QuoteOnly one slogan is echoing— "Jammu ki yahi pukar… aa rahi hai BJP Sarkar!": PM Modi
QuoteOROP has been revised to provide even greater financial support to military families: PM Modi in Jammu
QuoteThe BJP aims to empower mothers, sisters, and daughters economically: PM Modi at Jammu rally
QuoteCongress, National Conference, and PDP are enemies of the Constitution: PM Modi launched a scathing attack against the opposition

भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
जम्मू दे //
सारें बासिएगी //
मेरी तरफा //
हथ जोड़िये नमस्कार //

डुग्गर के आप सभी शूरवीर और देशभक्त परिवारजनों के बीच आकर मन प्रसन्न हो जाता है एक नई प्रेरणा से भर जाता है। इस धरती ने महाराजा हरि सिंह, मेहरचंद महाजन और पंडित प्रेमनाथ डोगरा जैसे महान लोग, महान लोग देश को दिए हैं। इस धरती ने देश की रक्षा के लिए खुद को न्योछावर कर देने वाली अनेक संतानें दी हैं। मैं महान विरासत की इस धरती को नमन करता हूं। आज शहीद वीर सरदार भगत सिंह की जन्मजयंती भी है। देश के करोड़ों युवाओं की प्रेरणा, भगत सिंह जी को भी मैं श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं।

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भाइयों और बहनों,

जम्मू की ये सभा, इस विधानसभा चुनाव की मेरी आखिरी सभा है। मुझे बीते हफ्तों में जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों में जाने का अवसर मिला है। जहां भी गया, वहां भाजपा को लेकर अभूतपूर्व उत्साह दिख रहा है। जम्मू-कश्मीर के लोग कांग्रेस-NC और PDP के तीन खानदानों से त्रस्त हैं। लोग, फिर वही निज़ाम नहीं चाहते, जिसमें भ्रष्टाचार हो, नौकरियों में भेदभाव हो। जम्मू कश्मीर के लोग आतंक, अलगाव, खून-खराबा नहीं चाहते। यहां के लोग अमन-शांति चाहते हैं। यहां के लोग अपने बच्चों का बेहतर भविष्य चाहते हैं। औऱ इसलिए जम्मू-कश्मीर के लोग भाजपा सरकार चाहते हैं।

साथियों.

पिछले 2 चरणों में भारी मतदान ने जम्मू-कश्मीर की जनता का मूड बता दिया है। दोनों चरणों में भाजपा के पक्ष में जबरदस्त वोटिंग हुई है। अब यहां भाजपा की पूर्ण बहुमत की पहली सरकार, सुनते हैं न, पूर्ण बहुमत की भाजपा की पहली सरकार बनना तय है। और साथियों, जम्मू क्षेत्र के लोगों से आज कहना चाहूंगा, ये जम्मू क्षेत्र के लोगों के लिए इतिहास में पहले कभी ऐसा मौका नहीं आया है, जो इस चुनाव में आया है। आज पहली बार जम्मू क्षेत्र के लोगों की इच्छा वाली सरकार बनने जा रही है। और ये तो मंदिरों की नगरी है। इस मौके को छोड़ना नहीं है, चूकना नहीं है। भाजपा की जो सरकार यहां बनेगी, वो आपकी हर पीड़ा को दूर करेगी। जम्मू के साथ दशकों से जो भी भेदभाव हुआ है, उसको भाजपा सरकार ही दूर करेगी।

भाइयों और बहनों,

8 अक्टूबर को मां के नवरात्र के दिन नतीजे आएंगे। और हम सब तो माता वैष्णो देवी के साये में पले-बढ़े हैं। और 12 अक्टूबर को विजयादशमी है। इस बार की विजयादशमी, हम सभी के लिए शुभ शुरुआत वाली होगी। जम्मू हो, सांबा हो, कठुआ हो, चारों तरफ एक ही नारा गूंज रहा है- जम्मू की यही पुकार, आ रही है भाजपा सरकार! जम्मू की यही पुकार... ! जम्मू की यही पुकार... ! जम्मू की यही पुकार... !

साथियों,

इस चुनाव में जम्मू-कश्मीर एक नया अध्याय लिखने जा रहा है। बीते दशकों में यहां सिर्फ कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के नेता और उनके परिवार बस वही फले-फूले। आपके हिस्से सिर्फ और सिर्फ तबाही आई। ये जो हमारी पीढ़ियां बर्बाद हुई हैं, इसकी सबसे बड़ी जिम्मेदार, कांग्रेस पार्टी है। आज़ादी के बाद से ही, कांग्रेस की गलत नीतियों ने, आपको सिर्फ और सिर्फ तबाही दी है। जम्मू का बहुत बड़ा हिस्सा बॉर्डर से सटा है। आप वो दौर याद कीजिए, जब सीमापार से आए दिन गोले बरसते थे। आए दिन मीडिया में ब्रेकिंग न्यूज चलती थी। एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन। उधर से गोलियां चलती थी और कांग्रेस वाले सफेद झंडा दिखाते थे। लेकिन जब भाजपा की सरकार ने, गोली का जवाब गोले से दिया। तो उधर वालों के होश ठिकाने आए।

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साथियों,

आपको याद होगा, आज 28 सितंबर है। साल 2016 में आज की रात सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी। भारत ने दुनिया को बता दिया था कि ये नया भारत है। ये घर में घुस कर मारता है। एक वो दिन था और एक आज का दिन है। आतंक के आकाओं को पता है कि अगर कुछ भी हिमाकत की, तो मोदी पाताल में भी उन्हें खोज निकालेगा। लेकिन साथियों, आपको कांग्रेस का रवैया कभी भी नहीं भूलना है। कांग्रेस वो पार्टी है, जिसने हमारी फौज से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे थे। कांग्रेस वो पार्टी है, जो आज भी सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर पाकिस्तान की भाषा बोलती है। आप मुझे बताइए क्या कभी भी आप ऐसी कांग्रेस को कभी माफ कर सकते हैं क्या? माफ कर सकते हैं क्या?

साथियों,

देश के लिए मर मिटने वालों का कांग्रेस कभी सम्मान नहीं कर सकती। यही कांग्रेस है, जिसने 4 दशक तक हमारे फौजी परिवारों को वन रैंक वन पेंशन के लिए तरसाया। कांग्रेस ने हमारे फौजियों से झूठ बोला। ये कहते थे कि वन रैंक वन पेंशन OROP से खज़ाने पर बोझ पड़ेगा। लेकिन मोदी ने फौजी परिवारों के हितों के आगे कभी खज़ाने को नहीं देखा है। इसलिए 2014 में सरकार बनने के बाद हमने OROP लागू किया। अभी तक फौजी परिवारों को एक लाख 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक मिल चुका है। हाल में हमने OROP को रिवाइज़ भी किया है, जिससे फौजी परिवारों को और ज्यादा पैसा मिलना तय हुआ है।

साथियों,

आज की जो कांग्रेस है वो पूरी तरह अर्बन नक्सलियों के कब्जे में है। जब विदेशों से घुसपैठिए यहां आते हैं, तो न जाने क्या कारण है कि कांग्रेस को अच्छा लगता है। उनमें इनको अपना वोटबैंक दिखता है। लेकिन अपने ही लोगों की पीड़ा पर ये उनका भद्दे तरीके से मजाक उड़ाते हैं।

साथियों,

कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी, ये संविधान के सबसे बड़े दुश्मन हैं। इन्होंने बाबासाहेब अंबेडकर ने जो संविधान दिया उस संविधान की स्पिरिट का गला-घोंटा है। आप देखिए, यहीं जम्मू में कई-कई पीढ़ियों से रह रहे, अनेक परिवारों को वोट देने तक का हक नहीं था। उन्हें इस हक से किसने वंचित किया? कांग्रेस-NC और पीडीपी ने किया है। अब भाजपा ने बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान की स्पिरिट का सम्मान करते हुए ये अधिकार, अपने इन भाई-बहनों को दिया है। पश्चिम पाकिस्तान और PoK से आए हमारे बहन-भाई, हमारे गोरखा साथी, हमारे वाल्मीकि परिवार, देश के लिए इनका बहुत बड़ा योगदान है। लेकिन अनेक पीढ़ियों से इनको दूसरे दर्जे का नागरिक बनाकर मजबूरन जीने के लिए छोड़ दिया गया। कांग्रेस और उसके साथियों के इस पाप को क्या भुलाया जा सकता है?

