In Warangal, PM Modi says Centre's projects benefitting Telangana's industry, tourism, youth
BJP showed its trailer in the 2021 municipal elections. Now, BJP is going to sweep out BRS and Congress in the upcoming Assembly elections in Telangana: PM
There's no project in Telangana that doesn't have allegations of corruption. KCR government is the most corrupt government: PM Modi
In Warangal, PM Modi hits out at CM K Chandrashekar Rao, says the KCR family is drowned in scams worth crores

भारत माता की.. भारत माता की...
जय मां भद्रकाली, भद्रकालि अम्मवारि महत्यानिकि...
सम्मक्का, सारलम्मा पौरुषानिकि...राणि रुद्रमा पराक्रमानिकि,
प्रख्याति गांचिना वरंगल कु रावडम्, संतोषंगा उंदि...
आज मैं एक बीजेपी कार्यकर्ता के रूप में वारंगल में आप सबके बीच आया हूं। ये क्षेत्र जनसंघ के ज़माने से ही हमारी विचारधारा का मजबूत किला हुआ करता है। जब संसद में बीजेपी की सिर्फ 2 सीटें थीं, तब हनुमकोंडा से सी जंगा रेड्डी जी सांसद हुआ करते थे। आज बीजेपी दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल है, तो इसमें तेलंगाना की इस धरती की बहुत बड़ी भूमिका है। मुझे खुशी है कि अब यहां बीजेपी का निरंतर विस्तार हो रहा है। 2021 में यहां के म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के चुनाव में बीजेपी अपने प्रभाव का ट्रेलर दिखा चुकी है। इतनी बड़ी संख्या में आप यहां पहुंचे हैं। इसका संदेश साफ है। अब विधानसभा चुनावों में बीजेपी यहां BRS औऱ कांग्रेस, दोनों का पत्ता साफ करने जा रही है।


साथियो,
यहां आने से पहले मुझे तेलंगाना के विकास से जुड़े हज़ारों करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास करने का अवसर मिला है। इनसे इस क्षेत्र में सुविधा तो बढ़ेगी ही, रोज़गार के भी नए अनेक अवसर बनेंगे। पिछले 9 वर्षों में केंद्र की बीजेपी सरकार ने तेलंगाना के विकास के लिए पूरी शक्ति से काम किया है। आज तेलंगाना में करीब 36 हजार करोड़ रुपए के नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। 2014 में तेलंगाना के लिए जो रेल बजट था, आज उसका 17 गुणा अधिक रेल बजट तेलंगाना के पास है। भाजपा का लक्ष्य यही है- तेलंगाना विकसित बने, तेलंगाना भारत को विकसित बनाए। साथियों, भारत की आत्मनिर्भरता में भी तेलंगाना की भूमिका बहुत बड़ी है। जब भारत ने तय किया कि हम कोरोना की अपनी वैक्सीन बनाएंगे तो तेलंगाना के लोगों ने आगे बढ़कर अपना दायित्व निभाया। जब भारत ने तय किया कि हम दवाइयों के लिए कच्चा माल बनाएंगे, तो तेलंगाना के लोग नई ऊर्जा के साथ जुट गए। जब भारत ने तय किया कि हम मेड इन इंडिया पर बल देंगे, तो तेलंगाना के मैन्यूफैक्चरर्स ने पूरी ताकत लगा दी। जब भारत ने तय किया कि हम यूरिया में आत्मनिर्भर होंगे, तो बरसों से बंद रहा रामागुंडम खाद कारखाना फिर सजीव हो उठा। औऱ साथियों, जब भारत ने अपनी रेल को आधुनिक बनाने का फैसला किया, तो भी इसमें तेलंगाना ही अपनी बड़ी भूमिका निभा रहा है। अब काजीपेट में वैगन बनाने की नई फैक्ट्री बन रही है। यहां बनने वाले सैकड़ों वैगन भारतीय रेल के विस्तार और एक्सपोर्ट, दोनों को बल देंगे।

