QuoteEven small leaders of BJD have now become millionaires. BJD did not let you benefit from the resources of Odisha: PM Modi in Dhenkanal
QuoteBJD has given nothing to Odisha. Farmers, youth and Adivasis are still struggling for a better life: PM Modi in Dhenkanal

जय जगन्नाथ! जय जगन्नाथ! जय जगन्नाथ!

जय श्री राम! जय श्री राम! जय श्री राम!

एठी उपस्थिता भाई ओ भौणी मानंकु मोर नमस्कार…जुहार !

यहां मैंने देखा एक बिटिया बहुत बढ़िया चित्र बना कर लाई थी, साथ में राम मंदिर भी बनाया था, वो चित्र के पीछे आपने अपना नाम पता लिखा है। ये बच्ची भी कोई किताब लाई है, देना चाहती है, ले लीजिए भाई। वो कोई नौजवान हमारी मां का चित्र बनाकर लाए हैं। वो भी ले लीजिए। वो बच्ची एक किताब जैसा है उसके हाथ में ले लिया? आप सबने अपना अता-पता लिखा है। आप लोग इतना उत्साह उमंग के साथ इतनी मेहनत करके, अपनी भावनाएं प्रकट कर रहे हैं। मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। ये कोई बुजुर्ग आदमी को भी मन कर गया, लेकर आ रहे हैं, उनसे भी ले लीजिए। हमारा ओडिशा कला का धाम है। हर परिवार में कला है। इतनी बढ़िया बढ़िया चीजें बना कर लाते हैं सब, लेकिन इसके साथ आप अपना प्यार भी लेकर आते हैं। आप अपनी शुभकामनाएं लेकर आते हैं और वही मेरी सबसे बड़ी ऊर्जा है वही मेरी सबसे बड़ी ताकत है।

साथियों,

महिमा गोसाईं और भीमा भोई की स्मृति को मैं नमन करता हूँ। मैंने अपने जीवन का लंबा समय पार्टी के और संगठन के कार्य के लिए खपाया है। और मैं संगठन की बारिकियों को बहुत भली भांति जानता हूं। अगर मुझे गुजरात में कोई कहे की बहुत बड़े लीडर ने वाले हैं। सुबह 10-11 बजे रैली करो, तो मैं हाथ जोड़कर कहता था कि नहीं जी 10.30-11.00 बजे कौन आएगा? ये संभव नहीं है आप 2 बजे के बाद का टाइम दे दो। बड़ा मुश्किल होता था। सुबह 10 बजे ये भीड़ ये जनसैलाब, पीछे पूरा स्टेडियम भरा पड़ा है। ये अद्भुत दृश्य है और ये तो 10.30 बजे हैं। मैं जब सुबह 7 बजे पुरी में भगवान जगन्नाथ जी के चरणों में वंदन करने के लिए गया था। भगवान जगन्नाथ जी के यहां आशीर्वाद लेने गया था। सुबह 7 बजे पुरी के रास्तों पर हजारों लोगों की भीड़ और मैं अभी सीधे पुरी से आ रहा हूं। थोड़ी देर पहले मुझे महाप्रभु जगन्नाथ जी के दर्शन और पूजा अर्चना का सौभाग्य मिला है। और जगन्नाथ जी ऐसे हैं हर किसी की आशा पूरी करते हैं, तभी तो वो पुरी है। मैंने ओडिशा और देश की सुख और समृद्धि के लिए महाप्रभु जगन्नाथ जी से आशीर्वाद मांगा है।

भाइयों और बहनों,

आज देश में 5वें चरण का मतदान भी हो रहा है। बड़ी संख्या में वोटर पोलिंग बूथ पर पहुंचकर अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। मैं सभी मतदाताओं से और विशेषकर फर्स्ट टाइम वोटर्स से आग्रह करूंगा कि वे अपना वोट जरूर डालें।

साथियों,

जिनको अभी भी मन में दुविधा है गर्मी है, जाऊं ना जाऊं। वो जरा इस सभा में मैं एक नौजवान को देख रहा हूं और मैं देख रहा हूं वो व्हील चेयर पर है। ये इससे बड़ा इंस्परेशन क्या हो सकता है। एक जागरूक नागरिक अपनी असुविधा, अपनी कठिनाई की परवाह किए बिना राष्ट्र के लिए क्या करना चाहिए, इसलिए यहां आकर के मौजूद है, मतदाताओं के लिए यही प्रेरणा है। मैं आपका बहुत आभारी हूं दोस्त।

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साथियों,

चुनाव के इस समय में दुनिया के कई एक्सपर्ट देशभर में घूम रहे हैं। इस तरफ जो चित्र लाए हैं, वो ले लीजिए, किसी को निराश मत कीजिए, ये लोग देने के लिए आए हैं। कुछ लेने के लिए नहीं आए हैं। इधर एक बच्ची है उसको आगे आने दीजिए। बहुत प्यारी छोटी सी गुड़िया देखिए, वो चित्र लेकर आई है। उस बच्ची को आगे आने दीजिए, शाबास बेटा। बेटा तुम्हारा चेहरा नहीं दिखाई देता है मुझे, इस बेटी का चेहरा मुझे देखना है। शाबास बेटा। देखिए 2047 में विकसित भारत होगा ना तो ये शान से देश को चलाते होंगे।

