First they (Congress) mocked our ‘surgical strikes’ and now are themselves claiming that they conducted six such strikes during their terms: PM Modi
Our strong national security policy ensured that we bought Masood Azhar to his rightful designation by the international community: PM Modi
Congress governments have always been quite ineffective in addressing the concerns of the people and making their lives easier: Prime Minister Modi

भारत माता की जय, भारत माता की जय।

मंच पर विराजमान भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री बहन वसुंधरा जी, मंच पर विराजमान सभी वरिष्ठ नेता गण, हमारे दोनों उम्मीदवार और विशाल संख्या में हमें आशीर्वाद देने के लिए आए हुए मेरे प्यारे भाइयो और बहनो। आप सबको मेरी नमस्कार। इतनी गर्मी में करौली के साथ ही भरतपुर के लोग भी हम सभी को आशीर्वाद देने पहुंचे हैं, आपका बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं।

साथियो, आज जब हम सभी यहां एकत्र हुए हैं तो उसी समय देश के पूर्वी और दक्षिणी तटीय इलाकों में रहने वाले हमारे लाखों परिवार एक भीषण चक्रवात का मुकाबला कर रहे हैं। उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, आन्ध्रप्रदेश, तमिलनाडू और पुदुच्चेरी की सरकारों के साथ केंद्र सरकार लगातार संपर्क में है। अब से कुछ देर पहले ही मैंने अफसरों से ताजा अपडेट लिया है। हालात से निबटने के लिए कल भी मैंने विस्तार से, चुनाव की अपनी आपा-धापी के बीच एक विस्तार से समीक्षा बैठक की गई थी। कल ही हमने संबंधित राज्य सरकारों को एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा एडवांस में राशि रिलीज कर चुके हैं। एनडीआरएफ, भारतीय कोस्ट गार्ड, भारतीय नौ-सेना पूरी मुस्तैदी के साथ प्रशासन के साथ जुटी हुई है। मैं चक्रवात प्रभावित सभी राज्य सरकारों को और वहां के लोगों को भरोसा देना चाहता हूं की पूरा देश, केंद्र सरकार, संकट के इस समय में हमारे उन सभी साथियों के साथ है, उन सभी परिवारों के साथ है, उन सभी राज्य सरकारों के साथ है, जहां चक्रवात की आपदा आई है।

साथियो, बड़ी से बड़ी मुश्किल में हम सभी भारतीयों का एकजुट होकर मुकाबला करना एक भारत- श्रेष्ठ भारत की ही पहचान है। भाइयो-बहनो, पांच वर्ष पहले आप सभी ने, पूरे देश ने एक भरोसे के साथ अपने इस सेवक को देश के लिए काम करने का अवसर दिया था। राष्ट्रवाद से ओत-प्रोत इस माटी के एक-एक जन ने ये सोचकर सभी की सभी सीटें भाजपा को दी थी की देश की धाक दुनिया में हो। आपकी उम्मीदों पर आज ये सेवक, मैं जरा आपसे पूछना चाहता हूं, जवाब देंगे, सब के सब जवाब देंगे? आप ने मुझे 25 की 25 सीटें दी थीं, ये राजस्थान का प्यार कम नहीं है भाई, गजब प्यार किया आपने, सेवक पर आपने भरोसा किया लेकिन आज पांच साल हो गए, तो आपका हक बनता है और मेरी जिम्मेदारी बनती है। आप मुझे बताइए, क्या ये आपका सेवक आपकी उम्मीदों पर खरा उतरा कि नहीं उतरा? आपको संतोष है, आप खुश हैं, पहले से ज्यादा आशीर्वाद मिलेगा, पूरी ताकत से मिलेगा? आज पूरी दुनिया भारत की आवाज सुन रही है कि नहीं सुन रही है? दुनिया में भारत का डंका बज रहा है कि नहीं बज रहा है, आप खुश हैं? 

