Only vote-bank politics matter for Congress and JD(S): PM Modi

Published By : Admin | April 18, 2019 | 12:06 IST
The rapid strides that our country has taken during the last five years have been made possible by every precious vote supporting the BJP in 2014: PM Modi
The condition of Karnataka today has become just like the condition of the country in 2014 when corruption was endemic and governance had come to a total halt: PM Modi
I urge the people to not let the divisive agenda of the Congress and its allies prevail over our nationalist values: Prime Minister Modi

भारत माती की जय, भारत माता की जय

साथियो, लहर किसको कहते हैं, लहर कैसी होती है? ये देखना है तो चिकोडी आकर देखिए। दिल्ली में एयर कंडीशन कमरों में बैठ कर के जो लोग आज किसी को हराते हैं कल किसी को जिताते हैं। इनको समझ आएगा कि हवा का रुख क्या है। मुझे खबर मिल रही है कि आज सुबह से ही आपकी तरह ही मुझ पर अपना स्नेह जताने के लिए लोग बड़ी संख्या में अपने घर से निकल रहे हैं। इस चौकीदार के लिए आप सभी का यहीं विश्वास यहीं प्यार मेरी पूंजी है। भाइयो और बहनो, मैं पिछली बार विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के लिए यहां आशीर्वाद लेने के लिए आपके बीच आया था, और इसी मैदान में आया था, और इस बार मैं खुद अपने लिए आशीर्वाद मांगने के लिए आया हूं। 21वीं सदी के इस पर्व में आज आपका वोट बहुत अहम है। हमारे जो युवा साथी हैं। जो पहली बार वोट डाल रहे हैं। उनका वोट उनकी आकांक्षाओं की उड़ान तय करने वाला है। हमारे किसानों का ये वोट तय करेगा कि साल 2022 में उनकी इनकम दोगुनी होगी कि नहीं होगी? हमारी मध्यम वर्ग का ये वोट तय करेगा कि उनकी पसीने की कमाई पर टैक्स की राहत होगी, या उनपर तीन गुना चार गुना ज्यादा टैक्स लगेगा। देश के सामान्य मानवी उसका वोट ये तय करेगा कि महंगाई पर लगाम लगी रहेगी या फिर 2014 की तरह वो कंट्रोल से बाहर हो जाएगी। आपको वोट ये तय करेगा कि भारत माता की जय करने वालों को सम्मान मिलेगा या फिर टुकड़े-टुकड़े गैंग आपके बीच आकर भारत की बर्बादी के नारे लगाएंगे। आपका वोट तय करेगा कि राष्ट्रवाद रहेगा या फिर वंशवाद, भ्रष्टाचार और आतंकवाद। 

साथियो, आज विश्व धरोहर दिवस है। हमारी परंपरा, हमारी संस्कृति हमारी पहचान को सुरक्षित रखना जरूरी है। आपके आशीर्वाद से मैं ये काम करने का बहुत ईमानदारी से प्रयास कर रहा हूं। लेकिन दुर्भाग्य से कांगेस और उसके महामिलावटी साथी हमारी परंपराओं को, हमारी संस्कृति को बदनाम करने का एक भी मौका नहीं छोड़ती। यहां जो कांग्रेस के अध्यक्ष हैं जो नामदार के राग दरबारी हैं। उनका बयान आपने सुना है। उनका बयान सुना है, वो कहते हैं कि हमारी आस्था, हमारा मत अफीम की तरह है। ये कैसी भाषा है। साथियो, कांग्रेस और जेडीएस नेताओं को सिर्फ एक वोट बैंक दिखता है। उनको जनहित और राष्ट्रहित से कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस और जेडीएस की जोड़ी ऐसी है, जिसमें जगह-जगह झगड़े हैं, हर बात पर मतभेद है, लेकिन चार मामलों पर उनमें बड़ी जबरदस्त सहमति है, दोनों में मेल है, और वो चार बातें हैं, पहला राष्ट्रवाद को जी भर के गाली देना, दूसरा वंशवाद को पक्का समर्थन करना, तीसरा भ्रष्टाचारी शिष्टाचार यहीं उनकी परंपरा है। और चौथा सुबह शाम एक ही काम मोदी को गाली दो मोदी को गाली दो, मोदी को गाली दो। इसमें इन लोगों को जरा भी विवाद नहीं है। इसमें बराबर है, बाकी हर चीज में झगड़ा करते हैं।

