When I meet global powers, it's not me but the power of 140 crore Indians that stands before them, says PM Modi in Uttara Kannada
Congress is planning to conduct an 'X-ray' of your properties, your possessions, your gold, 'Stree Dhan', Mangalsutras and what not: PM Modi

उत्तरा कन्नड़ा मट्टू धारवाड़ादा सोदारा सोदरियारिगे, नन्ना नमस्कारगड़ु! मैं श्री सिरसी मरिकांबा, श्री महाबलेश्वर स्वामी, श्री वादिराजा तीर्थ और श्री सिद्धारूढा मठ को भी श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं।

अच्छा, मैं हिंदी बोलूंगा तो चलेगा ना। इंटरप्रेटेशन की आवश्यकता नहीं है ना। चलिए ये आपका आशीर्वाद है। अच्छा ये मुझे बताइए ये चुनाव सभा है कि विजय सभा है। आपलोगों ने वातावरण तो ऐसा बना दिया है कि जैसे कर्नाटक में बीजेपी का अभूतपूर्व विजय आपलोगों ने तय कर दिया है। मैं जब गुजरात में मुख्यमंत्री था तो शायद आज से 16 साल पहले इस धरती को प्रणाम करने के लिए आया था। आपके आशीर्वाद मांगने आया था और तब से लेकर आया था और तब से लेकर अब तक आपने मुझे कभी भी खाली हाथ नहीं लौटाया है। आपका प्यार इतना है मैंने जब मांगा, जो मांगा, आपलोगों ने जीभरके दिया है। इस धूप में भी मैं देख रहा हूं, सारे लोग उधर धूप में बैठे हैं, ये तपस्या छोटी नहीं है जी। इतनी बड़ी तादाद में धूप में जो लोग बैठे हैं। यहां धूप में खड़े हैं। जो लोग धूप में तप रहे हैं, उन्हें मैं कहना चाहता हूं आपको जो असुविधा हुई इसके लिए मैं पार्टी की तरफ से क्षमा मांगता हूं। लेकिन आप जो इतने ताप में तप रहे हैं न आपकी तपस्या को मोदी बेकार नहीं जाने देगा। आप जो ये तपस्या कर रहे हैं, मैं विकास करके आपको अवश्य लौटाऊंगा।

भाइयों और बहनों,

आज मैं आप सभी से विकसित कर्नाटका के लिए, विकसित भारत के लिए आपका, पूरे कर्नाटका का आशीर्वाद मांगने आया हूं। और इतनी बड़ी मात्रा में माताएं-बहनें हों, जब इतना उमंग और उत्साह हो, विजय का विश्वास हो, विकसित भारत का संकल्प हो, तो फिर मुझे पक्का विश्वास है कि आपके आशीर्वाद में कोई कमी नहीं रहेगी। मैं देख रहा हूं कि आप उत्तर कन्नडा से मेरे पुराने साथी विश्वेश्वर हेगड़े जी, और धारवाड़ से मेरे संसद के साथी, सरकार के साथी प्रह्लाद जोशी जी को रिकॉर्ड वोट्स से जिताने का संकल्प ले चुके हैं। आपका ये जोश पूरा कर्नाटका एक ही स्वर एक ही गूंज सुनाई दे रही है - फिर एक बार...मोदी सरकार! फिर एक बार...मोदी सरकार! फिर एक बार...मोदी सरकार !

साथियों,

आपके आशीर्वाद ने ही 2014 और 2019 में पूर्ण बहुमत वाली BJP-NDA की मज़बूत सरकार देश में बनाई। हमने देश के विकास के साथ ही Local Aspirations को पूरा करने के लिए भी पूरी ईमानदारी से काम किया। यहां उत्तर कन्नड़ा में घर-बिजली-पानी जैसी योजनाओं पर NDA सरकार ने बहुत काम किया है। यहां मछुआरे भाई-बहनों के लिए इतना बड़ा पोर्ट बन रहा है। BJP के प्रयासों का नतीजा है कि इस क्षेत्र को धारवाड़ IIT मिला है, बड़ा और आधुनिक रेलवे स्टेशन मिला। बीजेपी सरकार, विकास भी, विरासत भी के मंत्र को लेकर चलती है।

