Congress sidelined interest of people of this country: PM Modi in Shahdol

Published By : Admin | November 16, 2018 | 14:58 IST
Congress must answer why during the time of Emergency, Rajmata Ji was jailed for a long time: PM Modi
For 55 years Congress were in power. During all those years, Madhya Pradesh was termed 'Bimaru': PM Modi
In the last 15 years, definition of MP has changed. It has now become 'Maximum Progress': PM Modi
Congress manufactures lies and spreads it. But now people are more aware. They know about Congress' lies: PM
Even today, the Congress cries fowl of demonetisation. Why is it so? Because they faced the heat of demonetisation: PM Modi
Our fight against corruption won't end. Those who have looted the poor must return what they have looted: PM

मंच पर विराजमान मध्य प्रदेश के लोकप्रिय और यशस्वी मुख्यमंत्री, एक प्रकार से जनता के मुख्यमंत्री, ऐसे मेरे मित्र, भाई श्री शिवराज सिंह जी, संसद में मेरे साथी और पार्टी के अध्यक्ष श्रीमान राकेश सिंह जी, संसद में मेरी साथी बहन रीति पाठक जी, श्रीमान ज्ञान सिंह जी, मेरे बहुत पुराने अनन्य साथी सांसद श्रीमान फग्गन सिंह कुलस्ते जी, अनूपपुर के जिला अध्यक्ष श्री आधाराम जी वैश्य, भाई सुनील जैन, श्री मनीष सिंह जी, इंद्रजीत छाबड़ा जी, मंच पर विराजमान सभी वरिष्ठ महानुभाव और विशाल संख्या में पधारे हुए शहडोल के मेरे प्यारे भाइयो और बहनो...

इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता, जनता जनार्दन के हितों को समर्पित ऐसे हमारे ओजस्वी कार्यकर्ताओं को इस बार मैदान में हमने उतारा है। अनूपपुर से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार श्रीमान रामलाल जी, पुष्पराजगढ़ से श्री नरेन्द्र मरावी जी, कोतमा से श्री दिलीप जी, बांधवगढ़ से शिवनारायण सिंह जी, जैतपुर से मनीषा सिंह, मानपुर से मीना सिंह, जयसिंह नगर से श्रीमान जयसिंह मरावी जी, ब्यौहारी से श्रीमान शरद कोल, डिंडोरी से श्रीमान जय सिंह जी। आप सब मेरे साथ भारत माता की जय बोल करके हमारे इन सभी साथियों को आशीर्वाद दीजिए। भारत माता की जय! भारत माता की जय!

आज छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्र का दौरा करने के बाद शहडोल में आपके बीच आने का मुझे सौभाग्य मिला है। ये भारतीय जनता पार्टी के लिए बड़ी प्रसन्नता का विषय है कि हमारे देश में जहां-जहां सर्वाधिक आदिवासी क्षेत्र हैं, ऐसे सभी राज्यों में हमारे आदिवासी भाइयों-बहनों ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने में बहुत बड़ी भूमिका अदा की है। चाहे महाराष्ट्र हो, गुजरात हो, राजस्थान हो, मध्य प्रदेश हो, छत्तीसगढ़ हो, झारखंड हो, सारे क्षेत्र जहां सर्वाधिक आदिवासी समूह रहता है उन सभी राज्यों में भारतीय जनता पार्टी को बार-बार सेवा करने का मौका आप सबने दिया है। और इसलिए, मैं सबसे पहले हृदय से आपका अभिनंदन करना चाहता हूँ, सर झुकाकर के आपका नमन करना चाहता हूँ।

