The BJP government is boosting tourism in Uttarakhand, creating new job opportunities: PM Modi at Rishikesh rally
Uttarakhand, the land of Brahmakamal, awaits the blooming of the Panch-Kamal with full glory once again: PM Modi
It is Modi who has given more than Rs 1 lakh crore to ex-servicemen by implementing OROP: PM Modi
Congress opposes both development and heritage. They've even questioned the existence of Lord Ram: PM Modi taking a jibe against Opposition

भारत माता की जय।
सभी दाना सयांणु दीदी, भूली, चाचा, बडीयों तैं मेरू प्रणाम !
मां गंगा के सानिध्य में बसे, चार धाम के द्वार ऋषिकेश में इतनी विशाल संख्या में आप हमें आशीर्वाद देने आए हैं। मैं आप सबका बहुत-बहुत आभारी हूं। मैं उत्तराखंड आता हूं तो आपसे आशीर्वाद मांगने के साथ ही आप परिवारजनों के साथ पुरानी यादें भी ताज़ा कर लेता हूं। कल मैं भारत के दक्षिणी छोर पर, सागर तट पर बसे तमिलनाडु में था। वहां भी लोग कह रहे हैं- फिर एक बार मोदी सरकार ! आज हिमालय की गोद में, बाबा केदार और बद्री विशाल के चरणों में हूं।तो यहां भी वही गूंज है- फिर एक बार मोदी सरकार ! हमारे यहां उत्तराखंड में यह तो देवभूमि है, देवताओं का आह्वान करने की परंपरा है और हुड़का का नाद देवताओं का आह्वान करने में ऊर्जा देता है। आज मुझे भी जनता जनार्दन जो देवता रूपी है उनका आह्वान करने के लिए हुड़का का नाद बजाने का सौभाग्य मिला है।

साथियों,
ये गूंज इसलिए है क्योंकि देश के लोगों ने पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार का काम देखा है। आज देश में ऐसी सरकार है जिसने बीते 10 साल में भारत को पहले के मुकाबले कई गुना मजबूत कर दिया है। मेरी बात से आप सहमत हैं, सहमत हैं, पूरी तरह सहमत हैं।
जब-जब देश में कमजोर और अस्थिर सरकार रही है, तब-तब दुश्मनों ने फायदा उठाया है। जब भारत में कमज़ोर और अस्थिर सरकारें थीं, तब भारत में आतंकवाद ने पैर पसारे। आज भारत में मोदी की मज़बूत सरकार है, इसलिए आतंकवादियों को घर में घुसकर मारा जाता है। आज भारत में मजबूत सरकार है, इसलिए भारत का तिरंगा, युद्धक्षेत्र में भी सुरक्षा की गारंटी बनता है। ये भाजपा की मजबूत सरकार ही है, जिसने 7 दशक बाद जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 खत्म करने का साहस किया। ये भाजपा की मजबूत सरकार ही है, जिसने तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया। ये भाजपा की मजबूत सरकार ही है जिसने महिलाओं को लोकसभा और विधानसभा में आरक्षण दिया। ये भाजपा की मजबूत सरकार ही है जिसने सामान्य वर्ग के गरीबों को भी 10 प्रतिशत आरक्षण दिया।

साथियों,
कांग्रेस की सरकार होती तो वन रैंक वन पेंशन कभी लागू नहीं होती। मोदी ने ये गारंटी दी थी और इसे पूरा करके दिखाया। ये कांग्रेस थी, जो कहती थी कि वन रैंक वन पेंशन लागू करके हम पूर्व सैनिकों को 500 करोड़ रुपए देंगे। ये मोदी है जिसने वन रैंक वन पेंशन लागू करके पूर्वसैनिकों को एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा उनके बैंक खाते में पहुंचा दिए हैं। यहां उत्तराखंड में भी OROP के साढ़े 3 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा, सैनिक परिवारों को मिले हैं।

