QuoteThe state which was infamous for naxal violence is today the state is famous for the unprecedented development done by the BJP’s efforts: PM Modi in Chhattisgarh
QuoteThe Congress-led Chhattisgarh Government is based on a plank of false promises and has only indulged in corruption scandals: PM Modi
QuoteThe Congress Party is replete of fake guarantees as even 50 years back they had the Mantra of ‘Garibi Hatao’ and even today they contest elections on the same fake guarantee: PM Modi
QuoteThe egoistic I.N.D.I Alliance, indulging in divisive politics intends to eradicate Sanatan Dharma: PM Modi
QuoteAll our policies have always been directed towards the development of the tribals: PM Modi

छत्तीसगढ़ के जम्मो. भाई-बहिनी, सियान महतारी मनल मोर जय जोहार।

आप सभी इतनी बारिश के बीच इतनी असुविधा होते हुए भी दूर-दूर से हमें आशीर्वाद देने आए हैं, और कई साथी तो शायद सुबह-सुबह घर से निकले होंगे, ये जो प्यार, ये जो स्नेह छत्तीसगढ़ के हर कोने में मुझे मिलता है, मेरे लिए ये बहुत बड़ा आशीर्वाद है आपकी सेवा करने की शक्ति देता है।

मेरे परिवारजनों,

पूरे देश में आजकल उत्सव का माहौल है। आज मैं यहां छत्तीसगढ़ में भी यही भाव, यही उमंग, यही उत्साह, यही उत्सव देख रहा हूं। उत्सवों के इस मौसम में हर खुशी इस बार डबल हो गई है। इस बार भारत अपनी उपलब्धियों का उत्सव भी मना रहा है। कुछ ही दिन पहले हमारे वैज्ञानिकों ने भारत को चांद पर पहुंचा दिया। भारत का चंद्रयान वहां पहुंचा, जहां दुनिया का कोई देश नहीं पहुंच पाया था। और जैसे हमारे छत्तीसगढ़ में लोग कहते हैं न- छत्तीसगढ़िया, सबसे बढ़िया, वैसे ही आज दुनिया के लोग कह रहे हैं- भारत का चंद्रयान, सबसे बढ़िया।

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साथियों,

इन सफलताओं के बीच भारत ने जी-20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन किया। सफल जी-20 हर देशवासी की तपस्या का परिणाम है। ये 140 करोड़ भारतीयों के परिश्रम का परिणाम है। जी-20 की एक और बहुत बड़ी विशेषता रही है, एक और बड़ी सफलता रही है। जिन छोटे-छोटे देशों की आवाज़ वैश्विक मंचों तक नहीं पहुंच पाती थी, उनको पहली बार जी-20 में इतनी बड़ी भागीदारी मिली है। अपनी जड़ों से जुड़े रहने की वजह से आज भारत इतना बड़ा काम कर पाया है। जो वंचित है, उसे वरीयता देना यही आज के भारत की प्राथमिकता है। जिन गरीबों, वंचितों, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों की आवाज़ दबी हुई थी, उनके सपनों को हमने संकल्पों में बदला है। और मुझे खुशी है कि जी-20 को सफल बनाने में छत्तीसगढ़ की जनता की भी सीधी भागीदारी रही है। आपने नवा रायपुर में जी-20 की इतनी सफल बैठक कराई। आपने इतने अच्छे से मेहमानों का स्वागत किया। उनको छत्तीसगढ़ की संस्कृति, यहां के खान-पान, यहां की विशेषताओं, यहां के सामर्थ्य के बारे में बताया। इससे पूरी दुनिया में छत्तीसगढ़ की चर्चा हुई है, यहां का गौरव बढ़ा है। एक समय था जब छत्तीसगढ़ की पहचान नक्सली हमलों औऱ हिंसा से ही हुआ करती थी। भाजपा सरकार के प्रयासों के बाद आज छत्तीसगढ़ की पहचान यहां के विकास कार्यों की वजह से हो रही है।

मेरे परिवारजनो,

दिल्ली की भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ के विकास के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। लेकिन यहां जो कांग्रेस की सरकार है, वो विकास के काम में नहीं बल्कि सिर्फ हवा-हवाई बातों और दावों में जुटी रहती है। छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार ना होने का बहुत बड़ा नुकसान, जबसे बीजेपी की सरकार गई, जबसे ये लोग बैठे हैं, सबसे बड़ा नुकसान मेरे छत्तीसगढ़ के भाइयों और बहनों को उठाना पड़ा है, मेरे नौजवानों को उठाना पड़ा है। केंद्र की भाजपा सरकार बीते 9 वर्षों में देशभर के गरीब परिवारों को करीब-करीब 4 करोड़ घर दे चुकी है। कितने ? जरो जोर से बोलिए कितने? चार करोड़ घर। हम चाहते थे कि छत्तीसगढ़ के गरीब परिवारों को भी पीएम आवास योजना का अधिक से अधिक लाभ मिले। लेकिन कांग्रेस की सरकार, यहां छत्तीसगढ़ में गरीबों के पक्के घर नहीं बनने दे रही है। महिला कल्याण हो, पीएम स्वनिधि योजना हो, हर घर जल योजना हो, गरीब कल्याण से लेकर युवा कौशल और रोज़गार की हर योजना में कांग्रेस ने, यहां की सरकार ने छत्तीसगढ़ को बहुत पीछे पहुंचा दिया है।

