On one side there is Congress and BRS and on the other side is BJP. They have the mentality to rule the people while BJP is dedicated to serving the people: PM Modi
Only BJP can guarantee social justice to the people of Telangana. Only BJP can take Telangana on the golden path of development: PM Modi in Secunderabad
The BJP made the laws, about the atrocities on SC and ST, stricter. We ensured that the poor got a bank account, gas connection, toilet, homes: PM Modi
BRS government allied with Delhi's AAP govt in corruption. They are involved in the Liquor Scam. They cooperate not in work but in corruption: PM Modi

भारत माता की जय, भारत माता की जय
देवी सम्मक्का सरलअम्मा की जय
यदाद्री लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी की जय
अनगरिना वर्गाला विश्वरूप महासभा कि वच्चिना ना बंधुवुलकु ना सुभाकांक्षलु
जी किशन रेड्डी जी, मेरा छोटा भाई मन्दा कृष्ण मादिगा जी, दूर-दूर से आए मादिगा समुदाय के मेरे भाइयों और बहनों, अन्य महानुभाव।

देवियों और सज्जनों,
तेलंगाना के मेहनती और प्रतिभाशाली लोगों के बीच आना, हमेशा ही एक सुखद अनुभव होता है। और त्योहार के इस माहौल में, जब हम अपने परिवार के बीच होते हैं, तो खुशी दोगुनी हो जाती है। मैं तेलंगाना के दलित समुदाय का, तेलंगाना के मादिगा समुदाय का इस विशेष आयोजन में अभिनंदन करता हूं। मैं मेरे छोटे भाई कृष्णा का आभारी हूं। मैं आप सबका भी आभारी हूं क्योंकि आपने मुझे इतनी आत्मीयता से इस कार्यक्रम में आने का निमंत्रण दिया।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
आजादी के बाद आपने देश में बहुत सी सरकारें देखी हैं। हमारी सरकार ऐसी है जिसकी सर्वोच्च प्राथमिकता गरीब कल्याण है, वंचितों को वरीयता देना है। बीजेपी जिस मंत्र पर चलती है, वो सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास है। हम सोशल जस्टिस-सामाजिक न्याय सुनिश्चित कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम तेलंगाना की धरती के महान सपूत, श्री गुर्रम जशुवा जी और उनके सामाजिक न्याय के कार्यों को अपनी प्रेरणा मानते हैं। मुझे बताया गया है कि अपने लिखे साहित्य में उन्होंने एक दलित भाई का वर्णन किया था जिन्होंने काशी में विराजमान बाबा विश्वनाथ को अपनी दुर्दशा बताई थी। काशी का सांसद होने के नाते इसे मैं अपना सौभाग्य समझता हूं कि आज मुझे आपके बीच आने, आपसे सुख-दुख साझा करने का अवसर मिला है। मुझे लगता है कि आज बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से ही मैं आप सबके बीच यहां उपस्थित हूं।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
मैं आज इस अवसर पर मादिगा समुदाय के अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाली टीएन सदालक्ष्मी जी और टीवी नारायणा जी को श्रद्धापूर्वक याद कर रहा हूं। इन महान व्यक्तित्वों ने मादिगा समुदाय के हितों के लिए अपना जीवन खपाया है। मैं उन्हें नमन करता हूं। और मेरा छोटा भाई कृष्णा 30 साल से वन लाइफ वन मिशन, आपके हक के लिए लड़ाई लड़ रहा है। कृष्णा आपको बहुत साथी मिले, लड़ने के लिए। आज एक साथी और जोड़ दो। मादिगा समुदाय के मेरे भाइयों-बहनों और कृष्णा, मैं आज आपसे कुछ मांगने के लिए नहीं आया हूं। मैं आज आया हूं आपके बीच आजादी के बाद जितनी भी पोलिटिकल पार्टियों, जितने भी पोलिटिकल लीडर्स ने आपको वादा किया, आपसे धोखा किया, मैं आज एक पोलिटिकल बिरादरी का होने के नाते उनके पापों की क्षमा मांगने के लिए और उनके लिए पापों का प्रायश्चित करने आया हूं।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