भाइयों और बहनों,
कांग्रेस के समय में तो जवानों के पास बुलेटप्रूफ जैकेट तक की कमी थी। दुश्मन की गोली से बचाने के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं थे। ये भाजपा है जिसने भारत में बनी बुलेट प्रूफ जैकेट अपने सैनिकों को दी, उनके जीवन की रक्षा की। आज आधुनिक राइफल से लेकर लड़ाकु विमान और विमान वाहक पोत तक देश में ही बन रहे हैं। जो ज्यादा उत्साह और उमंग में हैं, उनसे मेरी प्रार्थना है कि साथियों यह जो ऊर्जा है ना वह हमें 19 तारीख तक काम में लगाए रखनी है। सारी ऊर्जा आज मत खर्च कर दीजिए। आपका यह प्यार आपका यह उत्साह मेरे सर आंखों पर है। उत्तराखंड वालों के लिए मैं आपका खुद का घर का हूं जी। मैं यहां बैठे-बैठे पुराने पुराने चेहरे देख रहा था। दूर से मुंडी हिलाकर उन्हें नमस्ते कर रहा था। आप लोगों से मेरा इतना निकट नाता रहा। दोस्तों यह मेरा सौभाग्य है और मैं कभी भी उत्तराखंड के प्यार को जीवन में भूल नहीं सकता हूं।

साथियो,
कांग्रेस की कमज़ोर सरकार, सीमाओं पर आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं बना पाई। आज देखिए, पूरी सीमा पर आधुनिक सड़कें बन रही हैं, आधुनिक सुरंगें बन रही हैं।

साथियों,
कुछ साल पहले बाबा केदार के दर्शन के बाद मेरे मुंह से अचानक ही निकला था कि ये दशक उत्तराखंड का दशक है। हमारी सरकार उत्तराखंड के सामर्थ्य का लगातार विस्तार करने में जुटी है। और इसमें बहुत बड़ी भूमिका पर्यटन की है। यात्रा की है, यात्रा धामों की है। ऋषिकेश तो आसपास के कई राज्यों के लोगों के लिए पर्यटन का सबसे महत्वपूर्ण केंद्र है। एक जमाना था जब योग की पूरी दुनिया में धूम नहीं थी। तब भी दुनिया के कई देश के लोग जिज्ञासु के नाते योग के लिए हमारे ऋषिकेश आया करते थे। मुझे याद है बहुत पुरानी घटना है। मैं एक बार यूएसए गया था। इतना इंटीरियर इलाके में मैं गया था कि मुझे कोई वेजीटेरियन खाना तलाश रहा था। मुझे कोई वेजीटेरियन खाने का आता पता नहीं मिल रहा था। इतने में एक छोटी सी दुकान में एक अमेरिकन नागरिक छोटी दुकान लेकर बैठा हुआ था। लेकिन उसके गले में तीन-चार रुद्राक्ष की माला थी तो मैं उसके पास चला गया तो उसने भी नमस्ते करके मेरा स्वागत किया। फिर मैंने उसको मेरी कठिनाई बताएं तो उसने कहा, आप चिंता मत कीजिए। मैं वेजिटेरियन हूं। मैं आपके लिए कुछ प्रबंध करता हूं और उसने मुझे अपने तरीके से मुझे कुछ वेजीटेरियन बना कर खिलाया। मुझे उससे बातें हुई कि आपने यह कहां से सीखा तो उसने कहा कि मैं बहुत सालों से ऋषिकेश आता जाता रहता हूं। इस कारण मेरी जिंदगी में यह बदला आया है। यह ताकत है इस भूमि की, यह समर्थ है इस भूमि का।

