نئی دہلی،31 اکتوبر/وزیراعظم جناب نریندر مودی نے آج دنیا کے سب سے طویل مجسمہ‘ اسٹیچو آف یونٹی’ کو قوم کے نام وقف کیا۔
سردار ولبھ بھائی پٹیل کے 182 میٹر طویل اس مجسمے کو ان کے یوم پیدائش کے موقع پر گجرات میں ضلع نرمدا کے کیواڑیہ میں قوم کے نام وقف کیا گیا۔ افتتاحی تقریب میں وزیراعظم اور دیگر معززین نے اسٹیچو آف یونٹی، کو ملک اور قوم کے نامو قف کرنے کے لئے ایک کلش میں مٹی اور نرمدا ندی کا پانی ڈالا۔ وزیراعظم نے مجسمے کے ابھیشیک کے آعاز کی غرض سے ایک لیور دبایا۔
وزیراعظم نے وال آف یونٹی کاافتتاح کیا۔ وزیراعظم نے اسٹیچو آف یونٹی کے قدموں پر ا یک خصوصی پوجا کی۔ انہوں نے میوزیم نمائش اور ناظرین گیلری کا بھی دورہ کیا۔153 میٹر اونچائی پر واقع اس گیلری میں بیک وقت 200 سیاحوں کے آنے کی گنجائش ہے۔ یہاں سے سردار سرورڈیم، پانی کے ذخائر، ستیورہ اور وندھیا پہاڑیوں کا دلکش نظارہ کیاجاسکتا ہے۔
افتتاحی تقریب کے دوران ہندوستانی فضائیہ کے ایئر کرافٹ نے فلائی پاسٹ کیا اور ثقافتی دستوں نے پرفارمنس پیش کئے۔
اس موقع پر عوام کو مبارک باد پیش کرتے ہوئے وزیراعظم نے کہا کہ پورا ملک آج راشٹریہ ایکتا دوس منارہا ہے۔
وزیراعظم نے کہا کہ آج کا دن ہندوستان کی تاریخ میں ایک خصوصی لمحہ ہے۔ انہوں نے کہا کہ اسٹیچو آف یونٹی،جسے ہندوستان نے آج اپنے آپ کو دیا ہے، مستقبل کے لئے ایک عظیم تحریک ہے۔انہوں نے کہا کہ یہ مجسمہ مستقبل میں آنے والی نسلوں کو سردار پٹیل کی ہمت، بہادری اور صلاحیت کی یاد دلائے گا۔ انہوں نے کہا کہ سردار پٹیل کے ذریعہ ہندوستان کو متحد کرنے کا نتیجہ ہے کہ آج ہندوستان ایک بڑی معاشی اور اسٹریئجک طاقت بننے کی راہ پر گامزن ہے۔
وزیراعظم نے سردار پٹیل کے ایڈمنسٹریٹیو سروسز مثلاً اسٹیل فریم کے وژن کو یاد کیا۔
وزیراعظم نے اسٹیچو آف یونٹی کو کسانوں کی خود توقیری کے لئے ایک علامت قرار دیا، جنہوں نے اس مجسمے کے لئے اپنی زمین سے مٹی اور لوہے دیئے۔انہوں نے کہا کہ ہندوستان کے نوجوانوں کی امنگوں اور آرزؤوں کو صرف ایک ہی منتر ‘‘ ایک بھارت، سریشٹھ بھارت’’ کے ذریعہ پورا کیاجاسکتا ہے۔ انہوں نے اس مجسمے کی تعمیر سے منسلک ہر ایک شخص کو مبارکباد دی۔ انہو ں نے کہا کہ اس مجسمے سے خطے کے لئے بڑے پیمانے پر سیاحت کے مواقع پیدا ہوں گے۔
وزیراعظم نے کہا کہ حالیہ برسوں میں مجاہدین آزادی اور عظیم رہنماؤں کے تعاون کو یاد کرنے کے لئے متعدد میموریل بنائے گئے ہیں۔ انہوں نے ا سٹیچو آف یونٹی کے علاوہ دہلی میں سردار پٹیل کو وقف میوزیم، گاندھی نگر میں مہاتما مندر اور ڈانڈی کوٹیر، بابا صاحب بھیم راؤ کو وقف پنچ تیرتھ، ہریانہ میں سری چھوٹو رام کے مجسمہ ، کچھ میں شیام جی کرشن ورما اور ویر نائک گوبند گورو کے میموریل کا ذکر کیا۔انہوں نے کہا کہ دہلی میں سبھاش چند بوس کو وقف میوزیم ، ممبئی میں شیوا جی اسٹیچو اور ملک بھر میں قبائلی میوزیم کی تعمیر کا کام جاری ہے۔
وزیراعظم نے سردار پٹیل کے ایک مضبوط ،مستحکم اور جامع ہندوستان کے بارے میں گفتگو کی۔ انہوں نے کہا کہ مرکزی حکومت اس خواب کو حقیقت بنانے کے لئے کام کررہی ہے۔انہوں نے سبھی کے لئے ایک گھر،سبھی کے لئے بجلی،سڑک رابطے اور ڈیجٹیل کنکٹیویٹی فراہم کرنے کے لئے کی جانے والی کوششوں کا ذکر کیا۔ ا نہوں نے پردھان منتری جن آروگیہ یوجنا کا بھی ذکر کیا۔ انہوں نے کہا کہ جی ایس ٹی، ای ۔نیم اور ‘‘ ایک ملک،ایک گریٹ’’ جیسے اقدامات نے ملک کو متعدد طریقے سے متحد کرنے میں تعاون دیا ہے۔
وزیراعظم نے ملک کی وحدت اور سالمیت کو برقرار رکھنے اور تقسیم کرنے والی طاقتوں کو شکست دینے کے لئے اجتماعی ذمہ داری سے متعلق بات کی۔
We are all delighted to be here, on the banks of the Narmada.
