भारत माती की जय, भारत माता की जय
साथियो, लहर किसको कहते हैं, लहर कैसी होती है? ये देखना है तो चिकोडी आकर देखिए। दिल्ली में एयर कंडीशन कमरों में बैठ कर के जो लोग आज किसी को हराते हैं कल किसी को जिताते हैं। इनको समझ आएगा कि हवा का रुख क्या है। मुझे खबर मिल रही है कि आज सुबह से ही आपकी तरह ही मुझ पर अपना स्नेह जताने के लिए लोग बड़ी संख्या में अपने घर से निकल रहे हैं। इस चौकीदार के लिए आप सभी का यहीं विश्वास यहीं प्यार मेरी पूंजी है। भाइयो और बहनो, मैं पिछली बार विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के लिए यहां आशीर्वाद लेने के लिए आपके बीच आया था, और इसी मैदान में आया था, और इस बार मैं खुद अपने लिए आशीर्वाद मांगने के लिए आया हूं। 21वीं सदी के इस पर्व में आज आपका वोट बहुत अहम है। हमारे जो युवा साथी हैं। जो पहली बार वोट डाल रहे हैं। उनका वोट उनकी आकांक्षाओं की उड़ान तय करने वाला है। हमारे किसानों का ये वोट तय करेगा कि साल 2022 में उनकी इनकम दोगुनी होगी कि नहीं होगी? हमारी मध्यम वर्ग का ये वोट तय करेगा कि उनकी पसीने की कमाई पर टैक्स की राहत होगी, या उनपर तीन गुना चार गुना ज्यादा टैक्स लगेगा। देश के सामान्य मानवी उसका वोट ये तय करेगा कि महंगाई पर लगाम लगी रहेगी या फिर 2014 की तरह वो कंट्रोल से बाहर हो जाएगी। आपको वोट ये तय करेगा कि भारत माता की जय करने वालों को सम्मान मिलेगा या फिर टुकड़े-टुकड़े गैंग आपके बीच आकर भारत की बर्बादी के नारे लगाएंगे। आपका वोट तय करेगा कि राष्ट्रवाद रहेगा या फिर वंशवाद, भ्रष्टाचार और आतंकवाद।
साथियो, आज विश्व धरोहर दिवस है। हमारी परंपरा, हमारी संस्कृति हमारी पहचान को सुरक्षित रखना जरूरी है। आपके आशीर्वाद से मैं ये काम करने का बहुत ईमानदारी से प्रयास कर रहा हूं। लेकिन दुर्भाग्य से कांगेस और उसके महामिलावटी साथी हमारी परंपराओं को, हमारी संस्कृति को बदनाम करने का एक भी मौका नहीं छोड़ती। यहां जो कांग्रेस के अध्यक्ष हैं जो नामदार के राग दरबारी हैं। उनका बयान आपने सुना है। उनका बयान सुना है, वो कहते हैं कि हमारी आस्था, हमारा मत अफीम की तरह है। ये कैसी भाषा है। साथियो, कांग्रेस और जेडीएस नेताओं को सिर्फ एक वोट बैंक दिखता है। उनको जनहित और राष्ट्रहित से कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस और जेडीएस की जोड़ी ऐसी है, जिसमें जगह-जगह झगड़े हैं, हर बात पर मतभेद है, लेकिन चार मामलों पर उनमें बड़ी जबरदस्त सहमति है, दोनों में मेल है, और वो चार बातें हैं, पहला राष्ट्रवाद को जी भर के गाली देना, दूसरा वंशवाद को पक्का समर्थन करना, तीसरा भ्रष्टाचारी शिष्टाचार यहीं उनकी परंपरा है। और चौथा सुबह शाम एक ही काम मोदी को गाली दो मोदी को गाली दो, मोदी को गाली दो। इसमें इन लोगों को जरा भी विवाद नहीं है। इसमें बराबर है, बाकी हर चीज में झगड़ा करते हैं।
भाइयो –बहनो, हम नक्सलवादियों से मोर्चा ले रहे हैं या फिर जम्मू कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने में जुटे हैं। देश की रक्षा के लिए जाने वाले में गरीब का बच्चा भी होता है, मध्यम वर्ग का बच्चा भी होता है। लेकिन यहां के मुख्यमंत्री उनका भी अपमान करते हैं। जो भाषा उन्होंने प्रयोग की है क्या कोई भी स्वाभिमानी देश का नागरिक ये मुख्यमंत्री की भाषा को स्वीकार करेगा। उन्होंने क्या कहा था याद है.. याद है... सेना में जो जवान जाते हैं उनके लिए ऐसी भद्दी बात ऐसी भद्दी बात बोली कि माथा शर्म से झुक जाता है। देश भक्ति की भावना को भूख से जोड़ते हुए कहते हैं कि सेना में वो लोग ही जाते हैं जिन्हें अपना भूखा पेट भरना होता है।
