In Siliguri, PM Modi says what happened in Cooch Behar is saddening, 'new low' for Didi
Mamata Didi and her goons have become jittery seeing the people’s support in favour of BJP: PM Modi
In Bengal, after we form the govt, you will be provided all benefits & schemes without cut-money: PM Modi
We are committed to free the 3Ts (Tea, Tourism and Timber) from the controls of mafia: PM Modi in Siliguri

भारत माता की
भारत माता की
आज मेरी जहां भी नजर पहुंच रही है मुझे लोग ही लोग नजर आ रहे हैं। यह जगह भी छोटी पड़ गई लग रहा है। बहुत बड़ी मात्रा में लोग धूप में तप रहे हैं। जो लोग धूप में तप रहे हैं उन्हें मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं कि आपकी तपस्या बेकार नहीं जाने देंगे। हम विकस कर के आपके इस प्यार को डबल कर के लौटाएंगे।

नमस्कार भाइयों-बहनों, नमस्कार,
नॉर्थ बंगाल, भारत मां के गले में ऐसी भव्य माला है जिसमें अलग-अलग भाषा, जाति, भिन्न-भिन्न समुदाय के लोग अलग-अलग फूलों में इस माला में गुंथे हुए हैं। यहां एक भारत-श्रेष्ठ भारत की सुंदर तस्वीर दिखती है।
नमोस्कार उत्तर बोंगो ! केमोन आछेन आपनारा? आमार सौभाग्यो, जे आमी आबार आजके महाकाल बाबा, सींचेल देवी माँ आर जलपेश बाबा पुण्यो भूमि ते आस्ते पेरे छी! (Namaskar Uttar Banga! How are you all?I feel lucky that today once again, I am in able to visit the land blessed by Mahakal Baba, Sinchel Devi Maa and Jalpesh Baba)

यहां दार्जीलिंग, कलिम्पोंग, करसियान्ग जैसे पहाड़ी क्षेत्रों और आसपास के स्थानों से भी अनेक साथी हमें आशीर्वाद देने के लिए आए हैं। आपनारा जानेन जे आमी चा-वाला, गोटा उत्तर बंगो आमाय ओनेक-ओनेक स्नेह आर आशीर्वाद दिएछेन! आदरणीय गोरखा, आमा बाबा, दाजु भाई, दिदी बहिनी, भारतीय जनता पार्टी सदैव गोरखा समाजसंग उभिएको छै। (You know, I am a Chaiwala myself, and I have received so much of love from North Bengal, Respected Gorkha mothers and fathers, brothers and sisters BJP has always stood with the Gorkha community)

साथियो,
नॉर्थ बंगाल की इस धरती ने आज ऐलान कर दिया है- टीएमसी सरकार जा रही है, बीजेपी सरकार आ रही है। बंगाल में नव वर्ष शुरू होने वाला है। नव वर्ष में बुराई पर अच्छाई की जीत होने जा रही है, बीजेपी की जीत होने जा रही है। पहले तीन चरण में बंगाल में बहुत शांतिपूर्ण तरीके से बीजेपी के पक्ष में बंपर मतदान हुआ है। भारी संख्या में हो रहा ये मतदान आशोल पॉरिबोर्तोन के लिए है।

साथियो,
आज पूरा देश, बंगाल के लोगों की इच्छाशक्ति को देखकर गर्व कर रहा है। ये इच्छाशक्ति आशोल पॉरिबोर्तोन शक्ति की है। ये इच्छाशक्ति शोनार बांग्ला की शक्ति है। मैं जहां-जहां जा रहा हूं, हर जगह हर कोने में, ऐसा ही उत्साह, ऐसा ही उमंग, ऐसा ही नया विश्वास चारों तरफ दिखाई दे रहा है। खासकर के माताएं-बहनें, माताओं-बहनों का जो उत्साह देख रहा हूं। माताएँ-बहनें जिस तरह से आशीर्वाद दे रही हैं। मैं माताओं-बहनों को, इस मातृशक्ति को सिर झुकाकर के नमन करता हूं। यहां भी जनसामान्य हो, गोरखा हों, नेपाली साथी हों, राजबोंग्शी समाज हो, सभी, यानि मैं जिस किसी का नाम लूं, कोई ऐसा नहीं है, जो आज बढ़-चढ़ कर के बीजेपा को अपना आशीर्वाद न देता हो।