भाई और बहनों
पर्यटन के क्षेत्र में कोई ऐसा एडमिशन एडवेंचर टूरिज्म हो तो हमारा उत्तराखंड है। चाहे राफ्टिंग करने वाले युवा हों, या कैंपिंग और एडवेंचर में दिलचस्पी रखने वाले हों, या फिर.. आध्यात्म और योग में रूचि रखने वाले व्यक्ति हों, ऋषिकेश आकर हर कोई आनंद से भर जाता है। भाजपा सरकार उत्तराखंड के पर्यटन को बढ़ावा देकर रोजगार के नए अवसर तैयार कर रही है। इसके लिए हमारा फोकस इस बात पर है कि देश के किसी भी हिस्से से पर्यटकों के लिए उत्तराखंड के कोने-कोने तक पहुंचना आसान हो। इसके लिए हम देवभूमि में रोडवेज, रेलवेज और एयरवेज की लगातार सुविधा बढ़ा रहे हैं। यहां ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन पर तेज़ी से काम चल रहा है। दिल्ली से देहरादून की दूरी भी सिमट रही है। उत्तराखंड के जिन सीमावर्ती गांवों को कांग्रेस अंतिम गांव कहती थी, भाजपा उन्हें देश का पहला गांव मानकर विकास कर रही है।आप ने देखा होगा, मानस खंड के तीर्थ स्थानों जैसे आदि कैलाश, ओम पर्वत दर्शन के लिए हेलीकाप्टर सेवाएं शुरू हो गई हैं। यमुनोत्री, केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में रोप-वे बनने से बहुत सुविधा हो जाएगी। सड़क के रास्ते जो दूरी तय करने में कई-कई घंटे लगते थे, उसे कुछ ही समय में पूरा कर लिया जाएगा। चार धाम परियोजना के तहत केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री को लगभग 900 किलोमीटर लंबे हाइवे से जोड़ा जा रहा है। इन सब प्रयासों से श्रद्धालुओं को उत्तराखंड पहुंचने में काफी आसानी हो रही है। ये इसलिए हो पा रहा है, क्योंकि भाजपा की नीयत सही है। और जब नीयत सही होती है, तो नतीजे भी सही मिलते हैं।

साथियों,
2017 तक केदारनाथ में एक साल के भीतर करीब 5 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का रिकॉर्ड था। पिछले वर्ष करीब 20 लाख यात्री केदारनाथ के दर्शन के लिए आए। अगर पूरी चारधाम यात्रा की बात करें, तो पिछले वर्ष 55 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने उत्तराखंड की यात्रा की। पिछले वर्ष ही मैंने मानसखंड में आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा की थी। लोगों को हिमालय में स्थित ऐसी अलौकिक जगहों को देखने का अवसर मिला तो अब वहां भी सैकड़ों यात्री पहुंचने लगे हैं। पर्यटन का ये विस्तार, सिर्फ एक सेक्टर का विस्तार नहीं है। पर्यटन बढ़ने का मतलब है, रोजगार के ज्यादा से ज्यादा मौके।

साथियों,
उत्तराखंड में हो रहे इस विकास ने अब पलायन की खबरों को बीते दिन की बात बना दिया है। अब उत्तराखंड के स्टार्ट-अप्स की खबरें आती हैं। उत्तराखंड के नौजवानों ने एक हज़ार से अधिक स्टार्ट अप्स रजिस्टर किए हैं। इसमें भी लगभग आधे यानि करीब 500 स्टार्टअप्स का हमारी बेटियों नेतृत्व कर रही हैं। गर्व होता है इन बातों पर। मुद्रा योजना से लाखों नौजवानों को बिना गारंटी के ऋण मिले हैं। ये पैसा यहां टूरिज्म से जुड़े हुए काम जैसे होम स्टे, गेस्ट हाउस, दुकान-ढाबा बनाने में काम आ रहा है। जब कांग्रेस की सरकार थी, तो गरीब का, नौजवान का पैसा, बिचौलिए खा जाते थे। भाजपा सरकार, लोगों के हक का पैसा सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर कर रही है। उत्तराखंड के किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का 2600 करोड़ रुपए से अधिक मिल चुका है। कांग्रेस की सरकार होती तो, ये सबकुछ लुट जाता। ये लूट मैंने बंद की है, इसलिए मोदी पर उनका गुस्सा सातवें समान पर है। इसलिए कुछ भी बोलते जा रहे हैं। आज मोदी कह रहा है भ्रष्टाचार हटाओ, वो कह रहे हैं भ्रष्टाचारी बचाओ। आप मुझे बताइए साथियों भ्रष्टाचार हमारे देश के लिए विनाशक है कि नहीं है। आपके लिए विनाशक है कि नहीं है। भ्रष्टाचार खत्म होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए। इस देश को भ्रष्टाचार से मुक्ति मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए। क्या मेरे जैसे व्यक्ति ने ईमानदारी से कोशिश करनी चाहिए कि नहीं करनी चाहिए। इसलिए कितनी भी मुसीबतें झेलनी पड़ी। आपके आशीर्वाद बने रहेंगे ना, आपके आशीर्वाद बने रहेंगे ना, यह आपका आशीर्वाद है कि मैं इतनी बड़ी लड़ाई लड़ रहा हूं।

