نئی دہلی، 26 فروری ، وزیراعظم نریندر مودی نے آج نئی دہلی میں قومی وار میموریل ، قوم کے نام وقف کرنے کے لئے ہمیشہ روشن رہنے والی مشعل کو روشن کیا۔
اس سے پہلے سابق فوجیوں کی ایک وسیع ریلی سے خطاب کرتے ہوئے وزیراعظم نے کہا کہ یہ لاکھوں فوجیوں کی بہادری اور خود کو وقف کردینے کا نتیجہ ہے کہ بھارتی فوج کو آج دنیا کی سب سے مضبوط افواج میں سے ایک ماناجاتا ہے۔
وزیراعظم نے کہا کہ دشمنوں کے خلاف اور قدرتی آفات سے نمٹنے کے لئے ہمارے جاں باز فوجی، پیش پیش رہتے ہیں۔
وزیراعظم نے پلوامہ دہشت گردانہ حملے میں شہید ہونے والے سی آر پی ایف جوانوں کی شہادت کو یاد کیا۔ انہوں نے ملک کی حفاظت کرتے ہوئے اپنی جانوں کی قربانی دینے والے سبھی شہیدوں کو خراج عقیدت پیش کیا۔ انہوں نے کہا کہ آج دنیا بھر میں ، نئے بھارت کی قدر میں اضافہ ہوا ہے۔ یہ سب اس کی مسلح فوجوں میں بڑے اقدامات کی وجہ سے ممکن ہوا ہے۔ انہوں نے قومی وار میموریل اور قومی سمر میموریل کو قوم کے نام وقف کرنے پر خوشی کااظہار کیا۔
وزیراعظم نے وضاحت کی کہ مرکزی حکومت نے فوجیوں اور سابقہ فوجیوں کو ‘‘ ون رینک ،ون پنشن’’ فراہم کرانے کا اپنا عزم پورا کیا ہے۔ انہوں نے کہا کہ او آر او پی کے نتیجے میں پنشن میں چالیس فیصد تک کا اضافہ کیا گیا اور 2014 کے مقابلے، فوجیوں کی اجرت میں 55 فیصد تک کااضافہ کیا گیا ہے۔
وزیراعظم نے وضاحت کی سپر اسپیشلٹی اسپتال کی مانگ ہوتی رہی ہے۔ اس ضمن میں انہوں نے اعلان کیا کہ تین سپر اسپیشلٹی اسپتال بنائے جائیں گے۔
مسلح فوجوں کے لئے حکومت کے دیگر اقدامات کی مثال دیتے ہوئے وزیراعظم نے کہا کہ فوج کا دن، بحریہ کا دن اور فضائیہ کے دن کے موقعوں پر فوجیوں کی اختراعات کی حوصلہ افزائی کی جارہی ہے۔ انہوں نے 15 اگست 2017 کو شروع کئے جانے والے بہادری کے انعامات سے متعلق پورٹل کابھی ذکر کیا۔ انہوں نے کہاکہ خواتین کو اب جنگجو پائلٹ بننے کے موقع مل رہے ہیں۔
وزیراعظم نے کہا کہ دفاعی خریداری کی پورے ایکونظام میں تبدیلی کی شروعات کردی گئی ہے۔ انہوں نے کہا کہ سرکار کانظریہ شفاف اور برابر کا موقع فراہم کرنا رہا ہے۔ انہوں نے میک ان انڈیا کو فروغ دیئے جانے کے موضوع پر زور دیا۔