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साथियों,

भारत के संविधान ने लोकल बॉडीज़ की व्यवस्था बनाई है। लेकिन संविधान के इन दुश्मनों ने जम्मू कश्मीर में पंचायत, BDC और DDC के चुनावों को भी रोक रखा था। संविधान के तहत, शेड्यूल्ड ट्राइब के लिए सीटें आरक्षित होती हैं। लेकिन कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस-पीडीपी ने जम्मू कश्मीर के कमज़ोर तबकों को ये हक नहीं दिया। भाजपा सरकार ने ही संविधान में दर्ज ये हक दिए हैं। आज देखिए, जम्मू रीजन की 6 सीटें ST के लिए रिज़र्व हैं। इससे गुज्जर-बकरवाल, पहाड़ी समुदाय, ऐसे हमारे अनेक समाजों को पॉलिटिकल रिप्रजेंटेशन मिलेगा। जिन साथियों को ये हक मिले हैं, वे अब खुलकर भाजपा को वोट दे रहे हैं। भाजपा पर भरोसे का ये Fixed deposit, हमारी बहुत बड़ी पूंजी है। इस पूंजी की रक्षा में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे।

साथियों,

कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस-पीडीपी के कारण, जिनको भी घाव लगे हैं, उनका मत-मज़हब कोई भी हो, भाजपा, हर घाव पर मरहम लगाने में जुटी है। भाजपा ने कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए टीका लाल टपलू स्कीम की घोषणा की है। विस्थापितों के पुनर्वास के साथ-साथ उन्हें जो आर्थिक सहायता मिलती है, उसको बढ़ाने का भी वायदा भाजपा ने किया है।

साथियों,

आज जम्मू-कश्मीर में आ रहे बदलाव से कांग्रेस-NC और पीडीपी वाले भड़के हुए हैं। इन्हें आपका विकास पसंद नहीं है। ये लोग कह रहे हैं कि उनकी सरकार बनी, तो फिर वो पुराना सिस्टम लाएंगे। ये फिर वो भेदभाव वाला निज़ाम लाएंगे, जिसका सबसे बड़ा शिकार हमारा जम्मू रीजन रहा है। कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस-पीडीपी ने जम्मू के साथ हमेशा अन्याय किया है। ये तुष्टिकरण के लिए कुछ भी कर सकते हैं। आप इनके भाषणों को सुनिए। कैसे डोगरा विरासत पर ये हमला करते हैं। महाराजा हरिसिंह को बदनाम करने के लिए ये कैसे-कैसे लांछन लगाते हैं। देश का सबसे भ्रष्ट परिवार, कांग्रेस का परिवार, डोगरा राज को भ्रष्ट बता रहा है। मैं जरा आपके पूछना चाहता हूं, जम्मू क्षेत्र के लोग मुझे बताइए क्या ये आरोप आपको स्वीकार्य है?

साथियों,

भाजपा, जम्मू के साथ हुए ऐतिहासिक भेदभाव को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है। बीते 10 सालों में जम्मू को IIT, IIM और एम्स जैसे बड़े संस्थान मिले हैं। कठुआ और साम्बा ज़िले के कंडी क्षेत्र में भी नई सड़कें बनवाई जा रहीं हैं। चत्तरगला टनल बनने से कठुआ और डोडा की कनेक्टिविटी और बेहतर होगी। कांग्रेस, बॉर्डर के गांवों को आखिरी गांव मानती थी, भाजपा ने इनको पहला गांव बनाया है। अब वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत, सीमा से सटे गांवों का विकास किया जा रहा है। यहां जम्मू रिंग रोड़ पर भी तेजी से काम चल रहा है। इससे यहां जाम की समस्या तो कम होगी ही, आसपास की तहसीलों के दर्जनों गांवों को फायदा होगा।

साथियों,

आज जम्मू की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसें चलने लगी हैं। जम्मू रेलवे स्टेशन को आधुनिक बनाया जा रहा है। जम्मू एयरपोर्ट का विस्तार किया जा रहा है। भाजपा सरकार ने बाहु किले से महामाया मंदिर तक रोपवे को भी शुरु किया है। जम्मू रीजन में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अनेक स्थानों को विकसित किया जा रहा है। घराना वेटलैंड्स, सुरिंसर झील और बीएसएफ चुंगीपोस्ट में हो रहा काम आपके सामने है। यहां जब तवी रिवरफ्रंट बनकर तैयार हो जाएगा। जब तवी के किनारे आरती होगी, तो वो सबके लिए कितना मनोरम दृश्य होगा।

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साथियों,

इलाज हो, मेडिकल की, पैरामेडिकल और नर्सिंग की पढ़ाई हो, इसको लेकर तो जम्मू में अभूतपूर्व काम हुए हैं। विजयपुर में एम्स बन चुका है। यहां स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट भी शुरु हो चुका है। हड्डियों से जुड़ी बीमारी के इलाज के लिए इतना बड़ा और आधुनिक अस्पताल यहां बना है। कठुआ में मेडिकल कॉलेज बनने से एक बहुत बड़े इलाके को सुविधा हुई है। यहां बहुत सारे नर्सिंग कॉलेज भी बनाए गए हैं। आने वाले समय में जम्मू के विकास के ये काम और तेज़ होंगे।

साथियों,

मैं यहां के व्यापारी-कारोबारी समाज को, हमारे नौजवानों से भी कहूंगा, कि आने वाला समय आपके लिए भी अवसरों से भरा है। हमारा प्रयास है कि जम्मू में ज्यादा से ज्यादा निवेश आए। यहां नए कारखाने लगें ताकि नौजवानों को यहीं, अपने-अपने जिलों में ही रोजगार मिले। इसके लिए भी जम्मू कश्मीर भाजपा ने अनेक बड़ी महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। हमने सरकारी भर्तियों में भी पारदर्शी व्यवस्था बनाई है। पहले सिर्फ उन्हीं को नौकरी मिलती थी, जो कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस या पीडीपी के खास होते थे। अब उस पुराने सिस्टम को फिर से लौटने नहीं देना है। पुराने सिस्टम की बंदिशों को तोड़कर, अब जम्मू-कश्मीर में हर नौजवान को उसका हक और सम्मान मिलेगा।

साथियों,

भाजपा का प्रयास है कि माताओं-बहनों-बेटियों का आर्थिक सशक्तिकरण हो। हमारा प्रयास ये है कि परिवार की कमाई में माताओं-बहनों-बेटियों का योगदान बढ़े। इसलिए हम बहनों के सेल्फ हेल्प ग्रुप्स को मदद दे रहे हैं। हम जम्मू कश्मीर की बहनों को लखपति दीदी बना रहे हैं। भाजपा ने बहनों को खेती के लिए ड्रोन पायलट बनाने की भी बड़ी योजना शुरु की है। इससे जम्मू की अनेक बहनों को भी ट्रेनिंग मिलेगी और सरकार से ड्रोन भी मिलेंगे। जम्मू कश्मीर भाजपा ने माताओं-बहनों के खाते में भी हर महीने हजारों रुपए जमा करने की घोषणा की है।

