Amroha is a witness to Shri Krishna's Shricharan
Amroha has given us Mohammed Shami
Despite being close to Delhi NCR, Amroha and it's garment industry couldn't derive the benefits for several decades
In the last decade we have fulfilled the vision of Babasaheb Ambedkar, Jyotiba Phule & Chaudhary Charan Singh in enabling developmental benefits to all
Our government enforced the ban of 'Triple Talaq' truly empowering our Muslim Sisters
People will not forget the 'Gunda Raj' before the advent of the BJP government in UP

आप सभी को राम-राम।
आज पहले चरण का मतदान हो रहा है। ये लोकतंत्र के सबसे बड़ा उत्सव का एक बहुत बड़ा दिन है। मेरा सभी मतदाताओं से अनुरोध है, संविधान से मिले इस अधिकार का उपयोग जरूर करें। मैं युवाओं से आग्रह करूंगा, जो पहली बार वोट डालने जा रहे हैं, उनसे आग्रह करूंगा कि ऐसा मौका जाने ना दें। वो आवश्य वोट करें।

साथियो,
हमारा अमरोहा कोई साधारण जगह नहीं है। मां गंगा के तट पर स्थित, ये धरती भगवान श्रीकृष्ण के श्रीचरणों की साक्षी रही है। ये धरती राजा गजसिंह और ठाकुर जयराम सिंह जैसे वीरों की भूमि है। मुझे अमरोहा की एक और पहचान ढोलक दिया गया है और यहां के ढोलक की थाप दूर-दूर तक गूंजती है। हमारे योगी जी के प्रयासों से अमरोहा की ढोलक को भाजपा की सरकार ने GI टैग देकर पूरी दुनिया में पहचान दिलवाई है। और, इस समय मैं ये जो जनसमूह देख रहा हूँ, आपका ये उत्साह दिखाता है...आज अमरोहा की एक ही थाप है- कमल छाप! और अमरोहा का एक ही स्वर है- फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार!

साथियो,
अमरोहा केवल ढोलक ही नहीं, देश का डंका भी बजाता है। क्रिकेट वर्ल्ड कप में मोहम्मद शामी ने जो कमाल किया, वो पूरी दुनिया ने देखा है। खेलों में शानदार प्रदर्शन के लिए केंद्र सरकार ने भाई मोहम्मद शामी को अर्जुन अवार्ड दिया है। और योगी जी की सरकार तो यहां के युवाओं के लिए स्टेडियम भी बनवा रही है। मैं अमरोहा के लोगों को इसकी बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियो,
2024 का लोकसभा चुनाव, देश के भविष्य का चुनाव है। इस चुनाव में आपका एक-एक वोट भारत के भाग्य को सुनिश्चित करने वाला है। भाजपा गाँव-गरीब के लिए बड़े विज़न और बड़े लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ रही है। लेकिन इंडी गठबंधन के लोगों की सारी शक्ति, गांव-देहात को पिछड़ा बनाए रखने में लगती है। इस मानसिकता का सबसे बड़ा नुकसान अमरोहा और पश्चिमी यूपी जैसे क्षेत्रों को उठाना पड़ा है। ये इलाका दिल्ली और NCR के इतने करीब है। लेकिन, दिल्ली एनसीआर का जो फ़ायदा अमरोहा को मिलना चाहिए था वो पहले मिला क्या? भाजपा के आने से पहले मिला क्या। इंडी गठबंधन वालों के दौर में यूपी की पहचान पिछड़ेपन के कारण होती थी। लेकिन, आज वही यूपी देश में एक्स्प्रेसवे वाले प्रदेश के तौर पर हिंदुस्तान जानने लगा है। आज यूपी में सबसे ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। अमरोहा और गजरौला के रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाया जा रहा है। हर रूट पर वंदेभारत जैसी ट्रेनों का विस्तार हो रहा है। हमारे अमरोहा में, यहीं पास में गंगा एक्सप्रेसवे बन रहा है।