भाइयों और बहनों,
बीते 9 वर्षों में पूरी दुनिया में देश का इतना गौरव बढ़ा है, भारत को लेकर आकर्षण बढ़ा है। इसका भी फायदा तेलंगाना को हुआ है। यहां पहले के मुकाबले अब ज्यादा इन्वेस्टमेंट आ रहा है। औऱ इस ज्यादा इंवेस्टमेंट का फायदा तेलंगाना के युवाओं को हो रहा है, उसे नौकरी मिल रही है। भाजपा सरकार ने दुनिया में भारत की जो साख बढ़ाई है, ये उसी का नतीजा है। लेकिन सवाल ये है कि यहां तेलंगाना में जो सरकार है, उसने क्या किया? साथियों, यहां की राज्य सरकार ने सिर्फ चार काम किए हैं। पहला- सुबह-शाम मोदी को, केंद्र सरकार को Regularly, गाली देने का काम किया है। पूरी डिक्शनरी इसी काम में लगाई है। दूसरा काम क्या किया है? एक परिवार को ही सत्ता का केंद्र बनाने का और खुद को तेलंगाना का मालिक साबित करने का काम किया है। तीसरा काम क्या किया है? इन्होंने तेलंगाना के आर्थिक विकास को चौपट कर दिया। चौथा काम क्या किया? चौथा- इन लोगों ने तेलंगाना को भ्रष्टाचार में डुबो दिया। आज तेलंगाना में ऐसा कोई प्रोजेक्ट नहीं है, जिसमें भ्रष्टाचार के आरोप नहीं हैं। KCR सरकार यानि सबसे भ्रष्ट सरकार। और देखिए खेल, अब तो दिल्ली तक इनके भ्रष्टाचार के तार फैल गए हैं। हम पहले दो देशों या दो राज्यों की सरकारों के बीच विकास से जुड़े समझौतों की खबरें सुन करते थे। कि भाई विकास के लिए दो राज्यों ने समझौता किया, पानी के लिए दो राज्यों ने समझौता किया, ऐसी खबरें आती थीं। लेकिन ये पहली बार हुआ है, जब दो राजनीतिक दलों औऱ दो राज्य सरकारों के बीच भ्रष्टाचार की डील के आरोप लगे हैं। ये दुर्भाग्य है कि जिस तेलंगाना के लिए जनता ने इतना संघर्ष किया, इतने बलिदान दिए, उस जनता को ऐसे दिन देखने की नौबत आई है।

साथियों,
मैं एक और बात कहूंगा। यहां सत्ता में जो परिवार बैठा है, जो करोड़ों को घोटालों मे लिप्त है, जिस पर जांच एजेंसियों का शिकंजा लगातार कस रहा है, जिसकी पोल, तेलंगाना के लोगों के सामने खुल चुकी है, वो परिवार अब तेलंगाना की जनता को गुमराह करने के लिए, माइंड डायवर्ट करने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे है। आपको इनके हथकंडों से, इनकी चालबाजियों से सावधान रहना है।
साथियों, मैं जब भी तेलंगाना आता हूं, आप सभी लोगों की एक और छटपटाहट समझ आती है। आप लोगों ने कभी नहीं सोचा था कि एक दिन इस तरह परिवारवादी राजनीति के शिकंजे में हमारा तेलंगाना फंस जाएगा। परिवारवादियों को सिर्फ अपने बच्चों, अपने बेटे-बेटियों के भविष्य की चिंता होती है। उन्हें देश के, तेलंगाना के, दूसरे बच्चों का भविष्य बर्बाद होने से कोई फर्क नहीं पड़ता। औऱ देश के लोगों को, तेलंगाना के लोगों को एक और बात भी नोट करनी होगी। ये जितनी भी परिवारवादी पार्टियां हैं, उनकी नींव भ्रष्टाचार पर खड़ी होती है। परिवारवादी कांग्रेस का भ्रष्टाचार पूरे देश ने देखा है। परिवारवादी BRS का भ्रष्टाचार, पूरा तेलंगाना देख रहा है। कांग्रेस हो या BRS, दोनों ही तेलंगाना के लोगों के लिए घातक हैं। इन दोनों से ही तेलंगाना के लोगों को बच कर रहना है।

