Gujarat Chief Minister at Business India Buisnessman of Year Award function in Mumbai
Gujarat has devised a model to turnaround loss-making and sick PSUs into profit-making ones, for the nation to emulate – Narendra Modi
Gujarat Chief Minister Narendra Modi said that his government has successfully devised a model to turnaround sick and loss-making Public Sector Undertakings (PSUs) into profit making companies.Speaking at a function in Mumbai to present Business India Awards, he recalled that ten years back the State PSUs used to incur a huge loss of Rs.2,700-crore but with implementation of ‘good governance’ those companies have now earned the reputation of profit-making corporate houses.
For instance, he said that Gujarat Electricity Board incurred a loss of Rs.2,543-crore after infusing a subsidy of Rs.900-crore in 2001, but after professional governance it earned a profit of Rs.700-crore today. He gave accounts of seven other companies which were turned around.
Usually the government either shuts down or sells loss-making PSUs, but Gujarat has provided a third alternative of converting a loss-making undertaking into a profit making one for the nation to emulate. Congratulating Mr. Dilip Sanghvi, chairman of Sun Pharma Group, for winning the Business India Businessman of the Year Award for 2011, Mr. Modi said the credit for Gujarat leading in the pharmaceutical industry partly goes to establishment of one of the oldest pharmacy colleges in Ahmedabad which produced students who leave their mark all over the world now.
The Chief Minister listed many more unique projects undertaken by Gujarat, notably declaring a policy to encourage manufacture defence equipment, setting up Dholera SIR and GIFT City. While Mahatma Gandhi led India’s freedom struggle, he hoped that India’s development will take form of a people’s movement in the 21st Century.
He said that Gujarat has registered a 40 per cent growth in tourism, 60 per cent growth in milk production, 11 per cent growth rate in agriculture, eradicating 112 diseases among livestock through a series of animal fairs. Gujarat is the only state to provide 24x7 3-phase electricity to all the villages. Load shedding is a thing of the past.
Mr. Modi said that Gujarat has attained a revolution of sorts in the field of electricity and water management. The groundwater table has risen by 13 metres. Gujarat has earmarked Rs.2.50-lakh-crore for the state’s Twelfth Five Year Plan, far more than the provisions for all the previous Five Year Plans totaling Rs.2.30-lakh-crore.
Mr. Shashi Ruia, Chairman of the Business India Jury for Award, attributed the success of the Gujarat model of development to the leadership of the Chief Minister, even as Mr. Dilip Sanghvi represents the success story. Head of Business India Ashok Advani lauded the Chief Minister for infusing a whiff of fresh air in Indian politics. Mr. Dilip Sanghvi also described Mr. Narendra Modi’s vision of development as unique.
मुख्यमंत्री ने मुंबई में प्रदान किए बिजनेस इंडिया अवार्ड बीमार-घाटे में चल रही सरकारी सार्वजनिक इकाईयों के पीयूसी टर्न अराउंड का मॉडल गुजरात ने दिया है : मुख्यमंत्री गुजरात विकास का जनआंदोलन कर नई ऊंचाइयों पर पहुंचा, हिन्दुस्तान भी विकास के जनआंदोलन से परिस्थिति बदल सकेगा