साथियो,
इस बीच कूचबिहार में जो हुआ है, वो बहुत ही दुखद है। जिन लोगों की मृत्यु हुई है, मैं उनके निधन पर दुख जताता हूं। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। बीजेपी के पक्ष में जन समर्थन देख कर दीदी और उनके गुंडों में बौखलाहट हो रही है। अपनी कुर्सी जाते देख, दीदी इस स्तर पर उतर आई हैं। लेकिन मैं दीदी को, टीएमसी को, उनके गुंडों को साफ-साफ कह देना चाहता हूं। दीदी और टीएमसी की मनमानी बंगाल में नहीं चलने दी जाएगी। मेरा चुनाव आयोग से आग्रह है कि कूचबिहार में जो हुआ, उसके दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो। और दीदी, ये हिंसा लोगों को सुरक्षाबलों पर आक्रमण करने के लिए उकसाने के तरीके, चुनाव प्रक्रिया में रोड़े अटकाने के तरीके दीदी आपको नहीं बचा पाएंगे। आपके दस साल के कुकर्मों से ये हिंसा आपकी रक्षा नहीं कर सकती है।

साथियो,
यहां से निकली संतानों ने साहित्य से लेकर सेना तक, सभी को मजबूत किया है। आज उन्हीं की प्रेरणा से बंगाल ने आशोल पॉरिबोर्तोन का नारा बुलंद किया है। जिस बंगाल को डर के, भय के, अत्याचार के, अन्याय के बोझ तले दीदी और उनके दल ने दबा रखा था, आज वो कह रहा है- आशोल पॉरिबोर्तोन…आशोल पॉरिबोर्तोन। बंगाल की बीजेपी सरकार में सुनवाई होगी, न्याय मिलेगा आपके अधिकार का काम होगा, क्षेत्र का विकास होगा। बंगाल बीजेपी, यहां सरकार में ऐसा माहौल बनाएगी जिसमें पुलिस न्यायिक तरीके से अपना काम करेगी, प्रशासन जनता के प्रति जवाबदेह होकर अपना काम करेगा, सरकार अपनी जिम्मेवारियों को निभाएगी और कार्यकर्ता, जनता की सेवा में कभी पीछे नहीं हटेंगे। बंगाल में दशकों से जिस तरह का राजनीतिक वातावरण बना दिया गया है, वो बदलने का समय आ गया है। अब तोलाबाज मुक्त बंगाल बनेगा। अब सिंडिकेट मुक्त बंगाल बनेगा। अब कटमनी मुक्त बंगाल बनेगा।

साथियो,
हर चरण के मतदान के बाद आशोल पॉरिबोर्तोन की लहर जितनी प्रचंड होती जा रही है और दीदी की बौखलाहट भी उतनी ही बढ़ रही है।
साथियो, मैंने सोशल मीडिया में एक वीडियो देखा उस वीडियो में दीदी के करीबी, बंगाल के टूरिज्म मिनिस्टर और यहां पास के विधायक, लोगों को धमका रहे हैं। उन्होंने कहा कि - बीजेपी को वोट दिया तो लोगों को उठाकर बाहर फेंक दिया जाएगा। भाइयो-बहनों, क्या ये भाषा आपको मंजूर है, ये धमकी आपको मंजूर है, क्या लोकतंत्र में ऐसी धमकी को जगह है क्या, क्या मैं प्रधानमंत्री होने के बाद भी किसी हिन्दुस्तान के बेटे को बेटी को ये कह सकता हूं कि मैं तुम्हें उठाकर बाहर फेक दूंगा। क्या मुझे अधिकार है क्या, अरे लोकतंत्र है कानून का राज है, लेकिन दीदी का मंत्री कैमरे सामने... और सब कुछ कैमरे में कैद है, ये गुंडागर्दी खुलेआम है। ये दीदी के 10 साल के राज की यही सच्चाई है। बंगाल के लोगों को आपने क्या समझ रखा है? बंगाल के लोग आज बीजेपी को वोट दे रहे हैं तो टीएमसी के लोग उन्हें बाहर फेंक देंगे? इतनी हिम्मत? दीदी, ओ दीदी, बंगाल के लोग यहीं रहेंगे, लिखकर के रखो यहीं रहेंगे, अगर जाना ही है तो सरकार से आपको जाना होगा दीदी। दीदी ओ दीदी, दीदी आप बंगाल के लोगों की भाग्य विधाता नहीं हैं दीदी। बंगाल के लोग आपकी जागीर नहीं हैं दीदी। इसलिए बंगाल के लोगों ने तय कर दिया है कि आपको जाना ही होगा। ये बंगाल की जनता ने ठान लिया है। ये बंगाल की जनता आपको निकाल कर ही दम लेने वाली है। और दीदी ये भी याद रखिए, आप अकेली नहीं जाएंगी। दीदी ओ दीदी, आपके पूरे गिरोह को जनता हटाकर के रहने वाली है। आपके साथ-साथ जाएंगे तोलाबाज। आपके साथ-साथ ये सिंडिकेट को भी जाना है। आपके साथ जाएगी, नॉर्थ बंगाल से भेदभाव करने वाली आपकी दुर्नीति भी जाएगी। आपके साथ-साथ जाएगी बंगाल से वोट बैंक की, तुष्टिकरण की राजनीति जाएगी।

