QuoteUnder INDI alliance governments, country burned in the fire of communalism: PM Modi in Maharajganj
QuoteINDI alliance can divide the country but cannot take the country forward: PM Modi in Maharajganj
QuoteYour vote is not just to elect an MP but to elect a strong PM for a strong India: PM in Maharajganj

भारत माता की,

भारत माता की

भारत माता की।

मेरी एक रिक्वेस्ट है, जो हमारे होनहार नौजवान हैं, जो बड़े साहसिक नौजवान हैं। देश को इन नौजवानों की बहुत जरूरत है। मेरी उन नौजवानों को हाथ जोड़ कर के प्रार्थना है कि जहां ऊपर है वहां से नीचे आइए। नीचे उतरिए आप लोग। देखिए कोई भी गिरेगा तो मेरे लिए व बहुत दुखद होगा। आप नीचे उतरिए। जो एकदम पीछे भी अकेले अकेले बैठ गए हैं सब नीचे आ जाइए। देखिए सारा तामझाम बड़ा टेंपररी होता है भाई। अगर ये गिरा तो यहां के लोग भी परेशान होंगे आपकी भी हालत खराब होगी। पहले नीचे उतरिए उसके बाद मैं भाषण आगे करूंगा। मेरे लिए मेरे भाषण से आपकी जिंदगी ज्यादा मूल्यवान है। वो जो लास्ट में दो लोग खंबे पे हैं नीचे आओ भाई। जरा पीछे एकदम आखिर में नीचे आओ, ये सब नीचे आइए भाई। जरा सिक्योरिटी के जो लोग हैं जरा चिंता करें। आपको नीचे आना पड़ेगा भाई। आपको नीचे आना पड़ेगा, आपकी जिंदगी को कुछ भी हो जाए यह मेरे लिए बर्दाश्त नहीं होगा भाई। आप मेरे अपने हैं मैं आपको कैसे परेशान देख सकता हूं। अब आपने मुझे देख लिया है अब सुनना है तो नीचे आएंगे तो अच्छा सुनाई देगा। देखिए जगह छोटी पड़ गई है, मैं देख रहा हूं बाहर भी लाखों की तादाद में लोग खड़े हैं वे शायद सुन भी नहीं पाते होंगे। लेकिन ये नहीं करने दूंगा मैं आइए नीचे। शाबाश! बहुत समझदार हैं सब नौजवान। हां शाबाश, अभी एक रह गया उधर। आ जाइए भाई जल्दी जरा उनको नीचे लाइए अब वो चढ़ तो गए लेकिन परेशान है कैसे उतरें। हां शाबाश नीचे आ जाओ भाई, नीचे आ जाइए आइए। जिन नौजवानों को मैंने नीचे उतारा है अगर उनको उनके सम्मान को अगर कोई चोट पहुंची है तो मैं उनकी क्षमा मांगता हूं, लेकिन आप सब आप सब मेरे परिवार के सदस्य हैं और इसलिए इतने प्यार से परिवार के सदस्य को कहने का मेरा भी तो हक बनता है ना।

भारत माता की।

भारत माता की।

बाबा हंस नाथ की जय!

बाबा महेंद्रनाथ की जय !

ई पवित्र धरती पर हम रउआ लोगन के वंदन अभिनंदन करतानी ! महाराजगंज ने, सीवान ने अपने जोश से पूरे भारत में संदेश दे दिया है फिर एक बार मोदी सरकार। मैं आज इतना खुश हूं खास करके इतनी बड़ी तादाद में माताओं-बहनों को मैं देख रहा हूं। माताओं-बहनों का ये आशीर्वाद ये मेरी बहुत बड़ी ऊर्जा है। और यह समय तो घर में काम का होता है उसके बावजूद इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें आशीर्वाद देने आई हैं। जीवन में इससे बड़ा सौभाग्य क्या होता है भाई। साथियों मेरा ये बहुत सौभाग्य है कि इन दिनों मुझे देश के कोने-कोने में देशवासियों के दर्शन करने का सौभाग्य मिला है। पूरे देश में मैं मातृ शक्ति का जो जज्बा देख रहा हूं माताओं-बहनों का जो प्यार देख रहा हूं, हमारे नौजवानों का जो उत्साह देख रहा हूं गांव हो गरीब हो किसान हो एक प्रकार से सारा देश के उज्जवल भविष्य के लिए संकल्प बद्ध हो चुका है और मैं भी आपको गारंटी देता हूं मैं आपके लिए दिन रात मेहनत करूंगा पहले से ज्यादा मेहनत करूंगा, क्योंकि मुझे आपके लिए विकसित बिहार, विकसित भारत बनाना है।

