The INDI Alliance lacks vision and credibility: PM Modi in Nawada

Published By : Admin | April 7, 2024 | 11:01 IST
Modi, the son of the poor, is dedicated to serving the impoverished. I vow to eradicate poverty nationwide: PM Modi in Nawada
Modi promises to uplift three crore village sisters to become 'Lakhpati Didis': PM Modi’s promise to the women in Bihar
The INDI Alliance lacks vision and credibility, with members who contradict each other in different states: PM Modi on opposition
Every vote cast on Lotus symbol on 19th April will strengthen the resolve for a ‘Viksit Bharat’: PM Modi in Nawada

भारत माता की जय।
भारत माता की जय।
भारत माता की जय।
जय छठी मइया।
अपने सबके हम प्रणाम करअ हियई।

मैं बिहार और मगध की धरती को प्रणाम करता हूँ। मगध की इस महान धरती में चन्द्रगुप्त मौर्य का शौर्य है। आचार्य चाणक्य की बौद्धिक क्षमता है। और इसमें देश को दिशा देने का अद्भुत सामर्थ्य है। ये क्षेत्र बिहार के पहले मुख्यमंत्री ‘बिहार केसरी’ श्रीकृष्ण बाबू की जन्मभूमि भी है। नवादा, लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की भी कर्मभूमि है। मैं इन सभी महान विभूतियों को आदरपूर्वक नमन करता हूँ।

साथियों,
नवादा ने हमेशा भाजपा को, एनडीए को अपना भरपूर प्यार और भरपूर आशीर्वाद दिया है। और मैं देख रहा हूं आज भी आपका ये उत्साह, ये प्यार, ये साफ-साफ बता रहा है कि नवादा के साथ-साथ पूरे बिहार में NDA का परचम लहराने जा रहा है। मैं अभी बैठे-बैठे नीतीश जी से, हमारे सम्राट जी से बात कर रहा था, मैंने कहा भई सभा का समय क्या दिया है। क्योंकि हुजूम का हुजूम अभी आ ही रहा है। ये दोनों गेट पे मैं देख रहा हूं, यानी एक प्रकार से पूरा प्रवाह चल रहा है। ये अद्भुत नजारा है।

साथियों,
बीते 10 वर्षों में देश ने जिन ऊंचाइयों को छुआ है। देश में विकास के जो काम हुए हैं। NDA को मिल रहे विशाल जनसमर्थन में उसकी झलक दिख रही है। इसीलिए, आज पूरा देश कह रहा है- फिर एक बार.., मोदी सरकार! फिर एक बार.., मोदी सरकार! फिर एक बार.., मोदी सरकार! आज पूरा बिहार कह रहा है- फिर एक बार.., मोदी सरकार!

साथियों,
आपको याद होगा, लाल किले से मैंने कहा था- यही समय है, सही समय है। भारत के इतिहास में कई शताब्दियों के इंतजार के बाद ये समय आया है। ये वो समय है, जब हम मिलकर काम करें तो भारत विकसित हो सकता है। भारत अपनी गरीबी दूर कर सकता है। हमें इस मौके को गंवाना नहीं है और इसलिए चौबीस का ये चुनाव बहुत अहम हो गया है। बीते 10 वर्षों में बिहार के लोगों ने देशहित में लिए गए अनेक बड़े निर्णय देखे हैं। आज भारत में, बिहार में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बन रहा है। आज बिहार में आधुनिक एक्सप्रेसवे बन रहे हैं। रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण हो रहा है। वंदे भारत जैसी ट्रेनें बढ़ रही हैं। डिजिटल क्रांति ने सरकार की सेवाओं को आपके मोबाइल में पहुंचा दिया है। आज पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। आप मेरी बात से सहमत हैं। भारत का डंका बज रहा है। यूरोप में डंका बज रहा है। ऑस्ट्रेलिया में डंका बज रहा है। न्यूजीलैंड में डंका बज रहा है। अफ्रीका में डंका बज रहा है। अमेरिका में डंका बज रहा है। कैसे। ये कैसे हो रहा है। कैसे हो रहा है। कैसे हो रहा है। आपने गलत जवाब दे दिया। ये मोदी के कारण नहीं हो रहा है। ये आपके एक वोट के कारण हो रहा है। आपके उस वोट की ताकत है, जिसने देश को मजबूत सरकार दी और उसके कारण देश मजबूत कदम उठा रहा है। मुझे विश्वास है, बिहार की ये महान धरती, विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए अपना भरपूर आशीर्वाद देगी।

