QuoteINDI alliance people are a great danger to the security of country: PM Modi in Gurdaspur, Punjab
QuoteThe problem with Congress is that it has no faith in India: PM Modi in Gurdaspur, Punjab

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

सबसे पहले तो मैं आप सबसे क्षमा मांगता हूं क्योंकि मुझे आने में थोड़ा विलंब हो गया। और मुझे बताया गया कि आप काफी समय से बैठे हैं, इंतजार कर रहे हैं। मैं गुरूदासपुर की इस पावन धरती को प्रणाम करता हूं। ये डेरा बाबा नानक जैसे पवित्र स्थान से सुशोभित है। इसमें हमारे गुरुओं के आशीर्वाद जुड़े हैं। मैं देख रहा हूं, आपका ये उत्साह, ये प्यार, गुरुदासपुर और बीजेपी का ये रिश्ता कुछ खास है। मैंने पंजाब में काम किया है, बहुत पुराने साथियों के साथ काम करने का अवसर मिला है। हमारे कंसराज जी हों, मदन गुप्ता जी हों ऐसे अनेक नाम हैं, जिनके साथ, लंबे अरसे तक काम करने का यहां अवसर मिला। और यहां चार बार सांसद रहे, मेरे बहुत ही अच्छे मित्र, विनोद खन्ना, हम कंधे से कंधा मिला कर काम करते थे। लंबे अरसे तक काम किया। और मैंने देखा था, वैसे तो सेलिब्रिटी दुनिया अलग होती है लेकिन वो जमीन से जुड़े हुए थे। उन्हें यहां के विकास कार्यों का बारीकियों से हर चीजों को पता रहता था। और मंत्री के रुप में भी अटलजी की सरकार में उनके योगदान की चर्चा आज भी ब्यूरोक्रेसी में होती है। उन्होंने अनेक पुलों का निर्माण करावाया, अनेक रास्ते का, यानि विकास के कामों में। और गुरूदासपुर के लोग तो आज भी उनके कामों की सराहना करते हैं। गुरुदासपुर का तेज विकास हो, पंजाब का तेज विकास हो, और देश का तेज विकास हो अपने तीसरे कार्यकाल में, मैं आपकी उम्मीदों पर खरा उतरूं इसलिए मैं आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं।

साथियों,

2024 का चुनाव, ये देश को नेतृत्व देने का चुनाव है। आज एक ओर बीजेपी और NDA है, विकसित भारत का स्पष्ट विज़न है, राष्ट्र प्रथम का संकल्प है, 10 साल का ट्रैक रेकॉर्ड है, भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार है, और दूसरी ओर इंडी गठबंधन है, घोर सांप्रदायिक, घोर जातिवादी, घोर परिवारवादी। ये कांग्रेस-झाड़ू वाले, ये इंडी गठबंधन के लोग! ये देश की जनता को पता नहीं क्या समझते हैं। देश की जनता समझदार है, ऐसा उनको लगता नहीं है क्या? आए दिन जनता को मूर्ख बनाने के लिए भांति-भांति के खेल खेल रहे हैं। अब ये लोग दिल्ली में दोस्त होने का दिखावा करते हैं, भ्रष्टाचारियों को बचा रहे हैं, औऱ यहां पंजाब में एक- दूसरे को गाली दे रहे हैं। जनता भी जान गई है, इन दोनों दुकानों का शटर एक ही है। इसलिए इंडी गठबंधन को हराने के लिए आपको सिर्फ भाजपा को ही,कमल के निशान पर ही, बटन दबा करके, आपके सपनों को पूरा करना है। और आपको भी पता है, केन्द्र में सरकार, मुझे बताइए किसकी सरकार बनेगी भाई? आप बताइए किसकी बनेगी? आप गुरूदास पुर में, पठानकोट में, कहीं भी, रेल के डिब्बे में सौ लोगों को पूछिए, बताओ भाई सरकार किसकी बनेगी? नब्बे लोग कहेंगे कि मोदी की सरकार बनना पक्का है। अब, जब इतना साफ साफ है, तो कोई अपना वोट बर्बाद करेगा क्या? कोई अपना वोट ऐसे ही फालतू में खर्च कर देगा क्या? इसलिए इस बार दुविधा का कोई महौल ही नहीं है। इस बार इस देश का नागरिक, एक भी नागरिक अपना वोट बर्बाद करना नहीं चाहता है। मैं पंजाब के लोगों से भी प्रार्थना करता हूं, कि आप अपना वोट बर्बाद मत होने दीजिए, बीजेपी को वोट दीजिए, सरकार बनना तय है।

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साथियों,

इंडी गठबंधन के असली चेहरे को पंजाब से ज्यादा कौन जानता है? हमारे पंजाब को सबसे ज्यादा घाव इसी इंडी गठबंधन ने दिये। आज़ादी के बाद विभाजन का घाव, स्वार्थ के चलते अस्थिरता का घाव, पंजाब में अशांति का लंबा दौर, पंजाब के भाई-चारे पर हमला, हमारी आस्था पर चोट, काँग्रेस ने पंजाब में क्या कुछ नहीं किया? यहाँ इन्होंने अलगाववाद को हवा दी, फिर दिल्ली में सिखों का नरसंहार करवाया। काँग्रेस जब तक केंद्र सरकार में रही, दंगाइयों को बचाती रही। ये मोदी है, जिसने सिख दंगों की फाइलें खुलवाईं। ये मोदी है, जिसने आरोपियों को सजा दिलवाई। आज भी काँग्रेस को, झाड़ू वाली पार्टी को इस बात की तकलीफ है। इसलिए ये लोग मोदी को दिन रात गालियां देते फिरते हैं।

