भारत माता की जय, भारत माता की जय
वीरों की भूमि वीरभूमि में देश के लिए आत्मबलिदान करने वाले सभी वीरों का मैं वंदन करता हूं। वीरभूमि के बर्धमान के इस पूरे क्षेत्र के सभी साथियों का बहुत-बहुत अभिनंदन। मैं पिछली बार विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में आया था और आज नए भारत के निर्माण के लिए आप सबका आशीर्वाद लेने के लिए आया हूं। भाइयो-बहनो, पहले तीन चरणों के मतदान के बाद जो रिपोर्ट आ रही है, उससे साफ है कि दीदी का प. बंगाल में सूरज अस्त होना शुरू हो गया है। बंगाल का कोना-कोना बोल रहा है, सिंडिकेट का सिंहासन डोल रहा है। भाई ये बंगाल का प्यार बंगाल का आशीर्वाद मेरे जीवन की एक नई ताकत बन गई है। मैं आपका बहुत आभारी हूं। जहां मेरी नजर पहुंच रही है लोग ही लोग है, और मुझे मालूम है कि आपकी गाड़ियां इतनी दूर खड़ी होगी। आपको दो-दो पांच-पांच किलोमीटर पैदल आना पड़ा होगा। लेकिन दीदी को समझ आ गया है, वो जितनी मुसीबत पैदा करेगी, उतनी ताकत से कमल ज्यादा खिलने वाला है। साथियो, जब सिंहासन हिल रहा है तो दीदी और उनके गुंडे बौखला भी रहे हैं। कल भी प. बंगाल में जो कुछ भी हुआ वो इसी बौखलाहट का परिणाम है। मैं भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं से कहूंगा मैं यहां के लोकतंत्र प्रेमी सभी मतदाताओं को नागरिकों को कहूंगा कि आप पूरी मजबूती से डटे रहिए। बंगाल की जनता आपके साथ खड़ी है। आप उस भाजपा के सिपाही है जिसके बीज बंगाल के ही वीर संतान डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बोए थे। जिन्होंने तिरंगे के सम्मान के लिए भारत के एकीकरण के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था। बंगाल को अत्याचार से मुक्त कराने के लिए यहां के नागरिकों को गुंडों के सामने डटकर खड़ा होना है।
भाइयो-बहनो, आप शांति रखिए, आप शांति रखिए... दीदी के पास अगर गुंडातंत्र की ताकत है तो हमारे साथ लोकतंत्र की शक्ति है। ये मेरा सौभाग्य है कि आज देश ही नहीं दुनिया में आपके इस चौकीदार का प्रचार आपके इस सेवक का प्रचार लोग खुद घरों से बाहर निकलकर कर रहे हैं। यहां प, बंगाल में भी यहीं हो रहा है, साथियो, इस आपार समर्थन के लिए मैं आपका आभारी हूं। आपको नमन करता हूं, और आपको ये विश्वास दिलाता हूं कि बंगाल को टीएमसी की गुंडागर्दी से मुक्ति दिलाकर ही रहूंगा। 23 मई को एक महीने के बाद 23 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे। 23 मई को जब फिर एक मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सरकार। 23 मई को फिर एक बार मोदी सरकार आएगी तब प. बंगाल से टीएमसी की अत्याचारी सत्ता की विदाई का काउनडाउन शुरू हो जाएगा। भाइयो-बहनो, लेफ्ट और कांग्रेस का इतने दशकों का शासन भुगतने के बाद आपने दीदी पर भरोसा किया था। लेकिन दीदी ने क्या दिया। घुसपैठ और दादागिरी को टॉप गियर में डाला और प. बंगाल के विकास में स्पीड ब्रेकर लगा दिया। आज आप मुझे बताइए प. बंगाल में कोई भी ऐसा काम है क्या है जो बिना टोलाबाजी के दादा लोगों को उनका हिस्सा दिए बिना संभव होता