साथियों,

इलाज का खर्च जीरो, बिजली का बिल जीरो और अतिरिक्त बिजली से कमाई- भाजपा का संकल्प है। इसलिए यहां हर परिवार को गोल्डन कार्ड की सुविधा मिली है। मैंने सोशल मीडिया पर यहां के एक बुजुर्ग की बातें सुनी हैं। वो बता रहे थे कि गोल्डन कार्ड से उनका तीन बार ऑपरेशन हो चुका है। और उनके बेटे का भी मुफ्त इलाज हुआ है। गोल्डन कार्ड से उनका जीवन भी बच रहा है, जो महंगा इलाज करा ही नहीं पाते थे। मुझे खुशी है कि अब जम्मू कश्मीर भाजपा ने मुफ्त इलाज की रकम को बढ़ाकर, 7 लाख करने का वायदा किया है।

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साथियों,

आपका सेहत पर होने वाला खर्च तो बच ही रहा है, हम आपका बिजली का बिल भी ज़ीरो करना चाहते हैं। मुफ्त बिजली ही नहीं, बिजली से कमाई भी हो, ये व्यवस्था हम कर रहे हैं। ये सबकुछ पीएम सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना से होगा। पहले आपको छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए 80 हज़ार तक की मदद सरकार देगी। जिससे बिजली बनेगी, बिजली का बिल जीरो हो जाएगा। इतना ही नहीं, जो अतिरिक्त बिजली बेचेंगे, हर परिवार के औसतन 25-30 हज़ार रुपए बचने वाले हैं।

साथियों,

मैं जानता हूं 60-65 सालों में इस पूरे क्षेत्र की ऐसी बर्बादी की गई है, ऐसी तबाही की गई है, विकास तो छोड़ दीजिए, जीवन के हर क्षेत्र में गड्ढे ही गड्ढे हैं, खाई बन गई है। लेकिन आपको ये बता दूं कि- जीवन के हर क्षेत्र के इन गड्ढों को भरने के लिए मोदी पूरी ईमानदारी से काम कर रहा है। आपकी हर इच्छा, हर ज़रूरत को पूरा करने के लिए मैं कोई कोर-कसर नहीं छोड़ूंगा। जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने का फैसला, अस्थायी है। जम्मू कश्मीर को भाजपा ही है जो पूर्ण राज्य बनाएगी। आप हमारे इन सभी साथियों को भारी मतों से जिताकर भेजिए। सभी उम्मीदवार आगे आ जाएं। ये सभी आपके प्रतिनिधि बनें, ये सभी आपके सपनों को साकार करें, इसके लिए आपके आशीर्वाद चाहिए। आप इतनी बड़ी संख्या में यहां आए, हमें आशीर्वाद दिया। इसके लिए आप सबका बहुत-बहुत आभार।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय !

भारत माता की जय !

भारत माता की जय !

बहुत-बहुत धन्यवाद

  • Jitendra Kumar March 30, 2025

    🙏❤️
  • Shubhendra Singh Gaur March 01, 2025

    जय श्री राम ।
  • Shubhendra Singh Gaur March 01, 2025

    जय श्री राम
  • Yogendra Nath Pandey Lucknow Uttar vidhansabha November 30, 2024

    नमो नमो
  • HANUMAN RAM November 29, 2024

    Jai Matadi
  • HANUMAN RAM November 29, 2024

    Jai Shri Ram
  • HANUMAN RAM November 29, 2024

    I love my India
  • Parmod Kumar November 28, 2024

    jai shree ram
  • Amit Choudhary November 20, 2024

    Jai hind jai Bharat modi ji ki jai ho
  • ram Sagar pandey November 07, 2024

    🌹🙏🏻🌹जय श्रीराम🙏💐🌹जय माता दी 🚩🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🌹🌹🙏🙏🌹🌹🌹🌹🙏🙏🌹🌹🌹🌹🙏🙏🌹🌹🌹🌹🙏🙏🌹🌹
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Women are among the highest beneficiaries of Mudra scheme: PM Modi
April 08, 2025
QuoteMudra Yojana is not limited to any specific group but aims to empower the youth to stand on their own feet: PM
QuoteMudra Yojana has a transformative impact in fostering entrepreneurship and self-reliance: PM
QuoteMudra Yojana has brought a silent revolution with shift in the societal attitude about entrepreneurship: PM
QuoteWomen are among the highest beneficiaries of Mudra scheme: PM
Quote52 crore loans have been disbursed under the scheme, a monumental achievement unparalleled globally: PM

लाभार्थी - सर आज मैं शेयर करना चाहूंगा मेरा स्टोरी जो की एक पेट हॉबी से कैसा की मैं एंटरप्रेन्योर बना और मेरा जो बिजनेस वेंचर है उसका नाम है K9 वर्ल्ड, जहां पर हम लोग हर प्रकार के पेट सप्लाईज, मेडिसिंस और पेट्स प्रोवाइड करवाते हैं सर। सर मुद्रा लोन मिलने के बाद सर हम लोगों ने काफी सारे फैसिलिटी स्टार्ट किए, जैसे की पेट बोर्डिंग फैसिलिटी स्टार्ट किए हम लोग, जो भी like पेट पेरेंट्स है अगर वो कहीं बाहर जा रहे हैं सर, तो हमारे पास वो छोड़कर जा सकते हैं और उनके पेट हमारे यहां पर रहते हैं होमली एनवायरमेंट में सर। पशुओं के लिए मेरा जो like प्रेम है, वो सर अलग ही है, like मैं खुद खाऊं ना खाऊं, वह मैटर नहीं करता, बट उनको खिलाना है सर।

प्रधानमंत्री - तो घर में सब लोग तंग आ जाते होंगे आपसे?

लाभार्थी - सर इसके लिए मैं अपने सारे डॉग्स के साथ सेपरेट, सेपरेट like स्टे है, सेपरेट स्टे है, और मैं आपको भी बहुत धन्यवाद बोलना चाहूंगा सर, बिकॉज़ सर आप ही के कारण काफी सारे जो पशुप्रेमी हैं और NGO वर्कर्स है, अभी वो अपना काम सर ओपनली कर पाते हैं, बिना कोई रोक-टोक के ओपनली कर पाते हैं सर। मेरा जो निवास है वहां पर सर टोटली mentioned है, अगर आप पशुप्रेमी नहीं है, सर आप अलाउड नहीं है।

प्रधानमंत्री - यहां आने के बाद काफी आपकी पब्लिसिटी हो जाएगी?

