وزیر اعظم جناب نریندر مودی نے آج رانچی، جھارکھنڈ میں صحت یقین دہانی اسکیم: آیوشمان بھارت۔ پردھان منتری جن آروگیہ یوجنا کا آغاز کیا۔
وزیر اعظم نے پی ایم جے اے وائی کے آغاز کے لئے ڈائس پر پہنچنے سے قبل ایک زبردست عوامی مجمعے کے درمیان اس اسکیم سے متعلق منعقدہ ایک نمائش کا جائزہ لیا
اسی تقریب میں وزیر اعظم نے چائے باسا اور کوڈرما میں میڈیکل کالجوں کے قیام کے لئے سنگ بنیاد رکھنے کی لوح کی رونمائی بھی کی۔ انہوں نے صحت اور چاق و چوبند رہنے کے 10مراکز کا بھی افتتاح کیا۔
اس موقع پر اظہار خیال کرتے ہوئے وزیر اعظم نے کہا ہے کہ یہ آغاز، اس مقصد کے ساتھ کیا گیا ہے کہ غریب ترین اور ہر طرح کی سہولت سے محروم معاشرے کے طبقات کو بہتر حفظان صحت سہولت اور معالجے کی سہولت فراہم کرائی جائے۔ انہوں نے کہا کہ یہ اسکیم جو سالانہ بنیادوں پر فی کنبہ پانچ لاکھ روپئے کا صحتی تحفظ فراہم کرتی ہے، پچاس کروڑ افراد کو مستفید کرے گی اور دنیا کی سب سے بڑی حفظان صحت اسکیم ہوگی۔ انہوں نے کہا کہ اس اسکیم کے استفادہ کنندگان کی تعداد موٹے طور پر، یوروپی یونین کی آبادی یا امریکہ، کینیڈا اور میکسکو کی مجموعی آبادی کے برابر ہے۔
انہوں نے کہا کہ آیوشمان بھارت کا پہلا حصہ ۔ صحت اور چاق و چوبند رہنے کے مراکز ، کا آغاز بابا صاحب امبیڈکر کی پیدائش کی سالگرہ کے موقع پر کیا گیا تھا اور دوسرا حصہ ۔ صحت یقین دہانی اسکیم کا آغاز دین دیال کی پیدائش کی سالگرہ سے دو دن قبل کیا جا رہا ہے۔
پی ایم جے اے وائی کس قدر جامع ہے، اس کی وضاحت کرتے ہوئے وزیر اعظم نے کہا ہے کہ یہ اسکیم سنگین قسم کے امراض مثلاً کینسر اور امراض قلب سمیت 1300 امراض پر احاطہ کرے گی۔ انہوں نے کہا کہ نجی ہسپتال بھی اس اسکیم کا جزو ہوں گے۔
وزیر اعظم نے کہا کہ پانچ لاکھ روپئے کی رقم، جانچ، ادویہ، ماقبل شامل ہسپتال ہونے کے تمام تر اخراجات وغیرہ پر احاطہ کرے گی۔انہوں نے کہا کہ یہ پہلے سے موجود امراض پر بھی احاطہ کرے گی۔ انہوں نے کہا کہ عوام اس اسکیم کے متعلق 14555 نمبر ڈائل کرکے یا کامن سروس مراکز کے توسط سے مزید تفصیلات حاصل کر سکتے ہیں۔
وزیر اعظم نے کہا کہ ریاستیں پی ایم جے اے وائی کا حصہ ہیں، عوام اس اسکیم سے جس ریاست میں بھی جائیں وہاں استفادہ کر سکتے ہیں۔ انہوں نے کہا کہ ملک بھر کے 13,000 سے زائد ہسپتالوں نے اب تک اس اسکیم میں شمولیت اختیار کی ہے۔
وزیر اعظم نے آج افتتاح کردہ صحت اور چاق و چوبند رہنے کے دس مراکز کے متعلق بھی گفتگو کی۔ انہوں نے کہا کہ ملک بھر میں ایسے مراکز کی تعداد 2300 تک پہنچ چکی ہے۔ انہوں نے کہا کہ چار برسوں کی مدت کے اندر اس طرح کے 1.5 لاکھ مراکز قائم کرنے کا ہدف مقرر کیا گیا ہے۔
وزیر اعظم نے کہا کہ مرکزی حکومت ملک میں صحت کے شعبے میں اصلاح لانے کی غرض سے ایک مجموعی طریقہ کار پر عمل کر رہی ہے۔ انہوں نے کہا کہ توجہ ’’قابل استطاعت حفظان صحت‘‘ اور ’’تدارکی حفظان صحت‘‘ دونوں پر مرکوز کی جا رہی ہے۔
وزیر اعظم نے اس اعتماد کا اظہا رکیا کہ پی ایم جے اے وائی سے وابستہ تمام عناصر کی کوششوں کے توسط سے نیز ڈاکٹروں، نرسوں، حفظانِ صحت فراہم کاروں، آشا، اے این ایم اداروں وغیرہ کی لگن اور وابستگی سے یہ اسکیم کامیاب ثابت ہو گی۔
समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति को,
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गरीब से भी गरीब को इलाज मिले,
स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा मिले,
आज इस विजन के साथ बहुत बड़ा कदम उठाया गया है।