 

साथियो, अभी दो दिन पहले ही भारत के बहुत बड़े दुश्मन आतंकवादियों के सरगना, मसूद अजहर को दुनिया की सबसे बड़ी संस्था ने अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया है। पाकिस्तान में बैठा आतंकियों का ये आका कई वर्षों से भारत को घाव पर घाव दे रहा था। मेरे राजस्थान की अनेक वीर माताओं ने अपने वीर बेटे खोए। राजस्थान के अनेक सपूत शहीद हुए, इन आतंकियों के पीठ पर घाव करने के कारण लेकिन अब इस आतंकी का पाकिस्तान में मौज करना मुश्किल हो गया है। साथियो, सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक और उसके बाद ये तीसरी, पाकिस्तान के मंसूबों पर, आतंकियों के मंसूबों पर, आतंकियों के सरगना पर ये तीसरी बड़ी अंतरराष्ट्रीय स्ट्राइक हुई है। आप मुझे बताइए, पाकिस्तान की हेकड़ी निकल गई है कि नहीं निकल गई है? आपको अच्छा लगा, यही होना चाहिए ना, मोदी यही रास्ते पर है? आपके आशीर्वाद है ना? 

साथियो, आतंक और आतंकियों से निपटने के कांग्रेस और भाजपा के तरीकों की तुलना नहीं हो सकती। कांग्रेस और भाजपा की कोई तुलना हो सकती है क्या? याद करिए, यही कांग्रेस थी जो कहती थी की हर एक आतंकी के हमले को रोकना मुमकिन नहीं है। कांग्रेस ये कहती थी की नहीं कहती थी? जब कि हमने ये साबित किया है की जम्मू-कश्मीर के दो या तीन जिले छोड़कर आतंकी अब अपनी मनमर्जी, सेना और नागरिकों पर कोई हमला नहीं कर सकते हैं। हमने आतंक के विरुद्ध अपने संकल्प को सिद्ध करके दिखाया है। भाइयो-बहनो, जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तो आतंकी हमले रोजाना की बात हो गए थे। कोई भी शहर कांग्रेस के कार्यकाल में सुरक्षित नहीं था। हर व्यक्ति जानता है की किस तरह 2008 में मुंबई में आतंकवादियों ने हमला किया था। उस समय जो मुंबई में हुआ, वो ना तो पहला आतंकी हमला था और ना ही आखिरी। साथियो, याद करिए, ये बात मैं इसलिए बताता हूं की मीडिया के मित्रों को भी याद रहे, अकेले 2008 में, मैं एक साल की घटना याद करना चाहता हूं। 2008 में जनवरी में, उत्तर प्रदेश के रामपुर में, सीआरपीएफ कैंप पर हमला किया, उन्होंने मई में राजस्थान में, जयपुर में बम धमाके किए, बाद में उन्होंने जुलाई में बेंगलूरू में सीरियल बम धमाके किए। बेंगलूरू को दहलाने के अलगे ही दिन उन्होंने अहमदाबाद में बम धमाके किए, फिर उन्होंने दिल्ली में, सिर्फ सितंबर महीने में दो अलग-अलग आतंकी हमले किए। इसके बाद अक्टूबर में पूर्वोत्तर के तीन बड़े शहर, गुवाहाटी, अगरतला, इम्फाल, सीरियल ब्लास्ट किए, ये सारा 2008 का हिसाब मैंने बताया। इतना होने के बाद 2008 नवंबर में 26/11 को मुंबई में भयानक बड़ा हमला हुआ, होटल में रहे लोगों को मार दिया, ताज पर हमला हुआ, सैकड़ों लोग मारे गए। अब सोचिए, पूरे साल भर हमले होते रहे और 26/11 को इतनी बड़ी घटना हो गई, सोचिए उस समय स्थिति क्या थी और अब क्या है। 