साथियो,
हर चरण के मतदान के बाद आशोल पॉरिबोर्तोन की लहर जितनी प्रचंड होती जा रही है और दीदी की बौखलाहट भी उतनी ही बढ़ रही है। साथियो, मैंने सोशल मीडिया में एक वीडियो देखा उस वीडियो में दीदी के करीबी, बंगाल के टूरिज्म मिनिस्टर और यहां पास के ही विधायक लोगों को धमका रहे हैं। उन्होंने कहा कि - बीजेपी को वोट दिया तो लोगों को उठाकर बाहर फेंक दिया जाएगा। भाइयो-बहनों, क्या ये भाषा आपको मंजूर है, ये धमकी आपको मंजूर है, क्या लोकतंत्र में ऐसी धमकी को जगह है क्या, क्या मैं प्रधानमंत्री होने के बाद भी किसी हिन्दुस्तान के बेटे को बेटी को ये कह सकता हूं कि मैं तुम्हें उठाकर बाहर फेक दूंगा। क्या मुझे अधिकार है क्या, अरे लोकतंत्र है कानून का राज है, लेकिन दीदी का मंत्री कैमरे के सामने... और सब कुछ कैमरे में कैद है, ये गुंडागर्दी खुलेआम है। ये दीदी के 10 साल के राज की यही सच्चाई है। बंगाल के लोगों को, दीदी, बंगाल के लोगों को आपने क्या समझ रखा है? बंगाल के लोग आज बीजेपी को वोट दे रहे हैं तो टीएमसी के लोग उन्हें बाहर फेंक देंगे? इतनी हिम्मत? दीदी, ओ दीदी, बंगाल के लोग यहीं रहेंगे, दीदी लिखकर के रखो यहीं रहेंगे, अगर जाना ही है तो सरकार से आपको जाना होगा दीदी। दीदी, ओ दीदी, दीदी आप बंगाल के लोगों की भाग्य विधाता नहीं हैं। बंगाल के लोग आपकी जागीर नहीं हैं दीदी। इसलिए बंगाल के लोगों ने तय कर दिया है कि आपको जाना ही होगा। ये बंगाल की जनता ने ठान लिया है। ये बंगाल की जनता आपको निकाल कर ही दम लेने वाली है। और दीदी ये भी याद रखिए, आप अकेली नहीं जाएंगी। दीदी ओ दीदी, आप अकेली नहीं जाएगी, आपके पूरे गिरोह को ये जनता हटाकर के रहने वाली है। आपके साथ-साथ ये तोलाबाज भी जाएंगे। आपके साथ-साथ ये सिंडिकेट को भी जाना है। आपके साथ-साथ जाएगी, नॉर्थ बंगाल से भेदभाव करने वाली आपकी दुर्नीति भी जाएगी। आपके साथ-साथ जाएगी बंगाल से वोटबैंक की, तुष्टिकरण की राजनीति जाएगी।