साथियों,

चुनाव के इस समय में दुनिया के कई एक्सपर्ट देश के कोने-कोने में जा रहे हैं। वहां के हालात का जायजा ले रहे हैं। लोकतंत्र से इस उत्सव को इंज्वाय कर रहे हैं। वो भारत के मतदाताओं की नब्ज टटोल रहे हैं। हर कोई हैरान है..हर कोई चकित है...ये जनसमर्थन...जनता जनार्दन का ये आशीर्वाद....हर कोई मोदी सरकार को तीसरी बार वापस लाना चाहता है। इसमें भी हमारी माताओं-बहनों का, हमारे नौजवानों का उत्साह बहुत अधिक है। ओडिशा में तो ये मैं सामने देख रहा हूं। यहां एक ही नारा गूंज रहा है-ओडिशा के गांव-गांव गली-गली एक ही नारा गूंज रहा है। ओडिशा में पहली बार...डबल इंजन सरकार! उड़ीसा रे प्रथम थर हेब...डबल इंजीन सरकार l उड़ीसा रे प्रथम थर हेब...डबल इंजीन सरकार l

साथियों,

आपने BJD सरकार पर 25 साल भरोसा किया है...आज पूरा ओडिशा ये आत्ममंथन कर रहा है कि इन 25 वर्षों में उसे क्या मिला। आज भी यहां किसान परेशान हैं...आज भी नौजवान छोटे-छोटे काम के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं। हद तो ये है...कि आदिवासी क्षेत्र जहां जल-जंगल-जमीन है, खनिज संपदा है, वहां सबसे ज्यादा बेहाली है। और इन्ही इलाकों से सबसे ज्यादा पलायन होता है। क्यों भई? इतने समृद्ध ओडिशा की जनता इतनी गरीबी में जीने के लिए मजबूर क्यों है? ये काले शर्ट वाली बच्ची है ना वो कब से किताब लेकर खड़ी है। जरा ले लीजिए उससे, बेटा आगे आ जाइए, यहां आना संभव नहीं है बेटा। अब मैं अपनी बात करूं आगे। आप इतना प्यार बरसाते हैं कि मेरी बोलती बंद हो जाती है।

साथियों,

मैं गुजरात से आया हूं, सोमनाथ की धरती से आया हूं, जगन्नाथ को प्रणाम करने आया हूं। लेकिन मैं ओडिशा में जो गरीबी देखता हूं। मेरे दिल में बहुत बड़ा दर्द होता है। कितना समृद्ध प्रदेश इतनी महान विरासत ये मेरे ओडिशा को किसने तबाह कर दिया। किसने बर्बाद कर दिया, किसने इसके नौजवानों के सपनों को कुचल डाला। एक-एक बात मुझे बहुत दर्द करती है। बहुत पीड़ा करती है। और मैं देखता हूं कि उसकी वजह क्या है। इसकी वजह है, BJD सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचारियों के कब्जे से घिरी हुई है। मुट्ठी भर भ्रष्टाचारी मुख्यमंत्री आवास को, मुख्यमंत्री कार्यालय को कब्जा करके बैठ गए हैं। BJD के छोटे-छोटे नेता भी करोड़ों के मालिक बन गए हैं।

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भाइयों और बहनों,

ओडिशा की BJD सरकार ने, यहां की खनिज संपदा का लाभ आपको नहीं मिलने दिया। 2014 में जब से आपने सेवा करने का अवसर दिया, हमने नई खनन नीति बनाई। इसके तहत ओडिशा को ज्यादा रॉयल्टी मिलती है। मोदी ने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड बनाया...ताकि यहां से निकलने वाले हर खनिज का एक हिस्सा यहीं के विकास में लगे। यहां रहने वाले लोगों को लाभ हो। आप अंदाजा लगा सकते हैं..हमने ओडिशा को कितने रुपए DMF के दिए? डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड..कितने रुपये दिए हैं। डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड के तहत करीब-करीब 26 हजार करोड़ रुपए...ये पैसे ढेंकनाल में बच्चों के स्कूल के लिए, गांवों की सड़कों के लिए खर्च होने थे। लेकिन इसमें भी BJD के लोगों ने भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार फैलाया।