तेलंगाना आज इतिहास के एक बेहद अहम मोड़ पर खड़ा है। दशकों के आंदोलन के बाद 10 साल पहले जो सरकार यहां बनी, वो तेलंगाना के गौरव की, तेलंगाना के सम्मान की रक्षा नहीं कर पाई। तेलंगाना के लोगों के सामर्थ्य की पूरी दुनिया प्रशंसा करती है लेकिन जब बात यहां की गवर्नमेंट की आती है, गवर्नेंस की आती है, तो हर कोई निराश हो जाता है। इन 10 वर्षों में तेलंगाना सरकार ने हर किसी के साथ, मादिगा समुदाय के साथ सिर्फ विश्वासघात किया है। कौन भूल सकता है कि कांग्रेस ने किस तरह तेलंगाना के निर्माण में बाधाएं खड़ी की थीं। लेकिन जब अनेक बलिदानों के बाद तेलंगाना बना, तो BRS के नेता आपको भूलकर सबसे पहले कांग्रेस के नेताओं को धन्यवाद करने गए। आंदोलन के दिनों में आपसे ये वादा किया गया था कि किसी दलित को ही तेलंगाना का पहला सीएम बनाया जाएगा। लेकिन राज्य के निर्माण के बाद, हर दलित आकांक्षा को कुचलते हुए सीएम की कुर्सी पर KCR ने कब्जा कर लिया। BRS ने दलितों को जमीन देने का भी वादा किया था। क्या उन्होंने ये वादा पूरा किया? BRS ने आपको दलित बंधु स्कीम के जरिए हजारों करोड़ रुपये देने की बात कही थी। क्या आपको इसका लाभ हुआ? सच्चाई ये है कि ये स्कीम BRS विधायकों के रिश्तेदारों की स्कीम बन गई है। कोर्ट तक को ये कहना पड़ा कि दलित बंधु स्कीम के लाभार्थियों का चयन निष्पक्ष होना चाहिए। यहां की सरकार ने किसानों के लोन माफ करने का भी वादा किया था। लेकिन किसानों को इसका भी लाभ नहीं मिला। यहां की सरकार ने Irrigation Schemes के बदले आप लोगों को Irrigation Scams दिए हैं।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
मैं मादिगा समुदाय के आप सभी भाई-बहनों को, ये स्पष्ट रूप से कहूंगा। आपको जितना BRS से सतर्क रहना है उतना ही कांग्रेस से भी सावधान रहना है। BRS दलित विरोधी है और कांग्रेस भी उससे कम नहीं है। BRS ने नए संविधान की मांग करके बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान किया तो कांग्रेस का इतिहास भी कुछ ऐसा ही है। ये कांग्रेस ही है जिसने बाबा साहेब का विरोध करके उन्हें दो बार चुनाव नहीं जीतने दिया। कांग्रेस ने दशकों तक पुरानी संसद भवन के सेंट्रल हॉल में बाबा साहब की फोटो नहीं लगने दी। कांग्रेस की वजह से ही दशकों तक बाबा साहेब को भारत रत्न तक नहीं दिया गया। सेंट्रल हॉल में बाबा साहेब की तस्वीर हो या फिर भारत रत्न, ये तब संभव हुआ, जब केंद्र में बीजेपी के समर्थन से सरकार बनी।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
बीआरएस की तरह ही कांग्रेस का इतिहास भी, दलितों से, पिछड़ों से नफरत का रहा है। इसका एक बड़ा उदाहरण बाबू जगजीवन राम थे, जिन्हें कांग्रेस के अपमान का सामना करना पड़ा। जब बीजेपी ने रामनाथ कोविंद जी को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया तो कांग्रेस ने उन्हें हराने के लिए पूरी ताकत लगा दी। दलित समाज से आने वाले कोविंद जी जब राष्ट्रपति बन गए, तो पूरे देश के राष्ट्रपति थे, हम सबके राष्ट्रपति थे, लेकिन तब भी कांग्रेस ने उनका तिरस्कार किया। (जरा बिजली के लोग वहां देख लें, शायद वहां शार्ट सर्किट न हो, और वहां सब साथियों से रिक्वेस्ट है थोड़ा दूर रहें वहां से...