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Today we mark Ekta Diwas.
Several people across India are taking part in the 'Run for Unity' : PM @narendramodi pic.twitter.com/yhJXzDQYmh
Today is a day that will be remembered in the history of India.
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No Indian will ever forget this day: PM @narendramodi pic.twitter.com/2cAbUyZrq8
This is a project that we had thought about during the time I was the Chief Minister of Gujarat: PM @narendramodi #StatueOfUnity pic.twitter.com/INHDtBWkiK
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In order to build the #StatueOfUnity, lakhs of farmers from all over India came together, gave their tools, portions of the soil and thus, a mass movement developed: PM @narendramodi pic.twitter.com/NaXjD9Gtp4
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सरदार साहब का सामर्थ्य तब भारत के काम आया था जब मां भारती साढ़े पांच सौ से ज्यादा रियासतों में बंटी थी।
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दुनिया में भारत के भविष्य के प्रति घोर निराशा थी।
निराशावादियों को लगता था कि भारत अपनी विविधताओं की वजह से ही बिखर जाएगा: PM @narendramodi #StatueOfUnity pic.twitter.com/sTlK04aw5Q
सरदार पटेल में कौटिल्य की कूटनीति और शिवाजी के शौर्य का समावेश था: PM @narendramodi pic.twitter.com/hqXc66Mfyt
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उन्होंने 5 जुलाई, 1947 को रियासतों को संबोधित करते हुए कहा था कि-
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“विदेशी आक्रांताओं के सामने हमारे आपसी झगड़े, आपसी दुश्मनी, वैर का भाव, हमारी हार की बड़ी वजह थी। अब हमें इस गलती को नहीं दोहराना है और न ही दोबारा किसी का गुलाम होना है” : PM @narendramodi
सरदार साहब के इसी संवाद से, एकीकरण की शक्ति को समझते हुए उन्होंने अपने राज्यों का विलय कर दिया। देखते ही देखते, भारत एक हो गया: PM @narendramodi
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सरदार साहब के आह्वान पर देश के सैकड़ों रजवाड़ों ने त्याग की मिसाल कायम की थी। हमें इस त्याग को भी कभी नहीं भूलना चाहिए: PM @narendramodi #StatueOfUnity
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जिस कमज़ोरी पर दुनिया हमें उस समय ताने दे रही थी, उसी को ताकत बनाते हुए सरदार पटेल ने देश को रास्ता दिखाया। उसी रास्ते पर चलते हुए संशय में घिरा वो भारत आज दुनिया से अपनी शर्तों पर संवाद कर रहा है, दुनिया की बड़ी आर्थिक और सामरिक शक्ति बनने की तरफ आगे बढ़ रहा है: PM @narendramodi
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कच्छ से कोहिमा तक, करगिल से कन्याकुमारी तक आज अगर बेरोकटोक हम जा पा रहे हैं तो ये सरदार साहब की वजह से, उनके संकल्प से ही संभव हो पाया है: PM @narendramodi #StatueOfUnity
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सरदार साहब ने संकल्प न लिया होता, तो आज गीर के शेर को देखने के लिए, सोमनाथ में पूजा करने के लिए और हैदराबाद चार मीनार को देखने के लिए हमें वीज़ा लेना पड़ता।
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सरदार साहब का संकल्प न होता, तो कश्मीर से कन्याकुमारी तक की सीधी ट्रेन की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी: PM @narendramodi
सरदार साहब का संकल्प न होता, तो सिविल सेवा जैसा प्रशासनिक ढांचा खड़ा करने में हमें बहुत मुश्किल होती: PM @narendramodi
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देश के लोकतंत्र से सामान्य जन को जोड़ने के लिए वो हमेशा समर्पित रहे।
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महिलाओं को भारत की राजनीति में सक्रिय योगदान का अधिकार देने के पीछे भी सरदार पटेल का बहुत बड़ा रोल रहा है: PM @narendramodi #StatueOfUnity
ये प्रतिमा, सरदार पटेल के उसी प्रण, प्रतिभा, पुरुषार्थ और परमार्थ की भावना का प्रकटीकरण है।
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ये प्रतिमा उनके सामर्थ्य और समर्पण का सम्मान तो है ही, ये New India, नए भारत के नए आत्मविश्वास की भी अभिव्यक्ति है: PM @narendramodi
