When there is a weak government like Congress, it weakens the country as well, says PM Modi in Koderma
Naxalism caused a lot of harm to the country but also crushed the dreams of so many mothers in this country: PM Modi while targeting opposition
JMM, Congress and Left- they are the biggest role models of wrong things. Mountain of cash was discovered in the house of the servant of Minister's PA: PM
I have seen poverty and the hardships I have suffered, I want to free the poor people of the country from those hardships, says the PM in Koderma

भारत माता की..

भारत माता की..

कोडरमा और गिरिडीह को जोहार। मां चंचला देवी की पावन भूमि को मैं प्रणाम करता हूं। मैं पारसनाथ पर्वत को भी श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। हम बचपन से एक नाम हमेशा सुनते आए जब रेडियो का जमाना था झूमरी-तिलैया, झूमरी- तिलैया का नाम पूरा हिंदुस्तान जानता है। मैं तो देशवासियों को कहूंगा कि आपने जितना झूमरी-तिलैया का नाम सुना है, उससे भी अधिक हमारा झूमरी- तिलैया सुंदर है। (बेटे आप बैठ जाओ थक जाओगे बेटा..थक जाओगे, भाई कोई, इस बच्चे ने तस्वीर बनाकर लाया है, जरा एसपीजी के लोग ले लेना, बेटा पीछे अपना नाम-पता लिख देना) भारत माता की..भारत माता की। मैं सीधे काशी से आपके बीच आ रहा हूं, मुझे आने में विलंब हुआ इसलिए आप सब मुझे क्षमा करें और मुझे बताया गया कि आपमें से बहुत लोग सुबह 8:30 बजे आकर के बैठ गये थे। मैं काशी से भगवान विश्वनाथ का, भोले बाबा का आप सबके लिए आशीर्वाद लेकर के आया हूं। मैं आज काशी में अपना नामांकन दाखिल करने के बाद ये मेरी पहली जनसभा है और मैं देख रहा हूं कि काशी हो या कोडरमा या गिरिडीह, एक ही बात गूंज रही है, फिर एक बार.. फिर एक बार..फिर एक बार।

साथियों,

जितने लोग यहां दिखते हैं ना उससे डबल लोग बाहर हैं, ये आपका प्यार, ये आपका आशीर्वाद, ये आपका उमंग मैं आपको शत्-शत् नमन करता हूं। साथियों, काशी के लिए मैं पीएम नहीं, एमपी हूं। कोडरमा और गिरिडीह वालों को भी यही समझकर वोट डालना है, मोदी ही आपका एमपी है, मोदी ही आपका पीएम है। कोडरमा से बहन अन्नपूर्णा देवी और गिरिडीह से आजसू के हमारे साथी श्री चंद्र प्रकाश चौधरी जी, इन दोनों को आप भारी बहुमत से जिताकर दिल्ली भेजियेगा। आपका एक-एक वोट देश में तीसरी बार मोदी की मजबूत सरकार बनायेगा। इनके अलावा आपको दिलीप कुमार वर्मा जी को जो गांडेय विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं, उनको भी जिताना है।

साथियों,

जब एक मजबूत सरकार होती है तो वो सबसे पहले देश का हित देखती है, देश के लोगों का हित देखती है। लेकिन जब देश में कांग्रेस जैसी कमजोर सरकार होती है, तो वो देश को भी कमजोर कर देती है। ऐसी कमजोर सरकार कभी भी देशवासियों का भला नहीं कर सकती। कोडरमा और इस क्षेत्र के लोगों को इन्होंने दशकों तक कमजोर सरकारों का रवैया देखा है। कांग्रेस की कमजोर सरकारों ने देश को नक्सलवाद की आग में झोंक दिया और नक्सलवाद ने देश का बहुत नुकसान तो किया ही किया लेकिन मेरे देश की अनेक माताओं के सपनों को कुचल डाला है, जो बेटे नक्सलवाद की राह पर जाकर बम- बंदूक उठा रहे थे उन्होंने खुद को तो बर्बाद कर दिया, उस परिवार को बर्बाद कर दिया और उस मां को जिंदगी भर रोते रहने के लिए मजबूर कर दिया। इस आग में वामपंथियों ने भी अपनी रोटियां सेकी। ये भाजपा की सरकार है जिसने देश में नक्सली हिंसा पर लगाम लगाई। मोदी को चुनौतियों को टालना नहीं, मोदी को टकराना आता है और जब फौलादी हौसला हो, जब हौसला फौलादी हो तो बड़े से बड़ी चुनौती भी चरण चूमने लग जाती है। आज पूरे देश में नक्सलवाद का दायरा बहुत सिकुड़ गया है, बहुत सिकुड़ गया है और मैं कोडरमा की इस धरती से सभी देशवासियों को ये गारंटी दे रहा हूं आतंक हो या फिर नक्सलवाद मोदी अपने तीसरे कार्यकाल में इन पर बहुत बड़ा प्रहार करने का संकल्प ले चुका है। मोदी झारखंड को फिर से नक्सलवाद का गढ़ नहीं बनने देगा। मैं अपने नौजवानों की जिंदगी तबाह नहीं होने दूंगा। मैं उन माताओं की कोख छीनने नहीं दूंगा वो दिन दूर नहीं जब पूरी आदिवासी बेल्ट खून-खराबे से मुक्त होगी और ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

