The nation has witnessed rapid development since 2014 which is why people are again voting for a BJP government: PM Modi
Why hasn’t Behenji’s BSP withdrawn support from Congress government in Rajasthan despite the gruesome rape of a Dalit woman there: PM Modi in U.P.
Taking historic decisions requires a political resolve to work for the country which cannot come from dynastic parties like the Congress or SP-BSP: Prime Minister Modi

 भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय।

मंच पर विराजमान उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय, यशस्वी एवं परिश्रमी मुख्यमंत्री श्रीमान आदित्यनाथ योगी जी, मंच पर विराजमान  भाजपा के सभी वरिष्ठ नेतागण, इस चुनाव में भाजपा के सभी होनहार उम्मीदवार और विशाल संख्या में हमें आशीर्वाद देने के लिए आए हुए मेरे प्यारे भाइयो और बहनो। मैं सबसे पहले आपकी क्षमा मांगता हूं, क्योंकि भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस सभा के लिए इतनी बड़ी व्यवस्था की, आपको कठिनाई ना हो इसके लिए टेंट भी लगवा दिया। लेकिन जितने लोग टेंट में हैं, उससे डबल मैं बाहर देख रहा हूं और वे धूप में तप रहे हैं। जो धूप में तप रहे हैं, जिनको असुविधा हुई है मैं उनसे क्षमा मांगता हूं लेकिन मैं उनको विश्वास दिलाता हूं, आपकी ये तपस्या बेकार नहीं जाने दूंगा। मैं इसे ब्याज समेत लौटाऊंगा और इस इलाके का विकास करके लौटाऊंगा।

महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर की इस पवित्र भूमि को प्रणाम करता हूं, आपको प्रधान सेवक का नमस्कार।

साथियो, पांच चरणों के चुनाव हो चुके हैं, विरोधी चारों खाने चित हैं, बौखलाए हैं, उन्हें समझ नहीं आ रहा की इस चौकीदार पर, देश के सेवक पर, लोगों का इतना प्यार क्यों उमड़ रहा है। भाइयो और बहनो, आज दुनिया में जो भारत की गूंज सुनाई दे रही है, देश इसके लिए भारतीय जनता पार्टी को और मोदी को वोट दे रहा है। आतंक के खिलाफ जो सीधी लड़ाई हम लड़ रहे हैं, उसके लिए देश कमल के निशान पर बटन दबा रहा है, मोदी को वोट दे रहा है। भारत को दहलाने वाले आज डर-डर कर जीने को मजबूर हैं, वो डर रहे हैं इसलिए इसलिये देश की हिम्मत बढ़ रही है। इसलिए देश मोदी को वोट दे रहा है। पाकिस्तान के आतंकियों को घर में घुस कर मारने की, ये रीति नीति आपको पसंद है? आपको पसंद है? इस रीति नीति के लिए ही देश कमल खिला रहा है। राम का नाम लेने वालों को जेल में डालने वालों को सबक मिले, लोकतांत्रिक तरीके से सजा मिले इसलिए पश्चिम बंगाल हो या हिंदुस्तान का कोई भी किनारा हो इसलिये देश कमल के निशान पर वोट दे रहा है।

देश, मजबूत, निर्णायक, और ईमानदार सरकार के लिए वोट दे रहा है। देश वोट दे रहा है इसलिए फिर एक बार... मोदी सरकार, 23 मई को नतीजे आएंगे, फिर एक बार मोदी सरकार तय है। ये लोग इतने परेशान हैं, आज सुबह मैं जब खबरें आती हैं, रिपोर्ट आती हैं तो पता चला कि कश्मीर में कुछ आतंकवादियों को हमारी सेना ने मार गिराया। अब कुछ लोगों को ये परेशानी है कि आज जब मतदान चल रहा है तब मोदी ने आतंकियों को क्यों मारा। वो बम बंदूक लेकर सामने खड़ा है। क्या वहां मेरा जवान इलेक्शन कमिशन की परमिशन लेने जाए क्या, कि मैं इसको गोली मारूं की ना मारूं। क्या खेल बना के रखा है हमारे विरोधियों ने।