प्लीज) जब बीजेपी ने एक महिला को भारत का पहला आदिवासी राष्ट्रपति बनाने का प्रस्ताव रखा, तो कांग्रेस ने द्रौपदी मुर्मू जी का भी विरोध किया। उन्हें भी अपमानित करने का कांग्रेस कोई मौका नहीं छोड़ती। साथियों, राजस्थान में जन्मे हुए और राजस्थान से आकर तेलंगाना को अपनी कर्मभूमि बनाने वाले दलित अफसर हीरालाल सामरिया को कुछ दिन पहले ही Chief Information Commissioner बनाया गया है। पहला दलित अफसर, जो देश का पहला Chief Information Commissioner बना। कांग्रेस नहीं चाहती थी कि एक दलित अफसर इतना बड़ा दायित्व संभाले, इसलिए जिस बैठक में ये अहम निर्णय लिया गया, कांग्रेस ने उसका भी बहिष्कार किया। उनका शपथ समारोह हुआ, उसका भी बहिष्कार किया।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
कांग्रेस ने इन दिनों जिस इंडी अलायंस का छाता खोल रखा है, उसमें बिहार के मुख्यमंत्री भी हैं जो जातिवादी राजनीति का झंडा लेकर घूमते हैं। मुझे याद है, उन्होंने मेरे करीबी दोस्त और दलित नेता राम विलास पासवान जी का लगातार अपमान किया था। यहां तक कि जब राम विलास पासवान जी को राज्यसभा सीट की बात आई थी, तो भी वो समर्थन देने में आनाकानी कर रहे थे। मैंने राम विलास पासवान जी के बेटे चिराग पासवान में इस दुख को हमेशा महसूस किया है। अभी हमने दो दिन पहले ही देखा है कि बिहार के उन्हीं सीएम ने सदन के फ्लोर पर एक और दलित नेता का, वहां के पूर्व सीएम का अपमान किया है। वहां के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी, जो दलितों में भी अति दलित हैं, जिन्होंने अपने जीवन में बहुत ही संघर्ष किया है, उनको बिहार के सीएम ने भरे सदन में बुरी तरह अपमानित किया। बहुत ही निर्लज्जता के साथ जीतन बाबू को ये जताने की कोशिश की गई कि वो सीएम पद के योग्य नहीं थे। ये अहंकार की भावना, दलितों का अपमान करने की भावना कांग्रेस और उसके सहयोगियों की पहचान है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
भ्रष्टाचार के मामले में भी कांग्रेस और बीआरएस, एक दूसरे से अलग नहीं हैं। भारत में सामान्य तौर पर अलग-अलग राज्य, विकास योजनाओं के लिए दूसरे राज्यों के साथ cooperation करते हैं। लेकिन बीआरएस की सरकार ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर हजारों करोड़ रुपए का शराब घोटाला कर दिया है। ये लोग काम में नहीं, corruption में cooperation करते हैं। और मैं तेलंगाना के लोगों को ये स्पष्ट तस्वीर भी देखने को कहूंगा। दिल्ली में कांग्रेस की कट्टर सहयोगी आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर तेलंगाना की बीआरएस पार्टी कट्टर भ्रष्टाचार करती है। और फिर यहां वही बीआरएस, कांग्रेस के खिलाफ लड़ने का ड्रामा भी कर रही है। तेलंगाना के लोगों को इस दोहरेपन से भी बहुत सावधान रहना है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
कांग्रेस और बीआरएस दोनों मिले हुए, पर्दे के पीछे उनके खेल अलग हैं। कांग्रेस और बीआरएस एक तरफ हैं और दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी है। उनमें राज करने की मानसिकता है, बीजेपी में सेवा करने का संकल्प है। हमने एससी और एसटी लोगों पर अत्याचार से जुड़े कानून को और सख्त किया। हमने ये सुनिश्चित किया कि गरीबों को Bank Account, गरीबों को Toilets, गरीबों को Gas Connections, गरीबों को Loans, गरीबों को पक्के घर, गरीबों को किसी चीज की दिक्कत ना हो। इन सारी योजनाओं में एससी, एसटी, ओबीसी समाज के लोगों को सबसे अधिक लाभ दिया गया है।

