The vision for 400+ seats for N.D.A. will enable India to become the 3rd largest economy on the back of solid decision-making & robust policy implementation
The last 10 years have seen unprecedented investments in Odisha, and we aim to make Odisha the gateway of an Atmanirbhar & Viksit Bharat
The PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana aims to facilitate self-sufficiency in electricity generation and provision, aiming to provide 300 units of free electricity to all
The members of the I.N.D.I alliance have become roadblock to the development of India, whose motto is 'Family First.
My duty is to work for the empowerment of all, and all the people of Odisha are Modi ka Parivar

जय जगन्नाथ ! जय जगन्नाथ ! जय जगन्नाथ !

जय मां बिरजा ! जय सियाराम !

एति उपस्तिथा समस्त भाई, भौनि मनंकु मोरा नमस्कार ! आज देश के लिए जीवन समर्पित करने वाले, विजनरी नेता, बीजू पटनायक जी की जन्म जयंती है। आज पूरा देश उन्हें आदर के साथ याद कर रहा है। ये संयोग है कि आज मुझे ओडिशा की धरती से ही उन्हें नमन करने का अवसर मिला है। मैं बीजू पटनायक जी को आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

इतनी विशाल संख्या में…जहां भी मेरी नजर जाती है, उत्साह और उमंग से भरे मेरे भाई-बहन दिखाई दे रहे हैं। इतनी विशाल संख्या में आपका यहां आना, पूरब का मूड दिखाता है, ओडिशा का संकल्प क्या है, ये आज साफ-साफ नजर आ रहा है। और ये संकल्प है- अबकी बार...400 पार ! अबकी बार… अबकी बार… अबकी बार...। 400 पार का संकल्प- भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाने वाला है। 400 पार का संकल्प- देश में एक मजबूत और निर्णायक फैसले लेने वाली सरकार फिर एक बार बनाने के लिए है। 400 पार का संकल्प, किसान, नौजवान, नारीशक्ति और गरीबों का जीवन बदलने के लिए है। इसमें पूर्वी भारत की, ओडिशा की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। जरा एसपीजी के लोग…ये दो बच्चे कुछ चित्र लेकर आए हैं, अगर उनको एतराज न हो, देना चाहते हैं तो एसपीजी के लोग जरा कलेक्ट कर लें। वर्ना ये ऐसे ही हाथ…उनके हाथ को दर्द होता रहेगा। आपके प्यार के लिए, आपके शुभकामनाओं के लिए…पीछे अपना एड्रेस लिख दीजिए, मैं चिट्ठी लिखूंगा। आप पीछे अपना एड्रेस लिख दीजिए। जरा एसपीजी के लोग कलेक्ट कर लीजिए उनसे। अपना अता-पता लिख दीजिए भैया। लिख दिया है…तो लिख दीजिए। मैं जरूर आपको चिट्ठी लिखूंगा। अब हाथ नीचे करिए, दर्द हो जाएगा। ओडिशा की धरती में तो रग-रग कला भरी पड़ी है जी।    

साथियों, 

बीते 10 वर्षों से भाजपा सरकार, यहां ओडिशा में अभूतपूर्व निवेश कर रही है। हमारा प्रयास है कि ओडिशा, विकसित भारत का भी गेटवे बने। एक प्रकार से ओडिशा, विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत को ऊर्जा दे रहा है। पाइप से घरों में सस्ती गैस देना हो, सीएनजी आधारित यातायात हो, गैस आधारित इंडस्ट्री हो, इसके बड़े उद्योग ओडिशा में लग रहे हैं। यहां से गैस पाइपलाइन, पूर्वी भारत के अनेक राज्यों तक पहुंच रही है। ओडिशा पॉलीस्टर का भी एक बड़ा केंद्र बन रहा है। टेक्स्टाइल पार्क्स के लिए रॉ मटीरियल भी यहीं बन रहा है। 10 वर्षों में सिर्फ पेट्रोकेमिकल सेक्टर में ही ओडिशा में 2 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश हुआ है। ज्यादा निवेश मतलब नौकरी के ज्यादा मौके, नौकरी के ज्यादा अवसर। यानि ये विकास कार्य, ओडिशा के नौजवानों का भाग्य बदलने वाले हैं। 