आयुष्मान भारत के संकल्प के साथ, प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना आज से लागू हो रही है: PM
देश के 50 करोड़ से ज्यादा भाई-बहनों को 5 लाख रुपए तक का हेल्थ-एश्योरेंस देने वाली ये दुनिया की सबसे बड़ी योजना है।
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पूरी दुनिया में सरकारी पैसे से इतनी बड़ी योजना किसी और देश में नहीं चल रही है।
इस योजना के लाभार्थियों की संख्या पूरे यूरोपियन यूनियन की कुल आबादी के बराबर है: PM
अगर आप अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको,
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इन तीनों देशों की आबादी को भी जोड़ दें,
तो उनकी कुल संख्या इस योजना के लाभार्थियों की संख्या के करीब ही होगी: PM
आयुष्मान भारत योजना से दो महापुरुषों का नाता जुड़ा है।
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अप्रैल में जब योजना के पहले चरण शुरु हुआ था तो उस दिन बाबा साहेब अंबेडकर का जन्मदिन था।
अब इसी कड़ी में, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, दीन दयाल उपाध्याय जी के जन्मदिवस से दो दिन पहले शुरु हुई है: PM
ये योजना कितनी व्यापक है इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि
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कैंसर,
दिल की बीमारी,
किडनी और लीवर की बीमारी,
डायबटीज समेत 1300 से अधिक बीमारियों का इलाज शामिल है।
इन गंभीर बीमारियों का इलाज सरकारी ही नहीं बल्कि अनेक प्राइवेट अस्पतालों में भी किया जा सकेगा: PM
5 लाख तक का जो खर्च है उसमें अस्पताल में भर्ती होने के अलावा जरुरी जांच, दवाई, भर्ती से पहले का खर्च और इलाज पूरा होने तक का खर्च भी शामिल है।
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अगर किसी को पहले से कोई बीमारी है तो उस बीमारी का भी खर्च इस योजना द्वारा उठाया जाएगा: PM
आप 14555, इस नंबर पर फोन करके,
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या फिर अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर पर भी योजना के बारे में जान सकते हैं: PM
आयुष्मान भारत का ये मिशन सही मायने में एक भारत, सभी को एक तरह के उपचार की भावना को मज़बूत करता है।
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जो राज्य इस योजना से जुड़े हैं, उनमें रहने वाले व्यक्ति किसी भी राज्य में जाएं, उन्हें इस योजना का लाभ मिलता रहेगा।
अभी तक देशभर के 13,000 से अधिक अस्पताल जुड़ चुके हैं: PM
आज ही यहां पर 10 वेलनेस-सेंटर्स का भी शुभारंभ किया गया है।
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अब झारखंड में करीब 40 ऐसे सेंटर्स काम कर रहे हैं और देशभर में इनकी संख्या 2300 तक पहुंच चुकी है।
अगले 4 वर्षों में देशभर में ऐसे डेढ़ लाख सेंटर्स तैयार करने का लक्ष्य है: PM
सरकार देश के स्वास्थ्य क्षेत्र को सुधारने के लिए Holistic तरीके से कार्य कर रही है।
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एक तरफ सरकार Affordable Healthcare पर ध्यान दे रही है, तो साथ ही Preventive Healthcare पर भी जोर दिया जा रहा है: PM
मैं आश्वस्त हूं कि इस योजना से जुड़े हर व्यक्ति के प्रयासों से,
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आरोग्य मित्रों और आशा-एनएम बहनों के सहयोग से,
हर डॉक्टर, हर नर्स, हर कर्मचारी, हर सर्विस प्रोवाइडर की समर्पित भावना से,
हम इस योजना को सफल बना पाएंगे, एक स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण कर पाएंगे: PM