TMC's narrative against the CAA has been fuelled by appeasement politics: PM Modi in Barasat
The Calcutta High Court's verdict has unmasked TMC's deception towards the OBCs in Bengal: PM Modi
Bengal was first looted by Congress and then Left. Now, TMC is looting it with both hands: PM Modi in Barasat

नमस्कार !

केमन आछेन बारासात बासी, बशीरहाट बासी? आपनादेर सकोलके आमार बिनम्रो श्रध्या, प्रणाम आर भालोबासा ! सबसे पहले तो मैं मां काली को प्रणाम करता हूं, उनके आशीर्वाद से हम सबने मिलकर साइक्लोन का मुकाबला किया है। साइक्लोन पर लगातार भारत सरकार की नजर थी। मैं भी लगातार संपर्क में था। हमारी NDRF और दूसरी टीमों ने अच्छा काम किया है। केंद्र सरकार हर प्रकार से, हर संभव मदद राज्य सरकार को दे रही है।

भाइयों और बहनों,

आज भारत विकसित होने के रास्ते पर चल पड़ा है। इस विकास का सबसे मज़बूत पिलर हमारा पूर्वी भारत है। पिछले 10 साल में बीजेपी सरकार ने जितना पूर्वी भारत पर खर्च किया है, उतना पिछले 60-70 साल में नहीं हुआ था। (जरा एसपीजी और कैमरामैन ये कुछ बच्चे बहुत बढ़िया-बढ़िया तस्वीर बनाकर लाए हैं। इधर भी एक बेटी कब से खड़ी है जरा ले लीजिए। आपने एड्रेस लिखा है पीछे, अपना नाम एड्रेस लिख देना, मैं आपको जरूर चिट्ठी भेजूंगा। भारत माता की, भारत माता की, जय श्री राम, जय श्री राम।) आप देखते हैं जब से आपने मुझे सेवा करने का मौका दिया हमने रेलवे, एक्सप्रेसवे, वॉटरवे, एयरपोर्ट, हर तरह से पूर्वी भारत में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए काम किया है। कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर पर ये निवेश, पूर्वी भारत में रोजगार और स्वरोजगार के भी नए मौके बना रहा है।

साथियों,

यहां पश्चिम बंगाल के एक हिस्से में कोयला और दूसरी खनिज संपदा है। तो दूसरी तरफ एक बड़ी कोस्टल - लाइन है। यहां डायमंड हार्बर जैसा ट्रेडिंग सेंटर है। आजादी के पहले एक समय वो भी था जब बंगाल लाखों देशवासियों को रोजगार देता था। आज बंगाल में ज्यादातर फैक्ट्रियां बंद हैं। यहां से नौजवान पलायन करने के लिए मजबूर हैं। मैं जरा आपसे पूछना चाहता हूं। ये बंगाल की दुर्दशा हुई है। बंगाल की बर्बादी हुई है। ये हाल किसने किया? मैं आपसे जानना चाहता हूं यह बर्बादी कौन लाया? यहां पर पहले बंगाल को कांग्रेस ने लूटा, फिर लेफ्ट ने लूटा और अब टीएमसी दोनों हाथों से लूट रही है। कांग्रेस, CPM और TMC तीनों ही पश्चिम बंगाल की गुनहगार हैं। लोग यह भी जानते हैं कि सीपीएम को दिया हर वोट ये टीएमसी के खाते में जाएगा। ये पर्दे के पीछे टीएमसी और लेफ्ट वो एक ही सिक्के की दो बाजू है और यहां के मुख्यमंत्री ने घोषणा भी कर दी है वो दिल्ली में इनका सहयोग करेगी। इसलिए अब बंगाल पर्दे के पीछे चलने वाले सारे खेल समझ चुका है। और इसलिए पश्चिम बंगाल हर कोने से एक ही आवाज आ रही है। फिर एक बार, फिर एक बार, फिर एक बार, आबार एकबार, मोदी शोरकार।

