Bengal's enthusiasm for democracy is commendable: PM in Malda Uttar

Published By : Admin | April 26, 2024 | 11:15 IST
QuoteBengal's enthusiasm for democracy is commendable: PM in Malda Uttar
QuoteEvery vote strengthens our democracy and upholds the Constitution: PM in Malda Uttar
QuoteUnder TMC rule, Bengal has seen rampant corruption and scams: PM in Malda Uttar
QuoteTMC exploits Bengal's resources for personal gain: PM in Malda Uttar
QuoteBJP is committed to women's welfare: PM in Malda Uttar

जय मां काली, जय मां दुर्गा

भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय

आज देश में दूसरे चरण का मतदान हो रहा है। और अब तक की जो खबरें आ रही हैं। सुबह से ही लोग उत्साह और उमंग के साथ लोकतंत्र का उत्सव मना रहे हैं। अपने-अपने मोहल्ले से गाजे बाजे के साथ भारत माता की जय बोलते बोलते मतदान करने के लिए जा रहे हैं। जो लोग मतदान के लिए उत्साह ने निकल पड़े हैं मैं इनका हृदय से बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं। बंगाल में लोकतंत्र के इस पर्व का अलग ही उत्साह दिखता है। मैंने हेलीपैड पर भी देखा, जितने लोग यहां हैं, उतने ही लोग हेलीपैड से रास्ते में आशीर्वाद दे रहे थे। मैं आज देश में जहां-जहां मतदान हो रहा है सभी लोगों से आग्रह करूंगा कि, वोट डालना लोकतंत्र को मजबूती देने के काम है, इसलिए हम सभी देशवासियों ने देश के लिए वोट जरूर करना चाहिए।

साथियों,

आज आप इतनी बड़ी संख्या में हमें आशीर्वाद देने आए हैं। मुझे विश्वास है, पहले चरण में TMC-कॉंग्रेस जैसे जो दल पस्त हो गए थे, अब आज दूसरे चरण में ध्वस्त हो जाएंगे। इसलिए मालदा में भी हर तरफ यही गूंज है- फिर एक बार, मोदी सरकार! आबार एकबार, मोदी शोरकार

साथियों,

एक समय था, जब बंगाल, पूरे देश के विकास का नेतृत्व करता था। चाहे सामाजिक सुधार हो तो बंगाल का नेतृत्व, वैज्ञानिक प्रगति हो बंगाल का नेतृत्व। फिलोसोफी की प्रगति हो बंगाल का नेतृत्व, अध्यात्म में प्रगति हो बंगाल का नेतृत्व, देश के लिए बलिदान देना हो बंगाल का नेतृत्व। जीवन का ऐसा कोई पहलू नहीं था जिसका नेतृत्व हमारे बंगाल ने ना किया हो। लेकिन पहले लेफ्ट और फिर TMC के शासन ने बंगाल के इस ताकत को चोट पहुंचाई, बंगाल के सम्मान को चूर चूर कर दिया, बंगाल का विकास रोक दिया। TMC के राज में बंगाल में एक ही चीज चलती है- हजारों करोड़ के स्कैम। शारदा चिटफंड स्कैम, रोजवैली चिटफंड स्कैम, पशुतस्करी घोटाला, नगर पालिका नियुक्ति घोटाला, राशन घोटाले, कोयला तस्करी घोटाला। घोटाले TMC करती है, भुगतना बंगाल की जनता को पड़ता है। ऐसा कोई काम नहीं, जो बंगाल में बिना कट कमीशन के होता हो। यहाँ तक कि इन्होंने किसानों तक को नहीं छोड़ा है। हमारे किसान भाई मंडी में 1 क्विंटल गेहूं बेचने जाते हैं, तो इसका एक बड़ा हिस्सा बिचौलिये खा जाते हैं।

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साथियों,

TMC ने यहां युवाओं के भविष्य के साथ लगातार खिलवाड़ किया है। इन्होंने इतना बड़ा शिक्षा घोटाला किया। 26 हजार परिवारों की रोजीरोटी ठप्प हो गई। और कर्ज लेकर जो पैसे लेकर इन TMC वालों को दिए थे, उसका कर्ज भी सर पर मढ़ गया। जबकि बीजेपी सरकार है जो केंद्र सरकार में पूरी पारदर्शिता से युवाओं को नौकरी दे रही है। हमने मुद्रा योजना, स्टार्ट अप इंडिया अभियान, कौशल विकास अभियान से युवाओं का सामर्थ्य और बढ़ाने के लिए काम किया है। बीजेपी सरकार की नीतियों से देश में नए-नए सेक्टर्स बन रहे हैं, जहां युवाओं को ज्यादा से ज्यादा अवसर मिल रहे हैं। लेकिन बंगाल में TMC ने युवाओं के विकास के सारे दरवाजे बंद कर रखे हैं।