साथियों,
कनेक्टिविटी के इन सारे कार्यों का लाभ अमरोहा के उद्योगों और कामगारों को हो रहा है। भाजपा सरकार देश में टेक्सटाइल इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए टेक्सटाइल पार्क बना रही है। इसका लाभ भी अमरोहा के गारमेंट उद्योग को मिलेगा। उससे ज्यादा से ज्यादा रोजगार युवाओं को मिलेंगे। अमरोहा में हमारी सरकार प्लेज पार्क भी बना रही है, औद्योगिक पार्क बना रही है। इसमें यहाँ अनेकों लघु उद्योगों को बहुत बड़ी मदद मिलेगी। इससे यहां का कुटीर उद्योग बढ़ेगा, इस क्षेत्र के युवाओं को रोजगार मिलेगा। भाजपा सरकार की पीएम विश्वकर्मा योजना और मुद्रा योजना का लाभ भी यहां के साथियों को हो रहा है।

साथियो,
मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों में जो हुआ है, वो तो अभी केवल एक ट्रेलर है। अभी तो हमें यूपी को, देश को बहुत आगे लेकर जाना है।

साथियो,
हमारे देश में पहले की सरकारें, सामाजिक न्याय के नाम पर SC-ST-OBC को सिर्फ धोखा ही देती रहीं। जो सपना ज्योतिबा फुले जी का था, जो सपना बाबासाहेब अम्बेडकर का था, जो सपना चौधरी चरण सिंह जी का था, सामाजिक न्याय का वो सपना जब से मोदी को आपने काम करने का मौका दिया है , वो सपना पूरा करने के लिए दिन रात काम कर रहे है। जब मोदी तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाकर अपनी मुस्लिम बहनों को बचाता है, तो ये सामाजिक न्याय में मदद करता है। जब मोदी हर घर जल पहुंचाता है, गैस और बिजली पहुंचाता है, तो महिलाओं की जिंदगी आसान होती है, सामाजिक न्याय होता है। हमारे यहां गरीबों की, SC-ST-OBC समुदाय की कितनी ही पीढ़ियां, बिजली-पानी-घर के बिना ही गुजर गईं। ये गरीब का बेटा मोदी है, जो आपको इस मुश्किल से निकालने के लिए दिन रात मेहनत कर रहा है, खुद को खपा रहा है। भाजपा सरकार ने 10 साल में जो 4 करोड़ पक्के घर गरीबों के लिए बनवाए हैं, उसके बहुत बड़े लाभार्थी SC-ST-OBC हैं। अब तो भाजपा ने अपने मेनिफेस्टो में देश में 3 करोड़ और नए घर बनाने की घोषणा की है। यहां भी हर बेघर को पक्का घर मिलेगा-ये मोदी की गारंटी है। आप लोग मेरा एक काम करोगे, जब आप चुनाव प्रचार में गांव में जाएंगे-मोहल्लों में जाएंगे। तो उस गांव में दो-चार लोगों से मिल जाएंगे , जिनको अभी घर ना पहुंचा हो, नल से जल ना पहुंचा हो, गैस कनेक्शन न पहुंचा हो, इतना सारा किया है, लेकिन अगर कोई छूट गया है, तो आप मेरी तरफ से पूरे विश्वास के साथ, आप ही मेरे लिए मोदी हैं। पूरे विश्वास के साथ उनको कह देना जैसे गांव में और लोगों को घर मिला है। नल से जल मिला है, गैस का कनेक्शन मिला है। तीसरी बार मोदी आने के बाद, जो बाकी काम रह गया ना, वह भी पूरा हो जाएंगे। आपको अपना हक मिल जाएगा। यह बताओगे। घर-घर जाकर बताओगे।

