नोमोष्कार करीमगंज, एबोंग बराक बाशी जनोसाधारोन! सोब भाला असोइन ने? आगंतुक दौल उत्सव उपलक्षते समस्त बराकबासीदेर जानाच्छि आंतरिक शुभेच्छा !! तारसंगे आगामी, बांग्ला नव वर्षेर अनेक शुभकामना !!
बराक वैली ने कचार केशरी सनत दास, उल्लासकर दत्ता, द्वारका प्रसाद तिवारी, अरुण कुमार चंदा, इंदुप्रभा देवी, संबोधन फोंगलोसा ऐसे अनेक महान व्यक्तित्व देश को दिए हैं। असम पर वीर लचित बोरफुकन जैसे महान और पुण्य व्यक्तित्व का आशीर्वाद रहा है, जिन्होंने असम को, भारत को विदेशी आक्रांताओं से बचाने में अहम भूमिका निभाई है। आज जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, तो वीर लचित बोरफुकन से लेकर नेताजी सुभाषचंद्र बोस तक, हर देशवासी, अपने राष्ट्र निर्माताओं को नमन कर रहा है।
बहनो और भाइयो,
ये सुखद संयोग ही है कि आज असम में अपनी चुनावी सभाओं का आरंभ मैं बराक वैली के द्वार से, गेटवे से कर रहा हूं। बराक वैली सिर्फ असम में एंट्री का ही गेटवे नहीं है, बल्कि असम में बीजेपी की डबल इंजन सरकार का भी गेटवे है। 3 दशक पहले जब देश में भाजपा का उतना विस्तार नहीं हुआ था, तब भी बराक वैली ने 15 में से 9 सीटें भाजपा को दी थी। इन वर्षों में भाजपा आपके बीच रहकर, आपकी आवाज़ बनती रही। 5 साल के विकास और विश्वास पर इस बार बराक वैली सहित पूरा असम भाजपा को, एनडीए को पिछली बार से भी प्रचंड मत देने के लिए आज आतुर नजर आ रहा है। आज असम में विकास की लहर है, विश्वास की लहर है। आज असम में शांति का विश्वास है, समृद्धि का विश्वास है। आज असम में एक ही मुद्दा है- विकास, तेज़ विकास, निरंतर विकास, सबका विकास।
साथियो,
दशकों पहले ये पूरा क्षेत्र बेहतर कनेक्टिविटी वाले हिस्सों में से एक था। चाय से लेकर पेट्रोलियम तक, चट्टग्राम और कोलकाता पोर्ट तक ब्रह्मपुत्र-पदमा-मेघना नदियों के रास्ते ही पहुंचते थे लोग। लेकिन वर्षों तक चली कांग्रेस की करप्शन और वोट बैंक की राजनीति ने असम को सबसे अधिक Disconnected राज्यों में शामिल कर दिया।
करीमगंज के मेरे प्यारे भाइयो-बहनो… आप जहां हैं वहां खड़े रहिए… आपका प्यार सर आंखों पर… मैं आपके प्यार को सलाम करता हूं, लेकिन आप वहीं रहिए… आगे आने की कोशिश मत कीजिए, आपके प्यार के लिए आपके आशीर्वाद के लिए.. मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं।
मेरे प्यारे भाइयो-बहनो,
कांग्रेस सरकारों और उनकी नीतियों ने असम को सामाजिक, सांस्कृतिक, भौगोलिक और राजनीतिक, हर तरह से नुकसान पहुंचाया।
साथियो,
2016 में जब मैं यहां आपके बीच आया था, तो ये जानकर हैरान रह गया कि कांग्रेस की सरकारें बराक वैली के लिए डिविजनल कमीशनर गुवाहाटी से चलाती रहीं। ये कितना बड़ा अन्याय था? मुझे खुशी है कि NDA सरकार ने इस अन्याय को दूर किया। बराक वैली के लोगों को छोटे-छोटे सरकारी कामों के लिए दूर ना जाना पड़े, यहां दवाई और पढ़ाई से जुड़े संस्थान बनें, इसके लिए सर्बानंद जी और उनकी सरकार ने जो काम किया है, वो काम यहां के लोग सदा सर्वदा प्रशंसा करते रहे हैं।
बहनो और भाइयो,
यहां बराक वैली की रेल कनेक्टिविटी की क्या स्थिति थी, इसको लेकर हर बार यहां से आवाज उठती थी मांग उठती थी। सड़कें खस्ताहाल थीं, रेल नेटवर्क सीमित था। असम के अलग-अलग हिस्सों में जाने के लिए लोगों को बहुत लंबा सफर तय करना पड़ता था। गैस कनेक्टिविटी को लेकर भी असम की स्थिति अच्छी नहीं थी। भाजपा सरकार इस स्थिति से असम को तेजी से बाहर निकाल रही है।