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मेरे परिवारजनों,

कांग्रेस जिस तरह घोटालों की राजनीति करती है, उसमें सिर्फ उसके नेताओं की तिजोरी भरती है। भरती है ना.. भरती है ना.. लूट रहे हैं ना.. गरीब कल्याण में भले पीछे हो, लेकिन भ्रष्टाचार में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार लगातार आगे बढ़ रही है। आप कल्पना कीजिए, मैं तो सोच भी नहीं सकता हूं, देशवासी भी सोच नहीं सकते, गरीब से गरीब इंसान भी सोच नहीं सकता। आप कल्पना करिए कि अगर कोई गाय के गोबर में भी भ्रष्टाचार करे, तो उसकी मानसिकता क्या होगी। छत्तीसगढ़ की बहनों से वादा तो किया था शराबबंदी का, लेकिन कांग्रेस ने शराब की बिक्री में ही घोटाला कर दिया। छत्तीसगढ़ खनिज संपदा से इतना समृद्ध राज्य है। केंद्र की भाजपा सरकार ने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड योजना बनाई। हमारा मकसद था कि जिन जिलों से खनिज संपदा निकलती है, तो उसका एक हिस्सा उसी क्षेत्र में विकास के लिए खर्च किया जाए। हम चाहते थे, हमारे आदिवासी बहनों-भाइयों को इसका सबसे ज्यादा लाभ मिले। लेकिन यहां की भ्रष्ट कांग्रेस सरकार ने इसको भी नहीं छोड़ा। छत्तीसगढ़ की खनिज संपदा को कांग्रेस के, ये जो पार्टी है न वो कांग्रेस के एटीएम की तरह उपयोग किया जा रहा है। झूठा प्रचार और आकंठ भ्रष्टाचार – यही छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार की पहचान है। और वो तो कहते हैं कि बहुत सालों के बाद मौका मिला है और इसके बाद मिलने वाला नहीं है, यही समय है जितना लूट सको लूटो।

मेरे परिवारजनों,

कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड और भाजपा का ट्रैक रिकॉर्ड आपके सामने है।
50 साल से भी पहले, कांग्रेस ने देश से गरीबी हटाने की गारंटी दी थी। दी थी कि नहीं दी थी भैया, इंदिरा जी के जमाने गरीबी हटाने की बातें कर रहे थे ना। कांग्रेस तब भी हर चुनाव इस गारंटी पर लड़ती थी, आज भी इसी गारंटी पर लड़ती है। अगर कांग्रेस अपने जमाने में अपना काम ठीक से करती, तो आज मोदी को इतनी मेहनत ना करनी पड़ती। मोदी ने गारंटी दी थी कि देश के गरीब को सशक्त बनाऊंगा। आज आप इसके परिणाम देख रहे हैं। सिर्फ 5 वर्षों में ही साढ़े 13 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर आए हैं। ये इसलिए हुआ क्योंकि भाजपा सरकार ने गरीब के हित में योजनाएं बनाईं। भाजपा ने गरीबों को गरीबी से लड़ने के लिए ज़रूरी साधन दिए सामर्थ्य दिया। भाजपा ने सरकारी योजनाओं से बिचौलियों को, कटकी कंपनी को लुटेरों को बाहर निकाला। हमने ये सुनिश्चित किया कि लाभार्थियों तक पूरा लाभ पहुंचे। आज आप देखिए, मुफ्त राशन हर लाभार्थी तक, हर गरीब तक, बिना किसी घोटाले के पहुंच रहा है। आयुष्मान भारत योजना के तहत छत्तीसगढ़ के लाखों गरीब परिवारों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिली है। जो कभी गैस सिलेंडर की कल्पना तक नहीं कर सकते थे, उनतक गैस कनेक्शन मुफ्त में पहुंचाया है। अभी कुछ दिन पहले ही उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए सिलेंडर 400 रुपए सस्ता किया गया है। कल ही केंद्र सरकार ने 75 लाख नए उज्ज्वला कनेक्शन देने को मंजूरी दी है। जिन परिवारों में विस्तार हुआ है या परिवार में विभाजन हुआ है, वो भी रह न जाए उसकी चिंता अभी से शुरू कर दी है, इसका बहुत बड़ा लाभ हमारी छत्तीसगढ़ की बहनों-बेटियों को होने जा रहा है।

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 मेरे परिवारजनों,

छत्तीसगढ़ में अच्छी सड़कों, अच्छी रेल व्यवस्था, बिजली ये सारी सुविधा बहुत जरूरी है। जब दिल्ली और रायपुर दोनों जगह भाजपा सरकार होती है तब ऐसी सुविधाएं तेजी से आखिरी गांवों तक पहुंचती है गरीब से गरीब तक पहुंचती है। आज मैं अभी सरकार कार्यक्रम से आ रहा हूं। उस सरकारी कार्यक्रम में मैंने जिन परियोजनाओं का लोकार्पण किया वो सारी परियोजनाएं हमें छत्तीसगढ़ को नई ऊंचाई पर ले जाने की ताकत देती है। छत्तीसगढ़ के गरीबों का कल्याण करने की ताकत देती है। थोड़ी देर पहले जो कार्यक्रम हुआ उसमें कुछ साथियों को सिकल सेल काउंसिलिंग कार्ड भी दिए गए हैं। सिकल सेल एनीमिया एक ऐसी बीमारी है जो माता-पिता से बच्चों तक जाती है आदिवास परिवारों में ये बहुत बड़ी चुनौती रही है। ये आदिवासी युवाओं के स्वास्थ्य और स्वाभाविक विकास को प्रभावित करता है। इसलिए भाजपा सरकार ने पहली बार इससे मुक्ति के लिए, सिकल सेल से मुक्ति के लिए मेरे आदिवासी भाइयों, बहनो, बच्चों को मदद करने के लिए एक राष्ट्रीय अभियान शुरू किया है। इसके तहत आने वाले तीन वर्षों में सात करोड़ साथियों की जांच की जाएगी। हमने संकल्प लिया है कि आदिवासी माताओं, बहनों और बच्चों को सिकल सेल की इस बीमारी से मुक्ति दिलाकर के ही रहेंगे।