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भाइयों-बहनों,

गरीब से गरीब मां-बाप भी हमेशा चाहता है कि जाने के बाद बच्चों को कोई विरासत में देकर के जाए। हर एक के मन में रहता है कि कोई विरासत छोड़ के जाए। भाइयों-बहनों मोदी एक ऐसा इंसान है जिसे अपनी कोई विरासत नहीं है। मेरे लिए तो आप ही मेरी विरासत हैं, आप ही मेरे वारिस हैं, मेरा और कोई वारिस नहीं है और इसलिए मुझे आपका और आपके बच्चों का भविष्य उज्ज्वल बनाने के लिए खपा देना है। मैं नहीं चाहता कि अपने जीवन में आपने जो कष्ट भोगे उसका रत्ती भर भी आपकी आने वाली पीढ़ियों परेशानियों में जीने के लिए मजबूर होना पड़े। इसलिए गरीब कल्याण के बड़े फैसलों के लिए आज मैं आपके गांव आया हूं, आपके बीच आया हूं, आपके आशीर्वाद मांगने के लिए आया हूं। (भाई वहां कोशिश मत करो भैया प्लीज, वहां कोई जगह ही नहीं कहां जाओगे। अब आप मुझे देख नहीं पाओगे। सुन सकते हो जी ये स्क्रीन पर कुछ दिखाई दे तो देखिए। मैं जानता हूं संख्या बहुत ज्यादा है आपको तकलीफ होती होगी। मैं आपकी तकलीफ के लिए मैं खुद क्षमा मांगता हूं लेकिन आप जहां हैं वहीं रहिए, आगे आने की कोशिश मत कीजिए भैया। मेरा तो सौभाग्य है कि इतना कष्ट उठा करके आप हमें आशीर्वाद देने आए हैं।) भाइयों-बहनों आपके उज्जवल भविष्य के लिए देश को केंद्र में फिर एक बार मजबूत सरकार चाहिए।

भाइयों और बहनों,

जैसे-जैसे 4 जून पास आ रहा है, मोदी के लिए इंडी वालों की गालियों और बद्दुवाओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इनसे बर्दाश्त नहीं हो रहा कि मोदी को देश की जनता अगले 5 साल के लिए फिर चुनने जा रही है। जिन्होंने बिहार को जंगलराज दिया, नौजवानों को पलायन दिया, परिवारों को गरीबी दी, जिन्होंने बिहार के लोगों को मारा-तड़पाया, माताओं-बहनों का जीवन बर्बाद किया, जो लोग आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे हैं, जिन्हें अदालत ने घोटाले का दोषी साबित किया है, इन लोगों की आंखों में मोदी चौबीसों घंटे खटकता है। लेकिन इनकी लाख कोशिशों के बाद भी मैं आपकी सेवा में डटा रहूंगा। मैं दिल से जनता की सेवा करता हूं इसलिए देश की जनता से मेरा दिल का रिश्ता है। और इसलिए हर दिल में मोदी है! तभी तो पूरा देश कहता है....फिर एक बार...मोदी सरकार !

साथियों,

ये भूमि, मेधा की भूमि है। राष्ट्रभक्ति की अविरल गंगा यहां बहती है। राजेंद्र बाबू जैसे अनेक सपूत इस धरती ने देश को दिए हैं। ऐसी समृद्ध प्रतिभा वाली धरती की पहचान कांग्रेस और RJD वालों ने रंगदारी टैक्स के लिए बना दी थी। इंडी वालों ने पहले तो यहां से उद्योग-व्यापार का पलायन करवाया और अब ये लोग बिहार के परिश्रमी साथियों का अपमान करने में जुटे हैं। पंजाब में कांग्रेस के एक नेता हैं, दिल्ली में कांग्रेस के शाही परिवार के खासमखास हैं। कांग्रेस के ये नेता कहते हैं कि बिहार के लोगों का बहिष्कार करना चाहिए। ये कांग्रेस के नेता बोल रहे हैं और RJD वाले इनके साथ यहां आपसे वोट मांग रहे हैं। वो कहते हैं कि बिहार के लोगों को ना पंजाब में घर खरीदने देना चाहिए, न ही पंजाब में बिहारियों को कोई अधिकार देना चाहिए। बिहार के लोगों के लिए इतनी नफरत इन लोगों के दिल-दिमाग में भरी पड़ी है। क्या आपने कांग्रेस के शाही परिवार से सुना कि भाई इनका मंत्री बोल रहा है, गलत बोल रहा है। उनका नेता बोल रहा, गलत बोल रहा, ऐसा नहीं बोलना चाहिए। नहीं बोल रहे हैं। यहां RJD के लोगों ने तो कान में रुई ठूंस ली है। बिहार की मान मर्यादा, बिहारियों का सम्मान इंडी गठबंधन वालों के लिए कोई मायने नहीं रखता। साहब मैं गुजरात में था, वहां का मुख्यमंत्री था लेकिन बिहार जब अपने 100 साल मना रहा था मैंने बिहार से अनेक महानुभावों को गुजरात में बुला कर के उनका सम्मान किया था। जब DMK के लोगों ने बिहारियों को गाली दी, जब तेलंगाना के कांग्रेस के नेता ने गालियां दीं, तब भी ये शाही परिवार अपने होठों पर ताले लगा कर के बैठ गया था। क्या जिन्होंने बिहार का अपमान किया, जो दिन रात बिहारियों का अपमान करते हैं, क्या ऐसे कांग्रेस और उनके साथियों को, आरजेडी और उनके साथियों को, आपका एक वोट भी मिलना चाहिए क्या? पूरी ताकत से बताइए, एक वोट भी मिलना चाहिए क्या? एक वोट भी मिलना चाहिए क्या? अरे वोट तो छोड़ो इनको सजा होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए? इस बार चुनाव में एनडीए के पार्टियों का बटन दबाकर ऐसी सजा दो, ऐसी सजा दो सब पोलिंग बूथ में साफ हो जाएं, करेंगे?

