I applaud our vibrant & growing partnership in Trade & investment, defence, S&T, education, clean energy, health, innovation, and culture: PM
We have agreed to intensify our political dialogue and hold regular bilateral summits: PM
The conclusion of the civil nuclear agreement is a symbol of our mutual trust and our resolve to combat climate change: PM
Defence and security cooperation with the UK is a critical plank of bilateral engagements: PM
India and UK will deepen their financial sector collaboration with the Railway Rupee Bonds: PM
Our bilateral cooperation in clean energy will supplement India’s comprehensive & ambitious national plan on climate change: PM
I thank PM David Cameron for British support for India’s permanent membership of UNSC: PM

प्रधान मंत्री श्री कैमरोन,

मीडिया के सभी साथियो, 

प्रधान मंत्री कैमरोन, आपने संबंधों के प्रति जो भावना और दृष्टि दिखाई है उसके लिए मैं आपका आभार प्रकट करता हूं। आपने भारत ब्रिटेन के संबंधों को सशक्त करने में बड़ा योगदान दिया है।

मैं आपके गर्मजोशी से भरे स्वागत और भारत UK के संबंधों को सशक्त बनाने के आपके योगदान के लिए भी आपका धन्यवाद करता हूं।

आपके निमंत्रण के लिए, आपके गर्मजोशी से किए आदर सत्कार के लिए जिस प्रकार से आपने मेरे लिए समय दिया है उसके लिए भी मैं आभारी हूं।

UK की यात्रा पर आने पर मुझे बहुत प्रसन्नता है। यह संबंध भारत के लिए महत्वपूर्ण हैं। ऐतिहासिक तौर पर हम एक-दूसरे के भलीभांति परिचित हैं। हमारे लोगों के बीच संबंध अतुलनीय हैं। हमारे मूल्य एक समान हैं। और इससे हमारे संबंधों को विशेष स्वरूप मिला है। हर क्षेत्र में हमारी साझेदारी vibrant है। और हमारे संबंधों में निरंतर विस्तार हो रहा है – जैसे trade और investment, Defence और security, शिक्षा और विज्ञान, clean energy और स्वास्थ्य, technology और innovation, कला और संस्कृति।

अंतररष्ट्रीय स्तर पर हमारे साझे हित हैं, जो हम दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण हैं।

आज हमने निर्णय लिया है कि हम अपने Political Dialogue को और घनिष्ठ बनाएगें और नियमित रूप से Bilateral Summit करेंगे। हमारे साझे मूल्यों के आधार पर विश्व के अन्य क्षेत्रों में भी विकास के लिए साझेदारी को शुरू करेंगे। और साथ ही साथ हर क्षेत्र में अपने द्विपक्षीय सहयोग को गहरा बनाएंगे।

आज हमने Civil Nuclear Agreement पर हस्ताक्षर किए हैं। यह हमारे आपसी विश्वास का प्रतीक है। और हमने Climate change का सामना करने के लिए हमारे दृढ़ संकल्प का परिचय भी दिया है। भारत के Global Center for Clean Energy Partnerships में सहयोग पर समझौता हुआ है। इससे वैश्विक Nuclear Industry में safety और security और मजबूत होगी।

UK के साथ रक्षा और सुरक्षा सहयोग को हम बहुत मूल्यवान मानते हैं, जिसमें defence trade और नियमित joint exercises भी शामिल हैं। यह साझेदारी निरंतर बढ़ेटी रहेगी।

मुझे बहुत प्रसन्नता है कि फरवरी 2016 में भारत में होने वाली Internal Fleet Review में UK भी शामिल होगा। भारत Defence के आधुनिकीकरण पर बल दे रहा है। और इसके लिए हम Defence manufacturing में 'Make in India' के मिशन को प्राथमिकता दे रहे हैं। मेरा विश्वास है कि UK इसमें एक महत्वपूर्ण साझेदार होगा।