आप बताइए, क्या कारण है की आतंकवादी अब हिम्मत नहीं करते हैं। क्या कारण है? जरा पीछे वाले बताइए, क्या कारण है? ये महिलाएं बताएं, क्या कारण है? अरे मोदी कारण नहीं है, आपका जवाब गलत है। कारण आपका एक वोट है, ये आपके वोट की ताकत है जिसने राजस्थान में मोदी को 25 की 25 सीट दीं, उसकी ताकत है की मोदी मुकाबला करता है। आप मेरे साथ नहीं होते, राजस्थान की वीर भूमि नहीं होती, राजस्थान की वीर-माताओं के आशीर्वाद नहीं होते तो भाई कांग्रेस और मेरे में फर्क क्या होता। अब हमारी माताएं-बहने निश्चित हो कर शापिंग कर सकती हैं और बच्चे बिना किसी डर के खेल-कूद सकते हैं, रिश्तेदारों के यहां जा सकते हैं। भाइयो-बहनो, ये भी याद रखिए की भारत में आज तक दो बार ही ऐसा हुआ है। जब आईपीएल की इतनी बड़ी मैच, जिसमें लोगों को मजा आता है, पूरी युवा पीढ़ी आईपीएल में इंटरेस्ट रखती है लेकिन दो बार आईपीएल, हिंदुस्तान का खेल, हिंदुस्तान में नहीं खेला गया, साउथ-अफ्रीका में खेला। ये दो साल थे 2009 और 2014 और दिल्ली में बैठी हुई सरकार इतनी डरी हुई थी, आतंकवादियों से इतनी कांपती थी, ये सरकार में दम ही नहीं था। उन्होंने क्या किया, 2009 और 2014 में की चुनाव हैं, चुनाव में हमारी पुलिस और सुरक्षा के काम होते हैं इसलिए हम आईपीएल नहीं करेंगे। भाइयो-बहनो, इस बार भी चुनाव चल रहा है कि नहीं चल रहा है, नवरात्री आया कि नहीं आया, रामनवमी आई कि नहीं आई, हनुमान जयंती आई कि नहीं आई, आने वाले दिनों में रमजान आने वाला है कि नहीं आने वाला है, चुनाव चल रहा है कि नहीं चल रहा है फिर भी आईपीएल हो रहा है कि नहीं हो रहा है? ये फर्क होता है, ये पूछ दबाकर के भाग जाने वाली सरकार में बैठे थे, ये मोदी सीना तान कर के जाता है। आईपीएल होगा, डट कर होगा, देखते हैं। अगर आप गोली चलाओगे तो मोदी गोला चलाएगा। हमने दिखा दिया है की लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव और घरेलू क्रिकेट का सबसे बड़ा उत्सव, दोनों एक साथ मना सकता है। लेकिन भाइयो-बहनो, भारत में सुरक्षा की बेहतर स्थिति कांग्रेस को पसंद नहीं आ रही है। मसूद अजहर पर हुए फैसले पर वे खुशी मनाने के बजाए कांग्रेस अपना ही मजाक उड़वाने में लग गई है। कांग्रेस अब सवाल उठा रही है की मसूद अजहर को चुनाव के समय ही आतंकी घोषित क्यों किया, बताओ। ये दिल्ली में मेरी कैबिनेट ने निर्णय किया है क्या, ये बीजेपी की वर्किंग कमेटी में निर्णय हुआ है क्या? कांग्रेस वालों को परेशानी है की चुनाव चल रहे हैं और अबूधाबी, यूएई मोदी को अवॉर्ड देता है। कांग्रेस को परेशानी है की चुनाव चल रहे हैं और रशिया मोदी को अवॉर्ड दे रहा है। कांग्रेस को परेशानी है की चुनाव चल रहे हैं की युनाइटेड नेशन और दुनिया के सब देश मिलकर के मसूद को आतंकवादी घोषित कर देते हैं, उनको बड़ी परेशानी है। भाइयो-बहनो, आप मुझे बताइए, क्या संयुक्त राष्ट्र संघ को ये घोषित करने से पहले कांग्रेस को पूछना चाहिए था क्या? मैडम जी को पूछना चाहिए था क्या, संयुक्त राष्ट्रसंघ को ये पूछना चाहिए था क्या, की आप जिनको कभी जी कह कर के बुलाते हो, कभी साहब कह कर के बुलाते हो क्या हम उसे अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करें कि ना करें। क्या ये इजाजत लेनी पड़ेगी क्या? क्या उनको पूछना जरूरी था की वो इनको पूछें की आपको कोई दिक्कत तो नहीं है ना, कांग्रेस को कोई तकलीफ तो नहीं हैं ना? कांग्रेस को लगता है की मोदी ये सब अपने फायदे के लिए करवा रहा है। सही में कांग्रेस अपने फायदे और नुकसान के अलावा और कुछ भी सोच नहीं सकती है। जिस हेलीकॉप्टर घोटाले में नामदार का परिवार फंसा है उसके सबसे बड़े राजदार मिशेल मामा को भारत रातों-रात उठवाकर अपने यहां ले आता है तो कांग्रेस कहती है की मोदी ये अपने फायदे के लिए कर रहा है। 