है क्या? कोई ऐसा काम है क्या? भाइयो और बहनो स्पीड ब्रेकर दीदी ने प. बंगाल के वर्तमान ही नहीं यहां के लोगों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ किया। साथियो, जो आपको ये सत्ता ऐसी मिली है जो आपको सस्ते में जो राशन मिलता है, सब्सिडी मिलती है, गर्भवती मलिहाओं को मदद मिलती है। ये दिल्ली से आपके लिए भेजी जाती है। यहां की सरकार को बस डाकिए की तरह आप तक ये मदद पहुंचानी होती है, लेकिन उसमें भी टोलाबाजी की जाती है। गरीब का राशन तक टीएमसी के टोलाबाज नहीं छोड़ते।
भाइयो बहनो, गुरुदेव ने ऐसी समाज की कल्पना की थी जहां डर न हो, और हर कोई माथा ऊंचा कर के चल सके। गुरुदेव के उस सपने का क्या हुआ? जहां गुंडे और घुसपैठिए दूसरे देश से इम्पोर्ट किए जाते हो। जहां घुसपैठियों को आदर-सत्कार देकर आराम से बसाया जाता हो। उन्हें बम बनाने की खुली छूट दी जाती हो, जहां निर्दोश लोगों की आय दिन हत्या की जाती हो। जहां राजनीतिक विचारों पर गोली और तलवार भारी पड़ जाती हो, जहां रेत, कोयला, गिट्टी माफिया ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा हो। जहां सरस्वती पूजा, दुर्गा पूजा, रामनवमी जैसे त्यौहार भी डर-डर के मनाए जाते हो। जहां घर बनाना हो, घर बेचना हो, दफ्तर खरीदना हो, किराए पर चढ़ाना हो। हर काम के लिए जहां सिंडिकेट के सामने हाथ जोड़ना पड़ता हो। ऐसी बंगाल की कल्पना गुरुदेव ने नहीं की थी। आज तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने गुरुदेव के शांति निकेतन को अशांत कर दिया है। साथियो, प. बंगाल का बर बेटा बेटी खासककर जो 21वीं सदी में लोकसभा के चुनाव में अपना पहला वोट डालने वाला है। वो दादागिरी भी नहीं चाहता, दीदीगिरी भी नहीं चाहता। वो दुनिया में भारत की जय-जयकार चाहता है। भारतीय संस्कृति की, बंगाल की संस्कृति की जय-जयकार चाहता है।
भाइयो-बहनो, आपका ये चौकीदार इसी दिशा में काम कर रहा है। मैं कहीं पढ़ रहा था कि दीदी ने कहा है कि चाय वाले ने पांच वर्ष में सिर्फ विदेश यात्राएं की है। अरे दीदी, आज दुनिया में भारत का दम दिख रहा है। भारत का डंका बज रहा है। ये इसलिए है क्योंकि इन्हीं विदेशी यात्राओं में भारत के 130 करोड़ लोगों की बुलंद आवाज दूसरे देशों तक पहुंची है। आप याद करिए साथियो, पांच वर्ष पहले तक किसी भी मुद्दे पर दुनिया का समर्थन जुटाने के लिए हमारा दम फूल जाता था। लेकिन आज पूरी दुनिया हमारे साथ खड़ी हो जाती है। ये भारत की बढ़ती ताकत का ही असर है कि जो देश पहले हमें महंगे दामों पर तेल और गैस बेचते थे, 20-20 साल के समझौते होकर के पड़े थे। आने वाले 20 साल उतना ही महंगा तेल और गैस आने वाला था। लेकिन मोदी ने आने के बाद उनसे बातचीत की, उन करारों पर पुन चर्चा की और पुरानी सरकार जो दाम तय कर के बैठी थी। जो देने के लिए कानूनन हम बंधे हुए थे। लेकिन हमने दोस्ताना तरीके से बात की चर्चा की। समझाया और हमने दाम कम करवाए भाइयो। ये भारत की बढ़ती ताकत का ही असर है कि ऐसे ऐसे भ्रष्टाचारी और राजदार पकड़कर भारत लाए गए। जिनके बारे में पहले कोई सोच भी नहीं