साथियों,

जब देशहित की बात आती है तो काँग्रेस पार्टी आपको सबसे पीछे खड़ी नजर आएगी। आप याद करिए,कॉंग्रेस जब पंजाब में सत्ता में थी, तो ऑर्डर्स कहाँ से आते थे? कांग्रेस चाहती थी कि रिमोट कंट्रोल से पंजाब की सरकार चलाए लेकिन अमरिंदर सिंह जी ने दिल्ली के शाहजादे का ऑर्डर मानने से इंकार कर दिया। वो सेना के देशभक्त जांबांज थे, उन्होंने सीमावर्ती राज्य होने के कारण राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता दी। उन्होंने दिल्ली के देशविरोधी ऑर्डर लेने बंद किए। परिणाम क्या हुआ? कांग्रेस के शाही परिवार और शहजादे ने, उनको मुख्यमंत्री पद से हटा दिया। पंजाब का ये अपमान क्या कोई कभी भूल सकता है?

भाइयों बहनों,

दुर्भाग्य से आज भी पंजाब को रिमोट से चलाने की कोशिश हो रही है। दिल्ली के दरबारी पंजाब चला रहे हैं। पंजाब के सीएम, वो अपने आपसे एक फैसला नहीं ले सकते! इनके मालिक जेल गए, पंजाब की सरकार ठप्प पड़ने लगी। यहाँ के मुख्यमंत्री, सरकार चलाने के लिए, पंजाब की सरकार चलाने के लिए, नए ऑर्डर लेने के लिए तिहाड़ जेल जाना पड़ा! मालिक के सामने जा कर अपना रिपोर्ट कार्ड देना पड़ा। उनसे आदेश लेना पड़ा। आपको पता है, एक जून के बाद, कट्टर भ्रष्टाचारी फिर जेल जाएँगे। क्या फिर पंजाब की सरकार जेल से चलेगी क्या। आपको ऐसी सरकार मंजूर है क्या? ऐसी पद्धति मंजूर है क्या? ये पंजाब का अपमान है कि नहीं है? ये वीर भूमि का अपमान है कि नही है? ये गुरूओं की भूमि का अपमान है कि नहीं है? क्या ये पंजाब के भविष्य को दांव पर लगाने की बात है या नहीं है? आज पंजाब, जिस स्थिति में है, उससे बाहर निकालने के लिए, मैं पंजाब वासियो से प्रार्थना करने आया हूं और आज आग्रह करके आप से कुछ मांगने आया हूं। पंजाब के उज्जवल भविष्य के लिए, देश के उज्जवल भविष्य के लिए, इस बार पंजाब ज्यादा से ज्यादा बीजेपी के सांसद चुन करके भेजे। आप वोट दे करके अपना काम किजिए, पांच साल आपके सपनों के लिए मैं जिऊंगा। आपके सपने ही मेरे संकल्प होंगे। मेरा पल-पल आपके लिए। मेरा पल-पल देश केलिए। और मैं आपको वादा करता हूं, टेवेंटी फोर बाई सेवेन फॉर टेवेंटी फोर्टी सेवेन।

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साथियों,

ये इंडी गठबंधन वाले देश की सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा है। आप देखिए काँग्रेस का एजेंडा क्या है, ये कश्मीर में फिर 370 लागू करने की बात कर रहे हैं। इन्हें फिर से कश्मीर में आतंकवाद चाहिए। इन्हें फिर से कश्मीर को अलगाववादियों को सौंपना है। ये फिर से पाकिस्तान को दोस्ती के पैगाम भेजेंगे, उन्हें गुलाब के फूल भेजेंगे औऱ पाकिस्तान बम धमाके करता रहेगा। देश पर आतंकवादी हमले होते रहेंगे। काँग्रेस कहेगी, कुछ भी हो बातचीत तो करनी ही होगी। इसके लिए काँग्रेस ने अभी से माहौल बनाना शुरू कर दिया है। कैसे-कैसे बयान ये अभी से देने लगे हैं। इनके नेता कह रहे हैं, पाकिस्तान के पास एटम बम है। अब ये सुन करके आपको हंसी आती है कि नहीं आती है? आती है कि नहीं आती है?आपको किसी को भी पाकिस्तान के पास एटम बम है, ये सुन करके डर लगता है क्या? किसी को डर लगता है क्या? किसी हिन्दुस्तानी को डर लगता है क्या ? ये कांग्रेस वाले कांप रहे हैं, बोलो। क्या ऐसे लोग देश चला सकते हैं क्या? ऐसे लोग देश को सुरक्षा दे सकते हैं क्या? इनके लोग कहते हैं पाकिस्तान से डरकर रहना होगा। ये इंडी गठबंधन वाले पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं लेकिन ये भूल रहे हैं, ये नया भारत है, ये घर में घुसकर मारता है। मेरा सौभाग्य रहा है, पंजाब की धरती पर लंबे समय तक काम करने का औऱ गुरुओं की इस धरती ने मुझे सिखाया है-
सौगंध मुझे इस मिट्टी की,