जब देश को लूटकर भागने वालों को ब्रिटेन की अदालत जमानत नहीं देती, जेल भेज देती है तो कांग्रेस चिल्लाती है की ये भी मोदी ने अपने फायदे के लिए करवाया। जब हजारों करोड़ लूटने वाले को ब्रिटेन की सरकार भारत भेजने के लिए तैयार हो जाती है तो भी कांग्रेस कहती है की ये मोदी ने अपने फायदे के लिए किया है। जब भारत अंतरिक्ष में सैटेलाइट को मारने वाली मिसाइल का परीक्षण करता है तो भी कांग्रेसी कहते हैं की मोदी ने अपने फायदे के लिए करवाया। जब इस परीक्षण के बाद दुनिया भारत का गौरव करने लगी, कोई निगेटिव निर्णय नहीं हुआ, बैन नहीं लगाती, समर्थन नहीं करती तो कांग्रेस कहती है की ये भी मोदी ने अपने फायदे के लिए मैनेज कर लिया। जब ईज ऑफ दूइंग बिजिनेस में, कारोबार में, रैंकिंग में भारत 65 प्रतिशत का छलांग लगाता है तब भी कांग्रेसी कहते हैं मोदी ने विश्व बैंक इस संस्थाओं को भी खरीद लिया है। अरे भाई, कांग्रेस वालों को दिन में और रात में दिखता है, यार ये मोदी कितना ताकत वाला है, सब कुछ करवा लेता है। अरे भाई, अगर भारत के पास दुनिया पर दबाव डालने की इतनी शक्ति आ गई है, मुझे बताइए, हर हिंदुस्तानी खुश होगा कि नहीं होगा? भारत चाहे, ऐसा अगर दुनिया में होता है तो आप खुश होंगे कि नहीं होंगे? आपको आनंद होगा कि नहीं होगा, आपका माथा ऊंचा होगा कि नहीं होगा, आपका सीना चौड़ा होगा कि नहीं होगा? कांग्रेस वालों को बुरा लग रहा है, ये सब हो क्यों रहा है। वो जो काम 70 साल तक नहीं कर पाए, एक चाय वाला कैसे करता है। जरा कांग्रेस वाले गलती से भी घर से निकल कर के आपके यहां वोट मांगने के लिए आएं तो उनको एक छोटा सा रुमाल का टुकड़ा दे देना, कांग्रेस वालों को भेंट में। और उनको कहना, अरे यार इतना रोते क्यों हो, ले लो रुमाल ले जाओ आंसू पोंछने के काम आएगा। ये करोगे आप? सारे कांग्रेसी रो रहे हैं, मोदी ने ये किया, मोदी ने वो किया। आपने मुझे 25 सीटें दी थीं, आप राजस्थान के लोग मुझे बताइए, क्या मौज करने के लिए दी हैं क्या? सोने के लिए दी हैं क्या, ऐश-आराम करने के लिए दी हैं क्या? जो कर रहा हूं, यही करने के लिए दी है ना? मैं तो सेवक हूं, आप मेरे मालिक हैं। जो आप चाहेंगे, वही मोदी करेगा।

मैं तो कांग्रेस के मित्रों से भी कहूंगा की वो भी अब यही नारा लगाएं, नामुमकिन भी अब मुमकिन है। अरे कांग्रेस के लोगों अब रोना बंद करो, मोदी क्या कर रहा है उसका अध्ययन करो और खुद भी अब नारा लगाओ। नामुमकिन भी अब मुमकिन है। अरे आप में भी हो सकता है एक परसेंट, दो परसेंट हिम्मत आ जाए, आप मरे पड़े हो। भाइयो-बहनो, कांग्रेस की नीति नकारात्मक है, नेतृत्व में भ्रम है और नीयत में खोट है। इसी कांग्रेस ने, मैं वीरों की धरती पर ये बात याद कराना चाहूंगा। इसी कांग्रेस ने आपको वन रैंक-वन पेंशन के नाम पर भी धोका दिया था। जनता से झूठ और विश्वासघात ही, ये कांग्रेस और उसके साथियों की राजनीति का आधार है। राजस्थान तो इसका ताजा-ताजा गवाह रहा है। भाइयो-बहनो, चार महीने पहले ही इन्होंने ये कहकर वोट मांगे थे की दस दिन के भीतर किसानों के कर्ज माफ कर देंगे। जरा मुझे बताइए, कर्ज माफ हुआ क्या? मुझे चारों तरफ से सुनना है, जो बाहर धूप में खड़े हैं उनसे भी सुनना है, कर्ज माफ हुआ क्या? क्या किसी के साथ ऐसा धोखा करना चाहिए क्या? कांग्रेस वालों समझ लो, ये मेरा देश गलती को तो माफ कर सकता है, कोई चूक हो जाए तो माफ कर सकता है लेकिन मेरा देश और खासकर के राजस्थान की धरती विश्वासघात को कभी माफ नहीं करती। आप ने विश्वासघात किया है, झूठ बोला है।