साथियों,

जब मजबूत सरकार होती है, पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार होती है, तो दुनिया भी उस पर भरोसा करती है। आप मुझे बताइए, आज पूरी दुनिया में हिंदुस्तान का डंका बज रहा है कि नहीं बज रहा है। चारों तरफ हिंदुस्तान की वाहवाही हो रही है कि नहीं हो रही है। अमेरिका में भी भारत का जय-जयकार होता है कि नहीं होता है। यूरोप में भी भारत का गौरव-गान होता है कि नहीं होता है। हिंदुस्तानी दुनिया में कहीं पर भी जाए तो माथा खड़ा करके खड़ा होता है कि नहीं होता है। आपको गर्व होता है कि नहीं होता है। आपको सम्मान अनुभव होता है कि नहीं होता है लेकिन ये कैसे हुआ? किसने किया? आप सबका जवाब ये पूरी तरह गलत है। ये मोदी ने नहीं किया है। ये आपके एक वोट ने किया है। आपके वोट की ताकत क्या होती है ये 10 साल में हिंदुस्तान ने देखा है। और मोदी आपके एक-एक वोट की ताकत के भरोसे जब दुनिया के बड़े नेता से मिलता हूं न...छह फीट वाले हों, साढ़े छह फीट वाले हों, कितनी ही गोरी चमड़ी क्यों न हो, जब मैं उनसे मिलता हूं न, तो मोदी उनसे अकेला नहीं मिलता है, 140 करोड़ देशवासी मेरे पीछे खड़े होते हैं और तब जाकर मैं सीना तानकर उनसे हाथ मिलाता हूं। तब जाकर उनको लगता है कुछ तो है। ये सब आपके एक वोट की ताकत है।