 

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
आज Standup इंडिया जैसी स्कीम्स SC-ST को करोड़ों रुपये का लोन देकर उन्हें Entrepreneur बना रही हैं। मुद्रा लोन का सबसे अधिक लाभ, एससी एसटी और ओबीसी समुदाय के मेरे भाइयों और बहनों को ही हुआ है। पीएम आवास योजना के तहत करोड़ों घर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को आवंटित किए गए हैं। पिछले 9 वर्षों में तेलंगाना में ही 13 लाख से ज्यादा SC छात्रों को करीब 1,000 करोड़ रुपये की scholarship दी गई है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
अभी कुछ महीनों पहले ही बीजेपी सरकार ने पीएम विश्वकर्मा योजना भी शुरू की है। हमारे कुम्हार हों, सुनार हों, सुथार हों, मूर्तिकार हों, ऐसे 18 प्रोफेशन से जुड़े लोगों पर केंद्र सरकार 13 हजार करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है। चाहे राज्य में हो या राष्ट्र के स्तर पर, बीजेपी निरंतर वंचितों के विकास के लिए काम कर रही है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
अपने गरीब भाई-बहनों का ध्यान रखते हुए बीजेपी सरकार ने पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को भी, गरीबों को जो मुफ्त राशन देते हैं, 80 करोड़ लोगों को, उनका घर का चूल्हा जलता रहे, गरीब के घर बच्चा भूखा सो न जाए, इसलिए गरीब कल्याण अन्न योजना चल रही है। यही दिसंबर में उसका काम पूरा हो रहा था। लेकिन गरीब मां की गोद से पैदा हुआ ये बेटा अब गरीबों को ऐसे छोड़ नहीं सकता और इसीलिए मैंने संकल्प किया है कि अगले 5 साल के लिए ये योजना को आगे बढ़ा दिया जाएगा। अब यहां तेलंगाना में भी लाखों साथियों को 5 साल तक मुफ्त राशन मिलता रहेगा। केंद्र सरकार, तेलंगाना के किसानों का हित देखते हुए पैडी की सरकारी ख़रीद को भी लगातार बढ़ा रही है। बीते वर्षों में यहां पैडी की 1 लाख 30 हजार करोड़ रुपए से ज़्यादा की ख़रीद हुई है। केंद्र सरकार किसानों से boiled राइस भी लेती है। अब हमारी सरकार ने ये निश्चय किया है इस ख़रीफ़ सीज़न में तेलंगाना के किसानों से 20 लाख मीट्रिक टन boiled राइस अतिरिक्त खरीदा जाएगा। इससे MSP का और ज़्यादा लाभ हमारे किसान को मिलेगा। मेरा यहां की राज्य सरकार को भी कहना है कि इस काम में ढिलाई ना बरतें, ये किसानों के हक का काम है, उनके फायदे का निर्णय है...इसमें कोई चुनाव की आचार संहिता बीच में नहीं आनी चाहिए।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
तेलंगाना की इस विकास यात्रा में मादिगा समुदाय के साथ जो अन्याय हुआ है, उसे बीजेपी भली-भांति समझती है। मेरा सौभाग्य रहा, आप मुझे प्रधानमंत्री के रूप में, प्रधान सेवक के रूप में जानते हो, लेकिन आप में से बहुत कम लोगों को पता होगा कि बंगारू लक्ष्मण जी मेरे नेता थे। वो मेरी पार्टी के अध्यक्ष थे और मैं उनके अंडर में काम करता था। वो मेरा मार्गदर्शन करते थे, उन्होंने मुझे ट्रेन किया, एक कार्यकर्ता के रूप में संगठन का काम सिखाया। मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं बंगारू लक्ष्मण के साथ उनके हाथ के नीचे काम करने वाला कार्यकर्ता रहा हूं। इसीलिए आपको भलीभांति जानता हूं।

मेरे परिवारजनों,
मैं आज बहुत भावुक हूं। आप कल्पना करिए, कृष्णा ने 30 साल अपनी जवानी पूरी खपा दी, इतना बड़ा आंदोलन अनवरत रूप से चलाया, कृष्णा मेरा छोटा भाई है। भारतीय जनता पार्टी में जैसे बंगारू लक्ष्मण के नेतृत्व में जैसे मुझे काम करने का सौभाग्य मिला, वैसा ही मैं आज इतने बड़े सामने समाज के साथ खड़े होकर कहना चाहता हूं, कि अब मुझे कृष्णा भले मेरा छोटा भाई है, लेकिन उसके नेतृत्व में आपके लिए काम करने का सौभाग्य मिला है। मैं आज कृष्णा के माता-पिता को भी आज आदरपूर्वक, श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं जिन्होंने ऐसे बेटे को जन्म दिया, जो समाज के हित के लिए 30 साल तक जूझता रहा, लड़ता रहा, हर किसी के पास पहुंचता रहा, मैं उस कृष्णा का आदर करता हूं, उसको जन्म देने वाले माता-पिता को भी श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। मैं आज जैसा मैंने कहा मेरे लिए बहुत भावुक पल है। मैं आज मादिगा समाज के हर व्यक्ति को बहुत आदर के साथ प्रणाम करता हूं। जिन्होंने 30 साल अपने न्याय के लिए लड़ाई लड़ी और पूरी तरह अहिंसक लड़ाई रही। इतना बड़ा आंदोलन, इतना लंबा समय, पूरी तरह अहिंसा, आपने जग्गू बाबू को भी बचाया, आपने बाबा साहेब अंबेडकर को भी बचाया और आपने बंगारू लक्ष्मण जी को भी बचाया और इसलिए मैं विशेष रूप से आप सबके इस आंदोलन की पवित्रता के लिए श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं।