सौगंध मुझे इस मिट्टी की,

मैं देश नहीं मिटने दूंगा,

मैं देश नहीं झुकने दूंगा।

मैं देश नहीं रुकने दूंगा,


साथियों,

कांग्रेस की समस्या ये है कि उसकी भारत में कोई आस्था नहीं है। ये शहजादे विदेशों में जाकर देश को बदनाम करते हैं। वो कहते हैं, भारत कोई राष्ट्र ही नहीं है। इसीलिए, ये राष्ट्र की पहचान को बदलना चाहते हैं। शहजादे के उस्ताद ने कहा है, राममंदिर के निर्माण से, देश में रामनवमी मनाने से, भारत की पहचान को खतरा है! काँग्रेस कौन से देश को मानती है, जिसे भगवान राम से खतरा है? अयोध्या में 500 साल बाद, भव्य राममंदिर बना, पूरे देश ने हर्ष मनाया लेकिन काँग्रेस पार्टी ने उसका बहिष्कार किया। औऱ मजा देखिए, ये राम मंदिर की लड़ाई, अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनना चाहिए, इसकी लड़ाई लड़ने वाला पहला व्यक्ति, हमारा देश का सिख था, जिसने सबसे पहले लड़ाई लड़ी। राम मंदिर के लिए लड़ाई लड़ी थी। और उनके जो वंशज थे औऱ जब इस बार राम मंदिर का कार्यक्रम था उसमें वो मौजूद थे। ये सिखों का योगदान है हमारे देश में। इंडी गठबंधन के नेता राममंदिर को अपवित्र और बेकार बता रहे हैं। आप मुझे बताइए, ऐसे लोग पंजाब की पहचान पर हमला करेंगे या नहीं करेंगे? इसका जवाब हमें इस चुनाव, कमल पर बटन दबा करके देना है।

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साथियों,

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी, पंजाब के भविष्य को दांव पर लगा रही हैं।ड्रग्स हमारे युवाओं का भविष्य निगल रहा है। अपराधियों को राज्य सरकार से संरक्षण मिल रहा है। आज पंजाब में विकास ठप्प है। किसान परेशान हैं। और ये इंडी गठबंधन वाले अपनी ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं।

भाइयों बहनों,

पंजाब का विकास, ये मोदी की प्राथमिकता है। बीजेपी सरकार यहां दिल्ली कटरा हाइवे बनवा रही है। बीजेपी यहां अमृतसर पठानकोट हाइवे जैसे इनफ्रास्ट्रक्चर बना रही है। बीजेपी यहां रेलवे सुविधाओं का विकास कर रही है। हमारी कोशिश है, पंजाब में नए अवसर पैदा हों, किसानों का भला हो। किसानों का भला हो। बीते 10 वर्षों में हमने पूरे पंजाब में धान और गेहूं की रिकॉर्ड खरीदी की है। जिस भाव पर कांग्रेस सरकार में फसल खरीदी जाती थी, अब उस एमएसपी को ढाई गुना तक बढ़ा दिया गया है। किसानों को बीज, खाद और अन्य जरूरतों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि मिल रही है। पंजाब के हर किसान को इस निधि के 30 हजार रुपए से ज्यादा बैंक में, उनके खाते में, ट्रांसफर किए गए हैं।यहां पंजाब में मोटे अनाज, श्रीअन्न की पैदावार भी बहुत है। आज मोदी श्रीअन्न के लिए बहुत बड़ा अभियान चला रहे हैं, उसका प्रचार कर रहे हैं। मोदी का लक्ष्य है, भारत का श्रीअन्न दुनिया के कोने-कोने में पहुंचे। इससे पंजाब के किसानों को भी बहुत लाभ होगा। हमारी कोशिश लीची उत्पादक किसानों को फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री से फायदा पहुंचाने की भी है। अगले 5 साल में हम इन सभी प्रयासों को आगे बढ़ाएँगे।

