Congress and its allies were making tall promises before the elections but now, they have realized that the country no longer favours their divisive politics: PM Modi
The recent discovery of large amounts of illegal cash from the state’s CM and his aides shows how the return of Congress in MP means a return of corruption: PM Modi
A growing country like India needs an inclusive model of development of the BJP rather than the divisive politics of Congress: Prime Minister Modi

नए भारत के निर्माण के लिए मध्य प्रदेश के इस उत्साह को मैं विशेष रुप से नमन करता हूं, सिद्धि, रीवा, शहडोल सहित पूरे मध्य प्रदेश ने पांच वर्ष पहले दिल्ली में इस सेवक को मजबूत किया था। 2014 में 30 साल के बाद तीन दशक के बाद दिल्ली में पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र में सरकार बनी थी, और उसमें मध्य प्रदेश का बहुत बड़ा योगदान रहा है। आज जब मैं आपके बीच आया हूं तो ये कह सकता हूं पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ आपने मुझपे जो भरोसा रखा था। मैंने काम करने का प्रयास किया है। दिन-रात जुटा रहा हूं। आपके आशीर्वाद से बहुत लक्ष्य हासिल हुए है, और जो बाकी है उनको भी आपके ही सहयोग से पूरा करने वाला हूं। साथियो, इस जगह के साथ बीरबल का नाम का जुड़ा है। बीरबल की खिचड़ी के बारे में देश का बच्चा-बच्चा जानता है। कांग्रेस अपने महामिलावटियों के साथ मिलकर ऐसी ही खिचड़ी पकाने की फिराक में थी। लेकिन तीन चरणों के मतदान के बाद उसको समझ आ गया है कि वंशवाद के चूल्हे में अब ताप नहीं है। इसलिए जो स्वार्थ की राजनीति रोटियां सेकते थे, उनकी न दाल गलने वाली है। न खिचड़ी पकने वाली है। अब देश का हर चौकीदार जाग चुका है, और नए भारत के सपने के साथ आगे बढ़ रहा है। देश ने मजबूर और कमजोर सरकार बनाने के सारे मंसूबों पर पानी फेर दिया है। विशेष तौर पर वो युवा बेटे बेटी जो पहली बार लोकसभा चुनाव में अपना वोट डाल रहे हैं। ये हमारे नौजवान 20वीं सदी की सोच के साथ चलने को तैयार नहीं है। ये हमारे नौजवान 21वीं सदी के सपने को साकार करने वाला भारत चाहते हैं।

भाइयो –बहनो, कांग्रेस किस तरह आपको धोखा देती है, उसका उदाहरण मैं यहीं मध्य प्रदेश से देना चाहता हूं। आज मध्य प्रदेश में बिजली की स्थिति क्या है? कांग्रेस का वादा था कि बिजली का बिल कम करने का और इसका तरीका उसने निकाला कि आप लोगों के घर में बिजली की सप्लाई ही कम कर दी। जितनी शिवराज जी के समय में बिजली मिलती थी उससे हाफ बिजली देकर कांग्रेस सरकार आपका बिजली बिल कम करने की फॉर्मूला पर चल रही है। ये धोखा नहीं तो क्या है? ये बेईमानी नहीं है तो क्या है? क्या जनता के साथ ऐसा खेल खेलते हैं? साथियो, सिद्धि सहित ये पूरा क्षेत्र तो पावर हब रहा है। बिजली के बड़े-बड़े प्रोजेक्ट यहां पर है, बल्कि आपका ये चौकीदार जो सौर ऊर्जा पर काम कर रहा है। पूरी दुनिया में सौर ऊर्जा के लिए हम जो अभियान चला रहे हैं। उसका एक अहम सेंटर हमारा ये पूरा क्षेत्र होने वाला है। कांग्रेस और उसके महामिलावटियों को अगर गलती से दिल्ली में भी मौका मिल गया तो क्या हाल होगा इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं? कभी-कभी ट्रेलर देखकर पता चलता है कि फिल्म कैसी होगी। ये मध्य प्रदेश कांग्रेस कल्चर का ट्रेलर दिखा रहा है। 6 महीने में जो पाप उन्होंने शुरू किया है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ अभी तो वोट मिला है। पता है सामने लोकसभा का चुनाव है उसके बावजूद भी वो अपनी आदत से नहीं निकल पा रहे और उसका जो ट्रेलर देखकर कांप उठता है मन कि ऐसे लोगों ने 70 साल तक दिल्ली को कितना बर्बाद कर दिया है इन लोगों ने। भाइयो-बहनो, कांग्रेस की धोखाबाजी का एक और सबूत है कर्जमाफी का झूठा वादा, यहां जो किसान है। जरा मैं इन किसान भाइयो से पूछना चाहता हूं क्या उनका कर्ज माफ हुआ क्या? जोर से बताइए कर्ज माफ हुआ क्या? लेकिन देश भर में ये घूम-घूम कर कह रहे हैं कि भाइयो-बहनो इतना झूठ बोलने की इनकी आदत इतनी ताकत मैं तो हैरान हूं जी। इतना बड़ा वादा किया था पूरा नहीं किया। और मैं ये भी पूछना चाहता हूं, ये कर्जमाफी किसके लिए लाते हैं। कोई आदिवासी किसान क्या उसको कभी कर्ज मिलता है? उसे कभी कर्ज मिलता है? किसी दलित किसान को कभी कर्ज मिलता है? उसे कभी कर्ज मिलता है? ये उनके मुठ्ठी भर जो यार दोस्त है वही कर्ज लेते हैं और हर दस साल के बाद उन्हीं का कर्ज माफ होता है, गरीब किसान को कुछ नहीं मिलता है। आज देश के हर किसान को आपकी आवाज सुनकर समझ आ गया होगा कि कांग्रेस पर भरोसा का मतलब क्या होता है।

भाइयो –बहनो, कर्जमाफी तो दूर कांग्रेस किस तरह गरीब बच्चों के मूंह से निवाला छीन रही है निवाला। मैं उसके लिए भी आपको बताना चाहता हूं। साथियो, मध्य प्रदेश के आदिवासी बच्चों के लिए प्रसूता माताओं के लिए, गरीब माताओं बच्चों के लिए भारत सरकार पोषक आहार के लिए ये चौकीदार की सरकार दिल्ली से पैसे भेजती है। ताकी जो प्रसूता माता है उसको प्रसूता के समय नौ महीने अच्छा खाना मिले। उसका शरीर ताकतवर हो, ताकी उसके गर्व में जो बच्चा है वो भी तंदुरुस्त हो और देश को तंदुरुस्त बेटा-बेटी मिले। लेकिन भाइयो- बहनो, भारत सरकार ने ये चौकीदार ने जो पैसा भेजा और ये ऐसे लोग हैं ऐसे लोग हैं। ये चौकीदार के रहते हुए भी चोरी करने की हिम्मत कर गए, और उसने इस पैसे से तुगलक रोड चुनावी घोटाला कर दिया है। पूरे देश ने टीवी पर देखा है कि कैसे मध्य प्रदेश के बारे में बातें आ रही है। बोरे भर-भर के नोटें मिली है। आपको पता है ये तुगलक रोड कहां है? ये दिल्ली में तुगलक रोड है और ये तुगलक रोड पर कांग्रेस के एक बहुत बड़े नेता का बांग्ला है। आपका पैसा गरीब के निवाले का पैसा प्रसूता माता के पोषण का पैसा ये चोरी कर कर के वहां पहुंचाते थे भाइयो। बंडल के बंडल जाते थे और यही पैसे नामदार के प्रचार में लगा दिया गया।

साथियो, और मजा है उनके जो चेले चपाटे है वो मोदी को पूछते हैं कि मोदी तुम विरोधी दल वालों के यहां रेड क्यों करते हो? एक तो ये रेड मोदी करता नहीं है। वो तो डिपार्टमेंट डिपार्टमेंट का काम करता है। लेकिन मुद्दा ये नहीं है कि रेड भाजपा के यहां हुई कि कांग्रेस के यहां हुई। मुद्दा ये है इतना सारा माला कहां से निकला? क्यों निकला ? लेकिन उस मुद्दे की चर्चा नहीं करते। इनके चेले चपाटे चर्चा ये करते हैं कि कांग्रेस वालो के यहां रेड क्यों हुई? भाइयो-बहनो, रेलवे में जो टिकट लेकर जाता है उसको कोई पकड़ता है क्या? कोई पकड़ता है क्या? बिना टिकट जो जाएगा उसी को पकड़ेगा न। जो चोरी करेगा वही पकड़ा जाएगा। जो चोरी नहीं करेगा कौन पकड़ेगा उसको। चोरी पर सीनाजोरी हमको क्यों पकड़ा? हम तो कांग्रेस के हैं। हम तो नेता हैं। हम तो मुख्यमंत्री के रिश्तेदार हैं। अरे देश का कानून हर किसी के लिए सामान होता है। अगर मोदी गलती करता है तो मोदी के घर पर भी इनकम टैक्स ने रेड करना चाहिए। सबके लिए कानून सामान होना चाहिए।

साथियो, यहीं कांग्रेस का सच है, गरीब और किसान के नाम घोषणाएं करती है, योजनाएं बनाती है और उसी पैसे में घोटाला करती रहती है। दिल्ली से लेकर भोपाल तक कांग्रेस में भ्रष्टाचार ही शिष्टाचार है। लेकिन आपका ये चौकीदार चौकन्ना है। नामदार हो या उनके राग दरबारी कोई नहीं बचेगा। साथियो, कांग्रेस कैसे काम करती है इसका एक उदाहरण रीवा और सिंगरौली के बीच रेल लाइन के काम का भी है। जितने दिन केंद्र में कांग्रेस की सरकार रही। ये योजना धूल फांकती रही। इसे शुरू करवाने का काम हमारी सरकार ने ही किया है। साथियो, देश के लोगों का जीवन सुधरे, गरीबी कम हो। किसान की दिक्कतें कम हो। ये कांग्रेस कभी नहीं चाहती। कांग्रेस ने कर्ज माफी तो नहीं की। मोदी सरकार जो आपके खाते में किसानों के खाते में पैसे जमा करना चाहती है। उसको भी ये भ्रष्ट सरकार रोक रही है। यहां एमपी के 84 लाख किसान परिवारों के खाते में पीएम किसान योजना का पैसा अब पहुंच जाना चाहिए था। अब तक उनके खाते में जमा हो जाना चाहिए था, उनके खाते में जमा होना चाहिए था। देश भर में करोड़ों किसानों का हो चुका है। लेकिन मध्य प्रदेश के किसानों को ये लाभ नहीं पहुंचा है। क्यों? क्योंकि यहां जो भ्रष्ट सरकार है जो यहां भ्रष्ट सरकार है वो ऐसा निकम्मा काम कर रही है कि अभी तक हमें किसानों की लिस्ट नहीं दे रहे हैं, सूची नहीं दे रहे हैं। उन्हें डर लग रहा है कि सूची देंगे बैंक अकाउंट देंगे और मोदी सीधा पैसा देगा तो ये किसानों के सामने इनकी पोल खुल जाएगी।