मेरे परिवारजनो,

भाजपा की प्राथमिकता छोटे किसान हैं, आदिवासी किसान हैं। भाजपा का निरंतर प्रयास है कि छोटे किसानों की उपज और वनोपज उसको महत्व मिले। उन्हें अधिक से अधिक दाम मिले। अभी दिल्ली में जी-20 के लिए जो मेहमान आए थे, उनको हमारी राष्ट्रपति आदरणीय द्रौपदी मुर्मू जी ने एक भोज दिया था। दुनिया के बड़े-बड़े नेता भोजन के लिए पधारे थे और हमारी राष्ट्रपति जी ने उनको क्या खिलाया? कोदो, कुटकी, रागी, हम जो अपने परिवारों में खाते हैं, जिसे मोटा अनाज कहते हैं, जिसको आजकल हम श्री अन्न कहते हैं और जो हमारे छोटे-छोटे किसान छोटी-छोटी जमीन के टुकड़ों पर उगाते हैं। जो मेरे आदिवासी भाई-बहन उगाते हैं, हमने इन मोटे अनाजों से बड़े-बड़े नेताओं का स्वागत किया है। भारत का श्री अन्न, आपके खेतों में उगने वाला श्री अन्न, विश्व की पोषण और पौष्टिक सुरक्षा का ब्रांड बने, ये मोदी का मिशन है। हमारे आदिवासी बहन-भाई जंगल से जो उत्पाद इकट्ठा करते हैं, ऐसे उत्पादों के बेहतर दाम देने के लिए भी भाजपा प्रतिबद्ध है। इसलिए बीते 9 वर्षों में दर्जनों वन उपजों को समर्थन मूल्य के दायरे में लाया गया है। जो सैकड़ों वनधन केंद्र बनाए गए हैं, इससे भी इन वन उत्पादों की भी अधिक कीमत मिलनी तय हुई है। मुझे खुशी है कि वनधन केंद्रों में बड़ी संख्या में आदिवासी बहन-भाइयों को रोज़गार मिला है। विशेष रूप से आदिवासी बहनों के सैकड़ों स्वयं सहायता समूह वनधन योजना से जुड़े हैं।

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मेरे परिवारजनो,

छत्तीसगढ़ की ये भूमि, भगवान श्री राम का ननिहाल है। माता कौशल्या का भव्य मंदिर यहां है। आज इस पवित्र भूमि पर मैं आप सभी को आप सभी भाई-बहनों को हमारी आस्था, हमारे देश के खिलाफ जो साजिश हो रही है उसके प्रत जागरूक करना चाहता हूं। जिन लोगों को आप सभी ने पिछले 9 साल से केंद्र सरकार से बाहर कर रखा है, जो लोग लगातार चुनाव हार रहे हैं, वे लोग अब आपसे इतनी नफरत से भर गए हैं कि उन्होंने आपकी पहचान, आपकी संस्कृति के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है। इन लोगों ने मिलकर एक इंडी गठबंधन बनाया है। कुछ लोग इसे घमंडिया गठबंधन भी कहते हैं। अब इंडी गठबंधन ने तय किया है कि वो भारत की सनातन संस्कृति को समाप्त करके रहेगा। यानि जो संस्कृति हजारों साल से भारत को एक किए हुए है, सत्ता के लालच में ये लोग अब उसे तोड़ना चाहते हैं। सनातन संस्कृति वो है- जिसमें भगवान् राम सबरी को माँ कहकर उनके जूठे बेरों को खाने का आनंद लेते हैं। सनातन संस्कृति वो है- जहां राम वनवासियों को, निषादराज गुहु को अपने भाई से भी बढ़कर बताते हैं। सनातन संस्कृति वो है- जहां राम, नाव चलाने वाले केवट को गले लगाकर धन्य हो जाते हैं। सनातन संस्कृति वो है जिसमें वानरों की सेना श्रीराम की शक्ति बढ़ाकर, लंका विजय का कारण बनती है। सनातन संस्कृति वो है- जो किसी परिवार में हुए जन्म को नहीं, बल्कि व्यक्ति के कर्म उसको प्रधानता देती है।गांधी जी से लेकर स्वामी विवेकानंद तक, देवी मां अहिल्याबाई होल्कर से लेकर मीरा बाई तक, हजारों हजार साल से ये सनातन धर्म, सनातन संस्कृति हर किसी को प्रेरित करती रही है। ये सनातन संस्कृति है जो रविदास और कबीरदास को संत शिरोमणि कहकर अपना गौरव बढ़ाती है। हमारे यहां छत्तीसगढ़ में ही बहुत बड़े स्वतंत्रता सेनानी हुए थे, श्याम लाल सोम जी। उन्हें प्रथम जंगल सत्याग्रही कहा जाता है। श्याम लाल सोम जी का जीवन सनातन से ही प्रेरित था। हमारे छत्तीसगढ़ के ही शहीद रामाधीन गोंड का तो नाम ही सनातन का प्रतिबिंब रहा है। ऐसी सनातन संस्कृति को समाप्त करने का ऐलान इंडी अलायंस के लोगों ने किया है। छत्तीसगढ़ के लोगों को, देश के लोगों को इनसे बहुत सतर्क रहना है। ये भारत की हजारों साल से चली आ रही संस्कृति को मिटाना चाहते हैं, ये भारत को मिटाना चाहते हैं।