भाइयो –बहनो, हम नक्सलवादियों से मोर्चा ले रहे हैं या फिर जम्मू कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने में जुटे हैं। देश की रक्षा के लिए जाने वाले में गरीब का बच्चा भी होता है, मध्यम वर्ग का बच्चा भी होता है। लेकिन यहां के मुख्यमंत्री उनका भी अपमान करते हैं। जो भाषा उन्होंने प्रयोग की है क्या कोई भी स्वाभिमानी देश का नागरिक ये मुख्यमंत्री की भाषा को स्वीकार करेगा। उन्होंने क्या कहा था याद है.. याद है... सेना में जो जवान जाते हैं उनके लिए ऐसी भद्दी बात ऐसी भद्दी बात बोली कि माथा शर्म से झुक जाता है। देश भक्ति की भावना को भूख से जोड़ते हुए कहते हैं कि सेना में वो लोग ही जाते हैं जिन्हें अपना भूखा पेट भरना होता है।

भाइयो-बहनो, देश के लिए सीने पर गोलियां खाने के लिए वो जाता है कि पेट भरने के लिए जाता है। ये सेना का अपमान है कि नहीं है? ये जवानों का अपमान है कि नहीं है? क्या ऐसा अपमान बर्दाश्त करेंगे आप लोग। ऐसा अपमान सहन करेंगे क्या? इस एक बात पर इस पूरे परिवार को सार्वजनिक जीवन से हमेशा हमेशा के लिए हटाना चाहिए? भाइयो बहनो, कांग्रेस तो इससे भी एक कदम आगे निकल गई। कांग्रेस ने वादा किया है, अगर गलती से भी मजबूर सरकार दिल्ली में आ गई तो उन्होंने लिखित में कहा है कि वो AFSPA का कानून हटा देगी यानि कि हमारे जवान आतंकियों और नक्सलियों से लड़ रहे हैं। उन्हें जो अधिकार मिलता है जो विशेष सुरक्षा कवच मिलता है उसे कांग्रेस छीनना चाहती है। कांग्रेस चाहती है कि आतंकियों के समर्थक, पत्थरबाज सैनिकों पर झूठे केस कर सके, औऱ हमारे सपूत अदालतों के चक्कर काटते रहे। इतना नहीं, कांग्रेस एक तरफ सैनिकों के सुरक्षा कवच हटाना चाहती है वहीं दूसरी तरफ देशद्रोह करने वालों को खुली छूट भी देना चाहती है। कांग्रेस ने देशद्रोह के कानून को खत्म करने का ऐलान कर दिया है। इससे पता चलता है कि उसके इरादे क्या है? क्या इस खतरनाक खेल को आपका समर्थन मिलेगा? आप समर्थन करेंगे ऐसे पाप करने वालों को? जो कांग्रेस देशद्रोहियों के साथ देगी उसको सबक सीखाएंगे? पक्का सबक सिखाएंगे? भाइयो बहनो, ये महामिलावटी लोग न जवान के हैं, न किसान के। मैं जानना चाहता हूं कि यहां की महामिलावटी सरकार कभी जवाब नहीं देगी लेकिन यहां के किसानों को पता है क्या हुआ कर्जमाफी का? ये लोग एक तो वादा पूरा नहीं करते, और जब यहां के किसान वादे की याद दिलाते हैं तो उनको गुंडा बुलाते हैं उनका अपमान करते हैं। 

