम करोगे? जरा हाथ ऊपर करके कहिए। माताऐं-बहनें बताइए मेरा काम करोगे?जरा हाथ ऊपर करके बताइए, मेरा एक काम करोगे? देखिए, घर-घर जाना और लोगों को कहना अपने मोदी जी आए थे, और मोदी जी ने आपको प्रणाम भेजा है। मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे? हर परिवार में मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे? बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

बहुत-बहुत धन्यवाद!

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।