ये ऊंचाई, ये बुलंदी भारत के युवाओं को ये याद दिलाने के लिए है कि भविष्य का भारत आपकी आकांक्षाओं का है, जो इतनी ही विराट हैं। इन आकांक्षाओं को पूरा करने का सामर्थ्य और मंत्र सिर्फ और सिर्फ एक ही है- एक भारत, श्रेष्ठ भारत : PM @narendramodi
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Statue of Unity हमारे इंजीनियरिंग और तकनीकि सामर्थ्य का भी प्रतीक है। बीते करीब साढ़े तीन वर्षों में हर रोज़ कामगारों ने, शिल्पकारों ने मिशन मोड पर काम किया है।
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राम सुतार जी की अगुवाई में देश के अद्भुत शिल्पकारों की टीम ने कला के इस गौरवशाली स्मारक को पूरा किया है: PM
आज जो ये सफर एक पड़ाव तक पहुंचा है, उसकी यात्रा 8 वर्ष पहले आज के ही दिन शुरु हुई थी। 31 अक्टूबर 2010 को अहमदाबाद में मैंने इसका विचार सबके सामने रखा था: PM @narendramodi
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करोड़ों भारतीयों की तरह तब मेरे मन में एक ही भावना थी कि जिस व्यक्ति ने देश को एक करने के लिए इतना बड़ा पुरुषार्थ किया हो, उसको वो सम्मान आवश्य मिलना चाहिए जिसका वो हकदार है: PM @narendramodi
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आज का सहकार आंदोलन जो देश के अनेक गांवों की अर्थव्यवस्था का मजबूत आधार बन चुका है, ये सरदार साहब की ही देन है: PM @narendramodi
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सरदार पटेल का ये स्मारक उनके प्रति करोड़ों भारतीयों के सम्मान, हमारे सामर्थ्य, का प्रतीक तो है ही, ये देश की अर्थव्यवस्था, रोज़गार निर्माण का भी महत्वपूर्ण स्थान होने वाला है। इससे हज़ारों आदिवासी बहन-भाइयों को हर वर्ष सीधा रोज़गार मिलने वाला है: PM @narendramodi
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सतपुड़ा और विंध्य के इस अंचल में बसे आप सभी जनों को प्रकृति ने जो कुछ भी सौंपा है, वो अब आधुनिक रूप में आपके काम आने वाला है। देश ने जिन जंगलों के बारे में कविताओं के जरिए पढ़ा, अब उन जंगलों, उन आदिवासी परंपराओं से पूरी दुनिया प्रत्यक्ष साक्षात्कार करने वाली है: PM
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सरदार साहब के दर्शन करने आने वाले टूरिस्ट सरदार सरोवर डैम, सतपुड़ा और विंध्य के पर्वतों के दर्शन भी कर पाएंगे: PM @narendramodi
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कई बार तो मैं हैरान रह जाता हूं, जब देश में ही कुछ लोग हमारी इस मुहिम को राजनीति से जोड़कर देखते हैं। सरदार पटेल जैसे महापुरुषों, देश के सपूतों की प्रशंसा करने के लिए भी हमारी आलोचना होने लगती है। ऐसा अनुभव कराया जाता है मानो हमने बहुत बड़ा अपराध कर दिया है: PM @narendramodi
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सरदार पटेल चाहते थे कि भारत सशक्त, सुदृढ़, संवेदनशील, सतर्क और समावेशी बने। हमारे सारे प्रयास उनके इसी सपने को साकार करने की दिशा में हो रहे हैं: PM @narendramodi pic.twitter.com/bqLV9v2Lv9
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हम देश के हर बेघर को पक्का घर देने की भगीरथ योजना पर काम कर रहे हैं।
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हमने उन 18 हजार गावों तक बिजली पहुंचाई है, जहां आजादी के इतने वर्षों के बाद भी बिजली नहीं पहुंची थी।
हमारी सरकार सौभाग्य योजना के तहत देश के हर घर तक बिजली कनेक्शन पहुंचाने के लिए काम कर रही है: PM
देश के हर गांव को सड़क से जोड़ने, डिजिटल कनेक्टिविटी से जोड़ने का काम भी तेज गति से किया जा रहा है।
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देश में आज हर घर में गैस कनेक्शन पहुंचाने के प्रयास के साथ ही देश के हर घर में शौचालय की सुविधा पहुंचाने पर काम हो रहा है: PM @narendramodi
आज देश के लिए सोचने वाले युवाओं की शक्ति हमारे पास है। देश के विकास के लिए, यही एक रास्ता है, जिसको लेकर हमें आगे बढ़ना है। देश की एकता, अखंडता और सार्वभौमिकता को बनाए रखना, एक ऐसा दायित्व है, जो सरदार साहब हमें देकर गए हैं: PM @narendramodi
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हमारी जिम्मेदारी है कि हम देश को बांटने की हर तरह की कोशिश का पुरजोर जवाब दें। इसलिए हमें हर तरह से सतर्क रहना है। समाज के तौर पर एकजुट रहना है: PM @narendramodi
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