भाइयों और बहनों,

10 साल पहले जब आपने मुझे अवसर दिया था तो मैंने गारंटी दी थी- ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा। याद है न। मैंने केंद्रीय स्तर पर 10 साल में एक भी घोटाला नहीं होने दिया। अब मोदी देश को एक और बड़ी गारंटी दे रहा है। पहले मैंने गारंटी दी थी ना खाऊंगा ना खाने दूंगा। अब मेरी गारंटी है जिसने खाया है उससे बाहर निकालूंगा और जिसका खाया है उसको मैं लौटाउंगा। ये मोदी की गारंटी है। TMC के नेताओं के पास से नोटों के जो ये पहाड़ निकले हैं, एक-एक रुपये का हिसाब होगा। जिसका लूटा है उसको ये वापस कैसे मिले इसके मैं लिए कानूनी रास्ते बना रहा हूं। जो लोगों से लूटा गया था, अब तब लगभग 17 हजार करोड़ रुपए मैं लौटा चुका हूं। बंगाल में भी आपका लूटा हुआ धन, आपको वापस मिले, मैं उसके लिए पूरी कोशिश कर रहा हूं। इंडी वाले गरीब और मध्यम वर्ग की कमाई का एक्स-रे करने की बात करते हैं। अब मोदी इन भ्रष्टाचारियों की, काले धन की, गंदी कमाई की अब मैं उसका एक्स-रे निकालूंगा। ऐसा एक्स-रे कि इनकी आने वाली पीढ़ियां भी भ्रष्टाचार करने से पहले 100 बार सोचेंगी।

साथियों,

आपका ये प्यार, आपका ये उत्साह, आपका ये आशीर्वाद मेरी जिंदगी की बहुत बड़ी ऊर्जा है। मैं देख रहा हूं यहां आपके पास खड़े रहने की जगह नहीं है। बारिश के कारण तकलीफ हुई कल और आज इतना बड़ा कार्यक्रम कर रहे हैं आप। लोग छत पर खड़े हैं और अभी मैं हेलीपैड से आया साढ़े किलोमीटर दोनों तरफ ऐसी ही भीड़ थी। यानी ये प्यार, ये उत्साह, आपका यह कर्ज है ना वो बंगाल का विकास करके कर्ज चुकाऊंगा।

भाइयों और बहनों,

TMC और इंडी गठबंधन को आपके विकास से कोई मतलब नहीं है। इनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है- अपने वोटबैंक का तुष्टिकरण। देश में संविधान-संविधान, तानाशाही-तानाशाही चिल्लाने वालों की जो जमात है न वो पश्चिम बंगाल में क्या हो रहा है, ज़रा यहां आकर देखे, आपकी बोलती बंद हो जाएगी। बंगाल में TMC ने OBC को जो धोखा दिया, उसकी कलई कोर्ट ने खोल दी है। कलकत्ता हाईकोर्ट ने कहा है कि 77 मुसलमान जातियों को ओबीसी घोषित करना ये गैरकानूनी है, असंवैधानिक है, संविधान के खिलाफ है। यानि TMC ने लाखों OBC नौजवानों का जो हक मिला था उनको। संविधान ने दिया था। बाबा साहेब अंबेडकर ने दिया था। देश की पार्लियामेंट ने दिया था। वो OBC का जो हक था, रातों-रात ये वोट जिहाद वालों को मदद करने के लिए इन्होंने लूट लिया है। और आप देख रहे हैं कि कोर्ट के इस फैसले के बाद TMC की सीएम का क्या रवैया है। मैं तो हैरान हूं, यहां जजों की नीयत पर सवाल उठाए जा रहे हैं। हमारी न्याय व्यवस्था पर सवाल उठाए जा रहे हैं। हमारी न्यायपालिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं। मैं TMC से पूछना चाहता हूं, अब क्या जजों के पीछे भी अपने गुंडे छोड़ दोगे क्या? पूरा देश देख रहा है कि कैसे TMC बंगाल में न्यायपालिका का गला घोंट रही है।