लाभार्थी - सर ओबवियसली।

प्रधानमंत्री - आपका हॉस्टल छोटा पड़ जाएगा।

लाभार्थी - पहले जहां पर मैं महीने में 20000 कमा पाता था, सर अभी वहां पर मैं महीने में 40 से 50 हजार कमा पाता हूं।

प्रधानमंत्री - तो अभी आप एक काम कीजिए, जो बैंक वाले थे।

लाभार्थी - हां जी सर।

प्रधानमंत्री - जिसके समय आपको लोन मिला, एक बार उन सबको बुलाकर के आपके सारे चीज दिखाइए और उनको धन्यवाद कीजिए, उन बैंक वालों का, की देखिए आपने मेरे पर भरोसा किया और यह काम जो ज्यादा लोग हिम्मत नहीं करते, आपने मुझे लोन दिया, देखिए मैं कैसा काम कर रहा हूं।

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लाभार्थी - डेफिनेटली सर।

प्रधानमंत्री – तो उनको अच्छा लगेगा कि हां उन्होंने कोई अच्छा काम किया है।

लाभार्थी - वह ना एक माहौल को वह जो एकदम पिन ड्राप साइलेंस माहौल होता है कि पीएम का ओरा है उसको उन्होंने थोड़ा सा तोड़ा और वह हमारे साथ थोड़ा सा घुले-मिले, तो वह एक चीज मुझे बहुत अट्रैक्टिव लगी उनकी और दूसरी सबसे इंपोर्टेंट चीज कि वह बहुत ही ज्यादा गुड लिस्नर है।

लाभार्थी - I am Gopikrishnan, Entrepreneur based of mudra loan from Kerala. Pradhan Mantri Mudra Yojana has transformed me into a successful entrepreneur. My business continues to thrive bring renewable energy solutions to households and offices while creating job opportunities.

प्रधानमंत्री - आप जब दुबई से वापस आए तो आपका प्लान क्या था?

लाभार्थी – मैं वापस आया कि मैं यह मुद्रा लोन के बारे मैं मेरे को इनफॉरमेशन मिला था, इसलिए मैं वह कंपनी resign किया है।

प्रधानमंत्री - अच्छा आपको वहीं पता चला था?

लाभार्थी – हां। और रिजाइन करके, इधर आकर फिर यह मुद्रा लोन को अप्लाई करके, यह शुरू किया है।

प्रधानमंत्री - एक घर पर सूर्यघर का काम पूरा करने में कितना दिन लगता है?

लाभार्थी – अभी मैक्सिमम दो दिन।

प्रधानमंत्री - 2 दिन में एक घर का काम कर लेते हैं।

लाभार्थी – काम करते है।

प्रधानमंत्री - आपको डर लगा हो कि ये पैसे में दे नहीं पाऊंगा, तो क्या होगा, मां-बाप भी डांटते होंगे, ये दुबई से घर वापस चला आया, क्या होगा?

लाभार्थी – मेरी मां को थोड़ा टेंशन था, लेकिन वह भगवान की कृपा से सब कुछ हो गया।

प्रधानमंत्री - उन लोगों का क्या रिएक्शन है जिनको पीएम सूर्यघर से अब मुफ्त बिजली मिल रही है, क्योंकि केरल में घर नीचे होते हैं, पेड़ बड़े होते हैं, सूर्य बहुत कम आता है, बारिश भी रहती है, तो उनको कैसा लग रहा है?

लाभार्थी – ये लगाने के बाद उन लोगों को बिल कितना 240-250 के अंदर ही आता है। 3000 वालों को अभी 250 rupees का अंदर ही आता है बिल।

प्रधानमंत्री - अभी आप हर महीने कितने का काम करते हैं? अकाउंट कितना होगा?

लाभार्थी – ये अमाउन्ट मेरे को...

प्रधानमंत्री - नहीं इनकम टैक्स वाला नहीं आएगा, डरो मत, डरो मत।

लाभार्थी – ढाई लाख मिल रहा है।

प्रधानमंत्री – ये वित्त मंत्री मेरे बगल में बैठे हैं, मैं उनको बताता हूं, वह आपके यहां इनकम टैक्स वाला नहीं आएगा।

लाभार्थी – ढाई लाख से ऊपर मिलते हैं।

लाभार्थी – सपने वो नहीं जो हम सोते वक्त देखते हैं, सपने वो होते हैं जो हमें सोने नहीं देते हैं। मुसीबतें होंगी और मुश्किलें भी आएंगी, जो संघर्ष करेगा, वही सफलता पाएगा।

लाभार्थी – I am the founder of हाउस ऑफ़ पुचका. घर पर खाना-वाना बनाते थे तो हाथों में टेस्ट अच्छा था, तो सबने सजेस्ट किया कि आप कैफे फील्ड में जाओ। फिर उसमें रिसर्च करके पता चला कि प्रॉफिट मार्जिन वगैरा भी अच्छा है, तो फूड कॉस्ट वगैरा मैनेज करेंगे, तो आप एक सक्सेसफुल बिजनेस रन कर सकते हैं।

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प्रधानमंत्री - एक यूथ, एक जनरेशन है, कुछ पढ़ाई की तो उनको लगता है कि नहीं-नहीं मैं तो कहीं नौकरी करके सेटल हो जाऊंगा, रिस्क नहीं लूंगा। आप में रिस्क टेकिंग कैपेसिटी है।

लाभार्थी – जी।

प्रधानमंत्री - तो आपके रायपुर के भी दोस्त होंगे और corporate वर्ल्ड के दोस्त होंगे, स्टूडेंट दोस्त भी होंगे। उन सब में इसकी क्या चर्चा है? क्या सवाल पूछते हैं? उनको क्या लगता है? ऐसा कर सकते हैं? करना चाहिए, उनको भी आगे आने का मन करता है?

लाभार्थी – सर मैं जैसे कि अभी मेरी ऐज 23 ईयर्स है, तो मेरे पास अभी रिस्क टेकिंग एबिलिटी भी है, और टाइम भी है, तो यही समय होता है, मैं ना यूथ को लगता है कि हमारे पास फंडिंग नहीं है, बट वह गवर्नमेंट स्कीम्स के बारे में अवेयर नहीं है, तो मैं अपनी साइड से यहीं उन्हें सजेशन देना चाहूंगी, आप थोड़ा रिसर्च करो, जैसे मुद्रा लोन भी है, वैसे पीएम ईजीपी लोन भी है, कई लोन जो आपको विदाउट mortgage मिल रहे हैं, तो अगर आप में पोटेंशियल है तो आप जब ड्रॉप करो, क्योंकि sky has no limits for you, तो आप बिजनेस करिए और जितना चाहे उतना grow कर सकते हैं।

लाभार्थी – सीढ़ियां उन्हें मुबारक हो जिन्हें छत तक जाना है, अपनी मंजिल आसमान है रास्ता हमें खुद बनाना है। I am MD, Mudasir Naqasbandi, the owner of Bake My Cake, Baramulla Kashmir. We have become job creators from job seekers with the successful business. We have provided stable jobs for 42 persons from remote areas of Baramulla.

प्रधानमंत्री - आप इतना बहुत तेजी से प्रोग्रेस कर रहे हैं, जिस बैंक ने आपको लोन दिया, लोन देने से पहले आपकी स्थिति क्या थी?

लाभार्थी – Sir, overall that was 2021 before this I was not in lacs or crores, I was just in thousands.

प्रधानमंत्री – आपके यहां भी यूपीआई का उपयोग होता है?

लाभार्थी – सर शाम को जब कैश चेक करते है तो I get very disappointed because 90% transactions UPI होती है, and we have just 10% of cash in hand.

लाभार्थी – एक्चुअली मुझे वह बहुत ज्यादा पोलाइट लगे और ऐसा लग ही नहीं कि He is the Prime Minister of our country, ऐसा लग रहा था कोई हमारे साथ का और हमें गाइड कर रहा है, So वह एक humbleness उनकी तरफ से show हुआ।

प्रधानमंत्री - सुरेश आपको यह कहां से जानकारी मिली, पहले क्या काम करते थे, परिवार में पहले से क्या काम है?

लाभार्थी – सर पहले से मैं जॉब करता था।

प्रधानमंत्री – कहां पर?