आज आपने टीवी पर देखा होगा, कल रात को टीवी पर देखा होगा इस पूरे चुनाव में अगर कोई पूछे मुझे कि मोदी जी सबसे संतोषजनक बात क्या लगी? तो मैं कहूंगा कल श्रीनगर में जो मतदान हुआ है, लोकतंत्र के प्रति जिस प्रकार से श्रद्धा व्यक्त की गई है, भारत के संविधान के प्रति जो मुहर लगाई गई है, दशकों बाद श्रीनगर में चुनाव का उत्सव था, दशकों बाद श्रीनगर के चुनाव में इतना भारी मतदान हुआ और लोग उमंग और उत्साह से भरे हुए थे और लोग कह रहे थे ये 370 जाने के कारण ये संभव हुआ है, लोग कह रहे थे मोदी के आने के बाद संभव हुआ है। इस एक घटना से ये बात साफ हो जाती है कि मोदी के काम की दिशा सही है और मोदी के प्रयास सही परिणाम लाते हैं, ये श्रीनगर का कल का मतदान पूरे देश के लिए संतोष का, उमंग का, उत्साह का अवसर है और इसलिए भाइयों-बहनों, मेरे लिए और जो लोग धारा 370 को लेकर मोदी को दिन-रात गालियां दे रहे थे कान खोलकर सुन लो ये धारा 370 की दीवार हटी है हमारे दिलों को जोड़ दिया है, हमारे सपने, हमारे अरमान एक साथ आगे बढ़ रहे हैं। भारत के लोकतंत्र के जीवन में इससे बड़ी कोई घटना नहीं हो सकती है।

साथियों,

जब मैं देशहित में इतने काम कर रहा हूं तो झामुमो, कांग्रेस और आरजेडी वाले बौखलाए हुए हैं, संतुलन खो चुके हैं। यहीं कोडरमा में इंडी गठबंधन के एक नेता ने मुझे गोली मारने की बात कही थी। ये जो गोली मारने के सपने देख रहे हैं ना, जो मोदी की कब्र खोदने के सपने देख रहे हैं जरा यहां आइये ये नजारा देखिए ये माताओं-बहनों का प्यार देखिए ये गोली मारने वालों ये ही मेरा सुरक्षा कवच है, ये ही मेरा सुरक्षा कवच है, ये ही लोग मोदी को जीने की ताकत देने वाले लोग यहां बैठे हैं और जिस मोदी को गरीब से गरीब बाल-वृद्ध सहित, माता-बहन सहित जब रक्षा कवच बन जाता है ना तो मोदी को अमृत प्राप्त हो जाता है, अमृत प्राप्त हो जाता है।

साथियों,

मैं किसी राजघराने में पैदा नहीं हुआ हूं, मैं किसी शाही परिवार में पैदा नहीं हुआ हूं और ना ही मेरे पिता कभी भी गांव के चुनाव में प्रधान भी बने हैं। मेरे परिवार का कोई चुनाव तक नहीं लड़ा है। मैं गरीब मां का बेटा हूं, चाय बेचते-बेचते यहां पहुंचा हूं और आपने मुझे पहुंचाया है और इसलिए किसी को अच्छा लगे या किसी को बुरा लगे मैंने गरीबी देखी है, मैं गरीबी को जिया हूं और जो मुसीबतें मैंने झेली हैं मैं मेरे देश के गरीबों को उससे मुक्ति दिलाना चाहता हूं और इसलिए मोदी का मंत्र है- वंचितों को वरीयता। जिन्हें पहले कोई पूछता तक नहीं था, मोदी ने उन्हें पूजता है। भक्ति-भाव से पूजता है। पहले आपके इलाज की, सस्ते इलाज की किसी ने चिंता नहीं की। हमारे परिवारों में तो अगर कोई मां बीमार हो जाती है कितनी ही पीड़ा क्यों ना हो वो कभी भी घर में किसी को बताती नहीं है वो दर्द सहती है, पीड़ा सहती है (एक मिनट भइया प्लीज मुझे बोलने दीजिए) वो दर्द सहती है, पीड़ा सहती है लेकिन अपने परिवार में किसी को अपनी बीमारी के विषय में बताती नहीं है, क्योंकि उसके मन में एक ही भाव रहता है कि अगर परिवार में सबको बीमारी का पता चल जाएगा तो इलाज कराने का खर्चा कहां से लायेंगे। ये लोग कर्ज में डूब जायेंगे अरे मैं दो-चार साल मुसीबत झेल लूंगी फिर चली जाऊंगी लेकिन मैं बच्चों को कर्जदार नहीं बनाना चाहती, मेरे देश की हर माता ये ही सोचती है लेकिन मातायें-बहनें अब आप को दर्द छिपना नहीं है, अब आपको पीड़ा नहीं सहनी है अब दिल्ली में आपका बेटा बैठा है। अब आपके इलाज की चिंता ये आपका बेटा करेगा आपका एक पाई का खर्चा नहीं होगा इलाज मैं करवाऊंगा। मैंने देशभर के मेरे गरीब भाई-बहनों को कहा है।

भाइयों-बहनों,

मैंने देवघर में एम्स बनवाया। हिंदुस्तान का बढ़िया से बढ़िया अस्पताल। देवघर एम्स से इस क्षेत्र के गरीबों को बहुत बड़ा सहारा मिला है। मोदी ने उन्हें अस्पताल में 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दी है। हर गरीब का सपना होता है, उसके पास पक्का घर हो। अगर आपका बेटा दिल्ली में बैठा हो और आप झोपड़ी में रहें, आपका बेटा दिल्ली में बैठा हो और आप कच्चे घर में रहें इस बेटे को मंजूर नहीं है। मैं हर गरीब परिवार को पक्का घर देना चाहता हूं, अब तक 4 करोड़ परिवारों को पक्के घर दे चुका हूं और तीसरे टर्म में आऊंगा जो बच गए हैं ना उनको भी पक्का घर देकर रहूंगा, ये मोदी की गारंटी है। मोदी ने कोडरमा-गिरिडीह में गरीब परिवारों को सवा लाख से ज्यादा पक्के घर बनाकर दिए हैं। मेरी आपसे प्रार्थना है आप जब गांव-गांव जायेंगे अभी भी कहीं कोई नजर आयें आपको जिसको पक्के घर की जरुरत है उसका नाम-पता लिख दीजिए मुझे भेज दीजिए और उस मां-बहन को कह देना मोदी की गारंटी है तीसरी बार.. तीसरी बार जब आयेगा तो आपका घर भी पक्का हो जायेगा, मेरे लिए आप ही मोदी हैं गारंटी दे देना। 7-8 साल पहले तक यहां करीब 2 लाख घर ऐसे थे जहां बिजली नहीं थी। मोदी ने अब उनके जीवन से अंधेरा दूर किया है, उनका घर रौशन किया है। मुफ्त राशन की योजना से भी यहां लाखों परिवारों को फायदा पहुंच रहा है। आज इतने साल हो गये 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में राशन मिल रहा है। मुझसे पहले सोनिया बहन की एक रिमोट वाली सरकार चलती थी, 10 साल पहले उस समय के प्रधानमंत्री को पूछा गया कि आपके पास अनाज भीग रहा है, सड़ रहा है आप गरीबों को क्यों नहीं देते उन्होंने कहा मैं गरीबों को इतना दे नहीं सकता हूं, मेरे पास इतना नहीं है। जब आपका बेटा वहां बैठा ना भूख क्या होती है वो मैं जानता हूं और बच्चे भूखे होते हैं तो मां रातभर आंसू पीती रहती है, वो मैंने देखा है और इसलिए मैंने तय किया कि मैं गरीब का चूल्हा बुझने नहीं दूंगा। मैं गरीब के बच्चों को भूखे सोने नहीं दूंगा और इसलिए 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन पहुंच रहा है और मेरे भाइयों-बहनों लिखकर रखिए तीसरी बार आने के बाद अगले पांच साल भी मुफ्त राशन मिलता रहेगा। 4 लाख परिवारों को अब यहां पीने का शुद्ध पानी मिल रहा है। यहां लाखों किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का भी लाभ मिल रहा है। गरीब का ये बेटा, आपके जीवन से हर परेशानी को समाप्त करने में जुटा है और इसलिए मुझे आपका आशार्वाद चाहिए ताकि जो छूटे गए हैं, मैं उन लोगों तक भी मेरी ये सारी योजनाएं की सुविधाएं पहुंचा सकूं।

साथियों,

जब दिल्ली में कांग्रेस-JMM-लेफ्ट की सरकार थी तब खनिज संपदा से निकला पैसा उस क्षेत्र को नहीं मिलता था, सीधे सरकार के खजाने में और कुछ चोरों की जेब में चला जाता था। यहां तो अभ्रक की कितनी सारी खदानें रही हैं, आपको क्या मिला? कोडरमा और गिरिडीह उसको भी नाम मात्र के लिए कुछ मिल गया तो मिल गया। मोदी ने कहा- ऐसा नहीं चलेगा। मोदी ने नई नीति बनाई। हमने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड बनाया। अब मैंने तय किया है कि जिस जिले से खनिज संपदा निकलती है, उसका एक हिस्सा उस जिले के लोगों की भलाई के लिए, उस जिले के विकास के लिए खर्च होना चाहिए और इस योजना के तहत झारखंड को अबतक 12 हज़ार करोड़ रुपए मिल चुके हैं। कोडरमा और गिरिडीह उसको भी करीब 60 करोड़ रुपए उससे मिले हैं। ऐसे काम तभी होते हैं, जब आपके लिए संवेदनशील हो, ऐसी सरकार हो। आपकी परेशानियों के प्रति जो खुद परेशान होता हो, जिसको आपकी परवाह हो तब होता है।

भाइयों और बहनों,

मैंने लाल किले से कहा था और मैंने डंके की चोट पर कहा हुआ है, छिपाकर के नहीं कर रहा हूं, मैंने कहा था मैं भारत को भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण से मुक्त होने के लिए अपना जीवन खपा दूंगा। JMM-कांग्रेस-लेफ्ट का इंडी-गठबंधन, इन सारी बुराइयों का सबसे बड़ा मॉडल है। आपने देखा कि यहां कांग्रेस के एक मंत्री, मंत्री, मंत्री के कर्मचारी और कर्मचारी का नौकर उसके घर में से नोटों के पहाड़ निकल रहे हैं भाई, ये नोटों के पहाड़ इतने बड़े हैं कि गिनते-गिनते मशीन हांफ जाती है मशीन। मैंने तो मेरे जीवन में कभी नोटों का ऐसा ढेर आंखों के सामने देखा नहीं पहली बार टीवी पर देख रहा हूं। इससे पहले कांग्रेस के सांसद के घर से नोटों के पहाड़ निकले। ये भी पूरे देश ने देखा। मुझे बताइये ये सारे जिनके यहां से पैसे निकल रहे हैं, ये किसके करीबी हैं? अफसरों के घर से पैसे निकले वो भी उनके खासमखास, नेताओं के यहां से निकले पैसे वो भी उनके खास, नौकरों से पैसे निकले वो भी उनके खास। मतलब ये कि इनके सिर पर किसका हाथ है भाई? ये ही तो लोग हैं ना ये जो भी करते हैं, वो शाही परिवार के इशारे पर करते हैं। आपके गांव की सड़कें, पुल, नहरें नहीं बनीं आज भी खस्ताहाल हैं, क्योंकि वो पैसा मंत्री जी के यहां पहुंच जाता है, उनके कर्मचारी के यहां पहुंच जाता है, नौकर के यहां पहुंचता है। साथियों, ये तो अभी शुरुआत है। मैं तो और ज्यादा खजाने खोजने वाला हूं। मैं चोरों को नींद से सोने नहीं दूंगा, मैं उनकी नींद तो उड़ा दूंगा उनके खजाने भी खाली करके रखूंगा। ये पैसे आपके हैं, इन पैसों के मालिक आप हैं। कोई चोरी- लूट नहीं कर सकता है मोदी इन पर कड़ी कार्रवाई कर रहा है और इसलिए ये मोदी को गोली मारने की बातें करते हैं, मोदी को गालियां देते हैं।