साथियों,
मोदी देश से गरीबी खत्म करने के मिशन में जुटा है। मैं भी आप ही की तरह ही गरीबी को जीकर यहां आया हूं। मैं कभी भूल नहीं सकता कि 2014 के पहले देश में क्या स्थिति थी। करोड़ों देशवासी कच्चे घरों में रहने को मजबूर थे या बेघर थे। देश के गांवों में ज्यादातर लोग खुले में शौच के लिए मजबूर थे। गरीबों के पास ना गैस कनेक्शन था, ना नल से जल आता था। गरीब का राशन बिचौलिए खा जाते थे। अस्पताल में इलाज के लिए गरीब को दर-दर भटकना पड़ता था।

साथियों,
गरीब का बेटा मोदी, गरीब का सेवक है। मैं जब तक देश के हर भाई-बहन की गरीबी दूर नहीं कर लूंगा, चैन से नहीं बैठूंगा। बीते 10 वर्षों में गरीब कल्याण के लिए जो काम हुआ, वो आजादी के बाद के 6 दशकों में भी नहीं हुआ था। इसी का नतीजा है कि 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। जब नीयत सही होती है, हौसले बुलंद होते हैं, तो नतीजे भी मिलते ही हैं। और साथियों, अगर मैं आपको ही पूछूंगा तो आप इस सरकार के अनगिनत काम बता देंगे। हर इलाके के लोग बोलेंगे, हां, हमारे यहां ये हुआ। हर परिवार कहेगा, हां हमारे यहां ये हुआ। दस साल में इतना काम, इतना तेजी के काम, पहले कभी किसी ने कल्पना नहीं की थी। उतनी तेजी से काम हुआ है। लेकिन भाइयो-बहनो आपको लगता होगा, सारे सर्वे वाले कहते हैं कि इस बार तो चार सौ पार पक्का है। सारे अखबार वाले लिखते हैं, चार सौ पार पक्का है। सब लोग कहते हैं कि एनडीए का जय जयकार है। लोग कहते हैं कि इतना सारा हो रहा है तो मोदी इतना काम क्यों कर रहा है।

भाइयो-बहनों,
चुनाव तो आपने जिताना तय कर लिया है। मैं तो मेहनत इसलिए करता हूं कि मुझे आपके दर्शन करने का सौभाग्य मिल जाता है। अपनों से मिलने का आनंद होता है। अपनों को मिलने से ऊर्जा मिलती है। अपनों को मिलने से प्रेरणा मिलती है। और इसलिए मैं आपके बीच आता रहता हूं। और भाईयो-बहनों इतने सारे काम हुए। कोई ये कहेगा मोदी जी इतिहास में नाम हो गया। अब तो आराम करो। मेरा उनको जवाब है- मोदी मौज करने के लिए नहीं पैदा हुआ है, मोदी मेहनत करने के लिए ही जन्मा है। और वो भी 140 करोड़ देशवासियों के लिए। अब तक बहुत हुआ है बहुत किया है, लेकिन मोदी का मन तो यही कहता है कि ये तो अभी ट्रेलर है। इतने से हमें रुकना नहीं है। अभी तो गाड़ी टॉप गियर में ले जाना है। अभी तो रनवे पर है। नई ऊंचाईयों को पार करना है। अभी तो बहुत कुछ करना है। हमें देश को, बिहार को नई ऊंचाई पर लेकर जाना है।

