Congress party's Chhattisgarh Govt is leaving no opportunity to loot you. They did not leave even the name of 'Mahadev’: PM Modi
Congress is attacking the entire OBC community only because I belong to the OBC category: PM Modi in Durg
Action will indeed be taken against those who looted Chhattisgarh. Account for every penny will be taken from them: PM Modi in Durg
Congress' priority to fill its coffers through corruption, says PM Modi in Chhattisgarh

भारत माता की...

भारत माता की...

भारत माता की...
ये उत्साह, ये उमंग.. मैं दुर्ग में कई बार आया हूं, लेकिन ऐसा माहौल मैं पहली बार देख रहा हूं। आपको देखकर लग रहा है जैसे दुर्ग के लोगों ने नया रिकॉर्ड बनाने की ठान ली है। इतनी विशाल संख्या में आप हम सबको आशीर्वाद देने के लिए आए हैं। मैं आपका सर झुकाकर के अभिनंदन करता हूं। आज पूरा छत्तीसगढ़ कह रहा है-
भाजपा आवत है... भाजपा आवत है... अबकी बार,.. अबकी बार... अबकी बार... भाजपा सरकार !

मेरे परिवारजनों,
मैं छत्तीसगढ़ भाजपा को, पूरी टीम को बधाई दूंगा कि उसने आपके सपनों को सच बनाने वाला संकल्पपत्र कल ही जारी किया है। इस संकल्पपत्र में छत्तीसगढ़ की मातांए-बहनें महिलाएं, यहां के युवा, यहां के किसानों को सबसे बड़ी प्राथमिकता दी गई है। और भाजपा का ट्रैक रिकॉर्ड है कि हम जो कहते हैं, वो करके रहते हैं। छत्तीसगढ़ को भाजपा ने बनाया... और मैं गारंटी देता हूं कि छत्तीसगढ़ को भाजपा ही संवारेगी। लेकिन भाइयों और बहनों, भाजपा के संकल्पपत्र के आगे, कांग्रेस का झूठ का पुलिंदा भी है। कांग्रेस की प्राथमिकता क्या है? कांग्रेस की प्राथमिकता है, भ्रष्टाचार से अपनी तिजोरियां भरना। कांग्रेस की प्राथमिकता है, अपने नेताओं के चहेतों को नौकरियां बांटना, आपके बच्चों को नौकरियों से बाहर करना। PSC घोटाले में, कांग्रेस ने यही तो किया। कांग्रेस ने आपके बच्चों को बाहर कर दिया और अपने बच्चों को भर्ती किया। आप यहां सरकारी दफ्तरों में जाते हैं तो लोग क्या कहते हैं? पूरा छत्तीसगढ़ क्या कह रहा है? गरीब से गरीब मेरा छत्तीसगढ़ी क्या कह रहा है? पूरा छत्तीसगढ़ एक ही बात कह रहा है। जब सरकारी दफ्तर से निकलता है तो एक ही बात बोलता है... 30 टका कक्का, आपका काम पक्का! 30 टका कक्का, आपका काम पक्का! कांग्रेस की हर घोषणा में 30 टक्के का खेल पक्का है। इसलिए 30 टका सरकार से छत्तीसगढ़ छुटकारा चाहता है।
इसलिए छत्तीसगढ़ कह रहा है- अउ नई सहिबो... अउ नई सहिबो... अउ नई सहिबो... अउ नई सहिबो... बदल के रहिबो!

साथियों,
छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार, आपको लूटने का कोई मौका नहीं छोड़ रही। इन्होंने तो महादेव के नाम को भी नहीं छोड़ा है। दो दिन पहले ही, रायपुर में बहुत बड़ी कार्रवाई हुई है, रुपयों का बहुत बड़ा ढेर मिला है। लोग कह रहे हैं कि ये पैसा सट्टेबाज़ों का है, जुए का खेल खेलने वालों का है, और जो उन्होंने छत्तीसगढ़ के गरीबों को. छत्तीसगढ़ के नौजवानों को लूट कर के जमा किया है। लूट के इसी पैसे से कांग्रेस नेता अपने घर भर रहे हैं। मीडिया में आ रहा है कि इस पैसे के तार छत्तीसगढ़ के.... उन... तक जा रहे हैं। मालूम हे न किस तक जा रहे हैं? कहां तक पहुंच रहे हैं? छत्तीसगढ़ के लोगों को मालूम है न कहां तक पहुंच रहे हैं। जरा जोर से बताइए कहां तक पहुंच रहे हैं। यहां के कांग्रेस पार्टी ने, यहां की सरकार ने, यहां के मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की जनता को बताना चाहिए कि दुबई में बैढे इस घोटाले के आरोपियों के साथ उनके क्या संबंध है? मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि दुबई में बैठे इस घोटाले के आरोपियों के साथ उनके क्या संबंध हैं? जानना चाहिए कि नहीं जानना चाहिए भाई... जानना चाहिए कि नहीं जानना चाहिए... कुछ तो होगा ना... आखिर क्यों ये पैसा पकड़े जाने के बाद यहां के मुख्यमंत्री बौखला गए हैं। मैदान में उतर आए हैं। और मैंने तो सुना है कि नेता यहां के दबी जबान में हमारे यहां मैसेज पहुंचा रहे हैं कि हम भी देख लेंगे। हम भी तुम्हारें यहां कही पैसे रखवा के पुलिस भेज देंगे। ये धमकियां किसको दे रहे हो? ये किसको डरा रहे हो? ये जनता है सबकुछ जानती है। मोदी को तो ये कांग्रेसी, दिन रात गालियां देते हैं। हर दिन मैं दो-ढाई किलो गालियां खाता हूं। लेकिन यहां के मुख्यमंत्री अब देश की जांच एजेंसियों और देश के सुरक्षाबलों को भी गाली देने लगे हैं। इन साथियों पर भी अनाप-शनाप आरोप लगा रहे हैं। लेकिन मैं छत्तीसगढ़ के अपने भाइयों और बहनों से कहूंगा, ये मोदी है गालियों से डरता नहीं है। भ्रष्टाचारियों का हिसाब करने के लिए ही तो आपने मोदी को दिल्ली भेजा है। जिन्होंने छत्तीसगढ़ के गरीब को लूटा है, उस पर कार्रवाई होकर रहेगी। उससे पाई-पाई का हिसाब लिया जाएगा।