साथियों,

BJD के राज में न तो ओडिशा की संपदा सुरक्षित है...और न ही ओडिशा की सांस्कृतिक धरोहर सुरक्षित है। ये तो पद्म सम्मान से पुरस्कृत अंतर्यामी मिश्रा जी की धरती है। जिन्होंने जगन्नाथ संस्कृति को लेकर इतना काम किया है। लेकिन BJD सरकार में जगन्नाथ जी का मंदिर भी सुरक्षित नहीं बचा है। पिछले 6 साल से श्री रत्न भंडार की चाबी का अता-पता नहीं है। मैं जरा आप सब से पूछना चाहता हूं। पूरे देश की श्रद्धा, सदियों से जो पूजा होती है। जिसका मालिक स्वंय भगवान जगन्नाथ है। अरे हमारे घर की चाबी खो जाए तो हम मन्नत करके हैं, महाप्रभु जगन्नाथ जी हमारे घर की चाबी खो गई है, कुछ मदद करो और महाप्रभु जगन्नाथ जी के आशीर्वाद से घर की चाबी भी घंटे-दो घंटे में मिल जाती है। 6 साल हो गए रत्न भंडार की चाबी खो गई है। इसके पीछे का बहुत बड़ा राज BJD सरकार और मुख्यमंत्री को घेरा डाल करके जो लोगों ने कब्जा किया हुआ है ना, वो सीधे-सीधे जिम्मेवार हैं। पूरा ओडिशा जानना चाहता है...कि जो जांच हुई थी, उसकी रिपोर्ट में ऐसा क्या है कि BJD ने वो रिपोर्ट ही दबा दी? BJD की खामोशी से लोगों का शक गहरा रहा है। मैं आज ओडिशा के लोगों को भरोसा देता हूं...ओडिशा में भाजपा सरकार बनते ही दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा। भाजपा सरकार जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करेगी। और महाप्रभु जगन्नाथ जी की हमारी सबसे बड़ी सेवा उसी से शुरू हो जाएगी।

साथियों,

ये बहुत गंभीर घटना है। जिसमें ओडिशा की धरोहरों को लेकर संवेदनशीलता नहीं है...वो धरोहरों का संरक्षण भी नहीं कर सकता। ओडिशा का तेज विकास तो ओडिशा की मिट्टी की संतान ही कर पाएगी। और इसलिए मोदी ने आपको गारंटी दी है। आप यहां भाजपा की सरकार बनाइए...भाजपा, ओडिशा के बेटे या बेटी को ही ओडिशा का मुख्यमंत्री बनाएगी। और आपको पता है ना शपथग्रहण की तारीख? मैं यहां आपको निमंत्रण देने आया हूं, 10 जून...10 जून को ओडिशा में डबल इंजन सरकार का शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा। ये सरकार का जाना तय है।

भाइयों और बहनों,

21वीं सदी के ओडिशा को विकास की जो रफ्तार चाहिए...वो BJD सरकार नहीं दे सकती। इस शताब्दी का अब तक का पूरा हिस्सा आप BJD को मौका दे चुके हैं। अब समय आ गया है कि आप BJD की ढीली-ढाली नीतियां, ढीले-ढाले काम को छोड़कर, Slow रफ्तार को छोड़कर, भाजपा की तेज रफ्तार सरकार चुनें। आप भी देख रहे हैं...पिछले 25 वर्षों से ओडिशा में सिंचाई के अनेक प्रोजेक्ट अटके, लटके और भटके हुए हैं। रेंगाली सिंचाई परियोजना...80 के दशक से बन रही है। आज तक नहरें नहीं बन पाईं। एक और प्रोजेक्ट स्वर्णरेखा सिंचाई परियोजना है। इस पर 1970 से प्लानिंग चल रही थी। आपने मोदी को अवसर दिया...तो इसको हम पीएम कृषि सिंचाई योजना के दायरे में लाए। ओडिशा में ऐसे 8 बड़े सिंचाई प्रोजेक्ट्स थे, जो कई-कई दशकों से लटके हुए थे। इनमें से 5 को तेज रफ्तार मोदी सरकार पूरा कर चुकी है। लेकिन BJD सरकार के ज्यादातर प्रोजेक्ट आज भी अधूरे ही हैं।

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साथियों,

ओडिशा के धान किसानों के साथ भी यहां बरसों से विश्वासघात हो रहा है। यहां किसान साल में एक फसल मुश्किल से ले पाता है। वो मेहनत करता है...धान उगाता है...लेकिन 2200 रुपए का घोषित MSP तक उसे नहीं मिल पाता। BJD के नेता, धान किसानों को मंडी में लूटते हैं। इसलिए भाजपा ने गारंटी दी है...आप मेरा एक काम करेंगे, जरा हाथ ऊपर कर बताइए, आप मेरा एक काम करेंगे। जरा जोर से बताइए करेंगे, आप हर किसान को मेरी तरफ से मिलिए और किसान को मेरी एक बात जरूर बताइए, उनको कहिए कि आज तक आपकी जो लूट हुई है। मोदी ने गारंटी दी है कि जब यहां बीजेपी की सरकार बनेगी, तो छत्तीसगढ़ की ही तरह ओडिशा में भी धान का MSP 2200 नहीं, 3100 रुपए क्विंटल होगा। यहां 3100 रुपए क्विंटल वाली बात हर किसान तक पहुंचाएंगे। ये मोदी की गारंटी पहुंचा देंगे। इतना ही नहीं 48 घंटे में यानि दो दिन के भीतर-भीतर धान का पैसा खाते में होगा। उन किसानों को बता दीजिए, अभी तौलने के बहाने जो कटनी-छटनी होती है...जो किसानों को लूटती है। उससे किसान को मुक्ति दिलाने के लिए मंडियों में इलेक्ट्रिक मशीन भी लगाई जाएगी।