साथियों,

TMC से सच बर्दाश्त नहीं होता। जो कोई भी TMC के गुनाह सामने लाता है, TMC उनको टारगेट करती है। आपने भी देखा है कि TMC के MLA ने साफ-साफ कहा कि हिंदुओं को भगीरथी में बहा देंगे। इस पर बंगाल के संतों ने TMC को रिक्वेस्ट की कि जरा आप अपनी गलती सुधार लीजिए। और बड़ी नम्रता से रिक्वेस्ट की। लेकिन TMC ने हमारे संत समाज को ही दनादन गालियां देनी शुरु कर दी। इस्कॉन, रामकृष्ण मिशन, भारत सेवाश्रम संघ ये ऐसी महान संस्थाएं है, दुनिया में उनकी प्रतिष्ठा है, उनके संतों को अपमानित करना। भाइयों-बहनों, ये सब अपने वोटबैंक को खुश करने के लिए, वोट जिहाद को आगे बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। यहां संदेशखाली की बहनों ने इंसाफ मांगा तो TMC ने उनको ही टारगेट किया। बशीरहाट से उम्मीदवार हमारी बहन रेखा पात्रा अभी यहां मंच पर ही हैं। और क्या बढ़िया भाषण किया उन्होंने। ये मीडिया वालों का ध्यान गया कि नहीं ये मुझे मालूम नहीं। TMC के पास एक नेता ऐसा नहीं होगा जो बहन रेखा पात्रा जी जैसा भाषण कर सके। देश देख रहा है कि कैसे एक गरीब की बेटी को बीजेपी ने देश की संसद में सम्मानपूर्वक पहुंचाने के लिए इतना बड़ा कदम उठाया है। और मुझे विश्वास है ये एक पवित्र कार्य है, ये नारी शक्ति के सम्मान की लड़ाई लड़ रही है। अगर रेखा पात्रा ताकतवर होगी तो हिंदुस्तान की महिलाओं की आवाज वो हिंदुस्तान की संसद में उठाएगी। मैं उनके साहस की, उनकी हिम्मत की सराहना करूंगा। वो टीएमसी की इतनी बड़ी सत्ता से टकरा रही है। वो खुद मां दुर्गा की सच्ची पुजारी लगती है। बंगाल में शाहजहां शेख जैसे अत्याचारियों का हौसला और ऐसे एक दो नहीं हैं, हर गली मोहल्ले में ऐसे लोग बैठे हैं। इनका हौसला ना बढ़े इसलिए बहन रेखा पात्रा को जिताना बहुत जरूरी है।

साथियों,

मां-माटी-मानुष की बात कहने वाली TMC ने मां को भय दिया है, माटी का अपमान किया है। यहां तक कि महिला MLA जो TMC के अंदर गुंडागर्दी के खिलाफ बोलती हैं, उनको भी टारगेट किया जा रहा है। मैं पश्चिमी मेदिनीपुर में केशपुर की माताओं-बहनों का वीडियो देख रहा था। वो भी TMC के गुंडों से बचाने की गुहार लगा रही हैं। ऐसी TMC को अपने वोट की ताकत से सजा देना बहुत जरूरी है।

साथियों,

तुष्टिकरण की राजनीति के कारण, appeasement की पॉलिटिक्स के कारण TMC ने CAA के खिलाफ भी झूठ फैलाया है। CAA के खिलाफ झूठ फैलाने से पहले CAA को रोकने की कोशिश की। मोदी डरा नहीं, मोदी झुका नहीं, मोदी ने कहा मैं सही समय देख कर के ले आऊंगा। मैं लाया। अब उनको हाथ पैर पछाड़ रहे। पहले कहते थे लागू नहीं करूंगी, लागू हो गया। यहां के लोगों को नागरिकता मिलने लगी अब वो झूठ फैला रही है, भ्रम फैला रही है लेकिन आज पूरा देश देख रहा है कि सैकड़ों शरणार्थियों को नागरिकता मिल चुकी है। किसी से कुछ नहीं छीना गया, बल्कि उन्हें नागरिकता देकर के मां भारती के बेटे के रूप में, बेटी के रूप में सम्मान दिया है। इसलिए, मतुआ साथियों को भी मैं आज यहां आया हूं तो बहुत-बहुत बधाई देता हूं। आपको अब भारत की नागरिकता से दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती है। और मोदी काम शुरू कर चुका है, नागरिकता देना चल रहा है और कुछ ही महीनों काम पूरा भी हो जाएगा। ये नागरिकता देश का संविधान, हमारा constitution दे रहा है। और मैं आपको एक और गारंटी दूंगा। TMC तो क्या, दुनिया की कोई भी ताकत मोदी के इस संकल्प को ना हिला सकती है ना डुला सकती है। और ना ही कोई रोक सकता है।