साथियों,
कांग्रेस के नेताओँ के लिए तो पहले दिल्ली का शाही परिवार और फिर अपना परिवार यही सबकुछ कांग्रेस की परंपरा में है। लेकिन मोदी के लिए तो आप सभी, मेरा भारत ही मेरा परिवार है।

भाइयों-बहनों,
मैंने अपनी जिंदगी का महत्वपूर्ण कालखंड देवभूमि में बिताया है। मैंने खुद देखा है... गढ़वाल हो या कुमाऊं, माताओं-बहनों का पूरा समय, लकड़ी, पानी और पशुओं के चारे के इंतज़ाम में ही बीत जाता था। अपनी बहनों की इन्हीं समस्याओं को देखते हुए हमने घर-घर सस्ता सिलेंडर पहुंचाया। जल जीवन मिशन के तहत भी उत्तराखंड में बहुत काम हुआ है। 2019 तक उत्तराखंड में 100 में से 9 परिवार के पास ही पानी की स्थिति थी। यानि एक प्रकार से 10 में से 1 के पास सुविधा थी। आज स्थिति बदल गई है। आज उत्तराखंड के 10 में से 9 परिवारों के घर नल से जल आता है। आपको अब राशन के लिए, दवा के लिए भी चिंता की जरूरत नहीं है। आने वाले 5 साल तक मुफ्त राशन मिलता रहेगा। अस्पताल में मुफ्त इलाज मिलता रहेगा। यहां उत्तराखंड को एम्स की सुविधा मिली है। गांव-गांव अच्छे अस्पताल- आयुष्मान आरोग्य मंदिर बन रहे हैं। धामी जी और उनकी सरकार मेहनत करके यहां बहुत शानदार काम कर रही है।

भाइयों और बहनों,
कांग्रेस विकास और विरासत, दोनों की विरोधी है। उत्तराखंड का कोई निवासी नहीं भूल सकता कि कांग्रेस ने प्रभु राम के अस्तित्व पर सवाल उठाया है। ये कांग्रेस ही है जिसने पहले राम मंदिर का विरोध किया। जितने अड़ंगे डाल सकते थे डाले, अदालत में भी रूकावटें करने की कोशिश की लेकिन राम मंदिर बनाने वालों ने कांग्रेस के सारे गुनाह माफ करके उनके घर जाकर उनको निमंत्रण दिया, लेकिन इनका दिमाग कैसा है। पता नहीं घर जाकर निमंत्रण दिया गया था। प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा का अवसर था। उन्होंने उसका भी बहिष्कार कर दिया। अब तो कांग्रेस ने प्रण किया है कि हिंदु धर्म में जो शक्ति है, उसका विनाश करेंगे। ये कांग्रेस, शक्ति स्वरूपा मां धारी देवी, मां चन्द्रबदनी, मां ज्वाल्पा देवी की शक्ति को खत्म करना चाहती है। उत्तराखंड की आस्था को तबाह करने की जो साजिशें चल रही हैं, उसमें कांग्रेस की ये बात आग में घी का काम करेगी। उत्तराखंड की संस्कृति की रक्षा करना हम सभी का दायित्व है। आपको भूलना नहीं है कि ये वही कांग्रेस है जो कहती रही है कि हर की पौड़ी मां गंगा के किनारे पर नहीं, बल्कि एक नहर के किनारे बसी है। अब ये गंगा जी के अस्तित्व पर सवाल उठा रहे हैं। इन्हें उत्तराखंड के लोग सबक सिखाकर रहेंगे।