Economic partnership हमारे संबंधों एक अहम और मजबूत स्तंभ है। मेरा विश्वास है कि यह संबंध आने वाले समय बड़ी तेजी से आगे बढेंगे क्योंकि मैं भारत में आपार संभावनाएं हैं और ब्रिटेन में आर्थिक क्षमता और सामर्थय है। UK भारत में तीसरा बड़ा निवेशक है। भारत UK में जितना निवेश करता है वो बाकि EU देशों में निवेश से अधिक है। भारत में UK के निवेश के प्रस्ताव के लिए हमने भारत में एक fast track mechanism की व्यवस्था बनाने का निर्णय लिया है। हम India UK CEO form के पुनर्गठन का स्वागत करते हैं।

London के financial market का हम funds raise करने के लिए और अधिक प्रयोग करेंगे। मेरे लिए प्रसन्नता का विषय है कि हम भारतीय रेल के लिए लंदन में रेलवे rupee bond जारी करने जा रहे हैं। यह एक तरह से स्वाभाविक कि भारतीय रेल की यात्रा यहीं से शुरू हुई थी।

अगले दो दिनों में हमारे business sector के साथ होने वाली engagements का मैं उत्सुकता के साथ इंतजार कर रहा हूं। और हम business sector से कई महत्वपूर्ण announcements की अपेक्षा करते हैं।

मुझे प्रसन्नता है कि हमारी सरकार और प्राइवेट सेक्टर दोनों के बीच हमारा clean energy और climate सहयोग में प्रगति हुई है। यह क्षेत्र महत्वपूर्ण भी है और इसमें आपार संभावनाएं भी हैं। भारत ने Climate change पर जो एक व्यापक महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय योजना बनाई है उससे हमारे द्वीपक्षीय सहयोग से लाभ पहुंचेगा। हम आशा करते हैं कि पैरिस में होने वाले सम्मेलन में UN convention on climate change के framework के अंतर्गत ठोस परिणाम निकलेंगे और विश्व एक sustainable और low कार्बन भविष्य के लिए एक निर्णायक रास्ता तय होगा।

आज हमने कई और क्षेत्रों में ठोस परिणाम निकले हैं जिसका भारत की राष्ट्रीय प्राथमिकता से संबंध है। इनमें स्मार्ट सिटीज़, स्वास्थ्य, river cleaning, skill और शिक्षा शामिल है। हम इस बात पर सहमत हैं कि सभी क्षेत्रों में हमारी साझेदारी के लिए technology, research और innovation में मजबूत नीव प्रदान करेंगे।

हम दोनों देश अपनी इस साझेदारी से जनता के लिए नए अवसर पैदा करेंगे और उनकी समद्धि बढ़ाएंगे। साथ ही साथ साझे हितों को प्राप्त कर पाएंगे और अपनी चुनौतियों का ठीक से सामना कर सकेंगे। जैसे एशिया में शांति और स्थिरता, विशेष करके दक्षिण और पश्चिम एशिया में; समुद्रीक सुरक्षा, साइबर सुरक्षा तथा आतंकवाद और अतिवाद।

इन सभी विषय पर मैं और प्रधान मंत्री Cameron आज और कल चैकरस में अपनी बात जारी रखेंगे।

अंत में, UN security council में भारत की स्थायी सदस्यता और अंतराष्ट्रीय export control regimes में भारत की सदस्यता के लिए ब्रिटेन के महत्वपूर्ण समर्थन के लिए प्रधान मंत्री Cameron जी का आभर व्यक्त करना चाहता हूं।

आज पार्लियामेंट में संबोधन करने का सम्मान मिला है। उसके बाद मैं India UK Business Summit को संबोधित करूंगा। इन दोनों अवसरों पर भारत और भारत – ब्रिटेन संबंधों पर और विस्तार से अपने विचार प्रकट करूंगा।

हमारे strategic partnership के लिए आज हमने एक Bold और महत्वाकांक्षी विजन रेखांकित किया है। और जो निर्णय हमने आज लिए हैं यह इस विजन को पाने के हमारे दृढ़विश्वास और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। आज के परिणामों से यह स्पष्ट होता है कि हमारे संबंध नई और ऊंचाइयों पर आज ही पहुंच चुके हैं।

Thank You.