मेरे परिवारजनों,
छत्तीसगढ़ की भ्रष्ट सरकार ने एक के बाद एक घोटाले करके आपका विश्वास तोड़ा है, छत्तीसगढ़ महतारी का अपमान किया है। PSC घोटाले और महादेव APP घोटाला तो चर्चा में है ही। कांग्रेस सरकार के रिपोर्ट कार्ड में घोटालों की कमी नहीं है। अगर मै बोलने लग जाऊं हर घोटाले का वर्णन तो शायद मेरा अगला कार्यक्रम लेट हो जाएगा।
2 हजार करोड़ रुपए का शराब घोटाला, 500 करोड़ रुपए का सीमेंट घोटाला, याद है ना.. याद है कि भूल गए हो.. 5 हजार करोड़ रुपए का चावल घोटाला, 1300 करोड़ रुपए का गोठान घोटाला, 700 करोड़ रुपए का DMF घोटाला, 500 करोड़ रुपए का चावल कस्टम मिलिंग घोटाला, सैकड़ों करोड़ रुपए का कोरोना सेस का घोटाला, छत्तीसगढ़ को लूटने का कांग्रेस ने कोई भी मौका नहीं छोड़ा है। मैं फिर आपको विश्वास दिलाता हूं। राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद ऐसे घोटालों की सख्ती से जांच की जाएगी, आपका पैसा लूटने वालों को जेल भेजा जाएगा।

साथियों,
कांग्रेस ने गरीब को धोखे के सिवाय कभी कुछ नहीं दिया है। हमारे देश का गरीब, गरीबी हटाओ के नारे सुन-सुनकर, सामाजिक न्याय की थोती बातें सुन-सुन कर थक चुका था। और इस वायदे के नाम पर कांग्रेस द्वारा साल दर साल, पीढ़ी दर पीढ़ी देश के गरीबों का भावनात्मक शोषण करते रहे। हर गरीब सोचता था कि कम से कम मेरा बच्चा तो गरीब नहीं रहेगा। लेकिन कांग्रेस के झूठे वायदों ने हमेशा उसे और उसके बच्चों को गरीब बनाकर के ही रखा। इसलिए भारत का गरीब आत्मविश्वास खो रहा था, निराशा के ढेर में दबा जा रहा था। कांग्रेस का सारा खेल सिर्फ अपने परिवार के लिए है... और धन्नासेठों के लिए है। गरीब उसके लिए सिर्फ और सिर्फ एक वोट है...इसलिए कांग्रेस गरीब की कभी कद्र नहीं करती। उसे गरीब का दुख-दर्द कभी समझ नहीं आता। और इसलिए जब तक कांग्रेस केंद्र में सरकार में रही, वो गरीबों के हक का पैसा लूटकर खाती रही, अपने नेताओं की तिजोरी में भरती रही।

मेरे भाइयों और बहनों,
2014 में सरकार में आने के बाद आपके इस बेटे ने गरीब कल्याण को अपनी सबसे बड़ी प्राथमिकता बनाया। हमने अपने गरीब भाई-बहनों में ये विश्वास पैदा किया कि उनकी गरीबी दूर हो सकती है। वो जो गरीबी में जिंदगी जीये हैं उनके बच्चो के नसीब में वो गरीबी नहीं रहनी चाहिए। हमने ऐसी-ऐसी नीतिया बनाईं कि हर गरीब, अपनी गरीबी का उस गरीबी को खात्मा करने का, उस गरीबी को पराजित करने का सबसे बड़ा सिपाही बन कर के मोदी का साथी बन गया। भाजपा सरकार ने बहुत धैर्य से काम किया, बहुत ईमानदारी से काम किया। मोदी के लिए देश की सबसे बड़ी जाति एक ही जाति है। और ये मोदी का बार-बार ये कहना कि अगर मेरे देश में सबसे बड़ी जाति कोई है वो एक ही है वो जाति है गरीब। जो गरीब है, मोदी उसका सेवक है, मोदी उसका भाई है, मोदी उसका बेटा है। भाजपा सरकार ने जो नीतियां बनाईं, उससे आज देश में गरीबी कम हो रही है। हमारे सेवाकाल में सिर्फ 5 साल में ही साढ़े 13 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी से बाहर आए हैं। जो गरीबी से बाहर निकले हैं वो आज मोदी को कोटि-कोटि आशीर्वाद दे रहे हैं। इसलिए गरीबों की ये एकजुटता, आज गरीब एकजुट हो रहा है, गरीब नए आत्मनिश्वास से भरा हुआ है और गरीब तय करके बैठा है कि वो अपने संतानों के पास गरीबी की जिंदगी जीने के लिए मजबूर नहीं करेंगे। और इसलिए गरीबी की लड़ाई में गरीबी को परास्त करने के लिए आज गरीब एकजुट हो रहा है। गरीब एक जाति के रूप में साथ आकर के कंधे से कंधा मिलाकर के गरीबी से बाहर निकालने के लिए मोदी की महासेना बन चुका है। लेकिन ये जो गरीबों की एकता है ना, गरीब ने जब अपनी एक ही जाति मान ली है गरीब तो ये राजनीतिक दलों के पेट में चूहे दौड़ने लगे हैं। उनको लगने लगा है कि अगर गरीब की एक ही जाति अगर इकट्ठी हो गई, अगर ये ताकत बन गई तो आज तक झूठ चलाने वालों की दुकान चलने वाले बंद हो जाएंगे। ऐसे राजनीतिक दलों की दुकान चलाने के लिए इन्होंने ऩए खेल खेले हैं। अब गरीब को भी बांटना। गरीब की एकता को तोड़ना, गरीब के सपनों को विक्षिप्त कर देना, गरीब को आपस में लड़ा लेने का एक नया खेल शुरू किया है। इसलिए ये राजनीतिक दल, गरीबों की एकता तोड़ने के लिए नए-नए षड़यंत्र कर रहे हैं.. नई-नई भाषाएं बोल रहे हैं, जातिवाद का जहर घोल रहे हैं। इसलिए मैं आज आपको इन सभी राजनीतिक दलों से आगाह कर रहा हूं। हमें गरीबों की एकता तोड़ने वाली हर साजिश को एकजुट रहकर नाकामयाब करना है। हमें गरीबों की एकता को मजबूत करना है, हमें मिलकर गरीबी को परास्त करना है।