भारतीय जनता पार्टी पिछले तीन दशक से हर संघर्ष में आपके साथ खड़ी रही है। हम जल्द से जल्द इस अन्याय का अंत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मैं जानता हूं कि यहां पर ऐसे कई लोग हैं, जिन्होंने अपने अधिकारों के लिए लंबे समय तक संघर्ष किया है। ये हमारा वादा है कि हम जल्द ही एक कमिटी का गठन करेंगे, जो आपके सशक्तिकरण के हर रास्ते को अपनाएगी। हम और आप ये भी जानते हैं कि एक बड़ी न्यायिक प्रक्रिया, सुप्रीम कोर्ट में भी चल रही है। आपकी इस लड़ाई को हम न्याय की लड़ाई मानते हैं। बाबा साहेब आंबेडकर ने हमें जो संविधान बनाया, उस संविधान ने न्य़ाय की जिम्मेदारी मुझपर दी है। हम उस न्याय को सुनिश्चित करा करके ही रहेंगे। अदालत में भी आपको न्याय मिले, ये भारत सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पूरी मजबूती के साथ भारत सरकार न्याय के पक्ष में आपके साथी बनकर के खड़ी रहेगी।

(बेटे, बेटी, बेटा आप नीचे आओ बेटा... बेटा नीचे आओ...बेटा नीचे आओ...देखिए बेटा आपको चोट पहुंचेगी...बेटा ये अच्छा नहीं है। बेटा ये तार इसका बिगड़ा हुआ है बेटा...हम आपके साथ हैं बेटा, प्लीज। आप नीचे आइए बेटा...बेटा आप नीचे आइए...देखिए बेटा...ये तार की स्थिति अच्छी नहीं है बेटा। प्लीज बेटा नीचे आइए...बेटा मैं आपकी बात सुनूंगा...बैठिए बेटा...बेटा नीचे आइए...ये वहां पर शार्ट सर्किट है, बेटा नीचे आइए...नहीं बेटा ये ठीक नहीं है...बेटा यहां ऐसा करने से लाभ नहीं होगा। मैं यहां आपके लिए आया हूं। प्लीज...आप कृष्णा जी की बात मानिए बेटा...आप कृष्णा जी की बात मानिए...आप कृष्णा जी की बात मानिए बेटा....थैंक्यू बेटा।)

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
बीजेपी ही तेलंगाना के लोगों को सामाजिक न्याय की गारंटी दे सकती है। बीजेपी ही तेलंगाना को विकास के स्वर्णिम रास्ते पर ले जा सकती है। मुझे विश्वास है, बीजेपी और आपका सहयोग, आपका साथ, तेलंगाना डबल इंजन सरकार के गठन में अहम भूमिका निभाएगा।

मेरे भाइयों-बहनों,
मैं एक महत्वपूर्ण बात यहां से बताकर जाना चाहता हूं। अगर मेरी बात आपको अच्छी लगे, सही लगे, तो आप सब अपने मोबाइल फोन निकाल करके उसकी फ्लैश लाइट चालू करके मुझे आशीर्वाद देना। आज से इस आंदोलन में कृष्णा मेरा नेता है। मैं उसका असिस्टेंट हूं। और मैं आपके लिए पूरे दायित्व के साथ इस न्याय की लड़ाई में साथ रहूंगा। आप सभी यहां आए, हमें आशीर्वाद दिया, इसके लिए आप सबका फिर एक बार बहुत-बहुत धन्यवाद। और इस आंदोलन में मेरे नेता कृष्णा है। मैं कृष्णा का साथी हूं। और मैं कृष्णा के नेतृत्व में आपके साथ खड़ा हूं।

बोलिए,
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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।