साथियों,

BJD सरकार का पहली बार इस तरह कच्चा चिट्ठा पूरे देश के सामने आ रहा है। आदिवासी हितों को लेकर भी यहां की सरकार पूरी तरह बेपरवाह है। आप भी जानते हैं...मोदी सरकार, ने आदिवासी परिवारों के लिए वनधन योजना बनाई। इनके माध्यम से वन उत्पादों की खरीद MSP पर होती है। देशभर में साढ़े 3 हजार से अधिक वन धन केंद्र हैं। यहां ओडिशा में भी पौने 200 वन धन केंद्र खुले हैं। इनमें 80 से ज्यादा वन उत्पादों की खरीद MSP पर होती है। लेकिन BJD सरकार क्या करती है? वो वन उपज पर आपको सही MSP तक नहीं देती। 25 साल हो गए, नवीन बाबू की सरकार आदिवासियों के लिए यहां पेसा कानून तक लागू नहीं कर पाई। इससे आदिवासी परिवारों के भूमि अधिकार से जुड़ी अनेक समस्याएं ज्यों की त्यों हैं।

भाइयों और बहनों,

ओडिशा में BJD सरकार की वजह से हमारी माताओं-बहनों का घर चलाना बहुत मुश्किल हो गया है। अब देखिए...मोदी दिल्ली से आपको मुफ्त चावल देने के लिए पैसा भेजता है। लेकिन BJD के लोग, यहां उसमें अपनी फोटो लगाते हैं और आपके हिस्से का चावल बाहर बेच देते हैं। इसलिए ओडिशा की महिलाओं के लिए भाजपा ने एक बहुत बड़ी योजना बनाई है। भाजपा की सुभद्रा योजना...ओडिशा की हर बहन को बहुत मदद करने वाली है। मोदी आपके घर का बिजली बिल जीरो करने के लिए भी काम कर रहा है। पीएम सूर्यघर- मुफ्त बिजली योजना का तेजी से विस्तार हो रहा है। आप अपने घर पर सोलर पैनल लगाएं इसके लिए मोदी सरकार आपको 75 हजार रुपए से ज्यादा दे रही है। इससे बनी 300 यूनिट तक बिजली आप मुफ्त इस्तेमाल करेंगे और बाकी बिजली बेचकर आपकी कमाई भी होगी।

साथियों,

ओडिशा में डबल इंजन की सरकार के लिए भाजपा के उम्मीदवारों को MLA चुनकर भुवनेश्वर भेजिए। और साथ ही ढेंकनाल से मेरे बहुत पुराने मित्र, सबको आश्चर्य होगा। 40 वर्ष से भी पुरानी हमारी दोस्ती है। ऐसे रुद्र नारायण पाणि जी, 40 साल से मेरा नाता है इनसे और संबलपुर से धर्मेंद्र प्रधान को रिकॉर्ड वोटों से जिताकर दिल्ली भेजिए। यहां कुछ बहनें आशीर्वाद लेकर आई है, एक बच्ची चित्र लेकर आई है। जरा एसपीजी के लोग इसको कलेक्ट कर लीजिए। मैं आपका बहुत आभारी हूं, आप कब से प्रतिक्षा कर रही हैं। मेरी टीम ले लेगी मुझे पहुंच जाएगा, मैं आपके आशीर्वाद के लिए आभारी हूं। इधर भी देखिए एक नौजवान है, वो भी कुछ लेकर आए हैं। जरा इस तरफ भी कलेक्ट कर लीजिए। आपके प्यार का मेरे लिए बहुत मूल्य है जी। मैं आपको निराश नहीं कर सकता हूं। जो जो लोग रात रात चित्र बनाते हैं, या लेकर आते हैं , मेरे दिल को छू जाता है। मैं हृदय से बहुत आभारी हूं। और जिनतक मेरी बात पहुंचती नहीं है उनसे भी क्षमा मांगता हूं, क्योंकि सभा में मेरे लिए ये संभव नहीं होता है कि सबकी तरफ मेरा ध्यान जाए। बहुत से लोग बहुत मेहनत करके आए होंगे और बहुत सी चीजें छूट जाती होंगी। मेरा एक काम करेंगे आपलोग। क्यों ढीले पड़ गए, जरा हाथ ऊपर करके बताइए मेरा एक काम करेंगे। मेरा एक काम करेंगे। आप घर-घर जाइएगा और कहिएगा कि मोदी जी आए थे और मोदी जी ने परिवार में सबको नमस्कार कहा है, जुहार कहा है। मेरा नमस्कार पहुंचा देंगे, मेरा जुहार पहुंचा देंगे।

कहिए...

भारत माता की जय

भारत माता की जय

भारत माता की जय

बहुत-बहुत धन्यवाद !