लाभार्थी – वापी में, और 2022 में फिर मुझे ख्याल आया कि जॉब से कुछ होने वाला नहीं है, तो खुद का बिजनेस स्टार्ट करू।

प्रधानमंत्री - वापी में जो आप डेली ट्रेन में जाते थे, रोजी-रोटी कमाते थे, वह ट्रेन की जो दोस्ती बड़ी गजब होती है, तो ये....

लाभार्थी – सर मैं सिलवासा में रहता हूं और जॉब में वापी में करता था, अब मेरा सिलवासा में ही है।

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प्रधानमंत्री - मैं जानता हूं सब अप-डाउन वाली गैंग हैं वो, लेकिन वह लोग अब पूछते होंगे कि तुम ये कैसे कमाने लग गए हो, क्या कर रहे हो? उनमें से किसी का मन करता है कि वह भी मुद्रा लोन ले, कहीं जाए?

लाभार्थी – हां सर अभी रिसेंटली जब मैं यहां पर आ रहा था, तो मेरा एक फ्रेंड ने भी वही मेरे को बोला कि अगर हो सके तो मुझे भी थोड़ा गाइड करना मुद्रा लोन के लिए।

प्रधानमंत्री - सबसे पहले तो मेरे घर में आप सबका आने के लिए मैं धन्यवाद करता हूं। हमारे यहां शास्त्रों में कहा जाता है कि जब मेहमान घर में आते हैं और उनके चरण रज पड़ती है तो घर पवित्र हो जाता है। तो मैं बहुत स्वागत करता हूं आपका। आप सबके भी कुछ अनुभव होंगे, किसी का कोई बहुत इमोशनल ऐसा अनुभव हो, अपना काम करते हुए। अगर किसी को कहने का मन करता है तो मैं सुनना चाहता हूं

लाभार्थी – सर सबसे पहले मैं सिर्फ आपसे इतना कहना चाहूंगी, चूंकि आप मन की बात कहते भी और सुनते भी हैं, तो आपके सामने एक बहुत छोटे शहर रायबरेली की महिला व्यापारी खड़ी है, जो इस बात का प्रमाण है कि आपके सहयोग और समर्थन से जितना फायदा MSMEs को हो रहा है, मतलब मेरे लिए बहुत ही भावनात्मक समय है यहां पर आना और हम आपसे वादा करते हैं कि हम भारत को विकसित भारत मिलकर बनाएंगे, जिस तरीके का आप सहयोग और बिल्कुल बच्चों की तरह ट्रीट कर रहे हैं आप MSMEs को, चाहे हमें लाइसेंस लेने में जो प्रॉब्लम्स आती थीं, गवर्नमेंट से वह नहीं होती हैं, या फंडिंग को लेकर...

प्रधानमंत्री - आप चुनाव लड़ना चाहती हैं?

लाभार्थी – नहीं-नहीं सर यह सिर्फ मेरी मन की बात है जो मैंने आपसे बोली है, जी-जी क्योंकि मुझे ऐसा लगा कि यह प्रॉब्लम पहले मैं फेस कर रही थी, कि लोन वगैरा जब लेने जाते थे तो मना होता था।

प्रधानमंत्री - आप यह बताइए, आप करती क्या है?

लाभार्थी – बेकरी-बेकरी

प्रधानमंत्री - बेकरी

लाभार्थी – जी-जी।

प्रधानमंत्री - अभी कितना पैसा आप कमाती हो?

लाभार्थी – सर जो महीने का मेरा टर्न ओवर हो रहा है वह ढाई से तीन लाख रुपए का हो रहा है।

प्रधानमंत्री – अच्छा, और कितने लोगों को काम देती है?

लाभार्थी – सर हमारे पास 7 से 8 लोगों का ग्रुप है।

प्रधानमंत्री – अच्छा।

लाभार्थी – जी।

लाभार्थी – सर मेरा नाम लवकुश मेहरा है, मैं भोपाल मध्य प्रदेश से हूं। चूंकि पहले मैं जॉब करता था सर, किसी के यहां नौकरी करता था तो नौकर था सर, आपने हमारी गारंटी ली है सर, मुद्रा लोन के माध्यम से और सर आज हम मालिक बन गए सर। मैंने, एक्चुअली मैं एमबीए हूँ। और फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री का मुझे बिल्कुल नॉलेज नहीं था। मैंने 2021 में अपना काम चालू किया और सर मैंने पहले बैंकों को अप्रोच किया, मुझे 5 लाख की उन्होंने सीसी लिमिट मुद्रा लोन की दी। लेकिन सर मुझे डर ये लगता था कि पहली बार इतना बड़ा लोन ले रहे हैं, पटा पाएंगे कि नहीं पटा पाएंगे। तो मैं उसमें से तीन-साढे तीन लाख ही खर्च करता था सर। आज की डेट में सर 5 लाख से साढ़े 9 लाख का मेरा मुद्रा लोन हो गया है और मेरा फर्स्ट ईयर 12 लाख का टर्नओवर था, जो कि आज के डेट में लगभग more than 50 लाख हो गया।

प्रधानमंत्री - आपके अन्य मित्र होंगे उनको लगता है कि भई जीवन का यह भी एक तरीका है

लाभार्थी – यस सर।

प्रधानमंत्री - आखिरकार मुद्रा योजना यह कोई मोदी की वाहा-वाही के लिए नहीं है, मुद्रा योजना मेरे देश के नौजवानों को अपने पैरों पर खड़े रहने की हिम्मत और उनका हौसला बुलंद होता चले, मैं रोजी-रोटी कमाने के लिए क्यों भटकूंगा, मैं 10 लोगों को रोजी-रोटी दूंगा।

लाभार्थी – जी सर

प्रधानमंत्री - यह मिजाज पैदा करना है, यह आपके अगल-बगल के लोगों के अनुभव में आता है?

लाभार्थी – यस सर। मेरा जो गांव है- बाचावानी मेरा एक गांव है भोपाल से लगभग 100 किलोमीटर। वहां कम से कम दो-तीन लोगों ने किसी ने कोई ऑनलाइन डिजिटल की शॉप खोली है, किसी ने कोई फोटो स्टूडियो के लिए उन्होंने भी एक-एक, दो-दो लाख का लोन लिया है और मैंने उनकी हेल्प भी की है सर। Even मेरे जो फ्रेंड्स है सर....

प्रधानमंत्री - क्योंकि अब आप लोगों से मेरी अपेक्षा है, आप लोगों को रोजगार तो दें, लेकिन आप लोगों को कहिए की कोई गारंटी के बिना पैसा मिल रहा है, घर में क्यों बैठे हो, जाओ भई, बैंक वालों को परेशान करो।

लाभार्थी – मैंने सिर्फ इस मुद्रा लोन की वजह से अभी रिसेंटली 6 महीने पहले 34 लाख का अपना खुद का घर लिया है।

प्रधानमंत्री – ओ हो।

लाभार्थी – इतना मैं 60-70 हजार की जॉब करता था, आज मैं per month more than 1.5 lakh खुद का कमाता हूं सर।

प्रधानमंत्री - चलिए, बहुत-बहुत बधाई आपको।

लाभार्थी – और सब आपकी वजह से Thank You So Much Sir.