मुख्यमंत्री जी मैं जानता हूं, आप बहुत बिजी है, मैं जानता हूं चुनाव के बाद आपका स्विट्जरलैंड जाना जरूरी था। आप बहुत बिजी हैं। बेटे को सेट करना है। उसमें आपको बहुत काम है। आप बिजी है। आपके पीए- फिए जो रहे हैं, उनके घर नोटों के बोरे निकले उनको बचाना है। इसलिए आप बहुत बिजी हैं। लेकिन किसी और अफसर को दे दो उनको बोलो मोदी जी लिस्ट मांग रहे हैं दे दो। किसानों को पैसा मिल जाएगा। लेकिन आप आश्वस्त रहिए जब इस बार मध्य प्रदेश से आप भारतीय जनता पार्टी को सबकी सब सीटें जीताकर के देंगे। 23 मई को चुनाव नतीजा आएगा, और किसानों के भविष्य पर ताला लगाने वाली जो टोली है उनका दिमाग ठिकाने आ जाएगा। तब वो किसानों के नाम हमको भेजेंगे। वो लाइन में आ जाएंगे। भाइयो –बहनो, किसानों को सीधी मदद के अलावा हम सिंचाई और भंडारण की भी एक मजबूत व्यवस्था हम खड़ी कर रहे हैं। आने वाले पांच वर्षों में ग्राम भंडारण योजना बनाने वाले हैं। ताकी गांव के पास ही भंडारण की उचित व्यवस्था किसान को मिले। इसी तरह आदिवासी परिवार जो वन उपज इकठ्ठा करते हैं उनकी अच्छी कीमत मिले, इसके लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। जैसे समर्थन मूल्य के दायरे में अब 50 ऐसी वन उपज को लाया गया है। वन उपज से शरबत, जैम, चटनी, आचार जैसी अनेक चीजें बन सके। दवाइयों में काम आए। आयुर्वेद के लिए मदद हो। ऐसी हर चीज का अच्छी से अच्छी मार्केटिंग हो। इसके लिए विशेष वन धन केंद्र बनाया जा रहा है। यानी वन धन केंद्र से कमाई होगी और जन धन खातों में पैसा जमा होगा। जन धन से वन धन तक आदिवासी भाइयो-बहनो की चिंता ये चौकीदार कर रहा है। साथियो, हमारे गांव हो या देश के विकास में एक बहुत बड़ी भागीदारी हमारी बहन बेटियों की है। वित्त क्षेत्र तो महिला स्वावलंबन और सशक्तिकरण के लिए जाना जाता है। पशु पालन हो, मुर्गी पालन हो। इसमें भी बहुत बड़ी भूमिका बहनों की है। आपको पशुधन से जुड़े काम के लिए पैसे की दिक्कत न आए इसलिए इस चौकीदार ने पशुपालकों के लिए भी किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा दे दी है। स्वावलंबन से सशक्तिकरण के जिस सोच के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं उसको हमारी बहनें तेजी से पूरा कर रही है। 

भाइयो –बहनो, दीन दयाल उपाध्याय राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का लाभ मध्य प्रदेश के देश के गांव-गांव में देखने को मिल रहा है, और इसके लिए मैं शिवराज जी ने जो सरकार चलाई, उस समय जो काम किया, उसका अभिनंदन करता हूं। उनको बधाई देता हूं। इसके तहत देश के करोड़ों बहनें देश से गरीबी हटाने में अहम भूमिका निभा रहीं हैं। मैं स्वंय सहायता समूह से जुड़ी बहनों को भारत सरकरा द्वारा शुरू की गई एक नई व्यवस्था के बारे में बताना चाहता हूं। हमने जैम GEM गवर्नमेंट E मार्केटप्लेस नाम से एक सुविधा विकसित की है। इसके माध्यम से आप अपने सामान को केंद्र सरकार को सीधे बेच सकते हैं। ऐसी ही आसान व्यवस्थाएं इस चौकीदार ने बनाई है। जो पहले किसी ने सोचा भी नहीं था, भाइयो बहनो, आपका ये चाकीदार महिला सशक्तिकरण के लिए पूरी तरह समर्पित है। जन्म से लेकर जीवन के हर चरण में बेटियों और बहनों की रक्षा सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए तमाम योजनाएं आज चल रही है। प्रसूता माता के पोषण के लिए 6 हजार रुपये की सीधी मदद अस्पतालों में सुरक्षित मातृत्व सुनिश्चित कराने की योजना। मुफ्त में टिकाकरण का अभियान, बेटी पढ़ाओ- बेटी बचाओ अभियान, स्कूल और घर में शौचालय की सुविधा, माताओं और बहनों को मुफ्त में गैस कनेक्शन, गरीबों को मिल रहे घर और उसका मालिकाना हक माताओं और बहनों के नाम पर। ऐसी अनेक योजनाएं जो बेटियों को ध्यान में रखते हुए ही बनाई गई है। इतना ही नहीं आपके इस चौकीदार ने पहली बार बलात्कार जैसे जघन्य अपराध के लिए फांसी की सजा का प्रावधान भी किया है। साथियो, इस चौकीदार को भारत की बेटियों पर पूरा विश्वास है इसलिए पहली बार देश की रक्षा सुरक्षा के अग्रिम मोर्चे पर बेटियों को तैनात करने का फैसला लिया गया है। पहली बार महिला फाइटर पायलटों ने देश की ताकत बढ़ाई है, और इसमें भी मेरे रीवा की बेटी मध्य प्रदेश की बेटी ने देश का नाम रौशन किया है। भाइयो-बहनो, राष्ट्र रक्षा के लिए लड़ना एक सम्मान की बात है। लेकिन कांग्रेस के समर्थन से सरकार चला रहे एक मुख्यमंत्री ने क्या कहा, ये सुनकर आप चौंक जाओगे।