भाइयो बहनो, किसानों की स्थिति सुधारने को लिए हमारी सरकार ने पीएम किसान योजना की शुरुआत की, देश के तीन करोड़ से ज्यादा किसानों को इसका लाभ मिलना शुरू हो गया है। उनके बैंक खाते में सीधे पैसे जा रहे हैं। लेकिन कर्नाटक के किसानों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। क्योंकि यहां कि सरकार ने बहुत कम किसानों की लिस्ट हमें भेजी हैं। इन लोगों को डर है कि किसान के खाते में अगर पैसे पहुंच गया, तो यहां कि सरकार से लोग सवाल पूछेंगे। लेकिन आप आश्वस्त रहिए, ज्यादा देर तक आपका हक रोक नहीं पाएंगे। मैंने ठान कर के रखा है कि जो मैंने वादा किया है, जो बजट में पैसे रखे हैं वो आपके खाते में जमा कर के रहूंगा। वो लिस्ट नहीं देंगे तो लिस्ट निकलवा के रहूंगा। 23 मई को चुनाव का नतीजा आएगा। याद है ना। 23 मई को चुनाव का नतीजा आएगा। याद है ना। 23 मई को फिर एक बार मोदी सरकार। 23 मई को फिर एक बार मोदी सरकार। 23 मई को फिर एक बार मोदी सरकार बनेगी तो पाई पाई किसानों के अकांउट में जमा होगी। इतना ही नहीं हमने इस संकल्प पत्र में घोषित किया है कि अब किसान सम्मान योजना का लाभ कर्नाटक के हर किसान को मिले। चाहे कितनी भी जमीन हो, ये संकल्प हमने लिया है। 5 एकड़ भूमि को जो नियम बनाया था, नई सरकार बनने के बाद उस नियम को भी हटा लिया जाएगा। इसके साथ ही अब हम छोटे किसान और खेतों में काम करने वाले श्रमिकों को 60 वर्ष की आयु के बाद पेंशन भी देने वाले हैं। इसी तरह पशुपालकों के लिए भी हमने अनेक कदम उठाए हैं।

पशुपालकों की छोटी-छोटी जरूरतों के लिए पैसे उपलब्ध हो इसके लिए किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी गई है। साथियो, किसानों की आय को बढ़ाने के लिए हम व्यापक रणनीति के साथ काम कर रहे हैं। आपके इस चौकीदार की सरकार ने 22 फसलों का लागत डेढ़ गुना समर्थन मूल्य तय किया है। अब भाजपा ने संकल्प लिया है कि आने वाले पांच वर्षों में कृषि क्षेत्र के विकास के लिए 25 लाख करोड़ रुपये लगाए जाएंगे। गांव में किसानों को अनाज के भंडारण की सुविधा मिले। इसके लिए ग्राम भंडारण योजना बनाई जाएगी। गन्ना किसानों को भी मुश्किलों को सामना न करना पड़ा इसके लिए भी अनेक कदम उठाए जा रहे हैं। गन्ने से इथेनॉल बनाना हो, या फिर चीनी समर्थन मूल्य तय करना अनेक फैसले सरकार ने लिए हैं

भाइयो-बहनो, ये पांच नदियों से घिरा इलाका है, लेकिन कांग्रेक और उसे साथी यहां के खेतों तक पानी नहीं पहुंचा पाए। हमारी सरकार पहले ही अनेक प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। अब इसे और विस्तार दिया जाएगा। बीते पांच वर्षों में जिस तरह हमने बिजली के लिए काम किया अब हम पानी देने के लिए कम करेंगे। इसके लिए भारत सरकार में अलग से एक नया मंत्रालय बनेगा, उसका अलग मंत्री होगा और वो होगा जल शक्ति मंत्रालय। सोलर पंप देने का काम तो हम शुरू भी कर चुके हैं। खेतों में छोटे-छोटे सोलर ग्रिड लगाकर मुफ्त में किसान सिंचाई भी कर पाएंगे और बाकी बची बिजली को किसान बेच भी सकेंगे। साथियो, विकास की पंचधारा बच्चों की पढ़ाई, युवा को कमाई, बुजुर्गों को दवाई, किसानों को सिंचाई और जन-जन की सुनवाई। इस पर हम काम कर रहे हैं। चाहे सस्ती दवाईयां हो, या आयुष्मान भारत योजना कर्नाटक के गरीब और मध्यम वर्ग के परिवार को आर्थिक लाभ हो रहा है। इसी तरह युवा साथियों को मुद्रा योजना के तहत स्वरोजगार के लिए बिना गारंटी के लोन दिए जा रहे हैं। इससे गांव-गांव में स्वरोजगार के अवसर बन रहे हैं। आने वाले पांच वर्षों में इस योजना को और सशक्त करेंगे। साथियो, एक तरफ विकास का हमारा विजन और दूसरी तरफ कांग्रेस के पास सिर्फ खोखली घोषणाएं हैं। कांग्रेस और महामिलावटी लोगों के शासन में तीन तरह के विकास होते हैं, कुछ परिवारों को विकास, बिचौलियों और दलालों का विकास और महंगाई का विकास। याद करिए 2014 से पहले महंगाई की स्थिति क्या थी। गरीब और सामान्य परिवार का जीना मुश्किल हो गया था। कांग्रेस आई महंगाई लाई, ये कांग्रेस का आदर्श वाक्य था। साथियो, चौकीदार की सरकार ने महंगाई की रफ्तार पर लगाम लगाई है, 10 प्रतिशत की दर से बढ़ने वाली महंगाई आज 2 से 3 प्रतिशत तक हमने पहुंचाई है। आप सभी चौकीदारों को चौकन्ना रहने की जरूरत है। क्योंकि कांग्रेस ने महंगाई बढ़ाने का काम तो सामने रख ही दिया है। गरीबों की सब्सिडी खत्म करने की भी योजना बनाई है। वोट के लिए कांग्रेस और उसके महामिलावट की हर साजिश को हमें नाकाम करना है। आपको एक एक वोट कमल के निशान पर देना है, और भाइयो बहनो, जब कमल के निशान पर बटन दबाएंगे न, जब आप कमल को वोट देंगे, जब कमल को वोट देंगे तो वो सीधा सीधा मोदी के खाते में जाएगा।