साथियों,

आज जो ये विकास के बड़े-बड़े काम हो रहे हैं, ये पहले भी हो सकते थे। लेकिन 2014 से पहले के वर्षों में, कांग्रेस और उसके साथियों का पूरा ध्यान सिर्फ और सिर्फ अपनी तिजोरी में नोट भरने में लगा रहा। जो कांग्रेस सरकार, कोयले को लूट कर खा जाए, वो गरीबों को मुफ्त खाना खिलाने के बारे में कैसे सोच सकती है? जो कांग्रेस सरकार, यूरिया में घोटाला कर दे, वो किसानों को सस्ती दर पर यूरिया कैसे उपलब्ध कराती? जो कांग्रेस सरकार, भर्तियों में भी घोटाला कर दे, वो देश के नौजवानों को कैसे नौकरी देती?

साथियों, 

आजादी के बाद से ही कांग्रेस ने देश में ऐसी व्यवस्थाओं का निर्माण किया, जिसमें गरीब पर, नौजवान पर, आदिवासियों पर अविश्वास पैदा हो। गरीब, कांग्रेस सरकार से कुछ भी मदद मांगने जाता था तो कांग्रेस सरकार कहती थी...कुछ गारंटी लेकर आओ। उस समय रिवाज था हर किसी से गारंटी मांगी जाती थी। बैंक में खाता खोलना है...कांग्रेस कहती थी गारंटी लाओ। बैंक से रोजगार के लिए कर्ज चाहिए... कांग्रेस कहती थी गारंटी लाओ। नौकरी के लिए अप्लाई करना हो... कांग्रेस कहती थी किसी अफसर की गारंटी लाओ। अब संयोग देखिए कि 2014 के बाद एक गरीब का बेटा केंद्र सरकार में आ गया। और जब एक गरीब का बेटा प्रधानमंत्री बना तो उसने कहा- गरीब की सबसे बड़ी गारंटी मोदी बनेगा। जिस गरीब के पास गारंटी देने के लिए कुछ नहीं था, उसकी गारंटी मोदी ने ले ली।। हमने जनधन बैंक खाते खोले। मोदी सबकी गारंटी बना। पहले बहनों के नाम पर कोई प्रॉपर्टी नहीं होती थी। गरीब, दलित, ओबीसी, आदिवासी, के पास बैंक को देने के लिए क्या था? हमने बिना गारंटी लोन देने वाली मुद्रा योजना शुरु की। पहले हमारे विश्वकर्मा साथियों की गारंटी लेने वाला भी कोई नहीं था। हमने पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत उनकी गारंटी ली, उन्हें बैंक से मदद दिलाई। ऐसी योजनाओं की वजह से ही आज गरीब का आत्मविश्वास बढ़ा है, उसे ऐहसास हुआ है कि सरकार उसके साथ है। मोदी गरीब के साथ है। 

साथियों, 

जिन्हें कभी किसी ने नहीं पूछा, उन्हें मोदी ने पूछा है। ओडिशा में अनेक ऐसी जनजातियां हैं, जो सबसे पिछड़ी हुई हैं। इन जनजातियों की सुध किसी ने नहीं ली। मोदी ने पहली बार इन आदिवासी बहन-भाइयों के लिए भी, 24 हजार करोड़ रुपए की पीएम-जनमन योजना शुरु की है। रेहड़ी-फुटपाथ-ठेले काम करने वालों को भी परेशान हाल छोड़ दिया गया था। आज उन्हें भी पीएम स्वनिधि योजना से लाभ मिल रहा है। हमारे छोटे किसानों तक सरकारी योजना का लाभ पहुंचता ही नहीं था। आज पीएम स्वनिधि योजना के तहत उन्हें भी पैसा मिल रहा है। हमारे मछुआरे साथियों के हिस्से में तो कुछ भी नहीं आता था। पहली बार उनके लिए अलग मंत्रालय, उनके लिए अलग बजट हमने बनाया। पहली बार उनके लिए पीएम मत्स्य संपदा योजना बनाई। पक्का घर, घर पर नल से जल, गैस कनेक्शन- ये कभी गरीब के लिए तो सपना होता था। आज वो हकीकत बन रहा है। जब ऐसे काम होते हैं, तभी लोग कहते हैं- जब ऐसे काम होते हैं, तभी लोग कहते हैं- जहां दूसरों से उम्मीद खत्म हो जाती है, वहां से मोदी की गारंटी शुरु होती है। मेरे नौजवान साथियों, आपका ये उत्साह, आपका ये उमंग, आपका ये प्यार मेरे सर आंखों पर। मैं आपका ये प्यार कभी भूल नहीं सकता हूं। आपका ये जोश मुझे भी काम करने की प्रेरणा देता है। साथियों, मैं आपका जितना धन्यवाद करूं उतना कम है। 