साथियो, स्थिति ये है की कांग्रेस को किसानों के फायदे में अपना नुकसान दिख रहा है। केंद्र सरकार किसानों के खाते में पैसा जमा करने के लिए यहां की सरकार से उनके नामों की लिस्ट मांग रही है लेकिन यहां की कांग्रेस सरकार आनाकानी कर रही है। क्या ये राजस्थान के किसानों के साथ अन्याय है कि नहीं है? साथियो, कांग्रेस पर दबाव बनाने के लिए, ये अन्याय खत्म करने के लिए आपको इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हर सीट पर अपना आशीर्वाद देना हो, ये मैं आपसे प्रार्थना करता हूं। साथियो, इस क्षेत्र में पानी की जो समस्या है उससे भी मैं भली-भांति परिचित हूं। ऐसी चुनौतियों को दूर करने के लिए हमने तय किया है और खासकर के मेरी माताएं-बहने, जरूर मोदी को आशीर्वाद देंगी। हमने तय किया है, हमारे संकल्प-पत्र में घोषित किया है की अब भारत सरकार में पानी के लिए एक अलग मंत्रालय बनाएंगे, जल शक्ति मंत्रालय। और इसके माध्यम से देश की पानी की समस्या को हम प्राथमिकता देना चाहते हैं। पांच साल, मैं अपने, पानी के लिए खपा देने के लिए निर्णय करके बैठा हूं। इसके माध्यम से देश की जो नदियां हैं, उसके पानी का उपयोग कैसे हो, समंदर के खारे पानी को मीठा करके कैसे उपयोग किया जाए। बरसात के पानी का सही उपयोग कैसे हो और पानी हर घर में कैसे पहुंचे और खेत में कैसे पहुंचे इसके लिए अलग डेडीकेटेड मंत्रालय बनेगा और ये काम हिंदुस्तान में पहली बार होगा। इसके अलावा इस क्षेत्र में ईस्टर्न कैनाल प्रोजेक्ट का काम भी आगे बढ़ाया जाएगा।

भाइयो-बहनो, पिछली बार हमने जिस तरह शौचालय के काम किया, घर में बिजली पहुंचाने का काम किया, रसोई में गैस पहुंचाने का काम किया। इस बार ये मोदी जी-जान से पानी पहुंचाने पर अपना पसीना बहाएगा। इन संकल्पों को पूरा करने के लिए आपको फिर से, पूरी शक्ति से, पूरी ताकत से कमल खिलाना है। पिछले चरण में आपने जिस प्रकार से मतदान किया। भाइयो-बहनो, आपने पहले मतदान-बाद में जलपान, इस मंत्र को चरितार्थ किया, हर बूथ को जीतने के संकल्प के साथ भारी मतदान किया। भाइयो-बहनो, प्रथम चरण में आपने जो कमल खिलाया है, हमारा साथ दिया है। मैं राजस्थान की धरती को प्रणाम करता हूं, अभिनंदन करता हूं। और अब 6 तारीख को, बीच में दो-तीन दिन बचे हैं। आप हैरान होंगे, ये कांग्रेस वालों की मोडेस ऑपरेंडी क्या है। ये 20वीं सदी में जिस तरीके से खेल खेलते थे, 21वीं सदी में भी उसी तरह से खेल, खेलते हैं। लेकिन उनको मालूम नहीं है, 20वी सदी में उनको मोदी नहीं मिला था 21वीं सदी में ये मोदी उनको मिला है। ये उनके सब खेल जानता है। मैं बताता हूं, वो क्या करते हैं। ये आपके लिए बड़ा इंटरेस्टिंग है, सुनने जैसा है और मीडिया को भी जरा इंट्रेस्ट आ जाए तो देखें, ये क्या कमाल करते हैं और मैं सारी सत्य घटना बताता हूं। मैं गुजरात में था, ये कांग्रेस वाले झूठ बोलने में कितने माहिर हैं, लोगों की आंख में धूल कैसे झोंकते हैं और कितने बेपरवाह हैं, इसका नमूना बताता हूं। उन्होंने गुजरात में एक चुनाव में क्या किया, आदिवासी बेल्ट में पहुंच गए और आदिवासियों से फार्म भरवाए की आप फार्म भर के दे दो और बदले में आदिवासियों से 100-100 रुपया मार लिया। नकली फार्म, नकली योजना, नकली काम, 100-100 रुपया मार लिया और रुपए कहां गए भगवान जाने और आदिवासियों को भड़का दिया की देखो मैं तुम्हे जमीन का पट्टा दे रहा हूं। जब आदिवासी सरकारी दफ्तर में गए की हमें ये फार्म दिया है 100 रुपया हमसे लिया है, हमें जमीन का पट्टा कब मिलेगा। जब सरकार ने देखा तो आश्चर्य हुआ, फार्म झूठा, लोग झूठे और पैसे मार कर आदिवासियों को लूट कर चले गए, अभी तक उनका अता-पता नहीं है। दूसरा चुनाव आया, उसमें क्या किया। उन्होंने एक बड़े मैदान में हार्ड बोर्ड के मकान बनाए तीन, चार। 3-4 मकान बना कर के उन्होंने बोर्ड लगाया की हमारी सरकार आएगी तो ये मकान देगी और लोगों को फार्म दिए और हर तहसील में बड़ी-बड़ी कतार लग गई, मकान लेने के लिए फार्म। बाद में पता चला 250 रुपया मार लिया। झूठे फार्म और हार्ड बोर्ड का एक मॉडल बना कर के रुपए मारते रहे। इस बार मैंने देखा राजस्थान में वो चालाकी करना शुरू किया है, लोगों के पास जाते हैं और 72 हजार रुपए का फार्म भरवाते हैं की आपको 72 हजार रुपए मिलेंगे। लोगों को फार्म मिला और यहां की कुछ महिलाएं सरकारी दफ्तर में पहुंच गईं, सरकारी दफ्तर में जा कर के पूछा की ये 72 हजार हमको कब मिलेंगे, हमको फार्म मिला है। सरकार ने जांच की, ये यहां की सरकार के लोग उन्होंने जांच की और बताया ये फार्म झूठा है, ये लेने वाले झूठे हैं तो लोग रोने लगे। ये तो हमारे से 100 रुपया ले गया है।