मेरे परिवारजनों,
आत्मविश्वास से भरे हुए गरीब से, स्वाभिमान से भरे हुए गरीब से कांग्रेस नफरत करती है। कांग्रेस हमेशा चाहती है कि गरीब हाथ फैलाए उसके सामने खड़ा रहे। इसलिए वो गरीब को गरीब बनाए रखना चाहती है। इसलिए केंद्र की भाजपा सरकार गरीब के लिए जो भी काम शुरू करती है, यहां की कांग्रेस सरकार उसे रोकने के लिए पूरी ताकत लगा देती है। आप देखिए, पूरे देश में गरीबों के लिए पीएम आवास योजना से करोड़ों गरीब परिवारों को पक्के घर मिल चुके हैं। इन घरों की रजिस्ट्री महिलाओं के नाम भी होती है। लेकिन छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ठान के बैठी है कि मोदी को गरीबों के घर वो नहीं बनाने देगी। मैं आपसे एक बात जरूर कहूंगा। जैसे आपने पांच साल कांग्रेस का अन्याय झेला है, कांग्रेस के भ्रष्टाचार को झेला है, कांग्रेस के भाई-भतीजावाद को झेला है। मेरे छत्तीसगड़ के भाई-बहनों मुझपर भरोसा करो। सिर्फ 30 दिन बाकी है। सिर्फ 30 दिन बाकी है। इसके बाद आपको इस मूसीबत से मुक्ति मिलनी ही मिलनी है। 3 दिसंबर को नतीजे आएंगे और भाजपा की सरकार बननी तय हो जाएगी। मैं आपको गारंटी देता हूं, भाजपा सरकार बनते ही, छत्तीसगढ़ के लाखों गरीब परिवारों को तेज़ी से पक्के घर मिलेंगे। गरीब को शौचालय देने का काम हो, हमारी गरीब बहनों को मुफ्त गैस कनेक्शन देने का काम हो, हर घर नल से जल पहुंचाने का काम हो, भाजपा सरकार बनने के बाद ऐसे हर काम में तेजी लाई जाएगी।
और ये छत्तीसगढ़ की हमारी बहनों-बेटियों को मोदी की गारंटी है।

मेरे परिवारजनों,
मैं आपके बीच से ही निकलकर आज यहां पहुंचा हूं। गरीब की चिंता, गरीब की चिंता करना मेरा जीवन धर्म बन गया है। ये मेरी चिंता है जब कोरोना का संकट आया, तो गरीब की सबसे बड़ी चिंता थी अपने बच्चों को खाना क्या खिलाएंगे? कोई भी मां खुद पेट बांधकर सो सकती है, लेकिन अपने बच्चे को भूख से बिलखता हुआ नहीं देख सकती। कोई भी पिता, मजदूरी करनी पड़ी तो करेगा, रात-रात काम करना पड़े तो करेगा, कोई भी काम करना पड़ेगा तो करेगा लेकिन अपने बच्चो को भूखा नहीं देख सकता। लेकिन कोरोना महामारी में तो सब कुछ ठप्प पड़ गया। पूरी दुनिया संकट में थी, तब मैंने ये तय किया कि किसी गरीब को मैं भूखा नहीं सोने दूंगा। इसलिए भाजपा सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना शुरू की। इस योजना की वजह से आज भी छत्तीसगढ़ के लाखों गरीबों को मुफ्त चावल और चना मिल रहा है।

साथियों,
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना सरकार के हिसाब से इस दिसंबर में पूरी हो रही है। लेकिन आपका ये बेटा जो गरीब जी करके आया है, गरीबों के बीच से निकलकर के आया है। ये आपका बेटा आपका भाई एक और निश्चय कर लिया है। मेरे भाइयों-बहनों मैं देश के गरीब भाइयों-बहनों को आज दुर्ग की धरती से बताना चाहता हूं कि मैंने नेश्यच कर लिया है। देश के 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन देने वाली योजना को भाजपा सरकार अब अगले पांच साल के लिए और बढ़ाएगी। छत्तीसगढ़ के मेरे भाइयों और बहनों आपका ये प्यार ये आशीर्वाद मुझे हमेशा पवित्र निर्णय करने की ताकत देता है, पवित्र निश्य करने की ताकत देता है। और 80 करोड़ लोगों की थाली में भोजन परोसना कितना बड़ा पुण्य का काम है। इतना बड़ा सेवा का काम आपके आशीर्वाद से हो रहा है। और मेरे भाइयों-बहनों ये चुनावी वादा नहीं है ये मोदी की गारंटी है। और मैं अपने छत्तीसगढ़ के भाई-बहनों को एक और बात कहूंगा। यहां के अनेक साथी काम के लिए, रोजी-रोटी कमाने के लिए या और काम से बाहर जाते हैं। भाजपा सरकार ने ऐसा इंतजाम किया है कि आप देश के किसी भी हिस्से में जाएं, तो भी आपको मुफ्त राशन मिलता रहेगा। इसलिए ही मोदी ने आपको वन नेशन, वन राशन कार्ड की सुविधा दी है। पहले जो कार्ड होता था ना, अगर एक दुकान से दूसरी दुकान जाए तो भी घुसने नहीं देता था, वो कहता था इधर का नहीं है उधर जाओ। वो कहता था उधर तो खाली हो गया तो बोलता था कि यहां तो नहीं मिल सकता है। ये जमाना था... ये मोदी का जमाना देखिए, अब हिंदुस्तान में कहीं भी जाइए, आप छत्तीसगढ़ का कार्ड दिखाएंगे ना मोदी का गारंटी कार्ड हिंदुस्तान के किसी भी कोने में आपको भूखा नहीं रहने देगा।