साथियों,
किसी भी जनप्रतिनिधि के लिए सबसे बड़ा पाप होता है अपनी जनता का भरोसा तोड़ना। और यहां की राज्य सरकार ने तेलंगाना के लोगों का भरोसा चकनाचूर करने का पाप किया है। कितनी सारी उम्मीदें लगाई थीं आप लोगों ने। लेकिन हर उम्मीद को तेलंगाना सरकार ने तोड़कर रख दिया। यहां की सरकार अच्छी तरह जानती है कि पिछले 9 साल में उसने तेलंगाना के लोगों को सिर्फ और सिर्फ धोखा दिया है। उसने राज्य में एक के बाद एक भर्ती घोटाले करके, यहां के युवाओं के साथ विश्वासघात किया है। तेलंगाना आंदोलन के वो दिन मैं कभी भूल नहीं सकता। कितनी बड़ी-बड़ी बातें कहीं गई थीं कि हम यहां लाखों भर्तियां करेंगे, युवाओं को सरकारी नौकरी देंगे। लेकिन आपको इन लोगों ने सिर्फ और सिर्फ झूठ ही दिया है। तेलंगाना में भ्रष्टाचार का जो खुला खेल चल रहा है, इसका सबसे बड़ा नुकसान यहां के युवाओं को, उठाना पड़ रहा है। तेलंगाना स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन स्कैम के बारे में कौन नहीं जानता? पिछले 9 वर्षों से तेलंगाना के लाखों नौजवान सरकारी भर्तियों का इंतज़ार कर रहे हैं। लेकिन यहां की सरकार ने सरकारी नौकरियों को अपने नेताओं की तिजोरी भरने का माध्यम बना लिया है।

साथियों,
तेलंगाना की 12 यूनिवर्सिटीज में higher education को तबाह करके यहां की सरकार ने लाखों नौजवानों का भविष्य बर्बाद कर दिया है। आज भी तेलंगाना की यूनिवर्सिटीज में 3 हजार से ज्यादा टीचर्स के पद खाली पड़े हैं। आज भी तेलंगाना के सरकारी स्कूलों में टीचर्स की 15 हजार से ज्यादा पोस्ट खाली पड़ी हैं।
क्या ये इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के साथ विश्वासघात नहीं है क्या, धोखा नहीं है क्या? इन लोगों ने आपसे वायदा किया था कि हर बेरोजगार को 3 हजार रुपए का भत्ता देंगे। ये वायदा करके भी तेलंगाना सरकार ने नौजवानों को सिर्फ धोखा दिया विश्वासघात किया। इन लोगों ने आपसे वायदा किया था कि गरीबों को 2 बेड रूम वाले 7 लाख फ्लैट बनाकर देंगे। ये वायदा भी यहां की सरकार पूरा नहीं कर पाई है। ये लोग किसानों के एक लाख रुपए तक के कर्ज को माफ करने की बात भी कहा करते थे। लेकिन इस वायदे पर भी इनकी सरकार ने तेलंगाना के लोगों को सिर्फ विश्वासघात ही दिया है।

साथियों,
मुझे पता है कि तेलंगाना की ग्रामीण पंचायतें, यहां के सरपंच, यहां की सरकार से कितने गुस्से में है कितने नाराज हैं। ये बीजेपी की केंद्र सरकार है जिसने तेलंगाना की ग्राम पंचायतों को 12 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा सीधा देने का सुनिश्चित किया है। यहां की ग्राम पंचायतें ज्यादातर काम सेंट्रल फंड से ही करा रही हैं। KCR सरकार यहां ग्राम पंचायतों के सामने लगातार मुश्किलें खड़ी कर रही है। इसलिए तेलंगाना की हजारों पंचायतें भी अब, यहां की परिवारवादी सरकार को पटखनी देने का इरादा कर चुकी हैं।

साथियों,
बीजेपी सरकार, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए गांवों में ज्यादा से ज्यादा खर्च कर रही है। Paddy procurement के माध्यम से यहां के धान किसानों को पिछले 9 साल में एक लाख 30 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा दिए गए हैं। मनरेगा के तहत तेलंगाना के गांवों में करीब-करीब 25 हजार करोड़ रुपए का काम कराया गया है। पीएम किसान सम्मान निधि के जरिए भी तेलंगाना के करीब 40 लाख किसानों के बैंक खाते में 9 हजार करोड़ रुपए सीधे भेजे गए हैं। पीएम आवास योजना के तहत जो करोड़ों घर बनाए गए हैं, उनसे भी हजारों करोड़ रुपए ग्रामीण अर्थव्यवस्था में पहुंचे हैं। साथियों, बीजेपी ने निरंतर प्रयास किया है कि किसानों को सशक्त करे, उनके खर्च कम करे, उनकी आय बढ़ाए। हमने लागत का डेढ़ गुणा एमएसपी देने का वादा किया था, हमने वो गारंटी को पूरा करके दिखाया। हमने दाल की MSP पर रिकॉर्ड खरीदी कर के हमने गारंटी पूरी की। हमने सिंचाई के नेटवर्क को सशक्त करने का वादा किया था, वो गारंटी भी हमने पूरी की। किसानों को कोल्ड स्टोरेज की दिक्कत ना हो, इसके लिए दुनिया की सबसे बड़ी भंडारण योजना पर काम हो रहा है। आप जानते हैं कि जो 7 मेगा-टेक्सटाइल पार्क देश में बनने वाले हैं, उनमें से भी एक यहां तेलंगाना में बनने जा रहा है। इन सभी प्रयासों का लाभ यहां के किसानों को होगा, हमारे कॉटन ग्रोअर किसानों को होगा।