साथियो,
अमरोहा और पश्चिमी यूपी का ये क्षेत्र, अपने मेहनती किसानों की वजह से भी जाना जाता है। कांग्रेस-सपा-बसपा सरकारों में यहां किसान की समस्याओं को ना सुना जाता था, ना देखा जाता था और परवाह की जाती थी। लेकिन भाजपा सरकार किसानों की समस्याओं को कम करने के लिए दिन-रात काम कर रही है। अमरोहा के किसानों को PM किसान सम्मान निधि के करीब 600 करोड़ रुपए मिले हैं। यूरिया की जो बोरी अमेरिका में 3 हजार रुपए की मिलती है, वो हम 300 रुपए से भी कम में किसानों को उपलब्ध करा रहे हैं। जिन्होंने बसपा, सपा और कांग्रेस की सरकारें देखी हैं, वो जरा योगी जी की सरकार को देख लें। योगी जी ने गन्ना किसानों की सबसे ज्यादा चिंता की। अभी हाल ही में योगी जी ने गन्ना मूल्य में भी बढ़ोत्तरी की है। अमरोहा के गन्ना किसान कभी नहीं भूल सकते कि पहले उन्हें भुगतान के लिए कितना परेशान किया जाता था। लेकिन, आज प्रदेश में गन्ने की रिकॉर्ड खरीद के साथ रिकॉर्ड भुगतान हो रहा है। जब सपा की सरकार थी तो अमरोहा के गन्ना किसानों को साल में औसतन सिर्फ 500 करोड़ रुपए का भुगतान होता था। जबकि योगी जी की सरकार में यहां हर साल करीब डेढ़ हजार करोड़ रुपए का भुगतान गन्ना किसानों को हुआ है। एक समय था जब यूपी में धड़ा-धड़ चीनी मिलें बंद हो रहीं थीं। जबकि हम हसनपुर शुगर मिल की क्षमता दोगुनी करने पर काम कर रहे हैं। यहां अमरोहा में इथेनॉल का प्लांट भी लगाया गया है। अमरोहा के आम का स्वाद भी किसानों के लिए समृद्धि लाये, हमारी सरकार इसके लिए भी काम कर रही है। आम की प्रोसेसिंग के लिए यहां मैंगो पैक हाउस का निर्माण कराया गया है।

भाइयों-बहनों,
भाजपा सरकार के इन प्रयासों के बीच यूपी में एक बार फिर दो शहजादों की जोड़ी, उनके फिल्म की शूटिंग चल रहा है आजकल। और ये दो शहजादों की फिल्म का पहले ही रिजेक्शन हो चुका है। हर बार ये लोग परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की टोकरी उठाकर यूपी की जनता से वोट मांगने निकल पड़ते हैं। अपने इस अभियान में ये लोग हमारी आस्था पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। आप याद करिए, इनकी सरकार को यहां के पवित्र तिगरी मेले से कितनी दिक्कत थी। तिगरी मेले में भी रूकावट डालते थे। यहां जो काँग्रेस के प्रत्याशी हैं, उन्हें तो भारत माता की जय बोलने तक से आपत्ति होती है। जिसको भारत माता की जय मंजूर नहीं, वो भारत की संसद में शोभा देता है क्या, ऐसे लोगों को भारत की संसद में प्रवेश मिलना चाहिए क्या। अयोध्या में राममंदिर बना, तो सपा-कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा दिया। आप कल्पना कर सकते हैं. वोट बैंक के भूखे लोग प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा का निणंत्रण का अवसर ठुकरा गए। उनके बजाए उनकी ओर देखिए जो जीवन भर बाबरी मस्जिद का केस लड़ते थे, सुप्रीम कोर्ट में हार गए, तो फिर भी प्राण प्रतिष्ठा में आ कर शामिल हो गए। लेकिन इनको तो उसमें भी शर्म रही है। ये तो उनसे भी गए बीते हैं। लेकिन, इतने पर ही ये संतुष्ट नहीं हुये। इनको लगा कि शायद वोट बैंक कच्ची रह जाएगी। इसलिए आए दिन राम मंदिर और सनातन आस्था को गालियां दे रहे हैं। अभी रामनवमी पर अयोध्या में रामलला का इतना भव्य सूर्यतिलक हुआ...आपने देखा ना? आज जब पूरा देश राममय है तो समाजवादी पार्टी वाले, जो राम की भक्ति रहते हैं उनको पाखंडी बोलते हैं। क्या ये लोग पाखंडी हैं क्या। क्या राम की पूजा करने वाले पाखंडी हैं क्या।