साथियो,
ये क्षेत्र देश की सुरक्षा के लिए बहुत अहम है। इसे देश के भीतर बैठी ताकतों द्वारा चुनौती दी जा रही है। तुष्टिकरण और वोटबैंक की राजनीति ने इस क्षेत्र की जो हालत की है, वो आप भली-भांति जानते हैं। केंद्र सरकार ऐसी ताकतों से सख्ती से निपट रही है। बंगाल में बीजेपी की सरकार बनने के बाद, इस क्षेत्र से ऐसी हर ताकत को हटाया जाएगा, जिसे टीएमसी ने लाकर बसाया है और टीएमसी ने ऐसी नकारात्मक ताकतों को आगे बढ़ाया है। बंगाल की बीजेपी सरकार आपके अधिकारों, आपकी पहचान की रक्षा करेगी। गोरखा हो, राजबॉन्शी हो, आदिवासी हो, बंगाली हो, राभा-टोटो, मेछे-कोछे, सभी की रक्षा होगी।

साथियो,
दीदी और टीएमसी के नेताओं की सोच क्या है, ये अब खुलकर के सामने आ रहा है। एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है, वो वीडियो देखकर के लोग चौंक गए हैं। ये वीडियो ऐसा है जिसमें दीदी की करीबी एक नेता ने अनुसूचित जाति के लोगों का एससी समुदाय का बहुत बड़ा अपमान किया है। उन्होंने कहा है कि बंगाल में जो अनुसूचित जाति है, Schedule Caste समुदाय है वो भिखारियों की तरह व्यवहार करता है। दीदी, इतना अहंकार? ऐसी सोच आपकी ? Schedules Caste समुदाय के मेरे भाइयों और बहनों, और उनके बच्चों के साथ आप, आपकी पार्टी, आपकी पार्टी के नेता इतनी नफरत करते हैं?

भाइयो और बहनो,
यही दीदी और उनके साथियों का यही असली चेहरा है। दीदी औऱ उनके लोग, Schedule Caste समुदाय से इसलिए भड़के हुए हैं क्योंकि वो बीजेपी के साथ खड़े हैं, बीजेपी को आशीर्वाद देने खुलकर घरों से निकल रहे हैं। दीदी, ओ दीदी,ईश्वर ने आपको बंगाल की सेवा करने का इतना बेहतरीन अवसर दिया। आपने इतने स्वर्णिम अवसर को गंवा दिया दीदी, गंवा दिया। गंवा दिया और बंगाल को बर्बाद कर दिया है।

साथियो,
अपनी हार सामने देख, दीदी का गुस्सा मुझ पर बढ़ता जा रहा है। बंगाल के लोगों का मुझ पर स्नेह देख, दीदी बंगाल के लोगों से भी नाराज हैं। 10 साल तक गरीबों को सताने वाले गुंडों पर, हत्यारों पर, लुटेरे तोलाबाज़ों पर दीदी को गुस्सा नहीं आया। लेकिन दीदी उन सुरक्षा बलों पर गुस्सा कर रही हैं जो बंगाल के लोगों के अधिकार की रक्षा कर रहे हैं। पंचायत चुनाव की तरह दीदी के गुंडे छप्पा भोट नहीं कर पा रहे, इसलिए दीदी नाराज हैं। अपने 10 साल के कामकाज का हिसाब-किताब तो उन्होंने आपको कभी दिया नहीं। इस चुनाव में उन्होंने जाकर बताना चाहिए था 10 साल में आपके लिए क्या काम किया। वो जहां जाती है बस मोदी को गालियां देती रहती है। उन्होंने हिसाब देना चाहिए कि नहीं देना चाहिए। अपने काम का हिसाब देना चाहिए कि नहीं देना चाहिए, देना चाहिए कि नहीं देना चाहिए। पल पल का हिसाब देना चाहिए कि नहीं देना चाहिए। पाई-पाई का हिसाब देना चाहिए कि नहीं देना चाहिए। वाइपो के कारनामो का हिसाब देना चाहिए कि नहीं देना चाहिए। अपने गुंडों के कारनामों का हिसाब देना चाहिए कि नहीं देना चाहिए। हिसाब देती है क्या, देती है क्या, कोई जवाब देती है क्या , सिर्फ गाली देती है। अब वो अपनी रैलियों में अपने छप्पा वोट गैंग को ट्रेनिंग देने लगी हैं। और सिखा रही है, आप हैरान हो जाएगी, एक राज्य की मुख्यमंत्री, दस साल सरकार में रहने के बाद क्या सिखा रही है, वो सिखा रही है। कैसे सुरक्षा बलों का घेराव करना है, कैसे सुरक्षा बलों को पीटना है और कैसे बूथ पर हमला करना है, ये सब बताया जा रहा है। अरे दीदी, ओ दीदी! देश के बहादुर सुरक्षा बल आतंकवादियों से नहीं डरते, नक्सलियों से नहीं डरते, तो आपके पाले-पोसे गुंडों से, आपकी धमकियों से डरेंगे क्या? ये उत्तरी बंगाल, हमारा गोरखा समाज तो राष्ट्र रक्षा में हमेशा अग्रणी रहता है। उसका बहुत बड़ा अपमान दीदी आप कर रही हैं। उत्तरी बंगाल तो केंद्रीय बलों में नारायणी सेना बटालियन का सपना सच देखना चाहता है। दीदी, आप इस भावना का भी अपमान कर रही हैं।

