Didi cannot snatch away people’s right to vote in West Bengal: PM Modi

Published By : Admin | May 6, 2019 | 14:30 IST
QuoteThe entire country stands together with the people of West Bengal during these trying times of ‘Cyclone Fani’: PM Modi
QuoteI called Mamata Didi twice to enquire about the situation in West Bengal but both the times my call was refused by the egoistic administration of Didi: PM Modi in West Bengal
QuoteDidi’s arrogant behavior and corrupt governance are going to bring the end of TMC’s regime in West Bengal very soon: Prime Minister Modi

भारत माता की जय
भारत माता की जय
झाड़ग्राम और मेदनीपुर के सभी बहनो भाइयो को… जय श्री राम। झाड़ग्राम की धरती से पश्चिम बंगाल के सभी जनों को जय श्री राम और स्पेशली ममता दीदी को भी जय श्री राम।
साथियो, दीदी ने जय श्री राम का अभिवादन करने भर से ही लोगों को जेल में डालना शुरू कर दिया है। मुझे लगा कि मैं भी डायरेक्ट दीदी को जय श्री राम बोल दूं, तो मुझे भी जेल में डाल दें तो यहां के निर्दोष लोग जो जेल में पड़े हैं मैं उनकी सेवा करूंगा।

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पश्चिम बंगाल में राम नाम लेना भी अपराध हो गया है क्या? अरे दीदी, राम जी के आगे अच्छे-अच्छों का अहंकार चूर-चूर हो गया, आपका अहंकार कहां तक ठहर पाएगा। वामपंथियों का तो समझ में आता है, उनके तो विचार विदेशी हैं, संस्कार विदेशी हैं। यही कारण है की वो अपने नाम में लगे 'सीता' और 'राम' उसकी लाज भी नहीं रखते और रामायण का अपमान, महाभारत का अपमान, हमारे पुराने ग्रंथों का अपमान, ये उनके लिए एक फैशन हो गया है। लेकिन ममता दीदी आपने तो इन्हीं वामपंथियों के विरुद्ध लड़ाई लड़ी थी। मां, माटी और मानुष ने आपको शक्ति दी थी फिर आप जय श्री राम कहने वालों को जेल क्यों भेजने लगी हो? भाइयो बहनो, एक जगह पर एक और बात दीदी ने अपनी सभा में कही, उन्होंने कहा की भाजपा ने भगवान राम को पोलिंग एजेंट बना दिया है। मैं आज दीदी को साफ-साफ कहना चाहता हूं, भगवान राम हमारी रगों में हैं, हमारे संस्कारों में हैं। साथियो, लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद भगवान राम ने लक्ष्मण से कहा था, अपि स्वर्णमयी लंका न मे लक्ष्मण रोचते। जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी॥

यानी मुझे ये सोने की लंका जरा भी प्रभावित नहीं करती, मेरे लिए मां और जन्मभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर है। भाइयो और बहनो, राम हमारी प्रेरणा हैं, राम हमारी प्रज्ञा है।

भाइयो-बहनो, और इसलिए हमारी राजनीति का रास्ता राष्ट्रवाद है, भारत भक्ति है। दीदी एजेंटों का गोरखधंधा तो आपने यहां पश्चिम बंगाल में बहुत चलाया है, बहुत चलाया है, बहुत चलाया है। पश्चिम बंगाल में एक ऐसा काम नहीं, जो टीएमसी के एजेंटों के बिना चल सकता है। आपका यह चौकीदार दिल्ली से गरीबों, पिछड़ों, आदिवासियों को सस्ता राशन मिले इसके लिए रुपये भेजता है। दीदी, अपने एजेंटों के माध्यम से उस पैसे में से टोलाबाजी करती है और मेरे आदिवासी भाइयो-बहनो तक खरा किस्म का चावल पहुंचाया जाता है। मुझे बताया गया है की यहां तो गरीबों के, आदिवासियों के राशन कार्ड भी दीदी के एजेंटों ने दबा दिए हैं। दीदी आखिर गरीबी गरीब से आपकी क्या दुश्मनी है?