  • कृष्ण सिंह राजपुरोहित भाजपा विधान सभा गुड़ामा लानी November 21, 2024

    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • Devendra Kunwar October 08, 2024

    BJP
  • दिग्विजय सिंह राना September 18, 2024

    हर हर महादेव
  • Rajpal Singh August 10, 2024

    🙏🏻🙏🏻
  • Vivek Kumar Gupta August 10, 2024

    नमो ................🙏🙏🙏🙏🙏
  • Vivek Kumar Gupta August 10, 2024

    नमो ......................🙏🙏🙏🙏🙏
  • Vimlesh Mishra July 22, 2024

    jai mata di
  • Dr Swapna Verma July 11, 2024

    jay ho
  • Dr Mukesh Ludanan July 02, 2024

    Jai ho
  • Pradhuman Singh Tomar June 26, 2024

    BJP 104
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In future leadership, SOUL's objective should be to instill both the Steel and Spirit in every sector to build Viksit Bharat: PM
February 21, 2025
QuoteThe School of Ultimate Leadership (SOUL) will shape leaders who excel nationally and globally: PM
QuoteToday, India is emerging as a global powerhouse: PM
QuoteLeaders must set trends: PM
QuoteIn future leadership, SOUL's objective should be to instill both the Steel and Spirit in every sector to build Viksit Bharat: PM
QuoteIndia needs leaders who can develop new institutions of global excellence: PM
QuoteThe bond forged by a shared purpose is stronger than blood: PM

His Excellency,

भूटान के प्रधानमंत्री, मेरे Brother दाशो शेरिंग तोबगे जी, सोल बोर्ड के चेयरमैन सुधीर मेहता, वाइस चेयरमैन हंसमुख अढ़िया, उद्योग जगत के दिग्गज, जो अपने जीवन में, अपने-अपने क्षेत्र में लीडरशिप देने में सफल रहे हैं, ऐसे अनेक महानुभावों को मैं यहां देख रहा हूं, और भविष्य जिनका इंतजार कर रहा है, ऐसे मेरे युवा साथियों को भी यहां देख रहा हूं।

साथियों,

कुछ आयोजन ऐसे होते हैं, जो हृदय के बहुत करीब होते हैं, और आज का ये कार्यक्रम भी ऐसा ही है। नेशन बिल्डिंग के लिए, बेहतर सिटिजन्स का डेवलपमेंट ज़रूरी है। व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण, जन से जगत, जन से जग, ये किसी भी ऊंचाई को प्राप्त करना है, विशालता को पाना है, तो आरंभ जन से ही शुरू होता है। हर क्षेत्र में बेहतरीन लीडर्स का डेवलपमेंट बहुत जरूरी है, और समय की मांग है। और इसलिए The School of Ultimate Leadership की स्थापना, विकसित भारत की विकास यात्रा में एक बहुत महत्वपूर्ण और बहुत बड़ा कदम है। इस संस्थान के नाम में ही ‘सोल’ है, ऐसा नहीं है, ये भारत की सोशल लाइफ की soul बनने वाला है, और हम लोग जिससे भली-भांति परिचित हैं, बार-बार सुनने को मिलता है- आत्मा, अगर इस सोल को उस भाव से देखें, तो ये आत्मा की अनुभूति कराता है। मैं इस मिशन से जुड़े सभी साथियों का, इस संस्थान से जुड़े सभी महानुभावों का हृदय से बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं। बहुत जल्द ही गिफ्ट सिटी के पास The School of Ultimate Leadership का एक विशाल कैंपस भी बनकर तैयार होने वाला है। और अभी जब मैं आपके बीच आ रहा था, तो चेयरमैन श्री ने मुझे उसका पूरा मॉडल दिखाया, प्लान दिखाया, वाकई मुझे लगता है कि आर्किटेक्चर की दृष्टि से भी ये लीडरशिप लेगा।

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साथियों,

आज जब The School of Ultimate Leadership- सोल, अपने सफर का पहला बड़ा कदम उठा रहा है, तब आपको ये याद रखना है कि आपकी दिशा क्या है, आपका लक्ष्य क्या है? स्वामी विवेकानंद ने कहा था- “Give me a hundred energetic young men and women and I shall transform India.” स्वामी विवेकानंद जी, भारत को गुलामी से बाहर निकालकर भारत को ट्रांसफॉर्म करना चाहते थे। और उनका विश्वास था कि अगर 100 लीडर्स उनके पास हों, तो वो भारत को आज़ाद ही नहीं बल्कि दुनिया का नंबर वन देश बना सकते हैं। इसी इच्छा-शक्ति के साथ, इसी मंत्र को लेकर हम सबको और विशेषकर आपको आगे बढ़ना है। आज हर भारतीय 21वीं सदी के विकसित भारत के लिए दिन-रात काम कर रहा है। ऐसे में 140 करोड़ के देश में भी हर सेक्टर में, हर वर्टिकल में, जीवन के हर पहलू में, हमें उत्तम से उत्तम लीडरशिप की जरूरत है। सिर्फ पॉलीटिकल लीडरशिप नहीं, जीवन के हर क्षेत्र में School of Ultimate Leadership के पास भी 21st सेंचुरी की लीडरशिप तैयार करने का बहुत बड़ा स्कोप है। मुझे विश्वास है, School of Ultimate Leadership से ऐसे लीडर निकलेंगे, जो देश ही नहीं बल्कि दुनिया की संस्थाओं में, हर क्षेत्र में अपना परचम लहराएंगे। और हो सकता है, यहां से ट्रेनिंग लेकर निकला कोई युवा, शायद पॉलिटिक्स में नया मुकाम हासिल करे।