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मेरे परिवारजनो,

पूरी दुनिया में भारत की धूम है, दुनिया भारत में निवेश की हर संभावना को तलाश रही है, लेकिन यहां कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार केंद्र के काम में रोड़े अटकाने वाली सरकार रहेगी तो छत्तीसगढ़ को इसका लाभ नहीं मिल पाएगा। छत्तीसगढ़ के युवाओं को यहीं पर बेहतर रोजगार मिले, छत्तीसग़ढ़ निवेश आकर्षित करने में अग्रणीय हो इसके लिए यहां भाजपा की सरकार बनना आवश्यक है। ये जो समय आया है इसको छत्तीसगढ़ को चूकना नहीं है। छत्तीसगढ़ को अटल जी ने जिस भाव के साथ बनाया है अब मोदी को उसी भाव के साथ विकसित छत्तीसगढ़ बनाने का अवसर देना यही मैं आपलोगों से प्रार्थना करता हूं। छत्तीसगढ़ के पास अपार संपदा है अब इसे भाजपा का कमल खिलाकर समर्पण और संकल्प से जोड़ना है। आप इतनी बड़ी संख्या में इतनी बारिश के बावजूद भी हम सबको आशीर्वाद देने के लिए आए इसके लिए हम सभी आप सबका बहुत-बहुत आभार व्यक्त करते हैं।


मेरे साथ बोलिए, भारत माता की... भारत माता की... भारत माता की.. बहुत-बहुत धन्यवाद।

  • कृष्ण सिंह राजपुरोहित भाजपा विधान सभा गुड़ामा लानी November 21, 2024

    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • Devendra Kunwar October 08, 2024

    BJP
  • दिग्विजय सिंह राना September 20, 2024

    हर हर महादेव
  • JBL SRIVASTAVA May 27, 2024

    मोदी जी 400 पार
  • Vaishali Tangsale February 12, 2024

    🙏🏻🙏🏻🙏🏻
  • ज्योती चंद्रकांत मारकडे February 11, 2024

    जय हो
  • Uma tyagi bjp January 28, 2024

    जय श्री राम
  • Pankaj kumar singh January 05, 2024

    🙏🙏
  • Babla sengupta December 24, 2023

    Babla sengupta
  • Mahendra singh Solanki Loksabha Sansad Dewas Shajapur mp October 12, 2023

    नमो नमो नमो नमो नमो नमो नमो नमो
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"Huge opportunity": Japan delegation meets PM Modi, expressing their eagerness to invest in India
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Today, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM Modi in TV9 Summit
March 28, 2025
QuoteToday, the world's eyes are on India: PM
QuoteIndia's youth is rapidly becoming skilled and driving innovation forward: PM
Quote"India First" has become the mantra of India's foreign policy: PM
QuoteToday, India is not just participating in the world order but also contributing to shaping and securing the future: PM
QuoteIndia has given Priority to humanity over monopoly: PM
QuoteToday, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM

श्रीमान रामेश्वर गारु जी, रामू जी, बरुन दास जी, TV9 की पूरी टीम, मैं आपके नेटवर्क के सभी दर्शकों का, यहां उपस्थित सभी महानुभावों का अभिनंदन करता हूं, इस समिट के लिए बधाई देता हूं।

TV9 नेटवर्क का विशाल रीजनल ऑडियंस है। और अब तो TV9 का एक ग्लोबल ऑडियंस भी तैयार हो रहा है। इस समिट में अनेक देशों से इंडियन डायस्पोरा के लोग विशेष तौर पर लाइव जुड़े हुए हैं। कई देशों के लोगों को मैं यहां से देख भी रहा हूं, वे लोग वहां से वेव कर रहे हैं, हो सकता है, मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं। मैं यहां नीचे स्क्रीन पर हिंदुस्तान के अनेक शहरों में बैठे हुए सब दर्शकों को भी उतने ही उत्साह, उमंग से देख रहा हूं, मेरी तरफ से उनका भी स्वागत है।