सकता था। ये भारत की बढ़ती ताकत है कि अनेकों देश ने भारत के साथ समझौता किया है। उनकी बैंकों में अगर कोई भारतीय पैसे रखेगा तो रियल टाइम इनफार्मेशन वो देश भारत को देगा। अब भारत से काला धन का कारोबार दुनिया के बैंकों में कोई नहीं कर पाएगा, और दुनिया के देशों के बैंकों से हमने समझौता किया है। ये भारत की बढ़ती ताकत का ही असर है। हमारे देश में से पहले खबरें आती थी कि 2000 साल पुरानी मूर्ति चोरी हो गई, 500 साल पुरानी मूर्ति चोरी हो गई, सरस्वती माता की मूर्ति चोरी हो गई। हनुमान जी की मूर्ति चोरी गई। ये खबरें आता थी।
भाइयो –बहनो, ये मोदी आने के बाद अनेक देशों ने ऐसी सैकड़ों मूर्तियां जो कोई चोरी कर के ले गए थे। उनको पकड़कर के खोजकर के भारत को वापस की। ये हमारी विरासत है, हमें लौटाई। जो यहां से चोरी कर के लेकर गए थे। ये भारत की बढ़ती ताकत है कि जहां एक तरफ सऊदी अरब भारत के साथ अपनी दोस्ती में 800 से ज्यादा भारतीय कैदियों को रिहा करता है। आप हैरान हो जाएंगे कि हमारे देश में कुछ लोगों को आधा दिमाग ही चलता है, और इसलिए उस दिमाग में काम आने वाली चीज को तो वो उछालते हैं और आधा दिमाग सून हो जाता है। आपने देखा होगा कि यूएई ने पिछले दिनों मोदी को अवार्ड दिया, वो अवार्ड तो भारत का सम्मान था। यहां तूफान खड़ा हो गया, अरे भारत में चुनाव है और तुमने अवार्ड़ कैसे दे दिया, अवार्ड कैसे दे दिया। ये मोदी तो वहां जाएगा, लेकिन इसी समय में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस यहां आए, मैंने उनसे दो बातें कही, मैंने कहा कि भारत में मिडिल क्लास बढ़ता चला जा रहा है। मुलमान की भी आर्थिक स्थिति सुधर रही है। वो हज यात्रा करना चाहता है, उनका कोटा बढा दीजिए। मैंने उनसे मांग की दो लाख बढा दीजिए। उन्होंने दो लाख बढ़ा दिए, मंजूर कर दिया। दूसरा मैंने कहा कि हमारे देश के नागरिक करीब 800 से ज्यादा सऊदी अरब के जेल में है, और रमजान का महीना आ रहा है, उनको छोड़ दीजिए। आप हैरान हो जाओगे, 12 घंटे के भीतर भीतर उन्होंने निर्णय कर लिया।
भाइयो-बहनो, लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं, भारत के 800 से ज्यादा नागरिक जेल से छूटकर आ गए खबरें दबा दी गई। लेकिन यूएई ने अवार्ड दे दिया इसे लेकर मोदी को ढेर सारी गालियां दे दी। भाइयो-बहनो, सयुंक्त अरब अमीरात अपनी दोस्ती में वहां एक मंदिर भी बना रहा है। हमारे बंगाल में रामनवमी करनी है तो तकलीफ, सरस्वती पूजा करनी है तो तकलीफ, दुर्गा पूजा मनानी है तो तकलीफ। लेकिन ये हिंदुस्तान चौकीदार के संबंधों का रुप देखिए कि आज अबू धाबी में हिंदू मंदिर बनाने का शिलान्यास इस 20 तारीख को हो गया। दीदी, अरे मोदी से नहीं सीखना है तो कुछ नहीं, ये यूएई वालों से तो सीखो। ये भारत की ये भारत की बढ़ती ताकत का ही असर है कि विदेश में आतंकियों के चंगुल में फंसे देशवासियों को हम सुरक्षित निकालकर वापस ला पा रहे हैं। यहां प. बंगाल की बेटी ये भी मीडिया वालों ने बात को दबा दिया क्योंकि उनको मालूम है कि अगर ऐसी बातें आती है तो भाजपा का जो असली चेहरा