نئی دہلی،4جنوری/ وزیراعظم جناب نریندر مودی نے آج امپھال کا دورہ کیا۔ایک بڑے عوامی جلسے میں جناب مودی نے مورہہ میں ایک مربوط جانچ چوکی کاافتتاح کیا۔ انہوں نے دولائی تھابی بیراج پروجیکٹ، ساؤم بنگ میں ایف سی آئی اناج کے گودام اور پانی کی صفائی اور سیاحت سے متعلق دیگر پروجیکٹوں کا افتتاح کیا۔
انہوں نے 400 کلو واٹ کے ڈبل سرکٹ سلچر۔ امپھال لائن کوقوم کے نام وقف کیا۔
وزیراعظم نے کھیلوں کے پروجیکٹوں کے لئے بھی سنگ بنیاد رکھا۔
ایک جلسے سے خطاب کرتے ہوئے وزیراعظم جناب نریندر مودی نے منی پور کے بہادر مجاہدین آزادی خصوصاً خواتین مجاہدین آزادی کو خراج عقیدت پیش کیا۔ انہوں نے باور کرایا کہ غیر تقسیم شدہ ہندوستان کی پہلی عبوری حکومت منی پور میں موئی رانگ میں قائم کی گئی تھی۔ انہوں نے اس حمایت کا بھی ذکر کیا جو کہ شمال مشرق میں عوام کی طرف سے آزاد ہند فوج کو حاصل ہوئی تھی۔ انہوں نے کہا کہ منی پور کونئے ہندوستان کی ترقی کی داستان میں ایک اہم رول ادا کرنا ہے۔
وزیراعظم نے کہا کہ آج کے پروگرام میں1500 کروڑ روپے سے زیادہ مالیت کے پروجیکٹوں کا یا تو افتتاح کردیا گیا ہے یا ان کا سنگ بنیاد رکھ دیا گیا ہے۔
انہوں نے کہا کہ یہ پروجیکٹ ریاست کے عوام کی زندگی کو اور زیادہ بہتر بنائیں گے۔
وزیراعظم نے کہا کہ انہوں نے خود گزشتہ ساڑھے چار سال میں تقریباً 30 مرتبہ شمال مشرق کا دورہ کیا ہے۔ انہوں نے یہ بھی کہا کہ شمال مشرق میں تبدیلی آرہی ہے اور کئی دہائیوں سے رکے ہوئے پروجیکٹوں کو نافذ کیا جارہا ہے۔
وزیراعظم نے کہا کہ مورہہ میں مربوط جانچ چوکی سے کسٹم کلیرئنس ، غیر ملکی کرنسی کے تبادلے اور امیگریشن کلیرینس میں آسانی ہوگی۔
انہوں نے کہا کہ آج جن پروجیکٹوں کاافتتاح کیا جارہا ہے وہ ترقی کے تئیں حکومت کے عزم کی عکاسی کرتے ہیں۔ انہوں نے کہا کہ دولائی تھابی بیراج پروجیکٹ 1987 میں شروع کیاگیا تھا لیکن اس میں 2014 کے بعد اور تیزی لائی گئی اور اب یہ مکمل ہے۔انہوں نے سیاحت سے متعلق پروجیکٹوں کا بھی ذکر کیا جن کاآج افتتاح کیاگیا ہے۔مرکزی حکومت میں پروجیکٹوں کی تکمیل کے لئے با مقصد رخ اپنانے اور مزید توانائی پیدا کرنے کا ذکر کرتے ہوئے وزیراعظم نے وضاحت کی کہ کس طرح وزیراعظم کے دفتر میں پرگتی نظام قائم کیا گیا ہے۔ جس سے کہ ویڈیو کانفرنسنگ کے ذریعہ رکے ہوئے پروجیکٹوں کی نگرانی کی جاسکے۔ انہوں نے کہا کہ ان پرگتی میٹنگوں میں اب تک تقریباً ب12 لاکھ کروڑ روپے کی مالیت کے رکے ہوئے پروجیکٹوں سے متعلق مسائل کو حل کیا گیاہے۔
انہوں نے کہا کہ سوم بنگ میں ایف سی آئی اناج گودام میں کام 2016 سے شروع کیا گیا تھا اور یہ اب مکمل کرلیا گیا ہے۔انہوں نے پانی کی سپلائی کے مختلف پروجیکٹوں کے لئے اسی طرح کی مثالیں پیش کیں۔
وزیراعظم نے کہاکہ مرکزی حکومت اور منی پور کی ریاستی سرکار دونوں سب کا ساتھ سب کا وکاس سوچ کے ساتھ کام کررہے ہیں۔ انہوں نے ریاستی سرکار کے‘‘گوٹوہلس، گوٹو ویلجز یعنی پہاڑ وں پر جاؤ، گاؤں میں جاؤ پروگرام کی تعریف کی۔
وزیراعظم نے وضاحت کی کہ کس طرح شمال مشرق میں بہتر سڑک ، ریل اور ہوائی رابطہ فراہم کیاجارہا ہے اور یہ سہولت ٹرانسپوریٹیشن کے ذریعہ تبدیلی کی مجموعی سوچ کے ساتھ فراہم کی جارہی ہے۔