साथियों,

आज विश्व की दृष्टि भारत पर है, हमारे देश पर है। दुनिया में आप किसी भी देश में जाएं, वहां के लोग भारत को लेकर एक नई जिज्ञासा से भरे हुए हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ कि जो देश 70 साल में ग्यारहवें नंबर की इकोनॉमी बना, वो महज 7-8 साल में पांचवे नंबर की इकोनॉमी बन गया? अभी IMF के नए आंकड़े सामने आए हैं। वो आंकड़े कहते हैं कि भारत, दुनिया की एकमात्र मेजर इकोनॉमी है, जिसने 10 वर्षों में अपने GDP को डबल किया है। बीते दशक में भारत ने दो लाख करोड़ डॉलर, अपनी इकोनॉमी में जोड़े हैं। GDP का डबल होना सिर्फ आंकड़ों का बदलना मात्र नहीं है। इसका impact देखिए, 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं, और ये 25 करोड़ लोग एक नियो मिडिल क्लास का हिस्सा बने हैं। ये नियो मिडिल क्लास, एक प्रकार से नई ज़िंदगी शुरु कर रहा है। ये नए सपनों के साथ आगे बढ़ रहा है, हमारी इकोनॉमी में कंट्रीब्यूट कर रहा है, और उसको वाइब्रेंट बना रहा है। आज दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी हमारे भारत में है। ये युवा, तेज़ी से स्किल्ड हो रहा है, इनोवेशन को गति दे रहा है। और इन सबके बीच, भारत की फॉरेन पॉलिसी का मंत्र बन गया है- India First, एक जमाने में भारत की पॉलिसी थी, सबसे समान रूप से दूरी बनाकर चलो, Equi-Distance की पॉलिसी, आज के भारत की पॉलिसी है, सबके समान रूप से करीब होकर चलो, Equi-Closeness की पॉलिसी। दुनिया के देश भारत की ओपिनियन को, भारत के इनोवेशन को, भारत के एफर्ट्स को, जैसा महत्व आज दे रहे हैं, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। आज दुनिया की नजर भारत पर है, आज दुनिया जानना चाहती है, What India Thinks Today.

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साथियों,

भारत आज, वर्ल्ड ऑर्डर में सिर्फ पार्टिसिपेट ही नहीं कर रहा, बल्कि फ्यूचर को शेप और सेक्योर करने में योगदान दे रहा है। दुनिया ने ये कोरोना काल में अच्छे से अनुभव किया है। दुनिया को लगता था कि हर भारतीय तक वैक्सीन पहुंचने में ही, कई-कई साल लग जाएंगे। लेकिन भारत ने हर आशंका को गलत साबित किया। हमने अपनी वैक्सीन बनाई, हमने अपने नागरिकों का तेज़ी से वैक्सीनेशन कराया, और दुनिया के 150 से अधिक देशों तक दवाएं और वैक्सीन्स भी पहुंचाईं। आज दुनिया, और जब दुनिया संकट में थी, तब भारत की ये भावना दुनिया के कोने-कोने तक पहुंची कि हमारे संस्कार क्या हैं, हमारा तौर-तरीका क्या है।

साथियों,

अतीत में दुनिया ने देखा है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद जब भी कोई वैश्विक संगठन बना, उसमें कुछ देशों की ही मोनोपोली रही। भारत ने मोनोपोली नहीं बल्कि मानवता को सर्वोपरि रखा। भारत ने, 21वीं सदी के ग्लोबल इंस्टीट्यूशन्स के गठन का रास्ता बनाया, और हमने ये ध्यान रखा कि सबकी भागीदारी हो, सबका योगदान हो। जैसे प्राकृतिक आपदाओं की चुनौती है। देश कोई भी हो, इन आपदाओं से इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान होता है। आज ही म्यांमार में जो भूकंप आया है, आप टीवी पर देखें तो बहुत बड़ी-बड़ी इमारतें ध्वस्त हो रही हैं, ब्रिज टूट रहे हैं। और इसलिए भारत ने Coalition for Disaster Resilient Infrastructure - CDRI नाम से एक वैश्विक नया संगठन बनाने की पहल की। ये सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार करने का संकल्प है। भारत का प्रयास है, प्राकृतिक आपदा से, पुल, सड़कें, बिल्डिंग्स, पावर ग्रिड, ऐसा हर इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षित रहे, सुरक्षित निर्माण हो।

साथियों,

भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए हर देश का मिलकर काम करना बहुत जरूरी है। ऐसी ही एक चुनौती है, हमारे एनर्जी रिसोर्सेस की। इसलिए पूरी दुनिया की चिंता करते हुए भारत ने International Solar Alliance (ISA) का समाधान दिया है। ताकि छोटे से छोटा देश भी सस्टेनबल एनर्जी का लाभ उठा सके। इससे क्लाइमेट पर तो पॉजिटिव असर होगा ही, ये ग्लोबल साउथ के देशों की एनर्जी नीड्स को भी सिक्योर करेगा। और आप सबको ये जानकर गर्व होगा कि भारत के इस प्रयास के साथ, आज दुनिया के सौ से अधिक देश जुड़ चुके हैं।

साथियों,

बीते कुछ समय से दुनिया, ग्लोबल ट्रेड में असंतुलन और लॉजिस्टिक्स से जुड़ी challenges का सामना कर रही है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए भी भारत ने दुनिया के साथ मिलकर नए प्रयास शुरु किए हैं। India–Middle East–Europe Economic Corridor (IMEC), ऐसा ही एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। ये प्रोजेक्ट, कॉमर्स और कनेक्टिविटी के माध्यम से एशिया, यूरोप और मिडिल ईस्ट को जोड़ेगा। इससे आर्थिक संभावनाएं तो बढ़ेंगी ही, दुनिया को अल्टरनेटिव ट्रेड रूट्स भी मिलेंगे। इससे ग्लोबल सप्लाई चेन भी और मजबूत होगी।