कश्मीर में जब से हम आए हैं हर दूसरे दिन सफाई होती रहती है, सफाई अभियान मेरा काम है भाई ये। कुशीनगर, महाराजगंज और गोरखपुर के मेरे साथियों अब समय आ गया है जब आपको भाजपा, एनडीए की जीत को और भव्य और दिव्य बनाना है। हम लोगों को बचपन से सिखाया गया है की बूंद-बूंद से ही घड़ा भरता है। इसलिए आपका हर वोट मेरे लिए बहुत जरूरी है। मेरे लिए एक वोट भी जरा भी कम नहीं है, मेरे लिए हर वोट पवित्र है, हर वोट अमूल्य है। भाइयो-बहनो, ये गंभीर बात मैं बता रहा हूं, जीत सामने देखकर ये समय आराम करने का नहीं, ये जीत को इतना ऐतिहासिक बनाने का समय है कि महामिलावट करने वाले लोग देश के खिलाफ जाने का भी विचार सोचना छोड़ दें।

साथियो, सपा, बसपा और कांग्रेस इनकी ये महामिलावट कैसे काम करती है, इसका उदाहरण राजस्थान है। मैं हैरान हूं की आए दिन बातें करने वाले सारे चुप बैठ गए हैं। राजस्थान में क्या हुआ, वहां एक दलित बेटी के साथ अत्याचार हुआ है, सामूहिक बलात्कार हुआ हैवहां कांग्रेस की सरकार है, नामदार की सरकार है और राजस्थान की सरकार बहुमत वाली सरकार नहीं है, बीएसपी के समर्थन से चल रही है। कांग्रेस और बीएसपी ने ये दोनों ने दलित बेटी पर जो बलात्कार हुआ है उसे दबाने में जुटी हुई हैं। न्याय-न्याय के नाम से चीखने वाली कांग्रेस के नामदार के मुंह पर भी ये बलात्कारियों ने ताला लगा दिया है। साथियो, आज यूपी की बेटियां बहन जी से पूछ रही हैं और बहन जी आपको जवाब देना पड़ेगा, राजस्थान में बहन जी आपके समर्थन से सरकार चल रही है और वहां दलित बेटी पर बलात्कार हुआ है, आपने अपना समर्थन वापस क्यों नहीं लिया। बयानबाजी करके घड़ियाली आंसू बहा रही हो। अगर आप और बहन जी, आपके साथ गेस्टहाउस में हुआ था पूरे देश की बहनों को पीड़ा हुई थी, क्या कारण है बहन जी आपको पीड़ा नहीं हो रही है। अगर आप बेटियों की रक्षा के प्रति इतनी ही ईमानदार हैं तो आज ही इसी मिनट राजस्थान सरकार से बसपा का समर्थन वापस ले लीजिए, गवर्नर को चिट्ठी लिखकर के आइए... बयानबाजी नहीं।

साथियो, बेटियों पर अत्याचार करने वाले राक्षसी प्रवृत्ति के लोगों को सजा देने के लिए ही आपके इस चौकीदार ने फांसी की सजा का प्रावधान किया है। कांग्रेस सरकार की भी नीयत सही होती तो अलवर में जो हुआ उसे छिपना में, दबाने में नहीं लगती। लेकिन इनके पास तो एक ही जवाब है। आपको मालूम है जवाब क्या है? उनके पास एक ही जवाब है, हुआ तो हुआ। क्या जवाब है, क्या बोल रहे कांग्रेस के नेता? हुआ तो हुआ।

साथियो, भ्रष्टाचार हो, महंगाई हो या 1984 में हजारों सिखों की बेरहमी से कत्ल हुई हो। इनका जवाब यही होता है, हुआ तो हुआ। साथियो, जिस अहंकार में ये लोग कहते हैं, हुआ तो हुआ। वो इन लोगों ने देश की सरकारी मशीनरी का एक हिस्सा बना दिया, आदत बना दी थी। बीते पांच साल में आपके इस सेवक ने इस कार्य संस्कृति को बदल दिया है। इन लोगों के दांव-पेंच नाकाम हो रहे हैं और इसलिए ये लोग मुझे पानी पी-पी करके कोस रहे हैं। हर दिन नई गाली देती हैं, भांति-भांति की गालियां देते हैं, दुनिया भर की प्रेम की डिक्शनरी खोज कर के लाते हैं और प्रेम का नकाब पहना कर के मुझे गालियां देते हैं। अब आज कल इन लोगों ने मेरी जाति का सर्टिफिकेट मांगना शुरू कर दिया है।