मेरे भाइयों और बहनों,
भाजपा सरकार, आपके इलाज की भी चिंता कर रही है। अगर गरीब गरीबी से बाहर निकल चुका है, बाहर आ रहा है और घर में एक बीमारी आ जाए तो फिर बेचारा पांच साल पीछे चला जाता है, फिर गरीबी के चक्कर में फंस जाता है। मैं मेरे गरीब को वापिस फिर से गरीबी में लौटने देना नहीं चाहता, इसलिए मैंने तय किया है कि बीमारी का खर्चा उसका बेटा उठाएगा, मोदी उठाएगा। आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपए के मुफ्त इलाज की सुविधा हमने दी है। 5 लाख रुपये तक एक नया पैसा नहीं देना पड़ेगा। यहां का मेरा कोई भाई-बहन सिर्फ छत्तीसगढ़ में नहीं अगर किसी काम से वो दिल्ली गया है, कोलकाता गया है, अगर जग्गनाथ जी के दर्शन करने गया है, अयोध्या में प्रभु श्रीराम जी का दर्शन करने गया है.. और कहीं कुछ हो गया, बीमारी हो गई.. ये मोदी ने ऐसी गारंटी दी है कि वहां के डॉक्टर भी बिना पैसे आपका इलाज करेगा और मोदी उसको चुकता करेगा।

लेकिन मेरे साथियों,
गरीब के इलाज को लेकर कांग्रेस की सच्चाई भी मैं आपके सामने रखना चाहता हूं। हमने गरीबों को सस्ती दवा मिले, इसके लिए हिंदुस्तान के कोने-कोने में जन औषधि केंद्र खोला। ये जन औषधि केंद्र में जो दवाई सौ रुपये में मिलती है ना वो 10 रुपये में मिल जाती है, जो दवाई सौ रुपये मिलती है ना वो दवाई इस जगह 20 में मिल जाती है। इतना गरीब और मध्यम वर्ग की मदद की, लेकिन छत्तीसगढ़ में ऐसी सरकार है, ऐसी जनविरोधी सरकार है, ऐसी भ्रष्ट सरकार है कि उसने छत्तीसगढ़ में जनऔषधि केंद्रों को ही ताले लगा दिए। 100 से ज्यादा ऐसे जनऔषधि केंद्र यहां के कांग्रेस ने बंद करवा दिए हैं। गरीबों से इतनी नफरत करती है कांग्रेस।

मेरे परिवारजनों,
मोदी जो ये गारंटी दे रहा है, जो गारंटी पूरी कर रहा है, उसके सबसे बड़े लाभार्थी, हमारे दलित, हमारे ओबीसी, हमारे आदिवासी, हमारे मेहनतकश मजदूर, हमारे समाज के वंचित लोग हैं। ओबीसी आयोग को कांग्रेस ने संवैधानिक दर्जा नहीं दिया। ये काम आपके बेटे ने, जैसे ही आपने दिल्ली में बैठाया ना, उस काम को कर दिया। मेडिकल कॉलेजों में जो कोटा मिलता है, उसमें भी कांग्रेस ने ओबीसी आरक्षण नहीं दिया। ये काम भी भाजपा ने ही किया। संसद और विधानसभाओं में दलित और ओबीसी वर्ग को सबसे अधिक भागीदारी भाजपा ने दी है।केंद्रीय मंत्रिमंडल में सबसे अधिक ओबीसी मंत्री भाजपा सरकार में हैं। और कांग्रेस क्या कर रही है? कांग्रेस एक OBC प्रधानमंत्री को सुबह-शाम पानी पी-पी करके गाली देती रहती है। चलो भाई आपके पेट में दर्द होता है कि ओबीसी कैसे प्रधानमंत्री बन गया हम मोदी को गालियां दे रहे हैं। चलो मोदी गरीब का बेटा है आपको हक है गालियां देने का। आपके मन में मोदी के लिए नफरत है, उसकी जाति के लिए नफरत है, गालियां देते जा रहे हैं। लेकिन कांग्रेस को.. मोदी को जितनी भी गालियां दीजिए, परमात्मा और मेरे देश की माताएं-बहनें मोदी की रक्षा करेंगी। लेकिन ओबीसी को गाली देना बंद कीजिए। हर ओबीसी को ये बताना चाहिए कांग्रेस, पूरे ओबीसी समाज को क्यों गालियां दे रही है। मोदी अगर ओबीसी है तो इसमें पूरी ओबीसी जाति की क्या गलती है भाई? आखिर क्यों कांग्रेस छत्तीसगढ़ के साहू समाज को गालियां दे रही है? क्यों कांग्रेस पूरे साहू समाज को ही चोर बता रही है? कांग्रेस के एक नेता, मैं नाम नहीं लेना चाहता, मोदी को गालियां देने के साथ ही पूरे ओबीसी समाज को गालियां देते फिरते हैं। पूरे समाज को चोर कह दिया कोर्ट ने सजा ठोक दी, और सुप्रीम कोर्ट ने भी सजा माफ नहीं की, जेल जाने का मौका थोड़ा लंबा कर दिया है बस। मैं जानता हूं, छत्तीसगढ़ का ओबीसी समाज, पूरे देश का ओबीसी समाज, ऐसी कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगा।

