Congress aims to weaken India by sowing discord among its people: PM Modi

Published By : Admin | October 8, 2024 | 20:15 IST
QuoteThe BJP is not just the largest party; it is the one closest to the people's hearts: PM Modi on Haryana’s win
QuoteCongress aims to weaken India by sowing discord among its people: PM Modi on opposition’s agenda
QuoteSome said Kashmir would burn after Article 370’s removal, but instead, it blossomed: PM Modi on J&K’s election result
QuoteHaryana will prosper, and Jammu & Kashmir will thrive: PM Modi at BJP headquarters

भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!

हम सबने सुना है, जहां दूध-दही का खाना, वैसा है अपना हरियाणा। हरियाणा के लोगों ने फिर कमाल कर दिया है और कमल-कमल कर दिया है!

साथियों,
आज नवरात्रि का छठा दिन है, मां कात्यायनी की आराधना का दिन है। मां कात्यायनी, शेर पर विराजमान होकर हाथ में कमल को धारण किए हुए हैं। हम सभी को आशीर्वाद दे रही हैं। ऐसे पावन दिन, हरियाणा में तीसरी बार लगातार कमल खिला है। गीता की धरती पर सत्य की जीत हुई है। गीता की धरती पर विकास की जीत हुई है। गीता की धरती पर सुशासन की जीत हुई है। हर जाति, हर वर्ग के लोगों ने हमें वोट दिया है।

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साथियों,
जम्मू-कश्मीर में दशकों के इंतजार के बाद आखिरकार शांतिपूर्वक चुनाव हुए। वोटों की गिनती हुई, नतीजे आए, ये भारत के संविधान की जीत है, भारत के लोकतंत्र की जीत है। जम्मू-कश्मीर के लोगों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और उनके गठबंधन को ज्यादा सीटें दी हैं। मैं उन्हें अपनी शुभकामनाएं देता हूं। वोट प्रतिशत के हिसाब से देखें तो जम्मू-कश्मीर में जितनी भी पार्टियां चुनाव लड़ रही थीं उसमें वोट शेयर के हिसाब से भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। मैं हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में जीत हासिल करने वाले सभी उम्मीदवारों को भी बहुत-बहुत बधाई देता हूं। मैं हरियाणा और जम्मू-कश्मीर की जनता को भी बहुत-बहुत बधाई देता हूं। मैं सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को, उनके तप और तपस्या के लिए नमन करता हूं। हरियाणा की ये जीत कार्यकर्ताओं के अथाह परिश्रम का परिणाम है। हरियाणा की ये जीत नड्डा जी और हरियाणा की टीम के प्रयासों की जीत है। हरियाणा की ये जीत अतिशय नम्र-विनम्र ऐसे हमारे मुख्यमंत्री जी के कर्तव्यों की भी जीत है।

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साथियों,
आज हरियाणा में झूठ की घुट्टी पर विकास की गारंटी भारी पड़ी है। हरियाणा की जनता ने नया इतिहास रच दिया है। शायद आप लोगों को पूरी जानकारी नहीं होगी। हरियाणा का गठन 1966 में हुआ था। इतने वर्षों में बड़े-बड़े दिग्गजों ने इस राज्य का नेतृत्व किया। शायद हिंदुस्तान में बहुत कम राज्य के नेता ऐसे होते हैं, जिनको पूरा हिंदुस्तान जानता है। एक जमाना था, हरियाणा के इन दिग्गज नेताओं का नाम पूरे देश में चर्चा में रहता था। हरियाणा में अब तक 13 चुनाव हुए। 13 चुनावों में से 10 चुनावों में हरियाणा के लोगों ने हर पांच साल के बाद सरकार बदली है। लेकिन इस बार हरियाणा के लोगों ने जो किया है, वो अभूतपूर्व है। वो पहले कभी नहीं हुआ। पहली बार ऐसा हुआ है, जब दो कार्यकाल पूरा करने वाली किसी सरकार को हरियाणा में फिर से मौका मिला हो। ये भारतीय जनता पार्टी को तीसरी बार मौका मिला है। यहां के लोगों ने सिर्फ तीसरी बार हमारी सरकार नहीं बनाई, बल्कि हमें सीटें भी ज्यादा दी हैं और वोट शेयर भी ज्यादा दिया है। ऐसा लगता है कि हरियाणा के लोगों ने छप्पर फाड़कर वोट दिया है। इस जनादेश की गूंज दूर-दूर तक जाएगी।

साथियों,
भाजपा दुनिया का सिर्फ सबसे बड़ा दल ही नहीं है। भाजपा सबसे ज्यादा दिलों में भी बसी हुई है। हरियाणा में जनता ने विकास के मुद्दे पर भाजपा की हैट्रिक लगवाई। भाजपा ने कांग्रेस के कुशासन से मुक्ति दिलाई। इसलिए गुजरात और मध्य प्रदेश की जनता, दो दशक से वहां अपना आशीर्वाद बनाए हुए है। अरुणाचल प्रदेश और गोवा में तीसरी बार भाजपा ने सरकार बनाई है। यूपी और बिहार में कानून का राज स्थापित करने वाली भाजपा-एनडीए की सरकार को लोग बार-बार मौका दे रहे हैं। असम, त्रिपुरा और उत्तराखंड में लगातार दो टर्म से भाजपा की सरकार है। जहां-जहां भाजपा सरकार बनाती है, वहां की जनता लंबे समय तक भाजपा को समर्थन देती है। और दूसरी तरफ कांग्रेस की हालत कैसी है? पिछली बार कब कांग्रेस की किसी सरकार की वापसी हुई है? यानि जो सरकार में थे कितने साल पहले वो दोबारा आए थे। करीब 13 साल पहले, 2011 में असम में उनकी सरकार फिर से लौटी थी। उसके बाद जितने भी चुनाव हुए, लोगों ने कहीं भी कांग्रेस को सेकंड टर्म नहीं दिया। आपको जानकर हैरानी होगी दोस्तों, देश में कितने ही राज्य हैं जहां कांग्रेस कभी 60 साल पहले वहां पर थी, कहीं पर 50 साल पहले, कहीं पर 40 साल पहले थी। 50-50, 60 साल से वो सत्ता में आई ही नहीं। एक बार लोगों ने निकाल दिया, कांग्रेस को घुसने नहीं दिया। देश के ज्यादातर राज्य के लोगों ने कांग्रेस के लिए नो-ट्री का बोर्ड लगा दिया है। पहले कांग्रेस सोचती थी कि वो चाहे काम करे या ना करे, लोग तो उसको वोट देंगे ही। लेकिन अब कांग्रेस की पोल खुल चुकी है। उसका डिब्बा गोल हो चुका है।