मेरे साथियों बोलिए…भारत माता की। दोनों हाथ ऊपर करके मुट्ठी बंद करके बोलिए… भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की। अब मैं एक महत्वपूर्ण बात आपको बताना चाहता हूं। बताऊं? याद रखोगे, ये आपके फायदे वाली है। फायदा उठाओगे, देखिए ओडिशा तो हमारा भगवान सूर्यदेव की भूमि है। सूर्यदेव की प्रेरणा से ही मोदी ने देश को एक और गारंटी दी है। सुनिए, ये आपके काम की बात लेकर आया हूं। और मोदी की गारंटी है मुफ्त बिजली देने की। जीरो बिल। और घर में बिजली तो आएगी, लेकिन ज्यादा बिजली होने पर बेचकर कमाई भी होगी। भाजपा सरकार ने पीएम सूर्यघर- मुफ्त बिजली योजना बनाई है। घर की छत पर सोलर पैनल लगाकर 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली मिलेगी। हर परिवार अपनी ज़रूरत पूरी करके, अतिरिक्त बिजली सरकार को बेच भी सकेगा। यही नहीं, हम किसानों को, अन्नदाता को भी ऊर्जादाता बना रहे हैं। वे भी खेत की मेढ पर या खाली ज़मीन पर सोलर पैनल लगा सकते हैं।

साथियों,

मोदी, भारत को विकसित बनाने का संकल्प ले रहा है- ताकि देश का हर परिवार, हर नौजवान का भविष्य समृद्ध हो। साथियों, आपका जोश मुझे मंजूर है। अब आप इससे आगे तो आ नहीं सकते हो…आपका इतना उत्साह है, इतना जोश है…कि यहां छोड़ो, दिल्ली में कुछ लोगों की नींद खराब हो जाती है। आपके प्यार का कोई जवाब नहीं है दोस्तों…मेरे पास आपके उत्साह के लिए धन्यवाद कहने जैसा शब्द भी छोटा पड़ रहा है। साथियों, ये भगवान जगन्नाथ की कृपा के बिना इतना प्यार किसी इंसान को नहीं मिल सकता। ये भगवान जगन्नाथ की कृपा है कि आप मुझे इतना प्यार दे रहे हैं, इतना आशीर्वाद दे रहे हैं।  