साथियों,
उत्तराखंड की पहचान ब्रह्मकमल से जुड़ी हुई है। ये धरती ब्रह्मकमल की धरती है।
इसलिए इस बार भी यहां पूरी शान से पंच-कमल खिलने चाहिए। खिलेंगे, और ये पांचो कमल इसलिए खिलाने हैं क्योंकि हम विकसित भारत का संकल्प लेकर चले हैं। और विकसित भारत के संकल्प के लिए विकसित उत्तराखंड या हमारी प्राथमिकता है।

भाइयों बहनों
इस काम के लिए मेरा पल-पल आपके नाम है। मेरा पल-पल देश के नाम है और मेरी गारंटी है। 24/7, 24/7 for 20 47 यह मोदी की आपको गारंटी है। 19 अप्रैल को,
टिहरी-गढ़वाल से बहन माला राज्य लक्ष्मी शाह, गढ़वाल से अनिल बलूनी जी, और हरिद्वार से त्रिवेंद्र जी को हर बूथ पर विजयी बनाना है। लेकिन मेरी अपेक्षा ज्यादा है, इस चुनाव में मेरी यही चुनौती है आपको, पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ने हैं। हर पोलिंग बूथ को जीतना है, जीतोगे। अपना पोलिंग बूथ जीतोगे। चुनाव का काम तो करोगे ही करोगे, मेरा काम करोगे। मेरा काम है पर्सनल चुनाव वाला काम नहीं है करोगे। ये मोदी का काम है करोगे। देखिए हमारे यहां देवताओं का महिमा होता है और यह नवरात्रि का पर्व चल रहा है। रामनवमी भी आने वाली है। मेरा एक काम करोगे। मेरा काम करोगे। गांव-गांव जाकर सभी देवताओं के सामने मेरी तरफ से माथा नवा करके प्रणाम करना है, करोगे। दूसरा काम घर-घर जाना और हर घर जा करके सभी बड़े बुजुर्गों को कहना है कि मोदी जी ऋषिकेश के आए थे और मोदी जी ने आपको प्रणाम भेजा है। राम-राम कहा है, ये मेरा राम-राम पहुंचाओगे। मेरा प्रणाम पहुंचाओगे। जब घर घर जाकर के माता-बहनों-बुजुर्गों को मेरा प्रणाम कहोगे। तो वह मुझे आशीर्वाद देंगे और वह आशीर्वाद मेरे लिए ऊर्जा है। मां भारती की सेवा करने की ऊर्जा है। और आशीर्वाद आपके लिए जीने की, आपके लिए जूझने की, आपके लिए जीवन खपाने की बहुत बड़ी प्रेरणा है। इसलिए घर-घर जाकर जरूर बताइए की मोदी जी ऋषिकेश के आए थे। आपको राम-राम कहा है, अपने मोबाइलल की फ्लैश लाइट चालू करके आप जरा इस बात को अनुमोदन दीजिए।
हरेक की मोबाइल की फ्लैश लाइट चालू कीजिए। आप सब घर-घर जाएंगे, मेरा राम-राम पहुंचाएंगे। 19 तारीख को गर्मी कितनी भी पड़े मतदान कराएंगे। हर बूथ को जीतेंगे। मेरे साथ बोलिए,
भारत माता की जय
भारत माता की जय
भारत माता की जय
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।