है, भारतीय जनता पार्टी की असली सोच है वो लोगों तक पहुंचेगी तो उनके झूठ का पर्दाफाश हो जाएंगा। भाइयो-बहनो, बंगाल की बेटी, ये हमारे बंगाल की बेटी अफगानिस्तान में भगवान यीशू का संदेश का पहुंचाने के लिए काम कर रही थी। आतंकवादियों ने उसे किडनैप कर लिया। आप कल्पना कर सकते हैं एक जवान बेटी आतंकियों के कब्जे में गई तब मुसीबत कितनी बड़ी आई होगी। कितनी परेशानी पैदी हुई होगी। हम किसी को क्या जवाब देंगे? हमारे मन पर बड़ा बोझ था। हम लगातार कोशिश करते रहे डिप्लोमेटिव रिलेशन का जितना उपयोग कर सकते हैं कर पाए और मुझे खुशी हुई कि वो बेटी हमारी सही सलामत लौट आई और बंगाल को हमने वापस पहुंचा दी भाई। ये काम हम करते हैं और कहतीं हैं विदेश में दौरा करते हैं, अरे ये दौरे की वजह से है कि ऐसे हमारी बेटियों को वापस ले आते हैं। ये भारत की बढ़ती ताकत का ही असर है कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हो, या इंटरनेशनल सोलर एलायंस हम दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं। ममता दीदी भारत की बढ़ती ताकत ने भारत की पासपोर्ट की ताकत को भी बढ़ा दी है। ये भारत की बढ़ती ताकत है कि विदेशी निवेश आज विदेशों से हिंदुस्तान में रिकॉर्ड स्तर पर हो रहा है। विदेशी मुद्रा का भंडार रिकॉर्ड स्तर पर है। रिकॉर्ड संख्या में विदेशी टूरिस्ट आज भारत आ रहे हैं। साथियो, याद करिए बांग्लादेश के साथ सीमा विवाद कितने वर्षों से चल रहा था, कितनी सरकारें आई और गई। हमारे लाखों नागरिकों का जीवन अधर में लटका हुआ था। हमने ये विवाद भी हल करने का काम किया। भाइयो और बहनो, जब सत्ता और वोट बैंक की राजनीति के बजाए भारत शक्ति की राजनीति होती है। तब देशहित के काम होते हैं जनसामान्य की भलाई के लिए काम होते हैं। वोट बैंक के लिए ही जीते मरते हैं वो राष्ट्रवाद को गाली देते हैं और आतंक और पाकिस्तान के पक्ष में खड़े दिखते हैं। सिर्फ मोदी को नीचे दिखाना और वोट बैंक को खुश करना यहीं उनका तरीका है। दीदी ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़े कर दिए। एयर स्ट्राइक पर ये लोग हमारे सपूतों के शौर्य के सबूत मांगते हैं।
साथियो, दीदी जिस कांग्रेस की सरकार में पार्टनर रही है वो तो पाकिस्तान के आतंक के सामने रोती रही है, रोती रही है। आपके चौकीदार की सरकार है जिसने आतंकियों को घर में घुसकर के मारा है। आप खुश हैं? आतंक खत्म होना चाहिए? हिंदुस्तान से आतंकवाद नेस्तनाबूद होना चाहिए? इतने सारे नेताओं के नाम बाजार में चल रहे हैं। हर गली मोहल्ला वाला 40 सीट लड़ रहा है वो कहता है मैं प्रधानमंत्री बनूंगा। 20 सीट लड़ रहा है वो भी कहता है मैं प्रधानमंत्री बनूंगा, 25 सीट लड़ रहा है वो भी कहता है सब घुंघरू बांधकर के तैयार हो गए हैं। मुझे बताइए कौन हैं? इतने सारे चेहरे हैं? कौन चेहरा है जो आतंकवादियों से लड़ सकता है? कौन आतंकवाद को खत्म कर सकता है? कौन आतंकवाद से भिड़ सकता हैं? आपका जवाब आधा सही है आधा गलत है। आतकंवादियों को खत्म करने का काम आपका एक वोट करने वाला है। आपके वोट की ताकत है जो इस चौकीदार को मजबूत बनाएगी और चौकीदार आपके सपनों को पूरा करेगा। साथियो, देश की सुरक्षा हो या फिर समृदधि हमारी नीति स्पष्ट है। हम परिवहन से लेकर पर्यटन और पर्यटन से परिवर्तन तक विकास के काम कर रहे हैं। बोलपुर में इस पूरे क्षेत्र में पर्यटन की बहुत संभावनाएं हैं। लेकिन TMC की गुंडागर्दी जब तक रहेगी तब तक टूरिज्म भी नहीं बढ़ेगा। नए उद्योग नहीं आएंगे। केंद्र सरकार यहां की कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए लोगों का जीवन आसान बनाने के लिए हजारों करोड़ के प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। लेकिन हमारी दीदी का पूरा प्रयास है कि मोदी जी को भी उनका काम प. बंगाल के लिए कर रहा है उस पर भी ब्रेक लगाई जाए। आयुष्मान भारत जिससे यहां 1 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये तक इलाज की सुविधा मुफ्त में मिल रही थी, और वो भी हिंदुस्तान में कहीं पर भी कर सकते हैं। ये दीदी ने उस पर भी ताला मार दिया। ये गरीबों की बीमारी पर ताला मारने वाली ये दीदी है। इस योजना से प. बंगाल ही नहीं बल्कि देश के दूसरे हिस्सों में भी अच्छे अस्पतालों में यहां के गरीबों का इलाज होता लेकिन गरीबों को दीदी को थोड़ी चिंता है। उनको तो एक ही काम है बांग्लादेश से लोगों को लाओ मोदी को हटाओ। पीएम किसान सम्मान योजना से प. बंगाल के हर किसान परिवार के खाते में मोदी सरकार पैसा जमा करना चाहती है। लेकिन प. बंगाल की सराकर किसानों की लिस्ट देने के लिए भी तैयार नहीं है।
भाइयो बहनो, स्पीड ब्रेकर दीदी को हटाने के लिए आपको अपने चौकीदार को और मजबूत करना है, और आप विश्वास कीजिए आप हिम्मत के साथ मतदान कीजिए। अब पूरी तरह मैंने व्यवस्थाएं बनाई हुई है। इलेक्शन कमीशन का मैं अभारी हूं उन्होंने बंगाल के अंदर हो सके उतना प्रयास किया है। वे अभिनंदन के अधिकारी है। दीदी अब इलेक्शन कमीशन को गाली दे रही है। लेकिन भाइयो बहनो, पोलिंग बूथ पर जाइए कमल के निशान पर बटन दबाइए और जब आप कमल के निशान पर बटन दबाओगे न वो सीधा मोदी के खाते में जाएगा। भाइयो-बहनो, देश मजबूत होना चाहिए? देश मजबूत होना चाहिए? उसके लिए सरकार मजबूत चाहिए? तो चौकीदार भी मजबूत होना चाहिए? मेरे साथ एक संकल्प लेंगे? दोनों हाथ ऊपर करके?पूरी ताकत से बोलेंगे? आपको बोलना है चौकीदार.. क्या बोलेंगे? क्या बोलेंगे? मैं बोलता हूं।
गांव-गांव है... चौकीदार, शहर-शहर है... चौकीदार, बच्चा-बच्चा... चौकीदार, बड़े-बुजुर्ग भी... चौकीदार, माता-बहने भी.... चौकीदार, घर-घर में है... चौकीदार, खेत-खलिहान में.... चौकीदार, बाग-बगान में... चौकीदार, देश के अंदर.... चौकीदार, सरहद पर भी... चौकीदार, डॉक्टर-इंजीनियर... चौकीदार, शिक्षक-प्रोफेसर.. चौकीदार, लेखक-पत्रकार भी... चौकीदार, कलाकार भी... चौकीदार, किसान-कामगार भी... चौकीदार, दुकानदार भी... चौकीदार, वकील-व्यापारी... चौकीदार, छात्र- छात्राएं... चौकीदार, पूरा हिंदुस्तान... चौकीदार, पूरा हिंदुस्तान... चौकीदार
भारत माता की जय भारत माता की जय
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