भाइयो-बहनो, देश के लिए सीने पर गोलियां खाने के लिए वो जाता है कि पेट भरने के लिए जाता है। ये सेना का अपमान है कि नहीं है? ये जवानों का अपमान है कि नहीं है? क्या ऐसा अपमान बर्दाश्त करेंगे आप लोग। ऐसा अपमान सहन करेंगे क्या? इस एक बात पर इस पूरे परिवार को सार्वजनिक जीवन से हमेशा हमेशा के लिए हटाना चाहिए? भाइयो बहनो, कांग्रेस तो इससे भी एक कदम आगे निकल गई। कांग्रेस ने वादा किया है, अगर गलती से भी मजबूर सरकार दिल्ली में आ गई तो उन्होंने लिखित में कहा है कि वो AFSPA का कानून हटा देगी यानि कि हमारे जवान आतंकियों और नक्सलियों से लड़ रहे हैं। उन्हें जो अधिकार मिलता है जो विशेष सुरक्षा कवच मिलता है उसे कांग्रेस छीनना चाहती है। कांग्रेस चाहती है कि आतंकियों के समर्थक, पत्थरबाज सैनिकों पर झूठे केस कर सके, औऱ हमारे सपूत अदालतों के चक्कर काटते रहे। इतना नहीं, कांग्रेस एक तरफ सैनिकों के सुरक्षा कवच हटाना चाहती है वहीं दूसरी तरफ देशद्रोह करने वालों को खुली छूट भी देना चाहती है। कांग्रेस ने देशद्रोह के कानून को खत्म करने का ऐलान कर दिया है। इससे पता चलता है कि उसके इरादे क्या है? क्या इस खतरनाक खेल को आपका समर्थन मिलेगा? आप समर्थन करेंगे ऐसे पाप करने वालों को? जो कांग्रेस देशद्रोहियों के साथ देगी उसको सबक सीखाएंगे? पक्का सबक सिखाएंगे? भाइयो बहनो, ये महामिलावटी लोग न जवान के हैं, न किसान के। मैं जानना चाहता हूं कि यहां की महामिलावटी सरकार कभी जवाब नहीं देगी लेकिन यहां के किसानों को पता है क्या हुआ कर्जमाफी का? ये लोग एक तो वादा पूरा नहीं करते, और जब यहां के किसान वादे की याद दिलाते हैं तो उनको गुंडा बुलाते हैं उनका अपमान करते हैं।
भाइयो बहनो, किसानों की स्थिति सुधारने को लिए हमारी सरकार ने पीएम किसान योजना की शुरुआत की, देश के तीन करोड़ से ज्यादा किसानों को इसका लाभ मिलना शुरू हो गया है। उनके बैंक खाते में सीधे पैसे जा रहे हैं। लेकिन कर्नाटक के किसानों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। क्योंकि यहां कि सरकार ने बहुत कम किसानों की लिस्ट हमें भेजी हैं। इन लोगों को डर है कि किसान के खाते में अगर पैसे पहुंच गया, तो यहां कि सरकार से लोग सवाल पूछेंगे। लेकिन आप आश्वस्त रहिए, ज्यादा देर तक आपका हक रोक नहीं पाएंगे। मैंने ठान कर के रखा है कि जो मैंने वादा किया है, जो बजट में पैसे रखे हैं वो आपके खाते में जमा कर के रहूंगा। वो लिस्ट नहीं देंगे तो लिस्ट निकलवा के रहूंगा। 23 मई को चुनाव का नतीजा आएगा। याद है ना। 23 मई को चुनाव का नतीजा आएगा। याद है ना। 23 मई को फिर एक बार मोदी सरकार। 23 मई को फिर एक बार मोदी सरकार। 23 मई को फिर एक बार मोदी सरकार बनेगी तो पाई पाई किसानों के अकांउट में जमा होगी। इतना ही नहीं हमने इस संकल्प पत्र में घोषित किया है कि अब किसान सम्मान योजना का लाभ कर्नाटक के हर किसान को मिले। चाहे कितनी भी जमीन हो, ये संकल्प हमने लिया है। 5 एकड़ भूमि को जो नियम बनाया था, नई सरकार बनने के बाद उस नियम को भी हटा लिया जाएगा। इसके साथ ही अब हम छोटे किसान और खेतों में काम करने वाले श्रमिकों को 60 वर्ष की आयु के बाद पेंशन भी देने वाले हैं। इसी तरह पशुपालकों के लिए भी हमने अनेक कदम उठाए हैं।
पशुपालकों की छोटी-छोटी जरूरतों के लिए पैसे उपलब्ध हो इसके लिए किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी गई है। साथियो, किसानों की आय को बढ़ाने के लिए हम व्यापक रणनीति के साथ काम कर रहे हैं। आपके इस चौकीदार की सरकार ने 22 फसलों का लागत डेढ़ गुना समर्थन मूल्य तय किया है। अब भाजपा ने संकल्प लिया है कि आने वाले पांच वर्षों में कृषि क्षेत्र के विकास के लिए 25 लाख करोड़ रुपये लगाए जाएंगे। गांव में किसानों को अनाज के भंडारण की सुविधा मिले। इसके लिए ग्राम भंडारण योजना बनाई जाएगी। गन्ना किसानों को भी मुश्किलों को सामना न करना पड़ा इसके लिए भी अनेक कदम उठाए जा रहे हैं। गन्ने से इथेनॉल बनाना हो, या फिर चीनी समर्थन मूल्य तय करना अनेक फैसले सरकार ने लिए हैं