 

भाइयो-बहनो, आप मुझे बताइए पांच साल जिस मजबूती के साथ मैंने काम किया आप उससे खुश हैं? आपको संतोष है? पाकिस्तान में घुसकर के मारा उससे आप खुश है? हमारे जवानों के खून का बदला लेना चाहिए कि नहीं चाहिए? आपको को सेना पर भरोसा है? आपको सेना के पराक्रम पर भरोसा है? सेना की बात पर भरोसा है? ये कांग्रेस वाले हमारे सपूतों पर भरोसा नहीं कर सकते और पाकिस्तान के सपूतों पर भरोसा करते हैं। भाइयो बहनो, देश तभी बढ़ता है जब मजबूत सरकार होती है। देश तभी मजबूत होता है जब सरकार मजबूत हो। आप मुझे बताइए कि सरकार मजबूत होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए? देश मजबूत बनाना है कि नहीं बनाना है ? मजबूत देश बनाने के लिए मजबूत सरकार बनाएंगे क्या ? और मजबूत सरकार बनाने के लिए चौकीदार मजबूत चाहिए कि नहीं चाहिए? लेकिन भाइयो बहनो, अकेला मैं चौकीदार नहीं हूं। पूरा हिंदुस्तान चौकीदार है, 130 करोड़ चौकीदार है। आप मेरे साथ संकल्प लेंगे। मैं कहूंगा मैं भी... आप कहेंगे चौकीदार, मैं भी... चौकीदार.. मैं भी... चौकीदार... हाथ ऊपर करके पूरी तकात से बोलना है। और जो पीछे हैं उन्होंने भी बोलना है।बोलेंगे? सारा देश चौकीदार... सौरा देश चौकीदार... मैं भी चौकीदार, भारत माता की जय..भारत माता की जय
बहुत बहुत धन्यवाद

 

 

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भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

केंद्रीय मंत्रिमंडल में मेरी सहयोगी अन्नपूर्णा देवी जी, सावित्री ठाकुर जी, सुकांता मजूमदार जी, अन्य महानुभाव, देश के कोने-कोने से यहां आए सभी अतिथि, और सभी प्यारे बच्चों,