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साथियों,

ग्लोबल सिस्टम्स को, अधिक पार्टिसिपेटिव, अधिक डेमोक्रेटिक बनाने के लिए भी भारत ने अनेक कदम उठाए हैं। और यहीं, यहीं पर ही भारत मंडपम में जी-20 समिट हुई थी। उसमें अफ्रीकन यूनियन को जी-20 का परमानेंट मेंबर बनाया गया है। ये बहुत बड़ा ऐतिहासिक कदम था। इसकी मांग लंबे समय से हो रही थी, जो भारत की प्रेसीडेंसी में पूरी हुई। आज ग्लोबल डिसीजन मेकिंग इंस्टीट्यूशन्स में भारत, ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज़ बन रहा है। International Yoga Day, WHO का ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क, ऐसे कितने ही क्षेत्रों में भारत के प्रयासों ने नए वर्ल्ड ऑर्डर में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है, और ये तो अभी शुरूआत है, ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भारत का सामर्थ्य नई ऊंचाई की तरफ बढ़ रहा है।

साथियों,

21वीं सदी के 25 साल बीत चुके हैं। इन 25 सालों में 11 साल हमारी सरकार ने देश की सेवा की है। और जब हम What India Thinks Today उससे जुड़ा सवाल उठाते हैं, तो हमें ये भी देखना होगा कि Past में क्या सवाल थे, क्या जवाब थे। इससे TV9 के विशाल दर्शक समूह को भी अंदाजा होगा कि कैसे हम, निर्भरता से आत्मनिर्भरता तक, Aspirations से Achievement तक, Desperation से Development तक पहुंचे हैं। आप याद करिए, एक दशक पहले, गांव में जब टॉयलेट का सवाल आता था, तो माताओं-बहनों के पास रात ढलने के बाद और भोर होने से पहले का ही जवाब होता था। आज उसी सवाल का जवाब स्वच्छ भारत मिशन से मिलता है। 2013 में जब कोई इलाज की बात करता था, तो महंगे इलाज की चर्चा होती थी। आज उसी सवाल का समाधान आयुष्मान भारत में नजर आता है। 2013 में किसी गरीब की रसोई की बात होती थी, तो धुएं की तस्वीर सामने आती थी। आज उसी समस्या का समाधान उज्ज्वला योजना में दिखता है। 2013 में महिलाओं से बैंक खाते के बारे में पूछा जाता था, तो वो चुप्पी साध लेती थीं। आज जनधन योजना के कारण, 30 करोड़ से ज्यादा बहनों का अपना बैंक अकाउंट है। 2013 में पीने के पानी के लिए कुएं और तालाबों तक जाने की मजबूरी थी। आज उसी मजबूरी का हल हर घर नल से जल योजना में मिल रहा है। यानि सिर्फ दशक नहीं बदला, बल्कि लोगों की ज़िंदगी बदली है। और दुनिया भी इस बात को नोट कर रही है, भारत के डेवलपमेंट मॉडल को स्वीकार रही है। आज भारत सिर्फ Nation of Dreams नहीं, बल्कि Nation That Delivers भी है।

साथियों,

जब कोई देश, अपने नागरिकों की सुविधा और समय को महत्व देता है, तब उस देश का समय भी बदलता है। यही आज हम भारत में अनुभव कर रहे हैं। मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। पहले पासपोर्ट बनवाना कितना बड़ा काम था, ये आप जानते हैं। लंबी वेटिंग, बहुत सारे कॉम्प्लेक्स डॉक्यूमेंटेशन का प्रोसेस, अक्सर राज्यों की राजधानी में ही पासपोर्ट केंद्र होते थे, छोटे शहरों के लोगों को पासपोर्ट बनवाना होता था, तो वो एक-दो दिन कहीं ठहरने का इंतजाम करके चलते थे, अब वो हालात पूरी तरह बदल गया है, एक आंकड़े पर आप ध्यान दीजिए, पहले देश में सिर्फ 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र थे, आज इनकी संख्या 550 से ज्यादा हो गई है। पहले पासपोर्ट बनवाने में, और मैं 2013 के पहले की बात कर रहा हूं, मैं पिछले शताब्दी की बात नहीं कर रहा हूं, पासपोर्ट बनवाने में जो वेटिंग टाइम 50 दिन तक होता था, वो अब 5-6 दिन तक सिमट गया है।

साथियों,

ऐसा ही ट्रांसफॉर्मेशन हमने बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में भी देखा है। हमारे देश में 50-60 साल पहले बैंकों का नेशनलाइजेशन किया गया, ये कहकर कि इससे लोगों को बैंकिंग सुविधा सुलभ होगी। इस दावे की सच्चाई हम जानते हैं। हालत ये थी कि लाखों गांवों में बैंकिंग की कोई सुविधा ही नहीं थी। हमने इस स्थिति को भी बदला है। ऑनलाइन बैंकिंग तो हर घर में पहुंचाई है, आज देश के हर 5 किलोमीटर के दायरे में कोई न कोई बैंकिंग टच प्वाइंट जरूर है। और हमने सिर्फ बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का ही दायरा नहीं बढ़ाया, बल्कि बैंकिंग सिस्टम को भी मजबूत किया। आज बैंकों का NPA बहुत कम हो गया है। आज बैंकों का प्रॉफिट, एक लाख 40 हज़ार करोड़ रुपए के नए रिकॉर्ड को पार कर चुका है। और इतना ही नहीं, जिन लोगों ने जनता को लूटा है, उनको भी अब लूटा हुआ धन लौटाना पड़ रहा है। जिस ED को दिन-रात गालियां दी जा रही है, ED ने 22 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक वसूले हैं। ये पैसा, कानूनी तरीके से उन पीड़ितों तक वापिस पहुंचाया जा रहा है, जिनसे ये पैसा लूटा गया था।

