If you want to know what is Rajasthan's relation with Kashmir, then go to the homes of the brave martyrs of Rajasthan and ask! : PM Modi’s Attack on the Opposition
I say- Remove corruption. They say – Save the corrupt: PM Modi taking a sharp jibe at the Opposition
Now we are working to create 3 crore Lakhpati Didis in the country!: PM Modi at the Karauli rally
We have started the National Mission for Oil Seeds, and Karauli-Dholpur will play a big role in this also: PM Modi

राम राम सा। 

नवरात्रि के इन पवित्र दिनों में मुझे कैला मैया के चरणों में प्रणाम करने का अवसर मिला है। मैं मेहंदीपुर बालाजी, मदन मोहन जी और भगवान महावीर जी को भी प्रणाम करता हूँ। आज महान समाज सुधारक महात्मा फुले जी की जन्म जयंती भी है। मैं उनकी पुण्यस्मृति को भी नमन करता हूँ!

साथियों, 

करौली-धौलपुर की ये धरती भक्ति और शक्ति की धरती है। करौली उस बृज का क्षेत्र है, जहां की रज भी सिर पर धारण करते हैं। यहाँ आपका ये आशीर्वाद, इतनी बड़ी संख्या में पधारे मेरे युवा साथी और शक्ति स्वरुपा माताओं-बहनों का ये स्नेह, देश के लिए बड़ा संदेश है। 4 जून को क्या परिणाम होगा, वो आज करौली में स्पष्ट दिख रहा है। करौली बता रहा है- 4 जून.., 400 पार! 4 जून.., 400 पार! 4 जून.., 400 पार! पूरा राजस्थान कह रहा है- फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार!

साथियों,

2024 का लोकसभा चुनाव कौन सांसद बनेगा या कौन नहीं बस सकता, इतने भर का नहीं है। ये चुनाव विकसित भारत के संकल्प को नई ऊर्जा देने का चुनाव है। पिछले 10 वर्षों में बीजेपी ने उन समस्याओं के समाधान निकाले, जिन समस्याओं के आगे काँग्रेस ने हाथ खड़े कर दिए थे। काँग्रेस दशकों तक गरीबी हटाओ का नारा देती रही। लेकिन मोदी ने 25 करोड़ देशवासियों को गरीबी से बाहर निकालने का काम किया। काँग्रेस ने किसानों को उनके हाल पर छोड़ दिया। लेकिन, भाजपा सरकार निरंतर किसानों को समृद्ध बनाने के लिए काम कर रही है। आज देश के 10 करोड़ किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि मिल रही है। करौली-धौलपुर के सवा तीन लाख से ज्यादा किसानों के खातों में भी सात सौ करोड़ रुपये से अधिक भेजे गए हैं। पहली बार किसी सरकार ने पशुधन की भी इतनी चिंता की है। करौली में 80 हजार से ज्यादा किसानों के पशुधन को खुरपका-मुंहपका के डेढ़ लाख से ज्यादा टीके मोदी सरकार ने लगवाए हैं। जब कोरोना में मुफ्त में टीके लगवाए तो चारों तरफ वाहवाही होती थी। लेकिन आपको जानकर के खुशी होगी कि पशुओं का भी मुफ्त टीकाकरण का भी अभियान हजारों करोड़ रुपये खर्च करके किया जा रहा है।

साथियों,

यह हमारा राजस्थान, यह तो मोटे अनाज...जैसा बाजरा, ज्वार, सावां, कोदो-कुटकी जैसे श्रीअन्न की पैदावार में सबसे आगे है। पहले मोटे अनाज पैदा करने वाले हमारे किसान भाई-बहनों को कोई पूछता नहीं था। हमने मिलेट मिशन चलाया। और हमने दुनिया को समझाया कि कि हमारा जो मोटा अनाज है ना, ये सुपर फूट है सुपर फूड। और हमने उसका नाम भी, क्योंकि देश के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नाम थे, तो आज वही मोटे अनाज श्रीअन्न के नाम से जाने जा रहा है और पूरी दुनिया में उनकी मांग बढ़ रही है। आपको जानकर खुशी होगी पिछले वर्ष अमेरिका में वाइट हाउस में राष्ट्रपति जी ने मुझे निमंत्रण दिया था। और उन्होंने बहुत बड़ा भोज रखा था। और जानकर खुशी होगी, उस भोज में सब कुछ वेजीटेरियन था। इतना ही नहीं, उसमें हमारा मोटा अनाज था। ये सुपर फूड, ये मोटा अनाज दुनिया में अपनी नई जगह बना रहा है। इससे राजस्थान के किसानों को इसका बहुत बड़ा लाभ होने वाला है। हमने नेशनल मिशन फॉर आयल सीड शुरू किया हैं, इसमें भी करौली-धौलपुर की बहुत भूमिका होगी।