भाइयों बहनों,

ये महाराजा रणजीत सिंह की धरती है। और जब मैं महाराज रणजीत सिंह जी का पुण्य स्मरण करता हूं, तो काश के सांसद के नाते हर बार सिर झुक करके उनको नमन करता है। आप जब काशी जाते हैं न, काशी विश्वनाथ महादेव के दर्शन के लिए, वो स्वर्ण जड़ित है, वो सोना महाराजा रणजीत सिंह जी ने जड़ा हुआ है। काशी के विश्वनाथ महादेव में स्वर्ण जो जड़ा हुआ है, वह हमारे महाराजा रणजीत सिंह जी ने जड़ा है। और इसलिए काशी के सांसद के नाते, मैं हर बार सिर झुका करके उनको प्रणाम करता हूं। यहां की मिट्टी में हमारे गुरुओं का प्रताप और बलिदान शामिल है। हमें विकसित पंजाब, विकसित भारत के मंत्र को साकार करना है। इसके लिए मुझे आपसे आशीर्वाद चाहिए। मोदी आपसे ये अनुरोध करने आया है, 1 जून को गुरदासपुर से दिनेश सिंह बब्बू जी, होशियारपुर से अनीता जी, अमृतसर से तरनजीत सिंह संधू जी इन सबको कमल का बटन दबाकर भारी बहुमत से विजयी बनाइए। और हमारे ये अमृतसर के उम्मीदवार है न तरनजीत सिंह जी, पिछले दस साल से हम दोनों काम कर रहे हैं, सरकार के बड़े अपसर रहे हैं। अमेरिका में भारत की साख बढ़ाने में उन्होंने बहुत बड़ी भूमिका अदा की है। औऱ सबसे बड़ी बात है ये उस परंपरा की संतान है, जिन्होंने सिखी के जीवन बलिदान दिए थे, उनके संतान है। ऐसे परिवार का संतान भारतीय जनता पार्टी का कमल का निशान लेकर आपके पास आए हैं। मैं आप सबसे आग्रह करता हूं कि आप पूरी शक्ति से, भारी मात्रा में हर घर से मतदान करने के लिए निकलें। कमल पर बटन दबाऐं। औऱ हमारे इन सभी साथियों को विजयी बना करके दिल्ली भेजिए। औऱ जब आप कमल पर बटन दबाएगें न, वो वोट सीधा सीधा मोदी के खाते में जाएगा। औऱ इसलिए मेरा आग्रह है, आप घर घर जाइए, ज्यादा से ज्यादा। 1 जून अब दूर नहीं है, हमने पूरी ताकत लगानी है औऱ हर परिवार को ये भी कहना कि अपने मोदी जी गुरूदास पुर आए थे, और मोदी जी ने परिवार के हर किसी को नमस्कार कहा है। तो मेरा नमस्कार पहुंचाओगे?

बोले सो निहाल,

सत श्री अकाल

बहुत बहुत धन्यवाद

  • कृष्ण सिंह राजपुरोहित भाजपा विधान सभा गुड़ामा लानी November 21, 2024

    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • Devendra Kunwar October 08, 2024

    BJP
  • Amrita Singh September 26, 2024

    हर हर महादेव
  • दिग्विजय सिंह राना September 18, 2024

    हर हर महादेव
  • ओम प्रकाश सैनी September 08, 2024

    जय जय जय जय जय जय
  • ओम प्रकाश सैनी September 08, 2024

    जय जय जय जय जय
  • ओम प्रकाश सैनी September 08, 2024

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Today, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM Modi in TV9 Summit
March 28, 2025
QuoteToday, the world's eyes are on India: PM
QuoteIndia's youth is rapidly becoming skilled and driving innovation forward: PM
Quote"India First" has become the mantra of India's foreign policy: PM
QuoteToday, India is not just participating in the world order but also contributing to shaping and securing the future: PM
QuoteIndia has given Priority to humanity over monopoly: PM
QuoteToday, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM

श्रीमान रामेश्वर गारु जी, रामू जी, बरुन दास जी, TV9 की पूरी टीम, मैं आपके नेटवर्क के सभी दर्शकों का, यहां उपस्थित सभी महानुभावों का अभिनंदन करता हूं, इस समिट के लिए बधाई देता हूं।

TV9 नेटवर्क का विशाल रीजनल ऑडियंस है। और अब तो TV9 का एक ग्लोबल ऑडियंस भी तैयार हो रहा है। इस समिट में अनेक देशों से इंडियन डायस्पोरा के लोग विशेष तौर पर लाइव जुड़े हुए हैं। कई देशों के लोगों को मैं यहां से देख भी रहा हूं, वे लोग वहां से वेव कर रहे हैं, हो सकता है, मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं। मैं यहां नीचे स्क्रीन पर हिंदुस्तान के अनेक शहरों में बैठे हुए सब दर्शकों को भी उतने ही उत्साह, उमंग से देख रहा हूं, मेरी तरफ से उनका भी स्वागत है।

साथियों,

आज विश्व की दृष्टि भारत पर है, हमारे देश पर है। दुनिया में आप किसी भी देश में जाएं, वहां के लोग भारत को लेकर एक नई जिज्ञासा से भरे हुए हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ कि जो देश 70 साल में ग्यारहवें नंबर की इकोनॉमी बना, वो महज 7-8 साल में पांचवे नंबर की इकोनॉमी बन गया? अभी IMF के नए आंकड़े सामने आए हैं। वो आंकड़े कहते हैं कि भारत, दुनिया की एकमात्र मेजर इकोनॉमी है, जिसने 10 वर्षों में अपने GDP को डबल किया है। बीते दशक में भारत ने दो लाख करोड़ डॉलर, अपनी इकोनॉमी में जोड़े हैं। GDP का डबल होना सिर्फ आंकड़ों का बदलना मात्र नहीं है। इसका impact देखिए, 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं, और ये 25 करोड़ लोग एक नियो मिडिल क्लास का हिस्सा बने हैं। ये नियो मिडिल क्लास, एक प्रकार से नई ज़िंदगी शुरु कर रहा है। ये नए सपनों के साथ आगे बढ़ रहा है, हमारी इकोनॉमी में कंट्रीब्यूट कर रहा है, और उसको वाइब्रेंट बना रहा है। आज दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी हमारे भारत में है। ये युवा, तेज़ी से स्किल्ड हो रहा है, इनोवेशन को गति दे रहा है। और इन सबके बीच, भारत की फॉरेन पॉलिसी का मंत्र बन गया है- India First, एक जमाने में भारत की पॉलिसी थी, सबसे समान रूप से दूरी बनाकर चलो, Equi-Distance की पॉलिसी, आज के भारत की पॉलिसी है, सबके समान रूप से करीब होकर चलो, Equi-Closeness की पॉलिसी। दुनिया के देश भारत की ओपिनियन को, भारत के इनोवेशन को, भारत के एफर्ट्स को, जैसा महत्व आज दे रहे हैं, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। आज दुनिया की नजर भारत पर है, आज दुनिया जानना चाहती है, What India Thinks Today.