मेरे परिवारजनों,
छत्तीसगढ़ को राज्य बने 25 साल होने जा रहे हैं। अब अगले 25 साल छत्तीसगढ़ के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। आने वाले साल छत्तीसगढ़ के नौजवानों का भविष्य निर्धारित करेंगे। भाजपा के पास छत्तीसगढ़ को देश के टॉप-10 समृद्ध राज्यों में लाने का एक ठोस रोडमैप है। कांग्रेस ने दशकों तक केंद्र में सरकार चलाई, लेकिन छत्तीसगढ़ में कारखानों का विस्तार नहीं किया। आपने मोदी को अवसर दिया, तो भिलाई के कारखाने का विस्तार और आधुनिकीकरण हुआ। बस्तर में भी दुनिया के आधुनिकतम स्टील कारखानों में से एक का लोकार्पण कर के हमने दिखाया। कारखानों के लिए ज़रूरी रेल और रोड इसकी सुविधा का बीते 9 वर्षों में केंद्र की भाजपा सरकार ने अभूतपूर्व विस्तार किया है। हमने ‘दल्ली राजहरा’ से ताड़ोकी तक की रेल लाइन का काम पूरा किया है। जल्द ही ये लाइन रावघाट तक भी पूरी की जाएगी। ये परियोजना पूरी होने से ‘दल्ली राजहरा’ नगर को नया जीवनदान मिलेगा। भाजपा सरकार में छत्तीसगढ़ को रेलवे के लिए 20 गुना ज्यादा बजट मिलता है। भाजपा सरकार में छत्तीसगढ़ में नेशनल हाईवे के काम के लिए भी 15 गुना ज्यादा बजट मिलता है। रायपुर-विशाखापत्तनम आर्थिक कॉरीडोर हो, रायपुर-धनबाद आर्थिक कॉरीडोर हो, इससे यहां के औद्योगिक विकास में नई तेजी आने वाली है।

साथियों,
आज पूरे देश में किसानों और पशुपालन को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। आप जो भी धान उगाते हैं, उसका दाना-दाना केंद्र की भाजपा सरकार खरीदती है। केंद्र सरकार ने एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा छत्तीसगढ़ के किसानों को दिए हैं। जबकि कांग्रेस यहां सिर्फ झूठ बोलती है। अब छत्तीसगढ़ भाजपा ने धान किसानों से जो वायदा किया है, उसे सरकार बनते ही पूरा किया जाएगा। आदिवासी क्षेत्रों में वन उपजों से समृद्धि लाने के लिए केंद्र की भाजपा सरकार वनधन योजना भी चला रही है। तेंदुपत्ता सहित हर वन उपज के अधिक से अधिक दाम आपको मिले, ये भी भाजपा का आपसे वायदा है।

मेरे परिवारजनों,
छत्तीसगढ़ को एक ईमानदार और कानून का राज स्थापित करने वाली भाजपा सरकार की जरूरत है। जहां हिंसा और अपराध चरम पर होते हैं, वहां विकास नहीं होता। कांग्रेस से यहां की कानून-व्यवस्था भी संभल नहीं पा रही। आखिर मलकीत सिंह का क्या गुनाह था? आखिर ईश्वर साहू जी के बेटे का क्या गुनाह था? हमें ऐसी अंधेरगर्दी से छत्तीसगढ़ को बाहर निकालना है। आप देखिए कितना दर्द है चेहरे पर। हिंसा और अपराध पर लगाम लगाने का काम सिर्फ भाजपा ही कर सकती है। ये हमारा ट्रैक रिकॉर्ड है, ये हमारी गारंटी है।

मेरे परिवारजनों,
छत्तीसगढ़ के विकास के लिए कमल के फूल पर पड़ा आपका जो वोट पड़ेगा ना वो मोदी को भी मजबूत करेगा। भाजपा के हर उम्मीदवार को हर बूथ पर मिली बढ़त, मुझे ताकत देगी। और इसलिए आपसे मेरा आग्रह है, घर-घर जाना, हर पोलिंग बूथ पर जाना है और मोदी का संदेश घर-घर पहुंचाना है। भाजपा ने बनाया है...भाजपा ही संवारेगी। अच्छा मेरा एक काम करोगे? जरा हाथ ऊपर करके बताइये क्या मेरा एक काम करोगे? एकदम पीछे जो तंबू के बाहर भी खड़े हैं वो भी बताएं मेरा एक काम करोगे? करोगे? पक्का करोगे? देखिए ये पोलिटिकल काम मैं नहीं बताउंगा, मेरा ये अपना निजी काम है करोगे? पक्का करोगे? आप घर-घर जाइए और घर जाकर के जो बुजुर्ग हो बड़े लोग हों उनको कहिए.. कि अपने मोदी जी दुर्ग आए थे और उन्होंने आपको नमस्कार भेजा है.. उन्होंने आपको जोहार कहा है। करेंगे? मेरा नमस्कार घर-घर पहुंचाएंगे? मेरा जोहार पहुंचाएंगे?
भारत माता की...

भारत माता की...

भारत माता की...

बहुत-बहुत धन्यवाद

Explore More
وزیراعظم نریندر مودی کا 78 ویں یوم آزادی کے موقع پر لال قلعہ کی فصیل سے خطاب کا متن

Popular Speeches

وزیراعظم نریندر مودی کا 78 ویں یوم آزادی کے موقع پر لال قلعہ کی فصیل سے خطاب کا متن
India’s Biz Activity Surges To 3-month High In Nov: Report

Media Coverage

India’s Biz Activity Surges To 3-month High In Nov: Report
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Text of PM’s address at the Odisha Parba
November 24, 2024
Delighted to take part in the Odisha Parba in Delhi, the state plays a pivotal role in India's growth and is blessed with cultural heritage admired across the country and the world: PM
The culture of Odisha has greatly strengthened the spirit of 'Ek Bharat Shreshtha Bharat', in which the sons and daughters of the state have made huge contributions: PM
We can see many examples of the contribution of Oriya literature to the cultural prosperity of India: PM
Odisha's cultural richness, architecture and science have always been special, We have to constantly take innovative steps to take every identity of this place to the world: PM
We are working fast in every sector for the development of Odisha,it has immense possibilities of port based industrial development: PM
Odisha is India's mining and metal powerhouse making it’s position very strong in the steel, aluminium and energy sectors: PM
Our government is committed to promote ease of doing business in Odisha: PM
Today Odisha has its own vision and roadmap, now investment will be encouraged and new employment opportunities will be created: PM

जय जगन्नाथ!