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November 22, 2024

गुटेन आबेन्ड

स्टटगार्ड की न्यूज 9 ग्लोबल समिट में आए सभी साथियों को मेरा नमस्कार!

मिनिस्टर विन्फ़्रीड, कैबिनेट में मेरे सहयोगी ज्योतिरादित्य सिंधिया और इस समिट में शामिल हो रहे देवियों और सज्जनों!

Indo-German Partnership में आज एक नया अध्याय जुड़ रहा है। भारत के टीवी-9 ने फ़ाउ एफ बे Stuttgart, और BADEN-WÜRTTEMBERG के साथ जर्मनी में ये समिट आयोजित की है। मुझे खुशी है कि भारत का एक मीडिया समूह आज के इनफार्मेशन युग में जर्मनी और जर्मन लोगों के साथ कनेक्ट करने का प्रयास कर रहा है। इससे भारत के लोगों को भी जर्मनी और जर्मनी के लोगों को समझने का एक प्लेटफार्म मिलेगा। मुझे इस बात की भी खुशी है की न्यूज़-9 इंग्लिश न्यूज़ चैनल भी लॉन्च किया जा रहा है।

साथियों,

इस समिट की थीम India-Germany: A Roadmap for Sustainable Growth है। और ये थीम भी दोनों ही देशों की Responsible Partnership की प्रतीक है। बीते दो दिनों में आप सभी ने Economic Issues के साथ-साथ Sports और Entertainment से जुड़े मुद्दों पर भी बहुत सकारात्मक बातचीत की है।

साथियों,

यूरोप…Geo Political Relations और Trade and Investment…दोनों के लिहाज से भारत के लिए एक Important Strategic Region है। और Germany हमारे Most Important Partners में से एक है। 2024 में Indo-German Strategic Partnership के 25 साल पूरे हुए हैं। और ये वर्ष, इस पार्टनरशिप के लिए ऐतिहासिक है, विशेष रहा है। पिछले महीने ही चांसलर शोल्ज़ अपनी तीसरी भारत यात्रा पर थे। 12 वर्षों बाद दिल्ली में Asia-Pacific Conference of the German Businesses का आयोजन हुआ। इसमें जर्मनी ने फोकस ऑन इंडिया डॉक्यूमेंट रिलीज़ किया। यही नहीं, स्किल्ड लेबर स्ट्रेटेजी फॉर इंडिया उसे भी रिलीज़ किया गया। जर्मनी द्वारा निकाली गई ये पहली कंट्री स्पेसिफिक स्ट्रेटेजी है।

साथियों,

भारत-जर्मनी Strategic Partnership को भले ही 25 वर्ष हुए हों, लेकिन हमारा आत्मीय रिश्ता शताब्दियों पुराना है। यूरोप की पहली Sanskrit Grammer ये Books को बनाने वाले शख्स एक जर्मन थे। दो German Merchants के कारण जर्मनी यूरोप का पहला ऐसा देश बना, जहां तमिल और तेलुगू में किताबें छपीं। आज जर्मनी में करीब 3 लाख भारतीय लोग रहते हैं। भारत के 50 हजार छात्र German Universities में पढ़ते हैं, और ये यहां पढ़ने वाले Foreign Students का सबसे बड़ा समूह भी है। भारत-जर्मनी रिश्तों का एक और पहलू भारत में नजर आता है। आज भारत में 1800 से ज्यादा जर्मन कंपनियां काम कर रही हैं। इन कंपनियों ने पिछले 3-4 साल में 15 बिलियन डॉलर का निवेश भी किया है। दोनों देशों के बीच आज करीब 34 बिलियन डॉलर्स का Bilateral Trade होता है। मुझे विश्वास है, आने वाले सालों में ये ट्रेड औऱ भी ज्यादा बढ़ेगा। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि बीते कुछ सालों में भारत और जर्मनी की आपसी Partnership लगातार सशक्त हुई है।