साथियों,

हमारे पूर्वजों ने अयोध्या में प्रभु राम के लिए 500 साल तक लड़ाई लड़ी। ये छोटा कालखंड नहीं है। लाखों लोग मौत के घाट उतार दिए गए। देश आजाद होने के दूसरे ही दिन प्रभु राम का मंदिर बनाने का निर्णय होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए था। लेकिन उन्होंने नहीं किया। साथियों, ऐसा काम करने के लिए 56 इंच का सीना लगता है। तब जाकरके 500 साल का सपना, 500 साल का इंतजार समाप्त होता है, लेकिन ये तब होता है जब आपके वोट की ताकत मिलती है। आज अयोध्या में प्रभु राम का मंदिर बना है। आपको अच्छा लगता है न? गर्व होता है न। ये पुण्य का काम हुआ है न। ये पवित्र हुआ है कि नहीं हुआ है। मुझे बताइए इस पुण्य के हकदार कौन हैं। इस पुण्य के हकदार आप हैं जिन्होंने वोट देकरके मजबूत सरकार बनाई है। और अब देखिए देश में वोट बैंक की राजनीति कितनी विकृति पर पहुंची है। कितनी विनाशक बन गई है कि 500 साल के संघर्ष के बाद देश के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद, देश के कोटि-कोटि जन किसी ने 5 रुपया, किसी ने 11 रुपया, किसी ने 100 रुपया, किसी ने हजार रुपया, किसी ने लाख रुपया, आप सबने दान देकरके प्रभु राम का मंदिर बनाया है। ये प्रभु राम का मंदिर सरकारी खजाने से नहीं बना है। ये प्रभु राम का मंदिर टैक्सपेयर के पैसों से नहीं बना है। ये हिंदुस्तान के रामभक्तों की जेब से निकले पैसों से बना है। आपके पैसों से बना हुआ है। आपको पता है, देश आजाद होने के बाद इन्होंने राम मंदिर न बने इसके लिए पूरी कोशिश की, आखिरी दिन तक अदालत में भी गए। और 2019 में तो यहां तक कह दिया कि ये केस अभी चलना नहीं चाहिए वर्ना मोदी को फायदा हो जाएगा, ऐसा कोर्ट में कहा। कांग्रेस पार्टी और उनके सारे चट्टे-बट्टे राम मंदिर को रोकने के लिए 70 साल तक कोशिश करते रहे। उसके बावजूद भी ये राम मंदिर के ट्रस्टी ने उनके सारे पापों और गुनाहों को भूलकर उनके घर गए, घर जाकर सम्मानपूर्वक प्रभु राम के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने के लिए निमंत्रण दिया। ये कितना बड़ा मन है कि निमंत्रण दिया। और इन्होंने क्या किया, प्रभु राम के प्राण-प्रतिष्ठा के निमंत्रण को इन्होंने ठुकरा दिया। जिन्होंने राम लला का अपमान किया है, जिन्होंने निमंत्रण को ठुकरा दिया है। देश ऐसे लोगों को ठुकराएगा कि नहीं ठुकराएगा। कर्नाटका ठुकराएगा कि नहीं ठुकराएगा। आप लोग ठुकराएंगे कि नहीं ठुकराएंगे। दूसरी तरफ कमाल देखिए, एक तरफ वोट बैंक के भूखे लोगों ने राम मंदिर का इतना बड़ा अपमान कर दिया दूसरी तरफ अयोध्या में एक अंसारी परिवार है, शायद इकबाल अंसारी। उनका पूरा परिवार दो-दो-तीन-तीन पीढ़ी राम मंदिर के खिलाफ अदालत में केस लड़ रहा था। और उसका कहना था बाबरी मस्जिद है यहां राम मंदिर नहीं बनना चाहिए। तीन-तीन पीढ़ी अदालत में लड़ती रही, लेकिन जिस दिन सुप्रीम ने निर्णय किया तो उन्होंने कहा कि अदालत का निर्णय मेरे सर आंखों पर है। इतना ही नहीं वो जीवनभर उनके पिता जी भी जीवनभर अदालत में लड़ते थे। लेकिन जब राम जन्मभूमि के ट्रस्टियों ने उनको भी निमंत्रण दिया, कांग्रेस और उनके चट्टे-बट्टों ने तो निमंत्रण को ठुकरा दिया लेकिन ये अंसारी परिवार देखिए, ये अंसारी परिवार मुसलमान होने के बावजूद भी राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा में गए, पूरा समय बैठे और इतना ही नहीं, उनका जो गनमैन था वो हिंदू था, उन्होंने गनमैन को एक लकड़ी की राम मंदिर बना हुआ प्रतिकृति उसको भेंट में सौगा में दी। ये फर्क होता है भाइयों-बहनों। ये देश विकास भी चाहता है विरासत भी चाहता है। बीजेपी सरकार ने ही आयुर्वेद को लेकर पूरी दुनिया में प्रचार प्रसार किया है, अलग आयुष मंत्रालय बनाया है। आपकी सिरसी सुपारी को GI टैग, यानि उत्तर कन्नड़ा की पहचान बीजेपी ने ही दी है। हमारे कर्नाटका में मिलेट्स को कोई पूछता नहीं था। छोटे किसान परेशान थे कि ये मिलेट्स को करूं क्या। मैंने यूएन को कहा कि ये सुपरफूड है। और यूएन ने इंटरनेशनल मिलेट ईयर मनाया और आज जिसको हम पूरे देश में श्रीअन्न से जानते हैं। आज मिलेट्स की मांग पूरी दुनिया में बढ़ी है और उसका लाभ कर्नाटका के किसानों को मिल रहा है। साथियों, जब आपका अपने पर भरोसा हो न, अपने देश पर भरोसा हो, अपने देश की हर बात पर भरोसा हो, तो दुनिया भी आपकी बातों पर भरोसा करती है। हमने मिलेट का इतना बड़ा अभियान चलाया। पिछले वर्ष अमेरिका के राष्ट्रपति ने अपने घर बुलाया था, बहुत बड़ा भोज रखा था। और देश का मैं पहला प्रधानमंत्री था जिसके लिए इतना बड़ा समारोह किया गया था। पूरे अमेरिका के दिग्गज लोग वहां भोजन समारोह में थे। क्या मजा था उसका, हरेक के टेबल पर ये हमारी जो चीजें हैं न उसकी चीजें बनाकर परोसी गई थी। ये सुनते हैं तो आपको गर्व होता है कि नहीं होता है। कन्नड़ा के खेत में पैदा हुआ मिलेट अमेरिका के व्हाइट हाउस में जब टेबल पर परोसा जाता है, कौन कन्नड़ा का वासी होगा जिसको गर्व नहीं होगा।