साथियो,
इंडी गठबंधन वाले सनातन से घृणा करते हैं। आपको ध्यान होगा, मैं कुछ दिनों पहले द्वारका नगरी गया था, अमरोहा तो सीधा सीधा श्री कृष्ण से नाता रखने वाली जगह है। भगवान श्रीकृष्ण यहां से निकलकर गुजरात गए थे। और मजा देखिए मैं गुजरात में पैदा हुआ और उत्तर प्रदेश की चरणों में आकर बैठ गया। काशी ने मुझे सांसद बना दिया। मैं द्वारका गया सारे आर्किलॉजी वालों ने खोज कर निकाला है कि समंदर के नीचे मूल द्वारका है। और वहां मैं गया,समंदर के नीचे बहुत गहरा चला गया। जहां श्रीकृष्ण जी की पुरानी द्वारका नगरी है वहां मैं पहुंचा और बहुत श्रद्धा और आस्था के साथ पूजा कि। मैं अपने साथ भगवान श्रीकृष्ण को पसंद मोर पंख भी ले गया था। वो भी वहां रखा। लेकिन कांग्रेस के शहजादे कहते हैं कि समंदर के नीचे पूजा करने योग्य कुछ है ही नहीं। हमारी हजारों वर्षों की मान्यता को, भक्ति को, जिसके साक्षात सबूत हैं, इस तरह खारिज कर रहे हैं ये लोग। सिर्फ और सिर्फ वोट वैंक के खातिर। और जो अपने आप को यदुवंशी कह कर ढोल पीटते हैं, मैं जरा उनको पूछना चाहता हूं, बिहार में जो कहते हैं न कि यदुवंशी हैं, उत्तर प्रदेश में जो नेता यदुवंशी का माल-मलाई खाने निकलते हैं, मैं उनको पूछना चाहता हूं, अगर आप सच्चे यदुवंशी है तो भगवान द्वारका का पूजा करने वाले की अपमान करने वाली पार्टी के साथ कैसे बैठ सकते हो। कैसे उनके साथ समझौता कर सकते हो।

साथियो,
आप याद करिए, तुष्टीकरण के इसी खेल ने यूपी को, और खासकर हमारे पश्चिमी यूपी को दंगों की आग में जलाया था। यूपी के लोग गुंडाराज का वो दौर भूले नहीं हैं। आए दिन यूपी में दंगे होते थे। लोगों को अपना घर छोड़कर जाना पड़ता था। पश्चिमी यूपी के कितने मोहल्लों में सामूहिक तौर पर मकान बिकाऊ है, के पोस्टर लगाने पड़ते थे। हमारी बहन बेटियाँ तक सुरक्षित नहीं थीं। हमारे योगी जी ने आपकी सुरक्षा के लिए यूपी को ऐसे अपराधियों से मुक्ति दिलाई है। हमें दोबारा किसी भी कीमत पर उन ताकतों को मजबूत नहीं होने देना है।

साथियो,
26 अप्रैल को चुनाव में एक बड़ा अवसर आने वाला है। आपको भाई कंवर सिंह तंवर को रिकॉर्ड मतों से जिताकर संसद भेजना है। आपको यहां से निकलकर एक और काम करना है। कुछ दिन पहले मैं एक प्रेस इंटरव्यू दे रहा था। मुझे पूछ रहे थे कि आप 400 पार, 400 पार कह रहे हैं। बहुत से राज्यों में आप इतने आगे बढ़ चुके हैं, उससे आगे और कहां बढ़ोगे। मैंने कहा लिख लो मैं उत्तर प्रदेश का सांसद हूं तो उसकी बात करता हूं। मैंने कहा, 7 साल से योगी जी की सरकार है और 2019 में तो उन्हें 2 साल ही काम करने का मौका मिला था। 7 साल में उन्होंने दिखा दिया है कि गवर्नंस क्या होता है, कानून व्यवस्था क्या होती है। इसलिए मैंने कहा योगी जी के नेतृत्व में 2014 का रिकॉर्ड टूटेगा, 2019 का रिकॉर्ड टूटेगा और ये दोनों रिकॉर्ड तोड़कर यूपी नया इतिहास बनने वाला है। इसके लिए हमें अपना पोलिंग बूथ जीतना है, इसके लिए घर-घर जाओगे, मतदान करवाओगे, ज्यादा से ज्यादा मतदान करवाओगे। आपको यहां से निकल एक काम और करना है आपको घर-घर जाना और कहना मोदी जी आए थे, उन्होंने आपको प्रणाम भेजा है। मेरा प्रणाम पहुंचा दोगे। मेरा प्रणाम पहुंचा दोगे।

भारत माता की जय
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बहुत बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।