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साथियों,

भारत आज, वर्ल्ड ऑर्डर में सिर्फ पार्टिसिपेट ही नहीं कर रहा, बल्कि फ्यूचर को शेप और सेक्योर करने में योगदान दे रहा है। दुनिया ने ये कोरोना काल में अच्छे से अनुभव किया है। दुनिया को लगता था कि हर भारतीय तक वैक्सीन पहुंचने में ही, कई-कई साल लग जाएंगे। लेकिन भारत ने हर आशंका को गलत साबित किया। हमने अपनी वैक्सीन बनाई, हमने अपने नागरिकों का तेज़ी से वैक्सीनेशन कराया, और दुनिया के 150 से अधिक देशों तक दवाएं और वैक्सीन्स भी पहुंचाईं। आज दुनिया, और जब दुनिया संकट में थी, तब भारत की ये भावना दुनिया के कोने-कोने तक पहुंची कि हमारे संस्कार क्या हैं, हमारा तौर-तरीका क्या है।

साथियों,

अतीत में दुनिया ने देखा है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद जब भी कोई वैश्विक संगठन बना, उसमें कुछ देशों की ही मोनोपोली रही। भारत ने मोनोपोली नहीं बल्कि मानवता को सर्वोपरि रखा। भारत ने, 21वीं सदी के ग्लोबल इंस्टीट्यूशन्स के गठन का रास्ता बनाया, और हमने ये ध्यान रखा कि सबकी भागीदारी हो, सबका योगदान हो। जैसे प्राकृतिक आपदाओं की चुनौती है। देश कोई भी हो, इन आपदाओं से इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान होता है। आज ही म्यांमार में जो भूकंप आया है, आप टीवी पर देखें तो बहुत बड़ी-बड़ी इमारतें ध्वस्त हो रही हैं, ब्रिज टूट रहे हैं। और इसलिए भारत ने Coalition for Disaster Resilient Infrastructure - CDRI नाम से एक वैश्विक नया संगठन बनाने की पहल की। ये सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार करने का संकल्प है। भारत का प्रयास है, प्राकृतिक आपदा से, पुल, सड़कें, बिल्डिंग्स, पावर ग्रिड, ऐसा हर इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षित रहे, सुरक्षित निर्माण हो।

साथियों,

भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए हर देश का मिलकर काम करना बहुत जरूरी है। ऐसी ही एक चुनौती है, हमारे एनर्जी रिसोर्सेस की। इसलिए पूरी दुनिया की चिंता करते हुए भारत ने International Solar Alliance (ISA) का समाधान दिया है। ताकि छोटे से छोटा देश भी सस्टेनबल एनर्जी का लाभ उठा सके। इससे क्लाइमेट पर तो पॉजिटिव असर होगा ही, ये ग्लोबल साउथ के देशों की एनर्जी नीड्स को भी सिक्योर करेगा। और आप सबको ये जानकर गर्व होगा कि भारत के इस प्रयास के साथ, आज दुनिया के सौ से अधिक देश जुड़ चुके हैं।

साथियों,

बीते कुछ समय से दुनिया, ग्लोबल ट्रेड में असंतुलन और लॉजिस्टिक्स से जुड़ी challenges का सामना कर रही है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए भी भारत ने दुनिया के साथ मिलकर नए प्रयास शुरु किए हैं। India–Middle East–Europe Economic Corridor (IMEC), ऐसा ही एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। ये प्रोजेक्ट, कॉमर्स और कनेक्टिविटी के माध्यम से एशिया, यूरोप और मिडिल ईस्ट को जोड़ेगा। इससे आर्थिक संभावनाएं तो बढ़ेंगी ही, दुनिया को अल्टरनेटिव ट्रेड रूट्स भी मिलेंगे। इससे ग्लोबल सप्लाई चेन भी और मजबूत होगी।

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साथियों,

ग्लोबल सिस्टम्स को, अधिक पार्टिसिपेटिव, अधिक डेमोक्रेटिक बनाने के लिए भी भारत ने अनेक कदम उठाए हैं। और यहीं, यहीं पर ही भारत मंडपम में जी-20 समिट हुई थी। उसमें अफ्रीकन यूनियन को जी-20 का परमानेंट मेंबर बनाया गया है। ये बहुत बड़ा ऐतिहासिक कदम था। इसकी मांग लंबे समय से हो रही थी, जो भारत की प्रेसीडेंसी में पूरी हुई। आज ग्लोबल डिसीजन मेकिंग इंस्टीट्यूशन्स में भारत, ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज़ बन रहा है। International Yoga Day, WHO का ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क, ऐसे कितने ही क्षेत्रों में भारत के प्रयासों ने नए वर्ल्ड ऑर्डर में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है, और ये तो अभी शुरूआत है, ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भारत का सामर्थ्य नई ऊंचाई की तरफ बढ़ रहा है।