وزیر اعظم نے کہا کہ بھارتی فوج نے اقوام متحدہ کے70 بڑے امن مشقوں میں سے 50 مشقوں میں شرکت کی ہے۔ تقریباً 2 لاکھ فوجی ان کارروائیوں کا حصہ رہے ہیں۔ انہوں نے کہا کہ بھارتی بحریہ کے ذریعہ 2016 میں منعقد بین الاقوامی جہازی بیڑا جائزے میں50 ملکوں کےبحریہ نے حصہ لیا۔ انہوں نے کہاکہ ہماری مسلح فوجیں، ہرسال، دوست ملکوں کے فوجوں کے ساتھ اوسط طریقے سے 10 بڑی مشترکہ مشقیں کررہے ہیں۔
انہوں نے کہا کہ بحر ہند میں قزاقی میں خاطر خواہ کمی، کافی حد تک بھارتی فوج کے اختیارات اور ہماری بین الاقوامی شراکت داروں کے سبب آئی ہے۔ وزیراعظم نے 1.86 لاکھ بلٹ پروف جیکٹ کی پرانی مانگ کا ذکر کرتے ہوئے کہا کہ مرکزی حکومت نے ساڑھے چار برس میں 2.30 لاکھ بلٹ پروف جیکٹوں کی خریداری کی ہے۔ انہوں نے کہا کہ مرکزی حکومت بھارتی فوج کو جدید طیاروں ، ہیلی کاپٹروں، آبدوزوں، جہازوں اور ہتھیاروں کے ذخیرے سے لیس کررہی ہے۔ انہوں نے کہا کہ کافی وقت سے زیر التوا فیصلے، قومی مفاد میں لئے جارہے ہیں۔
وزیراعظم نے کہا کہ قومی وار میموریل کے اضافی قومی پولیس میموریل بھی قائم کیا گیا ہے۔ مرکزی حکومت نے سردار پٹیل، بابا صاحب امبیڈ کر اور نیتا جی سبھاش چندر بوس سمیت، عظیم قومی رہنماؤں کو تسلیم کیا ہے۔ انہوں نے کہاکہ مرکزی حکومت، قومی مفاد کو، سب سے اوپر رکھتے ہوئے فیصلے کرناجاری رکھے گی۔
आज मुझे बहुत संतोष है कि थोड़ी देर बाद आपका और देश का, दशकों लंबा इतंज़ार खत्म होने वाला है।
— PMO India (@PMOIndia) February 25, 2019
आज़ादी के सात दशक बाद मां भारती के लिए बलिदान देने वालों की याद में निर्मित राष्ट्रीय समर स्मारक, उन्हें समर्पित किया जाने वाला है: PM
राष्ट्रीय समर स्मारक की मांग कई दशक से निरंतर हो रही थी।
— PMO India (@PMOIndia) February 25, 2019
बीते दशकों में एक-दो बार प्रयास हुए लेकिन कुछ ठोस हो नहीं पाया।
आपके आशीर्वाद से साल 2014 में हमने राष्ट्रीय समर स्मारक बनाने के लिए प्रक्रिया शुरु की और आज तय समय से पहले ही इसका लोकार्पण होने वाला है: PM
बहुत लंबे समय से आपकी मांग थी कि आपके लिए सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल बनाया जाए।
— PMO India (@PMOIndia) February 25, 2019
आज इस ऐतिहासिक अवसर पर मुझे आपको ये बताने का सौभाग्य मिला है कि एक नहीं बल्कि हम ऐसे तीन सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल बनाने जा रहे हैं: PM
देश की सेना को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में हम लगातार काम कर रहे हैं।जिन फैसलों को नामुमकिन समझा जाता था, उन्हें मुमकिन बना रहे हैं.