जय जगन्नाथ!

केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी श्रीमान धर्मेन्द्र प्रधान जी, अश्विनी वैष्णव जी, उड़िया समाज संस्था के अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ प्रधान जी, उड़िया समाज के अन्य अधिकारी, ओडिशा के सभी कलाकार, अन्य महानुभाव, देवियों और सज्जनों।

ओडिशा र सबू भाईओ भउणी मानंकु मोर नमस्कार, एबंग जुहार। ओड़िया संस्कृति के महाकुंभ ‘ओड़िशा पर्व 2024’ कू आसी मँ गर्बित। आपण मानंकु भेटी मूं बहुत आनंदित।

मैं आप सबको और ओडिशा के सभी लोगों को ओडिशा पर्व की बहुत-बहुत बधाई देता हूँ। इस साल स्वभाव कवि गंगाधर मेहेर की पुण्यतिथि का शताब्दी वर्ष भी है। मैं इस अवसर पर उनका पुण्य स्मरण करता हूं, उन्हें श्रद्धांजलि देता हूँ। मैं भक्त दासिआ बाउरी जी, भक्त सालबेग जी, उड़िया भागवत की रचना करने वाले श्री जगन्नाथ दास जी को भी आदरपूर्वक नमन करता हूं।

ओडिशा निजर सांस्कृतिक विविधता द्वारा भारतकु जीबन्त रखिबारे बहुत बड़ भूमिका प्रतिपादन करिछि।

साथियों,

ओडिशा हमेशा से संतों और विद्वानों की धरती रही है। सरल महाभारत, उड़िया भागवत...हमारे धर्मग्रन्थों को जिस तरह यहाँ के विद्वानों ने लोकभाषा में घर-घर पहुंचाया, जिस तरह ऋषियों के विचारों से जन-जन को जोड़ा....उसने भारत की सांस्कृतिक समृद्धि में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। उड़िया भाषा में महाप्रभु जगन्नाथ जी से जुड़ा कितना बड़ा साहित्य है। मुझे भी उनकी एक गाथा हमेशा याद रहती है। महाप्रभु अपने श्री मंदिर से बाहर आए थे और उन्होंने स्वयं युद्ध का नेतृत्व किया था। तब युद्धभूमि की ओर जाते समय महाप्रभु श्री जगन्नाथ ने अपनी भक्त ‘माणिका गौउडुणी’ के हाथों से दही खाई थी। ये गाथा हमें बहुत कुछ सिखाती है। ये हमें सिखाती है कि हम नेक नीयत से काम करें, तो उस काम का नेतृत्व खुद ईश्वर करते हैं। हमेशा, हर समय, हर हालात में ये सोचने की जरूरत नहीं है कि हम अकेले हैं, हम हमेशा ‘प्लस वन’ होते हैं, प्रभु हमारे साथ होते हैं, ईश्वर हमेशा हमारे साथ होते हैं।

साथियों,

ओडिशा के संत कवि भीम भोई ने कहा था- मो जीवन पछे नर्के पडिथाउ जगत उद्धार हेउ। भाव ये कि मुझे चाहे जितने ही दुख क्यों ना उठाने पड़ें...लेकिन जगत का उद्धार हो। यही ओडिशा की संस्कृति भी है। ओडिशा सबु जुगरे समग्र राष्ट्र एबं पूरा मानब समाज र सेबा करिछी। यहाँ पुरी धाम ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना को मजबूत बनाया। ओडिशा की वीर संतानों ने आज़ादी की लड़ाई में भी बढ़-चढ़कर देश को दिशा दिखाई थी। पाइका क्रांति के शहीदों का ऋण, हम कभी नहीं चुका सकते। ये मेरी सरकार का सौभाग्य है कि उसे पाइका क्रांति पर स्मारक डाक टिकट और सिक्का जारी करने का अवसर मिला था।

साथियों,

उत्कल केशरी हरे कृष्ण मेहताब जी के योगदान को भी इस समय पूरा देश याद कर रहा है। हम व्यापक स्तर पर उनकी 125वीं जयंती मना रहे हैं। अतीत से लेकर आज तक, ओडिशा ने देश को कितना सक्षम नेतृत्व दिया है, ये भी हमारे सामने है। आज ओडिशा की बेटी...आदिवासी समुदाय की द्रौपदी मुर्मू जी भारत की राष्ट्रपति हैं। ये हम सभी के लिए बहुत ही गर्व की बात है। उनकी प्रेरणा से आज भारत में आदिवासी कल्याण की हजारों करोड़ रुपए की योजनाएं शुरू हुई हैं, और ये योजनाएं सिर्फ ओडिशा के ही नहीं बल्कि पूरे भारत के आदिवासी समाज का हित कर रही हैं।

साथियों,

ओडिशा, माता सुभद्रा के रूप में नारीशक्ति और उसके सामर्थ्य की धरती है। ओडिशा तभी आगे बढ़ेगा, जब ओडिशा की महिलाएं आगे बढ़ेंगी। इसीलिए, कुछ ही दिन पहले मैंने ओडिशा की अपनी माताओं-बहनों के लिए सुभद्रा योजना का शुभारंभ किया था। इसका बहुत बड़ा लाभ ओडिशा की महिलाओं को मिलेगा। उत्कलर एही महान सुपुत्र मानंकर बिसयरे देश जाणू, एबं सेमानंक जीबन रु प्रेरणा नेउ, एथी निमन्ते एपरी आयौजनर बहुत अधिक गुरुत्व रहिछि ।