भाइयों और बहनों,
तेलंगाना की सरकार ने गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासियों को सिर्फ झूठे वादे दिए, झूठी घोषणाएं दीं। लेकिन केंद्र की बीजेपी सरकार ने सही मायने में इन वर्गों को सशक्त किया है। वारंगल सहित इस पूरे क्षेत्र में बड़ी संख्या में आदिवासी और पिछड़े समाज के लोग रहते हैं। पहले की सरकारों में हमारे आदिवासी भाई-बहनों के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता था। सड़कें हों, पीने का पानी हो, स्कूल हो, अस्पताल हो, हमारे ट्राइबल भाई-बहन का नंबर सबसे अंत में आता था। आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए बीजेपी ने पहले की सरकारों की सोच और अप्रोच दोनों को बदल दिया। हमने आदिवासी क्षेत्रों में सैकड़ों नए एकलव्य मॉडल स्कूल खोले। हमने वन-उपज के सही दाम देने के लिए MSP का दायरा बढ़ाया। हमने वनधन केंद्रों के माध्यम से रोज़गार के नए साधन तैयार किए। आज आप देख रहे हैं कि इन आदिवासी क्षेत्रों में सिक्स लेन के, फोर लेन के हाईवे बन रहे हैं, इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बन रहे हैं। मिशन मोड पर 4G नेटवर्क की सुविधाएं तैयार की जा रही हैं। आदिवासी परिवारों में सिकल सेल एनीमिया की भी बहुत बड़ी दिक्कत थी। अब बीजेपी सरकार ने सिकल सेल अनीमिया को जड़ से हटाने के लिए भी अभियान शुरु किया है।

साथियों,
आजकल कुछ लोग चुनाव से पहले, जनता को गुमराह करने के लिए झूठी गारंटी लेकर आ रहे हैं। बीजेपी चुनाव के लिए झूठी बातें या झूठे गारंटी कार्ड नहीं बांटती। अगर बीजेपी हर गरीब परिवार को मुफ्त राशन देने की बात करती है, तो पूरा राशन गरीब के किचन तक पहुंचता है। बीजेपी अगर आयुष्मान भारत कार्ड देती है, तो 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज हर गरीब परिवार को मिलने लगता है। अगर बीजेपी घर-घर टॉयलेट बनाने का अभियान शुरु करती है, तो हर गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी के घर तक सुविधा पहुंचती है। अगर बीजेपी गरीब परिवारों की बहनों को नल से जल देने का भरोसा देती है, तो ये काम पूरा करके भी दिखाती है। तेलंगाना की जनता ये सबकुछ अनुभव कर रही है। इसलिए आज तेलंगाना की आकांक्षा है, आशा-अपेक्षा है- अबकी बार, बीजेपी सरकार ! यही भाव मैं यहां वारंगल में देख रहा हूं, तेलंगाना में देख रहा हूं। भाइयों-बहनों ये बड़ी संख्या में आपकी मौजूदगी हैदराबाद में उस परिवार की नींद हराम कर रही है। और मैं देख रहा हूं कि अब तेलंगाना के लोगों ने भाजपा की सरकार बनाने का फैसला कर लिया है। मैं फिर एक बार आप सब को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। बहुत-बहुत धन्यवाद!
मेरे साथ बोलिए... भारत माता की...
दोनों हाथ ऊपर करके पूरी ताकत से बोलिए.. भारत माता की... भारत माता की... भारत माता की...

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।