साथियों,

बीजेपी सरकार इस क्षेत्र की फिशरमेन कम्यूनिटी के विकास के लिए कमिटेड है। हमारी ही सरकार ने फिशरमेन के लिए अलग मंत्रालय बनाया आजादी के इतने साल बाद। पहली बार फिशेऱमेन के लिए भी किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा बीजेपी ने दी। पहली बार 20 हज़ार करोड़ की मत्स्य संपदा योजना बीजेपी ने बनाई। अब, बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में फिशरमेन के लिए प्रोडक्शन और प्रोसेसिंग क्लस्टर बनाने की घोषणा की है। इसका भी बड़ा लाभ हमारे जो मछुआरे भाई-बहन हैं उस पूरे समाज को मिलने वाला है।

साथियों,

बीजेपी के प्रयासों से अलग, यहां की कांग्रेस सरकार, कर्नाटका को तबाह करने में जुटी है। कांग्रेस, क्राइम को कंट्रोल करने के बजाय, एंटी सोशल और एंटी नेशनल माइंडसेट को बढ़ावा दे रही है। हुबली में कुछ दिन पहले हमारी एक बेटी के साथ जो हुआ, उसे देखकर पूरा देश चिंतित है। हर मां-बाप को कर्नाटका में अपनी बेटी की चिंता सता रही है। किसके कारण कांग्रेस के पाप के कारण। क्या कभी कांग्रेस आपकी बेटी की रक्षा कर सकती है क्या। आप उनके भरोसे बेटियों को बड़ा बना सकते हैं क्या? कॉलेज कैंपस में दिन-दहाड़े ऐसा कदम उठाने की हिम्मत उस अपराधी में आई कैसे? उन्हें पता है कि वोट बैंक के भूखे लोग कुछ दिन के बाद उन्हें बचा लेंगे, इसलिए ये पाप करने की हिम्मत आती है भाइयों-बहनों। इस क्राइम ने कर्नाटका में हमारी बेटियों की सुरक्षा के संबंध में गंभीर सवाल खड़े किए हैं।