— PMO India (@PMOIndia) February 25, 2019
हमने रक्षा उत्पादन के पूरे ecosystem में बदलाव की शुरुआत की है। Licensing से Export प्रक्रिया तक, हम पूरे system में पारदर्शिता ला रहे हैं: PM
हमारे प्रयासों में दुनिया के बड़े-बड़े देश हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहते हैं।
— PMO India (@PMOIndia) February 25, 2019
यही कारण है कि 2016 में हमारे International Fleet Review में 50 देशों की नौसेनाओं ने हिस्सा लिया था।
यही कारण है कि एक के बाद एक देश हमारे साथ रक्षा सहयोग के समझौते करना चाहते हैं: PM
साल 2009 में सेना ने 1 लाख 86 हजार बुलेट प्रूफ जैकेट की मांग की थी।
— PMO India (@PMOIndia) February 25, 2019
2009 से लेकर 2014 तक पाँच साल बीत गए, लेकिन सेना के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट नहीं खरीदी गई।
ये हमारी ही सरकार है जिसने बीते साढ़े चार वर्षों में 2 लाख 30 हजार से ज्यादा बुलेट प्रूफ जैकेट खरीदी है: PM
सेना और देश की सुरक्षा को उन लोगों ने अपनी कमाई का साधन बना लिया था।
— PMO India (@PMOIndia) February 25, 2019
शायद शहीदों को याद करके उन्हें कुछ मिल नहीं सकता था, इसलिए उन्हें भुलाना ही उन्हें आसान लगा: PM
बोफोर्स से लेकर हेलीकॉप्टर तक, सारी जांच का एक ही परिवार तक पहुंचना, बहुत कुछ कह जाता है। अब यही लोग पूरी ताकत लगा रहे हैं कि भारत में राफेल विमान न आ पाए।
— PMO India (@PMOIndia) February 25, 2019
अगले कुछ महीनों में जब देश का पहला राफेल, भारत के आसमान में उड़ान भरेगा, तो खुद ही इनकी सारी साजिशों को ध्वस्त कर देगा: PM
सेना के लिए अत्याधुनिक राइफलों को खरीदने और भारत में बनाने का काम भी हमारी सरकार ने ही शुरु किया है। हाल ही में सरकार ने 72 हजार आधुनिक राइफल की खरीद का ऑर्डर दिया है।
— PMO India (@PMOIndia) February 25, 2019
साथ ही हमारी सरकार ने 25 हजार करोड़ रुपए का एम्यूनीशन यानि गोला-बारूद और गोलियां मिशन मोड में खरीदी है: PM
आज देश को राष्ट्रीय समर स्मारक मिलने जा रहा है लेकिन राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल की भी तो यही कहानी थी।
— PMO India (@PMOIndia) February 25, 2019
इस मेमोरियल को बनाने और राष्ट्र को समर्पित करने का सौभाग्य भी हमारी ही सरकार को मिला: PM
करीब ढाई दशक पहले इस स्मारक की फाइल चली थी, बीच में अटल जी की सरकार के समय बात आगे बढ़ी लेकिन उनकी सरकार के जाने के बाद स्थिति फिर जस की तस हो गई: PM
— PMO India (@PMOIndia) February 25, 2019
आज देश का हर फौजी, हर नागरिक ये सवाल पूछ रहा है कि आखिर शहीदों के साथ ये बर्ताव क्यों किया गया?
— PMO India (@PMOIndia) February 25, 2019
देश के लिए खुद को समर्पित करने वाले महानायकों के साथ इस तरह का अन्याय क्यों किया गया?
वो कौन सी वजहें थीं, जिसकी वजह से किसी का ध्यान शहीदों के लिए स्मारक पर नहीं गया?: PM
इंडिया फर्स्ट और फैमिली फर्स्ट का जो अंतर है, वही इसका जवाब है।
— PMO India (@PMOIndia) February 25, 2019
स्कूल से लेकर अस्पताल तक, हाईवे से लेकर एयरपोर्ट तक, स्टेडियम से लेकर अवॉर्ड तक – हर जगह एक ही परिवार का नाम जुड़ा रहता था: PM
मेरा ये स्पष्ट मानना है कि मोदी महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि इस देश की सभ्यता, संस्कृति और इतिहास सबसे ऊपर है।
— PMO India (@PMOIndia) February 25, 2019
मोदी याद रहे न रहे, परंतु इस देश के करोड़ों लोगों के त्याग, तपस्या, समर्पण, वीरता और उनकी शौर्यगाथा अजर-अमर रहनी ही चाहिए: PM