साथियों,

बंगाल रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, नेताजी सुभाष, गुरुदेव टैगोर, डॉक्टर मुखर्जी की धरती है। मैं अपने बंगाल को ऐसे ही पिछड़ते हुए नहीं देख सकता। TMC जैसी भ्रष्ट पार्टी के बावजूद, केंद्र की बीजेपी सरकार, बंगाल के विकास के लिए पूरी शक्ति से काम कर रही है। भाजपा सरकार की योजना की वजह से आपको मुफ्त राशन मिल रहा है।

साथियो,

ये आपका उत्साह ये आपका प्रेम मेरे सिर आंखों पर, आप इतना प्यार दे रहे हैं, इतना प्यार दे रहे हैं। कि ऐसे लगता है कि मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर अगले जन्म में यहां की किसी मां की गोद से पैदा होने वाला हूं। शायद इतना प्यार कभी नसीब नहीं होगा भाइयों।

दोस्तों,

लोग दूर-दूर तक धूप में खड़े हैं, मैदान छोटा पड़ गया। हमारी व्यवस्था छोटी पड़ गई , आपको तकलीफ हो रही है, जो धूम में तप रहे हैं उनको तकलीफ हो रही है। ये जो आपकी तकलीफ हो रही है उसके लिए मैं आपकी क्षमा मांगता हूं। लेकिन जो धूप में तप रहे हैं उनको कहता हूं कि आप की तपस्या मैं बेकार नहीं जाने दूंगा। आप जो ये ताप में तप रहे हैं, विकास करके इस त्याग को लौटाऊंगा। बंगाल के 50 लाख से ज्यादा किसानों के खातों में सीधे साढ़े 8 हजार करोड़ रुपए पीएम किसान सम्मान निधि के भेजे गए हैं। लेकिन, TMC सरकार को देखिए, वो आपको लूटने का कोई मौका छोड़ती नहीं है। मैं केंद्र से बंगाल के विकास के लिए यहां की सरकार को जो पैसा भेजता हूँ, वो TMC के नेता, मंत्री, तोलाबाज़ मिलकर खा जाते हैं। जो योजनाएँ मैं सीधे लागू करने की कोशिश करता हूँ, उसे भी TMC सरकार रोक देती है।

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इन्होंने बंगाल के लोगों को 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज देने वाली हमारी आयुष्मान योजना को रोक रखा है। अभी भाजपा ने हर बुजुर्ग को 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज का ऐलान किया है। लेकिन बंगाल के बुजुर्गों को इस योजना का लाभ भी TMC सरकार नहीं होने देगी, इसे यहां लागू ही नहीं देगी। TMC को आपकी चिंता से, आपकी परेशानियों से कोई लेना-देना नहीं है। ये चाहते हैं, कि बंगाल में वंदेभारत ट्रेनें भी ठप्प हो जाएँ। हम कहते हैं कि हमारे मालदा के किसानों का आम और मखाना पूरी दुनिया में फेमस है। उनकी आमदनी बढ़े, उन्हें ज्यादा पैसा मिले, इसके लिए यहाँ फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री लगाओ। TMC कहती है उसमें हमारा कट कैसे मिलेगा?

साथियों,

मां-माटी-मानुष की बात कहकर सत्ता में आई TMC ने सबसे बड़ा विश्वासघात यहां की महिलाओं से ही किया है। जब बीजेपी सरकार ने मुस्लिम बहनों को अत्याचार से बचाने के लिए तीन तलाक खत्म किया, तो TMC ने इसका विरोध किया। संदेशखाली में महिलाओं पर इतने अमानवीय अत्याचार हुये, और TMC सरकार आखिर तक मुख्य आरोपी को बचाती रही। यहाँ मालदा में भी महिला के साथ शर्मसार करने वाली घटना घटी, लेकिन सरकार चुप रही। जबकि बीजेपी सरकार महिलाओं की मान-मर्यादा के लिए काम कर रही है। बीजेपी सरकार ने बंगाल में 80 लाख से ज्यादा शौचालय बनाकर दिए हैं, जिसका सबसे ज्यादा लाभ महिलाओं को ही हुआ है। बंगाल की करीब सवा करोड़ माताओं-बहनों को उज्ज्वला का गैस कनेक्शन मिला है। यहां पीएम आवास के जो हजारों घर दिए गए हैं, उनमें से ज्यादातर घर महिलाओं के ही नाम हैं। पहली बार अब उनके नाम कोई संपत्ति हुई है। हमारी सरकार बहनों-बेटियों के लिए हर स्तर पर नए अवसर बना रही है, उन्हें सशक्त कर रही है।

साथियों,

TMC और काँग्रेस यहां आपस में झगड़े का दिखावा जरूर करती हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि दोनों के विचार और आचार-व्यवहार एक ही जैसा है। TMC और कांग्रेस को जोड़े रखने का सबसे बड़ा चुंबक है- तुष्टिकरण। तुष्टिकरण के लिए ये दोनों पार्टियां कुछ भी कर सकती हैं। तुष्टिकरण की खातिर ये लोग देशहित में लिए गए हर निर्णय को वापस पलटना चाहते हैं। इंडी गठबंधन वाले कहते हैं कि वो कश्मीर में आर्टिकल-370 को फिर बहाल करेंगे। TMC और काँग्रेस के नेता कह रहे हैं कि ये सत्ता में आए तो CAA कानून को रद्द कर देंगे। आप मुझे बताइए, बंटवारे से पैदा हुए देशों में जहां हिंदू,सिख,ईसाई,बौद्ध धर्म के लोगों पर जुल्म ढाए जाते हैं, जहां उनको धर्मांतरण के लिये मज़बूर किया जाता है, जिनके आस्था स्थलों- मंदिर, गुरुद्वारे, चर्च ध्वस्त कर दिए जाते हैं, जिनकी बहू-बेटियों का जबरन शादी करके उनका धर्मांतरण करवा दिया जाता है, आखिरकार वो कहां जाएंगे? इसमें बहुत बड़ी संख्या में हमारे दलित भाई-बहन हैं। तुष्टिकरण के लिए TMC-कांग्रेस इन्हें भी ठुकरा देना चाहती है। CAA नागरिकता छीनने का नहीं बल्कि नागरिकता देने का कानून है, लेकिन फिर भी TMC लगातार झूठ बोलकर अफवाह फैला रही है। यही इन लोगों की सोच है।

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साथियों,

मैं आपको इंडी गठबंधन के एक और खतरनाक इरादे के बारे में आपको बताना चाहता हूं। इंडी गठबंधन वाले महिलाओं, आदिवासियों और गरीबों के खिलाफ एक खतरनाक कानून लेकर आना चाहते हैं। इस कानून में महिलाओं का मंगलसूत्र, आदिवासी महिलाओं के गहने, हर किसी की प्रॉपर्टी की जांच करवाई जाएगी। इसके लिए कांग्रेस के शहजादे, विदेश से कोई एक्स-रे मशीन लाए हैं। वो पूरे देश में सबका एक्स-रे कर देंगे। कांग्रेस का इरादा है कि जिसके पास जितना पैसा, सोना-चांदी होगा,जमीन होगी, सब पर कब्जा कर लिया जाएगा। और फिर उसका एक हिस्सा ये लोग अपने वोटबैंक को दे देंगे। ये कांग्रेस ने घोषणा की है , लेकिन TMC वाले भी उसके खिलाफ एक शब्द नहीं बोलते हैं। TMC वाले चुपचाप कांग्रेस के इस एजेंडा को मौन रहकर समर्थन कर रहे हैं। आप देखिए, TMC और काँग्रेस में तुष्टिकरण का कैसा कॉम्पटिशन चल रहा है। TMC सरकार बंगाल में बांग्लादेशी घुसपैठियों को लाकर बसाने का काम करती है। इन घुसपैठियों को आपकी जमीन, खेत पर कब्जा करवाती है। और काँग्रेस, आपकी संपत्ति ऐसे वोट बैंक में बांटने की बात कर रही है।

साथियों,

काँग्रेस तो आपके नहीं रहने के बाद, आपकी संपत्ति पर भी 55 परसेंट टैक्स लगाने की योजना बना रही है। यानी, आपके जीवन भर की कमाई आपके बाद आपके बेटे-बेटियों को नहीं मिलेगी। उसमें से आधे से ज्यादा काँग्रेस सरकार जब्त कर लेगी। और ये संपत्ति जाएगी कहां? कांग्रेस के वोट बैंक के पास। कांग्रेस के इस फॉर्मूले को जानने के बाद पूरा देश कह रहा है-कांग्रेस की लूट- जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी। कांग्रेसेर लूट- बेंचे थाकार समय ओ, मोरे जाबार परे ओ

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साथियों,

काँग्रेस पार्टी SC, ST और OBC के आरक्षण पर भी बड़ा डाका डालने की तैयारी कर रही है। कर्नाटक में, जहां काँग्रेस की सरकार है, वहाँ कांग्रेस काफी पहले OBC के आरक्षण में सारे मुस्लिमों को हिस्सेदारी दे चुकी है। यानी, संविधान में जो हक SC, ST, OBC के लिए सुरक्षित है, उसे ये लोग धर्म के आधार पर बांटने का प्रयास कर रहे हैं। अब कर्नाटक मॉडल को काँग्रेस पूरे देश में लागू करना चाहती है। क्या आप इस साजिश को कामयाब होने देंगे?

साथियों,

आपका एक वोट विकसित भारत, विकसित बंगाल के सपने को पूरा करेगा। मालदा उत्तर से बीजेपी प्रत्याशी और लोकसभा में मेरे बहुत अच्छे साथी श्रीमान खगेन मुर्मू जी, और मालदा दक्षिण से श्रीरूपा मित्रा चौधरी जी, जिसको आप निर्भया दीदी के नाम से जानते हैं। ये निर्भया दीदी और ये मुर्मू जी 7 मई को जो आप इनको वोट देंगे ना वो वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा। मेरा अनुरोध है, यहाँ से जाकर हर परिवार में कहना, मोदी जी ने आपको जय श्रीराम भी कहा है। मेरे साथ बोलिए

भारत माता की जय।
भारत माता की जय।
भारत माता की जय।

  • Dheeraj Thakur February 03, 2025

    जय श्री राम जय श्री राम
  • Dheeraj Thakur February 03, 2025

    जय श्री राम
  • कृष्ण सिंह राजपुरोहित भाजपा विधान सभा गुड़ामा लानी November 21, 2024

    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • Devendra Kunwar October 08, 2024

    BJP
  • दिग्विजय सिंह राना September 18, 2024

    हर हर महादेव
  • Dr Mukesh Ludanan July 02, 2024

    Jai ho
  • Vivek Kumar Gupta June 27, 2024

    नमो ...................🙏🙏🙏🙏🙏
  • Vivek Kumar Gupta June 27, 2024

    नमो ..............................🙏🙏🙏🙏🙏
  • Pradhuman Singh Tomar June 24, 2024

    BJP,390
  • Avdhesh Saraswat June 22, 2024

    HAR BAAR MODI SARKAR
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Today, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM Modi in TV9 Summit
March 28, 2025
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Quote"India First" has become the mantra of India's foreign policy: PM
QuoteToday, India is not just participating in the world order but also contributing to shaping and securing the future: PM
QuoteIndia has given Priority to humanity over monopoly: PM
QuoteToday, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM

श्रीमान रामेश्वर गारु जी, रामू जी, बरुन दास जी, TV9 की पूरी टीम, मैं आपके नेटवर्क के सभी दर्शकों का, यहां उपस्थित सभी महानुभावों का अभिनंदन करता हूं, इस समिट के लिए बधाई देता हूं।

TV9 नेटवर्क का विशाल रीजनल ऑडियंस है। और अब तो TV9 का एक ग्लोबल ऑडियंस भी तैयार हो रहा है। इस समिट में अनेक देशों से इंडियन डायस्पोरा के लोग विशेष तौर पर लाइव जुड़े हुए हैं। कई देशों के लोगों को मैं यहां से देख भी रहा हूं, वे लोग वहां से वेव कर रहे हैं, हो सकता है, मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं। मैं यहां नीचे स्क्रीन पर हिंदुस्तान के अनेक शहरों में बैठे हुए सब दर्शकों को भी उतने ही उत्साह, उमंग से देख रहा हूं, मेरी तरफ से उनका भी स्वागत है।

साथियों,

आज विश्व की दृष्टि भारत पर है, हमारे देश पर है। दुनिया में आप किसी भी देश में जाएं, वहां के लोग भारत को लेकर एक नई जिज्ञासा से भरे हुए हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ कि जो देश 70 साल में ग्यारहवें नंबर की इकोनॉमी बना, वो महज 7-8 साल में पांचवे नंबर की इकोनॉमी बन गया? अभी IMF के नए आंकड़े सामने आए हैं। वो आंकड़े कहते हैं कि भारत, दुनिया की एकमात्र मेजर इकोनॉमी है, जिसने 10 वर्षों में अपने GDP को डबल किया है। बीते दशक में भारत ने दो लाख करोड़ डॉलर, अपनी इकोनॉमी में जोड़े हैं। GDP का डबल होना सिर्फ आंकड़ों का बदलना मात्र नहीं है। इसका impact देखिए, 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं, और ये 25 करोड़ लोग एक नियो मिडिल क्लास का हिस्सा बने हैं। ये नियो मिडिल क्लास, एक प्रकार से नई ज़िंदगी शुरु कर रहा है। ये नए सपनों के साथ आगे बढ़ रहा है, हमारी इकोनॉमी में कंट्रीब्यूट कर रहा है, और उसको वाइब्रेंट बना रहा है। आज दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी हमारे भारत में है। ये युवा, तेज़ी से स्किल्ड हो रहा है, इनोवेशन को गति दे रहा है। और इन सबके बीच, भारत की फॉरेन पॉलिसी का मंत्र बन गया है- India First, एक जमाने में भारत की पॉलिसी थी, सबसे समान रूप से दूरी बनाकर चलो, Equi-Distance की पॉलिसी, आज के भारत की पॉलिसी है, सबके समान रूप से करीब होकर चलो, Equi-Closeness की पॉलिसी। दुनिया के देश भारत की ओपिनियन को, भारत के इनोवेशन को, भारत के एफर्ट्स को, जैसा महत्व आज दे रहे हैं, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। आज दुनिया की नजर भारत पर है, आज दुनिया जानना चाहती है, What India Thinks Today.

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साथियों,

भारत आज, वर्ल्ड ऑर्डर में सिर्फ पार्टिसिपेट ही नहीं कर रहा, बल्कि फ्यूचर को शेप और सेक्योर करने में योगदान दे रहा है। दुनिया ने ये कोरोना काल में अच्छे से अनुभव किया है। दुनिया को लगता था कि हर भारतीय तक वैक्सीन पहुंचने में ही, कई-कई साल लग जाएंगे। लेकिन भारत ने हर आशंका को गलत साबित किया। हमने अपनी वैक्सीन बनाई, हमने अपने नागरिकों का तेज़ी से वैक्सीनेशन कराया, और दुनिया के 150 से अधिक देशों तक दवाएं और वैक्सीन्स भी पहुंचाईं। आज दुनिया, और जब दुनिया संकट में थी, तब भारत की ये भावना दुनिया के कोने-कोने तक पहुंची कि हमारे संस्कार क्या हैं, हमारा तौर-तरीका क्या है।

साथियों,

अतीत में दुनिया ने देखा है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद जब भी कोई वैश्विक संगठन बना, उसमें कुछ देशों की ही मोनोपोली रही। भारत ने मोनोपोली नहीं बल्कि मानवता को सर्वोपरि रखा। भारत ने, 21वीं सदी के ग्लोबल इंस्टीट्यूशन्स के गठन का रास्ता बनाया, और हमने ये ध्यान रखा कि सबकी भागीदारी हो, सबका योगदान हो। जैसे प्राकृतिक आपदाओं की चुनौती है। देश कोई भी हो, इन आपदाओं से इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान होता है। आज ही म्यांमार में जो भूकंप आया है, आप टीवी पर देखें तो बहुत बड़ी-बड़ी इमारतें ध्वस्त हो रही हैं, ब्रिज टूट रहे हैं। और इसलिए भारत ने Coalition for Disaster Resilient Infrastructure - CDRI नाम से एक वैश्विक नया संगठन बनाने की पहल की। ये सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार करने का संकल्प है। भारत का प्रयास है, प्राकृतिक आपदा से, पुल, सड़कें, बिल्डिंग्स, पावर ग्रिड, ऐसा हर इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षित रहे, सुरक्षित निर्माण हो।

साथियों,

भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए हर देश का मिलकर काम करना बहुत जरूरी है। ऐसी ही एक चुनौती है, हमारे एनर्जी रिसोर्सेस की। इसलिए पूरी दुनिया की चिंता करते हुए भारत ने International Solar Alliance (ISA) का समाधान दिया है। ताकि छोटे से छोटा देश भी सस्टेनबल एनर्जी का लाभ उठा सके। इससे क्लाइमेट पर तो पॉजिटिव असर होगा ही, ये ग्लोबल साउथ के देशों की एनर्जी नीड्स को भी सिक्योर करेगा। और आप सबको ये जानकर गर्व होगा कि भारत के इस प्रयास के साथ, आज दुनिया के सौ से अधिक देश जुड़ चुके हैं।

साथियों,

बीते कुछ समय से दुनिया, ग्लोबल ट्रेड में असंतुलन और लॉजिस्टिक्स से जुड़ी challenges का सामना कर रही है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए भी भारत ने दुनिया के साथ मिलकर नए प्रयास शुरु किए हैं। India–Middle East–Europe Economic Corridor (IMEC), ऐसा ही एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। ये प्रोजेक्ट, कॉमर्स और कनेक्टिविटी के माध्यम से एशिया, यूरोप और मिडिल ईस्ट को जोड़ेगा। इससे आर्थिक संभावनाएं तो बढ़ेंगी ही, दुनिया को अल्टरनेटिव ट्रेड रूट्स भी मिलेंगे। इससे ग्लोबल सप्लाई चेन भी और मजबूत होगी।

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साथियों,

ग्लोबल सिस्टम्स को, अधिक पार्टिसिपेटिव, अधिक डेमोक्रेटिक बनाने के लिए भी भारत ने अनेक कदम उठाए हैं। और यहीं, यहीं पर ही भारत मंडपम में जी-20 समिट हुई थी। उसमें अफ्रीकन यूनियन को जी-20 का परमानेंट मेंबर बनाया गया है। ये बहुत बड़ा ऐतिहासिक कदम था। इसकी मांग लंबे समय से हो रही थी, जो भारत की प्रेसीडेंसी में पूरी हुई। आज ग्लोबल डिसीजन मेकिंग इंस्टीट्यूशन्स में भारत, ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज़ बन रहा है। International Yoga Day, WHO का ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क, ऐसे कितने ही क्षेत्रों में भारत के प्रयासों ने नए वर्ल्ड ऑर्डर में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है, और ये तो अभी शुरूआत है, ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भारत का सामर्थ्य नई ऊंचाई की तरफ बढ़ रहा है।

साथियों,

21वीं सदी के 25 साल बीत चुके हैं। इन 25 सालों में 11 साल हमारी सरकार ने देश की सेवा की है। और जब हम What India Thinks Today उससे जुड़ा सवाल उठाते हैं, तो हमें ये भी देखना होगा कि Past में क्या सवाल थे, क्या जवाब थे। इससे TV9 के विशाल दर्शक समूह को भी अंदाजा होगा कि कैसे हम, निर्भरता से आत्मनिर्भरता तक, Aspirations से Achievement तक, Desperation से Development तक पहुंचे हैं। आप याद करिए, एक दशक पहले, गांव में जब टॉयलेट का सवाल आता था, तो माताओं-बहनों के पास रात ढलने के बाद और भोर होने से पहले का ही जवाब होता था। आज उसी सवाल का जवाब स्वच्छ भारत मिशन से मिलता है। 2013 में जब कोई इलाज की बात करता था, तो महंगे इलाज की चर्चा होती थी। आज उसी सवाल का समाधान आयुष्मान भारत में नजर आता है। 2013 में किसी गरीब की रसोई की बात होती थी, तो धुएं की तस्वीर सामने आती थी। आज उसी समस्या का समाधान उज्ज्वला योजना में दिखता है। 2013 में महिलाओं से बैंक खाते के बारे में पूछा जाता था, तो वो चुप्पी साध लेती थीं। आज जनधन योजना के कारण, 30 करोड़ से ज्यादा बहनों का अपना बैंक अकाउंट है। 2013 में पीने के पानी के लिए कुएं और तालाबों तक जाने की मजबूरी थी। आज उसी मजबूरी का हल हर घर नल से जल योजना में मिल रहा है। यानि सिर्फ दशक नहीं बदला, बल्कि लोगों की ज़िंदगी बदली है। और दुनिया भी इस बात को नोट कर रही है, भारत के डेवलपमेंट मॉडल को स्वीकार रही है। आज भारत सिर्फ Nation of Dreams नहीं, बल्कि Nation That Delivers भी है।

साथियों,

जब कोई देश, अपने नागरिकों की सुविधा और समय को महत्व देता है, तब उस देश का समय भी बदलता है। यही आज हम भारत में अनुभव कर रहे हैं। मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। पहले पासपोर्ट बनवाना कितना बड़ा काम था, ये आप जानते हैं। लंबी वेटिंग, बहुत सारे कॉम्प्लेक्स डॉक्यूमेंटेशन का प्रोसेस, अक्सर राज्यों की राजधानी में ही पासपोर्ट केंद्र होते थे, छोटे शहरों के लोगों को पासपोर्ट बनवाना होता था, तो वो एक-दो दिन कहीं ठहरने का इंतजाम करके चलते थे, अब वो हालात पूरी तरह बदल गया है, एक आंकड़े पर आप ध्यान दीजिए, पहले देश में सिर्फ 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र थे, आज इनकी संख्या 550 से ज्यादा हो गई है। पहले पासपोर्ट बनवाने में, और मैं 2013 के पहले की बात कर रहा हूं, मैं पिछले शताब्दी की बात नहीं कर रहा हूं, पासपोर्ट बनवाने में जो वेटिंग टाइम 50 दिन तक होता था, वो अब 5-6 दिन तक सिमट गया है।

साथियों,

ऐसा ही ट्रांसफॉर्मेशन हमने बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में भी देखा है। हमारे देश में 50-60 साल पहले बैंकों का नेशनलाइजेशन किया गया, ये कहकर कि इससे लोगों को बैंकिंग सुविधा सुलभ होगी। इस दावे की सच्चाई हम जानते हैं। हालत ये थी कि लाखों गांवों में बैंकिंग की कोई सुविधा ही नहीं थी। हमने इस स्थिति को भी बदला है। ऑनलाइन बैंकिंग तो हर घर में पहुंचाई है, आज देश के हर 5 किलोमीटर के दायरे में कोई न कोई बैंकिंग टच प्वाइंट जरूर है। और हमने सिर्फ बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का ही दायरा नहीं बढ़ाया, बल्कि बैंकिंग सिस्टम को भी मजबूत किया। आज बैंकों का NPA बहुत कम हो गया है। आज बैंकों का प्रॉफिट, एक लाख 40 हज़ार करोड़ रुपए के नए रिकॉर्ड को पार कर चुका है। और इतना ही नहीं, जिन लोगों ने जनता को लूटा है, उनको भी अब लूटा हुआ धन लौटाना पड़ रहा है। जिस ED को दिन-रात गालियां दी जा रही है, ED ने 22 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक वसूले हैं। ये पैसा, कानूनी तरीके से उन पीड़ितों तक वापिस पहुंचाया जा रहा है, जिनसे ये पैसा लूटा गया था।

साथियों,

Efficiency से गवर्नमेंट Effective होती है। कम समय में ज्यादा काम हो, कम रिसोर्सेज़ में अधिक काम हो, फिजूलखर्ची ना हो, रेड टेप के बजाय रेड कार्पेट पर बल हो, जब कोई सरकार ये करती है, तो समझिए कि वो देश के संसाधनों को रिस्पेक्ट दे रही है। और पिछले 11 साल से ये हमारी सरकार की बड़ी प्राथमिकता रहा है। मैं कुछ उदाहरणों के साथ अपनी बात बताऊंगा।

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साथियों,

अतीत में हमने देखा है कि सरकारें कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिनिस्ट्रीज में accommodate करने की कोशिश करती थीं। लेकिन हमारी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में ही कई मंत्रालयों का विलय कर दिया। आप सोचिए, Urban Development अलग मंत्रालय था और Housing and Urban Poverty Alleviation अलग मंत्रालय था, हमने दोनों को मर्ज करके Housing and Urban Affairs मंत्रालय बना दिया। इसी तरह, मिनिस्ट्री ऑफ ओवरसीज़ अफेयर्स अलग था, विदेश मंत्रालय अलग था, हमने इन दोनों को भी एक साथ जोड़ दिया, पहले जल संसाधन, नदी विकास मंत्रालय अलग था, और पेयजल मंत्रालय अलग था, हमने इन्हें भी जोड़कर जलशक्ति मंत्रालय बना दिया। हमने राजनीतिक मजबूरी के बजाय, देश की priorities और देश के resources को आगे रखा।

साथियों,

हमारी सरकार ने रूल्स और रेगुलेशन्स को भी कम किया, उन्हें आसान बनाया। करीब 1500 ऐसे कानून थे, जो समय के साथ अपना महत्व खो चुके थे। उनको हमारी सरकार ने खत्म किया। करीब 40 हज़ार, compliances को हटाया गया। ऐसे कदमों से दो फायदे हुए, एक तो जनता को harassment से मुक्ति मिली, और दूसरा, सरकारी मशीनरी की एनर्जी भी बची। एक और Example GST का है। 30 से ज्यादा टैक्सेज़ को मिलाकर एक टैक्स बना दिया गया है। इसको process के, documentation के हिसाब से देखें तो कितनी बड़ी बचत हुई है।

साथियों,

सरकारी खरीद में पहले कितनी फिजूलखर्ची होती थी, कितना करप्शन होता था, ये मीडिया के आप लोग आए दिन रिपोर्ट करते थे। हमने, GeM यानि गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म बनाया। अब सरकारी डिपार्टमेंट, इस प्लेटफॉर्म पर अपनी जरूरतें बताते हैं, इसी पर वेंडर बोली लगाते हैं और फिर ऑर्डर दिया जाता है। इसके कारण, भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हुई है, और सरकार को एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की बचत भी हुई है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर- DBT की जो व्यवस्था भारत ने बनाई है, उसकी तो दुनिया में चर्चा है। DBT की वजह से टैक्स पेयर्स के 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा, गलत हाथों में जाने से बचे हैं। 10 करोड़ से ज्यादा फर्ज़ी लाभार्थी, जिनका जन्म भी नहीं हुआ था, जो सरकारी योजनाओं का फायदा ले रहे थे, ऐसे फर्जी नामों को भी हमने कागजों से हटाया है।

साथियों,

 

हमारी सरकार टैक्स की पाई-पाई का ईमानदारी से उपयोग करती है, और टैक्सपेयर का भी सम्मान करती है, सरकार ने टैक्स सिस्टम को टैक्सपेयर फ्रेंडली बनाया है। आज ITR फाइलिंग का प्रोसेस पहले से कहीं ज्यादा सरल और तेज़ है। पहले सीए की मदद के बिना, ITR फाइल करना मुश्किल होता था। आज आप कुछ ही समय के भीतर खुद ही ऑनलाइन ITR फाइल कर पा रहे हैं। और रिटर्न फाइल करने के कुछ ही दिनों में रिफंड आपके अकाउंट में भी आ जाता है। फेसलेस असेसमेंट स्कीम भी टैक्सपेयर्स को परेशानियों से बचा रही है। गवर्नेंस में efficiency से जुड़े ऐसे अनेक रिफॉर्म्स ने दुनिया को एक नया गवर्नेंस मॉडल दिया है।

साथियों,

पिछले 10-11 साल में भारत हर सेक्टर में बदला है, हर क्षेत्र में आगे बढ़ा है। और एक बड़ा बदलाव सोच का आया है। आज़ादी के बाद के अनेक दशकों तक, भारत में ऐसी सोच को बढ़ावा दिया गया, जिसमें सिर्फ विदेशी को ही बेहतर माना गया। दुकान में भी कुछ खरीदने जाओ, तो दुकानदार के पहले बोल यही होते थे – भाई साहब लीजिए ना, ये तो इंपोर्टेड है ! आज स्थिति बदल गई है। आज लोग सामने से पूछते हैं- भाई, मेड इन इंडिया है या नहीं है?