खराब कानून व्यवस्था, कांग्रेस सरकार की पहचान बन चुकी है। आपको पता 2014 के पहले हमारे देश के अखबारों की हेडलाइन क्या हुआ करती थी, आज बेंगलुरू में धमाका हुआ। आज अयोध्या में बम धमाका हुआ, आज दिल्ली में बम धमाका हुआ। आज गांधीनगर में बम धमाका हुआ। आज सूरत में बम धमाका हुआ। आज मुंबई के अंदर ट्रेन में ब्लास्ट हो गया। ये खबरें आती थी कि नहीं आती थी। 2014 के बाद ये खबरें खतम हुई कि नहीं हुई। देश के कोने-कोने में बम धमाकों पर रोक लगी कि नहीं लगी। लेकिन बैंगलुरू में इनके आते ही बम फोड़ते हैं आतंकी। बैंगलुरू हाईटेक सिटी, दुनिया में जिस बैंगलुरू का नाम, वहां पर एक कैफे में बम फूटता है। भाइयों-बहनों और ये लोग बयान देते हैं क्या। गैस का सिलेंडर फटा है। अरे आपका दिमाग फटा है या गैस का सिलेंडर फटा है। हो क्या गया इन लोगों को। और जब मामला एनआईए के पास गया, तब जाकर बंगाल से उन्हें दबोच कर लाया गया। और इसके पीछे जिन लोगों का नाम है PFI संगठन, जिस पर प्रतिबंध लगा है। वायनाड में ऐसे संगठनों की मदद ली जाती है। तो फिर उनका तूफान और बढ़ेगा कि नहीं बढ़ेगा। कांग्रेस ने जिस प्रकार वोट के लिए PFI जैसे संगठनों की मदद ली है, उनसे सहायता ली है और ऐसे ही कारणों से ऐसे लोगों की ताकत बढ़ जाती है साथियों। कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड, आतंकियों के मारे जाने पर आंसू बहाने का है। आपको याद होगा दिल्ली में आतंकी घटना घटी थी। कांग्रेस की एक नेता आंसू बहा रही थी कि आतंकी क्यों मारा गया। ये मैं नहीं कह रहा हूं, कांग्रेस के नेता कह रहे हैं। वहीं बीजेपी का ट्रैक रिकॉर्ड है, हमने PFI की ताकतों को प्रतिबंध लगा दिया। उसके बड़े-बड़े शहंशाह आज जेलों में सड़ रहे दोस्तों। एक जमाना था आए दिन पड़ोस में से आतंकी एक्सपोर्ट होते थे। हमारे देश के जवानों को मारकर के भाग जाते थे। अब सर्जिकल स्ट्राइक होता है। और ये नया हिंदुस्तान है, ये घर में घुसके मारेगा।

साथियों,

कल से कांग्रेस के शहज़ादे के एक बयान से पूरे देश में हंगामा हो रहा है। शहज़ादे का कहना है कि हज़ारों वर्षों से जो राजा-महाराजा हमारे देश में हुए, वे सब अत्याचारी थे, वे लूट लेते थे। क्या आप इनसे सहमत हैं क्या। इस भाषा से सहमत हैं क्या। क्या अपने पापों को छिपाने के लिए देश के राजा-महाराजाओं को गाली-गलौज करना उचित है क्या। ये शोभा देता है क्या। कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है कि उसने भारतीय संस्कृति को नष्ट किया, भारत के सही इतिहास को तोड़ा-मरोड़ा। कांग्रेस का मकसद यही था कि छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, जैसे महान योद्धाओं का इतिहास अगली पीढ़ी को पता ही नहीं चले। ये शहजादा राजा-महराजाओं को गाली देते हैं उनको पता नहीं है, छत्रपति शिवाजी महाराज ने पानी में जो काम किया था उस जमाने में। पानी पर जो प्रबंधन किया था। आज भी बड़े-बड़े इंजीनियरों के लिए ये सीखने वाला काम है। आपको तो सिर्फ इतना ही समझ आता है कि छत्रपति शिवाजी महाराज घोड़े पर बैठे हैं। शिवाजी महाराज ने इतनी छोटी-छोटी चीजों की चिंता की थी, समाज की भलाई के लिए। आप उनको गालियां दे रहे हो। और उनके मुंह से किसी नवाब के लिए गाली सुनी भाई। किसी सुल्तान के लिए गाली सुनी क्या। किसी बादशाह के लिए गाली सुनी क्या। वोट बैंक। लोग पूछ रहे हैं कि कांग्रेस तुष्टिकरण के लिए औऱ कितना पतन होगा।