भाइयो-बहनो, ये चुनाव कौन विधायक बने, कौन विधायक न बने, कौन दल जीते, कौन दल न जीते, किसकी सरकार बने, किसकी सरकार न बने, इतने सीमित हेतु के लिए नहीं है। ये चुनाव है हमारे मध्य प्रदेश का भविष्य क्या हो, उसका फैसला करने के लिए। हम हमारे बच्चों को कैसा मध्य प्रदेश देना चाहते हैं, इसका निर्णय इस चुनाव में आपको करना है। ये मध्य प्रदेश को Centre stage में लाने का काम भारतीय जनता पार्टी ने किया है, शिवराज सिंह के नेतृत्व ने किया है, मध्य प्रदेश की सेवा में रत भारतीय जनता पार्टी के लक्षावधि कार्यकर्ताओं ने किया है और मध्य प्रदेश की जनता के भरपूर प्यार का परिणाम है कि ये संभव हुआ है। और इसलिए भाइयो-बहनो, आपके सामने साफ है 15 साल बनाम 55 साल। और भी एक comparison आप करें, जरूर करें। मोदी का भी हिसाब आपको मांगना चाहिए। मांगना चाहिए कि नहीं मांगना चाहिए? संकोच मत कीजिए। मोदी को भी हिसाब देना चाहिए कि नहीं देना चाहिए? पल-पल का हिसाब देना चाहिए कि नहीं देना चाहिए? पाई-पाई का हिसाब देना चाहिए कि नहीं देना चाहिए? उसके लिए भी मैं आपसे आग्रह करता हूँ। उनकी 4 पीढ़ियों की सरकारें, एक ही परिवार की 4 पीढ़ी ने देश को क्या दिया और एक चायवाले ने 4 साल में देश को क्या दिया? आ जाओ हो जाए मुकाबला। इनका हाल ये है कि मुंह में राम बगल में छूरी। ये बोलते हैं, पार्लियामेंट में भी बोलते हैं, बाहर भी बोलते हैं कि हम प्रेम की बात करते हैं, हम प्रेम की बात करते हैं, हम प्रेम की बात करते हैं। और यहाँ मध्य प्रदेश में हमें बताया गया कि वो गुस्से के सिवा कुछ बोल ही नहीं रहे। यानि बोलना एक, करना दूसरा- ये कांग्रेस के चरित्र का हिस्सा है।

अब मुझे बताइए, जो ये कांग्रेस के नेता जा-जा करके भड़का रहे हैं कि शिवराज जी ने ये नहीं किया, मोदी जी ने ये नहीं किया, शिवराज जी ने ये नहीं किया, मोदी जी ने ये नहीं किया…ये कांग्रेस वालों को एक सवाल पूछोगे आप? मुझे पूरा जवाब चाहिए आपलोगों से। कांग्रेस वाले जब आएंगे तो सवाल पूछोगे? पक्का पूछोगे? प्रेम से पूछोगे? आँख में आँख मिलाकर के  पूछोगे? अगर वो कहते है कि सड़क क्यूँ नहीं बनी, तो आप उनको इतना पूछ लीजिए कि 55 साल सरकार आपने चलाई थी, तो आप सड़क बना के गए थे और शिवराज जी ने उखाड़ के फेंकी है क्या? ना-ना जरा बताओ ना? ना-ना ये रोड आप बना के गए थे और शिवराज जी ने आकर के बुलडोज लगाया क्या उसपे? जरा बताओ ना ये स्कूल क्या आप 55 साल में बना के गए थे, क्या शिवराज जी ने आकर के उसकी दीवारें तोड़ दीं? क्या ये अस्पताल आप बना के गए थे? जो काम उन्होंने नहीं किया, हमें पूछ रहे हैं क्यूँ नहीं हुआ? अरे 55 साल में तुम जो नहीं कर पाए, पहले उसका जवाब दो। क्या तुम्हारे दिमाग को तब ताला लग गया था? ये पहली बार तुम्हें पता चला कि विकास का मतलब ये होता है, ये-ये करना होता है?

और इसलिए भाइयो-बहनो, कांग्रेस पार्टी... मैं तो हैरान हूँ और अब मुझे समझ आया है कि इतने सालों तक वो चुनाव में जीतते कैसे थे? क्यूंकि उस समय विरोधी दल की ताकत भी बहुत कम थी, मीडिया भी उतना vibrant नहीं था और इतने चैनल भी नहीं थे, इतने अखबार भी नहीं थे, सोशल मीडिया तो था ही नहीं। इसलिए, वो जो झूठ परोसते थे वो नीचे तक पहुँच जाता था और लोगों को झूठ भी सच लगने लगता था। अब पता चल गया है कि झूठ के कारोबारी, ये झूठ के शहंशाह कितना झूठ बोल सकते हैं, कितनी बार झूठ बोल सकते हैं, कैसा-कैसा झूठ बोल सकते हैं, कहाँ-कहाँ झूठ बोल सकते हैं। शायद रात में बड़बड़ाते होंगे तो उसमें भी झूठ बोलते होंगे, ऐसी झूठ बोलने की आदत हो गई है। लेकिन अब मीडिया जागरूक है, सोशल मीडिया ज्यादा एक्टिव हो गया है, अखबारों की भी संख्या बढ़ गई है और इसलिए, उनका झूठ 1 घंटे, 2 घंटे से ज्यादा जी नहीं सकता, उसका मरना तय हो जाता है और इसलिए उनको नया झूठ गढ़ना पड़ता है।

अब भाइयो-बहनो, हमने वादा किया है कि 2022 तक जब भारत की आजादी के 75 साल होंगे, तब तक हम हिंदुस्तान में एक भी परिवार को बिना घर का रहने नहीं देंगे, हर परिवार को उसका अपना घर होगा। मुझे बताइए, हमारे इस वादे पर किसी को शक है क्या? पूरी ताकत से बताइए, उनके कान फट जाएं ऐसे बोलो। क्या किसी को शक है? हमारे इस वादे पर जरा भी शक है क्या आपको? ये शक क्यूँ नहीं है? इसलिए नहीं कि ये मोदी बोल रहा है, इसलिए नहीं कि ये शिवराज जी बोल रहे हैं। ये इसलिए है कि भाइयो-बहनो, इस प्रधानमंत्री आवास योजना में इतने कम समय में अकेले मध्य प्रदेश में 12 लाख पक्के घर की चाबी हम सुपुर्द कर चुके हैं, तब लोगों को विश्वास पैदा हुआ है कि भई ये जो वादे करते हैं, ये गुमराह करने के लिए नहीं करते हैं। भाइयो-बहनो, जनता-जनार्दन को विश्वास तब होता है।  समाज के अंदर सरकार कानून बना करके दोषियों को सजा दिलाती है लेकिन परिवार के संस्कार बच्चों को गुनहगार बनने से रोकते हैं। और इसलिए, हमारी कोशिश रही है कि एक तरफ परिवारों में संस्कारों का वातावरण फले-फूले तो दूसरी तरफ सरकार का कानून तेज गति से काम करे। चुप हैं, ये झूठ बोलने वाले लोगों के मुंह पर कभी ताले लग जाते हैं। यही मध्य प्रदेश की सरकार है...बलात्कारियों को 5 दिन में, 15 दिन में, महीने में सारी कार्रवाई करके फांसी की सजा दिलाने में ये मध्य प्रदेश की सरकार सफल हुई। तभी खोट पैदा होता है। माँ-बेटियों की रक्षा करने के लिए इस चुस्ती से काम करना होता है...और मैं बधाई देता हूँ, शिवराज जी को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ कि उन्होंने कानून का सही तरीके से उपयोग करके माताओं-बहनों की इज्जत को बचाने के लिए भरसक काम किया है। लेकिन ऐसी बातें नहीं बोलेंगे क्यूंकि उनके काल-खंड में तंदूरी कांड हुआ करते थे। इसको कोई देश में भूल नहीं सकता है भाइयो-बहनो। और इसीलिए, मैं कहता हूँ कि काम करने वाली सरकार चाहे सामान्य मानवी के सपनों को पूरा करना हो या सामान्य मानवी की सुरक्षा की चिंता करनी हो, वो जब तेज गति से काम करती है तो परिणाम मिलते हैं।

भाइयो-बहनो, पहले पूरे देश में जितने घर बनते थे, ये सरकार उतने मकान अकेले मध्य प्रदेश में बना देती है, ये कैसे होता होगा। पहले गैस का कूपन लेने के लिए MPs को दिल्ली में ये राज दरबारों के अंदर जाकर ये request करनी पड़ती थी कि एमपी के 25 कूपन को 30 कर दीजिए, हमारे इलाके में 25 परिवारों को हम गैस का कनेक्शन देना चाहते हैं। एक एमपी 25 घर में साल में गैस का कनेक्शन दे पाता था और वो भी ये राज दरबार की कृपा से! ये 4 पीढ़ी तक जिन्होंने राज किया, वे कृपा करें तब होता था। हमने तय किया कि मेरी गरीब माताओं को चूल्हे के धुएँ से मुझे मुक्त कराना है। अगर इस देश के अमीर के घर में गैस का चूल्हा जल सकता है तो मेरे गरीब के घर में भी गैस का चूल्हा जलेगा और देश में ये समानता हम लाकर रहेंगे। भाइयो-बहनो, मुझे खुशी है कि आज हमारे यहाँ मध्य प्रदेश के अंदर हजारों परिवारों को गैस का कनेक्शन मिला। देश में 8 करोड़ परिवारों को पहुंचाना है…हमने वादा किया और हमारे वादे पर भरोसा इसलिए है कि साढ़े पाँच करोड़ परिवारों में गैस के चूल्हे मुफ्त में और गैस का कनेक्शन पहुँच चुका है। तब जाकर के लोगों को भरोसा होता है कि मोदी और शिवराज मिलकर के काम कर सकते हैं।

और इसलिए भाइयो-बहनो, लोगों को बिजली का कनेक्शन....लोग बेचारे 18वीं सदी में जीने के लिए मजबूर थे। 20वीं सदी का उत्तरार्ध, 21वीं सदी का प्रारम्भ। अगर आज भी लोगों को अंधेरी जिंदगी जीनी पड़े तो जिन्होंने 4-4 पीढ़ी तक राज किया, जिन्होंने 55 साल तक मध्य प्रदेश में राज किया, उन लोगों को जवाब देना चाहिए कि आपने लोगों को अंधेरे में क्यूँ रखा था? हमने सौभाग्य योजना के तहत इस देश में जिस भी परिवार में बिजली नहीं है, लट्टू नहीं लग रहा है, उन सभी परिवारों में बिजली पहुँचने का काम प्रारम्भ किया है। भाइयो-बहनो, हमारे मध्य प्रदेश में हजारों परिवारों को गया है, अकेले शहडोल इलाके में 40 हजार परिवार जो अंधेरे की जिंदगी जीते थे, हमारी सरकार ने लट्टू पहुंचा दिया, बिजली भी चालू हो गई और उनके घर में से अंधेरे को भागना पड़ा। और उजाला आया है तो जिंदगी में भी नया उजाला आने वाला है, ऐसा मुझे विश्वास है।

भाइयो-बहनो, जिन्होंने आजादी के बाद, सरकारों ने शौचालय बनाने का काम शुरू किया। इतनी सरकारें, जितने शौचालय बनाए, इनकी 4 पीढ़ी ने जितने शौचालय बनाए, उतने ही शौचालय हमने 4 सालों में बना दिए…भाइयो-बहनो, 4 साल में बना दिए। अगर उनकी गति से हम चलते तो आज भी आधा हिंदुस्तान...मेरी माताओं-बहनों को खुले में शौच जाने के लिए मजबूर होना पड़ता लेकिन इस कलंक को मिटाने के लिए हमने गति बढ़ा दी, धन आवंटन बढ़ा दिया, परिणाम लाकर के रहे और माताएँ-बहनें इज्जत के साथ जिंदगी जी सकें, ये काम हमने करके दिया।

अब लोगों में चर्चा है कि सरकार तो पहले भी थी, 4-4 पीढ़ी से एक ही परिवार राज कर रहा था, ये चायवाला प्रधानमंत्री बन गया, ये इतने पैसे लाता कहाँ से है? लोगों के मन में सवाल है कि मोदी के पास इतने पैसे आए कहाँ से? जहां देखो कहीं गाँव की सड़क बन रही है, कहीं कुआं खुद रहा है, कहीं तालाब खुद रहा है, कहीं नदी-नाले बन रहे हैं, कहीं रेल का चौड़ीकरण हो रहा है, कहीं रेल का इलेक्ट्रिफिकेशन हो रहा है, कहीं पर नए स्कूल खोल रहे हैं, कहीं नए एम्स खुल रहे हैं, आईआईटी खुल रहे हैं। ये मोदी इतने कम समय में पैसे लाया कहाँ से? इनकी पीड़ा का कारण भी यही है। ये 4 पीढ़ी से जो जमा किया हुआ है, किसी के बिस्तर के नीचे रुपये की नोटें पड़ी हुई थीं, किसी के बोरे भर-भर के पड़ी थी, किसी की आलमारियों में नोटों के थक्के लगे थे, ये मोदी ने नोटबंदी करके सब के सब बैंक में ले आया। ये पैसे हैं आपके, इसलिए, शौचालय बन रहे हैं, घर बन रहे हैं, गाँव की सड़क बन रही है, किसान को पानी पहुँच रहा है, और इसलिए उनको परेशानी है। यहाँ बैठा हुआ एक भी व्यक्ति नोटबंदी को लेकर के आज रो रहा है क्या भाई? कोई रो रहा है क्या? उस समय तकलीफ हुई तो मैंने publicly कहा था कि थोड़ी तकलीफ होगी, मैंने publicly कहा था। आज कोई रो रहा है क्या? अकेली कांग्रेस रो रही है, ये परिवार रो रहा है। क्यूँ? उनका 4 पीढ़ी का जमा कराया चला गया, इसलिए रो रहे हैं, आँसू नहीं सूख रहे हैं। अरे जवान बेटा मर जाता है तो भी बूढ़ा बाप साल भर में संभल जाता है। इनका कितना लुट गया होगा कि 2-3 साल के बाद भी अभी संभल नहीं पा रहे हैं। आप कल्पना कर सकते हैं। आप मुझे बताइए कि इन लुटेरों ने जो लूटा है उसे वापस लाना चाहिए या नहीं लाना चाहिए? हिंदुस्तान के सामान्य मानवी का पैसा इनके पास से वापस निकालना चाहिए कि नहीं निकालना चाहिए? ये काम जारी रहना चाहिए कि नहीं रहना चाहिए था? आपका आशीर्वाद है? आपका आशीर्वाद है? दोनों मुट्ठी बांध करके हाथ ऊपर करके मुझे आशीर्वाद दीजिए क्यूंकि ये लड़ाई मैं छोड़ने वाला नहीं हूँ। भ्रष्टाचार के खिलाफ मैं लड़ाई छोड़ने वाला नहीं हूँ भाइयो-बहनो। ये मलाई खाने वालों के खिलाफ मेरी लड़ाई है।

भाइयो-बहनो, जाति-बिरादरी के नाम पर चुनाव बहुत हो चुके हैं, संप्रदायवाद के नाम पर चुनाव बहुत हो चुके हैं, मेरे-तेरे का खेल बहुत हो चुका है, अपने-परायों के रंग बहुत रंगे गए हैं, अब देश को ये मंजूर नहीं है। अब देश को विकास के लिए वोट चाहिए, देश को विकास के लिए दल चाहिए, देश को विकास के लिए राजनीति चाहिए। अगर जो भी जवाब देगा तो विकास का देगा, जो भी वादे करेगा विकास के वादे करेगा। और कांग्रेस के वादों में कितना दम है भई? मैंने बताया। मेरे वादों में दम इसलिए है कि लोग देख रहे हैं यहाँ-यहाँ तक पहुंचा, अब यहाँ पहुंचेगा, ये लोग देख रहे हैं। हिसाब लगातार देता रहता हूँ। जरा उनको पूछिए, भारतीय जनता पार्टी की मध्य प्रदेश में सरकार बनी उसके पहले यहाँ कौन सरकार चलाता था भई? किसकी सरकार थी? किसकी सरकार थी? दिग्गी राजा। हाँ?  और क्या खेल खेले? आप जरा उनके चुनाव का मैनिफेस्टो निकाल दीजिए। 5 साल तक उनको सरकार चलाने का मौका मिला था और उसमें 2 साल पूरा मध्य प्रदेश एक था, 3 साल मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ अलग काम कर रहे थे, लेकिन मैनिफेस्टो कांग्रेस का था, सरकारें दोनों कांग्रेस की थीं। आप हिसाब निकाल के देख लीजिए, उस समय जो आपकी आँखों में धूल झोंकी गई, जो वादे किए गए, जो बड़ी लोक-लुभावनी बातें की गईं, उसमें से 62 प्रतिशत...बड़ी गंभीर बात है...62 प्रतिशत वादे उस किताब में वैसे के वैसे बंद पड़े रहे, कोई काम 5 साल उन्होंने किया नहीं। न मध्य प्रदेश के हिस्से का किया, न छत्तीसगढ़ के हिस्से का किया। क्या आप उनपे भरोसा करोगे भाई? आप जोर से बताइए, भरोसा करोगे?