बहनो और भाइयो,
आज असम में नई सड़कें बन रही हैं, नए फ्लाइओवर बन रहे हैं, नए पुल बन रहे हैं। बरसों से अटके हुए, भारत के सबसे लंबे ब्रिज- भूपेन हजारिका सेतु का निर्माण किसने पूरा करवाया? भाजपा की ही सरकार ने ये काम किया। असम को मेघालय से जोड़ने के लिए इससे भी बड़े धुबरी-फूलबारी ब्रिज का निर्माण कौन करवा रहा है? भाजपा की सरकार करवा रही है। देश का सबसे लंबा river ropeway असम को किसने दिया? भाजपा की सरकार ने दिया। किसने बरसों से अधूरे पड़े भारत के सबसे लंबे रेल-रोड ब्रिज- बोगीबील ब्रिज का काम पूरा करवाया? भाजपा की सरकार ने किया। चाहे एयर रूट हो, रेल रूट हो, हाईवे हो, हम हर प्रकार से असम की भारत के अन्य हिस्सों में कनेक्टिविटी को मजबूत कर रहे हैं। और इनसे भी बढ़कर हमने एक और कनेक्शन बनाया है, जिसे तोड़ना असंभव है। ये कनेक्शन है-असम के सामर्थ्यवान और प्रतिभाशाली लोगों से दिल का कनेक्शन। आप तो अनुभव करते हैं कि करीमगंज से सिलचर जाने के पहले कितना वक्त लगता था और अब कितना कम लगता है। असम की भाजपा सरकार ने, NDA सरकार ने, सड़कों के निर्माण में जो बेहतरीन काम किया है, उसकी प्रशंसा देशभर से यहां आने वाले पर्यटक भी करते हैं। लुमडिंग-सिलचर रेल लाइन का चौड़ीकरण मिशन मोड पर किया गया, आज बड़ी ट्रेनें भी यहां पहुंच रही हैं। 6 साल पहले तक सिलचर से लुमडिंग और अगरतला तक लगभग आधा दर्जन ट्रेनें चलती थीं, आज ये संख्या करीब-करीब दोगुनी हो चुकी है। आज बराक वैली, दिल्ली, गुवाहाटी, डिब्रुगढ़, कोलकाता, त्रिवेंद्रम और अगरतला से कनेक्ट हो चुकी है।
बहनो और भाइयो,
आज बराक वैली के, असम के पुराने गौरव को फिर लौटाने के लिए, पारंपरिक ट्रेड रूट को फिर से मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है। आज नदी जलमार्गों को बड़े कार्गो के परिवहन के लिए भी तैयार किया जा रहा है। सिलचर में मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क विकसित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि ये क्षेत्र इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का हब बन सके। इससे यहां के हज़ारों युवाओं को रोज़गार मिलेगा। इससे यहां के किसानों की उपज आसानी से, देश और दुनिया के बाज़ारों तक पहुंच सकेगी।
साथियो,
सिर्फ फिजिकल कनेक्टिविटी ही नहीं, बल्कि सौहार्द की, संस्कृति की कनेक्टिविटी को भी बीते 5 सालों में मज़बूत किया गया है। भुवन तीर्थ शिव मंदिर, कासाकांटी देवी मंदिर, सिद्धेश्वर शिवबारी, शोन बील, 1857 की सिपाही क्रांति का प्रतीक War Memorial, ये सब बराक वैली की पहचान हैं। नमामि बराक फेस्टिवल, से बराक वैली की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और प्राकृतिक पहचान को एनडीए सरकार ने मज़बूती दी है। कांग्रेस ने असम को हर प्रकार से Divide रखा, भाजपा ने असम को हर प्रकार से Connect करने का प्रयास किया। बराक-ब्रह्मपुत्र, पहाड़-भैयाम- हर क्षेत्र का एक समान विकास। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास- यही भाजपा का विकास का मंत्र है।
भाइयो और बहनो,