सथियों,

इस क्षेत्र का भारत के इतिहास में ऊंचा स्थान है। यहां से कदंब राजवंश ने लंबे समय तक शासन किया। कन्नड़ा भाषा की जो सेवा कदंब राजवंश ने की है, क्या उसे कोई कन्नडिगा भुला सकता है क्या। मैसूरु राजघराने, वडयार राजवंश ने शिक्षा सहित हर सेक्टर में कितने ही काम किए हैं। मैं गुजरात से आता हूं। मेरा गांव बड़ौदा गायकवाड़ स्टेट में हुआ करता था। और बड़ौदा के महाराजा गायकवाड़ ने बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिभा को देखा था। बाबा साहब अंबेडकर वो बड़ौदा ले गए और अपने पास रखा और उनको विदेश भेजने का पूरा प्रबंध महाराजा गायकवाड़ ने किया था। और देश को बाबा साहब अंबेडकर मिले थे। लेकिन भाइयों-बहनों, ये हमारे राजाओं-महाराजाओं का योगदान, शहजादे को अत्याचारी लगता है। आप ऐसे लोगों को माफ कर सकते हो भाई। कर्नाटका सहित, पूरे देश का इतिहास है, जहां नवाबों ने, सुल्तानों ने आम नागरिकों पर जुल्म किया, घोर अत्याचार किए। ऐसे सुल्तानों ने हमारे मंदिरों को, हमारे तीर्थों को लूटा, उन्हें तबाह किया। लेकिन शहज़ादे ने नवाबों और सुल्तानों को क्लीन चिट दे दी है। और सभी राजाओं-महाराजों को अत्याचारी घोषित कर दिया। देश को बांटने का कांग्रेस का ये प्रयास खतरनाक है। इनसे बचने की जरूरत है।

भाइयों और बहनों,

आपने देखा होगा, ये शहजादे कह रहे हैं, वो चुनाव के बाद अगर सत्ता में आए तो पूरे देश का x-ray करेंगे। आपका x-ray होगा, आपके लॉकर का एक्सरे होगा। आपके घर का x-ray होगा। आपके खेत का x-ray होगा और वो ढूंढ के निकालेंगे, किसके पास क्या है। और फिर अगर ज्यादा है तो वो हड़प कर लेंगे और उनकी जो वोट बैंक है उनको बांट देंगे। हमारी माताओं-बहनों के स्त्रीधन एक बहुत सम्मानीय संपत्ति होती है। माताओं-बहनों का मंगलसूत्र उससे पवित्र और कुछ मानते नहीं हैं। ये उस पर नजर गड़ाए बैठे हैं, कि ये तुम्हारी पास है, क्या जरूरत है, लाओ। क्या ये पाप हम करने देंगे क्या। ये उन्होंने ठान के रखा हुआ है भाइयों-बहनों। और जब ये चीजें मैं खोल के रखता हूं तो उनको लगता है अरे पकड़े गए, मोदी तो मार रहा है। अरे, मारेगा नहीं तो क्या करेगा। माफ करेगा क्या। देश को तबाह करने के आपके तरीकों को मैं देशवासियों नहीं बताऊंगा तो कौन बताएगा। और आपको पता होना चाहिए, मोदी मौज करने के लिए पैदा नहीं हुआ है। परमात्मा ने मोदी को आपकी सेवा के लिए ही पैदा किया है। और आपका सपना ही मोदी का संकल्प है। ये मेरी गारंटी है आपको, मेरा पल-पल आपके नाम, मेरा पल-पल आपके बच्चों के भविष्य के नाम, मेरा पल-पल आपके सपनों को साकार करने के नाम, मेरा पल-पल देश के नाम, देशवासियों के नाम। और इसलिए मैं गारंटी देता हूं। ट्वेंटी फोर बाइ सेवन फॉर 20247.