भाइयो और बहनो,
एक पुरानी कहावत है "न दिने बाजू ले आईताबार पनि बार छ’। जो कोई आपको कुछ अच्छा दे नहीं सकता, वो सिर्फ बहाने ढूंढता है। 10 साल दीदी को आपने पूरी ताकत दी, दीदी ने क्या दिया? क्या दीदी ने आपको ‘परचा पट्टा’ दिया? क्या दीदी ने चाय और सिनकोना बागानों में सही मजदूरी देना तय करवाया? क्या दीदी ने वनवासी साथियों के लिए Forest Rights Act लागू किया? क्या दीदी ने पहाड़ के विद्यार्थियों को सुविधाएं दीं? क्या दीदी ने ‘डीआई Fund’ सिस्टम को ख़त्म किया कि नहीं किया? दीदी ने आपको सिर्फ अभाव दिया, भेदभाव दिया। लॉकडाउन के समय केंद्र सरकार ने जो मुफ्त चावल भेजे, मुफ्त चना भेजा था, उसको भी तृणमूल के तोलाबाज़ों ने लूट लिया। माताएं-बहनें, मैंने जो चावल भेजा वो चावल आपको अच्छा लगा था कि नहीं लगा था। मैंने जो चावल भेजा वो अच्छा था कि नहीं था? उसमें भी कट कंपनी आ गई।

भाइयो और बहनो,
दीदी ने गरीबों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, किसी को उनका जायज़ हक नहीं दिया। दीदी ने घर में नल नहीं दिया, खेतों में सिचाई का पानी नहीं दिया। लेकिन, यहां की नदियों को माफिया के हवाले जरूर कर दिया। हर स्कीम में तोलबाज़ी, हर स्कीम में कटमनी ! यहीं सिलीगुड़ी में ही कुछ दिन पहले दीदी ने कहा कि उनके तोलाबाज़ तो सिर्फ 100, 200, 500 रुपए लेते हैं, इसमें क्या बड़ी बात है। बताओ भाई, बड़े आराम से दीदी कह रही है, तोलाबाज तो 100, 200, 500 रुपए लेते हैं तो इसमें इतना चिल्लाते क्यों हैं मोदी। भाइयों-बहनों, हम छोटे थे तो एक कथा सुनी थी उस कथा में एक बहुत बड़ा डाकू लुटेरा उसको फांसी की सजा हुई। जब फांसी की सजा हुई तो उसको पूछा तुम्हारी अंतिम इच्छा क्या है? तो उसने कहा मुझे मेरी मां को मिलना है। तो फिर सरकार ने व्यवस्था की कि फांसी पर जाने से पहले उसको उसकी मां से मिलवा दिया जाए। जब वो अपनी मां को मिला तो मां को झपट कर के उसने मां की नाक को काट लिया। अपनी मां की नाक को काट लिया। फांसी पर जाने से पहले काट लिया। तो लोगों ने पूछा कि भाई तुमने अपनी मां पर ये क्यों किया? तो उसने कहा जब मैं छोटी चोरी करता था उस दिन अगर मेरी मां ने रोका होता तो मैं इतना बड़ा लुटेरा ना बनता। मुझे फांसी पर जाने की नौबत नहीं आती। और दीदी कह रही हैं कि 100- 200-500 लेते हैं उसमें क्या है ? दीदी, ये वही खेल है जो फांसी पर लटकने वाले अपनी मां की नाक काट ली थी। अरे दीदी, ओ दीदी, अब आपको गरीब का दर्द दिखाई नहीं देता, गरीब की परेशानी दिखाई नहीं देती। गरीबों की दुश्मन ऐसी टीएमसी सरकार को जाना ही होगा।