भाइयो-बहनो, राजस्थान में ये चालाकी चलती होगी, ये झूठे फार्म भरवाते होंगे, आपसे पैसे मारते होंगे और आपको भड़काते होंगे। भाइयो-बहनो, आपको मालूम है, कर्जमाफी झूठ बोल कर के वसुंधरा जी की सरकार जो जी-जान से पांच साल से विकास के काम कर रही थी, आपको भ्रमित करके किसानों के नाम पर वोट ले गए और चुप हो गए, अब कर्जमाफी का नाम नहीं लेते, ये झूठ बोलने वाले लोग हैं, इस बार गलती मत करना। पिछली बार जो झूठ बोला है ना इसकी सजा भी इस बार देना है। देंगे? पूरे दम से देंगे? पूरी ताकत से देंगे?

भाइयो-बहनो, आप चाहते हैं, हिंदुस्तान मजबूत बने? भारत मजबूत होना चाहिए, हिंदुस्तान मजबूत होना चाहिए? तो एक शर्त है पहले अपान बूथ मजबूत बनाओ। बूथ मजबूत बनाओगे? घर-घर जाओगे, मतदाताओं को मिलोगे? गर्मी हो तब भी वोट देने जाओगे, ज्यादा से ज्यादा वोट कराओगे? मैं चाहूंगा जो बूथ सबसे ज्यादा मतदान करवाए, वो मुझे चिट्ठी लिखें की आपकी लोकसभा में मेरे बूथ ने सबसे ज्यादा पोलिंग करवाया है। वो मुझे चिट्ठी लिखे, सरकार बनने के बाद मैं उसे मिलने के लिए बुलाऊंगा। कमल निशान पर बटन दबाना है और कमल निशान पर जो बटन दबेगा, जो वोट पड़ेगा आपको मैं विश्वास दिलाता हूं, कमल को दिया सारा वोट सीधे-सीधे मोदी के खाते में आएगा। आपका कमल जब मोदी को मिलेगा, ये चौकीदार और मजबूत होगा और चौकीदार देश को मजबूत बनाएगा। इतनी बड़ी संख्या में आपने आशीर्वाद दिए, हम सब हृदय से आपके बहुत आभारी हैं और आप हमारे दोनों उम्मीदवारों को दिल्ली भेजिए। मेरे साथ बोलिए…
भारत माता की… जय, भारत माता की… जय, बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।