Our alliance is with the 'Janata Janardan', says PM Modi in Chandauli, UP

Published By : Admin | March 4, 2022 | 11:44 IST
Policy, Intentions, Loyalty & Leadership: PM Modi on how BJP is winning the hearts of the people of UP
During 2012-17, only 1 house in urban areas of Jaunpur was built, under BJP government since 2017, 30,000 houses have been sanctioned and 15000 have already been built: PM Modi
The aspirations of all people living in UP can only be realised through the efforts of the Double Engine Sarkar: PM Modi in Jaunpur
Opposition remembers Maharaja Suheldev during elections only. We don't do vote bank politics: PM Modi in Chandauli

भारत माता की जय

धान क कटोरा चंदौली के सभी लोगन के परणाम! बाबा कीनाराम, आ लाल बहादुर शास्त्री जी के धरती, चंदौली के सप्रेम नमन! चंदौली की धरती ने आज़ादी से लेकर राष्ट्रनिर्माण तक, हमारी संस्कृति और राष्ट्र की सुरक्षा तक कोई क्षेत्र ऐसा नहीं है, जिसमें अपना महत्वपूर्ण योगदान न दिया हो। इस योगदान को हमारी सरकार ने सम्मान भी दिया है और उसको रोज़गार की, पर्यटन और तीर्थाटन की संभावनाओं से भी जोड़ा है। आप देखिए, चंदौली में जो मेडिकल कॉलेज बन रहा है, वो मेडिकल कॉलेज बाबा कीनाराम जी के नाम से बन रहा है।

रामगढ़ में बाबा कीनाराम के धाम को सुंदर और भव्य बनाया जा रहा है। ताकि यहां अधिक से अधिक श्रद्धालु आ सकें। वाराणसी-चंदौली सीमा पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की विशाल मूर्ति बाग और संग्रहालय भी टूरिज्म को बहुत बल देने वाले हैं। हमारी सरकार ही है जो महाराजा सुहेलदेव के योगदान को पूरे देश में लेकर गई है। वरना पहले वो भी एक जमाना था, ये घोर परिवारवादियों को महाराजा सुहेलदेव सिर्फ और सिर्फ चुनावों के दौरान ही याद आते थे। घोर परिवारवादियों और घनघोर राष्ट्रभक्तों के बीच यही अंतर होता है। वो अपमान करना उपेक्षा करना बराबर जानते हैं। लेकिन हम आपकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए मेहनत करना जानते हैं।

भाइयो और बहनो,

बीते 7 सालों में भाजपा ने देश की राजनीति को बदलने वाले कई महत्वपूर्ण काम किए हैं, लेकिन मैं दो बातों का जिक्र करना चाहता हूं। एक काम, हमने वोटबैंक की पॉलिटिक्स के बजाय, जात-पात के भेदभाव के बजाय, मेरा जिला-तेरा जिला, मेरा क्षेत्र-तेरा क्षेत्र, पश्चिमी यूपी, पूर्व यूपी, मध्य यूपी, ये सारे भेद मिटाकर के सिर्फ और सिर्फ सबका साथ, सबका विकास की राजनीति को हमने केंद्र में रखा है। दूसरा ये कि कोरी घोषणाओं के बजाय हमने सरकारी योजनाओं को उन लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रयास किया है, जिनके वो हकदार हैं।

और जिनको सरकार की योजनाओं की सबसे अधिक ज़रूरत है। हम जानते हैं पहले छोटी-छोटी ज़रूरतों के लिए नेताओं के, सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे। हमने गरीबों के बैंक खातों में सीधे पैसा भेजना शुरू कर दिया। आप देखिए- पीएम किसान का पैसा- सीधे आपके बैंक खाते में। बच्चों के वजीफे का पैसा- सीधा आपके बैंक खाते में। गैस सब्सीडी का पैसा- सीधे आपके बैंक खाते में। पेंशन का पैसा- सीधे आपको बैंक खाते में। यही सुशासन है जो आपके एक-एक वोट ने सुनिश्चित किया है। इस बार भी आपका हर वोट, यूपी में सुशासन वाली सरकार की वापसी कराएगा।

साथियो,

ये घोर परिवारवादी अभी भी, कुछ नेताओं और माफिया से गठबंधन की पुरानी राजनीति में ही अटके पड़े हैं। हमारा गठबंधन जनता से होता है। होता है कि नहीं होता है...होता है कि नहीं होता है। और ये गठबंधन पक्का होता है कि नहीं होता है। दूर-दूर तक पहुंचने वाला होता है कि नहीं होता है। और इसलिए हमारा गठबंधन जनता-जनार्दन से होता है। भाजपा का गठबंधन- चंदौली के उन लाखों लाख गरीब, दलित, पिछड़े भाई-बहनों से है, जिनको इस कोरोना काल में हमने भूखे पेट सोने नहीं दिया। गरीब के घर में चूल्हा जलता रहे..गरीब का बच्चा रात को भूखा न सो जाए..इसलिए पिछले 2 साल से हम मुफ्त राशन सुनिश्चित कर रहे हैं।

भाजपा का गठबंधन- चंदौली के हर नागरिक से है, जिसके जीवन की हमें चिंता थी, जिसे हमने कोरोना का मुफ्त टीका लगाया, सबको लगाया, तेज़ी से लगाया। आपका टीका लगा है क्या..दोनों हाथ ऊपर करके पूरी ताकत से बताइये...आपका टीका लगा है क्या आप सबको टीका लगा है। आपको टीका लगाने का पैसा देना पड़ा क्या। पैसा देना पड़ा क्या। जेब से एक रुपया भी देना पड़ा क्या। इसीलिए तो मेरा और आपका गठबंधन है। भाजपा का गठबंधन- चंदौली के उन 14 हज़ार गरीब परिवारों से है, जिनके पक्के घर के सपनों को पूरा करने के लिए हमने दिन रात मेहनत की।

भाइयो और बहनो,

जब 14 हजार गरीब गरीब परिवारों को पक्के घर मिलें। मतलब एक-एक परिवार लखपति हो गया। आज घर की कीमत देखें और जब घर बनता है। भाइयो और बहनो, घर तो गरीब के लिए बनता है, लेकिन जब घर बनता है तो ईंटें किसके यहां से खरीदते हैं...मध्यम वर्ग के परिवार के हाथ से। सीमेंट किसके हाथ से खरीदते हैं..मध्यम वर्ग की दुकान से। लकड़ी के सामान की जरूरत पड़े किससे खरीदते हैं मध्यम वर्ग की दुकान से और जब मकान बनता है मजदूरी भी मिलती है। नौजवानों को काम भी मिलता है। भाइयो और बहनो, सिर्फ गरीब को मकान मिलता है...इतना ही नहीं उस मकान बनाने की पूरी प्रक्रिया में यहां के मध्यम वर्ग के लोगों की रोजी-रोटी को भी ताकत मिलती है।

भाइयो और बहनो

भाजपा का गठबंधन- चंदौली की उन पौने 2 लाख गरीब बहन-बेटियों से है, जिनके चूल्हे से निकलता धूआं हमें तकलीफ देता था, जिनको हमने मुफ्त गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाया। भाजपा का गठबंधन- चंदौली के उन लाखों गरीब, दलित, पिछड़े साथियों से है, जिनकी सेहत की हमें चिंता थी, जिन्हें हमने 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज वाली आयुष्मान योजना की सुविधा दी।

भाइयो और बहनो,

मैं भी आपकी तरह एक बहुत सामान्य परिवार से आता हूं। और जो आप अनुभव करते हैं वो मैं अनुभव करके आया हूं। हमने देखा है..गरीब परिवार में किसी भी परिवार में अगर कोई गंभीर बीमारी आ जाए तो उस परिवार के सारे सपने चूर-चूर हो जाते हैं। और घर में मां अगर बीमार हो गई तो कभी परिवार को बताती नहीं है कि मुझे दर्द हो रहा है...मुझे पीड़ा हो रही है। वो परिवार को नहीं बताती है। पीड़ा झेलती है क्योंकि उसके मन में रहता है कि अगर बीमारी का बच्चों को पता चलेगा तो वो डॉक्टर के पास ले जाएंगे...खर्चा होगा बच्चों के सिर पर कर्ज लग जाएगा।

इसलिए मां जीवनभर पीड़ा सहन करती है। पर बच्चों के सिर पर बोझ नहीं होने देती है। ये मेरे देश की माताएं हैं। ये मेरे देश की बहनें हैं। भाइयो और बहनो, आप मुझे बताइये क्या ऐसी माताओं को पीड़ा में रहने दूं क्या। उनको पीड़ा सहने दूं क्या। मुझे पीड़ा से बाहर निकालना चाहिए कि नहीं निकालना चाहिए। इन परिवारों को आरोग्य की सेवा देनी चाहिए कि नहीं देनी चाहिए। क्या पहले की सरकारों का ये काम था कि नहीं था। क्या तब लोग बीमार नहीं पड़ते थे क्या। उनको परवाह ही नहीं थी। हमने पांच लाख रुपये तक बड़े से बड़े अस्पताल में जाकर भी उपचार कराएं...पांच लाख रुपये तक का खर्चा मोदी करेगा मेरे भाइयो।

भाइयो और बहनो,

भाजपा का गठबंधन- चंदौली के हर गांव के, हर परिवार की बहनों से है, जिनकी गरिमा की रक्षा के लिए हमने पहले शौचालय बनाए और अब नल से जल देने के लिए हम तेज़ गति से काम कर रहे हैं। इस मज़बूत गठबंधन के आगे घोर परिवारवादियों का मिलावटी गठबंधन एक पल भी नहीं ठहर सकता। ठहर सकता है क्या। ठहर सकता है क्या। यूपी चुनाव के हर चरण में लगातार यही दिखाई दे रहा है...जो खबरें आ रही हैं घोर परिवारवादियों का यूपी की जनता ने पत्ता साफ कर दिया है। यहां भी करोगे ना...यहां भी करोगे ना। इस चरण में भी। आज जो मतदान चल रहा है वहां से खबरें यही आ रही हैं और आप तो ये रैली देखकर मैं ये कह सकता हूं कि आपने तो उनका सफाया करना तय कर लिया है।

भाइयो और बहनो,

घोर परिवारवादियों का लक्ष्य सत्ताभोग है, इसलिए वो समाज में बंटवारे की राजनीति करते हैं। हमारा लक्ष्य राष्ट्रनिर्माण का है, इसलिए सबको साथ लेकर, हम सेवाभाव से काम पूरा करते हैं। बीते 5 साल में चंदौली में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया जैसे हर इंफ्रास्ट्रक्चर पर तेजी से काम हुआ है। एक्सप्रेसवे के काम होने से.. आगे बढ़ाते हुए, इस साल के बजट में काशी-कोलकाता एक्सप्रेसवे के लिए भी बजट का प्रावधान किया गया है। इस एक्सप्रेसवे से यहां अनेकों रोज़गार चंदौली में बनेंगे। जब ये पूरा होगा तो यहां के किसानों के फल-सब्ज़ी तेज़ी से दिल्ली से लेकर कोलकाता तक के अनेक बाज़ारों तक पहुंच पाएंगे।

भाइयो और बहनो,

घोर परिवारवादियों ने सिर्फ अपने परिवार का, अपने नाते-रिश्तेदारों और उनके माफिया दोस्तों का ही ध्यान रखा। इन लोगों ने इतनी समृद्ध विरासत वाले चंदौली को पिछड़े होने का टैग लगा दिया था। भाजपा सरकार, गरीबों-शोषित-पीड़ित-वंचित के लिए काम करती है, उनकी सेवा करती है। इसलिए आज चंदौली जिला विकास के मामले में कई क्षेत्रों से बेहतर कर रहा है।

साथियो,

हम किसानों की आवश्यकताओं का भी पूरा ध्यान रख रहे हैं। घोर परिवारवादी जब सत्ता में थे तो चंदौली के सिर्फ 12 हज़ार किसानों से गेहूं और धान की खरीद की जाती थी। सिर्फ 12 हजार। लेकिन योगी जी की सरकार ने करीब-करीब 50 हजार किसानों से धान और गेहूं खरीदा गया है। ये जितनी भी खरीद हो रही है, उसका पैसा सीधा किसानों के बैंक खाते में जमा रहा है। पीएम किसान सम्मान निधि के लगभग 400 करोड़ रुपये...आप कल्पना कीजिए हमारे चंदौली में पीएम किसान सम्मान निधि के 400 करोड़ रुपये सीधे यहां के किसानों के बैंक खाते में गए हैं।

इसका बहुत बड़ा लाभ ये मेरे चंदौली के 2 लाख से अधिक छोटे किसानों को इसका लाभ मिला है। डबल इंजन सरकार विज्ञान से कैसे किसान की समृद्धि के रास्ते बना रही है, इसका बड़ा उदाहरण चंदौली का काला चावल है। सरकार के प्रयासों की वजह से आज चंदौली के किसान को काले चावल के तीन सौ-चार सौ रुपए प्रति किलो तक आज मिल रहे हैं।

भाइयो और बहनो,

कितनी भी सुविधा हो, कितनी भी समृद्धि हो, जहां मान-सम्मान और जीवन खतरे में होगा, वहां विकास संभव ही नहीं होता। आपने 5 साल पहले ऐसे ही दिन झेले हैं। अराजकता, गुंडागर्दी, थानों-स्कूलों-सरकारी विभागों में भाई-भतीजावाद, इसके सबसे बड़े भुग्तभोगी हमारे गरीब, दलित, पिछड़े परिवार होते हैं, बहन-बेटियां होती हैं। जब गरीब की सुनवाई नहीं होती, जब ट्रांस्फर-पोस्टिंग के नाम पर कर्मचारियों का, शिक्षकों का शोषण होता है, तो वो कैसे आगे बढ़ेंगे। इसलिए यूपी आज कानून के राज को, नियमों के राज को ही प्राथमिकता दे रही है। 10 मार्च के बाद यूपी के विकास का ये अभियान और तेज किया जाएगा।

भाइयो और बहनो,

इस बार की होली 10 मार्च से ही शुरु हो जाएगी। पूरा यूपी 10 मार्च को ही रंग वाली होली मनाने वाला है। भाइयो और बहनो, मैं जब आज इतनी बड़ी रैली देख रहा हूं। दूर-दूर मैं देख रहा हूं, कितने दूर मुझे लोग नजर आ रहे हैं। वहां ऊपर भी नजर आ रहे हैं। अब इतनी बड़ी रैली हो गई तो आपको तो बड़ा लगता होगा ना मोदी जी आ गए। केशव जी आ गए। इतनी बढ़िया रैली हो गई। अब तो बस सो जाओ। ऐसा करोगे। कितना बढ़िया हो गया। सो जाओ ऐसा करोगे। क्या करोगे। अच्छा बताइये मेरा एक काम करोगे।

दोनों हाथ ऊपर करके सब के सब लोग बताइये करोगे। मेरा एक काम करोगे। पक्का करोगे। घर-घर जाओगे। लोगों से मिलोगे और मेरी तरफ से...ये मेरी दिली इच्छा है...करोगे ना। और आप चुनाव के काम में हो। बहुत काम रहता है। इसके बीच में आपको काम देने आया हूं करोगे ना। चुनाव के बीच में भी करोगे ना। देखिए मतदान पूरा होने के पहले हर घर जाइये। उनको प्रणाम पहुंचा दीजिए। पहुंचा देंगे। उनको कहेंगे मोदी जी ने प्रणाम भेजा है। कहेंगे...पक्का। देखिए ज्यादा से ज्यादा मतदान करावइये कमल के निशान पर, कप-प्लेट पर और भोजन भरी थाली पर। भारतीय जनता पार्टी के साथियों समेत पूरे एनडीए को विजयी बनाइये।

आपको मेरी बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

भारत माता की जय

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।