साथियों,

इसी उत्कल ने भारत के समुद्री सामर्थ्य को नया विस्तार दिया था। कल ही ओडिशा में बाली जात्रा का समापन हुआ है। इस बार भी 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन से कटक में महानदी के तट पर इसका भव्य आयोजन हो रहा था। बाली जात्रा प्रतीक है कि भारत का, ओडिशा का सामुद्रिक सामर्थ्य क्या था। सैकड़ों वर्ष पहले जब आज जैसी टेक्नोलॉजी नहीं थी, तब भी यहां के नाविकों ने समुद्र को पार करने का साहस दिखाया। हमारे यहां के व्यापारी जहाजों से इंडोनेशिया के बाली, सुमात्रा, जावा जैसे स्थानो की यात्राएं करते थे। इन यात्राओं के माध्यम से व्यापार भी हुआ और संस्कृति भी एक जगह से दूसरी जगह पहुंची। आजी विकसित भारतर संकल्पर सिद्धि निमन्ते ओडिशार सामुद्रिक शक्तिर महत्वपूर्ण भूमिका अछि।

साथियों,

ओडिशा को नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए 10 साल से चल रहे अनवरत प्रयास....आज ओडिशा के लिए नए भविष्य की उम्मीद बन रहे हैं। 2024 में ओडिशावासियों के अभूतपूर्व आशीर्वाद ने इस उम्मीद को नया हौसला दिया है। हमने बड़े सपने देखे हैं, बड़े लक्ष्य तय किए हैं। 2036 में ओडिशा, राज्य-स्थापना का शताब्दी वर्ष मनाएगा। हमारा प्रयास है कि ओडिशा की गिनती देश के सशक्त, समृद्ध और तेजी से आगे बढ़ने वाले राज्यों में हो।

साथियों,

एक समय था, जब भारत के पूर्वी हिस्से को...ओडिशा जैसे राज्यों को पिछड़ा कहा जाता था। लेकिन मैं भारत के पूर्वी हिस्से को देश के विकास का ग्रोथ इंजन मानता हूं। इसलिए हमने पूर्वी भारत के विकास को अपनी प्राथमिकता बनाया है। आज पूरे पूर्वी भारत में कनेक्टिविटी के काम हों, स्वास्थ्य के काम हों, शिक्षा के काम हों, सभी में तेजी लाई गई है। 10 साल पहले ओडिशा को केंद्र सरकार जितना बजट देती थी, आज ओडिशा को तीन गुना ज्यादा बजट मिल रहा है। इस साल ओडिशा के विकास के लिए पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत ज्यादा बजट दिया गया है। हम ओडिशा के विकास के लिए हर सेक्टर में तेजी से काम कर रहे हैं।

साथियों,

ओडिशा में पोर्ट आधारित औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए धामरा, गोपालपुर, अस्तारंगा, पलुर, और सुवर्णरेखा पोर्ट्स का विकास करके यहां व्यापार को बढ़ावा दिया जाएगा। ओडिशा भारत का mining और metal powerhouse भी है। इससे स्टील, एल्युमिनियम और एनर्जी सेक्टर में ओडिशा की स्थिति काफी मजबूत हो जाती है। इन सेक्टरों पर फोकस करके ओडिशा में समृद्धि के नए दरवाजे खोले जा सकते हैं।

साथियों,

ओडिशा की धरती पर काजू, जूट, कपास, हल्दी और तिलहन की पैदावार बहुतायत में होती है। हमारा प्रयास है कि इन उत्पादों की पहुंच बड़े बाजारों तक हो और उसका फायदा हमारे किसान भाई-बहनों को मिले। ओडिशा की सी-फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में भी विस्तार की काफी संभावनाएं हैं। हमारा प्रयास है कि ओडिशा सी-फूड एक ऐसा ब्रांड बने, जिसकी मांग ग्लोबल मार्केट में हो।

साथियों,

हमारा प्रयास है कि ओडिशा निवेश करने वालों की पसंदीदा जगहों में से एक हो। हमारी सरकार ओडिशा में इज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उत्कर्ष उत्कल के माध्यम से निवेश को बढ़ाया जा रहा है। ओडिशा में नई सरकार बनते ही, पहले 100 दिनों के भीतर-भीतर, 45 हजार करोड़ रुपए के निवेश को मंजूरी मिली है। आज ओडिशा के पास अपना विज़न भी है, और रोडमैप भी है। अब यहाँ निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा, और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। मैं इन प्रयासों के लिए मुख्यमंत्री श्रीमान मोहन चरण मांझी जी और उनकी टीम को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,

ओडिशा के सामर्थ्य का सही दिशा में उपयोग करके उसे विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया जा सकता है। मैं मानता हूं, ओडिशा को उसकी strategic location का बहुत बड़ा फायदा मिल सकता है। यहां से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक पहुंचना आसान है। पूर्व और दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए ओडिशा व्यापार का एक महत्वपूर्ण हब है। Global value chains में ओडिशा की अहमियत आने वाले समय में और बढ़ेगी। हमारी सरकार राज्य से export बढ़ाने के लक्ष्य पर भी काम कर रही है।

साथियों,

ओडिशा में urbanization को बढ़ावा देने की अपार संभावनाएं हैं। हमारी सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है। हम ज्यादा संख्या में dynamic और well-connected cities के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम ओडिशा के टियर टू शहरों में भी नई संभावनाएं बनाने का भरपूर हम प्रयास कर रहे हैं। खासतौर पर पश्चिम ओडिशा के इलाकों में जो जिले हैं, वहाँ नए इंफ्रास्ट्रक्चर से नए अवसर पैदा होंगे।

साथियों,

हायर एजुकेशन के क्षेत्र में ओडिशा देशभर के छात्रों के लिए एक नई उम्मीद की तरह है। यहां कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय इंस्टीट्यूट हैं, जो राज्य को एजुकेशन सेक्टर में लीड लेने के लिए प्रेरित करते हैं। इन कोशिशों से राज्य में स्टार्टअप्स इकोसिस्टम को भी बढ़ावा मिल रहा है।