साथियों,

काँग्रेस ने दलितों-आदिवासियों और महिलाओं को भी ना कभी अवसर दिये, ना सम्मान दिया। भाजपा ने देश के 50 करोड़ से ज्यादा गरीबों के जन-धन खाते खुलवाए। हमने 11 करोड़ परिवारों के लिए शौचालय बनवाए। भाजपा सरकार ने 4 करोड़ गरीबों को पक्के घर दिये। और इनमें से अधिकांश लाभार्थी समाज के वंचित वर्ग के लोग हैं। ज़्यादातर पीएम आवास घर की महिलाओं के नाम पर हैं। भाजपा ने करोड़ों बहनों को उज्ज्वला सिलैंडर देकर उन्हें धुएँ से बचाया है। अब हम देश में 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने के लिए काम कर रहे हैं! मुझे बताइये, ये सारे काम जो मैं बोल रहा हूं, ये काम पहले नहीं होने चाहिए थे कि नहीं होने चाहिए थे? देश आजाद होने के तुरंत बाद ये  काम करने चाहिए थे कि नहीं करने चाहिए थे। ये काम भी नहीं किया इन्होंने। ये काम भी मुझे करना पड़ रहा है। 

साथियों

हमारे दलितों, आदिवासियों और महिलाओं की कितनी पीढ़ियों की जिंदगी काँग्रेस की उपेक्षा के कारण तकलीफ से गुजर गई। लेकिन आज गरीब का बेटा 10 साल से प्रधानसेवक है, तो गरीब को कितनी ही परेशानियों से मुक्ति मिली है। साथियों, आपको पता है विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिए मेरा हर पल, हर क्षण देश के लिए है। पल-पल आपके नाम। हर पल देश के नाम। और इसलिए मैं तो कहता हूं 24 बाय 7,  24 बाय 7 फॉर 2047। 

साथियों, 

जो लोग हमारा घोर विरोध करते हैं। ये परिवारवाद और भ्रष्टाचार के दलदल में डूबी काँग्रेस जनता की मजबूरियों में मुनाफा खोजती है। राजस्थान में पानी के संकट को बड़ा बनाने वाली कांग्रेस ही है। केंद्र सरकार ने हर घर पानी पहुंचाने के लिए जलजीवन मिशन शुरू किया। उसमें भी काँग्रेस ने भ्रष्टाचार किया। आज हमारे प्रयासों से करौली-धौलपुर के डेढ़ लाख घरों में पानी पहुंचा है। और अभी भजनलाल जी बड़ा विस्तार से वर्णन कर रहे थे, जिस ERCP प्रोजेक्ट को काँग्रेस सरकार ने वर्षों से लटकाया था, उसे भी भजनलाल जी की सरकार ने 100 दिन के भीतर ही पास करवा दिया। और इसका बड़ा लाभ करौली-धौलपुर को मिलेगा। हरियाणा के साथ हुये समझौते से राजस्थान के कई जिलों तक पानी पहुंचेगा। और मैं आपको बताना चाहता हूं। ये संभव इसलिए हुआ, क्योंकि हरियाणा में भी बीजेपी की सरकार है। और राजस्थान में आप बीजेपी सरकार लाए हैं। तो हमने मिलजुल कर के रास्ता निकाला। केंद्र सरकार सरकार में भी हम बैठे थे। 