وزیراعظم نے بہت سے شعبوں مثلاً سووچھ بھارت اور صفائی ستھرائی کے میدان میں منی پور کے ذریعہ کی گئی ترقی کا بھی ذکر کیا۔ انہوں نے چندیل کے امنگوں سے پر ضلع کی ترقی کے بارے میں بھی ذکر کیا ۔
وزیراعظم نے کہا کہ منی پور خواتین کو بااختیار بنانے کے شعبے میں بھی پیش پیش رہا ہے۔مکّے باز میری کوم کا ذکر کرتے ہوئے جن کا تعلق منی پور سے ہے۔ وزیراعظم نے کہا کہ شمال مشرق کا کھیلوں میں ہندوستان کو سپر پاور بنانے میں اہم رول ہے۔انہوں نے کہا کہ ایتھلیٹس کی تربیت اور سلیکشن میں شفافیت سے بین الاقوامی کھیل مقابلوں میں ہندوستان کی جانب سے بہتر کارکردگی کا مظاہرہ کیا جارہا ہے۔
जिस मणिपुर को, जिस नॉर्थ ईस्ट को नेताजी ने भारत की आज़ादी का गेटवे बताया था, उसको अब New India की विकास गाथा का द्वार बनाने में हम जुटे हुए हैं।
— PMO India (@PMOIndia) January 4, 2019
जहां से देश को आज़ादी की रोशनी दिखी थी, वहीं से नए भारत की सशक्त तस्वीर आप सभी की आंखों में स्पष्ट दिखाई दे रही है: PM
आप सभी साक्षी रहे हैं कि नॉर्थ-ईस्ट के साथ बीते दशकों में पहले की सरकारों ने क्या किया।
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उनके रवैये ने दिल्ली को आपसे और दूर कर दिया था।
पहली बार अटल जी की सरकार के समय, देश के इस अहम क्षेत्र को विकास के रास्ते पर ले जाने की पहल हुई थी।
हम दिल्ली को आपके दरवाजे तक ले आए हैं: PM
मैं खुद बीते साढ़े चार साल में करीब 30 बार नॉर्थ ईस्ट आ चुका हूं।
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आपसे मिलता हूं, बातें करता हूं तो एक अलग ही सुख मिलता है, अनुभव मिलता है।
मुझे अफसर से रिपोर्ट नहीं मांगनी पड़ती, सीधे आप लोगों से मिलती है।
ये फर्क है पहले और आज में: PM
ऐसे निरंतर प्रयासों की वजह से अलगाव को हमने लगाव में बदल दिया है।
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आज इन्हीं कोशिशों की वजह से पूरा नॉर्थ ईस्ट परिवर्तन के एक बड़े दौर से गुजर रहा है।
तीस-चालीस साल से अटके हुए प्रोजेक्ट्स पूरे किए जा रहे हैं।
आपके जीवन को आसान बनाने की कोशिश की जा रही है: PM
देश के जिन 18 हज़ार गांवों को रिकॉर्ड समय में अंधेरे से मुक्ति मिली है, उनमें सबसे आखिरी गांव कांगपोकपी जिले का लेइशांग है।
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जब भी भारत के हर गांव तक बिजली पहुंचाने के अभियान की बात आएगी तो, लेइशांग और मणिपुर का नाम भी आएगा: PM
आज मणिपुर को 125 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बने इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट का भी उपहार मिला है।
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ये सिर्फ एक चेक पोस्ट नहीं है दर्जनों सुविधाओँ का केंद्र भी है।
भारत म्यांमार सीमा पर स्थित ये चेकपोस्ट यात्री और व्यापार की सुविधा देगा: PM
दोलाईथाबी बराज की फाइल 1987 में चली थी
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निर्माण का काम 1992 में 19 करोड़ की लागत से शुरु हुआ था
2004 में इसको स्पेशल इक्नॉमिक पैकेज का हिस्सा बनाया गया, लेकिन फिर लटक गया
2014 में इस प्रोजेक्ट पर काम शुरु हुआ और ये प्रोजेक्ट 500 करोड़ रुपए खर्च करने के बाद अब बनकर तैयार है: PM