भाइयो और बहनो,
यहां इतनी भारी संख्या में बहन-बेटियां आई हैं, आपसे भी दीदी को बहुत समस्या है। दीदी कहती हैं कि आप पैसे के लालच में यहां आती हैं ! मैं जरा आपसे पूछना चाहता हूं, क्या आप इस कार्यक्रम में पैसे लेकर के आए हैं क्या? जरा दीदी के कान फट जाए ऐसे जवाब दो। क्या आप पैसे लेकर के आए हो क्या?... आप पैसे लेकर के आए हो क्या? आप पैसे की लालच में आए हो क्या? पैसे की लालच में आए हो क्या? ये आपकी ईमानदारी पर उन्होंने घाव किया है कि नहीं किया है? ये आपका अपमान किया है कि नहीं किया है? आपके स्वाभिमान को चोट पहुंचाई है कि नहीं पहुंचाई है? दीदी, ये इसी राज्य के नागरिक है आप उनको गालियां दे रही हैं। ममता दीदी, हर कोई आपके तोलाबाजों की तरह लालची नहीं होता। ये तो स्वाभिमान लोग है स्वाभिमानी लोग है। ये बंगाल की स्वाभिमानी बहनें हैं जो हर दुख-तकलीफ के बावजूद अपनी मेहनत का खाती हैं, अपने स्वाभिमान से तकलीफों को सहन करती हैं लेकिन स्वाभिमान को नहीं छोड़ती है। आपका ये प्यार मेरे सर आंखों पर, आपका ये प्यार ये आशीर्वाद मुझे आपके लिए पल-पल जीने के लिए बहुत बड़ी ताकत देते हैं। आपका आशीर्वाद यही मेरी अमानत है। इतनी बड़ी संख्या में भाजपा की जनसभाओं में बहनें, बेटियां इसलिए आ रही हैं क्योंकि हिंसा और तोलाबाज़ी से सबसे ज्यादा परेशान हमारी माताएं और बहने हैं। तोलाबाज़ी के कारण, घर चलाना मुश्किल हुआ है। घर में पानी का नल नहीं है, इसके लिए बाहर जाना पड़ता है, समय लगाना पड़ता है। केंद्र सरकार पूरे देश में हर घर को पाइप से पानी पहुंचाने का अभियान चला रही है। लेकिन दीदी ने क्या किया? बंगाल में दीदी की सरकार ने हर घर जल योजना के पूरे पैसे ही खर्च नहीं किए। सैकड़ों करोड़ रुपए अब तक बंगाल सरकार की तिजोरी में ऐसे ही पड़ा हुआ है। ये पैसा केंद्र सरकार ने भेजा था, ये पैसा आप पर खर्च होना था, लेकिन किया ही नहीं गया।

भाइयो और बहनो,
भाजपा सरकार ने शौचालय बनवाए, ताकि बहनों को अंधेरे का इंतज़ार ना करना पड़े, बेटियों को अपमानित ना होना पड़े। हमने उज्जवला का गैस कनेक्शन दिया, ताकि गरीब बहनों को धुएं से मुक्ति मिले, उनका समय बचे। भाजपा ने गरीबों को दिए जा रहे घर की रजिस्ट्री बहनों के नाम की। लेकिन दीदी के तोलाबाज़ों ने इसमें भी आपको लूटने के तरीके खोज लिए। बंगाल में बीजेपी सरकार आने के बाद, आपको बिना कटमनी, सारी सुविधाओं और योजनाओं का लाभ मिलेगा।

