QuoteEvery single vote you cast will guarantee development and ensure the protection and respect of our tribal heritage: PM in Jharkhand rally
QuoteBe vigilant against the conspiracy of Congress and its allies: PM Modi in Chaibasa
QuoteWhen I say we need to build a Viksit Bharat, a Viksit Jharkhand, I say this for the better future of your children: PM

जय जोहार !

ये भगवान बिरसा मुंडा और शहीद पोटो हो के पराक्रम की धरती है। झारखंड की ये भूमि, जनजातीय गौरव, जनजातीय मान-मर्यादा की साक्षी रही है। ये माटी, उस आदिवासी शौर्य की साक्षी रही है, जिसने भारत की आज़ादी, भारत की संस्कृति और विरासत की रक्षा की है। इस धरा ने, भगवान बिरसा मुंडा, पोटो हो, तिलका मांझी, चांद-भैरव, निलांबर-पितांबर, सिद्धो-कान्हो जैसे अनगिनत वीरों को जन्म दिया। आदिवासी बलिदान का अमर साक्षी, हमारा ये सेरेंगसिया शहीद स्मारक भी है। ये हमारे ‘हो’ आदिवासी वीरों की गाथा कहता है। इतिहास गवाह है कि कैसे कोल्हान ने अत्याचारी अंग्रेज़ी सेना को टक्कर दी थी। आज फिर कोल्हान ने, JMM-कांग्रेस-RJD की अत्याचारी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कमर कस ली है। हर कोई कह रहा है कि इस बार कोल्हान नया इतिहास रचने जा रहा है। जो सालों-साल नहीं हुआ, वो इस साल होने जा रहा है। चाईबासा की इस विशाल रैली का संदेश भी यही है। आज मैं इस चुनाव अभियान में पहली बार आया हूं। और ये मेरी दूसरी रैली है। दोनों रैली को देखने के बाद मैं दावे से कहता हूं कि भारतीय जनता पार्टी-एनडीए इतिहास में मिले किसी भी परिणाम से और अधिक सीटों के साथ सरकार बनाएगी। और ये मैं आपके आशीर्वाद के कारण कह रहा हूं। आपका ये उत्साह, ये उमंग, ये जोश, इसके कारण कह रहा हूं। पूरा झारखंड एक सुर में कह रहा है- रोटी, बेटी और माटी की पुकार, झारखंड में भाजपा-NDA सरकार ! रोटी, बेटी और माटी की पुकार, झारखंड में भाजपा-NDA सरकार ! पूरी ताकत से बोलिए सब। रोटी-बेटी और माटी की पुकार, रोटी-बेटी और माटी की पुकार, रोटी-बेटी और माटी की पुकार।

 

साथियों,

भाजपा के लिए, आदिवासी भाई-बहनों की आकांक्षा, उनका स्वाभिमान हमेशा सर्वोपरि रहा है। जब पहली बार, भाजपा सरकार बनी, दिल्ली में अटल बिहारी वाजपेयी को सेवा करने का अवसर मिला। अटल जी देश के प्रधानमंत्री बने, तब जाकर आदिवासी समाज को अलग राज्य मिले। छत्तीसगढ़ और झारखंड, ये दो राज्य बनाने का सौभाग्य भाजपा को ही मिला है। बीते दशक में हमने आदिवासी समाज के योगदान को देश-दुनिया के सामने रखने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। रांची में धरती आबा बिरसा मुंडा का इतना भव्य संग्रहालय बना है। हमने ही भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिवस को जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया है। इस बार तो 15 नवंबर से धरती आबा की डेढ़ सौवीं जन्मजयंति के उत्सव शुरु होने वाले हैं। आने वाले 2 सालों तक ये उत्सव देश के हर कोने में चलेगा, पूरे देशभर में चलेगा, आदिवासी समाज के एक सपूत ने देश के लिए कितना बड़ा योगदान किया, इससे देश का बच्चा-बच्चा परिचित होगा।

|

साथियों,

ये क्षेत्र ‘हो’ भाषा से समृद्ध है, यहां की पहचान ‘हो’ भाषा से है। और आप तो जानते हैं, हमारी सरकार लगातार मातृ भाषा पर बल दे रही है, मातृभाषा का सम्मान करती है। "हो" भाषा को बहुत अपमान झेलने पड़े हैं, उपेक्षा झेलनी पड़ी है। अब ये मोदी की गारंटी है, "हो" भाषा के अपमान का समय खत्म होगा। "हो" भाषा को उचित सम्मान मिले, यहां की और भी भाषाओं को भी उचित सम्मान मिले, इसके लिए हम पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और पूरा प्रयास करने का वादा करते हैं। ये विकास भी और विरासत भी के हमारे संकल्प को मजबूत करने वाली बात है।

साथियों,

भारत के इतिहास में, कांग्रेस और RJD, इनसे बड़ा आदिवासी विरोधी कोई नहीं हुआ। ये जो हमारे नौजवान हैं, इनको वो पुराने दिन याद दिलाना ज़रूरी है। 80 के दशक में जब बिहार और दिल्ली, दोनों जगह कांग्रेस की सरकार थी, झारखंड तब अलग नहीं हुआ था, बिहार का हिस्सा था, तब यहां क्या हुआ था? आप ज़रा अपने माता-पिता, अपने दादा-दादी से पूछिए, अपने गांव के बुजुर्गों को पूछिए। उनको गुवा गोलीकांड जरूर याद होगा। जिस तरह की बर्बरता अंग्रेजों ने की थी, वैसी ही बर्बरता यहां कांग्रेस सरकार ने आदिवासियों का खून बहाकर की थी। यहां कांग्रेस सरकार ने हमारे आदिवासी भाइयों को गोलियों से भून दिया था। हमारे वो आदिवासी पूर्वज सिर्फ अपना हक मांग रहे थे। वो अलग झारखंड राज्य मांग रहे थे। मत भूलिए, तब आरजेडी के नेता भी कहते थे कि झारखंड उनकी लाश पर बनेगा। आपकी आकांक्षाओं से आपके सपनों से इतनी ज्यादा नफरत है इन लोगों को। अब देखिए, जो RJD झारखंड बनाने को सहमत नहीं था, झारखंड बनाने की बात करने वालों को कुचलना चाहता था। उस RJD की गोदी में कौन बैठा है? JMM जाकर उनकी गोदी में बैठ गया है। कांग्रेस और RJD आदिवासियों के सबसे बड़े दुश्मन हैं। और JMM की सच्चाई भी किसी से छिपी नहीं है। जिस कांग्रेस के दामन पर आदिवासियों के खून के छींटे हैं, आज JMM उसी के कंधे के सहारे सरकार चला रही है। जिन्होंने झारखंड का हमेशा विरोध किया, JMM ने सत्ता के लालच में उन्हीं को गले लगा लिया। झारखंड राज्य के लिए अपना बलिदान देने वालों का इससे बड़ा अपमान नहीं हो सकता।

साथियों,

भारत को विकसित बनाने के लिए आदिवासी समाज का विकास और मुख्यधारा से आदिवासी समाज को जोड़ना, ये हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। ये आदिवासी समाज की उचित भागीदारी के बिना संभव नहीं होगा। इसलिए, भाजपा ने, NDA ने, आदिवासी भागीदारी पर हमेशा बल दिया है। अभी हाल में ही, भाजपा ने हमारे पड़ोस में एक आदिवासी नौजवान को ओडिशा का मुख्यमंत्री बनाया है। इतना ही नहीं, हमारे साथ जुड़ा छत्तीसगढ़ में भी मुख्यमंत्री हमारे आदिवासी साथी हैं। अनेक राज्यों में आदिवासी संतान राज्यपाल के नाते, गवर्नर के नाते राज्य सरकार का मार्गदर्शन कर रहे हैं। केंद्र सरकार के अनेक शीर्ष पदों पर आज हमारे आदिवासी भाई-बहन उसका नेतृत्व कर रहे हैं। आज देशभर के आदिवासी कल्याण की जिम्मेदारी ओडिशा के हमारे जुएल ओरांव जी और मध्य प्रदेश के दुर्गादास उइके जी के पास है। देशभर को पोर्ट, शिपिंग के विकास की जिम्मेदारी, हिंदुस्तान को पूरी दुनिया से जोड़ने की जिम्मेदारी हमारे सर्बानंद सोनोवाल जी जो आदिवासी समाज के गौरव हैं, वो संभाल रहे हैं। देश में महिला और बाल कल्याण की जिम्मेदारी हमारी आदिवासी बहन सावित्री ठाकुर जी के पास है।

|

साथियों,

दूसरी तरफ कांग्रेस-RJD को देखिए, कांग्रेस ने किसी आदिवासी को अपना अध्यक्ष नहीं बनने दिया। कांग्रेस ने कभी किसी आदिवासी बेटे-बेटी को देश का राष्ट्रपति भी नहीं बनने दिया। इतना ही नहीं, हम जब एक आदिवासी महिला को देश का राष्ट्रपति बनाने निकले, तो उन्होंने उसका भी घोर विरोध किया। उनको पराजित करने के लिए षडयंत्र किए। ये भाजपा और NDA ही है, जिसने देश को पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति दी है। भाजपा, आदिवासी समाज को ज्यादा से ज्यादा प्रतिनिधित्व देने के लिए प्रतिबद्ध है।

साथियों,

JMM-कांग्रेस-RJD, कभी आदिवासियों का सम्मान नहीं कर सकतीं। उन्हें तो आपका अपमान करने की आदत है। इन लोगों ने कोल्हान की संतान, कोल्हान के गौरव हमारे चंपई सोरेन जी का भी घोर अपमान किया है। इन लोगों ने जिस तरह अपमानित करके चंपई सोरेन जी को मुख्यमंत्री पद से हटाया, ये पूरे देश ने देखा है। ये सिर्फ एक व्यक्ति का अपमान नहीं है। ये कोल्हान का अपमान है। ये आपका अपमान है। आप मुझे बताइए, ये आपका अपमान है कि नहीं है? इस अपमान के लिए आप JMM को सज़ा देंगे? जरा हाथ ऊपर करके बताइए, सजा देंगे?

साथियों,

वोट के लिए ये JMM और कांग्रेस वाले आदिवासी बेटियों का अपमान करने से भी नहीं चूकते। आज द्रौपदी मुर्मू जी के रूप में देशभर के आदिवासियों की एक सशक्त आवाज हमारे पास है। लेकिन JMM-कांग्रेस और इनके साथियों को आदिवासी महिला राष्ट्रपति बर्दाश्त नहीं हो रही हैं। ये लोग उन्हें अपशब्द कहने का भी कोई मौका नहीं छोड़ते। हमारी बहन सीता सोरेन के साथ इन्होंने क्या किया, ये भी हम सभी ने देखा है। कांग्रेस के एक नेता ने बहन सीता सोरेन जी के लिए जो कुछ कहा है, वो हर आदिवासी माता-बहन-बेटी का अपमान है। अभी महाराष्ट्र में भी, एक बहन चुनाव लड़ रही है। कैसी गंदी भाषा का प्रयोग किया गया उनके लिए, ये इनकी आदत है। और आप देखिए, यहां के जो मुख्यमंत्री हैं, उनकी तरफ से एक शब्द तक नहीं निकला। यही JMM की सच्चाई है। सत्ता सुख में JMM को आदिवासी महिलाओं का अपमान भी स्वीकार है। कांग्रेस से तो देश को कोई उम्मीद है ही नहीं। महाराष्ट्र में भी भाजपा की महिला नेता को लेकर जिस प्रकार की बातें इनके साथी करते हैं, उसे पूरे देश ने देखा है। माताएं-बहनें चौंक गई हैं कि हमारे देश की बहन-बेटियों के लिए ये कांग्रेस वाले उनके साथी ऐसी गंदी भाषा बोलते हैं। इसलिए महाराष्ट्र के लोग भी कांग्रेस और उसके साथियों को सबक सिखाने को तैयार बैठे हैं।

साथियों,

मेरा लंबा समय आदिवासी क्षेत्रों में माताओं-बहनों के संघर्षों को देखते हुए गुजरा है। अभाव और गरीबी में भी वे कैसे परिवार और समाज को संभालती हैं, मैंने इसे अपनी आंखों से देखा है। इसलिए, भाजपा-NDA की हर योजना के केंद्र में माताएं-बहनें रहती हैं। मैंने लाल किले से कहा है कि भारत को विकसित बनाने के लिए नारीशक्ति को सशक्त करना सबसे बड़ी प्राथमिकता है। मुझे खुशी है कि झारखंड भाजपा ने महिलाओं को सशक्त करने वाला संकल्प पत्र कल ही जारी किया है। अभी झारखंड में गोगो दीदी योजना की घर-घर में चर्चा है। गोगो दीदी योजना को झारखंड की हर माता-बहन ने गले लगाया है। गोगो दीदी योजना ने झारखंड की माताओं-बहनों के मन में एक नई ऊर्जा भर दी है। इस योजना के तहत हर महीने माताओं-बहनों के खाते में 2100 रुपए आएंगे, हर महीने 2100 रुपए। झारखंड भाजपा ने 500 रुपए में गैस सिलेंडर, और साल में 2 सिलेंडर मुफ्त देने का भी वायदा किया है। झारखंड की बेटियों को बी-एड, नर्सिंग और दूसरे प्रोफेशनल कोर्स के लिए मुफ्त पढ़ाई का वायदा भी बहुत बड़ा है। इससे आदिवासी बेटियों को भी बहुत लाभ होगा। साथियों, आज पूरी दुनिया में भारत के नौजवानों के टैलेंट की मांग है। अभी जर्मनी के नेता यहां आए थे। उन्होंने कहा हम भारत से हर साल 90 हजार लोगों को बुलाएंगे। दुनिया में जहां-जहां हमने समझौते किए हैं। दुनिया में हमारी नर्सिंग वाली बहनों की बहुत बड़ी मांग है। मुझे विश्वास है झारखंड में पढ़-लिखकर आगे बढ़ने वाले बेटे-बेटियां उनको भी कभी आस्ट्रेलिया कभी न्यूजीलैंड यूरोप के देशों में उनका मान-सम्मान बहुत बढ़ने वाला है। साथियों, गर्भवती माताओं के लिए पोषण किट और 21 हज़ार रुपए की सहायता, मां और बच्चे, दोनों के जीवन को सुरक्षित बनाएगा। झारखंड भाजपा ने राज्य में 21 लाख घर बनाने का भी ऐलान किया है। इन घरों में से ज्यादातर घर महिलाओं के नाम ही होंगे। महिलाओं के नाम पहली बार कोई संपत्ति होगी। सशक्त नारी, विकसित भारत औऱ विकसित झारखंड के मार्ग को भी सशक्त करेगी।

|

साथियों,

यहां इतनी बड़ी संख्या में हमारे युवा साथी आए हैं। 5 साल पहले JMM और कांग्रेस वालों ने आपसे कितने सारे वादे किए थे। नौकरी देंगे, भत्ता देंगे, कहा था या नहीं? इन्होंने जो कहा था, वो पूरा किया क्या? अगर ये अपने वादे पूरा करते तो यहां से काम की तलाश में नौजवानों पलायन करने की नौबत नहीं आती। इन्होंने झारखंड के नौजवानों को नौकरी तो नहीं दी, लेकिन भर्ती माफिया के हवाले जरूर कर दिया। ऐसा कोई पेपर नहीं जो बीते 5 वर्षों में लीक नहीं हुआ। पेपर-लीक माफिया ने झारखंड के नौजवानों का भविष्य बर्बाद कर दिया। आप चिंता मत कीजिए युवा साथियों, भाजपा-NDA सरकार, इस माफिया को कड़ा सबक सिखाएगी। एक भी बचने वाला नहीं है। आप चाहते हैं ना कि पेपर लीक के दोषियों को कड़ी सजा मिले? चाहते हैं कि नहीं चाहते? पेपर-लीक और अवैध तरीके से हुई भर्तियों की जांच कराई जाएगी। झारखंड भाजपा का ऐलान है, 3 लाख सरकारी भर्तियां, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कराई जाएंगी। अभी हरियाणा में चुनाव हुआ, वहां के लोगों ने तीसरी बार भाजपा सरकार बनाई। और भाजपा ने वादा किया था कि आने के तुरंत बाद बिना खर्ची- बिना पर्ची 25 हजार लोगों को रोजगार देंगे और सरकार आने के दूसरे दिन ही बिना खर्ची- बिना पर्ची 25 हजार लोगों को नौकरी का ऑर्डर मिल गया। उनकी तो डबल दिवाली हो गई। साथियों, जो युवा अपना बिजनेस करना चाहते हैं, उनको ट्रेनिंग दी जाएगी, बैंक से लोन दिया जाएगा और भत्ता भी दिया जाएगा। युवा साथी भत्ता के तौर पर झारखंड के युवाओं को 2 हजार रुपए दिए जाएंगे। कोचिंग के लिए और उच्च शिक्षा के लिए भी युवाओं को बहुत बड़ी मदद देने की घोषणा की गई है।

साथियों,

गरीब का संघर्ष क्या होता है, मैंने उसको जीया है, निकट से देखा है। तभी तो बीते 10 वर्षों में गरीबों के लिए सबसे बड़ी योजनाएं हमने बनाईँ। इन्हीं योजनाओं का परिणाम है कि 10 सालों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए। झारखंड में भी गरीबी दूर करने के लिए भाजपा प्रतिबद्ध है। इसलिए झारखंड भाजपा ने गरीबों का जीवन आसान बनाने के लिए शानदार घोषणाएं की हैं। भाजपा-NDA सरकार झारखंड के हर घर तक पाइप से पानी पहुंचाने के लिए काम करेगी। धान का MSP बढ़ाकर 3100 रुपए करने और दाना-दाना खरीदने की गारंटी दी है। इसका फायदा सभी किसानों को होगा। और इसलिए मेरा एक काम करोगे आपलोग? जरा हाथ ऊपर करके बताइए, मेरा एक काम करोगे? किसानों को जाकर के बताइए कि भाजपा ने कहा है कि अब धान का MSP 3100 रुपए होगा। आदिवासी परिवार जो भी वन उत्पाद इकट्ठा करते हैं, उन उत्पादों को NDA की नई सरकार जरूर खरीदेगी। इससे आदिवासी परिवारों की आय बढ़ेगी। पंचायत के मुखियाओं को जो भत्ता मिलता है, उसमें भी बढ़ोतरी की जाएगी। पेसा कानून के तहत पंचायती राज को भी और सशक्त किया जाएगा।

साथियों,

कांग्रेस और उसके साथी दलों ने लंबे समय तक आदिवासी समाज को गरीब रखा है, अभावों में रखा। कांग्रेस को तो आदिवासी कल्याण के लिए अलग मंत्रालय बनाने तक की सुध नहीं थी। ये काम भी भाजपा-NDA ने ही किया। भाजपा और NDA सरकार की नीति अलग है। जिनको कभी किसी ने नहीं पूछा, उनको मोदी पूजता है। मैं आपको दो बड़ी योजनाओं के बारे में बताऊंगा, जो आदिवासी समाज के लिए ऐतिहासिक योजनाएं हैं। आदिवासी कल्याण से जुड़ी इन दोनों योजनाओं पर हम एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने जा रहे हैं, एक लाख करोड़ रुपए। पहली योजना है- धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान। दूसरी योजना है- पीएम जनमन अभियान। ये दोनों ही योजनाएं झारखंड से शुरू की गई हैं। धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान से देश के 60 हज़ार से अधिक आदिवासी गांवों का विकास किया जाएगा। 60 हजार आदिवासी गांव एक साथ। इससे ऐसे हर गांव में रोड, बिजली, पानी, स्कूल, अस्पताल, मोबाइल नेटवर्क, ऐसी सारी आधुनिक सुविधा बनाई जाएगी। आदिवासी भाई-बहनों के लिए ट्राइबल मार्केटिंग सेंटर बनाए जाएंगे। होम स्टे बनवाने के लिए मदद दी जाएगी। इस अभियान के तहत आदिवासी युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी। वहीं पीएम जनमन अभियान, उन आदिवासी बस्तियों पर फोकस कर रहा है जो विकास में सबसे पीछे रह गईं हैं। आज पीएम-जनमन से झारखंड के अनेक गांवों में विकास के काम हो रहे हैं।

|

साथियों,

भाजपा-NDA का प्रयास है कि देश के हर नागरिक को, हर क्षेत्र को बेहतरीन आरोग्य सुविधाएं मिलें। झारखंड में AIIMS का निर्माण इसी उद्देश्य से किया गया। लेकिन JMM-कांग्रेस-RJD की सरकार, मानवता की सेवा के इस काम में भी रोड़े अटकाने का ही काम कर रही है। आप याद कीजिए, मैंने यहां चाईबासा में मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया था। लेकिन बीते 5 साल से JMM सरकार ने इस मेडिकल कॉलेज का काम लटकाए रखा है। यहां भाजपा सरकार बनने के बाद, पूरे झारखंड में अस्पताल और मेडिकल कॉलेज बनाने की गति तेज़ की जाएगी। मेरा लक्ष्य है, यहां के बच्चे डॉक्टर बन सकें, यहां स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हों। इसलिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मातृभाषा में पढ़ाई का विकल्प दिया गया है। हमने देश के हर परिवार में 70 वर्ष से ऊपर के हर बुजुर्ग के लिए 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज देने का फैसला किया है। झारखंड भाजपा ने तो बुजुर्गों को 15 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की घोषणा की है। यहां भाजपा-NDA सरकार बनने के बाद सिकल सेल की बीमारी के विरुद्ध भी लड़ाई तेज़ होगी। ये आदिवासी समाज की बहुत बड़ी सेवा होगी।

साथियों,

भाजपा-एनडीए के प्रयासों के बीच आपको JMM-कांग्रेस-RJD से बहुत सावधान रहना है। JMM-कांग्रेस-RJD ने झारखंड की अस्मिता को संकट में डाल दिया है। झारखंड की डेमोग्राफी, यहां की पहचान को बदलने की साजिश हो रही है। इसलिए JMM-कांग्रेस-RJD पर घुसपैठिया समर्थक गठबंधन का ठप्पा लग गया है। क्योंकि घुसपैठिए इनका सबसे बड़ा वोट बैंक बन गए हैं। JMM और कांग्रेस मिलकर इन घुसपैठियों के फर्जी कागज बनवा रहे हैं, इनके हर गलत काम को संरक्षण दे रहे हैं। यहां तक कि जब कोर्ट में इनसे पूछा गया, तो वहां भी इन्होंने झूठ बोला कि घुसपैठ नहीं हो रही है। घुसपैठिए, आदिवासी बेटियों को निशाने पर ले रहे हैं। झूठ-फरेब, छल-कपट से शादी करके, आदिवासियों की ज़मीन हड़प रहे हैं। ये आपकी रोटी भी छीन रहे हैं, ये आपकी बेटी भी छीन रहे हैं और आपकी माटी को भी हड़प रहे हैं। इसलिए आपको रोटी, बेटी और माटी, सबकी पुकार को याद रखना है। हमें झारखंड की अस्मिता को बचाना है, झारखंड की पहचान को बचाना है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, यहां भाजपा-NDA सरकार बनेगी, आपने निर्धार किया है, बनने वाली है। घुसपैठ पर रोक लगाने के लिए हर कदम उठाए जाएंगे। नई सरकार, अवैध तरीके से हड़पी गई भूमि को फिर से आदिवासी बेटियों के नाम करने के लिए कानून बनाएगी।

|

साथियों,

आदिवासी अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए ही बाबा साहेब आंबेडकर ने आदिवासी आरक्षण की शुरुआत करवाई थी। लेकिन उस समय भी नेहरू जी ने आदिवासियों को आरक्षण का विरोध किया था। इसके बाद जितने साल सरकार पर गांधी परिवार का कब्जा रहा, ये लोग आरक्षण के खिलाफ रहे। अब एक बार फिर इन लोगों ने खुला ऐलान कर दिया है कि– आदिवासियों को मिलने वाले आरक्षण को समाप्त कर देंगे। औऱ साथियों, आदिवासियों से उनका आरक्षण का अधिकार छीनकर ये लोग उसे अपने वोटबैंक को देंगे। इन लोगों ने एक और तरीका निकाला है। ये स्कूलों-कॉलेजों और यूनिवर्सिटियों को अल्पसंख्यक संस्थान घोषित कर रहे हैं। इससे इन संस्थानों में दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को आरक्षण मिलना बंद हो जाता है। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश से भी आपको सावधान रहना है।

साथियों,

मैं आपके बीच से निकलकर यहां पहुंचा हूं। मेरे लिए, आप सभी ही मेरा परिवार हैं। इसलिए जब मैं कहता हूं कि विकसित भारत बनाना है, झारखंड को विकसित बनाना है तो ये सबकुछ आपके बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए ही कहता हूं.। मेरे लिए आप ही मोदी हैं। आप घर-घर जाइए और सभी से कहिए कि भाजपा-आजसू-JDU-LJP के सभी उम्मीदारों को विजयी बनाना है। मैं आपसे आग्रह करता हूं पोलिंग बूथ पर जाइए, घर-घर जाइए, फिर एक बार अभूतपूर्व विजय के साथ भाजपा-NDA की सरकार बनाइए।

मेरे साथ बोलिए,
भारत माता की जय,
भारत माता की जय,
भारत माता की जय,
भारत माता की जय !

  • Jitendra Kumar April 02, 2025

    🙏🇮🇳❤️
  • Dheeraj Thakur January 31, 2025

    जय श्री राम।
  • Dheeraj Thakur January 31, 2025

    जय श्री राम
  • सुधीर बुंगालिया January 11, 2025

    आदिवासी समाज का बहुत बहुत आभार
  • Mahesh Kulkarni January 10, 2025

    जय श्री राम
  • Vivek Kumar Gupta December 28, 2024

    नमो ..🙏🙏🙏🙏🙏
  • Vivek Kumar Gupta December 28, 2024

    नमो .............................🙏🙏🙏🙏🙏
  • Avdhesh Saraswat December 27, 2024

    NAMO NAMO
  • Gopal Saha December 23, 2024

    hi
  • Dr srushti December 18, 2024

    namo
Explore More
140 crore Indians have taken a collective resolve to build a Viksit Bharat: PM Modi on Independence Day

Popular Speeches

140 crore Indians have taken a collective resolve to build a Viksit Bharat: PM Modi on Independence Day
From 'Kavach' Train To Made-In-India Semiconductor Chip: Ashwini Vaishnaw Charts India’s Tech Future

Media Coverage

From 'Kavach' Train To Made-In-India Semiconductor Chip: Ashwini Vaishnaw Charts India’s Tech Future
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Uttar Pradesh is no longer just a land of possibilities but of competence and accomplishments: PM Modi in Varanasi
April 11, 2025
QuoteIn the last 10 years, the development of Banaras has gained a new momentum: PM
QuoteMahatma Jyotiba Phule and Savitribai Phule ji worked throughout their lives for the welfare of women empowerment: PM
QuoteBanas Dairy has changed both the image and destiny of thousands of families in Kashi: PM
QuoteKashi is now becoming the capital of Good Health: PM
QuoteToday, whoever goes to Kashi, praises its infrastructure and facilities: PM
QuoteIndia today is carrying forward both development and heritage together, Our Kashi is becoming the best model for this: PM
QuoteUttar Pradesh is no longer just a land of possibilities but of competence and accomplishments!: PM

नमः पार्वती पतये, हर-हर महादेव!

मंच पर विराजमान उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री श्रीमान योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, उपस्थित मंत्रीगण, अन्‍य जनप्रतिनिधिगण, बनास डेयरी के अध्यक्ष शंकर भाई चौधरी और यहां इतनी बड़ी संख्या में आशीर्वाद देने के लिए आए मेरे सभी परिवार जन,

काशी के हमरे परिवार के लोगन के हमार प्रणाम। आप सब लोग यहां हमें आपन आशीर्वाद देला। हम ए प्रेम क कर्जदार हई। काशी हमार हौ, हम काशी क हई।

|

साथियों,

कल हनुमान जन्मोत्सव का पावन दिन है और आज मुझे संकट मोचन महाराज की काशी में आपके दर्शन का सौभाग्य मिला है। हनुमान जन्मोत्सव से पहले, काशी की जनता आज विकास का उत्सव मनाने यहां इकट्ठी हुई है।

साथियों,

पिछले 10 वर्षों में बनारस के विकास ने एक नई गति पकड़ी है। काशी ने आधुनिक समय को साधा है, विरासत को संजोया है और उज्ज्वल बनाने की दिशा में मजबूत कदम भी रखे हैं। आज काशी, सिर्फ पुरातन नहीं, प्रगतिशील भी है। काशी अब पूर्वांचल के आर्थिक नक्शे के केंद्र में है। जौने काशी के स्वयं महादेव चलाव लन… आज उहे काशी पूर्वांचल के विकास के रथ के खींचत हौ!

साथियों,

कुछ देर पहले काशी और पूर्वांचल के अनेक हिस्सों से जुड़ी ढेर सारी परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। कनेक्टिविटी को मजबूती देने वाले अनेक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स, गांव-गांव, घर-घर तक नल से जल पहुंचाने का अभियान, शिक्षा, स्वास्थ्य और खेल सुविधाओं का विस्तार और हर क्षेत्र, हर परिवार, हर युवा को बेहतर सुविधाएं देने का संकल्प ये सारी बातें, ये सारी योजनाएं, पूर्वांचल को विकसित पूर्वांचल बनाने की दिशा में मील का पत्थर बनने वाली हैं। काशी के हर निवासी को इन योजनाओं से खूब लाभ मिलेगा। इन सभी विकास कार्यों के लिए, बनारस के लोगों को, पूर्वांचल के लोगों को मैं ढेर सारी बधाई देता हूं।

|

साथियों,

आज सामाजिक चेतना के प्रतीक महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती भी है। महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले जी ने जीवन भर, नारी शक्ति के हित, उनके आत्मविश्वास और समाज कल्याण के लिए काम किया। आज हम उनके विचारों को, उनके संकल्पों को नारी सशक्तिकरण के उनके आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं, नई ऊर्जा दे रहे हैं।

साथियों,

आज मैं एक बात और भी कहना चाहूंगा, महात्मा फुले जी जैसे त्यागी, तपस्वी, महापुरुषों से प्रेरणा से ही देश सेवा का हमारा मंत्र रहा है, सबका साथ, सबका विकास। हम देश के लिए उस विचार को लेकर के चलते हैं, जिसका समर्पित भाव है, सबका साथ, सबका विकास। जो लोग सिर्फ और सिर्फ सत्ता हथियाने के लिए, सत्ता पाने के लिए, दिन रात खेल खेलते रहते हैं, उनका सिद्धांत है, परिवार का साथ, परिवार का विकास। आज मैं सबका साथ, सबका विकास के इस मंत्र को साकार करने की दिशा में पूर्वांचल के पशुपालक परिवारों को, विशेष रूप से हमारी मेहनतकश बहनों को विशेष बधाई देता हूं। इन बहनों ने बता दिया है, अगर भरोसा किया जाए, तो वो भरोसा नया इतिहास रच देता है। ये बहनें अब पूरे पूर्वांचल के लिए नई मिसाल बन चुकी हैं। थोड़ी देर पहले, उत्तर प्रदेश के बनास डेयरी प्लांट से जुड़े सभी पशुपालक साथियों को बोनस वितरित किया गया है। बनारस और बोनस, ये कोई उपहार नहीं है, ये आपकी तपस्या का पुरस्कार है। 100 करोड़ रुपये से ज़्यादा का ये बोनस, आपके पसीने का, आपके परिश्रम का तोहफा है।

साथियों,

बनास डेयरी ने काशी में हजारों परिवारों की तस्वीर और तक़दीर दोनों बदल दी है। इस डेयरी ने आपकी मेहनत को इनाम में बदला और सपनों को नई उड़ान दी और खुशी की बात ये, कि इन प्रयासों से, पूर्वांचल की अनेकों बहनें अब लखपति दीदी बन गई हैं। जहाँ पहले गुज़ारे की चिंता थी, वहाँ अब कदम खुशहाली की तरफ बढ़ रहे हैं। और ये तरक्की बनारस, यूपी के साथ ही पूरे देश में दिखाई दे रही है। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है। 10 साल में दूध के उत्पादन में करीब 65 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, डबल से भी ज्यादा। ये सफलता आप जैसे देश के करोड़ों किसानों की है, मेरे पशुपालक भाइयों और बहनों की है। और ये सफलता एक दिन में नहीं मिली है, बीते 10 सालों से, हम देश के पूरे डेयरी सेक्टर को मिशन मोड में आगे बढ़ा रहे हैं।

हमने पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा से जोड़ा है, उनके लिए लोन की सीमा बढ़ाई है, सब्सिडी की व्यवस्था की है और सबसे बड़ा महत्वपूर्ण एक काम, जीव दया का काम भी है। खुरपका-मुंहपका, Foot and Mouth Disease से पशुधन को बचाने के लिए मुफ्त वैक्सीन प्रोग्राम चलाया जा रहा है। कोविड की मुफ्त वैक्सीन की तो सबको चर्चा करनी याद आती है, लेकिन ये सरकार ऐसी है, जिसके सबका साथ, सबका विकास में मेरे पशुओं को भी मुफ्त में टीकाकरण हो रहा है।

दूध का संगठित कलेक्शन हो इसके लिए देश की 20 हजार से ज्यादा सहकारी समितियों को फिर से खड़ा किया गया है। इसमें लाखों नए सदस्य जोड़े गए हैं। प्रयास ये है कि डेयरी सेक्टर से जुड़े लोगों को एक साथ जोड़कर आगे बढ़ाया जा सके। देश में गाय की देसी नस्लें विकसित हों, उनकी क्वालिटी अच्छी हो। गायों की ब्रीडिंग का काम साइंटिफिक अप्रोच से हो। इसके लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन चल रहा है। इन सारे कामों का मूल यही है कि देश में जो पशुपालक भाई बहन हैं, वो विकास के नए रास्ते से जुड़ें। उन्हें अच्छे बाजार से, अच्छी संभावनाओं से जुड़ने का अवसर मिले। और आज बनास डेरी का काशी संकुल, पूरे पूर्वांचल में इसी प्रोजेक्ट को, इसी सोच को आगे बढ़ा रहा है। बनास डेयरी ने यहां गिर गायों का भी वितरण किया है और मुझे बताया गया है कि उनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। बनास डेयरी ने यहां बनारस में पशुओं के चारे की व्यवस्था भी शुरू कर दी है। पूर्वांचल के करीब-करीब एक लाख किसानों से आज ये डेयरी दूध कलेक्ट कर रही है, किसानों को सशक्त कर रही है।

|

साथियों,

अभी कुछ देर पहले मुझे यहां कई बुजुर्ग साथियों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड सौंपने का अवसर मिला है। मैंने उन साथियों के चेहरे पर जो संतोष का भाव देखा, मेरे लिए वो इस योजना की सबसे बड़ी सफलता है। इलाज को लेकर घर के बुजुर्गों की जो चिंता रहती है, वो हम सब जानते हैं। 10-11 साल पहले इस क्षेत्र में, पूरे पूर्वांचल में, इलाज को लेकर जो परेशानियां थीं, वो भी हम सब जानते हैं। आज स्थितियां बिल्कुल अलग हैं, मेरी काशी अब आरोग्य की राजधानी भी बन रही है। दिल्ली-मुंबई के बड़े-बड़े जो अस्पताल, ये अस्पताल अब आज आपके घर के पास आ गए हैं। यही तो विकास है, जहाँ सुविधाएं लोगों के पास आती हैं।

साथियों,

बीते 10 वर्षों में हमने सिर्फ अस्पतालों की गिनती ही नहीं बढ़ाई है, हमने मरीज की गरिमा भी बढ़ाई है। आयुष्मान भारत योजना मेरे गरीब भाई-बहनों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। ये योजना सिर्फ इलाज नहीं देती, ये इलाज के साथ-साथ विश्वास देती है। उत्तर प्रदेश के लाखों और वाराणसी के हजारों लोग इसका लाभ उठा चुके हैं। हर इलाज, हर ऑपरेशन, हर राहत, जीवन की एक नई शुरुआत बन गई है। आयुष्मान योजना से यूपी में ही लाखों परिवारों के करोड़ों रुपये बचे हैं, क्योंकि सरकार ने कहा, अब आपके इलाज की जिम्मेदारी हमारी है।

और साथियों,

जब आपने हमें तीसरी बार आशीर्वाद दिया, तो हमने भी आपको सेवक के रूप में स्नेह स्वरूप अपने कर्तव्य को निभाया है और कुछ लौटाने का नम्र प्रयास किया है। मेरी गारंटी थी, बुजुर्गों का इलाज मुफ्त होगा, इसी का परिणाम है, आयुष्मान वय वंदना योजना! ये योजना, बुजुर्गों के इलाज के साथ ही उनके सम्मान के लिए है। अब हर परिवार के 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग, चाहे उनकी आय कुछ भी हो, मुफ्त इलाज के हकदार हैं। वाराणसी में सबसे ज़्यादा, करीब 50 हज़ार वय वंदना कार्ड यहां के बुजुर्गों तक पहुंच गए हैं। ये कोई आंकड़ा नहीं, ये सेवा का, एक सेवक का नम्र प्रयास है। अब इलाज के लिए जमीन बेचने की जरूरत नहीं! अब इलाज के लिए कर्ज लेने की मजबूरी नहीं! अब इलाज के लिए दर-दर भटकने की बेबसी नहीं! अपने इलाज के पइसा क चिंता मत करा, आयुष्मान कार्ड से आपके इलाज के पइसा अब सरकार देई!

साथियों,

आज काशी होकर जो भी जाता है, वो यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर की, यहां की सुविधाओं की बहुत प्रशंसा करता है। आज हर दिन लाखों लोग बनारस आते हैं। बाबा विश्वनाथ का दर्शन करते हैं, मां गंगा में स्नान करते हैं। हर यात्री कहता है, बनारस, बहुत बदल गया है। कल्पना कीजिए, अगर काशी की सड़कें, यहां की रेल और एयरपोर्ट की स्थिति 10 साल पहले जैसी ही रहती, तो काशी की हालत कितनी खराब हो गई होती। पहले तो छोटे-छोटे त्योहारों के दौरान भी जाम लग जाता था। जैसे किसी को चुनार से आना हो और शिवपुर जाना हो। पहले उसको पूरा बनारस घूम कर, जाम में फंसकर, धूल-धूप में तपकर जाना पड़ता था। अब फुलवरिया क फ्लाईओवर बन गइल हो। अब रास्ता भी छोटा, समय भी बचत हो, जीवन भी राहत में हौ! ऐसे ही जौनपुर और गाजीपुर के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को आने-जाने में और बलिया, मऊ, गाजीपुर जिलों के लोगों को एयरपोर्ट जाने के लिए वाराणसी शहर के भीतर से जाना होता था। घंटों लोग जाम में फंसे रहते थे। अब रिंग रोड से कुछ ही मिनट में, लोग इस पार से उस पार पहुंच जाते हैं।

|

साथियों,

केहू के गाजीपुर जाए के हौ त पहिले कई घंटा लगत रहल। अब गाजीपुर, जौनपुर, मिर्जापुर, आजमगढ़ हर शहर में जाने का रास्ता, पहुंचने का रास्ता चौड़ा हो गया है। जहां पहले जाम था, आज वहाँ विकास की रफ्तार दौड़ रही है! बीते दशक में वाराणसी और आस-पास के क्षेत्रों की कनेक्टिविटी, उस पर करीब 45 हज़ार करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। ये पैसा सिर्फ कंक्रीट में नहीं गया, ये विश्वास में बदला है। इस निवेश का लाभ आज पूरी काशी और आसपास के जिलों को मिल रहा है।