हम जो संकल्प लेते हैं, उसे सिद्ध करने के लिए जी-जान से मेहनत करते हैं, परिश्रम करते हैं।
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हमें ऐहसास है कि योजनाओं में देरी से सबसे ज्यादा नुकसान देश के गरीब का, सामान्य मानवी का होता है।
मैं आपको कुछ और उदाहरण देना चाहता हूं: PM
मणिपुर की खाद्य सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण Sawombung के FCI गोडाउन का लोकार्पण आज किया गया। 2016 में इस पर काम शुरु हुआ और हमने इसका काम पूरा करके दिखाया है।
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समय पर पूरा होने से ज्यादा खर्च से बचे और अनाज स्टोर करने के लिए 10 हज़ार MT अतिरिक्त व्यवस्था का निर्माण भी हो गया: PM
उखरुल और उसके आसपास के हज़ारों परिवारों की पानी की ज़रूरतों को देखते हुए Buffer Water Reservoir पर काम 2015 में शुरु हुआ।
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ये तैयार भी हो गया है और आज इसका लोकार्पण किया गया। ये प्रोजेक्ट 2035 तक की ज़रूरतों को पूरा करने वाला है: PM
चुराचांदपुर, जोन-थ्री प्रोजेक्ट पर भी 2014 में काम शुरु हुआ और 4 वर्ष बाद आज लोकार्पण भी हो गया है।
— PMO India (@PMOIndia) January 4, 2019
इससे 2031 तक यहां की आबादी की पानी की ज़रूरतें पूरी होंगी: PM
चुराचांदपुर, जोन-थ्री प्रोजेक्ट पर भी 2014 में काम शुरु हुआ और 4 वर्ष बाद आज लोकार्पण भी हो गया है।
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इससे 2031 तक यहां की आबादी की पानी की ज़रूरतें पूरी होंगी: PM
Go To Hills और Go To Village के तहत यहां की राज्य सरकार दूर दराज़ के इलाकों तक पहुंच रही है।
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जनभागीदारी को सरकारी योजनाओं का हिस्सा बनाने के ये प्रयास सराहनीय हैं।
यही कारण है कि आज मणिपुर बंद और ब्लॉकेड के दौर से बाहर निकलकर आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने में जुटा है: PM
कनेक्टिविटी के साथ-साथ यहां की बिजली व्यवस्था को भी सशक्त किया जा रहा है।
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आज ही 400 केवी की सिल्चर इम्फाल लाइऩ को भी राष्ट्र को समर्पित किया है।
7 सौ करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बनी ये लाइन पावर कट की समस्या को दूर करेगी: PM
मणिपुर हर पैमाने पर आज विकास के रास्ते पर चल रहा है।
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स्वच्छ भारत अभियान में भी मणिपुर ने खुद को खुले में शौच से मुक्त कर दिया है।
चंदेल जिला जो देश के 100 से अधिक Aspirational Districts में है, वहां भी तमाम पैरामीटर्स में बहुत अधिक सुधार देखा गया है: PM
आज शिक्षा, स्किल और स्पोर्ट्स से जुड़े प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास किया गया है।
— PMO India (@PMOIndia) January 4, 2019
धनमंजूरी विश्वविद्यालय में इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े प्रोजेक्ट हों, राजकीय इंजीनियरिंग कालेज से जुड़े प्रोजेक्ट हों, ये सभी युवा साथियों को सुविधा देने वाले हैं: PM