Bharosa dil se…BJP phir se!: PM Modi in Palwal rally
Those who looted the rights of the poor, gave the slogan of poverty eradication: PM Modi while attacking opposition
As the BJP and I are in power, the rights of SC, ST, & OBC communities granted by the Constitution will remain protected: PM Modi in Haryana
Can an agenda that pleases Pakistan resonate with the patriotic people of Haryana?: PM Modi on opposition’s agenda
Sisters who had never ridden a bicycle or motorcycle are now becoming drone pilots: PM Modi at Palwal rally

जय जय श्री राधे !! जय श्रीकृष्णा !!
सारे बुजुर्गां नै// भाई बहना नै// और नौजवाना नै// मेरी ओर ते राम-राम जी //

राजा नाहर सिंह और राजा जैत सिंह नागर जी की इस वीर धरा को प्रणाम करता हूं। आप सभी इतनी बड़ी संख्या में हमें आशीर्वाद देने आए हैं, दूर-दूर तक जहां भी मेरी नजर पहुंच रही है लोग ही लोग हैं। उत्साह और उमंग से भरा हुआ ये दृश्य चुनाव के नतीजों का एहसास दिला रहा है। आपके आशीर्वाद के लिए, आपके सहयोग के लिए हम आपके बहुत-बहुत आभारी हैं।

साथियों,

हरियाणा में तो चुनाव अभियान चल रहा है लेकिन आज जम्मू-कश्मीर में अंतिम चरण का मतदान हो रहा है। वहां बहुत भारी संख्या में लोग लोकतंत्र के इस पर्व में हिस्सा ले रहे हैं। मैं जम्मू-कश्मीर के सभी मतदाताओं से कहूंगा कि वे अपना वोट ज़रूर डालें।

साथियों,

मैं यहां देख रहा हूं, काफी परिचित चेहरे नजर आ रहे हैं। साथियों, मैंने एक सामान्य कार्यकर्ता के रूप में लंबे समय तक हरियाणा की ज़मीनी राजनीति को देखा है। बीते दिनों हरियाणा के अलग-अलग क्षेत्र में मुझे चुनाव अभियान के लिए, जनता-जनार्दन के दर्शन के लिए जाने का आवसर मिला है। इस चुनाव की ये मेरी अंतिम सभा है। और आपने भी मेरी इस आखिरी सभा को चार चांद लगा दिए हैं। आज गांव-गांव में चारों तरफ भाजपा की लहर है। हर जगह एक ही आवाज़ गूंज रही है- भरोसा दिल से...भाजपा फिर से ! भरोसा दिल से..., भरोसा दिल से...। हरियाणा का तो ट्रैक रिकॉर्ड रहा है, केंद्र सरकार में, दिल्ली में जिसकी सरकार रहती है, हरियाणा वहीं रहता है। आपने दिल्ली में तीसरी बार भाजपा सरकार बनाई, अब यहां तीसरी बार भाजपा सरकार बनाना आपलोगों ने तय कर लिया है।

साथियों,

हरियाणा की इस धरती ने हमें गीता का संदेश दिया है। हरियाणा ने हमें सिखाया है, काम करो, मेहनत से काम करो। लेकिन कांग्रेस का फॉर्मूला है- ना काम करो औऱ ना दूसरों को काम करने दो। "कांग्रेस की राजनीति केवल झूठे वादों तक सीमित रहती है, जबकि भाजपा की राजनीति मेहनत करना और परिणाम लाकर के दिखाना, हम मेहनत पर ध्यान केंद्रित करते हैं, हम परिणाम पर ध्यान केंद्रित करते हैं। और कांग्रेस कभी खुद मेहनत नहीं करती। कांग्रेस को लगता था कि 10 साल हो गए, हरियाणा वाले उन्हें थाली में परोसकर सत्ता दे देंगे। यही गलतफहमी कांग्रेस को मध्य प्रदेश में भी थी। वहां भी कांग्रेस के लोग पहले ही जीत का जश्न मनाने लग गए थे, लेकिन वोटिंग के दिन मध्य प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को दिन में तारे दिखा दिए, आईना दिखा दिया। यहां आपके पड़ोस में राजस्थान है। वहां भी कांग्रेस ने किसानों और नौजवानों को भाजपा के विरुद्ध भड़काने की भारी कोशिश की थी। लेकिन हुआ क्या? कांग्रेस धड़ाम हो गई। अब यहां हरियाणा में भी यही होने जा रहा है। हरियाणा के लोग, कांग्रेस को यहां सरकार से सैकड़ों मील दूर ऱखने वाले हैं।