साथियों,

21वीं सदी के 25 साल बीत चुके हैं। इन 25 सालों में 11 साल हमारी सरकार ने देश की सेवा की है। और जब हम What India Thinks Today उससे जुड़ा सवाल उठाते हैं, तो हमें ये भी देखना होगा कि Past में क्या सवाल थे, क्या जवाब थे। इससे TV9 के विशाल दर्शक समूह को भी अंदाजा होगा कि कैसे हम, निर्भरता से आत्मनिर्भरता तक, Aspirations से Achievement तक, Desperation से Development तक पहुंचे हैं। आप याद करिए, एक दशक पहले, गांव में जब टॉयलेट का सवाल आता था, तो माताओं-बहनों के पास रात ढलने के बाद और भोर होने से पहले का ही जवाब होता था। आज उसी सवाल का जवाब स्वच्छ भारत मिशन से मिलता है। 2013 में जब कोई इलाज की बात करता था, तो महंगे इलाज की चर्चा होती थी। आज उसी सवाल का समाधान आयुष्मान भारत में नजर आता है। 2013 में किसी गरीब की रसोई की बात होती थी, तो धुएं की तस्वीर सामने आती थी। आज उसी समस्या का समाधान उज्ज्वला योजना में दिखता है। 2013 में महिलाओं से बैंक खाते के बारे में पूछा जाता था, तो वो चुप्पी साध लेती थीं। आज जनधन योजना के कारण, 30 करोड़ से ज्यादा बहनों का अपना बैंक अकाउंट है। 2013 में पीने के पानी के लिए कुएं और तालाबों तक जाने की मजबूरी थी। आज उसी मजबूरी का हल हर घर नल से जल योजना में मिल रहा है। यानि सिर्फ दशक नहीं बदला, बल्कि लोगों की ज़िंदगी बदली है। और दुनिया भी इस बात को नोट कर रही है, भारत के डेवलपमेंट मॉडल को स्वीकार रही है। आज भारत सिर्फ Nation of Dreams नहीं, बल्कि Nation That Delivers भी है।

साथियों,

जब कोई देश, अपने नागरिकों की सुविधा और समय को महत्व देता है, तब उस देश का समय भी बदलता है। यही आज हम भारत में अनुभव कर रहे हैं। मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। पहले पासपोर्ट बनवाना कितना बड़ा काम था, ये आप जानते हैं। लंबी वेटिंग, बहुत सारे कॉम्प्लेक्स डॉक्यूमेंटेशन का प्रोसेस, अक्सर राज्यों की राजधानी में ही पासपोर्ट केंद्र होते थे, छोटे शहरों के लोगों को पासपोर्ट बनवाना होता था, तो वो एक-दो दिन कहीं ठहरने का इंतजाम करके चलते थे, अब वो हालात पूरी तरह बदल गया है, एक आंकड़े पर आप ध्यान दीजिए, पहले देश में सिर्फ 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र थे, आज इनकी संख्या 550 से ज्यादा हो गई है। पहले पासपोर्ट बनवाने में, और मैं 2013 के पहले की बात कर रहा हूं, मैं पिछले शताब्दी की बात नहीं कर रहा हूं, पासपोर्ट बनवाने में जो वेटिंग टाइम 50 दिन तक होता था, वो अब 5-6 दिन तक सिमट गया है।

साथियों,

ऐसा ही ट्रांसफॉर्मेशन हमने बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में भी देखा है। हमारे देश में 50-60 साल पहले बैंकों का नेशनलाइजेशन किया गया, ये कहकर कि इससे लोगों को बैंकिंग सुविधा सुलभ होगी। इस दावे की सच्चाई हम जानते हैं। हालत ये थी कि लाखों गांवों में बैंकिंग की कोई सुविधा ही नहीं थी। हमने इस स्थिति को भी बदला है। ऑनलाइन बैंकिंग तो हर घर में पहुंचाई है, आज देश के हर 5 किलोमीटर के दायरे में कोई न कोई बैंकिंग टच प्वाइंट जरूर है। और हमने सिर्फ बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का ही दायरा नहीं बढ़ाया, बल्कि बैंकिंग सिस्टम को भी मजबूत किया। आज बैंकों का NPA बहुत कम हो गया है। आज बैंकों का प्रॉफिट, एक लाख 40 हज़ार करोड़ रुपए के नए रिकॉर्ड को पार कर चुका है। और इतना ही नहीं, जिन लोगों ने जनता को लूटा है, उनको भी अब लूटा हुआ धन लौटाना पड़ रहा है। जिस ED को दिन-रात गालियां दी जा रही है, ED ने 22 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक वसूले हैं। ये पैसा, कानूनी तरीके से उन पीड़ितों तक वापिस पहुंचाया जा रहा है, जिनसे ये पैसा लूटा गया था।