साथियो, मैं कभी इस राजनीति में जाता नहीं हूं और आपके आशीर्वाद से मुझे कभी जाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी लेकिन जब लोग सर्टिफिकेट मांग रहे हैं तो मैं बताऊंगा मेरा जन्म तो अति पिछड़ी जाति का है लेकिन मेरा सपना पूरे हिंदुस्तान को अगड़ा बनाने के लिए दिन-रात मेहनत करना। मेरी एक ही जाति है, कान खोलकर सुन लो, सारे जातिवादी नेता सुन लो, जातिवाद के नाम पर गरीबों को 70 साल से लूटने वाले लोग कान खोलकर सुन लो मोदी की एक ही जाति है गरीब। मेरी एक ही पहचान है गरीब। मैंने गरीबी सही है, गरीबी का दर्द सहा है, गरीबी से निकल कर ही, गरीबों के आशीर्वाद से ही मुझे आज देश की सेवा करने का मौका मिला है। ये पद, ये प्रतिष्ठा कभी गुजरात में लंबे समय तक मुख्यमंत्री पद, पांच साल के प्रधानमंत्री पद, ये सब आपने मुझे दिया है पर मैंने और मेरे परिवार ने ये सत्ता का, इस पद का कभी दुरुपयोग नहीं किया है। लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहा हूं, ये दोनों बुआ और बबुआ दोनों मिलाकर गिनूं, इससे ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री रहकर आया हूं। लेकिन मैंने मेरी और परिवार की गरीबी को अमीरी में नहीं बदला। मैंने सत्ता का उपयोग गरीबों की सेवा के लिए किया है, उसके हितों के लिए किया है। मैंने देश में गरीबी कम करने के लिए पूरी ईमानदारी से काम किया है। साथियो, आज जो लोग मेरी जाति का सर्टिफिकेट मांग रहे हैं, उन्हें जब आपकी सेवा का मौका मिला तो उन्होंने अपने लिए सैकड़ों हजार करोड़ रुपये की संपत्ति खड़ी कर ली।

मैं गुजरात में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहा, पांच साल से देश का प्रधानमंत्री हूं और मेरा बहीखाता, खुली किताब देश के सामने है। कौन गरीबों के लिए जीता है इसका जीता जागता उदाहरण आपके सामने मौजूद है। साथियो, जब इन्हें मौका मिला तो इन्होंने अपने लिए और ये उत्तर प्रदेश की जनता जानती है। अपने लिए लाखों करोड़ों के बंगले बना लिए। बनाए कि नहीं बनाए? परिवार के सभी लोगों के लिए बनाए कि नहीं बनाए? सबके पास महंगी से महंगी गाड़ियां हैं कि नहीं हैं?  उनसे ज्यादा मुझे सत्ता पर रहने का अवसर मिला है, मेरे लिए सत्ता सेवा का माध्यम है। मैंने क्या किया? मैंने मेरा बंगला नहीं बनाया , ना ही मैंने मेरे परिवार को, मैंने इस सेवा का उपयोग डेढ़ करोड़ गरीबों के घर बनाए। जब इन लोगों को मौका मिला तो इन लोगों ने कोयला घोटाला कर दियाजब मुझे सेवा का अवसर मिला तो मैंने 7 करोड़ गरीब माताओं को चूल्हे के धुएं से मुक्ति दिलाई और मुफ्त में गैस का कनेक्शन दिया। जब इन लोगों को मौका मिला तो इन लोगों ने बिजली में भी घोटाला कर दिया। और मुझे सेवा का अवसर मिला तो ढाई करोड़ से ज्यादा गरीब परिवारों में मुफ्त में बिजली देने का काम मैंने पूरा किया। जब इन लोगों को मौका मिला तो NRHM में घोटाला कर दिया, एंबुलेंस में घोटाला कर दिया, जब मुझे सेवा करने का अवसर मिला तो मैंने हर गरीब को साल में 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज की सुविधा वाली आयुष्मान भारत योजना लेकर आए। साथियो, जब इन लोगों की सरकार थी तो गरीब के लिए बैंक के दरवाजे बंद थे, तब गरीब बैंक में जाने से भी डरता था। जब मुझे सेवा का अवसर मिला तो मैंने 34 करोड़ से ज्यादा गरीबों के बैंक खाते खुलवाए, बैंक के दरवाजे गरीबों के लिए खोल दिए। आज गरीबों के उन्हीं बैंक खातों में एक लाख करोड़ रुपए तक लोगों ने जमा किया हुआ है। पहले यही पैसे उनके इधर-उधर चले जाते थे, खर्च हो जाते थे और गरीब वही गरीब रह जाता था।