साथियों,

कांग्रेस के एक और खतरनाक इरादे से कर्नाटका के लोगों को सावधान रहना है। आप जो बचत करते हैं न। हमारे देश में हर मां-बाप वो कुछ भी है, घर में तो सोचता है, कि भई मेरे मरने के बाद बच्चों को तो ये मिलना चाहिए। मैं ये तो रखूंगा, बच्चों को काम आएगा। एक घर कैसे भी करके बना दूं, ताकि मरने के बाद बच्चों को दे सकूं। ये हर हिंदुस्तानी के मन रहता है कि नहीं रहता है। गरीब से गरीब हिंदुस्तानी भी मरने के बाद बच्चों को कुछ देने का इरादा रखता है कि नहीं रखता है। अब ये शहजादे ने, उनके गुरु ने अमेरिका से घोषणा की है कि वो इनहेरिटेंस टैक्स लाएंगे। इसका मतलब है कि आपने जो बचाया है, वो मरने के बाद आपके संतानों को नहीं जाएगा। आधे से ज्यादा 55 परसेंट ये कांग्रेस की जमात उनकी सरकार हड़प लेगी। आपकी आधी प्रापर्टी गई, चार कमरे का घर है दो कमरे गए, 10 एकड़ का खेत है तो पांच एकड़ गया, आपके संतान को नहीं मिलेगा। और इसीलिए देश चिंतित है, देश गुस्से में है, देश कह रहा है- कांग्रेस की लूट: ज़िंदगी के साथ भी और ज़िंदगी के बाद भी।

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस ने अपने 6 दशकों के शासन में ट्राइबल समाज को पूरी तरह नजरअंदाज किया। कांग्रेस ने आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय नहीं बनाया। बीजेपी सरकार ने आदिवासी मंत्रालय भी बनाया और 10 सालों में बजट भी 5 गुणा बढ़ाया है। बीजेपी सरकार के प्रयासों से अब देश का ट्राइबल समाज में नया आत्मविश्वास पैदा हुआ है। और अभी हमारे प्रहलाद जी वर्णन कर रहे थे, द्रौपदी मुर्मू जी पहली आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति बनी है। उसका अभी वर्णन कर रहे थे। मैं कन्नडा थोड़ा-थोड़ा समझ लेता हूं जी।

भाइयों और बहनों,

मोदी का एक ही सपना है, एक ही लक्ष्य है, मोदी के लिए अपना कुछ नहीं है, आप ही मेरा परिवार हैं। मेरा भारत मेरा परिवार। लेकिन भाइयों-बहनों, विकसित कन्नडा के लिए, विकसित भारत के लिए 7 मई को उत्तर कन्नड़ा और धारवाड़ के हर बूथ पर कमल खिलना है। और कमल के निशान पर आप बटन दबाएंगे न, तो आप पक्का मान लेना आपको मोदी दिखाई देगा। आपके दिल में मोदी होगा, आपके मन में मोदी होगा। और आप जब कमल का बटन दबाएंगे न, आपका वोट सीधा-सीधा मोदी के पास जाएगा। और मोदी के लिए, मोदी को मजबूत बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा मतदान करवाएंगे। कितनी ही गर्मी क्यों न हो, मतदान बढ़ेगा? 10 बजे के पहले सारा मतदान करा लोगे। शादी हो, और काम हो, छुट्टी हो, कुछ भी हो, मतदान कराएंगे। पोलिंग बूथ को जीतेंगे। अच्छा मेरा एक काम करोगे, देखिए मेरी बात आई तो आप तो ठंडे हो गए। ये मेरा पर्सनल काम बताओ, करोगे। जरा हाथ ऊपर करके बताओ, करोगे। ये चुनाव वाला काम नहीं है, मेरा पर्सनल काम है, करोगे। पक्का करोगे। तो एक काम करना, घर-घर जाइएगा, और जाकर कहना कि मोदी सिरसी आए थे और मोदी जी ने आपको नमस्कार भेजा है। मेरा नमस्कार पहुंचा देंगे। मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे। जब हर परिवार को मेरा प्रणाम पहुंचेगा न, जब मेरा नमस्कार पहुंचेगा न तो वो परिवार मुझे आशीर्वाद देगा। और वो आशीर्वाद ही मेरी ऊर्जा है। वो आशीर्वाद मेरी ताकत बढ़ा देगा और मुझे आपके खप जाने की और नई प्रेरणा मिलेगी। और इसलिए मैं आपसे कहता हूं घर-घर जाकर आप मेरा प्रणाम जरूर पहुंचाइएगा।

मेरे साथ बोलिए, भारत माता की।

भारत माता की।

भारत माता की।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।