साथियों,

यहां हरियाणा में कांग्रेस के भीतर जो कलह मची है, हरियाणा के लोग इसे भी देख रहे हैं। कांग्रेस से सबसे अधिक नाराज़गी तो दलित, पिछड़े और वंचित समाज की है। दलित समाज ने भी ठान लिया है, बापू-बेटे की राजनीति को चमकाने का अब दलित मोहरा नहीं बनेंगे। वो देख रहा है कि कैसे भाजपा सबको अवसर दे रही है। हमारे मुख्यमंत्री सैनी जी, बड़ी विनम्रता के साथ सबको साथ लेकर चल रहे हैं।

साथियों,

कांग्रेस ने 60-70 साल तक देश पर राज किया। इतना मौका मिलने पर भी कांग्रेस ने देश के लोगों को तरसा कर रखा। सड़क-बिजली-पानी-शौचालय, पक्के घर... एक बहुत बड़ी आबादी मूल सुविधाओं से वंचित थी। कांग्रेस के भ्रष्टाचार का हाल ये था कि 1 रुपया अगर दिल्ली से निकलता था तो गरीब के घर तक जाते-जाते 15 पैसे हो जाता था। देश पूछ रहा है कि वो कौन सा पंजा था जो एक रुपये को घिस-घिस करके 15 पैसा बना देता था। “गरीबों के हक को लूटने वाले, गरीबी हटाने का नारा देते थे।” कांग्रेस ने देश के लिए जरूरी हर विषय को उलझाए रखा। वो उलझाने में एक्सपर्ट हैं। कांग्रेस ने अयोध्या में राम मंदिर नहीं बनने दिया। कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर में बाबासाहेब अंबेडकर का संविधान पूरी तरह से लागू नहीं होने दिया। उसने हमारी बहनों को संसद और विधानसभा में आरक्षण से वंचित रखा। उसने हमारी मुस्लिम बहनों को तीन तलाक की समस्या में उलझाए रखा। यानि कांग्रेस ने देश की, देशवासियों की समस्याओं का समाधान नहीं किया बल्कि अपने बेटे-बेटी, अपना परिवार उसको स्थापित करने में ही पूरी की पूरी शक्ति लगा दी।

साथियों,

आज मैं पूरे देश के सामने, पूरे हरियाणा के सामने एक सवाल रख रहा हूं। आखिर ऐसा क्या है कि कांग्रेस इतना कुछ गलत कर रही है, इतने सारे पाप कर चुके हैं, फिर भी सरकार बनाने के सपने देखते हैं। मैं आपको बताता हूं कि आखिर कांग्रेस को ये सपने देखने की हिम्मत कहां से आती है। दरअसल, कांग्रेस को लगता है कि भाजपा के समर्थकों, ये सारे देशभक्ति से भरे हुए लोग हैं। ये देशभक्ति से भरे लोगों को भ्रमित करना, उनको तोड़ना, उसका कुछ रास्ता उनके दिमाग में चलता रहता है। बंद कमरों में कांग्रेस के नेता, आप लोगों के लिए यही कहते हैं। कभी जात-पात के नाम पर, कहीं एक समाज को दूसरे से लड़ाकर, कांग्रेस इस देश से देशभक्ति को ही चूर-चूर करना चाहती है। कांग्रेस को लगता है कि देश के लोगों में एकता की भावना जितनी मजबूत होगी, कांग्रेस का जीतना उतना ही मुश्किल होता जाता है। इसलिए कांग्रेस, देशभक्तों की एकता तोड़ने के लिए नए-नए प्रयोग कर रही है। लोकसभा चुनाव के दौरान उसने यही झूठ के प्रयोग किए थे। महात्मा गांधी ने सत्य के प्रयोग किए थे, ये झूठ के प्रयोग करते हैं। अब यहां हरियाणा में भी कांग्रेस उसका विस्तार कर रही है।

साथियों,

कांग्रेस को ये लगता है कि उसका अपना वोटबैंक तो पक्का है। वो सोचती है कि बटेंगे, लड़ेंगे वो लोग, जो भारत से प्रेम करते हैं। हमें कांग्रेस की इस सोच और साजिश को कभी भी सफल नहीं होने देना है। इसलिए हमें आज संकल्प लेना है। पूरे हरियाणा को संकल्प लेना है। जो लोग भारत से प्रेम करते हैं, वे सबके सब एकजुट रहेंगे। हम एक हैं और हम एक होकर देश के लिए वोट करेंगे। हम एकजुट होकर अपने बच्चों के भविष्य के लिए वोट करेंगे। हम एकजुट होकर अपनी बेटियों की सुरक्षा के लिए वोट करेंगे। हम एकजुट होकर बिना खर्ची-पर्ची के नौकरी के लिए वोट करेंगे। हम एकजुट होकर हरियाणा में नए निवेश-नई नौकरियों के लिए वोट करेंगे। हम एकजुट होकर अच्छी सड़कों, बेहतर सिंचाई के लिए वोट करेंगे।

साथियों,

कांग्रेस का सिर्फ और सिर्फ एक ही एजेंडा है, वोट के लिए तुष्टिकरण, ज्यादा से ज्यादा तुष्टिकरण। आप देखिए, कांग्रेस आज क्या कह रही है? कांग्रेस कहती है और डंके की चोट पर कहती है, और करती भी है। कांग्रेस कहती है, वो दलितों और पिछड़ों का आरक्षण खत्म कर देंगे। कर्नाटक में इन्होंने यही तो किया है। जैसे ही वहां कांग्रेस की सरकार बनी, इन्होंने दलितों-पिछड़ों का आरक्षण छीन लिया। कांग्रेस ने दलितों-पिछड़ों का आरक्षण धर्म के आधार पर अपने वोटबैंक में बांट दिया। यही कांग्रेस है, जिसने अनेकों स्कूल-कॉलेजों, यूनिवर्सिटियों को माइनॉरिटी संस्थान घोषित कर दिया। जो पहले माइनॉरिटी नहीं थे, अच्छे-खासे नियम-कानून से चलते थे लेकिन उन्होंने वोट बैंक की खातिर ऐसे हजारों संस्थानों को माइनॉरिटी बना दिया। इनमें क्या हुआ। परिणाम ये हुआ कि पहले दलितों और पिछड़ों के बच्चों को जो आरक्षण मिलता था वो बंद हो गया। ऐसी संस्थाओं में नौकरियों में जो आरक्षण था वो बंद हो गया। कांग्रेस ऐसे ही काम यहां हरियाणा में भी करना चाहती है।

साथियों,

कांग्रेस देश की सबसे बड़ी दलित विरोधी पार्टी है। इसी पार्टी ने दो-दो बार डॉ. आंबेडकर को चुनाव हरवाया। उनको डर था बाबासाहेब अंबेडकर जी अगर पार्लियामेंट में आएंगे, और उनकी आंखों में आंखें डालकर सवाल पूछेंगे तो ये जवाब नहीं दे पाएंगे। इतने वे बाबासाहेब से डरते थे। इसलिए दो-दो बार, वो पार्लियामेंट न पहुंचें, भांति-भांति के षडयंत्र किए। इन्होंने संसद के सेंट्रल हॉल में उनकी तस्वीर तक नहीं लगने दी। वो इतने डरते थे बाबासाहेब से कि अगर संसद भवन में उनकी तस्वीर लग जाए तो भी ये कांपते थे। दलित हिंसा की सबसे ज्यादा घटनाएं कांग्रेस के राज में ही हुई हैं। और अब तो इनका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। इनके एक नेता, जिन्होंने मिर्चपुर कांड के समय भी दलितों के साथ बदनीयती दिखाई थी। उनके ऑफिस में कांग्रेस कार्यकर्ता डंके की चोट पर, ताली पर ताली ले करके, सीना तान करके कह रहे हैं कि एक दिन आरक्षण खत्म होगा ही। यानि कांग्रेस ने आरक्षण खत्म करने का प्लान बना लिया है और उनके लिए हरियाणा इसका टेस्ट स्टेट होने वाला है। लेकिन साथियों, जब तक बीजेपी है, जब तक मोदी है, एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय को संविधान से मिले आरक्षण का हक कोई नहीं छीन सकता। आपने देखा होगा, ये लोग दिन-रात मुझे गालियां देते हैं। अब हमारे मुख्यमंत्री सैनी जी को भी गालियां देते हैं। हमारा और कोई गुनाह नहीं है, हमारा गुनाह यही है कि हम ओबीसी अतिपिछड़ी मां की कोख से पैदा हुए हैं। इसलिए गालियां दे रहे हैं।

साथियों,

आज की कांग्रेस अर्बन नक्सलियों के शिकंजे में है। दुनिया में जो-जो भारत को बदनाम करने में जुटे हैं, जो हमारे दुश्मनों के एजेंडे को आगे बढ़ाते हैं। कांग्रेस के ये नेता, उनको खुलेआम गले से लगाते हैं। ये अर्बन नक्सली गठजोड़, भारत को कभी भी मज़बूत होते नहीं देख सकता। इसलिए, ये लोग हमारी सेना पर भी हमला करते हैं। आप देखिए, हमारी सेना ने दुश्मनों को बार-बार पीटा, लेकिन कांग्रेस का शाही परिवार दुश्मनों की तारीफ करता है।

साथियों,

मैं सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट देख रहा था। वहां कांग्रेस को लेकर कुछ लोगों ने कुछ पोस्टर डाले थे। इनमें लिखा था- कि कांग्रेस के लोग ज़ोर-ज़ोर से कहते हैं कि 370 वापस लाएंगे। लेकिन कांग्रेस ने एक बार भी कभी ये नहीं कहा कि PoK वापस लाएंगे। PoK वापस लाना उनके मुंह से नहीं निकलता है। कांग्रेस ने देश का मुकुट तोड़ दिया, कश्मीर के भी टुकड़े कर दिए, इतना बड़ा हिस्सा गंवा दिया, ये उस PoK को वापस लाने की बात नहीं करते। लेकिन ये लोग 370 वापस लाना चाहते हैं। ये बातें आज सोशल मीडिया पर कांग्रेस के लिए लिखी जा रही हैं। सही में, ये देश का दुर्भाग्य है। 370 की वापसी के मुद्दे पर कांग्रेस को पाकिस्तान की सरकार ने भरपूर समर्थन दिया है। अब आप ही बताइए... जो एजेंडा पाकिस्तान को पसंद है, वो कट्टर देशभक्त मेरे हरियाणा के लोगों को पसंद आ सकता है क्या? जो कांग्रेस पाकिस्तान को खुश करती है, वो हरियाणा को खुश रख सकती है क्या?

साथियों,

कांग्रेस देश की सबसे बेईमान और धोखेबाज़ पार्टी है। कांग्रेस के धोखों को गिनाउंगा तो कई-कई दिन निकल जाएंगे। मैं सिर्फ एक उदाहरण दूंगा। कांग्रेस ने देश की रक्षा करने वाले, देश के लिए शहीद होने वाले फौजियों तक को धोखा दिया। 40 साल तक कांग्रेस ने वन रैंक वन पेंशन नहीं दिया। सिर्फ 500 करोड़ रुपए दिखाकर कांग्रेस कहती थी, OROP लाएंगे। जबकि मैंने रेवाड़ी में आकर वादा किया था सितंबर 2013 में। और रेवाड़ी की धरती से मैंने कहा था, रेवाड़ी वीरों की धरती है, देश के लिए मर-मिटने वालों का ये इलाका है। और तब मैंने कहा था, तब तो मैं चुनाव लड़ रहा था, प्रधानमंत्री नहीं बना था। मैंने कहा था- मैं वादा करता हूं, मैं वन रैंक वन पेंशन लागू करके रहूंगा। और हमने लागू किया। और लागू किया तो फौजी परिवारों को करीब सवा लाख करोड़ रुपए दिए। अब बताइए, सवा लाख करोड़ रुपए लगने वाले थे। ये 500 करोड़ रुपए दिखाकर कहते थे कि OROP दे दिया। क्या ये धोखा है कि नहीं है? ये फरेब है कि नहीं है, झूठ है कि नहीं है? यहां हरियाणा में भी हमारे पूर्व फौजियों को 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा मिले हैं। मोदी के लिए फौज की प्राथमिकता सबसे बड़ी है, फौज का सम्मान सबसे बड़ा है। औऱ कांग्रेस से हम इसकी कोई उम्मीद नहीं कर सकते।

 