मुझे मालूम नहीं है नई सरकार बनने के बाद मीडिया वाले कुछ लिख पाते हैं कि नहीं लिख पाते हैं। मुझे पता नहीं है उनकी तकलीफ हो सकती है क्योंकि उनका नेचर ही ऐसा है। इसलिए शायद ये बात न भी छपी हो आगे भी छपेगी कि नहीं मुझे भरोसा नहीं है। लेकिन मैं बता देता हूं कर्नाटक में एक मुख्यमंत्री जो सरकार कांग्रेस चलाती है। उस मुख्यमंत्री ने एक गंभीर प्रकार का बयान दिया है, और न ही वो माफी मांग रहे हैं न ही कांग्रेस पार्टी माफी मांग ही है, न कांग्रेस के नामदार माफी मांग रहे हैं, न ही उनके चेले चपाटे कांग्रेस को सवाल पूछ रहे हैं। क्या पाप किया है ? मैं बताऊ? बताऊ? याद रखोगे? कांग्रेस का जवाब मांगोगे? ये कर्नाटक की जो कांग्रेस सरकार चला रही है उसके मुख्मंत्री ने कहा कि सेना में जो जवान जाते हैं वो भूखे मरते हैं, दो टाइम खाने के लिए रोटी का पैसा नहीं है इसलिए वो सेना में जाते हैं। मुझे बताइए भाइयो-बहनो, ये हमारी देश की सेना का अपमान है कि नहीं? वीर जवानों का अपमान है कि नहीं? उन वीर माताओं का अपमान है कि नहीं, जिन्होंने वीर बेटे को जन्म दिया उन मां का अपमान है कि नहीं है ? क्या जान हथेली पर लेकर दुश्मनों की छाती पर गोलियां दागने के लिए मां के पैर छुकर जो सीमा पर जाता है, यूनिफॉर्म पहनकर के दिन-रात ड्यूटी करता है, उसकी आंखें दिन-रात दुश्मन को तलाशती रहती है। क्या ये भूखा मर रहा है इसलिए कर रहा है? पेट की खातिर लोग सेना में जाते हैं? अरे वो रोटी खानी तो पत्थर पर लात मारकर के रोटी कमा सकता है। वो तो गोली खाने के लिए जाता है। मां भारती के लिए जाता है। हमारी रक्षा करने के लिए, भारत मां की रक्षा के लिए, जान की बाजी लगाने वाले जवानों का ये अपमान ये अपमान मध्य प्रदेश सहन कर सकता है। आप सहन कर सकते हैं? इसका जवाब मांगेंगे कि नहीं मांगेंगे ? उनको सजा करेंगे कि नहीं करेंगे ?