साथियो,
बंगाल में बीजेपी की सरकार कैसे काम करेगी, ये आपने कोरोना काल में भी देखा है। कोरोना लॉकडाउन के दौरान बहनों के जनधन खातों में सीधे हजारों करोड़ रुपए केंद्र सरकार ने जमा किए। बिना कटमनी के हर बहन के खाते में सीधे पैसे पहुंचे। अब ऐसे ही पारदर्शी तरीके से बंगाल में बीजेपी की सरकार काम करेगी और आपकी आशा- अपेक्षाओं को पूरा करेगी। इसका लाभ हर क्षेत्र को होगा, हर वर्ग को होगा।

भाइयो और बहनो,
मैं दो एक दिन पहले जलपाईगुड़ी के टी गार्डन में काम करने वाली हमारी एक बहन की बातें पढ़ रहा था। मीडिया वालों को उन्होंने कहा कि हमारे पास शौचालय नहीं है, पक्के घर नहीं हैं, सड़कें नहीं हैं, बच्चों की शिक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। मैं इस क्षेत्र के टी गार्डन्स में काम करने वाले प्रत्येक श्रमिक भाई-बहन को भरोसा देता हूं कि बंगाल की बीजेपी सरकार,आपके लिए दिन रात काम करेगी। दीदी की सरकार ने आपके जीवन के संघर्षों को कम करने के लिए कुछ नहीं किया। असम में भाजपा की डबल इंजन सरकार ने चाय बगान में काम करने वाले साथियों को घर, अस्पताल, स्कूल, भूमि पट्टा, डायरेक्ट कैश ट्रांसफर और लगभग दोगुनी मज़दूरी सुनिश्चित की है। ऐसे ही काम 2 मई के बाद पश्चिम बंगाल में होने वाले हैं। बंगाल की बीजेपी सरकार ‘परचा पट्टा’ सुनिश्चित करने के साथ ही आपके जीवन को आसान बनाने के लिए हर काम करेगी। केंद्र की भाजपा सरकार ने पहले ही इस वर्ष के बजट में टी गार्डन के साथियों के लिए 1000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। इसी तरह जो हमारे सिनकोना किसान हैं, श्रमिक हैं, उनको भी तृणमूल की दुर्नीति से बाहर निकालने के लिए बीजेपी सरकार की प्रतिबद्धता आप देख पाएंगे। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत आयुष को प्रोत्साहन दिया जा रहा है, इसका लाभ सिनकोना किसानों को ज्यादा से ज्यादा मिलेगा।

साथियो,
मैं सिलीगुड़ी सहित नॉर्थ बंगाल के हर गरीब, हर कृषक परिवार के सामने अपना एक और वायदा दोहराना चाहता हूं। बंगाल में बीजेपी सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में ही आपके हित में फैसले लेने का काम शुरू हो जाएगा। पीएम किसान सम्मान निधि का जो 18 हज़ार रुपए, 18 हजार टका दीदी ने रोका, वो भी तेज़ी से आपके खाते में जमा किया जाएगा। किसान के खाते में 18 हजार रुपया, एक-एक किसान के खाते में 18 हजार टका।

साथियो,
मुझे डेढ़ दो वर्ष पहले जलपाइगुड़ी की एक दुखद खबर आज भी याद है। एक पिता को अपने बेटे की जान लेनी पड़ी थी क्योंकि उसके पास अपने बीमार बेटे के इलाज के लिए पैसे नहीं थे। उस तकलीफ में पिता ने खुद भी अपनी जान ले ली थी। ये वाकया दिखाता है कि इस क्षेत्र में, नॉर्थ बंगाल में मेडिकल सुविधाओं की क्या हालत है। दीदी ने अगर आयुष्मान भारत योजना बंगाल में लागू की होती, तो गरीबों को ये दिन देखने न पड़ते। इस योजना के तहत गरीबों को 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा बीजेपी की केंद्र सरकार ने दे रखी है। सिर्फ सिलिगुड़ी-जलपाइगुड़ी ही नहीं, कोलकाता ही नहीं, वो पिता दिल्ली-मुंबई-चेन्नई कहीं पर भी अपने बेटे का मुफ्त इलाज करवा सकता था। लेकिन दीदी ने, उनकी दुर्नीति ने ऐसा होने नहीं दिया। बंगाल में बीजेपी की सरकार में नॉर्थ बंगाल में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर तो सुधारा ही जाएगा, तुरंत ही बंगाल में आयुष्मान भारत योजना भी लागू की जाएगी।