साथियों,

Efficiency से गवर्नमेंट Effective होती है। कम समय में ज्यादा काम हो, कम रिसोर्सेज़ में अधिक काम हो, फिजूलखर्ची ना हो, रेड टेप के बजाय रेड कार्पेट पर बल हो, जब कोई सरकार ये करती है, तो समझिए कि वो देश के संसाधनों को रिस्पेक्ट दे रही है। और पिछले 11 साल से ये हमारी सरकार की बड़ी प्राथमिकता रहा है। मैं कुछ उदाहरणों के साथ अपनी बात बताऊंगा।

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साथियों,

अतीत में हमने देखा है कि सरकारें कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिनिस्ट्रीज में accommodate करने की कोशिश करती थीं। लेकिन हमारी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में ही कई मंत्रालयों का विलय कर दिया। आप सोचिए, Urban Development अलग मंत्रालय था और Housing and Urban Poverty Alleviation अलग मंत्रालय था, हमने दोनों को मर्ज करके Housing and Urban Affairs मंत्रालय बना दिया। इसी तरह, मिनिस्ट्री ऑफ ओवरसीज़ अफेयर्स अलग था, विदेश मंत्रालय अलग था, हमने इन दोनों को भी एक साथ जोड़ दिया, पहले जल संसाधन, नदी विकास मंत्रालय अलग था, और पेयजल मंत्रालय अलग था, हमने इन्हें भी जोड़कर जलशक्ति मंत्रालय बना दिया। हमने राजनीतिक मजबूरी के बजाय, देश की priorities और देश के resources को आगे रखा।

साथियों,

हमारी सरकार ने रूल्स और रेगुलेशन्स को भी कम किया, उन्हें आसान बनाया। करीब 1500 ऐसे कानून थे, जो समय के साथ अपना महत्व खो चुके थे। उनको हमारी सरकार ने खत्म किया। करीब 40 हज़ार, compliances को हटाया गया। ऐसे कदमों से दो फायदे हुए, एक तो जनता को harassment से मुक्ति मिली, और दूसरा, सरकारी मशीनरी की एनर्जी भी बची। एक और Example GST का है। 30 से ज्यादा टैक्सेज़ को मिलाकर एक टैक्स बना दिया गया है। इसको process के, documentation के हिसाब से देखें तो कितनी बड़ी बचत हुई है।

साथियों,

सरकारी खरीद में पहले कितनी फिजूलखर्ची होती थी, कितना करप्शन होता था, ये मीडिया के आप लोग आए दिन रिपोर्ट करते थे। हमने, GeM यानि गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म बनाया। अब सरकारी डिपार्टमेंट, इस प्लेटफॉर्म पर अपनी जरूरतें बताते हैं, इसी पर वेंडर बोली लगाते हैं और फिर ऑर्डर दिया जाता है। इसके कारण, भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हुई है, और सरकार को एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की बचत भी हुई है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर- DBT की जो व्यवस्था भारत ने बनाई है, उसकी तो दुनिया में चर्चा है। DBT की वजह से टैक्स पेयर्स के 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा, गलत हाथों में जाने से बचे हैं। 10 करोड़ से ज्यादा फर्ज़ी लाभार्थी, जिनका जन्म भी नहीं हुआ था, जो सरकारी योजनाओं का फायदा ले रहे थे, ऐसे फर्जी नामों को भी हमने कागजों से हटाया है।

साथियों,

 

हमारी सरकार टैक्स की पाई-पाई का ईमानदारी से उपयोग करती है, और टैक्सपेयर का भी सम्मान करती है, सरकार ने टैक्स सिस्टम को टैक्सपेयर फ्रेंडली बनाया है। आज ITR फाइलिंग का प्रोसेस पहले से कहीं ज्यादा सरल और तेज़ है। पहले सीए की मदद के बिना, ITR फाइल करना मुश्किल होता था। आज आप कुछ ही समय के भीतर खुद ही ऑनलाइन ITR फाइल कर पा रहे हैं। और रिटर्न फाइल करने के कुछ ही दिनों में रिफंड आपके अकाउंट में भी आ जाता है। फेसलेस असेसमेंट स्कीम भी टैक्सपेयर्स को परेशानियों से बचा रही है। गवर्नेंस में efficiency से जुड़े ऐसे अनेक रिफॉर्म्स ने दुनिया को एक नया गवर्नेंस मॉडल दिया है।

साथियों,

पिछले 10-11 साल में भारत हर सेक्टर में बदला है, हर क्षेत्र में आगे बढ़ा है। और एक बड़ा बदलाव सोच का आया है। आज़ादी के बाद के अनेक दशकों तक, भारत में ऐसी सोच को बढ़ावा दिया गया, जिसमें सिर्फ विदेशी को ही बेहतर माना गया। दुकान में भी कुछ खरीदने जाओ, तो दुकानदार के पहले बोल यही होते थे – भाई साहब लीजिए ना, ये तो इंपोर्टेड है ! आज स्थिति बदल गई है। आज लोग सामने से पूछते हैं- भाई, मेड इन इंडिया है या नहीं है?