भाइयो-बहनो, ये वहीं लोग हैं जो आज भी, ये सपा, बसपा, कांग्रेस महामिलावटी पूरे देश की ये सारी जमात आधार कार्ड का विरोध कर रही है, सुप्रीम कोर्ट तक गई। जितने अड़ंगे डाल सकेत थे डाले, पार्लियामेंट में जितनी रुकावट करनी थी की। भाइयो-बहनो, मैं अड़ा रहा क्योंकि आधार कार्ड मेरे गरीब के लिए अधिकार का एक बहुत बड़ा औजार है।

भाइयो-बहनो, मैंने क्या किया, उन्होंने आधार कार्ड को ठुकराने का, रोकने का प्रयास किया। जबकि इसी आधार कार्ड जनधन खाते और आपके मोबाइल को जोड़कर हमारी सरकार ने 8 करोड़ फर्जी बिचौलिए, गरीबों को लूटने वाले, ऐसी सारी जमात को मैंने एक झटके में निकाल दिया। उनके नाम हट गए, उनका कारोबार हट गया, उनकी दलाली हट गई। इन्हीं फर्जी नामों की मदद से बिचौलिए गरीबों को मिलने वाली सीधी रकम हड़प कर जाते थे। साथियो, गरीब को गंदगी में रहने का शौक नहीं होता है, वो उसकी मजबूरी होती है, लेकिन महामिलावटी लोगों ने गरीब को स्वच्छ वातावरण देने के लिए कुछ नहीं किया। मैंने स्वच्छ भारत अभियान चलाया, खुद फावड़ा-झाड़ू ले कर निकल पड़ा था। 10 करोड़ से ज्यादा शौचालय बनवाए और इसी का नतीजा है कि गंदगी से होने वाली तमाम बीमारियों कम हुई हैं, लाखों गरीबों का जीवन बचा है।

भाइयो-बहनो, वंशवाद की बेल पकड़ कर ये लोग इतना ऊपर चढ़ चुके हैं की गरीब को तुच्छ मानते हैं, गंदगी साफ करने वालों को तुच्छ मानते हैं। वहीं गरीबी से पैदा हुआ, गरीबी में पला बड़ा, गरीबों के आशीर्वाद से उसने कुंभ के मेले में गरीबों का पैर धोकर सफाई कर्मचारी का पैर धोकर खुद धन्य हो गया मैं।

भाइयो-बहनो, इन लोगों ने पूर्वांचल की बीमारी के, यहां के गरीबों की मुसीबत को, बीमारी के चंगुल में छोड़ रखा था, जापानी बुखार को लेकर इनके राज्य में क्या स्थिति थी उससे आप परिचित हैं। हमने इस बीमारी को रोकने के लिए अनेक गंभीर प्रयास किए हैं जो टीकारण अभियान है उसमें पहली बार इंसेफेलाइटिस का टीक भी हमने जोड़ा है। वहीं पूरे पूर्वाचंल में अस्पतालों का अधुनिकीकरण किया जा रहा है। गोरखपुर में एम्स आपकी सेवा कर रहा है तो बनारस में आधुनिक  कैंसर अस्पताल बने हैं।

साथियो, किसानों की जरूरत के प्रति हमारी सरकार संवेदनशील है। छोटे किसानों के खातों में सीधी मदद पहुंचनी शुरू हो चुकी है। हमने तो ये भी तय किया है की 23 मई को जब फिर एक बार मोदी सरकार आएगी तो पांच एकड़ का नियम भी हटा दिया जाएगा और सभी किसानों के खाते में सीधा पैसा जाएगा। इसी प्रकार हम गन्ने को भविष्य के ईंधन का महत्वपूर्ण स्रोत बना रहे हैं। अब गाड़ियों से लेकर हवाई जहाज तक अब इथेनॉल से मिले हुए ईंधन से चलने लगे हैं। ये ईथेनॉल गन्ने से बनाया जा रहा है, इसलिए गन्ने से ईथेनॉल बनाने के लिए देश भर में प्लांट बनाए जा रहे हैं। जिसका लाभ यहां गन्ना किसानों को भी होना तय है।