साथियों,

कांग्रेस की कथनी और करनी में हमेशा फर्क रहा है। कांग्रेस ने हिमाचल की बहनों और नौजवानों को भी ऐसा धोखा दिया है कि हिमाचल कभी भी कांग्रेस को माफ नहीं करेगा। जैसे यहां हरियाणा में कांग्रेस वाले अनाप-शनाप बोल रहे हैं न, ऐसा ही उन्होंने हिमाचल में किया था। कांग्रेस ने वहां चुनाव जीतने के लिए कहा था, हर महीने बहुत सारा पैसा देंगे। आज 2 साल हो चुके हैं, उन्हें कुछ नहीं मिला। कांग्रेस ने पहली कैबिनेट में ही लाखों नौकरियों पर मुहर लगाने का वादा किया था। वहां इन लोगों ने सरकारी कर्मचारियों को बड़े-बड़े सपने दिखाए। आज उनको तन्खवाह भी समय पर नहीं मिल रही है। कहां तो कांग्रेस को हिमाचल के लोगों से माफी मांगनी चाहिए थी, लेकिन कांग्रेस को ठगी की लत लगी है तो अब कांग्रेस वाले, हरियाणा वालों को भी यही सब झूठे वायदे बेच रहे हैं। कांग्रेस, यहां हरियाणा के किसानों को तारे तोड़कर लाने के वादे भी करती है। लेकिन आप याद रखिए, जहां उसकी सरकारें हैं, कर्नाटक में है, तेलंगाना में है, वहां एक भी वादा पूरा नहीं करते हैं। यानि कांग्रेस की नीयत में ही खोट है।

साथियों,

कांग्रेस, हरियाणा के नौजवानों के हितों के खिलाफ है। यहां हरियाणा में भाजपा सरकार ने करीब डेढ़ लाख सरकारी नौकरियां दीं। और वो भी बिना खर्ची-पर्ची के नौकरियां दीं। हज़ारों कर्मचारियों को पक्का किया। लेकिन अब कांग्रेस वाले फिर वही खर्ची-पर्ची सिस्टम हरियाणा में वापस लाना चाहते हैं। आप पर थोपना चाहते हैं। सरकार बनने के आसार दूर-दूर तक नहीं हैं, लेकिन लूट-खसूट का बंटवारा अभी से हो गया है। ये है कांग्रेस की सच्चाई।

साथियों,

"कांग्रेस की नस-नस में भ्रष्टाचार दौड़ता है, ये दलालों और दामादों की पार्टी बन गई है!" कांग्रेस के राज में यहां ज़मीन की दलाली करने वाले मालामाल हो गए हैं या तो दामाद जी मालामाल हो गए हैं। ये दो ही लोग फले-फूले हैं। जबकि किसान के नसीब में क्या आया? किसान को सिर्फ 2 रुपए का मुआवाज़ा मिला। जो लोग 10 साल पहले, हुड्डा जी की सरकार थी न, हर किसान कहता है कि ये तो 2 रुपए मुआवजे वाली, बड़ी आफत आई और किसानों के घर में चेक पहुंचा क्या, दो-दो रुपए का चेक। और उस सरकार की पहचान थी किसानों के घर में, किसानों के दिल में कि ये दो रुपए मुआवजे वाली सरकार है। जबकि भाजपा सरकार हज़ारों रुपए का सम्मान निधि सीधे बैंक के खाते में पहुंचाती है। प्राकृतिक आपदा होती है तो सही मुआवज़ा देती है।

साथियों,

आज कांग्रेस यहां MSP को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कर रही है। लेकिन कांग्रेस की सरकार यहां सिर्फ 3-4 फसलों पर MSP देती थी। वो दिन जरा याद कीजिए। जबकि भाजपा सरकार, 24 फसलों की खरीद MSP पर करती है। पिछले 8 सीज़न में MSP के रूप में यहां के लाखों किसानों को 1 लाख 10 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक मेरे किसानों के खातों में गए हैं, उनको मिले हैं। आज यहां 20 से ज्यादा फल और सब्जियों के लिए भावांतर दिया जा रहा है। बाजरा और सूरजमुखी के लिए भी 900 करोड़ रुपए से अधिक का भावांतर दिया गया है। इससे हरियाणा के किसानों की बड़ी मदद हुई है।