गांधीनगर, मंगलवार: मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मुंबई में बिजनेस इंडिया अवार्ड प्रदान करते हुए कहा कि समग्र देश में घाटे में चल रही, बीमार सरकारी सार्वजनिक इकाईयों को पुन: लाभदायक बनाने का अनोखा मॉडल गुजरात ने दिया है।श्री मोदी ने मुंबई में बिजनेस इंडिया द्वारा आयोजित बिजनेसमैन ऑफ दी ईयर-2011 अवार्ड सन फार्मा ग्रुप के अध्यक्ष दिलीप संघवी को इनायत करते हुए कहा कि दस वर्ष पहले गुजरात सरकार की सार्वजनिक इकाईयां 2700 करोड़ रुपये के भारी घाटे में चल रही थी। जिनको गुड प्रोफेशनल्स गवर्नेंस द्वारा लाभ करने वाली कॉर्पोरेट कंपनियों के रूप में अनोखी प्रतिष्ठा हासिल हुई है। देश में सरकारी सार्वजनिक इकाईयां निरंतर घाटे में चलती रहती हैं, बीमार रहती हैं, तब उनको या तो बंद कर दिया जाता है या बेच दिया जाता है। लेकिन गुजरात ने तीसरा सफल विकल्प दिया है।
इस सन्दर्भ में मुख्यमंत्री ने बताया कि गुजरात विद्युत बोर्ड वर्ष 2001 में 2543 करोड़ रुपये के घाटे में था और 900 करोड़ की विभिन्न राहतों को जोडक़र 3400 करोड़ का वार्षिक घाटा कर रहा था। प्रोफेशनल्स गवर्नेंस द्वारा इसको टर्न अराउंड करके आज इसे 700 करोड़ रुपये का लाभ हासिल करने वाली कुल 7 सेवा क्षेत्र की कंपनियों में रुपांतरित किया गया है।
दिलीप संघवी को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात फार्मास्यूटिकल्स उद्योग के क्षेत्र में अग्रसर है क्योंकि देश की प्रथम फार्मेसी कॉलेज अहमदाबाद में 50 वर्ष पहले शुरू करने वाले पूर्वजों ने दवा-औषधि के क्षेत्र में मानवशक्ति कौशल्य की नींव डाली थी और इसकी दीर्घदृष्टि के सुफल के कारण गुजरात पूरी दुनिया को प्रभावित कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने भारत को सुरक्षा के शस्त्र उत्पादन में स्वावलंबी बनाने की दिशा में अनोखी पहल के रूप में डिफेन्स इक्विपमेंट मैन्यूफेक्चरिंग इंडस्ट्रीज को प्रोत्साहित करने की नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि गुजरात में एक नया आधुनिक गुजरात आकार ले रहा है। इस सन्दर्भ में उन्होंने शंघाई से भी विशाल धोलेरा एसआईआर और गिफ्ट सिटी जैसे प्रोजेक्ट्स की रूपरेखा पेश की। गुजरात विकास की जिस ऊंचाई पर पहुंचा है इसका श्रेय विकास के जनआंदोलन को देते हुए श्री मोदी ने कहा कि जनशक्ति की ताकत से आजादी का आंदोलन गांधीजी ने सफल बनाया था। 21वीं सदी में हिन्दुस्तान में विकास का जनआंदोलन आकार लेगा और हमारे देश में परिस्थिति को बदला जा सकता है।
गुजरात में पर्यटन क्षेत्र के विकास के सफल अभियान से पर्यटन में 40 प्रतिशत विकास वृद्घि हुई है और सोलर एनर्जी के क्षेत्र में भी गुजरात विश्व की सौर ऊर्जा राजधानी बन चुका है। गुजरात सिर्फ औद्योगिक विकास ही नहीं बल्कि कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में भी क्रांतिकारी उपलब्धियां हासिल कर रहा है। श्री मोदी ने कहा कि दस वर्ष में दूध के उत्पादन में 60 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है और पशु स्वास्थ्य मेला अभियान के परिणामस्वरूप 112 जितने पशु रोग संपूर्णतया खत्म हुए हैं। कृषि क्षेत्र में गुजरात ने लगातार 11 प्रतिशत की विकास दर बरकरार रखकर रिकार्ड बनाया है। जल व्यवस्थापन के क्षेत्र में भी अकालग्रस्त गुजरात ने भूगर्भीय जलस्तर को 13 मीटर ऊपर ले जाने में सफलता पाई है। पूरे देश में 24 घंटे सातों दिन थ्री फेज बिजली सभी गांवों में आपूर्ति करने वाला गुजरात एकमात्र राज्य है और पावर लो शेडिंग में से भी गुजरात को मुक्त किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात की 50 वर्ष की सभी पंचवर्षीय योजनाओं का औसत कुल मिलाकर 2.30 लाख करोड़ रुपये होता है जिसकी तुलना में आगामी पांच वर्ष की 12वीं पंचवर्षीय योजना का आकार 2.50 लाख करोड़ तय किया गया हैै। विकास की ऊंचाई का गुजरात का यह आकार सभी को प्रभावित कर रहा है। गुजरात ने बिजली और पानी जैसे ढांचागत सुविधा के विकास के क्षेत्र में क्रांति की है।
इस मौके पर बिजनेस इंडिया अवार्ड ज्यूरी के अध्यक्ष शशि रुइया ने गुजरात के विकास की प्रभावी सफलता का संपूर्ण श्रेय श्री मोदी के नेतृत्व को दिया और दिलीप संघवी की कॉर्पोरेट सेक्टर की सफलतागाथा की विशेषता बतलाई। बिजनेस इंडिया के प्रमुख अशोक अडवाणी ने श्री मोदी को भारतीय राजनीति के नये ताजगीभरे नेतृत्व का धारक करार दिया। दिलीप संघवी ने भी अपना प्रतिभाव व्यक्त करते हुए श्री नरेन्द्र मोदी के विकास विजन को विशेष बतलाया।