आज हम तीसरे ‘वीर बाल दिवस’ के आयोजन का हिस्सा बन रहे हैं। तीन साल पहले हमारी सरकार ने वीर साहिबजादों के बलिदान की अमर स्मृति में वीर बाल दिवस मनाने की शुरुआत की थी। अब ये दिन करोड़ों देशवासियों के लिए, पूरे देश के लिए राष्ट्रीय प्रेरणा का पर्व बन गया है। इस दिन ने भारत के कितने ही बच्चों और युवाओं को अदम्य साहस से भरने का काम किया है! आज देश के 17 बच्चों को वीरता, इनोवेशन, साइंस और टेक्नोलॉजी, स्पोर्ट्स और आर्ट्स जैसे क्षेत्रों में सम्मानित किया गया है। इन सबने ये दिखाया है कि भारत के बच्चे, भारत के युवा क्या कुछ करने की क्षमता रखते हैं। मैं इस अवसर पर हमारे गुरुओं के चरणों में, वीर साहबजादों के चरणों में श्रद्धापूर्वक नमन करता हूँ। मैं अवार्ड जीतने वाले सभी बच्चों को बधाई भी देता हूँ, उनके परिवारजनों को भी बधाई देता हूं और उन्हें देश की तरफ से शुभकामनाएं भी देता हूं।

साथियों,

आज आप सभी से बात करते हुए मैं उन परिस्थितियों को भी याद करूंगा, जब वीर साहिबजादों ने अपना बलिदान दिया था। ये आज की युवा पीढ़ी के लिए भी जानना उतना ही जरूरी है। और इसलिए उन घटनाओं को बार-बार याद किया जाना ये भी जरूरी है। सवा तीन सौ साल पहले के वो हालात 26 दिसंबर का वो दिन जब छोटी सी उम्र में हमारे साहिबजादों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह की आयु कम थी, आयु कम थी लेकिन उनका हौसला आसमान से भी ऊंचा था। साहिबजादों ने मुगल सल्तनत के हर लालच को ठुकराया, हर अत्याचार को सहा, जब वजीर खान ने उन्हें दीवार में चुनवाने का आदेश दिया, तो साहिबजादों ने उसे पूरी वीरता से स्वीकार किया। साहिबजादों ने उन्हें गुरु अर्जन देव, गुरु तेग बहादुर और गुरु गोविंद सिंह की वीरता याद दिलाई। ये वीरता हमारी आस्था का आत्मबल था। साहिबजादों ने प्राण देना स्वीकार किया, लेकिन आस्था के पथ से वो कभी विचलित नहीं हुए। वीर बाल दिवस का ये दिन, हमें ये सिखाता है कि चाहे कितनी भी विकट स्थितियां आएं। कितना भी विपरीत समय क्यों ना हो, देश और देशहित से बड़ा कुछ नहीं होता। इसलिए देश के लिए किया गया हर काम वीरता है, देश के लिए जीने वाला हर बच्चा, हर युवा, वीर बालक है।

साथियों,

वीर बाल दिवस का ये वर्ष और भी खास है। ये वर्ष भारतीय गणतंत्र की स्थापना का, हमारे संविधान का 75वां वर्ष है। इस 75वें वर्ष में देश का हर नागरिक, वीर साहबजादों से राष्ट्र की एकता, अखंडता के लिए काम करने की प्रेरणा ले रहा है। आज भारत जिस सशक्त लोकतंत्र पर गर्व करता है, उसकी नींव में साहबजादों की वीरता है, उनका बलिदान है। हमारा लोकतंत्र हमें अंत्योदय की प्रेरणा देता है। संविधान हमें सिखाता है कि देश में कोई भी छोटा बड़ा नहीं है। और ये नीति, ये प्रेरणा हमारे गुरुओं के सरबत दा भला के उस मंत्र को भी सिखाती हैं, जिसमें सभी के समान कल्याण की बात कही गई है। गुरु परंपरा ने हमें सभी को एक समान भाव से देखना सिखाया है और संविधान भी हमें इसी विचार की प्रेरणा देता है। वीर साहिबजादों का जीवन हमें देश की अखंडता और विचारों से कोई समझौता न करने की सीख देता है। और संविधान भी हमें भारत की प्रभुता और अखंडता को सर्वोपरि रखने का सिद्धांत देता है। एक तरह से हमारे लोकतंत्र की विराटता में गुरुओं की सीख है, साहिबजादों का त्याग है और देश की एकता का मूल मंत्र है।