भाइयों और बहनों,

विशेष रूप से हमारी माताओं-बहनों को सशक्त करना मोदी की प्राथमिकता है। तभी तो मोदी आज पक्का घर दे रहा है और वो भी महिलाओं के नाम पक्का घर दे रहा है। और मोदी सिर्फ चार दीवारें ही नहीं देता, जब घर देता है तो घर में टॉयलेट, बिजली, सस्ता सिलेंडर, नल और नल से जल, मुफ्त अनाज, मुफ्त इलाज क्या कुछ नहीं है। जिंदगी जीने के लिए सब कुछ है। इससे हमारी नारीशक्ति को बहुत मदद मिली है। अब तो माताओं-बहनों को चावल की चिंता भी नहीं करनी पड़ती। मोदी आने वाले 5 साल तक मुफ्त चावल देता रहेगा।

साथियों,

अब मोदी ने एक और गारंटी दी है। ये गारंटी, आपका बिजली का बिल ज़ीरो करने की है। मैं पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना शुरु कर चुका हूं। इसमें एप्लाई करने वाले परिवार को छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए, मोदी सरकार 75 हज़ार रुपए देगी। इससे मुफ्त बिजली भी मिलेगी और ज्यादा बिजली होगी तो सरकार उसको खरीदेगी, उसकी कमाई भी होगी।

साथियों,
मोदी, हर आयु के लोगों की चिंता कर रहा है। आज हमारे देश में करीब 6 करोड़ लोग ऐसे हैं जिनकी आयु 70 साल से ऊपर की है। ऐसे अनेकों बुजुर्ग यहां बंगाल में भी हैं। मोदी ने तय किया है कि ऐसे सभी साथियों को 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। लेकिन TMC की सरकार यहां आयुष्मान योजना लागू नहीं होने दे रही है। बीजेपी को मिला आपका हर वोट TMC पर इस योजना से जुड़ने का दबाव डालेगा।

साथियों,

देश ने दिल्ली में मोदी सरकार बनाना पक्का कर लिया है। इसलिए 1 जून को बारासात सहित हर सीट पर कमल ही खिलना चाहिए। खिलेगा? घर-घर जाएंगे? मतदान कराएंगे? बारासात से हमारे साथी स्वपन मजूमदार जी को भारी वोटों से जिताकर दिल्ली भेजना है। बशीरहाट से बहादुर बेटी रेखा पात्रा जी को भी आपको ज्यादा से ज्यादा वोटों से जिताना है। इनको मिला हर वोट, कमल के निशान पर बटन दबाएंगे ना तो वह कमल सीधा सधा दिल्ली में मोदी के खाते में जमा हो जाएगा। और इसलिए मोदी को मजबूत करने के लिए इन दोनों को विजयी बनाइए। आप एक मेरा काम करेंगे? आप लोग मेरा एक काम करेंगे? जरा हाथ ऊपर करके बताइए करेंगे? पक्का करेंगे? अच्छा घर-घर गांव-गांव जाइएगा और वहां जो भी देवस्थान हो, तीर्थ स्थान हो, पूजा स्थान हो मोदी की तरफ से वहां जाकर के मथ्था टेकना। और परमात्मा से आशीर्वाद मांगना कि मोदी जी की तरफ से मैं मथ्था टेक रहा हूं या टेक रही हूं और ईश्वर से आशीर्वाद मांगिए, मोदी के लिए नहीं, मोदी के परिवार के लिए नहीं, हमारे भारत को विकसित भारत बनाने के लिए आशीर्वाद मांगिए। जाएंगे आप लोग घर-घर गांव-गांव जाएंगे।

बोलिए भारत माता की। भारत माता की। बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।