साथियों,

आज मैं हरियाणा की माताओं-बहनों-बेटियों में भाजपा के प्रति सबसे अधिक उत्साह देख रहा हूं। यहां भी मैं देख रहा हूं, दूर-दूर तक माताएं-बहनें बैठी हुई हैं। हरियाणा की बेटियां आज चारों तरफ झंडे गाड़ रही हैं। भाजपा सरकार की हर योजना माताओं-बहनों-बेटियों में नया आत्मविश्वास पैदा कर रही है। मैं अखबार में एक बहन का इंटरव्यू पढ़ रहा था। उनको नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग मिली है। वो बहन बताती हैं कि इस खरीफ सीज़न में ही उन्होंने 800 एकड़ खेती पर ड्रोन से दवाई का स्प्रे किया। और इससे उनको 3 लाख रुपए की कमाई हुई। एक सीज़न में हमारे गांव के किसान की बेटी ड्रोन चलाकरके, दवाइयां स्प्रे करके 3 लाख की कमाई करे। भाइयों-बहनों, तब मन को संतोष होता है कि ये सरकार सही दिशा में काम कर रही है। जिन बहनों ने कभी, जिनके नसीब में कभी भी साइकिल या मोटर साइकिल चलाने का सौभाग्य नहीं आया था वो अब ड्रोन पायलट बन रही हैं। जो बहनें कभी सिर्फ परिवार पर आश्रित होने के लिए मजबूर थीं, वे आज लखपति दीदियां बनकर परिवार को सहारा दे रही हैं।

साथियों,

भाजपा सरकार हरियाणा के विकास को, इस क्षेत्र के विकास को नई गति दे रही है। बल्लभगढ़ तक मेट्रो पहुंच चुकी है और अब पलवल भी मेट्रो से कनेक्ट होने वाला है। पलवल देश का हाईवे-हब भी बन रहा है। भाजपा सरकार पूरे ब्रज क्षेत्र के विकास पर ज़ोर दे रही है। इसका फायदा यहां के लोगों को भी मिलेगा। पड़ोस में जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से भी आपको बहुत लाभ होगा। ये एरिया, रेल कनेक्टिविटी का भी हब बनता जा रहा है। पलवल-सोनीपत ओरबिटल रेलवे कोरिडोर हो या फिर मालगाड़ियों के लिए स्पेशल कॉरिडोर यहां के किसानों और उद्योगों के लिए अवसर ही अवसर हैं। बल्लभगढ़ में कॉलेज और पृथला में स्किल यूनिवर्सिटी बनने से भी नौजवानों को सुविधा मिली है। नाहर सिंह क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण भी यहां के युवाओं को बहुत मदद करने वाला है।

साथियों,

ये चुनाव नया इतिहास बनाने का है। ये चुनाव हरियाणा को विकास की नई बुलंदी देने का है। दिल्ली में आपका ये बेटा बैठा है। आप यहां तीसरी बार भाजपा सरकार बनाइए। मैं आज पलवल की धरती से पूरे हरियाणा के मेरे जागरूक मतदाताओं को, देशभक्त मतदाताओं को आग्रह करता हूं कि आप रिकॉर्ड वोटों से फिर एक बार भाजपा की सरकार बनाइए। हरियाणा के तेज विकास की गारंटी, ये मोदी की गारंटी है। फरीदाबाद हो, पलवल हो, मेवात हो, गुड़गांव हो, भाजपा के हर उम्मीदवार को आपको भारी बहुमत से विजयी बनाना है। मैं सभी उम्मीदवारों से आग्रह करता हूं, जरा आगे खड़े हो जाएं, सभी उम्मीदवार। जो चुनाव लड़ने वाले हैं वो जरा आगे आ जाएं। आप अपने आशीर्वाद मेरे इन सभी साथियों को दीजिए। मुझे आपकी सेवा करने का मौका दीजिए। मैं फिर एक बार इतनी बड़ी तादाद में आशीर्वाद देने आए, मैं सर झुकाकर आपका नमन करता हूं, अभिभावदन करता हूं।

मेरे साथ बोलिए...
भारत माता की जय !
दोनों हाथ ऊपर करके पूरी ताकत से आवाज दीजिए...
भारत माता की जय ! भारत माता की जय ! भारत माता की जय ! भारत माता की जय ! भारत माता की जय !
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।