भाइयो-बहनो, ये पांच नदियों से घिरा इलाका है, लेकिन कांग्रेक और उसे साथी यहां के खेतों तक पानी नहीं पहुंचा पाए। हमारी सरकार पहले ही अनेक प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। अब इसे और विस्तार दिया जाएगा। बीते पांच वर्षों में जिस तरह हमने बिजली के लिए काम किया अब हम पानी देने के लिए कम करेंगे। इसके लिए भारत सरकार में अलग से एक नया मंत्रालय बनेगा, उसका अलग मंत्री होगा और वो होगा जल शक्ति मंत्रालय। सोलर पंप देने का काम तो हम शुरू भी कर चुके हैं। खेतों में छोटे-छोटे सोलर ग्रिड लगाकर मुफ्त में किसान सिंचाई भी कर पाएंगे और बाकी बची बिजली को किसान बेच भी सकेंगे। साथियो, विकास की पंचधारा बच्चों की पढ़ाई, युवा को कमाई, बुजुर्गों को दवाई, किसानों को सिंचाई और जन-जन की सुनवाई। इस पर हम काम कर रहे हैं। चाहे सस्ती दवाईयां हो, या आयुष्मान भारत योजना कर्नाटक के गरीब और मध्यम वर्ग के परिवार को आर्थिक लाभ हो रहा है। इसी तरह युवा साथियों को मुद्रा योजना के तहत स्वरोजगार के लिए बिना गारंटी के लोन दिए जा रहे हैं। इससे गांव-गांव में स्वरोजगार के अवसर बन रहे हैं। आने वाले पांच वर्षों में इस योजना को और सशक्त करेंगे। साथियो, एक तरफ विकास का हमारा विजन और दूसरी तरफ कांग्रेस के पास सिर्फ खोखली घोषणाएं हैं। कांग्रेस और महामिलावटी लोगों के शासन में तीन तरह के विकास होते हैं, कुछ परिवारों को विकास, बिचौलियों और दलालों का विकास और महंगाई का विकास। याद करिए 2014 से पहले महंगाई की स्थिति क्या थी। गरीब और सामान्य परिवार का जीना मुश्किल हो गया था। कांग्रेस आई महंगाई लाई, ये कांग्रेस का आदर्श वाक्य था। साथियो, चौकीदार की सरकार ने महंगाई की रफ्तार पर लगाम लगाई है, 10 प्रतिशत की दर से बढ़ने वाली महंगाई आज 2 से 3 प्रतिशत तक हमने पहुंचाई है। आप सभी चौकीदारों को चौकन्ना रहने की जरूरत है। क्योंकि कांग्रेस ने महंगाई बढ़ाने का काम तो सामने रख ही दिया है। गरीबों की सब्सिडी खत्म करने की भी योजना बनाई है। वोट के लिए कांग्रेस और उसके महामिलावट की हर साजिश को हमें नाकाम करना है। आपको एक एक वोट कमल के निशान पर देना है, और भाइयो बहनो, जब कमल के निशान पर बटन दबाएंगे न, जब आप कमल को वोट देंगे, जब कमल को वोट देंगे तो वो सीधा सीधा मोदी के खाते में जाएगा।
भाइयो-बहनो, आप मुझे बताइए पांच साल जिस मजबूती के साथ मैंने काम किया आप उससे खुश हैं? आपको संतोष है? पाकिस्तान में घुसकर के मारा उससे आप खुश है? हमारे जवानों के खून का बदला लेना चाहिए कि नहीं चाहिए? आपको को सेना पर भरोसा है? आपको सेना के पराक्रम पर भरोसा है? सेना की बात पर भरोसा है? ये कांग्रेस वाले हमारे सपूतों पर भरोसा नहीं कर सकते और पाकिस्तान के सपूतों पर भरोसा करते हैं। भाइयो बहनो, देश तभी बढ़ता है जब मजबूत सरकार होती है। देश तभी मजबूत होता है जब सरकार मजबूत हो। आप मुझे बताइए कि सरकार मजबूत होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए? देश मजबूत बनाना है कि नहीं बनाना है ? मजबूत देश बनाने के लिए मजबूत सरकार बनाएंगे क्या ? और मजबूत सरकार बनाने के लिए चौकीदार मजबूत चाहिए कि नहीं चाहिए? लेकिन भाइयो बहनो, अकेला मैं चौकीदार नहीं हूं। पूरा हिंदुस्तान चौकीदार है, 130 करोड़ चौकीदार है। आप मेरे साथ संकल्प लेंगे। मैं कहूंगा मैं भी... आप कहेंगे चौकीदार, मैं भी... चौकीदार.. मैं भी... चौकीदार... हाथ ऊपर करके पूरी तकात से बोलना है। और जो पीछे हैं उन्होंने भी बोलना है।बोलेंगे? सारा देश चौकीदार... सौरा देश चौकीदार... मैं भी चौकीदार, भारत माता की जय..भारत माता की जय
बहुत बहुत धन्यवाद