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस का शाही परिवार, टुकड़े-टुकड़े गैंग को पाल-पोस रहा है। कांग्रेस, उत्तर और पूर्वी भारत से बदला ले रही है। आपने कांग्रेस को यहां से साफ कर दिया, इसलिए ये आपसे बदला ले रहे हैं। ये भारत को एक करने वाले भगवान राम का विरोध करते हैं। अयोध्या में राम मंदिर बना, आपका गौरव बढ़ा कि नहीं बढ़ा। आपका माथा ऊंचा हुआ कि नहीं हुआ। आपको संतोष हुआ कि नहीं हुआ। रामलला को अपना घर मिल गया आप खुश हुए कि नहीं हुए। ये आरजेडी-कांग्रेस वाले दुखी हैं बताओ। जिस कांग्रेस-आरजेडी की राजनीति भारत के टुकड़े टुकड़े करने वाली है उसको साफ करने की जिम्मेदारी महाराजगंज की भी है और सीवान की भी है।

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भाइयों और बहनों,

कांग्रेस-RJD और उसके साथियों ने हमेशा इस देश को पीछे ले जाने का खेल खेला है। ये खुद लाखों करोड़ के मालिक हो गए और जनता रोटी, कपड़ा, मकान के लिए जूझती है। इंडी गठबंधन का मंच, राजनीतिक मंच नहीं लाखों करोड़ों के घोटालेबाज़ों का सम्मेलन है। भ्रष्टाचार का अता-पता उसका नाम है इंडी गठबंधन। इनके मंच पर क़रीब 20 लाख करोड़ रुपये के घोटालेबाज़ एक साथ बैठते हैं। जब ये इकट्ठा होते हैं तो इनमें तीन बुराइयां एकदम साफ नजर आती हैं। कोई अपवाद नहीं है, ये तीन बुराइयां ये इंडी गठबंधन के सबमें समान है। ये तीन बुराइयां क्या हैं, ये इंडी अलायंस वाले घोर कम्यूनल हैं, शत प्रतिशत सांप्रदायिक हैं। दूसरा- ये इंडी अलायंस वाले घोर जातिवादी हैं, शत-प्रतिशत जातिवादी। तीसरा- ये इंडी अलायंस वाले घोर परिवारवादी हैं, शत-प्रतिशत परिवारवादी। अपने बेटे-बेटी के सिवा कुछ करना ही नहीं। ये वो लोग हैं जिनकी सरकारों में देश सांप्रदायिकता की आग में जले। ये वो लोग हैं जिन्होंने सालों तक देश को जातिवाद में बांटकर पिछड़ों का हक़ मारा है। ऐसे लोग बस देश बांट सकते है, ऐसे लोग देश का ख़ज़ाने ख़ाली कर सकते हैं, लेकिन देश को आगे नहीं ले जा सकते।

साथियों,

मोदी ने अपने 10 साल में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। आखिर इंडी गठबंधन वाले अपने 60 साल में ऐसा क्यों नहीं कर पाए? इन लोगों ने गरीब को गरीब रखा ताकि उसके शाही परिवार की जयजयकार होती रहे। कांग्रेस ने देश के कानूनों को ऐसा बनाया, जिससे गरीब असहाय हो। उसे किसी दूसरे की मदद लेनी पड़े।

साथियों,

हमारे यहां आज भी जो पुलिस की व्यवस्था है, वो अंग्रेज़ों की बनाई हुई है। पहली बार मोदी ने उसको बदलने का साहस किया है। पुरानी व्यवस्था के कारण गरीब सालों-साल जेल में सड़ता रहता था। लेकिन आंतकवादी, अपराधी, भ्रष्टाचारी, लुटेरे बड़े-बड़े वकील करके जैसे-तैसे छूट जाते थे। अब ऐसा नहीं होगा। अब मोदी दंड संहिता की जगह, न्याय संहिता लेकर आया है। इससे सामान्य जन को तेज़ी से न्याय मिलेगा। अब आतंकियों का, आपको लूटने वालों का बचना और मुश्किल हो जाएगा।

साथियों,

यहां इतनी बड़ी संख्या में हमारे साथी खेती से जुड़े हैं, किसान हैं। 10 साल पहले तक एक भी रुपया किसानों को कांग्रेस सरकार से मिलता था क्या? पीएम किसान सम्मान निधि से सीवान के किसानों को अबतक करीब 1200 करोड़ रुपए मिल चुके हैं। सारण के भी किसानों को 1500 करोड़ रुपए मिले हैं। सिर्फ 5 साल में ही इतना पैसा मिला है, वो भी सीधे खाते में।

भाइयों और बहनों,

गरीब का ये बेटा आज आपके जीवन को आसान बनाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहा है। आज करोड़ों गरीबों को मुफ्त अनाज मिल रहा है। आज घर-घर नल पहुंचा है, बिजली पहुंची है, टॉयलेट हुआ है। मोदी ने सस्ता सिलेंडर बहनों तक पहुंचाया है। मुझे बहनें बताती हैं कि मुफ्त इलाज की योजना से उनको बहुत फायदा हुआ है।