साथियों,

हमने मुफ्त राशन वाली योजना…यहां जो मेरे गरीब परिवार के भाई-बहन हैं, मोदी जो मुफ्त राशन भेजता है वो मिलता है न? मुफ्त राशन मिलता है न? समय पर मिलता है न? अच्छी क्वालिटी का मिलता है न? गरीब का पेट भरता है कि नहीं भरता है, गरीब के घर का चूल्हा जलता है कि नहीं जलता है। और इसीलिए मोदी को आशीर्वाद मिलता है, और इसीलिए मोदी ने कहा है कि ये गरीब को राशन वाली योजना अगले 5 साल के लिए आगे बढ़ा दी जाएगी। साथियों, हम हर घर तक नल से जल पहुंचाने के लिए भी तेजी से काम कर रहे हैं। हम गांव-गांव में महिला स्वयं सहायता समूहों को मदद दे रहे हैं ताकि हमारी बहनें, लखपति दीदी बनें। मैं देशभर में 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने के लिए काम कर रहा हूं। गांव-गांव लखपति दीदी बनेगी। लेकिन साथियों, इंडी गठबंधन के भ्रष्टाचारियों को ये पसंद नहीं आ रहा। इन लोगों के पास हमारे संकल्पों, हमारी सिद्धियों, हमारी नीति और हमारी निष्ठा के जवाब में कुछ नहीं है। इसलिए इंडी गठबंधन के लोगों ने अब मोदी पर हमले और बढ़ा दिए हैं। ये कह रहे हैं कि मोदी का परिवार नहीं है, इसलिए मोदी को हटाना है। इंडी गठबंधन के ये परिवारवादी कहते हैं कि इनकी लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है। अगर ये वाकई विचारधारा की लड़ाई है तो इंडी गठबंधन वाले जरा कान खोलकर सुन लो…पैर जमीन पर आ जाएंगे। आपकी विचारधारा, इंडी गठबंधन की विचारधारा है- फैमिली फर्स्ट, परिवार प्रथम। मोदी की विचारधारा है- नेशन फर्स्ट, राष्ट्र प्रथम। ये लोग सिर्फ अपने परिवार के लिए ही जीते हैं और मोदी- भारत के हर परिवार के लिए खटता है, खपता है। ये परिवारवादी, अपने बेटे-बेटियों, नाती-पोतों, भाई-भतीजों के फ्यूचर की ही सोचते हैं। ये इंडी गठबंधन भी इसीलिए बनाया गया है। लेकिन मोदी, देश के करोड़ों बेटे-बेटियों का बेहतर भविष्य बनाने के लिए डटा है। इसलिए, इंडी गठबंधन के परिवारवादी कहते हैं, उनका लक्ष्य एक ही है, मोदी को हटाना है। जबकि मोदी का लक्ष्य भारत को तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाना है, भारत को विकसित बनाना है। इन्होंने अपने बच्चों के लिए ही महल बनाए हैं। जबकि मोदी ने अपने गरीब से गरीब परिवार के बच्चों के लिए पक्के घर बनाए हैं। परिवारवादियों ने सत्ता में रहते हुए, अपने परिवार की गरीबी हटाई है। मोदी के सेवाकाल में 25 करोड़ परिवारजनों ने खुद को गरीबी से बाहर निकाला है।

इसलिए मैं कहता हूं- 

साथियों, इसलिए मैं कहता हूं-मेरा भारत- मेरा परिवार ! मेरा भारत- मेरा परिवार ! मेरा भारत- मेरा परिवार !

यही बात इन परिवारवादियों को खटक रही है। लेकिन मैं देख रहा हूं, कल से ही देश का हर गरीब, हर किसान, हर नौजवान, हर बहन-बेटी कह रही है-

मैं हूं मोदी का परिवार ! 

मैं हूं मोदी का परिवार ! 

आप मेरे साथ बोलिए...

मुन् मोदी परिवार र

मुझे विश्वास है कि, भारत के हर परिवार को सशक्त करने के लिए, आपका आशीर्वाद हमें लगातार मिलता रहेगा। ओडिशा में आप सभी ज्यादा से ज्यादा कमल खिलाएं। आप यहां इतनी बड़ी संख्या में आए, इसके लिए आपका बहुत-बहुत आभार ! सब अपना हमारे ओडिशा के उज्ज्वल भविष्य के लिए अपने मोबाइल फोन को निकालिए, मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट चालू कीजिए। यहां पर भी बैठे लोग मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट चालू करें। ये रोशनी ओडिशा के उज्ज्वल भविष्य के लिए है। ये चमकते तारे भारत का भाग्य बदलने के लिए है। ये हर नौजवान की ऊर्जा देश को नई ऊर्जा देने वाली है। 

पूरी ताकत से मेरे साथ बोलिए…जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ। 

भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की। 

बहुत-बहुत धन्यवाद। 

 

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।