साथियों,

इतिहास ने और इतिहास से वर्तमान तक, भारत की प्रगति में हमेशा युवा ऊर्जा की बड़ी भूमिका रही है। आजादी की लड़ाई से लेकर के 21वीं सदी के जनांदोलनों तक, भारत के युवा ने हर क्रांति में अपना योगदान दिया है। आप जैसे युवाओं की शक्ति के कारण ही आज पूरा विश्व भारत को आशा और अपेक्षाओं के साथ देख रहा है। आज भारत में startups से science तक, sports से entrepreneurship तक, युवा शक्ति नई क्रांति कर रही है। और इसलिए हमारी पॉलिसी में भी, युवाओं को शक्ति देना सरकार का सबसे बड़ा फोकस है। स्टार्टअप का इकोसिस्टम हो, स्पेस इकॉनमी का भविष्य हो, स्पोर्ट्स और फिटनेस सेक्टर हो, फिनटेक और मैन्युफैक्चरिंग की इंडस्ट्री हो, स्किल डेवलपमेंट और इंटर्नशिप की योजना हो, सारी नीतियां यूथ सेंट्रिक हैं, युवा केंद्रिय हैं, नौजवानों के हित से जुड़ी हुई हैं। आज देश के विकास से जुड़े हर सेक्टर में नौजवानों को नए मौके मिल रहे हैं। उनकी प्रतिभा को, उनके आत्मबल को सरकार का साथ मिल रहा है।

मेरे युवा दोस्तों,

आज तेजी से बदलते विश्व में आवश्यकताएँ भी नई हैं, अपेक्षाएँ भी नई हैं, और भविष्य की दिशाएँ भी नई हैं। ये युग अब मशीनों से आगे बढ़कर मशीन लर्निंग की दिशा में बढ़ चुका है। सामान्य सॉफ्टवेयर की जगह AI का उपयोग बढ़ रहा है। हम हर फ़ील्ड नए changes और challenges को महसूस कर सकते हैं। इसलिए, हमें हमारे युवाओं को futuristic बनाना होगा। आप देख रहे हैं, देश ने इसकी तैयारी कितनी पहले से शुरू कर दी है। हम नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, national education policy लाये। हमने शिक्षा को आधुनिक कलेवर में ढाला, उसे खुला आसमान बनाया। हमारे युवा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रहें, इसके लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। छोटे बच्चों को इनोवेटिव बनाने के लिए देश में 10 हजार से ज्यादा अटल टिंकरिंग लैब शुरू की गई हैं। हमारे युवाओं को पढ़ाई के साथ-साथ अलग-अलग क्षेत्रों में व्यावहारिक अवसर मिले, युवाओं में समाज के प्रति अपने दायित्वों को निभाने की भावना बढ़े, इसके लिए ‘मेरा युवा भारत’ अभियान शुरू किया गया है।

भाइयों बहनों,

आज देश की एक और बड़ी प्राथमिकता है- फिट रहना! देश का युवा स्वस्थ होगा, तभी देश सक्षम बनेगा। इसीलिए, हम फिट इंडिया और खेलो इंडिया जैसे मूवमेंट चला रहे हैं। इन सभी से देश की युवा पीढ़ी में फिटनेस के प्रति जागरूकता बढ़ रही है। एक स्वस्थ युवा पीढ़ी ही, स्वस्थ भारत का निर्माण करेगी। इसी सोच के साथ आज सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान की शुरुआत की जा रही है। ये अभियान पूरी तरह से जनभागीदारी से आगे बढ़ेगा। कुपोषण मुक्त भारत के लिए ग्राम पंचायतों के बीच एक healthy competition, एक तंदुरुस्त स्पर्धा हो, सुपोषित ग्राम पंचायत, विकसित भारत का आधार बने, ये हमारा लक्ष्य है।