साथियों,

आज हम भारत की मैन्युफैक्चरिंग एक्सीलेंस का एक नया रूप देख रहे हैं। अभी 3-4 दिन पहले ही एक न्यूज आई है कि भारत ने अपनी पहली MRI मशीन बना ली है। अब सोचिए, इतने दशकों तक हमारे यहां स्वदेशी MRI मशीन ही नहीं थी। अब मेड इन इंडिया MRI मशीन होगी तो जांच की कीमत भी बहुत कम हो जाएगी।

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साथियों,

आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया अभियान ने, देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को एक नई ऊर्जा दी है। पहले दुनिया भारत को ग्लोबल मार्केट कहती थी, आज वही दुनिया, भारत को एक बड़े Manufacturing Hub के रूप में देख रही है। ये सक्सेस कितनी बड़ी है, इसके उदाहरण आपको हर सेक्टर में मिलेंगे। जैसे हमारी मोबाइल फोन इंडस्ट्री है। 2014-15 में हमारा एक्सपोर्ट, वन बिलियन डॉलर तक भी नहीं था। लेकिन एक दशक में, हम ट्वेंटी बिलियन डॉलर के फिगर से भी आगे निकल चुके हैं। आज भारत ग्लोबल टेलिकॉम और नेटवर्किंग इंडस्ट्री का एक पावर सेंटर बनता जा रहा है। Automotive Sector की Success से भी आप अच्छी तरह परिचित हैं। इससे जुड़े Components के एक्सपोर्ट में भी भारत एक नई पहचान बना रहा है। पहले हम बहुत बड़ी मात्रा में मोटर-साइकल पार्ट्स इंपोर्ट करते थे। लेकिन आज भारत में बने पार्ट्स UAE और जर्मनी जैसे अनेक देशों तक पहुंच रहे हैं। सोलर एनर्जी सेक्टर ने भी सफलता के नए आयाम गढ़े हैं। हमारे सोलर सेल्स, सोलर मॉड्यूल का इंपोर्ट कम हो रहा है और एक्सपोर्ट्स 23 गुना तक बढ़ गए हैं। बीते एक दशक में हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट भी 21 गुना बढ़ा है। ये सारी अचीवमेंट्स, देश की मैन्युफैक्चरिंग इकोनॉमी की ताकत को दिखाती है। ये दिखाती है कि भारत में कैसे हर सेक्टर में नई जॉब्स भी क्रिएट हो रही हैं।

साथियों,

TV9 की इस समिट में, विस्तार से चर्चा होगी, अनेक विषयों पर मंथन होगा। आज हम जो भी सोचेंगे, जिस भी विजन पर आगे बढ़ेंगे, वो हमारे आने वाले कल को, देश के भविष्य को डिजाइन करेगा। पिछली शताब्दी के इसी दशक में, भारत ने एक नई ऊर्जा के साथ आजादी के लिए नई यात्रा शुरू की थी। और हमने 1947 में आजादी हासिल करके भी दिखाई। अब इस दशक में हम विकसित भारत के लक्ष्य के लिए चल रहे हैं। और हमें 2047 तक विकसित भारत का सपना जरूर पूरा करना है। और जैसा मैंने लाल किले से कहा है, इसमें सबका प्रयास आवश्यक है। इस समिट का आयोजन कर, TV9 ने भी अपनी तरफ से एक positive initiative लिया है। एक बार फिर आप सभी को इस समिट की सफलता के लिए मेरी ढेर सारी शुभकामनाएं हैं।

मैं TV9 को विशेष रूप से बधाई दूंगा, क्योंकि पहले भी मीडिया हाउस समिट करते रहे हैं, लेकिन ज्यादातर एक छोटे से फाइव स्टार होटल के कमरे में, वो समिट होती थी और बोलने वाले भी वही, सुनने वाले भी वही, कमरा भी वही। TV9 ने इस परंपरा को तोड़ा और ये जो मॉडल प्लेस किया है, 2 साल के भीतर-भीतर देख लेना, सभी मीडिया हाउस को यही करना पड़ेगा। यानी TV9 Thinks Today वो बाकियों के लिए रास्ता खोल देगा। मैं इस प्रयास के लिए बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं, आपकी पूरी टीम को, और सबसे बड़ी खुशी की बात है कि आपने इस इवेंट को एक मीडिया हाउस की भलाई के लिए नहीं, देश की भलाई के लिए आपने उसकी रचना की। 50,000 से ज्यादा नौजवानों के साथ एक मिशन मोड में बातचीत करना, उनको जोड़ना, उनको मिशन के साथ जोड़ना और उसमें से जो बच्चे सिलेक्ट होकर के आए, उनकी आगे की ट्रेनिंग की चिंता करना, ये अपने आप में बहुत अद्भुत काम है। मैं आपको बहुत बधाई देता हूं। जिन नौजवानों से मुझे यहां फोटो निकलवाने का मौका मिला है, मुझे भी खुशी हुई कि देश के होनहार लोगों के साथ, मैं अपनी फोटो निकलवा पाया। मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं दोस्तों कि आपके साथ मेरी फोटो आज निकली है। और मुझे पक्का विश्वास है कि सारी युवा पीढ़ी, जो मुझे दिख रही है, 2047 में जब देश विकसित भारत बनेगा, सबसे ज्यादा बेनिफिशियरी आप लोग हैं, क्योंकि आप उम्र के उस पड़ाव पर होंगे, जब भारत विकसित होगा, आपके लिए मौज ही मौज है। आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

धन्यवाद।