भाइयो-बहनो, ये चुनाव मौका है देश के इस प्रकार से अपमानित करने वालों को सजा करेगा। साथियो, इसी सोच का परिणाम है कि कांग्रेस के सरकार में आतंकवादी देश में मौत का खुला खेल खेलते रहे, और पाकिस्तान ऊपर से नाचता रहा, हमारी मजाक उड़ता रहा। लेकिन भाइयो-बहनो, ये नया हिंदुस्तान है, अब हिंदुस्तान ये सहन नहीं करेगा। करना चाहिए क्या ? ये आतंकियों का जुल्म सहना चाहिए क्या ? आतंकियों को गोली चलाने देना चाहिए क्या? बम फोड़ने देना चाहिए क्या ? भाइयो-बहनो, अब आतंकियों को पता है कि अब गलती कि तो ये मोदी है। पाताल से भी आतंकवादियों को खोजेगा और फिर घर में घुसकर के मारेगा। आप बताइए आतंकवाद खत्म होना चाहिए कि नहीं चाहिए ? आतंकवाद को जड़ मूल से यहां से उखाड़ फेंकना चाहिए कि नहीं चाहिए? जो कांग्रेस कहती है कि कश्मीर से सेना को हटा देंगे। जवानों को मिला विशेष अधिकार हटा देंगे। देशद्रोह का कानून हटा देंगे। क्या ऐसी कांग्रेस आतंकवाद खत्म कर सकती है क्या ? कर सकती है क्या ? भाइयो –बहनो, आप मुझे बताइए, आज हमारे देश में प्रधानमंत्री बनने के लिए एक बहुत बड़ी लंबी कतार खड़ी है। जैसे राशन कार्ड लेकर लोग खड़े रहते हैं, ये प्रधानमंत्री की कुर्सी लेने के लिए लंबी कतार है, कर्नाटक में जो 8 सीट लड़ रहे हैं वो भी कहते हैं कि वो प्रधानमंत्री बन सकते हैं। इसमें से कोई 20 सीट लड़ने वाला कहता है प्रधानमंत्री बनना चाहता है। कोई 40 सीट वाला कहता है प्रधानमंत्री बनना चाहता है। और सब टेलर के यहां कपड़े तैयार कर कर के बैठे हैं। जैकेट बनवा बनवा कर रेडी रखा है। आप मुझे बताइए ये जितने चेहरे हैं देशभर में जिनके दिमाग में भरा है कि देश की जनता उनको प्रधानमंत्री बनाएगी। ठीक है सपने रखने के लिए कोई मना करेगा भाई। लेकिन मैं आपको पूछना चाहता हूं कि ये जितने भी चेहरे हैं। जितने भी लोग प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं। उनमें से आतंकवाद को कौन खत्म कर सकता है? ऐसा नहीं ये मुझे खुश करने के लिए बोलेंगे नहीं चलेगा? ये मीडिया वालों को खुश करने के लिए नहीं बोलना चाहिए। कुछ मीडिया वालों को दुखी करने के लिए भी नहीं बोलना चाहिए। ये कांग्रेस वालों की नींद खराब करने के लिए भी नहीं बोलना चाहिए। सच बोलना है, जो आपके दिल से आवाज है, वो निकलनी चाहिए। मोदी को अच्छा लगे या बुरा लगे। मुझे बताइए आतंकवाद को कौन खत्म कर सकता है। आपको पूरा भरोसा है ये मोदी कर सकता है।

भाइयो –बहनो, अकेला मोदी कुछ नहीं सकता है, आतंकवाद को खत्म करेगा आपका एक वोट, आपके वोट की ताकत है, कमल के निशान पर बटन दबाओगे, तब विश्वास करो आप आतंकवाद को मारने की तैयारी कर रहे हो। इस बार कमल के निशान पर बटन दबाना, ये सिर्फ मतदान नहीं है, ये आतंकवादियों को सफाए का संकल्प है। भाइयो-बहनो, ये चुनाव में आप कमल के निशान पर बटन दबाओगे, तो आप विश्वास रखिए आपका वोट सीधा सीधा मोदी के खाते में जाएगा। आपका वोट मोदी के लिए है। आपको वोट मोदी के लिए देना है। एक चौकीदार के लिए देना है। आप चाहते हैं चौकीदार मजबूत बने? आप चाहते हैं चौकीदार मजबूत बने ? आप चाहते हैं चौकीदार मजबूत बने ? तो मेरे साथ एक संकल्प करेंगे? दोनों मुठ्ठी बंद करके। पूरी ताकत से बोलेंगे? आपको बोलना है.. चौकीदार