आपको याद होगा, हिंदुस्तान में बहुत सारे राज्य हैं, जो पड़ौसी राज्य  के साथ पानी के मुद्दे पर पिछले 30-30, 40-40 साल से लड़ाई चल रही है। और पानी समंदर में जा रहा है और लड़ाई चल रही है। मुझे याद है गुजरात में नर्मदा योजना, हमने केनाल बनाई और बिना  कोई झगड़ा, बिना कोई मनमुटाव, गुजरात ने राजस्थान जो पानी मिलना चाहिए। वो केनाल बनते ही पानी देना शुरू कर दिया और गुजरात से सटे हुए जो जिले हैं, वहां पानी पहुंच गया। और मुझे याद है, उस समय भैरोंसिंह शेखावत, जसवंत सिंह जी गुजरात आए थे, मैं मुख्यमंत्री था। और उन्होंने मेरी बहुत बधाई की। बहुत अभिनंदन किया। मैंने कहा क्या है, आप तो मुझसे बड़े हैं। बोले जी, पानी देना कितनी बड़ी बात होती है और आपने पानी पहुंचाया है। राजस्थान कभी भी आपको भूलेगा नहीं। ये शब्द उस दिन थे। मैं गुजरात से आता हूं। पानी की दिक्कत क्या होती है, मैं भलीभांति समझता हूं। राजस्थान पानी की कैसी मुसीबतों से गुजरता है, मैं भलीभांति समझता हूं। और इसलिए, समस्या  का समाधान खोजने के लिए कोई न कोई रास्ते खोजते रहते हैं। हम हाथ जोड़कर बैठे नहीं रहते हैं। 

साथियों,

काँग्रेस ने जिस पानी में पैसा कमाने का पाप किया, बीजेपी ने उसे सेवा, ज़िम्मेदारी और जवाबदेही का काम मान करके पूरा किया। आने वाले समय में राजस्थान के घर-घर पानी पहुंचेगा, ये मोदी की गारंटी है। आपके सपने ही मेरा संकल्प हैं।

साथियों,

आप लोग मुझे भलीभांति जानते हैं। कितने साल हो गए मेरी ज़िंदगी करीबी से जानते हुए। आपने मैं कैसे काम कर रहा हूं, सब देखा है। आप सब ये जानते हैं कि मोदी आराम करने के लिए पैदा नहीं हुआ है। न ही मोदी मौज करने के लिए पैदा हुआ है। मोदी मेहनत करता है, क्योंकि मोदी के लक्ष्य बहुत बड़े हैं। और ऐसे लक्ष्य जो सिर्फ और सिर्फ मेरे देशवासियों से जुड़े हैं। आप सबसे जुड़े हैं। ऐसे लक्ष्य जो आपके बच्चों से, देश के युवाओं से जुड़े हैं। जबकि साथियों, काँग्रेस ऐसी पार्टी है जिसने युवाओं की नौकरी में भी लूट के मौके तलाशे हैं। यहां कांग्रेस सरकार के संरक्षण में पेपरलीक इंडस्ट्री, पेपरलीक इंडस्ट्री खड़ी हो गई थी। मोदी ने आपको गारंटी दी, बीजेपी सरकार आएगी, पेपरलीक माफिया जेल के भीतर दिखाई देंगे। आज मोदी की गारंटी भी पूरी हुई कि नहीं हुई। मोदी मोदी की गारंटी भी पूरी हुई कि नहीं हुई। आज राजस्थान ही नहीं, पूरे देश में भ्रष्टाचारियों पर कड़ी कार्रवाई हो रही है।  इसीलिए, इंडी अलायंस के लोग मोदी के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं। अब मजा देखिए, देश में क्या चल रहा है। एक तरफ मोदी है, जो कहता है- भ्रष्टाचार हटाओ। और दूसरी तरफ वो लोग हैं, जो कहते हैं- भ्रष्टाचारी बचाओ। ये सारे लोग, जो भ्रष्टाचारियों को बचाने निकले हैं ना,  कान खोलकर के सुन लें। मोदी को कितनी भी धमकियां दे दें...भ्रष्टाचारियों को जेल जाना ही पड़ेगा- ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