साथियों,

वीर बाल दिवस, हमें प्रेरणाओं से भरता है और नए संकल्पों के लिए प्रेरित करता है। मैंने लाल किले से कहा है- अब बेस्ट ही हमारा स्टैंडर्ड होना चाहिए, मैं अपनी युवा शक्ति से कहूंगा, कि वो जिस सेक्टर में हों उसे बेस्ट बनाने के लिए काम करें। अगर हम इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करें तो ऐसे करें कि हमारी सड़कें, हमारा रेल नेटवर्क, हमारा एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर दुनिया में बेस्ट हो। अगर हम मैन्युफैक्चरिंग पर काम करें तो ऐसे करें कि हमारे सेमीकंडक्टर, हमारे इलेक्ट्रॉनिक्स, हमारे ऑटो व्हीकल दुनिया में बेस्ट हों। अगर हम टूरिज्म में काम करें, तो ऐसे करें कि हमारे टूरिज्म डेस्टिनेशन, हमारी ट्रैवल अमेनिटी, हमारी Hospitality दुनिया में बेस्ट हो। अगर हम स्पेस सेक्टर में काम करें, तो ऐसे करें कि हमारी सैटलाइट्स, हमारी नैविगेशन टेक्नॉलजी, हमारी Astronomy Research दुनिया में बेस्ट हो। इतने बड़े लक्ष्य तय करने के लिए जो मनोबल चाहिए होता है, उसकी प्रेरणा भी हमें वीर साहिबजादों से ही मिलती है। अब बड़े लक्ष्य ही हमारे संकल्प हैं। देश को आपकी क्षमता पर पूरा भरोसा है। मैं जानता हूँ, भारत का जो युवा दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों की कमान संभाल सकता है, भारत का जो युवा अपने इनोवेशन्स से आधुनिक विश्व को दिशा दे सकता है, जो युवा दुनिया के हर बड़े देश में, हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवा सकता है, वो युवा, जब उसे आज नए अवसर मिल रहे हैं, तो वो अपने देश के लिए क्या कुछ नहीं कर सकता! इसलिए, विकसित भारत का लक्ष्य सुनिश्चित है। आत्मनिर्भर भारत की सफलता सुनिश्चित है।

साथियों,

समय, हर देश के युवा को, अपने देश का भाग्य बदलने का मौका देता है। एक ऐसा कालखंड जब देश के युवा अपने साहस से, अपने सामर्थ्य से देश का कायाकल्प कर सकते हैं। देश ने आजादी की लड़ाई के समय ये देखा है। भारत के युवाओं ने तब विदेशी सत्ता का घमंड तोड़ दिया था। जो लक्ष्य तब के युवाओं ने तय किया, वो उसे प्राप्त करके ही रहे। अब आज के युवाओं के सामने भी विकसित भारत का लक्ष्य है। इस दशक में हमें अगले 25 वर्षों के तेज विकास की नींव रखनी है। इसलिए भारत के युवाओं को ज्यादा से ज्यादा इस समय का लाभ उठाना है, हर सेक्टर में खुद भी आगे बढ़ना है, देश को भी आगे बढ़ाना है। मैंने इसी साल लालकिले की प्राचीर से कहा है, मैं देश में एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिसके परिवार का कोई भी सक्रिय राजनीति में ना रहा हो। अगले 25 साल के लिए ये शुरुआत बहुत महत्वपूर्ण है। मैं हमारे युवाओं से कहूंगा, कि वो इस अभियान का हिस्सा बनें ताकि देश की राजनीति में एक नवीन पीढ़ी का उदय हो। इसी सोच के साथ अगले साल की शुरुआत में, माने 2025 में, स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर, 'विकसित भारत यंग लीडर्स डॉयलॉग’ का आयोजन भी हो रहा है। पूरे देश, गाँव-गाँव से, शहर और कस्बों से लाखों युवा इसका हिस्सा बन रहे हैं। इसमें विकसित भारत के विज़न पर चर्चा होगी, उसके रोडमैप पर बात होगी।

साथियों,

अमृतकाल के 25 वर्षों के संकल्पों को पूरा करने के लिए ये दशक, अगले 5 वर्ष बहुत अहम होने वाले हैं। इसमें हमें देश की सम्पूर्ण युवा शक्ति का प्रयोग करना है। मुझे विश्वास है, आप सब दोस्तों का साथ, आपका सहयोग और आपकी ऊर्जा भारत को असीम ऊंचाइयों पर लेकर जाएगी। इसी संकल्प के साथ, मैं एक बार फिर हमारे गुरुओं को, वीर साहबजादों को, माता गुजरी को श्रद्धापूर्वक सिर झुकाकर के प्रणाम करता हूँ।

आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद !