The entire nation witnessed the lawlessness and violence that were unleashed by the TMC hooligans in Kolkata last night: PM Modi
The more violence and brutality Mamata Didi thrusts upon BJP karyakartas, the stronger their resolve becomes to defeat her with their votes: PM Modi in Bengal
Our top priority after these elections will be to strengthen border security in Bengal with the help of modern fencing technologies: Prime Minister Modi 

 

भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय

सबसे पहले मैं भाजपा के और पश्चिम बंगाल के उन साथियों के परिवारों को और उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं जिनकी पिछले कुछ कार्यकाल में टीएमसी के गुंडों ने हत्या की है, और जो घायल हैं मैं उनके जल्द ही स्वास्थ्य होने की कामना करता हूं। साथियो, मैं आपको ये भी विश्वास दिलाता हूं कि लोकतंत्र के लिए आपका ये बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।

भाइयो-बहनो, प. बंगाल में गणतंत्र को फिर से स्थापित करने के लिए आपका हौसला आपकी इच्छा शक्ति पूरा देश बड़े आदर के साथ देख रहा है। दीदी के गुंडे, गोलियां और बम लेकर के विनाश करने पर उतर गए हैं। लेकिन लोकतंत्र के प्रति आपकी श्रद्धा को लेकर के बंगाल के मेरे भाई बहन डटकर के खड़े हैं। आपका यही हौसला यही जोश ममता दीदी की इस अत्याचारी सत्ता को एक न एक दिन जड़ से उखाड़ देगा। साथियो, कल कोलकाता की तस्वीरें पूरे देश ने देखी है। आज पूरे देश में इसकी चर्चा हो रही है। भाइयो-बहनो, प. बंगाल में बीजेपी की लहर से ये दीदी घबरा गई है, और घबराई हुई दीदी किस स्तर पर उतर आई है ये भी देश और दुनिया देख रही है। ममता दीदी ने दो दिन पहले ही ऐलान किया था और उन्होंने कहा था कि वो इंच इंच का बदला लेगी। ये उन्होंने सार्वजनिक रुप से घोषित किया था, और उन्होंने अपना दो एजेंडा घोषित किया था उसको देखिए 24 घंटे के भीतर ही भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भाई अमित शाह जी पर हमला करवा दिया। उनके रोड शो पर हमला कर के हिंसा फैला कर डराने की भरसक कोशिश की गई। हिंसा के बाद दीदी आप और आपके दरबारी जिस तरह की राजनीति कर रहे हैं उसकी पोल यूनिवर्सिटी के छात्रों ने ही खोलनी शुरू कर दी है। दीदी जिस लोकतंत्र ने आपको इतने मान से इतने सम्मान से इतने भरोसे से मुख्यमंत्री का पद दिया था।

आज सत्ता के नशे में दीदी आप उसी लोकतंत्र का गला घोंटने पर उतारु है। दीदी अरे सत्ता तो सेवा का माध्यम होती है। आप सत्ता और  जनता को अपना गुलाम समझने की भूल कर रही हो। दीदी जनता को धोखा आप दो, चिटफंड के नाम पर गरीब के पैसे लूटो आप ही लूटो। भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए धरने पर बैठे, आप खुद जाकर बैठो, और जब प. बंगाल की जनता आपसे हिसाब मांगे तो आप गालियां देने पर उतर आई, धमकियां देने लगी। हिंसा, आगजनी कराने लगी। लेकिन क्या लगता है आपको आपकी गाली और धमकियों से मोदी डर जाएगा। ममता दीदी आसानी से डिगने वालों में ये मोदी नहीं है। आपको ये पता नहीं है कि मोदी का रक्षा कवच 130 करोड़ देशवासी है। मेरे लिए तो देश के ये करोड़ों साथी ही अपने हैं। मैं उनके लिए ही मैदान में हूं, और इसलिए दीदी आपकी गालियां और धमकियों का असर मुझ पर नहीं होता है। साथियो, आज दीदी अपनी ही परछाई से डर रही है कांप रही है बौखलाई हुई हैं। क्योंकि इस बार उनकी जमीन खिसक गई है। आज बंगाल के चप्पे-चप्पे से एक ही आवाज आ रही है। 2019 में ही दीदी का पत्ता साफ होने जा रहा है।

और भाइयो-बहनो, प. बंगाल में दीदी जिस तरह भड़की हुई है। हिंसा कर रही है। उसने एक और बात स्पष्ट कर दी है। प. बंगाल के लोगों के आशीर्वाद से इस बार देश में भाजपा अकले अपने दम पर और दीदी ये मेरे शब्द लिखकर के रखो। पांचवे-छठे चरण के मतदान में ही जितने सर्वे आए हैं जितने ओपिनियन आए हैं। भाजपा को अकेली भाजपा को पूर्ण बहुमत देने की देश भर से आवाज उठी है। लेकिन दीदी आपकी बौखलाहट देखकर के और बंगाल का जन समर्थन देखकर के आज मैं बंगाल की धरती पर से कह रहा हूं कि अब बंगाल हमें पूर्ण बहुमत से आगे 300 सीटों से पार करवा के रहेगा।