साथियों,
बिहार और नवादा की हमारी माताओं-बहनों को लंबे समय तक जंगलराज के अंधेरे में अपना जीवन गुजारना पड़ा है। बिहार में एक वो भी समय था, जब हमारी बहन-बेटियों को सड़क पर निकलने में डर लगता था। नीतीश बाबू के प्रयासों से, हमारे सुशील मोदी जी के अथक प्रयासों से बिहार इस जंगलराज से बाहर निकला। अभी नीतीश जी विस्तार से बता रहे थे कि जंगलराज के समय शिक्षा की, स्वास्थ्य की, अन्य सुविधाओं की कैसी हालत थी। नीतीश जी के नेतृत्व में बिहार उन परिस्थितियों से बाहर निकला है। अब हर बहन के पास उसके इस भाई की, मोदी की गारंटी भी है। आज 12 करोड़ घरों में बने इज्जतघर, महिलाओं के सम्मान की गारंटी हैं। आज बिहार में करीब सवा करोड़ उज्ज्वला सिलेंडर, धुएँ से आजादी की गारंटी हैं। अकेले नवादा में ही 2 लाख से ज्यादा उज्ज्वला कनेक्शन हैं। बिहार के गरीबों को मिले सैंतीस लाख पीएम आवास महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा की गारंटी हैं। बिहार के साढ़े 8 करोड़ लोगों को मिल रहा मुफ्त राशन इस बात की गारंटी है कि किसी माँ की संतान भूखे पेट नहीं सोएगी। इतना ही नहीं। तीसरे कार्यकाल में अभी तो मोदी की कई और गारंटी आने वाली हैं। अब मोदी की गारंटी है कि गांवों की 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाएंगे। अब मोदी की गारंटी- गांव और गरीब परिवार की बहनों को ड्रोन पायलट बनाने की है। मोदी ने पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना भी शुरू की है, ताकि गरीबों का बिजली का बिल, मध्यम वर्ग का बिजली का बिल जीरो हो जाए, शून्य हो जाए।

लेकिन साथियों, मोदी की ये गारंटियां, कांग्रेस-आरजेडी वाले इंडी गठबंधन वालों को परेशान कर रही हैं। उनको पसंद नहीं आ रहीं हैं। इंडी गठबंधन के एक बहुत बड़े नेता ने कहा है कि मोदी जी आपको जो गारंटी देता है, उस पर बैन लगना चाहिए। अरे इतने डर गए हो क्या। अरे मोदी की गारंटी से घबरा रहे हो क्या। ये लोग कहते हैं, और कानून को जानकर कह रहे हैं कि मोदी का गारंटी देना ही गैर-कानूनी है। मेरे देशवासी, आप इस देश के मालिक हैं। आप मुझे बताइये, क्या मोदी गैर कानूनी काम कर रहा है। क्या गारंटी देना गैर कानूनी है। क्या मैं मेरे देशवासियों को मेहनत करने की गारंटी देता हूं तो क्या मैं गुनाह करता हूं। मैं मेरे देशवासियों को ये कहूं कि मैं 24 घंटे काम करूंगा तो क्या ये गुनाह है। मोदी गारंटी देता है उसको भी उन्होंने गुनाह बना दिया। अरे भाई, मोदी गारंटी इसलिए देता है, क्योंकि उसके पास गारंटी पूरी करने का माद्दा है, मोदी गारंटी इसलिए देता है, मोदी की नीयत है। मोदी गारंटी इसलिए देता है क्योंकि वो गारंटी पूरी करने के लिए जी-तोड़ मेहनत करता है। अहंकार में डूबे इंडी गठबंधन वालों को, खुद को देश का परमानेंट शासक समझने वाले इंडी गठबंधन वालों को ये समझ नहीं आएगा।

साथियों,
चुनाव में झूठ बोलना, झूठ बोलकर वोट लेना, इंडी गठबंधन वालों की पहचान यही है। इसलिए ये मोदी की गारंटी उसे भी रोकना चाहते हैं। ये भूल रहे हैं कि मोदी की गारंटी यानी, गारंटी पूरा होने की गारंटी! मोदी ने कश्मीर में 370 खत्म करने की गारंटी दी। नतीजा क्या हुआ, नतीजा क्या हुआ- 370 गई की नहीं गई। गई की नहीं गई। ये बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान की बातें करते हैं, लेकिन ये इंडी गठबंधन वाले जवाब दें कि कितने साल आपने राज किया। संविधान के नाम पर गीत गाते रहते हो, लेकिन आपने जम्मू कश्मीर में बाबा साहेब अंबेडकर का संविधान लागू होने नहीं दिया था। ये मोदी है जो बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को जम्मू कश्मीर की धरती भी पर ले गया है। इतने सालों के बाद ले गया है।

और आप कमाल देखिए, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष, छोटा पद नहीं है उन्होंने अभी भाषण किया, उन्होंने ये कहा और वो कहीं शायद राजस्थान में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भई राजस्थान में आकर 370 का क्या लेना-देना। मोदी यहां आकर 370 की बात क्यों करता है। ये सुनकर मुझे बहुत शर्म आई। क्या जम्मू-कश्मीर हमारा है कि नहीं है। जम्मू-कश्मीर हमारा है कि नहीं है। कांग्रेस समझ ले और सुन ले । इसी कश्मीर की रक्षा के लिए मेरे बिहार के अनेक नौजवानों ने मातृभूमि के लिए सबसे बड़ा बलिदान दिया है। कितने ही वीर-जवान तिरंगे में लिपटकर लौटे हैं, कश्मीर को बचाने के लिए। आप ये कहते हो, राजस्थान की धरती पर भी कितने ही वीर परिवार हैं, जिनके बेटे मातृभूमि में कश्मीर की रक्षा करने के लिए शहीद होकर लौटे हैं। आप ये कह रहे हैं कि हिंदुस्तान के उस कौने को क्या लेना-देना। उस कौने को क्या लेना-देना। ये टुकड़े-टुकड़े करने वाली गैंग का प्रताप है। ये लोग ऐसी भाषा बोलने लगे हैं। क्या ऐसी भाषा बोलने वालों को माफ किया जा सकता है। क्या शहीदों का अपमान सहन किया जा सकता है।

भाइयो और बहनों,
मोदी ने तीन तलाक को खत्म करने की गारंटी दी। नतीजा क्या हुआ- तीन तलाक जैसी महिला विरोधी कुप्रथा खत्म हो गई। मोदी ने भारत को आँख दिखाने वालों को सबक सिखाने की गारंटी दी। नतीजा- जो भारत को आँखें दिखाते थे, अब वो आटे के लिए भटक रहे हैं। मोदी ने गारंटी दी थी कि अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बनेगा। आज अयोध्या में भव्य राममंदिर का शिखर आसमान छू रहा है। जो 500 वर्षों में नहीं हो पाया, जिस राम मंदिर के निर्माण को रोकने की काँग्रेस औऱ आरजेडी ने बरसों तक कोशिश की, वो राममंदिर बनकर तैयार हो गया। और ये देखिए, चलो भाई, देशवासियों ने चंदा दिया। एक रूपया, पांच रूपया, पांच सौ रूपया, हजार रूपया। देशवासियों के पैसे से राम मंदिर बना है। सरकारी तिजोरी से राम मंदिर नहीं बना है। देशवासियों ने बनाया है। इनकी क्या दुश्मनी है इस देश के लोगों से। इनकी क्या दुश्मनी है प्रभु राम से। इनकी क्या दुश्मनी है अयोध्या से। उनकी क्या दुश्मनी है हमारी विरासत से। राम मंदिर बन गया तो बोले, हम उसके प्राण-प्रतिष्ठा में नहीं जाएंगे, विरोध किया। क्या ये शोभा देता है क्या। शोभा देता है क्या। इतना ही नहीं, इनके मन में इतना जहर भरा है, इतना जहर भरा है कि उनकी पार्टी के कुछ लोग राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में आ गए तो उनको छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया। राम नवमी आ रही है, ये पाप करने वालों को भूलना मत भाइयो-बहनों। भूलना मत। इसलिए, ये भी जानते हैं कि अगर मोदी की गारंटी ऐसे ही चलती रही तो इनकी वोटबैंक की दुकान ही बंद हो जाएगी। और इसलिए ये लोग मोदी की गारंटी का विरोध कर रहे हैं।

साथियों,
इंडी गठबंधन के पास न विज़न है, न विश्वसनीयता है। दिल्ली में जो लोग एक साथ खड़े होते हैं, अलग-अलग राज्यों में वही एक-दूसरे को गाली देते हैं। यहाँ बिहार में तो गजब हाल चल रहा है। यहां इंडी गठबंधन एक उम्मीदवार खड़ा करता है, तो दूसरा नेता कहता है कि असली उम्मीदवार वो है। यहां आपस में ही सिर-फुटव्वल मची है। ये मजबूरी में साथ आए लोग हैं। और इनकी मजबूरी का एक ही नाम है- सत्ता का स्वार्थ! इंडी गठबंधन यानी- भ्रष्टाचारियों का ठिकाना। और इंडी गठबंधन यानी- देशविरोधी नफरती ताकतों का ठिकाना। आप इनके बयान देख लीजिये! इंडी गठबंधन वाले सनातन धर्म को समाप्त करने की बात करते हैं। इंडी गठबंधन वाले भारत के एक और विभाजन करने की बात करते हैं। काँग्रेस पार्टी के नेता खुलेआम बयान दे रहे हैं कि वो दक्षिण भारत को अलग कर देंगे। दो दिन पहले कांग्रेस ने जो अपना घोषणापत्र जारी किया है, उसमें भी मुस्लिम लीग के विचारों की छाप है। कांग्रेस ने ‘घोषणापत्र’ नहीं, ‘तुष्टिकरण पत्र’ जारी किया है।