साथियों,

कोई भी देश जब तरक्की करता है, तो नेचुरल रिसोर्सेज की अपनी भूमिका होती ही है, लेकिन उससे भी ज्यादा ह्यूमेन रिसोर्स की बहुत बड़ी भूमिका है। मुझे याद है, जब महाराष्ट्र और गुजरात के अलग होने का आंदोलन चल रहा था, तब तो हम बहुत बच्चे थे, लेकिन उस समय एक चर्चा ये भी होती थी, कि गुजरात अलग होकर के क्या करेगा? उसके पास कोई प्राकृतिक संसाधन नहीं है, कोई खदान नहीं है, ना कोयला है, कुछ नहीं है, ये करेगा क्या? पानी भी नहीं है, रेगिस्तान है और उधर पाकिस्तान है, ये करेगा क्या? और ज्यादा से ज्यादा इन गुजरात वालों के पास नमक है, और है क्या? लेकिन लीडरशिप की ताकत देखिए, आज वही गुजरात सब कुछ है। वहां के जन सामान्य में ये जो सामर्थ्य था, रोते नहीं बैठें, कि ये नहीं है, वो नहीं है, ढ़िकना नहीं, फलाना नहीं, अरे जो है सो वो। गुजरात में डायमंड की एक भी खदान नहीं है, लेकिन दुनिया में 10 में से 9 डायमंड वो है, जो किसी न किसी गुजराती का हाथ लगा हुआ होता है। मेरे कहने का तात्पर्य ये है कि सिर्फ संसाधन ही नहीं, सबसे बड़ा सामर्थ्य होता है- ह्यूमन रिसोर्स में, मानवीय सामर्थ्य में, जनशक्ति में और जिसको आपकी भाषा में लीडरशिप कहा जाता है।

21st सेंचुरी में तो ऐसे रिसोर्स की ज़रूरत है, जो इनोवेशन को लीड कर सकें, जो स्किल को चैनेलाइज कर सकें। आज हम देखते हैं कि हर क्षेत्र में स्किल का कितना बड़ा महत्व है। इसलिए जो लीडरशिप डेवलपमेंट का क्षेत्र है, उसे भी नई स्किल्स चाहिए। हमें बहुत साइंटिफिक तरीके से लीडरशिप डेवलपमेंट के इस काम को तेज गति से आगे बढ़ाना है। इस दिशा में सोल की, आपके संस्थान की बहुत बड़ी भूमिका है। मुझे ये जानकर अच्छा लगा कि आपने इसके लिए काम भी शुरु कर दिया है। विधिवत भले आज आपका ये पहला कार्यक्रम दिखता हो, मुझे बताया गया कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के effective implementation के लिए, State Education Secretaries, State Project Directors और अन्य अधिकारियों के लिए वर्क-शॉप्स हुई हैं। गुजरात के चीफ मिनिस्टर ऑफिस के स्टाफ में लीडरशिप डेवलपमेंट के लिए चिंतन शिविर लगाया गया है। और मैं कह सकता हूं, ये तो अभी शुरुआत है। अभी तो सोल को दुनिया का सबसे बेहतरीन लीडरशिप डेवलपमेंट संस्थान बनते देखना है। और इसके लिए परिश्रम करके दिखाना भी है।

साथियों,

आज भारत एक ग्लोबल पावर हाउस के रूप में Emerge हो रहा है। ये Momentum, ये Speed और तेज हो, हर क्षेत्र में हो, इसके लिए हमें वर्ल्ड क्लास लीडर्स की, इंटरनेशनल लीडरशिप की जरूरत है। SOUL जैसे Leadership Institutions, इसमें Game Changer साबित हो सकते हैं। ऐसे International Institutions हमारी Choice ही नहीं, हमारी Necessity हैं। आज भारत को हर सेक्टर में Energetic Leaders की भी जरूरत है, जो Global Complexities का, Global Needs का Solution ढूंढ पाएं। जो Problems को Solve करते समय, देश के Interest को Global Stage पर सबसे आगे रखें। जिनकी अप्रोच ग्लोबल हो, लेकिन सोच का एक महत्वपूर्ण हिस्सा Local भी हो। हमें ऐसे Individuals तैयार करने होंगे, जो Indian Mind के साथ, International Mind-set को समझते हुए आगे बढ़ें। जो Strategic Decision Making, Crisis Management और Futuristic Thinking के लिए हर पल तैयार हों। अगर हमें International Markets में, Global Institutions में Compete करना है, तो हमें ऐसे Leaders चाहिए जो International Business Dynamics की समझ रखते हों। SOUL का काम यही है, आपकी स्केल बड़ी है, स्कोप बड़ा है, और आपसे उम्मीद भी उतनी ही ज्यादा हैं।

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साथियों,

आप सभी को एक बात हमेशा- हमेशा उपयोगी होगी, आने वाले समय में Leadership सिर्फ Power तक सीमित नहीं होगी। Leadership के Roles में वही होगा, जिसमें Innovation और Impact की Capabilities हों। देश के Individuals को इस Need के हिसाब से Emerge होना पड़ेगा। SOUL इन Individuals में Critical Thinking, Risk Taking और Solution Driven Mindset develop करने वाला Institution होगा। आने वाले समय में, इस संस्थान से ऐसे लीडर्स निकलेंगे, जो Disruptive Changes के बीच काम करने को तैयार होंगे।