यानी बीजेपी 300 सीट पार कर जाएगी और बंगाल इसमें बहुत बड़ी भूमिका रहने वाली है। और आप ये भी अंदाजा लगा सकते हैं कि जब अकेली बीजेपी 300 पार कर लिए तो फिर एनडीए को तो और भी ज्यादा सीट मिलने जा रही है। साथियो, दीदी को लगता था कि वो यहां के लोगों को धोखा देकर डराकर धमका कर इसी तरह राज करती रहेगी। लेकिन जिस धरती में राम कृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, रबीन्द्रनाथ टैगोर, श्री अरविंदो, नेता जी सुभाष चंद्र बोस जैसे महान लोगों के संस्कार हो वहां के लोग दीदी का ये बर्ताव आगे बर्दाश्त करने वाले नहीं है। इसलिए बंगाल ने बंगाल के लोगों ने मन बना लिया है कि अब दीदी से मुक्ति पानी है। दीदी को सत्ता में नहीं रहने देना है। भाइयो-बहनो, राजपाठ छीनने के डर से दीदी अगर भड़केगी नहीं तो और क्या करेगी। साथियो, बीते चार पांच दिन में दीदी ने अपना वो स्वरुप दिखा दिया है। जिसके गवाह दिल्ली में बैठे उनके दरबारी भी रहे हैं।

साथियो, चार पांच साल पहले टीवी पर एक कार्यक्रम में जब कोलकाता में बंगाल की बिटिया ममता दीदी से कुछ सवाल पूछ बैठी और दीदी ऐसे भड़क गईं। वो टीवी पर वायरल हुआ था, सोशल मीडिया पर अभी भी चल रहा है। ये उनका अहंकार आज नहीं तीन चार साल पहले भी भड़क गया था। उनको इतना ज्यादा गुस्सा आया था उस टीवी इंटरव्यू में कि ममता दीदी माइक पटककर उन कॉलेज की दो बेटियों को अनाप-शनाप गालियां देकर के वो वहां से भाग गई थी। अब फिर दीदी ने बंगाल की एक बेटी के साथ ऐसा ही गुस्सा दिखाया, गुस्सा भी ऐसा उस बेटी को ही ममता दीदी ने जेल में डाल दिया। दीदी अपने अहंकार में आप क्या क्या कर रही हैं। जिसने भगवान का नाम लिया उसको भी जेल में डाल दिया। यहां भाजपा नेताओं को रैली नहीं करने दी जा रही। वोटरों को वोट नहीं डालने दिया जा रहा। उम्मीदवारों पर हमले किए जा रहे हैं। यहां तक की नेताजी सुभाष चंद्र बोस के प्रपौत्र को भी आपके गुंडों ने नहीं छोड़ा। दीदी आप बंगाल को किस युग में ले जाने पर तुली हुई हैं। मुझे याद आ रहा है कि ऐसा ही कुछ इमरजेंसी के बाद जब चुनाव हुआ था तब हुआ था। लोगों को वोट देने से ऐसे ही रोका गया था। ममता दीदी आप बंगाल को इमरजेंसी के उस दौर में ले आई हो। और दीदी मेरे शब्द लिखकर के रखिए, ये आपका दमन बीजेपी के कार्यकर्ताओं तक सीमित नहीं है, ये तुम्हारी लड़ाई ये बंगाल की जनता के खिलाफ तुमने छेड़ी है। और बंगाल की जनता चुपचाप कमल छाप दबाकर तुम्हें सीख देने वाली है।

लेकिन मत भूलिए ये 21वीं सदी का भारत है अगर प. बंगाल की जनता आपको सातवें आसमान पर बैठा सकती है तो यही जनता वापस जमीन पर ला भी सकती है। ये लोकतंत्र है याद रखिएगा दीदी ये मेरे शब्द याद रखिएगा। जिन बेटियों को आप जेल में डालने का कम कर रही है, वहीं बेटियां अब आपको सजा देने वाली है, आपको सबक सिखाने वाली है। ममता दीदी ये भूमि मां दुर्गा की है, मां सरस्वती की है।आपने बेटियों का अपमान करके मां का भी अपमान किया है। सिर्फ एक तस्वीर के लिए इतना गुस्सा, दीदी आप तो खुद आर्टिस्ट हो पेंटिग करती हो। कहते हैं आप तो चित्रकार भी हैं। और सुना है नारदा, शारदा का नाम जपते हुए आपकी पेंटिग्स करोडों रुपये में बिका करती हैं। आज इस मंच से बंगाल की धरती से दीदी मैं आपसे आग्रह करूंगा आपका गुस्सा ठंडा करने के लिए, आप तो आर्टिस्ट है, पेंटर हैं, आप भद्दे से भद्दा गंदे से गंदा आप मेरा एक चित्र बनाइए। आप जरूर बनाइए, और 23 मई के बाद मेरा फिर से प्रधानमंत्री का शपथ होने के बाद आप मेरे निवास स्थान पर आइए और मुझे वो भद्दे से भद्दी तस्वीर जो आपने मेरी बनाई है वो मुझे भेंट कीजिए, मैं प्यार से स्वीकार करुंगा और जिंदगी भर मेरे पास रखूंगा। मैं आप पर एफआईआर नहीं करुंगा। क्या कर रही हो दीदी।