प्रधानमंत्री – खुद की मेहनत काम करती है भाई।

लाभार्थी – मोदी जी का ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगा हमको कि हम प्रधानमंत्री जी से बात कर रहे हैं। ऐसे लगा की कोई हमारे घर का, परिवार का बड़ा कोई सदस्य हमसे बात कर रहा है। वो किस तरीके से यह मतलब नीचे उनकी जो मुद्रा लोन की स्कीम जो चल रही है उसमें कैसे हम लोग सफल हुए हैं, वह पूरी कहानी उन्होंने समझी। उन्होंने जिस तरह से हमको मोटिवेट किया कि आप भी उस मुद्रा लोन के और भी लोगों को अवेयर कीजिए ताकि और empower और लोग अपना व्यापार स्टार्ट कर सके।

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लाभार्थी – मैं भावनगर गुजरात से आया हूं।

प्रधानमंत्री - सबसे छोटे लगते हैं आप?

लाभार्थी – यस सर।

प्रधानमंत्री – इस सारी टोली में?

लाभार्थी – मैं फाइनल ईयर में हूं और 4 महीने....

प्रधानमंत्री - तुम पढ़ते और कमाते हो?

लाभार्थी – यस।

प्रधानमंत्री – शाबाश!

लाभार्थी – मैं आदित्य टेक लैब का फाउंडर हूं जिसमें मैं 3D प्रिंटिंग, रिवर्स इंजीनियरिंग और रैपिड प्रोटो टाइपिंग और साथ-साथ में थोड़ा रोबोटिक्स का वर्क भी करता हूं, क्योंकि मैं फाइनल ईयर mekatronix स्टूडेंट हूं, तो ऑटोमेशन और वो सब में ज्यादा रहता है। तो जैसे की मुद्रा लोन से मुझे ये, जैसे कि अभी मेरी ऐज 21 है तो उसमें स्टार्ट करने में सुना था बहुत की लोन लेने का प्रोसेस बहुत कंपलेक्स है, इस साल में नहीं मिलेगी, कौन बिलीव करेगा, अभी तो एक-दो साल जॉब का एक्सपीरियंस करो, बाद में लोन मिलेगी। तो जैसे सौराष्ट्र ग्रामीण बैंक है वहां हमारे भावनगर में तो वहां जाकर मैंने मेरा आइडिया, कि मैं क्या करना चाहता हूं, वह सब बताया, तो उन लोगों ने कहा की ठीक है, आपको मुद्रा लोन जो किशोर कैटिगरी है 50000 से 5 लाख तक उसके अंडर, तो मैंने 2 लाख की लोन ली और 4 महीने से मैं शुरू करा उसको, तो सोम से शुक्रवार तक मैं कॉलेज जाता हूं और बाद में वीकेंड्स में भावनगर रहकर मेरा वर्क पेंडिंग है वह खत्म कर देता हूं और अभी मैं महीने का 30 से 35000 कमा रहा हूं सर।

प्रधानमंत्री – अच्छा।

लाभार्थी – हां।

प्रधानमंत्री – कितने लोग काम करते हैं?

लाभार्थी – अभी मैं रीमोटली वर्क करता हूं।

प्रधानमंत्री – तुम दो दिन काम करते हो।

लाभार्थी – मैं रीमोटली वर्क करता हूं, मम्मी पापा है घर पर, वह पार्ट टाइम में मेरी हेल्प कर देते हैं। फाइनेंशियल सपोर्ट तो मिलता है मुद्रा लोन से, बट खुद में जो बिलीव करना है ना, Thank You Sir!

लाभार्थी – अभी हम मनाली में अपना बिजनेस कर रहे हैं! सबसे पहले मेरे हस्बैंड सब्जी मंडी में काम करते थे फिर शादी के बाद जब मैं उनके साथ गई तो मैंने उनको कहा कि किसी के पास काम करने से अच्छा है हम दोनों एक दुकान खोलते हैं, सर फिर हमने सब्जी की दुकान की तो सर जैसे सब्जी रखते रहे धीरे-धीरे मतलब सर लोग बोलने लगे, आटा-चावल रखो, फिर सर पंजाब नेशनल बैंक का स्टाफ हमारे पास सब्जी लेने आता था, तो मैंने ऐसे उनसे बात की कि अगर हमने पैसे लेने हो, क्या हमें मिलेंगे, तब उन्होंने पहले मना कर दिया, मतलब यह 2012-13 की बात है, फिर मैंने बोला ऐसे.....

प्रधानमंत्री - आप यह 2012-2013 कह रहो हो, कोई पत्रकार को पता चलेगा तो आपको कहेंगे कि पुरानी सरकार को गाली दे रहे हैं।

लाभार्थी – तो फिर उन्होंने, नहीं-नहीं, फिर उन्होंने बोला कि आपके पास प्रॉपर्टी वगैरह है, मैंने बोला नहीं, जैसे ही यह मुद्रा लोन का पता चला ना जब, यह स्टार्ट हुआ 2015-16 में तब जैसे मैंने उनसे कहा कि ऐसे-ऐसे, उन्होंने खुद ही बताया हमें कि एक योजना चली है, अगर आपको चाहिए तो। सर मैंने बोला हमें चाहिए, तो उन्होंने हमें कोई कागज, पत्र कुछ नहीं मांगा। उन्होंने ढाई लाख रुपये हमें फर्स्ट टाइम दिये। वह ढाई लाख रुपये मैंने दो-ढाई साल में उनको वापस दिए, उन्होंने मुझे फिर ₹500000 दिये, फिर मैंने राशन की एक शॉप खोल ली, फिर वह दोनों शॉप मुझे छोटे पड़ने लगी, सर मेरा काम बहुत बढ़ने लगा, यानी कि जो मैं दो ढाई लाख साल में कमाती थी, आज मैं 10 से 15 लाख साल में काम रही हूं।

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प्रधानमंत्री – वाह।

लाभार्थी - फिर उन्होंने, मैंने 5 लाख भी कंप्लीट कर दिया, तो उन्होंने मुझे 10 लाख दिया, सर मैंने 10 लाख भी कंप्लीट कर दिया तो ढाई साल में ऐसे ही, तो अब उन्होंने मुझे 2024 नवंबर में 15 लाख दे दिया। और सर मेरा काम बहुत ज्यादा बढ़ रहा है और मुझे अच्छा लग रहा है कि अगर हमारे प्रधानमंत्री ऐसे हैं और अगर वह हमारा साथ दे रहे हैं, तो हम भी उनका साथ ऐसे ही देंगे, हम कहीं भी ऐसे गलत नहीं होने देंगे कि हमारा भी करियर खराब हो, कि हां जी उन लोगों ने ऐसे पैसे वापस नहीं दिए। बैंक वाले अब मैं, बैंक वाले तो बोले रहे थे 20 लाख ले लो, तो मैंने बोला अब हमें नहीं चाहिए, फिर भी उन्होंने बोला 15 लाख रखो जरूरत हो निकालो तो, ब्याज बढ़ेगा, नहीं निकालोगे तो नहीं बढ़ेगा। पर सर आपकी यह स्कीम मुझे बहुत अच्छी लगी।

लाभार्थी – I came from AP. I don’t know Hindi, but I will speak in Telugu.

प्रधानमंत्री - कोई बात नहीं अब तेलुगू बोलिए।

लाभार्थी – Is it sir!! I got married in 2009 sir. I remained as a housewife until 2019.I was trained with Regional training centre of Canara bank for thirteen days for the manufacturing of Jute bags.I got 2 lakhs loan under mudra yojana through the bank.I have started my business in November 2019. Canara bank people believed in me and sanctioned Rs.2 lakhs. They did not ask for any surety, no help was needed to get the loan. I got the loan sanctioned without any surety.In 2022 because of my loan repayment history, Canara bank has sanctioned additional Rs.9.5 lakhs. Now fifteen people are working under me.