भाइयो-बहनो, हम पूर्वांचल को देश की गैस आधारित अर्थव्यवस्था और कृषि उत्पादकों का बड़ा हब बनाने का काम कर रहे हैं। गोरखपुर के यूरिया कारखाने पर तेजी से काम चल रहा है। ऊर्जा गंगा योजना के अंतर्गत इस पूरे क्षेत्र में गैस पाइप लाइन बिछाई जा रही है। साथियो, ये स्थान तो महात्मा बुद्ध की परिनिर्वाण स्थली है। कुशीनगर को बुद्धिस्ट सर्किट के तहत देश भर के बौद्ध श्रद्धा के केंद्रों से जोड़ा जा रहा है, सुविधाओं का निर्माण किया जा रहा है। यहां रोड और रेल की कनेक्टिविटी तो सशक्त की जा रही है, एयरपोर्ट पर भी काम चल रहा है। भाइयो-बहनो हमारा ये निरंतर प्रयास रहा है की जो हमारी संस्कृति है, जो हमारी आस्था के केंद्र हैं, उसका प्रचार-प्रसार करें। लेकिन सिर्फ अपना परिवार देखने वाले कांग्रेस हो, सपा हो, बसपा हो, ये महामिलावटी लोगों ने हमारा देश, हमारी संस्कृति, हमारी परंपरा, हमारे सवा सौ करोड़ देशवासियों की ताकत, उनके नायक, राष्ट्र के इन महापुरुषों की कभी परवाह नहीं की।     

दुनियाभर में बाबासाहेब अंबेडकर से जुड़े स्थानों को पंचतीर्थ के रूप में आपके इसी सेवक ने ही विकसित किया है। आज लाखों लोग इन स्थलों पर प्रेरणा लेने जा रहे हैं। किसानों के लिए जीवन खपाने वाले सरदार पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा भी ये चौकीदार ने बनाई है। आज गूगल में जा कर के नवजवान पूछेगा की दुनिया में सबसे ऊंचा स्टेच्यू कब और कहां तो निकल के आता है हिंदुस्तान में, सरदार वल्लभ भाई पटेल का स्टेच्यू। लेकिन कांग्रेस, सपा और बसपा के महामिलावटी लोगों को यह भी नहीं पच रहा। साथियो, ऐसे स्वार्थ से भरे हुए लोग गरीबों का भला नहीं कर सकते हैं, किसानों का भला नहीं कर सकते। जो चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुआ और जिन्होंने गरीबों के नाम पर राजनीति करके खुद के लिए चांदी के चम्मच बनवा लिए। जो आज भी खुद को राजा-महाराजा समझते हैं और जनता को अपना गुलाम। वो कभी आपके आगे बढ़ने के लिए काम नहीं कर सकते। ये काम सिर्फ आपका ये चौकीदार कर सकता है, ये सेवक कर सकता है। इसलिए दिल्ली में फिर एक बार भाजपा-एनडीए को शक्ति देना जरूरी है। आपका हर वोट मोदी के खाते में आएगा।

भाइयो-बहनो, आप चाहते हो देश मजबूत हो? देश मजबूत होना चाहिए? घर में घुसकर मारने वाला होना चाहिए? देश मजबूत बनाना है तो पोलिंग बूथ भी मजबूत बनाना पड़ेगा? बनाओगे? घर-घर जाओगे, मतदाता से मिलोगे? वोट डालने के लिए समझाओगे? देश के लिए मतदान करवाओगे? गरीबी से देश को मुक्त कराने के लिए मतदान कराओगे? सुरक्षा के लिए मतदान कराओगे, ज्यादा से ज्यादा मतदान कराओगे?  

आप विश्वास करिए, जब आप कमल के निशान पर बटन दबाएंगे, आपका वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, मेरे साथ जोर से बोलिए, दोनों हाथ बंद करके मुट्ठी बंद करके बोलिए… भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय, बहुत-बहुत धन्यवाद।

 

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।