साथियों,

हमें ऐसे लीडर्स बनाने होंगे, जो ट्रेंड बनाने में नहीं, ट्रेंड सेट करने के लिए काम करने वाले हों। आने वाले समय में जब हम Diplomacy से Tech Innovation तक, एक नई लीडरशिप को आगे बढ़ाएंगे। तो इन सारे Sectors में भारत का Influence और impact, दोनों कई गुणा बढ़ेंगे। यानि एक तरह से भारत का पूरा विजन, पूरा फ्यूचर एक Strong Leadership Generation पर निर्भर होगा। इसलिए हमें Global Thinking और Local Upbringing के साथ आगे बढ़ना है। हमारी Governance को, हमारी Policy Making को हमने World Class बनाना होगा। ये तभी हो पाएगा, जब हमारे Policy Makers, Bureaucrats, Entrepreneurs, अपनी पॉलिसीज़ को Global Best Practices के साथ जोड़कर Frame कर पाएंगे। और इसमें सोल जैसे संस्थान की बहुत बड़ी भूमिका होगी।

साथियों,

मैंने पहले भी कहा कि अगर हमें विकसित भारत बनाना है, तो हमें हर क्षेत्र में तेज गति से आगे बढ़ना होगा। हमारे यहां शास्त्रों में कहा गया है-

यत् यत् आचरति श्रेष्ठः, तत् तत् एव इतरः जनः।।

यानि श्रेष्ठ मनुष्य जैसा आचरण करता है, सामान्य लोग उसे ही फॉलो करते हैं। इसलिए, ऐसी लीडरशिप ज़रूरी है, जो हर aspect में वैसी हो, जो भारत के नेशनल विजन को रिफ्लेक्ट करे, उसके हिसाब से conduct करे। फ्यूचर लीडरशिप में, विकसित भारत के निर्माण के लिए ज़रूरी स्टील और ज़रूरी स्पिरिट, दोनों पैदा करना है, SOUL का उद्देश्य वही होना चाहिए। उसके बाद जरूरी change और रिफॉर्म अपने आप आते रहेंगे।

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साथियों,

ये स्टील और स्पिरिट, हमें पब्लिक पॉलिसी और सोशल सेक्टर्स में भी पैदा करनी है। हमें Deep-Tech, Space, Biotech, Renewable Energy जैसे अनेक Emerging Sectors के लिए लीडरशिप तैयार करनी है। Sports, Agriculture, Manufacturing और Social Service जैसे Conventional Sectors के लिए भी नेतृत्व बनाना है। हमें हर सेक्टर्स में excellence को aspire ही नहीं, अचीव भी करना है। इसलिए, भारत को ऐसे लीडर्स की जरूरत होगी, जो Global Excellence के नए Institutions को डेवलप करें। हमारा इतिहास तो ऐसे Institutions की Glorious Stories से भरा पड़ा है। हमें उस Spirit को revive करना है और ये मुश्किल भी नहीं है। दुनिया में ऐसे अनेक देशों के उदाहरण हैं, जिन्होंने ये करके दिखाया है। मैं समझता हूं, यहां इस हॉल में बैठे साथी और बाहर जो हमें सुन रहे हैं, देख रहे हैं, ऐसे लाखों-लाख साथी हैं, सब के सब सामर्थ्यवान हैं। ये इंस्टीट्यूट, आपके सपनों, आपके विजन की भी प्रयोगशाला होनी चाहिए। ताकि आज से 25-50 साल बाद की पीढ़ी आपको गर्व के साथ याद करें। आप आज जो ये नींव रख रहे हैं, उसका गौरवगान कर सके।

साथियों,

एक institute के रूप में आपके सामने करोड़ों भारतीयों का संकल्प और सपना, दोनों एकदम स्पष्ट होना चाहिए। आपके सामने वो सेक्टर्स और फैक्टर्स भी स्पष्ट होने चाहिए, जो हमारे लिए चैलेंज भी हैं और opportunity भी हैं। जब हम एक लक्ष्य के साथ आगे बढ़ते हैं, मिलकर प्रयास करते हैं, तो नतीजे भी अद्भुत मिलते हैं। The bond forged by a shared purpose is stronger than blood. ये माइंड्स को unite करता है, ये passion को fuel करता है और ये समय की कसौटी पर खरा उतरता है। जब Common goal बड़ा होता है, जब आपका purpose बड़ा होता है, ऐसे में leadership भी विकसित होती है, Team spirit भी विकसित होती है, लोग खुद को अपने Goals के लिए dedicate कर देते हैं। जब Common goal होता है, एक shared purpose होता है, तो हर individual की best capacity भी बाहर आती है। और इतना ही नहीं, वो बड़े संकल्प के अनुसार अपनी capabilities बढ़ाता भी है। और इस process में एक लीडर डेवलप होता है। उसमें जो क्षमता नहीं है, उसे वो acquire करने की कोशिश करता है, ताकि औऱ ऊपर पहुंच सकें।