साथियों,

ओडिशा अपनी सांस्कृतिक समृद्धि के कारण हमेशा से ख़ास रहा है। ओडिशा की विधाएँ हर किसी को सम्मोहित करती है, हर किसी को प्रेरित करती हैं। यहाँ का ओड़िशी नृत्य हो...ओडिशा की पेंटिंग्स हों...यहाँ जितनी जीवंतता पट्टचित्रों में देखने को मिलती है...उतनी ही बेमिसाल हमारे आदिवासी कला की प्रतीक सौरा चित्रकारी भी होती है। संबलपुरी, बोमकाई और कोटपाद बुनकरों की कारीगरी भी हमें ओडिशा में देखने को मिलती है। हम इस कला और कारीगरी का जितना प्रसार करेंगे, उतना ही इस कला को संरक्षित करने वाले उड़िया लोगों को सम्मान मिलेगा।

साथियों,

हमारे ओडिशा के पास वास्तु और विज्ञान की भी इतनी बड़ी धरोहर है। कोणार्क का सूर्य मंदिर… इसकी विशालता, इसका विज्ञान...लिंगराज और मुक्तेश्वर जैसे पुरातन मंदिरों का वास्तु.....ये हर किसी को आश्चर्यचकित करता है। आज लोग जब इन्हें देखते हैं...तो सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि सैकड़ों साल पहले भी ओडिशा के लोग विज्ञान में इतने आगे थे।

साथियों,

ओडिशा, पर्यटन की दृष्टि से अपार संभावनाओं की धरती है। हमें इन संभावनाओं को धरातल पर उतारने के लिए कई आयामों में काम करना है। आप देख रहे हैं, आज ओडिशा के साथ-साथ देश में भी ऐसी सरकार है जो ओडिशा की धरोहरों का, उसकी पहचान का सम्मान करती है। आपने देखा होगा, पिछले साल हमारे यहाँ G-20 का सम्मेलन हुआ था। हमने G-20 के दौरान इतने सारे देशों के राष्ट्राध्यक्षों और राजनयिकों के सामने...सूर्यमंदिर की ही भव्य तस्वीर को प्रस्तुत किया था। मुझे खुशी है कि महाप्रभु जगन्नाथ मंदिर परिसर के सभी चार द्वार खुल चुके हैं। मंदिर का रत्न भंडार भी खोल दिया गया है।

साथियों,

हमें ओडिशा की हर पहचान को दुनिया को बताने के लिए भी और भी इनोवेटिव कदम उठाने हैं। जैसे....हम बाली जात्रा को और पॉपुलर बनाने के लिए बाली जात्रा दिवस घोषित कर सकते हैं, उसका अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रचार कर सकते हैं। हम ओडिशी नृत्य जैसी कलाओं के लिए ओडिशी दिवस मनाने की शुरुआत कर सकते हैं। विभिन्न आदिवासी धरोहरों को सेलिब्रेट करने के लिए भी नई परम्पराएँ शुरू की जा सकती हैं। इसके लिए स्कूल और कॉलेजों में विशेष आयोजन किए जा सकते हैं। इससे लोगों में जागरूकता आएगी, यहाँ पर्यटन और लघु उद्योगों से जुड़े अवसर बढ़ेंगे। कुछ ही दिनों बाद प्रवासी भारतीय सम्मेलन भी, विश्व भर के लोग इस बार ओडिशा में, भुवनेश्वर में आने वाले हैं। प्रवासी भारतीय दिवस पहली बार ओडिशा में हो रहा है। ये सम्मेलन भी ओडिशा के लिए बहुत बड़ा अवसर बनने वाला है।

साथियों,

कई जगह देखा गया है बदलते समय के साथ, लोग अपनी मातृभाषा और संस्कृति को भी भूल जाते हैं। लेकिन मैंने देखा है...उड़िया समाज, चाहे जहां भी रहे, अपनी संस्कृति, अपनी भाषा...अपने पर्व-त्योहारों को लेकर हमेशा से बहुत उत्साहित रहा है। मातृभाषा और संस्कृति की शक्ति कैसे हमें अपनी जमीन से जोड़े रखती है...ये मैंने कुछ दिन पहले ही दक्षिण अमेरिका के देश गयाना में भी देखा। करीब दो सौ साल पहले भारत से सैकड़ों मजदूर गए...लेकिन वो अपने साथ रामचरित मानस ले गए...राम का नाम ले गए...इससे आज भी उनका नाता भारत भूमि से जुड़ा हुआ है। अपनी विरासत को इसी तरह सहेज कर रखते हुए जब विकास होता है...तो उसका लाभ हर किसी तक पहुंचता है। इसी तरह हम ओडिशा को भी नई ऊचाई पर पहुंचा सकते हैं।

साथियों,

आज के आधुनिक युग में हमें आधुनिक बदलावों को आत्मसात भी करना है, और अपनी जड़ों को भी मजबूत बनाना है। ओडिशा पर्व जैसे आयोजन इसका एक माध्यम बन सकते हैं। मैं चाहूँगा, आने वाले वर्षों में इस आयोजन का और ज्यादा विस्तार हो, ये पर्व केवल दिल्ली तक सीमित न रहे। ज्यादा से ज्यादा लोग इससे जुड़ें, स्कूल कॉलेजों का participation भी बढ़े, हमें इसके लिए प्रयास करने चाहिए। दिल्ली में बाकी राज्यों के लोग भी यहाँ आयें, ओडिशा को और करीबी से जानें, ये भी जरूरी है। मुझे भरोसा है, आने वाले समय में इस पर्व के रंग ओडिशा और देश के कोने-कोने तक पहुंचेंगे, ये जनभागीदारी का एक बहुत बड़ा प्रभावी मंच बनेगा। इसी भावना के साथ, मैं एक बार फिर आप सभी को बधाई देता हूं।

आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद।

जय जगन्नाथ!