आप मुझे बताइए, इन्दिरा गांधी ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण गरीबों के नाम पर किया था कि नहीं किया था? उन्होंने कहा था कि बैंक गरीबों के लिए होनी चाहिए, इसलिए राष्ट्रीयकरण किया था। किया था कि नहीं किया था? जरा पूरी ताकत से बताइए, किया था कि नहीं किया था? क्या गरीबों को बैंक के अंदर एंट्री थी? क्या गरीब कभी बैंक में जा पाया था? आपने जो वादा किया था, जिस बहाने बैंकों को आपने कब्जा कर लिया था, इस देश की आधी जनसंख्या बैंक के दरवाजे तक पहुँच नहीं पाई थी, आपने वादाखिलाफी की थी। हमने 4 साल के भीतर-भीतर हिंदुस्तान के हर परिवार को बैंक खाते से जोड़ दिया। आज गरीब भी बैंक के दरवाजे पर जा करके खड़ा हो सकता है, ये स्थिति हमने पैदा की है। आप उनके वादों पर भरोसा करोगे? आप उनके वादों पर भरोसा करोगे? आप उनके वादों पर भरोसा करोगे? अरे आपकी दादीमाँ श्रीमती इन्दिरा गांधी ने देश को कहा था गरीबी हटाओ...कहा था कि नहीं कहा था? जरा मुझे पूरे विश्वास से बताइए, कहा था कि नहीं कहा था? इन्दिरा गांधी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था कि नहीं दिया था? उन्होंने कहा था कि गरीबी हटाने के लिए मेरी सरकार बनाइए, कहा था कि नहीं कहा था? उस बात को 4 साल हो गए, क्या गरीबी हटी? गरीबी हटी क्या? उन्होंने वादाखिलाफी की या नहीं की? वादाखिलाफी की या नहीं की? जो ऐसे झूठे वादे करते हैं उनपे भरोसा करोगे क्या? ऐसे झूठे वादे करने वालों पर भरोसा करोगे क्या?

ये लोगों की आंख में धूल झोंकने वालों पर भरोसा करोगे क्या? और इसलिए भाइयो–बहनो, हमारे काम पर विश्वास करके वोट दीजिए। जात-पात पर वोट मत दीजिए। हमारे वादों पर भी वोट मत दीजिए। हमने जो किया है, उस पर विश्वास करके वोट दीजिए। और मैं कहता हूं कि उनकी चार पीढ़ी के खिलाफ मेरे चार साल, उनके पचपन साल के खिलाफ शिवराज जी के पन्द्रह साल, हम सिद्ध करके देंगे कि हम उनसे ज्यादा अच्छा करते हैं, सबके लिए करते हैं और मध्यप्रदेश का भविष्य उसी में है। तो इसी विश्वास के साथ मेरे भाइयो–बहनो, विकास के मंत्र को लेकर के मध्य प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य के लिए आप सब भारी मतदान करें। मध्य प्रदेश में फिर एक बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाइए और दिल्ली से मुझे मध्य प्रदेश की सेवा करने का मौका दीजिए। और मध्य प्रदेश में शिवराज जी को भोपाल से सेवा करने का मौका दीजिए। ये डबल इंजन किस ताकत से आगे बढ़ता है, ये चार साल में आपने देखा है। आने वाले पांच साल में आप देखेँगे कि हम मध्य प्रदेश को कितनी ऊंचाइयों पर ले जाते हैं।

मेरे साथ बोलिए, भारत माता की जय! भारत माता की जय!  

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।