साथियों,

जब shared purpose होता है तो team spirit की अभूतपूर्व भावना हमें गाइड करती है। जब सारे लोग एक shared purpose के co-traveller के तौर पर एक साथ चलते हैं, तो एक bonding विकसित होती है। ये team building का प्रोसेस भी leadership को जन्म देता है। हमारी आज़ादी की लड़ाई से बेहतर Shared purpose का क्या उदाहरण हो सकता है? हमारे freedom struggle से सिर्फ पॉलिटिक्स ही नहीं, दूसरे सेक्टर्स में भी लीडर्स बने। आज हमें आज़ादी के आंदोलन के उसी भाव को वापस जीना है। उसी से प्रेरणा लेते हुए, आगे बढ़ना है।

साथियों,

संस्कृत में एक बहुत ही सुंदर सुभाषित है:

अमन्त्रं अक्षरं नास्ति, नास्ति मूलं अनौषधम्। अयोग्यः पुरुषो नास्ति, योजकाः तत्र दुर्लभः।।

यानि ऐसा कोई शब्द नहीं, जिसमें मंत्र ना बन सके। ऐसी कोई जड़ी-बूटी नहीं, जिससे औषधि ना बन सके। कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं, जो अयोग्य हो। लेकिन सभी को जरूरत सिर्फ ऐसे योजनाकार की है, जो उनका सही जगह इस्तेमाल करे, उन्हें सही दिशा दे। SOUL का रोल भी उस योजनाकार का ही है। आपको भी शब्दों को मंत्र में बदलना है, जड़ी-बूटी को औषधि में बदलना है। यहां भी कई लीडर्स बैठे हैं। आपने लीडरशिप के ये गुर सीखे हैं, तराशे हैं। मैंने कहीं पढ़ा था- If you develop yourself, you can experience personal success. If you develop a team, your organization can experience growth. If you develop leaders, your organization can achieve explosive growth. इन तीन वाक्यों से हमें हमेशा याद रहेगा कि हमें करना क्या है, हमें contribute करना है।

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साथियों,

आज देश में एक नई सामाजिक व्यवस्था बन रही है, जिसको वो युवा पीढी गढ़ रही है, जो 21वीं सदी में पैदा हुई है, जो बीते दशक में पैदा हुई है। ये सही मायने में विकसित भारत की पहली पीढ़ी होने जा रही है, अमृत पीढ़ी होने जा रही है। मुझे विश्वास है कि ये नया संस्थान, ऐसी इस अमृत पीढ़ी की लीडरशिप तैयार करने में एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। एक बार फिर से आप सभी को मैं बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।

भूटान के राजा का आज जन्मदिन होना, और हमारे यहां यह अवसर होना, ये अपने आप में बहुत ही सुखद संयोग है। और भूटान के प्रधानमंत्री जी का इतने महत्वपूर्ण दिवस में यहां आना और भूटान के राजा का उनको यहां भेजने में बहुत बड़ा रोल है, तो मैं उनका भी हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं।

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साथियों,

ये दो दिन, अगर मेरे पास समय होता तो मैं ये दो दिन यहीं रह जाता, क्योंकि मैं कुछ समय पहले विकसित भारत का एक कार्यक्रम था आप में से कई नौजवान थे उसमें, तो लगभग पूरा दिन यहां रहा था, सबसे मिला, गप्पे मार रहा था, मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला, बहुत कुछ जानने को मिला, और आज तो मेरा सौभाग्य है, मैं देख रहा हूं कि फर्स्ट रो में सारे लीडर्स वो बैठे हैं जो अपने जीवन में सफलता की नई-नई ऊंचाइयां प्राप्त कर चुके हैं। ये आपके लिए बड़ा अवसर है, इन सबके साथ मिलना, बैठना, बातें करना। मुझे ये सौभाग्य नहीं मिलता है, क्योंकि मुझे जब ये मिलते हैं तब वो कुछ ना कुछ काम लेकर आते हैं। लेकिन आपको उनके अनुभवों से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा, जानने को मिलेगा। ये स्वयं में, अपने-अपने क्षेत्र में, बड़े अचीवर्स हैं। और उन्होंने इतना समय आप लोगों के लिए दिया है, इसी में मन लगता है कि इस सोल नाम की इंस्टीट्यूशन का मैं एक बहुत उज्ज्वल भविष्य देख रहा हूं, जब ऐसे सफल लोग बीज बोते हैं तो वो वट वृक्ष भी सफलता की नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने वाले लीडर्स को पैदा करके रहेगा, ये पूरे विश्वास के साथ मैं फिर एक बार इस समय देने वाले, सामर्थ्य बढ़ाने वाले, शक्ति देने वाले हर किसी का आभार व्यक्त करते हुए, मेरे नौजवानों के लिए मेरे बहुत सपने हैं, मेरी बहुत उम्मीदें हैं और मैं हर पल, मैं मेरे देश के नौजवानों के लिए कुछ ना कुछ करता रहूं, ये भाव मेरे भीतर हमेशा पड़ा रहता है, मौका ढूंढता रहता हूँ और आज फिर एक बार वो अवसर मिला है, मेरी तरफ से नौजवानों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

बहुत-बहुत धन्यवाद।