60 साल सत्ता संभालने वाली काँग्रेस के पापों की लिस्ट काफी लंबी है, लेकिन आज मैं राजस्थान की धरती से कांग्रेस का एक महापाप बताता हूं। ऐसा महापाप, जिसकी कोई माफी नहीं है, कोई प्रायश्चित्त नहीं है। ये महापाप है- राजस्थान के सम्मान और पहचान के साथ खिलवाड़ का। काँग्रेस ने राजस्थान में वोटबैंक के लिए तुष्टीकरण का गंदा खेल खेला। ये वो धरती है जो मदनमोहन जी के विग्रह की रक्षा के लिए अपने बलिदान देने के लिए तैयार हो गई थी। उसी धरती पर काँग्रेसी नेताओं ने तुष्टीकरण और भ्रष्टाचार के लिए मंदिरों को गिराकर उनकी ज़मीनें कब्जा कीं। यहाँ रामनवमी की शोभायात्रा पर पत्थर बरसाए जाते थे! जिस राजस्थान ने, जिस राजस्थान ने, धौलपुर ने अयोध्या में 500 साल के इंतज़ार के बाद बन रहे भव्य राममंदिर के लिए पत्थर भेजे, उसी राममंदिर पर काँग्रेस पार्टी के नेता कैसी-कैसी भाषा बोल रहे हैं। इन लोगों ने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का बहिष्कार तक किया। इंडी गठबंधन में इनकी साथी पार्टी सनातन को नष्ट करने की बात करती है। और ये काँग्रेस वाले उनके मौन समर्थन में खड़े रहते हैं। साथियों आप बताओ, कांग्रेस का ये पाप माफी लायक है क्या ? ऐसे पाप को माफ किया जा सकता है क्या। इन्हें सजा मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए? सजा मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए? और इस बार जब आप 19 तारीख को वोट देने जाएं ना, तो बटन दबाते समय, बटन ऐसे दबाइये, ताकि ये पापियों को सजा देने का आपको संतोष मिले।

साथियों, 

आप कांग्रेस नेताओं के बयानों से इनके मंसूबों का अंदाज लगा सकते हैं। काँग्रेस के शहजादे विदेश में कहते हैं कि भारत कोई राष्ट्र नहीं है। देश सर्जिकल स्ट्राइक करता है तो ये सेना से सबूत मांगते हैं। सेना के शौर्य को काँग्रेस के शहजादे खून की दलाली बोलते हैं। टुकड़े-टुकड़े गैंग के पीछे सबसे पहले काँग्रेस खड़ी होती है। कर्नाटक से काँग्रेस सांसद दक्षिण भारत को तोड़कर अलग करने की बात कर रहे हैं। और अब तो, काँग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष तक खुलेआम देश की एकता के सामने सवालिया निशान खड़ा कर रहे हैं। ऐसी भाषा बोल रहे हैं। ये विदेश की धरती पर जाकर कश्मीर का राग अलापते हैं, लेकिन जब मैं राजस्थान में कश्मीर की बात करता हूं तो ये पूछते हैं अगर कश्मीर से 370 हट गया, तो राजस्थान का क्या वास्ता? ये कांग्रेस अध्यक्ष ने यहां आकर बोला। कि भई कश्मीर तो दूर है। वहां से 370 हट गया तो इसमें राजस्थान का क्या वास्ता।

मैं जरा काँग्रेस पार्टी को बताना चाहता हूँ। जरा कान खोलकर के सुन लो। और आपके नेताओं को भी भेज देना मेरा वीडियो। कांग्रेस के नेता समझ लें, राजस्थान का कश्मीर से क्या वास्ता है, ये जानना है तो राजस्थान के बलिदानी वीर शहीदों के घर जाकर पूछो! उनके गाँव की मिट्टी बताएगी कि राजस्थान का कश्मीर से क्या वास्ता है! कश्मीर की धरती पर मेरे राजस्थान के अनेक वीर संतानों ने बलिदान दिए हैं और मुझसे पूछते हो कि क्या वास्ता है। इस मिट्टी के शहीदों की समाधियाँ तुम्हें बताएँगी, राजस्थान का कश्मीर से क्या रिश्ता है। सत्ता से दूर होकर इनकी सोच इतनी संकुचित हो गई है कि ये लोग राणा प्रताप की धरती से पूछते हैं कि कश्मीर का बाकी देश से क्या लेना-देना? आप कल्पना करिए, जब विपक्ष में रहकर इसकी सोच ऐसी है, तो ये सत्ता में देश की अखंडता और एकता के साथ क्या-क्या खिलवाड़ कर सकते हैं!