साथियों,

पक्का घर तो गरीब का सबसे बड़ा सपना होता है। अभी तक बिहार में करीब 40 लाख पक्के घर गरीबों को मिल चुके हैं। और मेरा एक काम करोगे? जरा हाथ ऊपर करके बताओ मेरा काम करोगे? ढीला ढाला नहीं, पूरी ताकत से बताओ करोगे? अच्छा अभी आप गांव गांव जाते होंगे, हर मोहल्ले में जाते होंगे, लोगों से मिलते होंगे, अगर आपको गांव में अभी भी कोई झुग्गी-झोपड़ी में रहता है, कोई मिट्टी की छोटी सी खोली बना कर के रहता है उसको मिलकर के कह देना कि हम मोदी जी की तरफ से आए हैं। उनको कह देना हम मोदी जी की तरफ से आए हैं और 4 जून के बाद तीसरी बार जब मोदी की सरकार बनेगी तो जिनका घर अभी कच्चा है मोदी उसको पक्का घर देगा। मेरी तरफ से बता दोगे? मेरे लिए तो आप ही मोदी हैं आप बता देंगे ना काम हो जाएगा। साथियों, मोदी ने 3 करोड़ नए घर बनाने की गारंटी दी है, इसलिए आप बता दीजिए। उसको कहिए जो 3 करोड़ बनेंगे न, उसमें उस परिवार का भी घर होगा। और आप ये भी जान लीजिए, ये जो आपको घर मिलेगा,उसमें घर की रजिस्ट्री घर की महिला के नाम पर होगी, मकान की मालकिन महिला होंगी।

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भाइयों और बहनों,

यहां हमारी बहुत सारी बहनें सखी मंडलों से, दीदियों के समूहों से भी जुड़ी हैं। महिलाओं के ऐसे सभी समूहों के लिए आने वाले 5 साल समृद्धि लेकर आने वाले हैं। बहनें ड्रोन पायलट बनेंगी और ड्रोन से खेती करके कमाई करें, ये योजना मोदी ने बनाई है। मोदी की गारंटी- 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने की है। जब माताओं-बहनों की आय बढ़ेगी, तो परिवार की, गांव की खरीद शक्ति बढ़ेगी। यही तो विकसित भारत का रास्ता है।

साथियों,

आपका वोट, सिर्फ MP चुनने के लिए नहीं है। आपका वोट, एक मज़बूत भारत के लिए मज़बूत PM चुनने का भी है। इसलिए, महाराजगंज से जनार्दन सिंह सिगरीवाल जी, सीवान से बहन विजय लक्ष्मी जी को और गोपालगंज से आलोक कुमार सुमन जी को ज्यादा से ज्यादा वोटों से जिताना है। जिताएंगे? घर घर जाएंगे? ज्यादा मतदान कराएंगे? अच्छा मेरा एक काम करेंगे? मेरा एक काम करेंगे? क्यों ठंडे पड़ गए भाई। इनके लिए तो बड़े उत्साह से बोल रहे हो इनके लिए बोला तो हाथ ऊपर कर दिया मेरे लिए बोला तो हाथ नीचे हो गया। मेरा एक काम करोगे, पक्का करोगे। यहां से ज्यादा से ज्यादा घरों में जाना, ज्यादा से ज्यादा परिवारों में मिलना और सबको जाके कहना कि अपने मोदी जी आए थे। मोदी जी ने आपको जय श्री राम कहा है। मेरा जय श्रीराम हर घर में पहुंचा दोगे, हर परिवार में पहुंचा दोगे?

बोलिए भारत माता की,

भारत माता की,

भारत माता की।

बहुत-बहुत धन्यवाद

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Today, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM Modi in TV9 Summit
March 28, 2025
QuoteToday, the world's eyes are on India: PM
QuoteIndia's youth is rapidly becoming skilled and driving innovation forward: PM
Quote"India First" has become the mantra of India's foreign policy: PM
QuoteToday, India is not just participating in the world order but also contributing to shaping and securing the future: PM
QuoteIndia has given Priority to humanity over monopoly: PM
QuoteToday, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM

श्रीमान रामेश्वर गारु जी, रामू जी, बरुन दास जी, TV9 की पूरी टीम, मैं आपके नेटवर्क के सभी दर्शकों का, यहां उपस्थित सभी महानुभावों का अभिनंदन करता हूं, इस समिट के लिए बधाई देता हूं।

TV9 नेटवर्क का विशाल रीजनल ऑडियंस है। और अब तो TV9 का एक ग्लोबल ऑडियंस भी तैयार हो रहा है। इस समिट में अनेक देशों से इंडियन डायस्पोरा के लोग विशेष तौर पर लाइव जुड़े हुए हैं। कई देशों के लोगों को मैं यहां से देख भी रहा हूं, वे लोग वहां से वेव कर रहे हैं, हो सकता है, मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं। मैं यहां नीचे स्क्रीन पर हिंदुस्तान के अनेक शहरों में बैठे हुए सब दर्शकों को भी उतने ही उत्साह, उमंग से देख रहा हूं, मेरी तरफ से उनका भी स्वागत है।

साथियों,

आज विश्व की दृष्टि भारत पर है, हमारे देश पर है। दुनिया में आप किसी भी देश में जाएं, वहां के लोग भारत को लेकर एक नई जिज्ञासा से भरे हुए हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ कि जो देश 70 साल में ग्यारहवें नंबर की इकोनॉमी बना, वो महज 7-8 साल में पांचवे नंबर की इकोनॉमी बन गया? अभी IMF के नए आंकड़े सामने आए हैं। वो आंकड़े कहते हैं कि भारत, दुनिया की एकमात्र मेजर इकोनॉमी है, जिसने 10 वर्षों में अपने GDP को डबल किया है। बीते दशक में भारत ने दो लाख करोड़ डॉलर, अपनी इकोनॉमी में जोड़े हैं। GDP का डबल होना सिर्फ आंकड़ों का बदलना मात्र नहीं है। इसका impact देखिए, 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं, और ये 25 करोड़ लोग एक नियो मिडिल क्लास का हिस्सा बने हैं। ये नियो मिडिल क्लास, एक प्रकार से नई ज़िंदगी शुरु कर रहा है। ये नए सपनों के साथ आगे बढ़ रहा है, हमारी इकोनॉमी में कंट्रीब्यूट कर रहा है, और उसको वाइब्रेंट बना रहा है। आज दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी हमारे भारत में है। ये युवा, तेज़ी से स्किल्ड हो रहा है, इनोवेशन को गति दे रहा है। और इन सबके बीच, भारत की फॉरेन पॉलिसी का मंत्र बन गया है- India First, एक जमाने में भारत की पॉलिसी थी, सबसे समान रूप से दूरी बनाकर चलो, Equi-Distance की पॉलिसी, आज के भारत की पॉलिसी है, सबके समान रूप से करीब होकर चलो, Equi-Closeness की पॉलिसी। दुनिया के देश भारत की ओपिनियन को, भारत के इनोवेशन को, भारत के एफर्ट्स को, जैसा महत्व आज दे रहे हैं, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। आज दुनिया की नजर भारत पर है, आज दुनिया जानना चाहती है, What India Thinks Today.

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साथियों,

भारत आज, वर्ल्ड ऑर्डर में सिर्फ पार्टिसिपेट ही नहीं कर रहा, बल्कि फ्यूचर को शेप और सेक्योर करने में योगदान दे रहा है। दुनिया ने ये कोरोना काल में अच्छे से अनुभव किया है। दुनिया को लगता था कि हर भारतीय तक वैक्सीन पहुंचने में ही, कई-कई साल लग जाएंगे। लेकिन भारत ने हर आशंका को गलत साबित किया। हमने अपनी वैक्सीन बनाई, हमने अपने नागरिकों का तेज़ी से वैक्सीनेशन कराया, और दुनिया के 150 से अधिक देशों तक दवाएं और वैक्सीन्स भी पहुंचाईं। आज दुनिया, और जब दुनिया संकट में थी, तब भारत की ये भावना दुनिया के कोने-कोने तक पहुंची कि हमारे संस्कार क्या हैं, हमारा तौर-तरीका क्या है।

साथियों,

अतीत में दुनिया ने देखा है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद जब भी कोई वैश्विक संगठन बना, उसमें कुछ देशों की ही मोनोपोली रही। भारत ने मोनोपोली नहीं बल्कि मानवता को सर्वोपरि रखा। भारत ने, 21वीं सदी के ग्लोबल इंस्टीट्यूशन्स के गठन का रास्ता बनाया, और हमने ये ध्यान रखा कि सबकी भागीदारी हो, सबका योगदान हो। जैसे प्राकृतिक आपदाओं की चुनौती है। देश कोई भी हो, इन आपदाओं से इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान होता है। आज ही म्यांमार में जो भूकंप आया है, आप टीवी पर देखें तो बहुत बड़ी-बड़ी इमारतें ध्वस्त हो रही हैं, ब्रिज टूट रहे हैं। और इसलिए भारत ने Coalition for Disaster Resilient Infrastructure - CDRI नाम से एक वैश्विक नया संगठन बनाने की पहल की। ये सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार करने का संकल्प है। भारत का प्रयास है, प्राकृतिक आपदा से, पुल, सड़कें, बिल्डिंग्स, पावर ग्रिड, ऐसा हर इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षित रहे, सुरक्षित निर्माण हो।

साथियों,

भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए हर देश का मिलकर काम करना बहुत जरूरी है। ऐसी ही एक चुनौती है, हमारे एनर्जी रिसोर्सेस की। इसलिए पूरी दुनिया की चिंता करते हुए भारत ने International Solar Alliance (ISA) का समाधान दिया है। ताकि छोटे से छोटा देश भी सस्टेनबल एनर्जी का लाभ उठा सके। इससे क्लाइमेट पर तो पॉजिटिव असर होगा ही, ये ग्लोबल साउथ के देशों की एनर्जी नीड्स को भी सिक्योर करेगा। और आप सबको ये जानकर गर्व होगा कि भारत के इस प्रयास के साथ, आज दुनिया के सौ से अधिक देश जुड़ चुके हैं।

साथियों,

बीते कुछ समय से दुनिया, ग्लोबल ट्रेड में असंतुलन और लॉजिस्टिक्स से जुड़ी challenges का सामना कर रही है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए भी भारत ने दुनिया के साथ मिलकर नए प्रयास शुरु किए हैं। India–Middle East–Europe Economic Corridor (IMEC), ऐसा ही एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। ये प्रोजेक्ट, कॉमर्स और कनेक्टिविटी के माध्यम से एशिया, यूरोप और मिडिल ईस्ट को जोड़ेगा। इससे आर्थिक संभावनाएं तो बढ़ेंगी ही, दुनिया को अल्टरनेटिव ट्रेड रूट्स भी मिलेंगे। इससे ग्लोबल सप्लाई चेन भी और मजबूत होगी।

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साथियों,

ग्लोबल सिस्टम्स को, अधिक पार्टिसिपेटिव, अधिक डेमोक्रेटिक बनाने के लिए भी भारत ने अनेक कदम उठाए हैं। और यहीं, यहीं पर ही भारत मंडपम में जी-20 समिट हुई थी। उसमें अफ्रीकन यूनियन को जी-20 का परमानेंट मेंबर बनाया गया है। ये बहुत बड़ा ऐतिहासिक कदम था। इसकी मांग लंबे समय से हो रही थी, जो भारत की प्रेसीडेंसी में पूरी हुई। आज ग्लोबल डिसीजन मेकिंग इंस्टीट्यूशन्स में भारत, ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज़ बन रहा है। International Yoga Day, WHO का ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क, ऐसे कितने ही क्षेत्रों में भारत के प्रयासों ने नए वर्ल्ड ऑर्डर में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है, और ये तो अभी शुरूआत है, ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भारत का सामर्थ्य नई ऊंचाई की तरफ बढ़ रहा है।

साथियों,

21वीं सदी के 25 साल बीत चुके हैं। इन 25 सालों में 11 साल हमारी सरकार ने देश की सेवा की है। और जब हम What India Thinks Today उससे जुड़ा सवाल उठाते हैं, तो हमें ये भी देखना होगा कि Past में क्या सवाल थे, क्या जवाब थे। इससे TV9 के विशाल दर्शक समूह को भी अंदाजा होगा कि कैसे हम, निर्भरता से आत्मनिर्भरता तक, Aspirations से Achievement तक, Desperation से Development तक पहुंचे हैं। आप याद करिए, एक दशक पहले, गांव में जब टॉयलेट का सवाल आता था, तो माताओं-बहनों के पास रात ढलने के बाद और भोर होने से पहले का ही जवाब होता था। आज उसी सवाल का जवाब स्वच्छ भारत मिशन से मिलता है। 2013 में जब कोई इलाज की बात करता था, तो महंगे इलाज की चर्चा होती थी। आज उसी सवाल का समाधान आयुष्मान भारत में नजर आता है। 2013 में किसी गरीब की रसोई की बात होती थी, तो धुएं की तस्वीर सामने आती थी। आज उसी समस्या का समाधान उज्ज्वला योजना में दिखता है। 2013 में महिलाओं से बैंक खाते के बारे में पूछा जाता था, तो वो चुप्पी साध लेती थीं। आज जनधन योजना के कारण, 30 करोड़ से ज्यादा बहनों का अपना बैंक अकाउंट है। 2013 में पीने के पानी के लिए कुएं और तालाबों तक जाने की मजबूरी थी। आज उसी मजबूरी का हल हर घर नल से जल योजना में मिल रहा है। यानि सिर्फ दशक नहीं बदला, बल्कि लोगों की ज़िंदगी बदली है। और दुनिया भी इस बात को नोट कर रही है, भारत के डेवलपमेंट मॉडल को स्वीकार रही है। आज भारत सिर्फ Nation of Dreams नहीं, बल्कि Nation That Delivers भी है।

साथियों,

जब कोई देश, अपने नागरिकों की सुविधा और समय को महत्व देता है, तब उस देश का समय भी बदलता है। यही आज हम भारत में अनुभव कर रहे हैं। मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। पहले पासपोर्ट बनवाना कितना बड़ा काम था, ये आप जानते हैं। लंबी वेटिंग, बहुत सारे कॉम्प्लेक्स डॉक्यूमेंटेशन का प्रोसेस, अक्सर राज्यों की राजधानी में ही पासपोर्ट केंद्र होते थे, छोटे शहरों के लोगों को पासपोर्ट बनवाना होता था, तो वो एक-दो दिन कहीं ठहरने का इंतजाम करके चलते थे, अब वो हालात पूरी तरह बदल गया है, एक आंकड़े पर आप ध्यान दीजिए, पहले देश में सिर्फ 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र थे, आज इनकी संख्या 550 से ज्यादा हो गई है। पहले पासपोर्ट बनवाने में, और मैं 2013 के पहले की बात कर रहा हूं, मैं पिछले शताब्दी की बात नहीं कर रहा हूं, पासपोर्ट बनवाने में जो वेटिंग टाइम 50 दिन तक होता था, वो अब 5-6 दिन तक सिमट गया है।

साथियों,

ऐसा ही ट्रांसफॉर्मेशन हमने बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में भी देखा है। हमारे देश में 50-60 साल पहले बैंकों का नेशनलाइजेशन किया गया, ये कहकर कि इससे लोगों को बैंकिंग सुविधा सुलभ होगी। इस दावे की सच्चाई हम जानते हैं। हालत ये थी कि लाखों गांवों में बैंकिंग की कोई सुविधा ही नहीं थी। हमने इस स्थिति को भी बदला है। ऑनलाइन बैंकिंग तो हर घर में पहुंचाई है, आज देश के हर 5 किलोमीटर के दायरे में कोई न कोई बैंकिंग टच प्वाइंट जरूर है। और हमने सिर्फ बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का ही दायरा नहीं बढ़ाया, बल्कि बैंकिंग सिस्टम को भी मजबूत किया। आज बैंकों का NPA बहुत कम हो गया है। आज बैंकों का प्रॉफिट, एक लाख 40 हज़ार करोड़ रुपए के नए रिकॉर्ड को पार कर चुका है। और इतना ही नहीं, जिन लोगों ने जनता को लूटा है, उनको भी अब लूटा हुआ धन लौटाना पड़ रहा है। जिस ED को दिन-रात गालियां दी जा रही है, ED ने 22 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक वसूले हैं। ये पैसा, कानूनी तरीके से उन पीड़ितों तक वापिस पहुंचाया जा रहा है, जिनसे ये पैसा लूटा गया था।

साथियों,

Efficiency से गवर्नमेंट Effective होती है। कम समय में ज्यादा काम हो, कम रिसोर्सेज़ में अधिक काम हो, फिजूलखर्ची ना हो, रेड टेप के बजाय रेड कार्पेट पर बल हो, जब कोई सरकार ये करती है, तो समझिए कि वो देश के संसाधनों को रिस्पेक्ट दे रही है। और पिछले 11 साल से ये हमारी सरकार की बड़ी प्राथमिकता रहा है। मैं कुछ उदाहरणों के साथ अपनी बात बताऊंगा।

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साथियों,

अतीत में हमने देखा है कि सरकारें कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिनिस्ट्रीज में accommodate करने की कोशिश करती थीं। लेकिन हमारी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में ही कई मंत्रालयों का विलय कर दिया। आप सोचिए, Urban Development अलग मंत्रालय था और Housing and Urban Poverty Alleviation अलग मंत्रालय था, हमने दोनों को मर्ज करके Housing and Urban Affairs मंत्रालय बना दिया। इसी तरह, मिनिस्ट्री ऑफ ओवरसीज़ अफेयर्स अलग था, विदेश मंत्रालय अलग था, हमने इन दोनों को भी एक साथ जोड़ दिया, पहले जल संसाधन, नदी विकास मंत्रालय अलग था, और पेयजल मंत्रालय अलग था, हमने इन्हें भी जोड़कर जलशक्ति मंत्रालय बना दिया। हमने राजनीतिक मजबूरी के बजाय, देश की priorities और देश के resources को आगे रखा।

साथियों,

हमारी सरकार ने रूल्स और रेगुलेशन्स को भी कम किया, उन्हें आसान बनाया। करीब 1500 ऐसे कानून थे, जो समय के साथ अपना महत्व खो चुके थे। उनको हमारी सरकार ने खत्म किया। करीब 40 हज़ार, compliances को हटाया गया। ऐसे कदमों से दो फायदे हुए, एक तो जनता को harassment से मुक्ति मिली, और दूसरा, सरकारी मशीनरी की एनर्जी भी बची। एक और Example GST का है। 30 से ज्यादा टैक्सेज़ को मिलाकर एक टैक्स बना दिया गया है। इसको process के, documentation के हिसाब से देखें तो कितनी बड़ी बचत हुई है।

साथियों,

सरकारी खरीद में पहले कितनी फिजूलखर्ची होती थी, कितना करप्शन होता था, ये मीडिया के आप लोग आए दिन रिपोर्ट करते थे। हमने, GeM यानि गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म बनाया। अब सरकारी डिपार्टमेंट, इस प्लेटफॉर्म पर अपनी जरूरतें बताते हैं, इसी पर वेंडर बोली लगाते हैं और फिर ऑर्डर दिया जाता है। इसके कारण, भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हुई है, और सरकार को एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की बचत भी हुई है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर- DBT की जो व्यवस्था भारत ने बनाई है, उसकी तो दुनिया में चर्चा है। DBT की वजह से टैक्स पेयर्स के 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा, गलत हाथों में जाने से बचे हैं। 10 करोड़ से ज्यादा फर्ज़ी लाभार्थी, जिनका जन्म भी नहीं हुआ था, जो सरकारी योजनाओं का फायदा ले रहे थे, ऐसे फर्जी नामों को भी हमने कागजों से हटाया है।

साथियों,

 

हमारी सरकार टैक्स की पाई-पाई का ईमानदारी से उपयोग करती है, और टैक्सपेयर का भी सम्मान करती है, सरकार ने टैक्स सिस्टम को टैक्सपेयर फ्रेंडली बनाया है। आज ITR फाइलिंग का प्रोसेस पहले से कहीं ज्यादा सरल और तेज़ है। पहले सीए की मदद के बिना, ITR फाइल करना मुश्किल होता था। आज आप कुछ ही समय के भीतर खुद ही ऑनलाइन ITR फाइल कर पा रहे हैं। और रिटर्न फाइल करने के कुछ ही दिनों में रिफंड आपके अकाउंट में भी आ जाता है। फेसलेस असेसमेंट स्कीम भी टैक्सपेयर्स को परेशानियों से बचा रही है। गवर्नेंस में efficiency से जुड़े ऐसे अनेक रिफॉर्म्स ने दुनिया को एक नया गवर्नेंस मॉडल दिया है।

साथियों,

पिछले 10-11 साल में भारत हर सेक्टर में बदला है, हर क्षेत्र में आगे बढ़ा है। और एक बड़ा बदलाव सोच का आया है। आज़ादी के बाद के अनेक दशकों तक, भारत में ऐसी सोच को बढ़ावा दिया गया, जिसमें सिर्फ विदेशी को ही बेहतर माना गया। दुकान में भी कुछ खरीदने जाओ, तो दुकानदार के पहले बोल यही होते थे – भाई साहब लीजिए ना, ये तो इंपोर्टेड है ! आज स्थिति बदल गई है। आज लोग सामने से पूछते हैं- भाई, मेड इन इंडिया है या नहीं है?