गांव-गांव है... चौकीदार, शहर-शहर है... चौकीदार, बच्चा-बच्चा... चौकीदार, बड़े-बुजुर्ग भी... चौकीदार, माता-बहने भी.... चौकीदार, घर-घर में है... चौकीदार, खेत-खलिहान में.... चौकीदार, बाग-बगान में... चौकीदार, देश के अंदर.... चौकीदार, सरहद पर भी... चौकीदार, डॉक्टर-इंजीनियर... चौकीदार, शिक्षक-प्रोफेसर.. चौकीदार, लेखक-पत्रकार भी... चौकीदार, कलाकार भी... चौकीदार, किसान-कामगार भी... चौकीदार, दुकानदार भी... चौकीदार, वकील-व्यापारी... चौकीदार, छात्र- छात्राएं... चौकीदार, पूरा हिंदुस्तान... चौकीदार, पूरा हिंदुस्तान... चौकीदार
भारत माता की जय
बहुत बहुत धन्यवाद

Explore More
وزیراعظم نریندر مودی کا 78 ویں یوم آزادی کے موقع پر لال قلعہ کی فصیل سے خطاب کا متن

Popular Speeches

وزیراعظم نریندر مودی کا 78 ویں یوم آزادی کے موقع پر لال قلعہ کی فصیل سے خطاب کا متن
Annual malaria cases at 2 mn in 2023, down 97% since 1947: Health ministry

Media Coverage

Annual malaria cases at 2 mn in 2023, down 97% since 1947: Health ministry
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
PM chairs 45th PRAGATI Interaction
December 26, 2024
PM reviews nine key projects worth more than Rs. 1 lakh crore
Delay in projects not only leads to cost escalation but also deprives public of the intended benefits of the project: PM
PM stresses on the importance of timely Rehabilitation and Resettlement of families affected during implementation of projects
PM reviews PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana and directs states to adopt a saturation approach for villages, towns and cities in a phased manner
PM advises conducting workshops for experience sharing for cities where metro projects are under implementation or in the pipeline to to understand the best practices and key learnings
PM reviews public grievances related to the Banking and Insurance Sector and emphasizes on quality of disposal of the grievances

Prime Minister Shri Narendra Modi earlier today chaired the meeting of the 45th edition of PRAGATI, the ICT-based multi-modal platform for Pro-Active Governance and Timely Implementation, involving Centre and State governments.

In the meeting, eight significant projects were reviewed, which included six Metro Projects of Urban Transport and one project each relating to Road connectivity and Thermal power. The combined cost of these projects, spread across different States/UTs, is more than Rs. 1 lakh crore.

Prime Minister stressed that all government officials, both at the Central and State levels, must recognize that project delays not only escalate costs but also hinder the public from receiving the intended benefits.

During the interaction, Prime Minister also reviewed Public Grievances related to the Banking & Insurance Sector. While Prime Minister noted the reduction in the time taken for disposal, he also emphasized on the quality of disposal of the grievances.

Considering more and more cities are coming up with Metro Projects as one of the preferred public transport systems, Prime Minister advised conducting workshops for experience sharing for cities where projects are under implementation or in the pipeline, to capture the best practices and learnings from experiences.

During the review, Prime Minister stressed on the importance of timely Rehabilitation and Resettlement of Project Affected Families during implementation of projects. He further asked to ensure ease of living for such families by providing quality amenities at the new place.

PM also reviewed PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana. He directed to enhance the capacity of installations of Rooftops in the States/UTs by developing a quality vendor ecosystem. He further directed to reduce the time required in the process, starting from demand generation to operationalization of rooftop solar. He further directed states to adopt a saturation approach for villages, towns and cities in a phased manner.

Up to the 45th edition of PRAGATI meetings, 363 projects having a total cost of around Rs. 19.12 lakh crore have been reviewed.