साथियों,

Efficiency से गवर्नमेंट Effective होती है। कम समय में ज्यादा काम हो, कम रिसोर्सेज़ में अधिक काम हो, फिजूलखर्ची ना हो, रेड टेप के बजाय रेड कार्पेट पर बल हो, जब कोई सरकार ये करती है, तो समझिए कि वो देश के संसाधनों को रिस्पेक्ट दे रही है। और पिछले 11 साल से ये हमारी सरकार की बड़ी प्राथमिकता रहा है। मैं कुछ उदाहरणों के साथ अपनी बात बताऊंगा।

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साथियों,

अतीत में हमने देखा है कि सरकारें कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिनिस्ट्रीज में accommodate करने की कोशिश करती थीं। लेकिन हमारी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में ही कई मंत्रालयों का विलय कर दिया। आप सोचिए, Urban Development अलग मंत्रालय था और Housing and Urban Poverty Alleviation अलग मंत्रालय था, हमने दोनों को मर्ज करके Housing and Urban Affairs मंत्रालय बना दिया। इसी तरह, मिनिस्ट्री ऑफ ओवरसीज़ अफेयर्स अलग था, विदेश मंत्रालय अलग था, हमने इन दोनों को भी एक साथ जोड़ दिया, पहले जल संसाधन, नदी विकास मंत्रालय अलग था, और पेयजल मंत्रालय अलग था, हमने इन्हें भी जोड़कर जलशक्ति मंत्रालय बना दिया। हमने राजनीतिक मजबूरी के बजाय, देश की priorities और देश के resources को आगे रखा।

साथियों,

हमारी सरकार ने रूल्स और रेगुलेशन्स को भी कम किया, उन्हें आसान बनाया। करीब 1500 ऐसे कानून थे, जो समय के साथ अपना महत्व खो चुके थे। उनको हमारी सरकार ने खत्म किया। करीब 40 हज़ार, compliances को हटाया गया। ऐसे कदमों से दो फायदे हुए, एक तो जनता को harassment से मुक्ति मिली, और दूसरा, सरकारी मशीनरी की एनर्जी भी बची। एक और Example GST का है। 30 से ज्यादा टैक्सेज़ को मिलाकर एक टैक्स बना दिया गया है। इसको process के, documentation के हिसाब से देखें तो कितनी बड़ी बचत हुई है।

साथियों,

सरकारी खरीद में पहले कितनी फिजूलखर्ची होती थी, कितना करप्शन होता था, ये मीडिया के आप लोग आए दिन रिपोर्ट करते थे। हमने, GeM यानि गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म बनाया। अब सरकारी डिपार्टमेंट, इस प्लेटफॉर्म पर अपनी जरूरतें बताते हैं, इसी पर वेंडर बोली लगाते हैं और फिर ऑर्डर दिया जाता है। इसके कारण, भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हुई है, और सरकार को एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की बचत भी हुई है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर- DBT की जो व्यवस्था भारत ने बनाई है, उसकी तो दुनिया में चर्चा है। DBT की वजह से टैक्स पेयर्स के 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा, गलत हाथों में जाने से बचे हैं। 10 करोड़ से ज्यादा फर्ज़ी लाभार्थी, जिनका जन्म भी नहीं हुआ था, जो सरकारी योजनाओं का फायदा ले रहे थे, ऐसे फर्जी नामों को भी हमने कागजों से हटाया है।

साथियों,

 

हमारी सरकार टैक्स की पाई-पाई का ईमानदारी से उपयोग करती है, और टैक्सपेयर का भी सम्मान करती है, सरकार ने टैक्स सिस्टम को टैक्सपेयर फ्रेंडली बनाया है। आज ITR फाइलिंग का प्रोसेस पहले से कहीं ज्यादा सरल और तेज़ है। पहले सीए की मदद के बिना, ITR फाइल करना मुश्किल होता था। आज आप कुछ ही समय के भीतर खुद ही ऑनलाइन ITR फाइल कर पा रहे हैं। और रिटर्न फाइल करने के कुछ ही दिनों में रिफंड आपके अकाउंट में भी आ जाता है। फेसलेस असेसमेंट स्कीम भी टैक्सपेयर्स को परेशानियों से बचा रही है। गवर्नेंस में efficiency से जुड़े ऐसे अनेक रिफॉर्म्स ने दुनिया को एक नया गवर्नेंस मॉडल दिया है।

साथियों,

पिछले 10-11 साल में भारत हर सेक्टर में बदला है, हर क्षेत्र में आगे बढ़ा है। और एक बड़ा बदलाव सोच का आया है। आज़ादी के बाद के अनेक दशकों तक, भारत में ऐसी सोच को बढ़ावा दिया गया, जिसमें सिर्फ विदेशी को ही बेहतर माना गया। दुकान में भी कुछ खरीदने जाओ, तो दुकानदार के पहले बोल यही होते थे – भाई साहब लीजिए ना, ये तो इंपोर्टेड है ! आज स्थिति बदल गई है। आज लोग सामने से पूछते हैं- भाई, मेड इन इंडिया है या नहीं है?