आज गरीब से गरीब को, चाहे वो किसी भी मत-मज़हब का हो, उसको सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिल रहा है, बिना किसी भेदभाव के मिल रहा है। कोरोना संकट के दौरान महीनों तक मुफ्त राशन हो, आर्थिक मदद हो या मुफ्त गैस सिलेंडर, हर लाभार्थी को बिना किसी भेदभाव के दिया गया है। आज दलित को, आदिवासी को, असम में बिजली और गैस कनेक्शन मिला है। हर गरीब को पक्का घर मिले, इसके लिए भी तेजी से काम हो रहा है। आयुष्मान भारत योजना के तहत असम में डेढ़ लाख से ज्यादा मरीज़ों को मुफ्त इलाज मिल चुका है। बराक वैली सहित असम के 27 लाख किसान परिवारों को सैकड़ों करोड़ रुपए पीएम किसान सम्मान निधि से सीधे मिल चुके हैं। इतना ही नहीं, करीमगंज सहित पूरी बराक वैली की बहनों को अब घर में पाइप से जल पहुंचाने के लिए मिशन मोड पर काम चल रहा है।
बहनो और भाइयो,
यहां जो Tea Garden में काम करने वाले साथी हैं, उनके विकास के लिए असम की सरकार विशेष प्रयास कर रही है। असम की भाजपा सरकार ने लाखों भूमिहीन साथियों को पट्टे दिए हैं, बच्चों की पढ़ाई के लिए अनेकों नए स्कूल खोले हैं और ये काम लगातार चल रहा है। टी गार्डन में काम करने वाली गर्भवती महिलाओं को हज़ारों रुपए की मदद दी जा रही है, ताकि वो खुद की और बच्चों की सेहत का ध्यान रख सकें। हाल में केंद्र सरकार ने बजट में चाय बगान में काम करने वाले साथियों के लिए 1000 करोड़ रुपए का विशेष प्रावधान किया है। इससे चाय बगान में काम करने वाले हर परिवार के जीवन को बेहतर बनाने में बहुत मदद मिलेगी। जो अनुसूचित जाति उसके हमारे बंधु है, जो SC वर्ग के युवा है, उनको 10वीं के बाद पढ़ाई में मदद के लिए केंद्र सरकार नई योजना लेकर आई है। इस योजना के तहत मैट्रिक के बाद की स्कॉलरशिप में काफी वृद्धि की गई है। इसका लाभ बराक वैली समेत, पूरे असम के SC वर्ग के बच्चों को होने वाला है।
साथियो,
बराक वैली में तो फिशरीज़ के लिए, मछली पालन के लिए अनेक संभावनाएं हैं। हमारी डबल इंजन की सरकार मछली से जुड़े व्यापार-कारोबार को बहुत अधिक प्रोत्साहन दे रही है। इसलिए मछली पालन से जुड़े कारोबार के लिए केंद्र में अलग से फिशरीज मंत्रालय बनाया गया है। फिशरीज सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए 20 हज़ार करोड़ रुपए की मत्स्य संपदा योजना शुरू की गई है। मुझे खुशी है कि असम में भी मछली उत्पादन में बीते 5 साल में 25 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। यहां की भाजपा सरकार, एनडीए सरकार अब असम को मछली के क्षेत्र में पूरी तरह आत्मनिर्भर बनने के लक्ष्य पर काम कर रही है। इसका बहुत बड़ा लाभ बराक वैली के आप सभी साथियों को, हर वर्ग के परिवार को होगा।
बहनो और भाइयो,
आज एक तरफ भाजपा की नीति है, भाजपा का नेतृत्व है और भाजपा की नेक नीयत भी है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस है- जिसके पास ना तो नेता है, ना ही नीति है और ना ही विचारधारा है। आज कांग्रेस इतनी कमजोर हो गई है कि किसी भी हद तक जा सकती है, किसी के साथ भी हाथ मिला सकती है। ये विचित्र स्थिति आज पूरा देश देख रहा है। पश्चिम बंगाल में जिन वामपंथियों के साथ वो लाल-सलाम कर रहे हैं, उन्हीं के साथ केरल में नूरा-कुश्ती चल रही है। एक राज्य में जिसको गाली देते हैं, दूसरे राज्य में उसको गले लगाते हैं। कांग्रेस का ये कन्फ्यूजन, हर तरफ है। आप सोचिए, जिस पार्टी की सोच ही स्थिर नहीं हो, वो क्या असम में स्थिर सरकार दे पाएगी क्या? दे पाएंगे क्या? दे सकते हैं क्या? असम का भला कर सकते हैं क्या? आपका भविष्य बना सकते हैं क्या? यहां असम में देखिए, कांग्रेस किसके भरोसे मैदान में है भाई? जिन लोगों की राजनीति से यहां के कांग्रेस कार्यकर्ता दशकों से लड़ रहे हैं, जूझ़ रहे हैं, आज कांग्रेस का हाथ उसी ताला-चाबी को लेकर घूम रहा है।