साथियों, 

यही कांग्रेस है जिसने भारत का एक द्वीप....तमिलनाडु के पास कच्चातीवू द्वीप को श्रीलंका को दे दिया था। इस देशविरोधी कुकृत्य को काँग्रेस बेशर्मी से जायज ठहरा रही है। कल ही काँग्रेस के एक बड़े नेता ने कहा है, कच्चातीवू द्वीप है, वो टापू है क्या वहां कोई रहता है क्या? रहता नहीं है तो क्या दे देनी है क्या। फिर तो रेगिस्तान को तुम क्या कहोगे कल। यही कहोगे कोई रहता है क्या। क्या कोई देश की सेवा ऐसे होती है क्या। ये तरीका है क्या। ये है इनकी मानसिकता! इनके लिए देश का खाली हिस्सा, सिर्फ जमीन का एक टुकड़ा है! कल ये कांग्रेसी, राजस्थान जैसे सीमावर्ती राज्य की खाली जमीन यही कहकर किसी भी देश को दे सकते हैं! कांग्रेस का सिर्फ इतिहास ही खतरनाक नहीं है, बल्कि कांग्रेस के इरादे भी खतरनाक हैं। 

साथियों,

करौली और धौलपुर में 19 अप्रैल को मतदान है। बीजेपी ने बहन इन्दुमती जाटव जी को अपना प्रत्याशी बनाया है। इन्दुमती जी के पास अपनी पार्टी के कामों की पहचान है। चंबल नदी पर बना पुल हो, दिल्ली-मुंबई एक्स्प्रेसवे हो, या अब धौलपुर से सरमथुरा तक बन रही ब्रॉड गेज रेललाइन हो, बीजेपी ने इस क्षेत्र के विकास को नई पहचान दी है। इंदुमती जी करौली-धौलपुर में विकास को और तेजी से आगे बढ़ाने के लिए आपकी प्रतिनिधि का काम करेंगी। और इसके लिए आपको 19 अप्रैल को, गर्मी कितनी ही क्यों ना हो, पहले मतदान, फिर जलपान। अच्छा, मतदान के, मतदान के पुराने रिकॉर्ड तोड़ोगे आप। अपने पोलिंग बूथ में पहले जो मतदान हुआ होगा, उससे ज्यादा मतदान कराकर उसका रिकॉर्ड तोड़ोगे। पक्का तोड़ोगे। मैं आपको एक चैलेंज देता हूं...दे दूं। आपको एक चैलेंज देता हूं...दे दूं। क्या हम सभी पोलिंग बूथ जीत सकते हैं। सभी पोलिंग बूथ जीत सकते हैं। हमें सब सभी पोलिंग बूथ जीतने के लिए काम करना है। अभी एक सप्ताह हमारे पास है। पोलिंग बूथ जीतने के लिए पूरी ताकत लगाइये। करेंगे। पक्का करेंगे। अच्छा मेरा एक काम करेंगे। क्यों ठंडे पड़ गए। चुनाव के लिए तो सब करोगे। इंदूजी के लिए सब करोगे। लेकिन मोदी जी के लिए कुछ नहीं करोगे। अच्छा मेरा एक काम करोगे। लेकिन ये चुनाव वाला काम नहीं है। करोगे। पक्का। देखिए आप आने वाले दिनों में घर-घर जाना और जाकर के बताना कि अपने मोदी जी आए थे। उन्होंने आपको प्रणाम भेजा है। हर घऱ मेरा प्रणाम पहुंचेगा। याद रख करके पहुंचाओगे। पक्का।

मेरे साथ बोलिए

भारत माता की जय

भारत माता की जय

भारत माता की जय

बहुत-बहुत धन्यवाद।

 

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।