साथियों,

आज हम भारत की मैन्युफैक्चरिंग एक्सीलेंस का एक नया रूप देख रहे हैं। अभी 3-4 दिन पहले ही एक न्यूज आई है कि भारत ने अपनी पहली MRI मशीन बना ली है। अब सोचिए, इतने दशकों तक हमारे यहां स्वदेशी MRI मशीन ही नहीं थी। अब मेड इन इंडिया MRI मशीन होगी तो जांच की कीमत भी बहुत कम हो जाएगी।

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साथियों,

आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया अभियान ने, देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को एक नई ऊर्जा दी है। पहले दुनिया भारत को ग्लोबल मार्केट कहती थी, आज वही दुनिया, भारत को एक बड़े Manufacturing Hub के रूप में देख रही है। ये सक्सेस कितनी बड़ी है, इसके उदाहरण आपको हर सेक्टर में मिलेंगे। जैसे हमारी मोबाइल फोन इंडस्ट्री है। 2014-15 में हमारा एक्सपोर्ट, वन बिलियन डॉलर तक भी नहीं था। लेकिन एक दशक में, हम ट्वेंटी बिलियन डॉलर के फिगर से भी आगे निकल चुके हैं। आज भारत ग्लोबल टेलिकॉम और नेटवर्किंग इंडस्ट्री का एक पावर सेंटर बनता जा रहा है। Automotive Sector की Success से भी आप अच्छी तरह परिचित हैं। इससे जुड़े Components के एक्सपोर्ट में भी भारत एक नई पहचान बना रहा है। पहले हम बहुत बड़ी मात्रा में मोटर-साइकल पार्ट्स इंपोर्ट करते थे। लेकिन आज भारत में बने पार्ट्स UAE और जर्मनी जैसे अनेक देशों तक पहुंच रहे हैं। सोलर एनर्जी सेक्टर ने भी सफलता के नए आयाम गढ़े हैं। हमारे सोलर सेल्स, सोलर मॉड्यूल का इंपोर्ट कम हो रहा है और एक्सपोर्ट्स 23 गुना तक बढ़ गए हैं। बीते एक दशक में हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट भी 21 गुना बढ़ा है। ये सारी अचीवमेंट्स, देश की मैन्युफैक्चरिंग इकोनॉमी की ताकत को दिखाती है। ये दिखाती है कि भारत में कैसे हर सेक्टर में नई जॉब्स भी क्रिएट हो रही हैं।

साथियों,

TV9 की इस समिट में, विस्तार से चर्चा होगी, अनेक विषयों पर मंथन होगा। आज हम जो भी सोचेंगे, जिस भी विजन पर आगे बढ़ेंगे, वो हमारे आने वाले कल को, देश के भविष्य को डिजाइन करेगा। पिछली शताब्दी के इसी दशक में, भारत ने एक नई ऊर्जा के साथ आजादी के लिए नई यात्रा शुरू की थी। और हमने 1947 में आजादी हासिल करके भी दिखाई। अब इस दशक में हम विकसित भारत के लक्ष्य के लिए चल रहे हैं। और हमें 2047 तक विकसित भारत का सपना जरूर पूरा करना है। और जैसा मैंने लाल किले से कहा है, इसमें सबका प्रयास आवश्यक है। इस समिट का आयोजन कर, TV9 ने भी अपनी तरफ से एक positive initiative लिया है। एक बार फिर आप सभी को इस समिट की सफलता के लिए मेरी ढेर सारी शुभकामनाएं हैं।

मैं TV9 को विशेष रूप से बधाई दूंगा, क्योंकि पहले भी मीडिया हाउस समिट करते रहे हैं, लेकिन ज्यादातर एक छोटे से फाइव स्टार होटल के कमरे में, वो समिट होती थी और बोलने वाले भी वही, सुनने वाले भी वही, कमरा भी वही। TV9 ने इस परंपरा को तोड़ा और ये जो मॉडल प्लेस किया है, 2 साल के भीतर-भीतर देख लेना, सभी मीडिया हाउस को यही करना पड़ेगा। यानी TV9 Thinks Today वो बाकियों के लिए रास्ता खोल देगा। मैं इस प्रयास के लिए बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं, आपकी पूरी टीम को, और सबसे बड़ी खुशी की बात है कि आपने इस इवेंट को एक मीडिया हाउस की भलाई के लिए नहीं, देश की भलाई के लिए आपने उसकी रचना की। 50,000 से ज्यादा नौजवानों के साथ एक मिशन मोड में बातचीत करना, उनको जोड़ना, उनको मिशन के साथ जोड़ना और उसमें से जो बच्चे सिलेक्ट होकर के आए, उनकी आगे की ट्रेनिंग की चिंता करना, ये अपने आप में बहुत अद्भुत काम है। मैं आपको बहुत बधाई देता हूं। जिन नौजवानों से मुझे यहां फोटो निकलवाने का मौका मिला है, मुझे भी खुशी हुई कि देश के होनहार लोगों के साथ, मैं अपनी फोटो निकलवा पाया। मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं दोस्तों कि आपके साथ मेरी फोटो आज निकली है। और मुझे पक्का विश्वास है कि सारी युवा पीढ़ी, जो मुझे दिख रही है, 2047 में जब देश विकसित भारत बनेगा, सबसे ज्यादा बेनिफिशियरी आप लोग हैं, क्योंकि आप उम्र के उस पड़ाव पर होंगे, जब भारत विकसित होगा, आपके लिए मौज ही मौज है। आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

धन्यवाद।