साथियो,
दार्जिलिंग हिल्स, तराई और दुआर क्षेत्र से बीजेपी का एक विशेष संबंध रहा है। बंगाल में ये क्षेत्र सबसे पहला है, जिसने बीजेपी पर विश्वास किया, बीजेपी को हमेशा प्यार दिया है। आपके इस प्यार का कर्ज चुकाने के लिए बंगाल में बीजेपी की सरकार हर प्रकार के प्रयास करेगी, सरकार इसको पूरा कर के रहेगी। और इसके लिए बीजेपी की सरकार बहुत जरूरी है। बंगाल बीजेपी के संकल्प पत्र में जो विशेष वायदे इस क्षेत्र के लिए किए गए हैं, वो सभी पूरे किए जाएंगे। शिक्षा हो, शिल्प हो, चाकरी हो या फिर भाषा, संस्कृति हो, आपकी हर आकांक्षा पर तेजी से काम होगा।

भाइयो और बहनो,
यहां की ब्लैक टी और यहां टॉय ट्रेन, दोनों विश्व की धरोहर हैं। टी और ट्रेन, दोनों से मेरा भी बचपन से संबंध रहा है। यहां की टॉय ट्रेन तो डबल इंजन से डबल आनंद के लिए जानी जाती है। भाजपा की डबल इंजन सरकार भी, डबल स्पीड से डबल लाभ, डबल विकास करने के लिए जानी जाती है। सिलीगुड़ी सहित इस पूरे क्षेत्र में Tripple T यानि Tea, Tourism और Timber को माफिया के शिकंजे से बाहर निकालना हमारी प्राथमिकता है। यहां इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी से जुड़े आधुनिक उद्योगों को बढ़ावा मिले, इसके लिए भाजपा की डबल इंजन सरकार नई ऊर्जा से काम करेगी।

साथियो,
आज पूरे नॉर्थ ईस्ट में ही नहीं, पड़ोसी देशों के साथ आधुनिक कनेक्टिविटी को बढ़ाया जा रहा है, इसका सीधा लाभ नॉर्थ बंगाल को मिलेगा। देश में उड़ान योजना के तहत छोटे से छोटे एयरपोर्ट को जोड़ा जा रहा है। बेहतर कनेक्टिविटी और बेहतर कानून व्यवस्था से यहां का टूरिज्म सेक्टर फिर से नई बुलंदी की तरफ जाएगा। कनेक्टिविटी से लेकर टूरिज्म तक के सारे काम, यहां रोजगार बढ़ाएंगे, आपका जीवन आसान बनाएंगे। इसलिए आपको ये बात ध्यान में रखनी है- कमल छाप, टीएमसी साफ! कमल छाप, टीएमसी साफ!
टीएमसी…
टीएमसी…
मैं फिर कहूंगा- भॉय पाबेन ना !
आमरा आपनादेर शाथे आछी, शाथे थाकबो !
नोतून बोच्छोरे, नोतून बांग्लार उदॉय होबे !
नोतून प्रोजोन्मो -first time voters- नोतून बांग्ला के उज्जोलितो कोरबे!
आप इतनी बड़ी तादाद में आशीर्वाद देने आए, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। मेरे साथ पूरी ताकत मुट्ठी बंद कर के बोलिए.. पूरी ताकत से बोलना है। बोलेंगे?
भारत माता की…
भारत माता की..
भारत माता की…
भारत माता की…
भारत माता की…
भारत माता की…
भारत माता की…
बहुत-बहुत धन्यवाद!

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।