साथियों,

आज हम भारत की मैन्युफैक्चरिंग एक्सीलेंस का एक नया रूप देख रहे हैं। अभी 3-4 दिन पहले ही एक न्यूज आई है कि भारत ने अपनी पहली MRI मशीन बना ली है। अब सोचिए, इतने दशकों तक हमारे यहां स्वदेशी MRI मशीन ही नहीं थी। अब मेड इन इंडिया MRI मशीन होगी तो जांच की कीमत भी बहुत कम हो जाएगी।

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साथियों,

आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया अभियान ने, देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को एक नई ऊर्जा दी है। पहले दुनिया भारत को ग्लोबल मार्केट कहती थी, आज वही दुनिया, भारत को एक बड़े Manufacturing Hub के रूप में देख रही है। ये सक्सेस कितनी बड़ी है, इसके उदाहरण आपको हर सेक्टर में मिलेंगे। जैसे हमारी मोबाइल फोन इंडस्ट्री है। 2014-15 में हमारा एक्सपोर्ट, वन बिलियन डॉलर तक भी नहीं था। लेकिन एक दशक में, हम ट्वेंटी बिलियन डॉलर के फिगर से भी आगे निकल चुके हैं। आज भारत ग्लोबल टेलिकॉम और नेटवर्किंग इंडस्ट्री का एक पावर सेंटर बनता जा रहा है। Automotive Sector की Success से भी आप अच्छी तरह परिचित हैं। इससे जुड़े Components के एक्सपोर्ट में भी भारत एक नई पहचान बना रहा है। पहले हम बहुत बड़ी मात्रा में मोटर-साइकल पार्ट्स इंपोर्ट करते थे। लेकिन आज भारत में बने पार्ट्स UAE और जर्मनी जैसे अनेक देशों तक पहुंच रहे हैं। सोलर एनर्जी सेक्टर ने भी सफलता के नए आयाम गढ़े हैं। हमारे सोलर सेल्स, सोलर मॉड्यूल का इंपोर्ट कम हो रहा है और एक्सपोर्ट्स 23 गुना तक बढ़ गए हैं। बीते एक दशक में हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट भी 21 गुना बढ़ा है। ये सारी अचीवमेंट्स, देश की मैन्युफैक्चरिंग इकोनॉमी की ताकत को दिखाती है। ये दिखाती है कि भारत में कैसे हर सेक्टर में नई जॉब्स भी क्रिएट हो रही हैं।

साथियों,

TV9 की इस समिट में, विस्तार से चर्चा होगी, अनेक विषयों पर मंथन होगा। आज हम जो भी सोचेंगे, जिस भी विजन पर आगे बढ़ेंगे, वो हमारे आने वाले कल को, देश के भविष्य को डिजाइन करेगा। पिछली शताब्दी के इसी दशक में, भारत ने एक नई ऊर्जा के साथ आजादी के लिए नई यात्रा शुरू की थी। और हमने 1947 में आजादी हासिल करके भी दिखाई। अब इस दशक में हम विकसित भारत के लक्ष्य के लिए चल रहे हैं। और हमें 2047 तक विकसित भारत का सपना जरूर पूरा करना है। और जैसा मैंने लाल किले से कहा है, इसमें सबका प्रयास आवश्यक है। इस समिट का आयोजन कर, TV9 ने भी अपनी तरफ से एक positive initiative लिया है। एक बार फिर आप सभी को इस समिट की सफलता के लिए मेरी ढेर सारी शुभकामनाएं हैं।

मैं TV9 को विशेष रूप से बधाई दूंगा, क्योंकि पहले भी मीडिया हाउस समिट करते रहे हैं, लेकिन ज्यादातर एक छोटे से फाइव स्टार होटल के कमरे में, वो समिट होती थी और बोलने वाले भी वही, सुनने वाले भी वही, कमरा भी वही। TV9 ने इस परंपरा को तोड़ा और ये जो मॉडल प्लेस किया है, 2 साल के भीतर-भीतर देख लेना, सभी मीडिया हाउस को यही करना पड़ेगा। यानी TV9 Thinks Today वो बाकियों के लिए रास्ता खोल देगा। मैं इस प्रयास के लिए बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं, आपकी पूरी टीम को, और सबसे बड़ी खुशी की बात है कि आपने इस इवेंट को एक मीडिया हाउस की भलाई के लिए नहीं, देश की भलाई के लिए आपने उसकी रचना की। 50,000 से ज्यादा नौजवानों के साथ एक मिशन मोड में बातचीत करना, उनको जोड़ना, उनको मिशन के साथ जोड़ना और उसमें से जो बच्चे सिलेक्ट होकर के आए, उनकी आगे की ट्रेनिंग की चिंता करना, ये अपने आप में बहुत अद्भुत काम है। मैं आपको बहुत बधाई देता हूं। जिन नौजवानों से मुझे यहां फोटो निकलवाने का मौका मिला है, मुझे भी खुशी हुई कि देश के होनहार लोगों के साथ, मैं अपनी फोटो निकलवा पाया। मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं दोस्तों कि आपके साथ मेरी फोटो आज निकली है। और मुझे पक्का विश्वास है कि सारी युवा पीढ़ी, जो मुझे दिख रही है, 2047 में जब देश विकसित भारत बनेगा, सबसे ज्यादा बेनिफिशियरी आप लोग हैं, क्योंकि आप उम्र के उस पड़ाव पर होंगे, जब भारत विकसित होगा, आपके लिए मौज ही मौज है। आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

धन्यवाद।