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साथियों,
कांग्रेस, सत्ता को अपना जन्मसिद्ध अधिकार मानती है। सरकार में ना रहने पर कांग्रेस की हालत जल बिन मछली जैसी हो जाती है। इसलिए, वो सरकार में आने के लिए देश को, समाज को भी दांव पर लगाने से नहीं हिचकती। आज पूरा देश देख रहा है कि कैसे कांग्रेस हमारे समाज में जाति का जहर फैलाने पर उतर आई है। जो लोग, चांदी नहीं, सोने का चम्मच मुंह में लेकर पैदा हुए, जो लोग, पीढ़ी दर पीढ़ी फाइव स्टार लाइफ जीते आ रहे हैं, वो गरीब को जाति के नाम पर लड़वाना चाहते हैं। हमारे दलित-पिछड़े-आदिवासी समाज को भूलना नहीं है। ये कांग्रेस है जिसने दलितों, पिछड़ों पर सबसे ज्यादा अत्याचार किया है। ये कांग्रेस है जिसने उन्हें इतने दशकों तक रोटी, पानी, मकान से वंचित रखा। ये वो लोग हैं, जो 100 साल बाद भी सत्ता मिलने पर कभी किसी दलित, पिछड़े, आदिवासी को प्रधानमंत्री नहीं बनने देंगे। सच्चाई ये है कि कांग्रेस का परिवार, दलितों-पिछड़ों-आदिवासियों से नफरत करता है, उनसे चिढ़ता है। इसलिए आज जब दलित, पिछड़े, आदिवासी शीर्ष स्थान पर जा रहे हैं, तो इनके पेट में चूहे दौड़ने लग जा रहे हैं। हरियाणा में भी इन्होंने दलितों को, ओबीसी को भागीदारी देने से साफ इनकार कर दिया था। इन्होंने दलितों और पिछड़ों को भी अपमानित किया। कांग्रेस के शाही परिवार ने तो डंके की चोट पर कहा कि वो आरक्षण खत्म कर देंगे। दलितों और पिछड़ों का आरक्षण छीनकर कांग्रेस अपने वोटबैंक में देना चाहती थी। हरियाणा में भी वो यही करने जा रही थी।

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साथियों,
कांग्रेस भारत के समाज को कमज़ोर करके, भारत में अराजकता फैलाकर देश को कमज़ोर करना चाहती है। इसलिए वो अलग-अलग वर्गों को भड़का रही है। लगातार आग लगाने की कोशिश कर रहे हैं। देश ने देखा कि कैसे किसानों को भड़काने के प्रयास हुए। लेकिन हरियाणा के किसानों ने उन्हें करारा जवाब दिया कि वो देश के साथ हैं, वो भाजपा के साथ हैं। हमारे दलित-ओबीसी साथियों को भड़काने की कितनी ही कोशिशें हुईं, क्या-क्या प्रपंच नहीं किए गए, लेकिन इस समाज ने भी इस षडयंत्र को पहचाना और कहा कि वो देश के साथ है, भाजपा के साथ है। इन लोगों ने हमारी सेना को लेकर भी अपप्रचार किए, हमारे नौजवानों को भड़काया। इस साजिश को भी हरियाणा के नौजवानों ने नाकाम कर दिया। आज हरियाणा ने कांग्रेस को दो टूक संदेश दे दिया है। ये देश विरोधी पॉलिटिक्स नहीं चलेगी। हरियाणा की हर बिरादरी, हर परिवार ने एकजुट होकर वोट दिया, देशभक्ति से ओतप्रोत होकर वोट दिया। देशभक्तों को बांटने की साजिश को हरियाणा ने फेल कर दिया है।

साथियों,
बीते कुछ समय से भारत के विरुद्ध भांति-भांति के षडयंत्र चल रहे हैं। भारत के लोकतंत्र को, भारत के अर्थतंत्र को, भारत के सामाजिक ताने-बाने को कमज़ोर करने के लिए भांति-भांति की साजिशें हो रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय साजिशें हो रही हैं। आज मैं बहुत जिम्मेदारी के साथ मेरे प्यारे देशवासियों ये कह रहा हूं कि कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी और उनके चट्टे-बट्टे इस खेल में शामिल हैं। देशभक्त हरियाणा ने आज ऐसी हर साजिश को भी मुंहतोड़ जवाब दिया है। भारत और हर भारतीय को संकल्प लेना है कि हम ऐसी किसी साजिश को सफल नहीं होने देंगे। भारत, विकास के रास्ते से नहीं भटकेगा।

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साथियों,
आज के चुनाव नतीजों ने एक और बात स्पष्ट की है। कांग्रेस, आज पूरी तरह परजीवी पार्टी बन गई है। यहां हरियाणा में कांग्रेस परजीवी बनकर किसी के साथ नहीं थी, अकेली थी, तो उसे करारी हार मिली। जम्मू-कश्मीर में उसकी सहयोगी पार्टी डर के मारे पहले से कह रही थी कि कांग्रेस की वजह से उसे नुकसान हो रहा है। और आज के नतीजों में भी वही दिखा है। आपको याद होगा। लोकसभा चुनाव के नतीजों ने भी हमने यही देखा था। लोकसभा में कांग्रेस जितनी सीटें जीतीं, उनमें आधी से ज्यादा सीटें वो अपने सहयोगियों की वजह से जीती। इसके अलावा, जहां सहयोगियों ने कांग्रेस पर भरोसा किया, वहां उन सहयोगियों की ही नैया डूब गई। कई राज्यों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन का खामिय़ाजा उसकी सहयोगी पार्टियों को उठाना पड़ा। कांग्रेस, ऐसी परजीवी पार्टी है, जो अपने सहयोगियों को ही निगल जाती है।

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साथियों,
कांग्रेस एक ऐसा देश बनाना चाहती है, जहां लोग अपनी ही विरासत से नफ़रत करते हों, अपनी राष्ट्रीय संस्थाओं पर शंका करते हों, जिस जिस पर देशवासी गर्व करते हैं, कांग्रेस, हर उस चीज की छवि को धूमिल करना चाहती है। देश का चुनाव आयोग हो, देश की सेना हो, हमारी पुलिस हो, देश की न्यायपालिका हो, कांग्रेस हर संस्था पर दाग लगाना चाहती है। आपको याद होगा, लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के पहले इन्होंने किस तरह का कोहराम मचाया था। चुनाव के दौरान भी ये लोग, इनके सहयोगी दल, इनके अर्बन नक्सल साथी कितनी बार कोर्ट गए। सुप्रीम कोर्ट तक गये और किसलिए गए? ताकि ये लोग चुनाव आयोग की संवैधानिक निष्पक्षता पर बट्टा लगा सकें। आज भी इन्होंने ऐसा ही काम किया है। आज भी कांग्रेस ने देश की जनता को गुमराह करने की कोशिश की है। कांग्रेस हर बार यही कोशिश करती है कि हमारी संस्थाओं की निष्पक्षता पर सवाल उठाए। उसकी प्रतिष्ठा पर आघात करे। कांग्रेस की यही आदत रही है। कांग्रेस बड़ी बेशर्मी से ऐसी करतूतें करती आ रही है।

साथियों,
जम्मू-कश्मीर में इस बार हुआ चुनाव कई मायनों में ऐतिहासिक रहा है। वहां भारत का संविधान पूरी तरह से लागू होने के बाद ये पहला चुनाव था। आजादी के सात दशक बाद भी अनेक लोगों को वोट डालने का हक नहीं था। उन्होंने भी पहली बार इस चुनाव में अपना वोट डाला है। कुछ लोग कहते थे कि आर्टिकल-370 हटा तो कश्मीर जल जाएगा! लेकिन, कश्मीर जला नहीं, कश्मीर और खूबसूरती से खिला है, खिलखिलाया है। जिस तरह लोगों ने बाहर आकर रिकॉर्ड नंबर्स में वोट डाले वो हर हिंदुस्तानी के दिल को खुश करने वाला है। हमारा जम्मू-कश्मीर, कर्फ़्यू और अलगाववाद के कालखंड से बाहर निकल रहा है। 1947 के बाद पहली बार हमारी सरकार ने जम्मू कश्मीर में बीडीसी के चुनाव कराए। आज पहली बार प्रशासन के हर स्तर पर, फिर चाहे वो विधायक हों, बीडीसी हों, डीडीसी हों, हर स्तर पर अब जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि काम करेंगे। हमने जम्मू-कश्मीर में संविधान की स्पिरिट और उसकी मर्यादा की पुनर्प्रतिष्ठा की है। बाबा साहब आंबेडकर को इससे बड़ी श्रद्धांजलि क्या होगी?

साथियों,
मैंने विकसित भारत के लिए चार स्तंभों की बार-बार चर्चा की है। ये चार स्तंभ, किसान, युवा, महिलाएं और गरीब हैं। जम्मू-कश्मीर हो या हरियाणा, हम विकास को इन्हीं चार स्तंभों के बलबूते पर देश को विकसित भारत बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इनको सशक्त करना ही भाजपा सरकार की प्राथमिकता है। हरियाणा के गरीब तो पिछले 10 साल से डबल इंजन की सरकार का काम देख रहे हैं। मुफ्त इलाज की सुविधा से लेकर नल से जल और पक्के घर तक, हरियाणा के गरीब परिवारों को अनेक सुविधाएं मिली हैं। अब हरियाणा की भाजपा सरकार, गरीब कल्याण के काम को और अधिक गति देगी।

साथियों,

हरियाणा तो कृषि के मामले में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। हरियाणा की इस ताकत को भाजपा और मज़बूती देने वाली है। हमारा लक्ष्य एकदम साफ है। भाजपा सरकार, हरियाणा के किसानों की उपज को दुनिया के बाजारों तक पहुंचाना चाहती है। बाजरा जैसा यहां का मोटा अनाज, श्री अन्न के रूप में दुनियाभर के डायनिंग टेबल पर पहुंचे, ये हमारी प्रतिबद्धता है। हरियाणा खाने के तेल में आत्मनिर्भरता के मिशन को भी शक्ति देने वाला है। इससे हरियाणा के तिलहन किसानों को भी ज्यादा लाभ होगा।

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साथियों

हरियाणा के युवाओं ने दुनियाभर में अपना लोहा मनवाया है। चाहे मानेसर में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर हो, गुरुग्राम के स्टार्टअप्स हों या फिर खेल की दुनिया, हरियाणे के छोरा-छोरी खूब धूम मचा रहे हैं। भाजपा सरकार, इन सभी क्षेत्रों में और अधिक निवेश को बढ़ावा देने वाली है। आने वाले समय में भारत दुनिया में खेलों की एक महाशक्ति बनने जा रही है। इसमें हरियाणा के नौजवानों की भूमिका बहुत बड़ी रहने वाली है। इसलिए, हरियाणा में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए एक आधुनिक रोडमैप भाजपा ने रखा है।

साथियों

जब महिलाओं की बात आती है, तो women led development आज देश का मिजाज बनता जा रहा है। हमारी माताओं-बहनों-बेटियों के सशक्तिकरण से जुड़े हर पहलू पर भाजपा का फोकस है। हरियाणा वो राज्य है जिसने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के रूप में देश को नेतृत्व दिया है। हम हरियाणा में हज़ारों लखपति दीदी और ड्रोन दीदी बनाने वाले हैं। लाडो लक्ष्मी योजना से भी हरियाणा की बहनों को बहुत लाभ होगा। जब माताएं-बहनें आर्थिक रूप से समर्थ होंगी, तो इसका लाभ पूरे परिवार को होगा। परिवार समर्थ होगा, तो हरियाणा समर्थ होगा, देश समर्थ होगा।

साथियों

भाजपा की सरकार, राष्ट्र को सर्वोपरि रखती है, नेशन फर्स्ट। भाजपा की सरकार, गरीबों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्र हो या फिर हरियाणा, इन दस सालों में भाजपा की सरकार पर भ्रष्टाचार का एक दाग नहीं लगा। केंद्र सरकार पर जैसे दाग नहीं लगा है, वैसे ही हरियाणा सरकार 10 साल चलाई हमने, भ्रष्टाचार का कोई दाग नहीं है। हमने सिर्फ समर्पण भाव से जनता के विकास के लिए काम किया। और मैं इसके लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी जी और पूर्व सीएम मनोहर लाल जी की भरपूर तारीफ करता हूं, भरपूर प्रशंसा करता हूं। उन्होंने हरियाणा के विकास के लिए बहुत मेहनत की है।

साथियों

जब जनता, ऐसे काम को प्रोत्साहित करती है, नेक नीयत और अच्छी नीति को सराहती है, तब काम करने की ऊर्जा भी दोगुनी हो जाती है। हरियाणा ने भाजपा सरकार को प्रोत्साहित किया है। जम्मू-कश्मीर ने भी भाजपा को प्रोत्साहित किया है। ये आशीर्वाद हमें और भी अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करते हैं। मैं इसके लिए जम्मू-कश्मीर और हरियाणा की जनता को भी फिर एक बार हृदय से बहुत-बहुत साधुवाद करता हूं। आज के जनादेश से भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाने का संकल्प और मजबूत हुआ है। इस जनादेश ने भारत को दुनिया की स्किल कैपिटल बनाने के संकल्प को भी मज़बूती दी है। आपने हर उस प्रण, हर उस प्रेरणा को सशक्त किया है, जिसका मकसद करोड़ों लोगों को गरीबी से बाहर निकालना है। ये जनादेश, भारत को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए कठिन से कठिन फैसले लेने के लिए भी नया हौसला देगा। मैं आप सभी को, पूरे देश को, फिर ये भरोसा देता हूं कि आने वाले 5 साल और तेज विकास के होंगे। हरियाणा विकसित होगा, जम्मू-कश्मीर विकसित होगा, भारत विकसित होगा और ये हम करके दिखाएंगे। मैं एक बार फिर हरियाणा और जम्मू-कश्मीर की जनता का आभार करता हूं। आप सब कार्यकर्ताओं का जितना अभिनंदन करूं उतना कम है। देश के कोने-कोने में आज भारतीय जनता पार्टी जो कुछ भी है, हर संघर्ष को पार करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने जनता के दिलों में जो जगह बनाई है उसके मूल में भाजपा के कार्यकर्ता हैं। भाजपा के कार्यकर्ताओं का परिश्रम है, भाजपा के कार्यकर्ताओं का त्याग और तपस्या है। और इसीलिए विजय के इस उत्सव में मुझे बार-बार मेरे कार्यकर्ताओं की याद आना स्वाभाविक है। उनके प्रति अहोभाव व्यक्त करने का मेरा स्वाभाविक मन करता है। और इसलिए टीम स्पिरिट के साथ कंधे से कंधा मिलाकर, कदम से कदम मिलाकर, लक्ष्य की ओर बढ़ते जाने वाले भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता न रुकने वाले हैं, न थकने वाले हैं और झुकने का तो सवाल ही नहीं उठता। मैं फिर एक बार आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं। अभिनंदन करता हं। देशवासियों को भी मैं उनके आशीर्वाद के लिए प्रणाम करता हूं। 

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय! भारत माता की जय! 

भारत माता की जय! भारत माता की जय! 

भारत माता की जय! भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

बहुत-बहुत धन्यवाद।

  • Shubhendra Singh Gaur February 25, 2025

    जय श्री राम ,
  • Shubhendra Singh Gaur February 25, 2025

    जय श्री राम
  • Dheeraj Thakur January 31, 2025

    जय श्री राम.
  • Dheeraj Thakur January 31, 2025

    जय श्री राम
  • Yogendra Nath Pandey Lucknow Uttar vidhansabha December 13, 2024

    🚩🙏
  • JYOTI KUMAR SINGH December 09, 2024

    🙏
  • SUNIL Kumar November 30, 2024

    Jai shree Ram
  • कृष्ण सिंह राजपुरोहित भाजपा विधान सभा गुड़ामा लानी November 21, 2024

    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • Ankur Daksh Bapoli November 20, 2024

    जय श्री राम 🚩
  • ram Sagar pandey November 06, 2024

    🌹🙏🏻🌹जय श्रीराम🙏💐🌹जय माता दी 🚩🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🌹🌹🙏🙏🌹🌹🌹🌹🙏🙏🌹🌹🌹🌹🙏🙏🌹🌹
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India is driving global growth today: PM Modi at Republic Plenary Summit
March 06, 2025
QuoteIndia's achievements and successes have sparked a new wave of hope across the globe: PM
QuoteIndia is driving global growth today: PM
QuoteToday's India thinks big, sets ambitious targets and delivers remarkable results: PM
QuoteWe launched the SVAMITVA Scheme to grant property rights to rural households in India: PM
QuoteYouth is the X-Factor of today's India, where X stands for Experimentation, Excellence, and Expansion: PM
QuoteIn the past decade, we have transformed impact-less administration into impactful governance: PM
QuoteEarlier, construction of houses was government-driven, but we have transformed it into an owner-driven approach: PM

नमस्कार!

आप लोग सब थक गए होंगे, अर्णब की ऊंची आवाज से कान तो जरूर थक गए होंगे, बैठिये अर्णब, अभी चुनाव का मौसम नहीं है। सबसे पहले तो मैं रिपब्लिक टीवी को उसके इस अभिनव प्रयोग के लिए बहुत बधाई देता हूं। आप लोग युवाओं को ग्रासरूट लेवल पर इन्वॉल्व करके, इतना बड़ा कंपटीशन कराकर यहां लाए हैं। जब देश का युवा नेशनल डिस्कोर्स में इन्वॉल्व होता है, तो विचारों में नवीनता आती है, वो पूरे वातावरण में एक नई ऊर्जा भर देता है और यही ऊर्जा इस समय हम यहां महसूस भी कर रहे हैं। एक तरह से युवाओं के इन्वॉल्वमेंट से हम हर बंधन को तोड़ पाते हैं, सीमाओं के परे जा पाते हैं, फिर भी कोई भी लक्ष्य ऐसा नहीं रहता, जिसे पाया ना जा सके। कोई मंजिल ऐसी नहीं रहती जिस तक पहुंचा ना जा सके। रिपब्लिक टीवी ने इस समिट के लिए एक नए कॉन्सेप्ट पर काम किया है। मैं इस समिट की सफलता के लिए आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, आपका अभिनंदन करता हूं। अच्छा मेरा भी इसमें थोड़ा स्वार्थ है, एक तो मैं पिछले दिनों से लगा हूं, कि मुझे एक लाख नौजवानों को राजनीति में लाना है और वो एक लाख ऐसे, जो उनकी फैमिली में फर्स्ट टाइमर हो, तो एक प्रकार से ऐसे इवेंट मेरा जो यह मेरा मकसद है उसका ग्राउंड बना रहे हैं। दूसरा मेरा व्यक्तिगत लाभ है, व्यक्तिगत लाभ यह है कि 2029 में जो वोट करने जाएंगे उनको पता ही नहीं है कि 2014 के पहले अखबारों की हेडलाइन क्या हुआ करती थी, उसे पता नहीं है, 10-10, 12-12 लाख करोड़ के घोटाले होते थे, उसे पता नहीं है और वो जब 2029 में वोट करने जाएगा, तो उसके सामने कंपैरिजन के लिए कुछ नहीं होगा और इसलिए मुझे उस कसौटी से पार होना है और मुझे पक्का विश्वास है, यह जो ग्राउंड बन रहा है ना, वो उस काम को पक्का कर देगा।

साथियों,

आज पूरी दुनिया कह रही है कि ये भारत की सदी है, ये आपने नहीं सुना है। भारत की उपलब्धियों ने, भारत की सफलताओं ने पूरे विश्व में एक नई उम्मीद जगाई है। जिस भारत के बारे में कहा जाता था, ये खुद भी डूबेगा और हमें भी ले डूबेगा, वो भारत आज दुनिया की ग्रोथ को ड्राइव कर रहा है। मैं भारत के फ्यूचर की दिशा क्या है, ये हमें आज के हमारे काम और सिद्धियों से पता चलता है। आज़ादी के 65 साल बाद भी भारत दुनिया की ग्यारहवें नंबर की इकॉनॉमी था। बीते दशक में हम दुनिया की पांचवें नंबर की इकॉनॉमी बने, और अब उतनी ही तेजी से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं।

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साथियों,

मैं आपको 18 साल पहले की भी बात याद दिलाता हूं। ये 18 साल का खास कारण है, क्योंकि जो लोग 18 साल की उम्र के हुए हैं, जो पहली बार वोटर बन रहे हैं, उनको 18 साल के पहले का पता नहीं है, इसलिए मैंने वो आंकड़ा लिया है। 18 साल पहले यानि 2007 में भारत की annual GDP, एक लाख करोड़ डॉलर तक पहुंची थी। यानि आसान शब्दों में कहें तो ये वो समय था, जब एक साल में भारत में एक लाख करोड़ डॉलर की इकॉनॉमिक एक्टिविटी होती थी। अब आज देखिए क्या हो रहा है? अब एक क्वार्टर में ही लगभग एक लाख करोड़ डॉलर की इकॉनॉमिक एक्टिविटी हो रही है। इसका क्या मतलब हुआ? 18 साल पहले के भारत में साल भर में जितनी इकॉनॉमिक एक्टिविटी हो रही थी, उतनी अब सिर्फ तीन महीने में होने लगी है। ये दिखाता है कि आज का भारत कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है। मैं आपको कुछ उदाहरण दूंगा, जो दिखाते हैं कि बीते एक दशक में कैसे बड़े बदलाव भी आए और नतीजे भी आए। बीते 10 सालों में, हम 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में सफल हुए हैं। ये संख्या कई देशों की कुल जनसंख्या से भी ज्यादा है। आप वो दौर भी याद करिए, जब सरकार खुद स्वीकार करती थी, प्रधानमंत्री खुद कहते थे, कि एक रूपया भेजते थे, तो 15 पैसा गरीब तक पहुंचता था, वो 85 पैसा कौन पंजा खा जाता था और एक आज का दौर है। बीते दशक में गरीबों के खाते में, DBT के जरिए, Direct Benefit Transfer, DBT के जरिए 42 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा ट्रांसफर किए गए हैं, 42 लाख करोड़ रुपए। अगर आप वो हिसाब लगा दें, रुपये में से 15 पैसे वाला, तो 42 लाख करोड़ का क्या हिसाब निकलेगा? साथियों, आज दिल्ली से एक रुपया निकलता है, तो 100 पैसे आखिरी जगह तक पहुंचते हैं।

साथियों,

10 साल पहले सोलर एनर्जी के मामले में भारत दुनिया में कहीं गिनती नहीं होती थी। लेकिन आज भारत सोलर एनर्जी कैपेसिटी के मामले में दुनिया के टॉप-5 countries में से है। हमने सोलर एनर्जी कैपेसिटी को 30 गुना बढ़ाया है। Solar module manufacturing में भी 30 गुना वृद्धि हुई है। 10 साल पहले तो हम होली की पिचकारी भी, बच्चों के खिलौने भी विदेशों से मंगाते थे। आज हमारे Toys Exports तीन गुना हो चुके हैं। 10 साल पहले तक हम अपनी सेना के लिए राइफल तक विदेशों से इंपोर्ट करते थे और बीते 10 वर्षों में हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट 20 गुना बढ़ गया है।

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साथियों,

इन 10 वर्षों में, हम दुनिया के दूसरे सबसे बड़े स्टील प्रोड्यूसर हैं, दुनिया के दूसरे सबसे बड़े मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरर हैं और दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बने हैं। इन्हीं 10 सालों में हमने इंफ्रास्ट्रक्चर पर अपने Capital Expenditure को, पांच गुना बढ़ाया है। देश में एयरपोर्ट्स की संख्या दोगुनी हो गई है। इन दस सालों में ही, देश में ऑपरेशनल एम्स की संख्या तीन गुना हो गई है। और इन्हीं 10 सालों में मेडिकल कॉलेजों और मेडिकल सीट्स की संख्या भी करीब-करीब दोगुनी हो गई है।

साथियों,

आज के भारत का मिजाज़ कुछ और ही है। आज का भारत बड़ा सोचता है, बड़े टार्गेट तय करता है और आज का भारत बड़े नतीजे लाकर के दिखाता है। और ये इसलिए हो रहा है, क्योंकि देश की सोच बदल गई है, भारत बड़ी Aspirations के साथ आगे बढ़ रहा है। पहले हमारी सोच ये बन गई थी, चलता है, होता है, अरे चलने दो यार, जो करेगा करेगा, अपन अपना चला लो। पहले सोच कितनी छोटी हो गई थी, मैं इसका एक उदाहरण देता हूं। एक समय था, अगर कहीं सूखा हो जाए, सूखाग्रस्त इलाका हो, तो लोग उस समय कांग्रेस का शासन हुआ करता था, तो मेमोरेंडम देते थे गांव के लोग और क्या मांग करते थे, कि साहब अकाल होता रहता है, तो इस समय अकाल के समय अकाल के राहत के काम रिलीफ के वर्क शुरू हो जाए, गड्ढे खोदेंगे, मिट्टी उठाएंगे, दूसरे गड्डे में भर देंगे, यही मांग किया करते थे लोग, कोई कहता था क्या मांग करता था, कि साहब मेरे इलाके में एक हैंड पंप लगवा दो ना, पानी के लिए हैंड पंप की मांग करते थे, कभी कभी सांसद क्या मांग करते थे, गैस सिलेंडर इसको जरा जल्दी देना, सांसद ये काम करते थे, उनको 25 कूपन मिला करती थी और उस 25 कूपन को पार्लियामेंट का मेंबर अपने पूरे क्षेत्र में गैस सिलेंडर के लिए oblige करने के लिए उपयोग करता था। एक साल में एक एमपी 25 सिलेंडर और यह सारा 2014 तक था। एमपी क्या मांग करते थे, साहब ये जो ट्रेन जा रही है ना, मेरे इलाके में एक स्टॉपेज दे देना, स्टॉपेज की मांग हो रही थी। यह सारी बातें मैं 2014 के पहले की कर रहा हूं, बहुत पुरानी नहीं कर रहा हूं। कांग्रेस ने देश के लोगों की Aspirations को कुचल दिया था। इसलिए देश के लोगों ने उम्मीद लगानी भी छोड़ दी थी, मान लिया था यार इनसे कुछ होना नहीं है, क्या कर रहा है।। लोग कहते थे कि भई ठीक है तुम इतना ही कर सकते हो तो इतना ही कर दो। और आज आप देखिए, हालात और सोच कितनी तेजी से बदल रही है। अब लोग जानते हैं कि कौन काम कर सकता है, कौन नतीजे ला सकता है, और यह सामान्य नागरिक नहीं, आप सदन के भाषण सुनोगे, तो विपक्ष भी यही भाषण करता है, मोदी जी ये क्यों नहीं कर रहे हो, इसका मतलब उनको लगता है कि यही करेगा।

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साथियों,

आज जो एस्पिरेशन है, उसका प्रतिबिंब उनकी बातों में झलकता है, कहने का तरीका बदल गया , अब लोगों की डिमांड क्या आती है? लोग पहले स्टॉपेज मांगते थे, अब आकर के कहते जी, मेरे यहां भी तो एक वंदे भारत शुरू कर दो। अभी मैं कुछ समय पहले कुवैत गया था, तो मैं वहां लेबर कैंप में नॉर्मली मैं बाहर जाता हूं तो अपने देशवासी जहां काम करते हैं तो उनके पास जाने का प्रयास करता हूं। तो मैं वहां लेबर कॉलोनी में गया था, तो हमारे जो श्रमिक भाई बहन हैं, जो वहां कुवैत में काम करते हैं, उनसे कोई 10 साल से कोई 15 साल से काम, मैं उनसे बात कर रहा था, अब देखिए एक श्रमिक बिहार के गांव का जो 9 साल से कुवैत में काम कर रहा है, बीच-बीच में आता है, मैं जब उससे बातें कर रहा था, तो उसने कहा साहब मुझे एक सवाल पूछना है, मैंने कहा पूछिए, उसने कहा साहब मेरे गांव के पास डिस्ट्रिक्ट हेड क्वार्टर पर इंटरनेशनल एयरपोर्ट बना दीजिए ना, जी मैं इतना प्रसन्न हो गया, कि मेरे देश के बिहार के गांव का श्रमिक जो 9 साल से कुवैत में मजदूरी करता है, वह भी सोचता है, अब मेरे डिस्ट्रिक्ट में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनेगा। ये है, आज भारत के एक सामान्य नागरिक की एस्पिरेशन, जो विकसित भारत के लक्ष्य की ओर पूरे देश को ड्राइव कर रही है।

साथियों,

किसी भी समाज की, राष्ट्र की ताकत तभी बढ़ती है, जब उसके नागरिकों के सामने से बंदिशें हटती हैं, बाधाएं हटती हैं, रुकावटों की दीवारें गिरती है। तभी उस देश के नागरिकों का सामर्थ्य बढ़ता है, आसमान की ऊंचाई भी उनके लिए छोटी पड़ जाती है। इसलिए, हम निरंतर उन रुकावटों को हटा रहे हैं, जो पहले की सरकारों ने नागरिकों के सामने लगा रखी थी। अब मैं उदाहरण देता हूं स्पेस सेक्टर। स्पेस सेक्टर में पहले सबकुछ ISRO के ही जिम्मे था। ISRO ने निश्चित तौर पर शानदार काम किया, लेकिन स्पेस साइंस और आंत्रप्रन्योरशिप को लेकर देश में जो बाकी सामर्थ्य था, उसका उपयोग नहीं हो पा रहा था, सब कुछ इसरो में सिमट गया था। हमने हिम्मत करके स्पेस सेक्टर को युवा इनोवेटर्स के लिए खोल दिया। और जब मैंने निर्णय किया था, किसी अखबार की हेडलाइन नहीं बना था, क्योंकि समझ भी नहीं है। रिपब्लिक टीवी के दर्शकों को जानकर खुशी होगी, कि आज ढाई सौ से ज्यादा स्पेस स्टार्टअप्स देश में बन गए हैं, ये मेरे देश के युवाओं का कमाल है। यही स्टार्टअप्स आज, विक्रम-एस और अग्निबाण जैसे रॉकेट्स बना रहे हैं। ऐसे ही mapping के सेक्टर में हुआ, इतने बंधन थे, आप एक एटलस नहीं बना सकते थे, टेक्नॉलाजी बदल चुकी है। पहले अगर भारत में कोई मैप बनाना होता था, तो उसके लिए सरकारी दरवाजों पर सालों तक आपको चक्कर काटने पड़ते थे। हमने इस बंदिश को भी हटाया। आज Geo-spatial mapping से जुडा डेटा, नए स्टार्टअप्स का रास्ता बना रहा है।

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साथियों,

न्यूक्लियर एनर्जी, न्यूक्लियर एनर्जी से जुड़े सेक्टर को भी पहले सरकारी कंट्रोल में रखा गया था। बंदिशें थीं, बंधन थे, दीवारें खड़ी कर दी गई थीं। अब इस साल के बजट में सरकार ने इसको भी प्राइवेट सेक्टर के लिए ओपन करने की घोषणा की है। और इससे 2047 तक 100 गीगावॉट न्यूक्लियर एनर्जी कैपेसिटी जोड़ने का रास्ता मजबूत हुआ है।

साथियों,

आप हैरान रह जाएंगे, कि हमारे गांवों में 100 लाख करोड़ रुपए, Hundred lakh crore rupees, उससे भी ज्यादा untapped आर्थिक सामर्थ्य पड़ा हुआ है। मैं आपके सामने फिर ये आंकड़ा दोहरा रहा हूं- 100 लाख करोड़ रुपए, ये छोटा आंकड़ा नहीं है, ये आर्थिक सामर्थ्य, गांव में जो घर होते हैं, उनके रूप में उपस्थित है। मैं आपको और आसान तरीके से समझाता हूं। अब जैसे यहां दिल्ली जैसे शहर में आपके घर 50 लाख, एक करोड़, 2 करोड़ के होते हैं, आपकी प्रॉपर्टी की वैल्यू पर आपको बैंक लोन भी मिल जाता है। अगर आपका दिल्ली में घर है, तो आप बैंक से करोड़ों रुपये का लोन ले सकते हैं। अब सवाल यह है, कि घर दिल्ली में थोड़े है, गांव में भी तो घर है, वहां भी तो घरों का मालिक है, वहां ऐसा क्यों नहीं होता? गांवों में घरों पर लोन इसलिए नहीं मिलता, क्योंकि भारत में गांव के घरों के लीगल डॉक्यूमेंट्स नहीं होते थे, प्रॉपर मैपिंग ही नहीं हो पाई थी। इसलिए गांव की इस ताकत का उचित लाभ देश को, देशवासियों को नहीं मिल पाया। और ये सिर्फ भारत की समस्या है ऐसा नहीं है, दुनिया के बड़े-बड़े देशों में लोगों के पास प्रॉपर्टी के राइट्स नहीं हैं। बड़ी-बड़ी अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं कहती हैं, कि जो देश अपने यहां लोगों को प्रॉपर्टी राइट्स देता है, वहां की GDP में उछाल आ जाता है।

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साथियों,

भारत में गांव के घरों के प्रॉपर्टी राइट्स देने के लिए हमने एक स्वामित्व स्कीम शुरु की। इसके लिए हम गांव-गांव में ड्रोन से सर्वे करा रहे हैं, गांव के एक-एक घर की मैपिंग करा रहे हैं। आज देशभर में गांव के घरों के प्रॉपर्टी कार्ड लोगों को दिए जा रहे हैं। दो करोड़ से अधिक प्रॉपर्टी कार्ड सरकार ने बांटे हैं और ये काम लगातार चल रहा है। प्रॉपर्टी कार्ड ना होने के कारण पहले गांवों में बहुत सारे विवाद भी होते थे, लोगों को अदालतों के चक्कर लगाने पड़ते थे, ये सब भी अब खत्म हुआ है। इन प्रॉपर्टी कार्ड्स पर अब गांव के लोगों को बैंकों से लोन मिल रहे हैं, इससे गांव के लोग अपना व्यवसाय शुरू कर रहे हैं, स्वरोजगार कर रहे हैं। अभी मैं एक दिन ये स्वामित्व योजना के तहत वीडियो कॉन्फ्रेंस पर उसके लाभार्थियों से बात कर रहा था, मुझे राजस्थान की एक बहन मिली, उसने कहा कि मैंने मेरा प्रॉपर्टी कार्ड मिलने के बाद मैंने 9 लाख रुपये का लोन लिया गांव में और बोली मैंने बिजनेस शुरू किया और मैं आधा लोन वापस कर चुकी हूं और अब मुझे पूरा लोन वापस करने में समय नहीं लगेगा और मुझे अधिक लोन की संभावना बन गई है कितना कॉन्फिडेंस लेवल है।

साथियों,

ये जितने भी उदाहरण मैंने दिए हैं, इनका सबसे बड़ा बेनिफिशरी मेरे देश का नौजवान है। वो यूथ, जो विकसित भारत का सबसे बड़ा स्टेकहोल्डर है। जो यूथ, आज के भारत का X-Factor है। इस X का अर्थ है, Experimentation Excellence और Expansion, Experimentation यानि हमारे युवाओं ने पुराने तौर तरीकों से आगे बढ़कर नए रास्ते बनाए हैं। Excellence यानी नौजवानों ने Global Benchmark सेट किए हैं। और Expansion यानी इनोवेशन को हमारे य़ुवाओं ने 140 करोड़ देशवासियों के लिए स्केल-अप किया है। हमारा यूथ, देश की बड़ी समस्याओं का समाधान दे सकता है, लेकिन इस सामर्थ्य का सदुपयोग भी पहले नहीं किया गया। हैकाथॉन के ज़रिए युवा, देश की समस्याओं का समाधान भी दे सकते हैं, इसको लेकर पहले सरकारों ने सोचा तक नहीं। आज हम हर वर्ष स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन आयोजित करते हैं। अभी तक 10 लाख युवा इसका हिस्सा बन चुके हैं, सरकार की अनेकों मिनिस्ट्रीज और डिपार्टमेंट ने गवर्नेंस से जुड़े कई प्रॉब्लम और उनके सामने रखें, समस्याएं बताई कि भई बताइये आप खोजिये क्या सॉल्यूशन हो सकता है। हैकाथॉन में हमारे युवाओं ने लगभग ढाई हज़ार सोल्यूशन डेवलप करके देश को दिए हैं। मुझे खुशी है कि आपने भी हैकाथॉन के इस कल्चर को आगे बढ़ाया है। और जिन नौजवानों ने विजय प्राप्त की है, मैं उन नौजवानों को बधाई देता हूं और मुझे खुशी है कि मुझे उन नौजवानों से मिलने का मौका मिला।

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साथियों,

बीते 10 वर्षों में देश ने एक new age governance को फील किया है। बीते दशक में हमने, impact less administration को Impactful Governance में बदला है। आप जब फील्ड में जाते हैं, तो अक्सर लोग कहते हैं, कि हमें फलां सरकारी स्कीम का बेनिफिट पहली बार मिला। ऐसा नहीं है कि वो सरकारी स्कीम्स पहले नहीं थीं। स्कीम्स पहले भी थीं, लेकिन इस लेवल की last mile delivery पहली बार सुनिश्चित हो रही है। आप अक्सर पीएम आवास स्कीम के बेनिफिशरीज़ के इंटरव्यूज़ चलाते हैं। पहले कागज़ पर गरीबों के मकान सेंक्शन होते थे। आज हम जमीन पर गरीबों के घर बनाते हैं। पहले मकान बनाने की पूरी प्रक्रिया, govt driven होती थी। कैसा मकान बनेगा, कौन सा सामान लगेगा, ये सरकार ही तय करती थी। हमने इसको owner driven बनाया। सरकार, लाभार्थी के अकाउंट में पैसा डालती है, बाकी कैसा घर बनेगा, ये लाभार्थी खुद डिसाइड करता है। और घर के डिजाइन के लिए भी हमने देशभर में कंपीटिशन किया, घरों के मॉडल सामने रखे, डिजाइन के लिए भी लोगों को जोड़ा, जनभागीदारी से चीज़ें तय कीं। इससे घरों की क्वालिटी भी अच्छी हुई है और घर तेज़ गति से कंप्लीट भी होने लगे हैं। पहले ईंट-पत्थर जोड़कर आधे-अधूरे मकान बनाकर दिए जाते थे, हमने गरीब को उसके सपनों का घर बनाकर दिया है। इन घरों में नल से जल आता है, उज्ज्वला योजना का गैस कनेक्शन होता है, सौभाग्य योजना का बिजली कनेक्शन होता है, हमने सिर्फ चार दीवारें खड़ी नहीं कीं है, हमने उन घरों में ज़िंदगी खड़ी की है।

साथियों,

किसी भी देश के विकास के लिए बहुत जरूरी पक्ष है उस देश की सुरक्षा, नेशनल सिक्योरिटी। बीते दशक में हमने सिक्योरिटी पर भी बहुत अधिक काम किया है। आप याद करिए, पहले टीवी पर अक्सर, सीरियल बम ब्लास्ट की ब्रेकिंग न्यूज चला करती थी, स्लीपर सेल्स के नेटवर्क पर स्पेशल प्रोग्राम हुआ करते थे। आज ये सब, टीवी स्क्रीन और भारत की ज़मीन दोनों जगह से गायब हो चुका है। वरना पहले आप ट्रेन में जाते थे, हवाई अड्डे पर जाते थे, लावारिस कोई बैग पड़ा है तो छूना मत ऐसी सूचनाएं आती थी, आज वो जो 18-20 साल के नौजवान हैं, उन्होंने वो सूचना सुनी नहीं होगी। आज देश में नक्सलवाद भी अंतिम सांसें गिन रहा है। पहले जहां सौ से अधिक जिले, नक्सलवाद की चपेट में थे, आज ये दो दर्जन से भी कम जिलों में ही सीमित रह गया है। ये तभी संभव हुआ, जब हमने nation first की भावना से काम किया। हमने इन क्षेत्रों में Governance को Grassroot Level तक पहुंचाया। देखते ही देखते इन जिलों मे हज़ारों किलोमीटर लंबी सड़कें बनीं, स्कूल-अस्पताल बने, 4G मोबाइल नेटवर्क पहुंचा और परिणाम आज देश देख रहा है।

साथियों,

सरकार के निर्णायक फैसलों से आज नक्सलवाद जंगल से तो साफ हो रहा है, लेकिन अब वो Urban सेंटर्स में पैर पसार रहा है। Urban नक्सलियों ने अपना जाल इतनी तेज़ी से फैलाया है कि जो राजनीतिक दल, अर्बन नक्सल के विरोधी थे, जिनकी विचारधारा कभी गांधी जी से प्रेरित थी, जो भारत की ज़ड़ों से जुड़ी थी, ऐसे राजनीतिक दलों में आज Urban नक्सल पैठ जमा चुके हैं। आज वहां Urban नक्सलियों की आवाज, उनकी ही भाषा सुनाई देती है। इसी से हम समझ सकते हैं कि इनकी जड़ें कितनी गहरी हैं। हमें याद रखना है कि Urban नक्सली, भारत के विकास और हमारी विरासत, इन दोनों के घोर विरोधी हैं। वैसे अर्नब ने भी Urban नक्सलियों को एक्सपोज करने का जिम्मा उठाया हुआ है। विकसित भारत के लिए विकास भी ज़रूरी है और विरासत को मज़बूत करना भी आवश्यक है। और इसलिए हमें Urban नक्सलियों से सावधान रहना है।

साथियों,

आज का भारत, हर चुनौती से टकराते हुए नई ऊंचाइयों को छू रहा है। मुझे भरोसा है कि रिपब्लिक टीवी नेटवर्क के आप सभी लोग हमेशा नेशन फर्स्ट के भाव से पत्रकारिता को नया आयाम देते रहेंगे। आप विकसित भारत की एस्पिरेशन को अपनी पत्रकारिता से catalyse करते रहें, इसी विश्वास के साथ, आप सभी का बहुत-बहुत आभार, बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

धन्यवाद!