प्रधानमंत्री – यानी 2 लाख से शुरू किया, साढ़े 9 लाख तक पहुंच गए।

लाभार्थी – Yes Sir!

प्रधानमंत्री – How many people are working with you?

लाभार्थी – 15 members sir.

प्रधानमंत्री – 15.

लाभार्थी – All are housewives and all are RCT (Rural self-employment centre) trainees.I used to be one of the trainees, now I am also one of the faculty. I am very much grateful for this opportunity. Thank you Thank you Thank you very much sir.

प्रधानमंत्री – Thank you, Thank You धन्यवाद।

लाभार्थी – सर मेरा नाम पूनम कुमारी है। सर मैं बहुत ही गरीब फैमिली से हूं, बहुत गरीब फैमिली थी हमारी, इतना गरीब....

प्रधानमंत्री – आप दिल्ली पहली बार है आई?

लाभार्थी – Yes Sir.

प्रधानमंत्री – वाह।

लाभार्थी – और मैं फ्लाइट में भी पहली बार बैठी हूं सर।

प्रधानमंत्री – अच्छा।

लाभार्थी – इतनी गरीबी थी मेरे यहां कि मैं अगर एक टाइम खाती थी तो दूसरा बार सोचना पड़ता था, लेकिन सर बहुत हिम्मत जुटा चुकी मैं किसान परिवार से हूं।

प्रधानमंत्री – आप बिल्कुल स्वस्थ होकर के।

लाभार्थी – क्योंकि मैं किसान परिवार से हूं तो मुझे बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता था तो मैंने अपने हस्बैंड से बात की, कि क्यों ना हम कुछ लोन लेकर के कुछ अपना ही बिजनेस शुरू करते हैं, तो मेरे हस्बैंड ने बोला कि है हां तुम बिल्कुल अच्छे से सजेशन दे रही हो, हमें करना चाहिए, तो मेरे हस्बैंड ने दोस्त वगैरह से बात की है तो उन लोगों ने बताया की मुद्रा लोन आपके लिए बहुत अच्छा रहेगा, आप करिए। फिर मैं बैंक वालों के पास गई वहां एसबीआई बैंक (जगह का नाम अस्पष्ट) फिर वो लोगों ने बताया कि हां आप ले सकते हैं बिना किसी भी वो कागजात के। तो सर मैं वहां से मुझे 8 लाख का स्वीकृत किया गया लोन और मैं बिजनेस शुरू की सर। मैं 2024 में ही ली हूं सर और बहुत अच्छा ग्रोथ हुआ सर।

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प्रधानमंत्री – क्या काम करती हो?

लाभार्थी – सर सीड्स का.. जिसमें मेरे हस्बैंड बहुत हेल्प करते हैं मार्केट का काम अधिकतर वो करते हैं मैं एक कर्मचारी भी रखी हूं सर।

प्रधानमंत्री – अच्छा।

लाभार्थी – यस सर। और बहुत आगे बढ़ रही हूं सर मुझे विश्वास है कि मैं जल्द ही लोन को ये कंप्लीट करूंगी, मुझे पूरा विश्वास है।

प्रधानमंत्री – तो अभी एक महीने का कितना कमा सकती है?

लाभार्थी – सर 60000 तक हो जाता है।

प्रधानमंत्री – अच्छा 60000 रुपया। तो परिवार को विश्वास हो गया?

लाभार्थी – बिल्कुल सर, बिल्कुल। आज मैं आत्मनिर्भर हूं आपकी इस योजना की वजह से।

प्रधानमंत्री – चलिए बहुत बढ़िया काम किया आपने।

लाभार्थी – Thank You Sir! मुझे आपसे बात करने की बहुत इच्छा थी सर, मुझे विश्वास नहीं था कि मैं, मैं भी मोदी जी से मिलने जा रही हूं, मुझे बिलीव ही नहीं हो रहा था। जब मैं यहां आ गई दिल्ली तो मुझे अरे रियली मैं जा रही हूं। Thank You Sir, मेरे हस्बैंड भी आने के लिए थे कि तुम जा रही हो चलो गुड लक।

प्रधानमंत्री – मुझे मेरा मकसद यही है कि मेरे देश का सामान्य-सामान्य नागरिक वो इतना विश्वास से भरा हुआ हो, मुसीबतें होती हैं, हर एक को होती हैं। जिंदगी में कठिनाइयां होती हैं। लेकिन अगर मौका मिले तो कठिनाइयों को परास्त करके जीवन को आगे बढ़ाना और मुद्रा योजना ने यही काम किया है।

लाभार्थी – Yes Sir!

प्रधानमंत्री – हमारे देश में बहुत कम लोग हैं, जिनको इन चीजों की समझ है कि साइलेंटली कैसे रेवोल्यूशन हो रहा है। ये बहुत बड़ा साइलेंट रेवोल्यूशन है।