साथियो, गरीबों के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत हर वर्ष 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की व्यवस्था आपके इस चौकीदार ने की है। देश के तमाम राज्यों में गरीबों को, जनजातीय परिवारों को इसका लाभ मिल रहा है, लेकिन यहां दीदी के एजेंटों को फायदा नहीं मिलाता तो योजना ही बंद कर दी। मैं फिर से पूछता हूं दीदी, ये गरीबों से इतनी नफरत क्यों है आपको? भाइयो और बहनो, आपके इस सेवक ने एक और योजना शुरू की है, पीएम किसान सम्मान योजना। इसके तहत देश भर के 12 करोड़ से ज्यादा छोटे किसानों के बैंक खाते में उनकी जो छोटी-छोटी जरूरतों के लिए सीधे पैसे ट्रांसफर किए जा रहे हैं। लेकिन यहां पश्चिम बंगाल में, इसमें टोलबाजी नहीं हो पा रही है इसीलिए दीदी लाभार्थी किसानों की लिस्ट देने में ही आनाकानी कर रही है। दीदी आखिर किसानों से किस बात का बदला ले रही हैं आप?

साथियो, जब ईश्वर चन्द्र विद्यासागर जी की इस महान धरती पर बेटियों से अत्याचार होता है, उनकी तस्करी की खबरें आती हैं तो बहुत दुख होता है। आपके इस चौकीदार ने मानव तस्करी के लिए कठोर कानून बनाया है। बलात्कार, रेप के केस में फांसी तक की सजा का प्रावधान किया है। लेकिन टीएमसी की सरकार इन कानूनों को ठीक से लागू ही नहीं होने देती है। दीदी, आखिर पश्चिम बंगाल की बेटियों से आपकी क्या दुश्मनी है? भाइयो और बहनो, अपनी पार्टी के एजेंटों और गुंडों के बल पर गुंडा तंत्र चला रही दीदी का पतन तो हो ही चुका है, उनकी जमीन तो खिसक ही चुकी है, अब उनकी पराजय भी तय है। पंचायत चुनाव तृणमूल कांग्रेस की, तृणमूल कांग्रेस की ‘हरमद वाहिनी’ को रोकने का काम झाड़ग्राम और मेदनीपुर ने किया था। टीएमसी के गुंडों ने तब भाजपा के कार्यकर्ताओं पर अत्याचार किए, हत्याएं की। हमारे अनेक कार्यकर्ताओं पर दीदी की पुलिस ने लाठियां भी बरसाई लेकिन आप सभी कमल खिलाने के लिए संकल्पित रहे। मैं आपको फिर विश्वास दिलाने आया हूं की भाजपा का हर कार्यकर्ता, हर शहीद के साथ खड़ा है, पूरा पश्चिम बंगाल आपके साथ खड़ा है।

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साथियो, आज का पांचवां चरण हो या फिर इससे पहले के चरण, हर प्रकार की हिंसा, हर प्रकार की धमकी के बावजूद, भारी संख्या में लोग भाजपा के पक्ष में मतदान करने बूथ तक पहुंच रहे हैं। हमारे कार्यकर्ताओं पर हमला हुआ, उम्मीदवारों पर हमला हुआ, लेकिन वोट के लुटेरों को बंगाल की जनता द्वारा पूरा जवाब दिया जा रहा है। दीदी के गुंडों की तमाम कोशिशों के बावजूद एक संकल्प के साथ मतदाता वोट दे रहे हैं। ये संकल्प है चुप्पेचाप कमल छाप, चुप्पेचाप कमल छाप। आप मेरे साथ बोलिए चुप्प-चाप कमल छाप, पूरी ताकत से बोलिए कमल छाप। दसूरी बात आगे बताता हूं चुप्पेचाप कमल छाप और बूथ-बूथ से TMC साफ, बूथ-बूथ से TMC साफ, बूथ-बूथ से TMC साफ, बूथ-बूथ से TMC साफ, बूथ-बूथ से TMC साफ। मैं फिर से बुलवाता हूं चुप्पेचाप…कमल छाप, चुप्पेचाप…कमल छाप, चुप्पेचाप…कमल छाप, बूथ-बूथ से...TMC साफ, बूथ-बूथ से...TMC साफ।

भाइयो और बहनो, पश्चिम बंगाल के हर बूथ पर अब केंद्रीय सुरक्षाबलों की टीमें चुनाव आयोग ने तैनात की हैं। और दीदी का ‘चोमकी-धोमकी’, ये चोमकी और धोमकी वाला मॉडल अब नहीं चलेगा। ये जनता नहीं चलने देगी। अब चोमकी और धोमकी जनता की चलेगी। गण तंत्र में लूट तंत्र का राज नहीं चलेगा, नहीं चलेगा, नहीं चलेगा। पश्चिम बंगाल के लोगों को आजादी से वोट डालने का अधिकार दीदी छीन नहीं सकती।

साथियो, महामिलावट के दम पर दिल्ली जाने का जो सपना दीदी देख रही थी वो अब मिट्टी में मिलता दिख रहा है। आज पश्चिम बंगाल, पश्चिम बंगाल में दीदी दस के आकड़े तक पहुंचने के लिए जी-जान से ताकत लगा रही है। सबको दौड़ा रही है और गुस्से में आकर के हर दिन मोदी पर गलियां बरसा रही है, जो गलियां मन में आए बोल रही है। संतुलन ही खो दिया है। और उसका कारण क्या है मालूम है? ये संतुलन खोया है उसका कारण मालूम है? क्या कारण है? भाइयो-बहनो, ये जनसागर हैं ना उनको रिपोर्ट तो मिलती है, ये जो जुस्सा है पूरे बंगाल के हर कोने में है, इसी ने दीदी की नींद खरब कर दी है। सब नेताओं के दिमाग भी खराब हो रहे हैं, दीदी का भी दिमाग खराब हो रहा है। जिन गरीबों का सब कुछ टीएमसी के चिटफंड गिरोह ने लूटा, वो युवा जिनको परीक्षा पास करने के बावजूद नौकरी नहीं मिली, जिन कर्मचारियों को डीए नहीं मिला, गुंडागर्दी और सिंडिकेट राज के कारण जिन कामगारों की रोजी रोटी छिन गई, ये सब अब दीदी को दस सीटों तक भी पहुंचने नहीं देंगे। ये यहां के लोगों का तय है और साथियो, इसीलिए आज कल दीदी काफी डरी हुई है। बौखलाई हुई नजर आती है, ये एक डर उनका पीछा नहीं छोड़ रहा है। ये डर है लोकतंत्र का, ये डर है कानून का, ये डर है जनता की ताकत का, ये डर है जनता के फैसले का। जब दीदी को भी लोकतंत्र का डर सताये तो ये डर अच्छा है। जब दीदी को भी कानून का डर सताये तो ये डर अच्छा है। जब दीदी को भी जनता के फैसले का डर सताये तो ये डर अच्छा है। भाइयो और बहनो, ये पूरा क्षेत्र क्रांतिवीरों की धरती है। यहां अंग्रेजों के दमन और अत्याचार के विरुद्ध हमारे जनजातीय साथियो ने आजादी की लड़ाई लड़ी है। जंगल महल में स्वतंत्रता के लिए अगर हम सभी के पूर्वज ईस्ट इंडिया कंपनी से भिड़ सकते हैं, तो टीएमसी के जगाई मथाई क्या चीज़ होती हैं।

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साथियो, आपका ये सेवक विकास की पंचधारा यानी बच्चों की पढ़ाई, युवा की कमाई, बुजुर्गों की दवाई, किसान को सिंचाई और जन-जन की सुनवाई सुनिश्चित करने के लिए निकला है। भाइयो और बहनो, आजादी के बाद के दशकों में जो सरकारें थी उन्होंने आपके कल्याण के बारे में कभी सोचा नहीं था। आदिवासी परिवारों के अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए ही अटल जी की सरकार ने एक अलग मंत्रालय बनाया था। उन्हीं की प्रेरणा से जनजातीय कल्याण के लिए केंद्र सरकार ने इस बार 30 प्रतिशत से अधिक राशि का भी प्रावधान किया है। हमारा संकल्प है की गरीब, वंचित, आदिवासी के पास 2022 तक अपना पक्का घर होगा। हर गरीब, आदिवासी बहन के पास घर के चूल्हे में गैस का कनेक्शन होगा। हर गरीब, आदिवासी इलाके में पोषक आहार की और टीकाकरण की उचित व्यवस्था होगी। गांवों में, आदिवासी अंचलों में आधुनिक चिकित्सा केंद्र खोलने का काम कर चल रहा है।

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साथियो, मैं आपको भी भरोसा देता हूं की कोई भी आपके अधिकार छीन नहीं पाएगा। किसी भी वनवासी के, जनजातीय समाज के अधिकार कम नहीं होंगे। आप कांग्रेस और टीएमसी और लेफ्ट वालों की अफवाहों से सतर्क रहिए। साथियो, हमारी सरकार में जन धन से लेकर वन धन योजना तक संपूर्णता के साथ आदिवासी बहनो भाइयो के लिए काम किया जा रहा है। वन धन योजना के माध्यम से ये सुनिश्चित किया जा रहा है की जंगल से आदिवासी जो उपज लेते हैं उसकी बेहतर कीमत उन्हें मिल पाए। इसके अलावा सरकार ने MSP के लिए वन उपजों की संख्या भी बढ़ाई है। पांच वर्ष पहले जहां सिर्फ 10 फसलों पर MSP मिलता था अब वो संख्या बढ़ा कर करीब-करीब 50 हो चुकी है। केंद्र की एनडीए सरकार ने ही बांस के कानून को भी बदला है। जिससे आप अपने खेतों में भी अपने खुद के खेत में बांस उगा कर उसको काट कर उस बांस को बेचकर आप पैसे कमा सकते हैं, पहले कानून आपको रोकता था हमने कानून बदल दिया।

साथियो, जनजातीय क्षेत्रों में एकलव्य मॉडल स्कूल खोले जा रहे हैं। हमारे युवाओं को खेल की अच्छी सुविधा मिले इसके लिए भी संस्थान बनाए जा रहे हैं। हमारे जनजाति वीर-वीरांगनाओं की शौर्य गाथाएं नई पीढ़ी को प्रेरित करे, इसके लिए देश भर में स्मारक स्थलों का निर्माण हो रहा है।

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भाइयो और बहनो, जो अपने शहीदों को याद नहीं रखते, वो समाज, वो सभ्यताएं कभी विकास नहीं कर सकतीं। दुर्भाग्य से आजादी के 70 वर्षों में यही होता रहा है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने देश की आजादी के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया था। लेकिन इन वंशवादियों ने, जिनके गुण गा-गा कर दीदी यहां तक पहुंची है और जिनके भरोसे दिल्ली के सपने देखती हैं, उन्होंने नेता जी को भुलाने की साजिश रची। हमने आजाद हिंद फौज के भारत की आजादी में योगदान को फिर से उचित स्थान दिया। इस बार आजाद हिंद सरकार की 75वीं जयंती लाल किले पर धूम-धाम से मनाई गई। इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में आजाद हिंद फौज के सेनानी भी पहली बार परेड में शामिल हुए। भाइयो और बहनो, ये वो लोग हैं, जिन्होंने राष्ट्र की आजादी के लिए बलिदान दिए। हमारे भविष्य के लिए अपना वर्तमान दांव पर लगाया। हम सभी को ये गौरव नहीं मिल पाया, देश के लिए देश के लिए मरने का मौका नहीं मिला लेकिन जो हमारी अगली पीढ़ी है क्या उसके लिए सुरक्षित और समृद्ध भारत छोड़ना ये हमारी जिम्मेदारी है और आप मुझे बताइए क्या टीएमसी की वोटबैंक की सोच भारत को सुरक्षा दे सकती है? जो घुसपैठियों के चरणों में लोट-पोट है, वैसी विचारधारा क्या दुश्मनों से रक्षा कर सकती है? दिल्ली में टीएमसी और महामिलावटियों की मजबूर सरकार क्या देश को स्थिरता दे सकती है? ये काम कौन कर सकता है? कौन कर सकता है? कौन कर सकता है? कौन कर सकता है? कौन कर सकता है?

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मोदी ये काम तभी कर पाएगा, जब आप पूरी शक्ति से दिल्ली में बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार बनाएंगे, आप सभी को एक-एक बूथ पर कमल खिलाना है। आपका एक-एक वोट मोदी के खाते में जाएगा। याद रखिए, याद रखोगे, याद रखोगे?

चुपचाप-कमल छाप, चुपचाप-कमल छाप, चुपचाप- कमल छाप, बूथ-बूथ से टीएमसी साफ, बूथ-बूथ से टीएमसी साफ, बूथ-बूथ से टीएमसी साफ, चुप चाप... कमल छाप, बूथ-बूथ से…टीएमसी साफ।
भारत माता की जय
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आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Chairman and CEO of Kyndryl, Mr Martin Schroeter meets Prime Minister Narendra Modi
August 21, 2025

Chairman and CEO of Kyndryl, Mr Martin Schroeter meets Prime Minister, Shri Narendra Modi today in New Delhi. The Prime Minister extended a warm welcome to global partners, inviting them to explore the vast opportunities in India and collaborate with the nation’s talented youth to innovate and excel.

Shri Modi emphasized that through such partnerships, solutions can be built that not only benefit India but also contribute to global progress.

Responding to the X post of Mr Martin Schroeter, the Prime Minister said;

“It was a truly enriching meeting with Mr. Martin Schroeter. India warmly welcomes global partners to explore the vast opportunities in our nation and collaborate with our talented youth to innovate and excel.

Together, we all can build solutions that not only benefit India but also contribute to global progress.”