साथियों,

काशी के इंफ्रास्ट्रक्चर पर हो रहे इस निवेश को आज भी विस्तार दिया गया है। हजारों करोड़ के प्रोजेक्टस का आज शिलान्यास किया गया है। हमारा जो लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट है, उसके विस्तारीकरण का काम तेजी से चल रहा है। जब एयरपोर्ट बड़ा हो रहा है, तो उसको जोड़ने वाली सुविधाओं का विस्तार भी ज़रूरी था। इसलिए अब एयरपोर्ट के पास 6 लेन की अंडरग्राउंड टनल बनने जा रही है। आज भदोही, गाजीपुर और जौनपुर के रास्तों से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर भी काम शुरु हुआ है। भिखारीपुर और मंडुवाडीह पर फ्लाईओवर की मांग लंबे समय से हो रही थी। हमके खुशी हौ कि इहो मांग पूरा होए जात हौ। बनारस शहर और सारनाथ को जोड़ने के लिए नया पुल भी बनने जा रहा है। इससे एयरपोर्ट और अन्य जनपदों से सारनाथ जाने के लिए शहर के अंदर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

|

साथियों,

अगले कुछ महीनों में, जब ये सारे काम पूरे हो जाएंगे, जो बनारस में आवाजाही और भी आसान होगी। रफ्तार भी बढ़ेगी और कारोबार भी बढ़ेगा। इसके साथ-साथ, कमाई-दवाई के लिए बनारस आने वालों को भी बहुत सुविधा होगी। और अब तो काशी में सिटी रोपवे का ट्रायल भी शुरू हो गया है, बनारस अब दुनिया के चुनिंदा ऐसे शहरों में होगा, जहां ऐसी सुविधा होगी।

साथियों,

वाराणसी में विकास का, इंफ्रास्ट्रक्चर का कोई भी काम होता है, तो इसका लाभ पूरे पूर्वांचल के नौजवानों को होता है। हमारी सरकार का बहुत जोर इस पर भी है कि काशी के युवाओं को स्पोर्ट्स में आगे बढ़ने के लगातार मौके मिलें। और अब तो 2036 में, ओलंपिक भारत में हो, इसके लिए हम लगे हुए हैं। लेकिन ओलंपिक में मेडल चमकाने के लिए मेरे काशी के नौजवानों आपको अभी से लगना पड़ेगा। और इसलिए आज, बनारस में नए स्टेडियम बन रहे हैं, युवा साथियों के लिए अच्छी फैसिलिटी बन रही है। नया स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स खुल गया है। वाराणसी के सैकड़ों खिलाड़ी उसमें ट्रेनिंग ले रहे हैं। सांसद खेल प्रतियोगिता के भी प्रतिभागियों को इस खेल के मैदान में अपना दम दिखाने का अवसर मिला है।

|

साथियों,

भारत आज विकास और विरासत, दोनों एक साथ लेकर चल रहा है। इसका सबसे बढ़िया मॉडल, हमारी काशी बन रही है। यहां गंगा जी का प्रवाह है और भारत की चेतना का भी प्रवाह है। भारत की आत्मा, उसकी विविधता में बसती है और काशी उसकी सबसे सुंदर तस्वीर है। काशी के हर मोहल्ले में एक अलग संस्कृति, हर गली में भारत का एक अलग रंग दिखता है। मुझे खुशी है कि काशी-तमिल संगमम् जैसे आयोजन से, एकता के ये सूत्र निरंतर मजबूत हो रहे हैं। अब तो यहां एकता मॉल भी बनने जा रहा है। इस एकता मॉल में भारत की विविधता के दर्शन होंगे। भारत के अलग-अलग जिलों के उत्पाद, यहां एक ही छत के नीचे मिलेंगे।

साथियों,

बीते वर्षों में, यूपी ने अपना आर्थिक नक्शा भी बदला है, नजरिया भी बदला है। यूपी, अब सिर्फ संभावनाओं की धरती नहीं रहा, अब ये सामर्थ्य और सिद्धियों की संकल्प भूमि बन रहा है! अब जैसे आजकल ‘मेड इन इंडिया’ की गूंज हर तरफ है। भारत में बनी चीजें, अब ग्लोबल ब्रांड बन रही हैं। आज यहां कई उत्पादों को GI टैग दिया गया है। GI टैग, ये सिर्फ एक टैग नहीं है, ये किसी जमीन की पहचान का प्रमाण पत्र है। ये बताता है कि ये चीज़, इसी मिट्टी की पैदाइश है। जहां GI टैग पहुंचता है, वहां से बाजारों में बुलंदियों का रास्ता खुलता है।

|

साथियों,

आज यूपी पूरे देश में GI टैगिंग में नंबर वन है! यानी हमारी कला, हमारी चीजें, हमारे हुनर की अब तेजी से अंतरराष्ट्रीय पहचान बन रही है। अब तक वाराणसी और उसके आसपास के जिलों में 30 से ज्यादा उत्पादों को GI टैग मिला है। वाराणसी का तबला, शहनाई, दीवार पर बनने वाली पेंटिंग, ठंडाई, लाल भरवां मिर्च, लाल पेड़ा, तिरंगा बर्फी, हर चीज़ को मिला है पहचान का नया पासपोर्ट, GI टैग। आज ही, जौनपुर की इमरती, मथुरा की सांझी कला, बुंदेलखंड का कठिया गेहूँ, पीलीभीत की बांसुरी, प्रयागराज की मूंज कला, बरेली की ज़रदोज़ी, चित्रकूट की काष्ठ कला, लखीमपुर खीरी की थारू ज़रदोज़ी, ऐसे अनेक शहरों के उत्पादों को GI टैग वितरित किए गए हैं। यानी यूपी की मिट्टी में जो खुशबू है, अब वो सिर्फ हवा में नहीं, सरहदों के पार भी जाएगी।

साथियों,

जो काशी को सहेजता है, वह भारत की आत्मा को सहेजता है। हमें काशी को निरंतर सशक्त करते रहना है। हमें काशी को, सुंदर और स्वप्निल बनाए रखना है। काशी की पुरातन आत्मा को, आधुनिक काया से जोड़ते रहना है। इसी संकल्प के साथ, मेरे साथ एक बार फिर, हाथ उठाकर कहिए। नमः पार्वती पतये, हर हर महादेव। बहुत बहुत धन्यवाद।