भाइयो-बहनो, दीदी प.बंगाल के विकास की नहीं बल्कि सिर्फ अपने बोट बैंक के बारे में सोच रही है। अपनी कुर्सी की चिंता कर रही है। उनको लगता है कि उनका टोलाबाजी गैंग, उन का घुसपैठिया गैंग ऐसे ही फलता फूलता रहेगा। उनको लगता है कि तस्करी और तस्करों से उनकी पार्टी का खजाना बढ़ता रहेगा। लेकिन दीदी का ये सपना टूटने वाला है। 23 मई को जब फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सराकर। फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सरकार आएगी तब हम घुसपैठियों की पहचान का कम तेज करेंगे। जो अवैध तरीके से प. बंगाल के लोगों के हक का खा रहे हैं उनकी पहचान की जाएगी। लेकिन भाइयो-बहनो, हमारे वो साथी जो भारत माता की जय बोलते हैं, जिनके लिए भारत ही एक मात्र उम्मीद है, उनके लिए नागरिकता का प्रबंध भी साथ साथ हम ही करने वाले हैं। उनको भारत सरकार की हर योजना का समय पर और सही लाभ मिल पाए ये इंतजाम किया जाएगा। ऐसे व्यवस्था की जाएगी कि टीएमसी के टोलाबाजों और सिंडिकेट के सामने उनको मजबूर रहना न पड़े। साथियो, देश की सुरक्षा को लेकर दीदी का क्या रवैया है, ये आपने भी देखा है। सर्जिकल स्ट्राइक हो, एयर स्ट्राइक के बाद अपने ही सपूतों पर सवाल उठाने वाले दीदी को सबक सिखाना जरूरी है। देश के हितों के खिलाफ जाकर पाकिस्तान के सुर में सुर मिलाने वाली दीदी को सबक सिखाना जरूरी है।

और भाइयो-बहनो, दीदी ने तो इतनी हद कर दी है, इतना मानसिक संतुलन खो दिया है वो कहती है मैं भारत के प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री मानने के लिए ही तैयार नहीं है। वो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री मानने को तैयार है, हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री मानने को तैयार नहीं हैं। दीदी क्या हाल हो गया है आपका? क्या ऐसी दीदी को माफ करते सकते हैं क्या? माफ कर सकते हैं? सजा दोगे? जमकर के सजा दोगे ? भाइयो-बहनो, आपको निडर होकर वोट देने के लिए घर से निकलना होगा। कमल छाप पर आपका वोट घुसपैठियों से मुक्ति सुनिश्चित करेगा। कमल छाप आपका एक वोट गाय के तस्करों पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करेगा। आपका कमल को मिला एक वोट चिट फंड के गोरखधंधों में शामिल हर अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा सुनिश्चित करेगा।

आपका एक वोट 2022 तक प. बंगाल के हर गरीब को अपना पक्का घर सुनिश्चित करेगा। आपका एक वोट हर किसान के बैंक खाते में वर्ष में तीन बार सीधी मदद सुनिश्चित करेगा। आपका कमल को मिला एक वोट दिल्ली में एक मजबूत सरकार सुनिश्चित करेगा। जो आपके हित में कड़े और बड़े फैसले ले पाएगी। साथियो, 19 मई को हर बूथ पर आपको भारी संख्या में पहुंचाना है। और एक ही काम करना है चुपचाप कमल छाप, चुपचाप कमल छाप, चुपचाप कमल छाप, चुपचाप कलम छाप, चुपचाप कमल छाप, दूसरा नारा बोलवाता हूं। बूथ-बूथ से टीएमसी साफ, बूथ बूथ से टीएमसी साफ, बूथ बूथ से टीएमसी साफ, बूथ-बूथ से टीएमसी साफ, बूथ बूथ से टीएमसी साफ, चुपचाप कमल छाप, चुपचाप कमल छाप, बूथ बूथ से टीएसपी साफ, बूथ बूथ से टीएमसी साफ। आपका हर वोट सीधा मोदी के खाते में जाएगा। आप इतनी बड़ी तादाद में हमें आशीर्वाद देने आए, मैं आपका आभारी हूं। मेरे साथ बोलिए

भारत माता की जय, भारत माता की जय

बहुत बहुत धन्यवाद      

 

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।