साथियों,
पूरे देश में चुनाव की हलचल बढ़ रही है। लेकिन ये ऐसा चुनाव है जिसमें विपक्ष के लोग गठबंधन बनाकर भ्रष्टाचारियों को छुड़ाने के लिए रैली तो कर रहे हैं। और हालत देखिए। दो खेमे हैं। दोनों के विचार देख लीजिए। मैं कहता हूं- भ्रष्टाचार हटाओ, वो कहते हैं-भ्रष्टाचारी बचाओ। आप मुझे बताइये, देश तोड़ने की बात करने वाले, भ्रष्टाचारियों का समर्थन करने वाले, सनातन धर्म को खात्मे की बात करने वाले, इन लोगों को बिहार माफ करेगा क्या? बिहार माफ करेगा क्या? कांग्रेस-आरजेडी वाले आपका एक भी वोट पाने के हकदार नहीं हैं। इन लोगों को सत्ता और भ्रष्टाचार की लत लग चुकी है। सत्ता से दूर जाते ही ये ऐसे छटपटाने लगते हैं जैसे मछली को पानी से बाहर निकाल दिया गया हो। इसलिए, इन्हें सत्ता से दूर रखना बहुत जरूरी है।

साथियों,
कल दिल्ली में कुछ लोग बता रहे थे। क्योंकि मैं देख रहा हूं कि ये इंडी गठबंधन इस चुनाव के मैदान में कहीं नजर नहीं आ रहा। उसके नेता नहीं आ रहे। मैंने जरा पूछताछ की भई मामला क्या है, ठंडे पड़े हो। तो उनके एक नेता ने बयान भी कर दिया कि हमारे लोग बहुत सुस्त हैं। ठंडे हैं। कुछ करना नहीं चाहते। तो उन्होंने कहा इंडी गठबंधन के वरिष्ठ नेतागिरी में पिछले पंद्रह दिन से बहुत तूफान चल रहा है। क्या तूफान चल रहा है। उनके एक नेता ने, हठ पकड़कर बैठे हैं कि जब तक इंडी गठबंधन उन्हें प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित नहीं करेगा, वो एक भी चुनाव प्रचार में नहीं जाएंगे। अब ये हाल है उनका। वो बता नहीं पा रहे, उनका नेता कौन है। और वो अंदर-अदंर लड़ रहे हैं। और इंडी गठबंधन वाले कहते हैं कि अभी नहीं, चुनाव नतीजे आने के बात तय करेंगे। अब वो अड़कर बैठ गए हैं। और वे कहते हैं कि जब तक मुझे नेता घोषित नहीं करोगे, मैं कोई रैली करने वाला नहीं। पता नहीं समझ जाएं, नहीं समझ जाएं। लेकिन ये हाल है उनका।

साथियो
मैंने हमेशा कहा है कि 140 देशवासी मेरा परिवार है। और ये सिर्फ शब्द नहीं हैं, मेरी भावना है। आपका सपना ही मेरा संकल्प है। नवादा के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए भाजपा ने हमारे साथी मित्र विवेक ठाकुर जी को उम्मीदवार बनाया है। इनको दिया गया एक-एक वोट मोदी को मजबूत बनाएगा। 19 अप्रैल को कमल छाप उसपर दिया गया हर वोट विकसित भारत के संकल्प को मजबूत करेगा। आप यहाँ से जाकर नवादा के जन-जन तक मेरा प्रणाम भी जरूर पहुंचाइएगा।

मेरे साथ बोलिए
भारत माता की जय
भारत माता की जय
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।