लाभार्थी – सर मैं और लोगों को भी कोशिश करती हूं मुद्रा योजना के बारे में बताऊ।

प्रधानमंत्री – औरों को समझाना चाहिए।

लाभार्थी –बिल्कुल सर।

प्रधानमंत्री – देखिए हमारे यहां जब हम छोटे थे तो सुनते थे, कि उत्तम खेती, मध्यम व्यापार और कनिष्ठ नौकरी.. ऐसा सुनते थे, नौकरी को आखिरी गिनते थे। धीरे-धीरे समाज की मनोस्थिति ऐसी बदल गई कि नौकरी सबसे पहले, पहला काम भाई कहीं मिल जाए बस सेटल हो जाए। जिंदगी की surety हो जाती है। व्यापार मध्यम ही रहा और लोग यहां तक पहुंच गए खेती तो सबसे आखिरी में। इतना ही नहीं किसान भी क्या करता है अगर उसके तीन बेटे हैं तो एक को कहते हैं भाई तू खेती संभालना दो को कहते हैं तुम जाओ भाई कहीं रोजी-रोटी कमाओ। ये अब आपको ये जो मध्यम वाला विषय है कि व्यापार को हमेशा मध्यम माना गया है। लेकिन आज भारत का युवा उसके पास जो एंटरप्रेन्योर स्किल है, अगर उसको हैंड होल्डिंग हो जाए थोड़ी उसको मदद मिल जाए, तो बहुत बड़े परिणाम लाता है और इस मुद्रा योजना में किसी सरकार के लिए भी ये आंख खोलने वाला विषय है ये। सबसे ज्यादा महिलाएं आगे आई हैं, सबसे ज्यादा लोन के लिए अप्लाई करने वाली महिलाएं, सबसे ज्यादा लोन प्राप्त करने वाली महिलाएं, और सबसे जल्दी रिपेमेंट करने वाली भी महिलाएं हैं। यानी ये एक नया क्षेत्र और विकसित भारत के लिए जो संभावना है ना वो इस शक्ति में पड़ी हुई है वो दिखाई दे रहा है और इसलिए मैं समझता हूं कि हमें एक वातावरण बनाना चाहिए, आप जैसे लोग जो सफल हुए हैं आपको पता है अब आपको किसी पॉलिटिशियन की चिट्ठी की जरूरत नहीं पड़ी होगी। किसी MLA, MP के घर पर चक्कर नहीं काटना पड़ा होगा, आपको मेरा विश्वास है किसी को एक रुपया भी देना नहीं पड़ा होगा। और बिना गारंटी को आपको पैसा मिलना और एक बार पैसा आए तो उसका सदुपयोग करना ये अपने आप में आपके जीवन में भी एक डिसिप्लिन ले आता है। वरना किसी को लगेगा यार ले लिया है चलो अब दूसरे शहर में चले जाए, कहां ढूंढता रहेगा वो बैंक वाला। ये जीवन को बनाने का एक अवसर देता है और मैं चाहता हूं कि मेरे देश के नौजवान ज्यादा से ज्यादा इस क्षेत्र में आए। आप देखिए 33 लाख करोड़ रुपया, ये देश के लोगों को बिना गारंटी दे दिए गए हैं। आप अखबार में तो पढ़ते होंगे, अमीरों की सरकार है। सभी अमीरों का टोटल लगा दोगे तो भी 33 लाख करोड़ नहीं मिला होगा उनको। मेरे देश के सामान्य मानवी को 33 लाख करोड़ रुपया आपके हाथ में दिए हैं, आप जैसे देश के होनहार युवा-युवतियों को दिए गए हैं। और इन सबने किसी ने एक को, किसी ने दो को, किसी ने 10 को, किसी ने 40-50 को रोजगार दिया है। यानी रोजगार देने का बहुत बड़ा काम ये इकोनॉमी को जनरेट करता है। उसके कारण प्रोडक्शन तो होता ही होता है, लेकिन जो सामान्य मानवी कमाता है तो उसको लगता है चलो पहले साल में एक शर्ट लेते थे अब दो ले लेंगे। बच्चों को पढ़ाने से संकोच करते थे अब चलो पढ़ाएंगे, तो ऐसी हर चीज का एक समाज जीवन में बड़ा लाभ होता है। अब इस योजना को 10 साल हो गए हैं। सामान्यतः सरकार में उसका स्वभाव क्या रहता है कि एक निर्णय करें, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करे और घोषणा करे कि हम ऐसा करेंगे। उसके बाद कुछ लोगों को बुलाकर के दिया-विया जला दें, लोग ताली बजा दें, और अखबार वालों की चिंता करते रहते हैं तो अखबार में भी हेडलाइन छप जाए, और उसके बाद कोई पूछता नहीं है। ये सरकार ऐसी है कि एक योजना का 10 साल के बाद हिसाब लगा रही है, लोगों से पूछ रहे हैं कि भाई ठीक है हम तो कह रहे हैं कि ये हुआ लेकिन आप बताइए क्या हुआ। और जैसे मैं आपसे पूछ रहा हूं आज देश भर में आने वाले दिनों में ऐसे समूहों को मेरे सब साथी पूछने वाले हैं, उनसे मिलने वाले हैं, उनसे जानकारी लेने वाले हैं। और उसके कारण अगर कोई इसमें बदलाव लाना है, कुछ सुधार करना है तो वो उस दिशा में भी हम जाने वाले हैं। लेकिन हमारी कोशिश, अब देखिए लगातार शुरू में 50000 से 5 लाख किया। सरकार का कॉन्फिडेंस देखिए कि पहले सरकार भी सोचती थी, भाई 5 लाख से ऊपर मत दो डूब जाएंगे तो क्या करेंगे, ये तो मोदी के बाल नोच लेंगे सब लोग। लेकिन मेरे देश के लोगों ने मेरे विश्वास को तोड़ा नहीं, मेरा जो मेरे देशवासियों पर भरोसा था, उसको आप लोगों ने मजबूत किया। और उसके कारण मेरी हिम्मत हुई कि 50000 से 20 लाख पर पहुंच गए। ये निर्णय छोटा नहीं है, ये निर्णय तब होता है, जब उस योजना की सफलता और लोगों पर भरोसा और इसमें दोनों चीजें दिखती हैं। आप सबको बहुत शुभकामनाएं और मेरी आपसे अपेक्षा रहेगी, कि जैसे आप 5-10 लोगों को रोजगार देते हैं, वैसे 5-10 लोगों को मुद्रा योजना लेकर के कुछ अपना काम करने के लिए प्रेरित कीजिए, उनको हिम्मत दीजिए, ताकि उनको एक विश्वास बनेगा और देश में 52 करोड़ लोन दिए गए हैं, 52 करोड़ लोग नहीं होंगे जैसे सुरेश ने बताया कि उसने पहले ढाई लाख लिया, फिर 9 लाख लिया, तो दो लोन हुआ। लेकिन 52 करोड़ लोन, यानी अपने आप में बहुत बड़ा आंकड़ा है। दुनिया के किसी देश में ये सोच भी नहीं सकते हैं और इसलिए मैं कहता हूं और हमारी युवा पीढ़ी को हम तैयार करें, कि भाई आप खुद शुरू करो बहुत कुछ फायदा होगा। मुझे याद है, जब मैं गुजरात में था तो मेरा एक कार्यक्रम होता था- गरीब कल्याण मेला। लेकिन उसमें एक स्ट्रीट प्ले जैसा करते बच्चे अब मुझे गरीब नहीं रहना है, ऐसा एक लोगों को मोटिवेट करने वाला एक ड्रामा होता था, मेरे कार्यक्रम में। और फिर कुछ लोग स्टेज पर आकर के अपना जो राशन कार्ड होते थे और वो सब सरकार में वापस जमा कराते थे और कहते थे कि हम गरीबी से बाहर आ गए हैं, अब हमें फैसिलिटी नहीं चाहिए। फिर वो भाषण करते थे, कि मैंने कैसे ये परिस्थिति पलटी। तो एक बार मैं शायद वलसाड जिले में था, एक 8-10 लोगों की टोली आई और सबने अपना गरीबी वाली जितने बेनिफिट थे वो सरकार को सरेंडर किए। फिर उन्होंने अपना एक्सपीरियंस सुनाया, तो क्या था? वो आदिवासी लोग थे और आदिवासियों में वो भगत का काम भजन मंडली बजाना और शाम को गाना यही काम करते थे, तो वहां से उनको एक दो लाख रुपए का लोन मिला, तब तो ये मुद्रा योजना वगैरह नहीं थी, मेरी सरकार वहां एक स्कीम चलाती थी। उसमें से कुछ वो इंस्ट्रूमेंट लाए बजाने के, कुछ उनकी ट्रेनिंग हुई, इसमें से उन्होंने 10-12 लोगों की एक ये बैंड बाजे बजाने वालों की एक कंपनी बना दी। और शादी-ब्याह में फिर वो बजाने के लिए जाने लगे फिर उन्होंने अपना अच्छा यूनिफॉर्म बना दिया। और धीरे-धीरे-धीरे करके वो बहुत पॉपुलर हो गए और वो सब के सब अच्छी स्थिति में आ गए। हर कोई, हर महीने 50-60 हजार रुपए कमाने लग गया। यानी छोटी चीज भी कितना बड़ा बदलाव लाती है, मैंने अपनी आंखों के सामने ऐसी कई घटनाएं देखी हैं। और उसी में से मुझे इंस्पिरेशन मिलता है, आप ही लोगों में से मुझे इंस्पिरेशन मिलता है कि भाई हां, देखिए देश में ऐसी शक्ति एक में नहीं अनेकों में होगी, चलो ऐसा कुछ करते हैं। देश के लोगों को साथ लेकर के देश को बनाया जा सकता है। उनकी आशा-आकांक्षा परिस्थितियों का अध्ययन करके किया, ये मुद्रा योजना उसी का एक रूप है। मुझे विश्वास है कि आप लोग इस सफलता को और नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे और अधिकतम लोगों को लाभ हो, और समाज ने आपको दिया है, आपने भी समाज को देना चाहिए, ऐसा नहीं होना चाहिए कि भाई चलो अब मौज करें, कुछ ना कुछ हमें भी समाज के लिए करना चाहिए, जिसके कारण मन को एक संतोष मिलेगा।

चलिए बहुत-बहुत धन्यवाद।