साथियों,

आज हम भारत की मैन्युफैक्चरिंग एक्सीलेंस का एक नया रूप देख रहे हैं। अभी 3-4 दिन पहले ही एक न्यूज आई है कि भारत ने अपनी पहली MRI मशीन बना ली है। अब सोचिए, इतने दशकों तक हमारे यहां स्वदेशी MRI मशीन ही नहीं थी। अब मेड इन इंडिया MRI मशीन होगी तो जांच की कीमत भी बहुत कम हो जाएगी।

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साथियों,

आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया अभियान ने, देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को एक नई ऊर्जा दी है। पहले दुनिया भारत को ग्लोबल मार्केट कहती थी, आज वही दुनिया, भारत को एक बड़े Manufacturing Hub के रूप में देख रही है। ये सक्सेस कितनी बड़ी है, इसके उदाहरण आपको हर सेक्टर में मिलेंगे। जैसे हमारी मोबाइल फोन इंडस्ट्री है। 2014-15 में हमारा एक्सपोर्ट, वन बिलियन डॉलर तक भी नहीं था। लेकिन एक दशक में, हम ट्वेंटी बिलियन डॉलर के फिगर से भी आगे निकल चुके हैं। आज भारत ग्लोबल टेलिकॉम और नेटवर्किंग इंडस्ट्री का एक पावर सेंटर बनता जा रहा है। Automotive Sector की Success से भी आप अच्छी तरह परिचित हैं। इससे जुड़े Components के एक्सपोर्ट में भी भारत एक नई पहचान बना रहा है। पहले हम बहुत बड़ी मात्रा में मोटर-साइकल पार्ट्स इंपोर्ट करते थे। लेकिन आज भारत में बने पार्ट्स UAE और जर्मनी जैसे अनेक देशों तक पहुंच रहे हैं। सोलर एनर्जी सेक्टर ने भी सफलता के नए आयाम गढ़े हैं। हमारे सोलर सेल्स, सोलर मॉड्यूल का इंपोर्ट कम हो रहा है और एक्सपोर्ट्स 23 गुना तक बढ़ गए हैं। बीते एक दशक में हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट भी 21 गुना बढ़ा है। ये सारी अचीवमेंट्स, देश की मैन्युफैक्चरिंग इकोनॉमी की ताकत को दिखाती है। ये दिखाती है कि भारत में कैसे हर सेक्टर में नई जॉब्स भी क्रिएट हो रही हैं।

साथियों,

TV9 की इस समिट में, विस्तार से चर्चा होगी, अनेक विषयों पर मंथन होगा। आज हम जो भी सोचेंगे, जिस भी विजन पर आगे बढ़ेंगे, वो हमारे आने वाले कल को, देश के भविष्य को डिजाइन करेगा। पिछली शताब्दी के इसी दशक में, भारत ने एक नई ऊर्जा के साथ आजादी के लिए नई यात्रा शुरू की थी। और हमने 1947 में आजादी हासिल करके भी दिखाई। अब इस दशक में हम विकसित भारत के लक्ष्य के लिए चल रहे हैं। और हमें 2047 तक विकसित भारत का सपना जरूर पूरा करना है। और जैसा मैंने लाल किले से कहा है, इसमें सबका प्रयास आवश्यक है। इस समिट का आयोजन कर, TV9 ने भी अपनी तरफ से एक positive initiative लिया है। एक बार फिर आप सभी को इस समिट की सफलता के लिए मेरी ढेर सारी शुभकामनाएं हैं।

मैं TV9 को विशेष रूप से बधाई दूंगा, क्योंकि पहले भी मीडिया हाउस समिट करते रहे हैं, लेकिन ज्यादातर एक छोटे से फाइव स्टार होटल के कमरे में, वो समिट होती थी और बोलने वाले भी वही, सुनने वाले भी वही, कमरा भी वही। TV9 ने इस परंपरा को तोड़ा और ये जो मॉडल प्लेस किया है, 2 साल के भीतर-भीतर देख लेना, सभी मीडिया हाउस को यही करना पड़ेगा। यानी TV9 Thinks Today वो बाकियों के लिए रास्ता खोल देगा। मैं इस प्रयास के लिए बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं, आपकी पूरी टीम को, और सबसे बड़ी खुशी की बात है कि आपने इस इवेंट को एक मीडिया हाउस की भलाई के लिए नहीं, देश की भलाई के लिए आपने उसकी रचना की। 50,000 से ज्यादा नौजवानों के साथ एक मिशन मोड में बातचीत करना, उनको जोड़ना, उनको मिशन के साथ जोड़ना और उसमें से जो बच्चे सिलेक्ट होकर के आए, उनकी आगे की ट्रेनिंग की चिंता करना, ये अपने आप में बहुत अद्भुत काम है। मैं आपको बहुत बधाई देता हूं। जिन नौजवानों से मुझे यहां फोटो निकलवाने का मौका मिला है, मुझे भी खुशी हुई कि देश के होनहार लोगों के साथ, मैं अपनी फोटो निकलवा पाया। मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं दोस्तों कि आपके साथ मेरी फोटो आज निकली है। और मुझे पक्का विश्वास है कि सारी युवा पीढ़ी, जो मुझे दिख रही है, 2047 में जब देश विकसित भारत बनेगा, सबसे ज्यादा बेनिफिशियरी आप लोग हैं, क्योंकि आप उम्र के उस पड़ाव पर होंगे, जब भारत विकसित होगा, आपके लिए मौज ही मौज है। आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

धन्यवाद।