साथियो,
वोट के लिए किसी को भी धोखा देना ये इनके जेहन में है, इनके स्वभाव में है। यहां असम में भी धोखे और भ्रम का एक वीडियो मुझे भी देखने का मौका मिला है। आपने भी जरूर देखा होगा। इस वीडियो में यहां के कांग्रेस के नेता आपस में मंच पर ही, झूठ का घोषणापत्र बना रहे हैं। बताओ. और घोषणापत्र बनाने में बहुत मेहनत लगती है। लोगों के विचारों को जानना पड़ता है, विचार-विमर्श करता है। खजाने की स्थिति क्या है ये समझनी पड़ती है। लेकिन कांग्रेस का घोषणापत्र तो सिर्फ घोषणाओं के लिए होता है, इसलिए वो 2-3 लोग मंच पर ही घोषणापत्र बना लेते हैं। इस वीडियो में वो अपनी कलई, अपना झूठ खुद ही खोल देते हैं। वो कहते हैं कि सिर्फ घोषणा कर दो, घोषणाएं पूरा करने के लिए नहीं होती हैं। ये कांग्रेस के नेता खुद कबूल कर रहे हैं। वीडियो मौजूद है। यही काम इन्होंने देशभर में किया है। ये लोग जानते ही नहीं कि देश की जनता कितनी समझदार है। अब देश की जनता की आंखों में धूल नहीं झोंक सकते हो। ये लोग जमीनी सच्चाइयों से पूरी तरह कट चुके हैं।
बहनो और भाइयो,
भाजपा की सरकार के लिए हमेशा देशहित सर्वोपरि रहा है, देश का विकास सर्वोपरि रहा है। दशकों से नॉर्थ ईस्ट को जिस तरह विकास में नजरंदाज किया गया, भाजपा सरकारें, उसे मिलकर सुधार रही हैं। हम नॉर्थ ईस्ट को देश के विकास का प्रमुख केंद्र बना रहे हैं। और इसमें असम की बहुत बड़ी भूमिका है। यहां डबल इंजन की सरकार, असम के लोगों को सशक्त करने का काम कर रही है।
साथियो,
विकास से कोई वर्ग, कोई क्षेत्र छूटे ना, हर कोई आगे बढ़े। इसी नीति वाली डबल इंजन की सरकार को अब आपको और मजबूत बनाना है। इस बार NDA को पहले से भी अधिक ताकत से विजय दिलानी है। इस बार का आपका वोट, असम के लोकल टैलेंट को, लोकल आर्ट को, लोकल सामान के प्रति वोकल होने के लिए है। इस बार आपका वोट, असम को आत्मनिर्भरता की तरफ ले जाने के लिए है। हम मिलकर विकास के नए आयाम तय करेंगे। इसी विश्वास के साथ आप सभी का मैं धन्यवाद करता हूं। और मैं देख रहा हूं. इतनी बड़ी तादाद में आप आशीर्वाद देने के लिए आए हैं। वहां दूर मैं लोगों को देख रहा हूं।
भाइयो-बहनो,
ये आपका विश्वास है, ये आपका स्नेह है और ये असम के लिए आपके सपनों का संकल्प भी है। मैं आज आपको विश्वास दिलाने आया हूं। पिछले पांच साल में हमने जिस तेजी से काम किया है आने वाले पांच साल उस से भी तेजी से काम करेंगे।
भाइयो-बहनो,
मैं एक बार फिर आपसे आग्रह करूंगा, अब चुनाव सामने है, इस सभा के बाद आप घर-घर जाएंगे? घर-घर जाएंगे? लोगों को मिलेंगे? मेरी बात पहुंचाएंगे? भाजपा को जिताएंगे? एनडीए को जिताएंगे? फिर से सरकार मजबूत बनाएंगे? संकल्प ले के निकलेंगे? एक-एक घर जाएंगे? एक-एक मतदाता को लेकर मतदान केंद्र तक जाएंगे? पक्का करेंगे? ..
बहुत-बहुत धन्यवाद।