साथियों,

आज भारत दुनिया की fastest-growing large economy है। दुनिया का हर देश, विकास के लिए भारत के साथ साझेदारी करना चाहता है। जर्मनी का Focus on India डॉक्यूमेंट भी इसका बहुत बड़ा उदाहरण है। इस डॉक्यूमेंट से पता चलता है कि कैसे आज पूरी दुनिया भारत की Strategic Importance को Acknowledge कर रही है। दुनिया की सोच में आए इस परिवर्तन के पीछे भारत में पिछले 10 साल से चल रहे Reform, Perform, Transform के मंत्र की बड़ी भूमिका रही है। भारत ने हर क्षेत्र, हर सेक्टर में नई पॉलिसीज बनाईं। 21वीं सदी में तेज ग्रोथ के लिए खुद को तैयार किया। हमने रेड टेप खत्म करके Ease of Doing Business में सुधार किया। भारत ने तीस हजार से ज्यादा कॉम्प्लायेंस खत्म किए, भारत ने बैंकों को मजबूत किया, ताकि विकास के लिए Timely और Affordable Capital मिल जाए। हमने जीएसटी की Efficient व्यवस्था लाकर Complicated Tax System को बदला, सरल किया। हमने देश में Progressive और Stable Policy Making Environment बनाया, ताकि हमारे बिजनेस आगे बढ़ सकें। आज भारत में एक ऐसी मजबूत नींव तैयार हुई है, जिस पर विकसित भारत की भव्य इमारत का निर्माण होगा। और जर्मनी इसमें भारत का एक भरोसेमंद पार्टनर रहेगा।

साथियों,

जर्मनी की विकास यात्रा में मैन्यूफैक्चरिंग औऱ इंजीनियरिंग का बहुत महत्व रहा है। भारत भी आज दुनिया का बड़ा मैन्यूफैक्चरिंग हब बनने की तरफ आगे बढ़ रहा है। Make in India से जुड़ने वाले Manufacturers को भारत आज production-linked incentives देता है। और मुझे आपको ये बताते हुए खुशी है कि हमारे Manufacturing Landscape में एक बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है। आज मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग में भारत दुनिया के अग्रणी देशों में से एक है। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा टू-व्हीलर मैन्युफैक्चरर है। दूसरा सबसे बड़ा स्टील एंड सीमेंट मैन्युफैक्चरर है, और चौथा सबसे बड़ा फोर व्हीलर मैन्युफैक्चरर है। भारत की सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री भी बहुत जल्द दुनिया में अपना परचम लहराने वाली है। ये इसलिए हुआ, क्योंकि बीते कुछ सालों में हमारी सरकार ने Infrastructure Improvement, Logistics Cost Reduction, Ease of Doing Business और Stable Governance के लिए लगातार पॉलिसीज बनाई हैं, नए निर्णय लिए हैं। किसी भी देश के तेज विकास के लिए जरूरी है कि हम Physical, Social और Digital Infrastructure पर Investment बढ़ाएं। भारत में इन तीनों Fronts पर Infrastructure Creation का काम बहुत तेजी से हो रहा है। Digital Technology पर हमारे Investment और Innovation का प्रभाव आज दुनिया देख रही है। भारत दुनिया के सबसे अनोखे Digital Public Infrastructure वाला देश है।

साथियों,

आज भारत में बहुत सारी German Companies हैं। मैं इन कंपनियों को निवेश और बढ़ाने के लिए आमंत्रित करता हूं। बहुत सारी जर्मन कंपनियां ऐसी हैं, जिन्होंने अब तक भारत में अपना बेस नहीं बनाया है। मैं उन्हें भी भारत आने का आमंत्रण देता हूं। और जैसा कि मैंने दिल्ली की Asia Pacific Conference of German companies में भी कहा था, भारत की प्रगति के साथ जुड़ने का- यही समय है, सही समय है। India का Dynamism..Germany के Precision से मिले...Germany की Engineering, India की Innovation से जुड़े, ये हम सभी का प्रयास होना चाहिए। दुनिया की एक Ancient Civilization के रूप में हमने हमेशा से विश्व भर से आए लोगों का स्वागत किया है, उन्हें अपने देश का हिस्सा बनाया है। मैं आपको दुनिया के समृद्ध भविष्य के निर्माण में सहयोगी बनने के लिए आमंत्रित करता हूँ।

Thank you.

दान्के !