साथियों,

झारखंड में आज अपनी आस्था का पालन करना मुश्किल हो गया है। हमारे आराध्यों की मूर्तियां तोड़ी जा रही हैं। जिहादी मानसिकता वाले घुसपैठिए झुंड बनाकर हमला कर रहे हैं और झारखंड सरकार आंखें मूंदकर बैठी है, पीछे से समर्थन कर रही है। इन घुसपैठियों ने राज्य में हमारी बहनों-बेटियों की सुरक्षा को खतरे में डाला हुआ है। क्या झामुमो-कांग्रेस-आरजेडी वालों को आपका एक वोट भी मिलना चाहिए क्या? उनको कहीं पर भी जगह मिलनी चाहिए क्या? हर बूथ में से उनका पराजय होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए? भाइयों और बहनों, इंडी गठबंधन वालों का तुष्टिकरण का खेल अब चरम पर पहुंच चुका है। ये लोग पहले जो पर्दे के पीछे करते थे, वो आज सामने आकर के कहने लगे हैं। अब ये खुलेआम कह रहे हैं कि मोदी के खिलाफ वोट जिहाद करेंगे, वोट जिहाद।

भाइयों-बहनों,

500 साल के बाद, 500 साल के बाद अयोध्या में हमारे राम जी, भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं। पूरा देश खुश हुआ कि नहीं हुआ। आप सब खुश हुए कि नहीं हुए। बोलिए, जय श्री राम.. जय श्री राम, लेकिन ये इंडी-अलायंस वाले ये लोग राम मंदिर को लेकर भद्दी-भद्दी बातें कर रहे हैं। आए दिन इनके नेताओं के जो बयान आते हैं वो शर्मनाक बयान आ रहे हैं। कांग्रेस के कुछ लोग तो ये तक कह रहे हैं कि कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदलने की साजिश कर रही है। कांग्रेस के एक पुराने नेता वो आजकल कह रहे हैं कि कांग्रेस ने तो तय कर लिया है कि अब रामलला को फिर से टेंट में भेजेंगे, क्या आप रामलला को टेंट में जाने देंगे? क्या देश में उनको ऐसा पाप करने देंगे? रामलला भव्य राम मंदिर में रहेंगे कि नहीं रहेंगे? ये कहते हैं कि राम मंदिर को ताला लगा देंगे। भाइयों और बहनों, मोदी की नीति एकदम साफ है, हमरा मातायें-बहनें हर परिवार की बेहतरीन प्रबंधक होती हैं इसलिए देश उनके इस कौशल के सदुपयोग के बिना विकसित नहीं हो सकता, तभी मोदी सभी माताओं-बहनों की समृद्धि के लिए हर योजना बना रहा है। यहां बहुत बड़ी संख्या में बहनें सहायता समूहों से जुड़ी हैं। 10 वर्ष में 10 करोड़ बहनों को ऐसे समूहों से हमने जोड़ा है। हमने पहली बार बहनों के भी बैंक खाते खुलवायें और समूहों के भी बैंक खाते खुलवायें। आज मोदी लाखों-करोड़ रुपये की मदद इन समूहों तक पहुंचा रहा है। मोदी ने संकल्प लिया है कि हमारी सरकार 3 करोड़ बहनों को, ये आपके लिए खुशी की खबर है, 3 करोड़ बहनों को मोदी लखपति दीदी बनायेगा..लखपति दीदी बनायेगा।

साथियों,

विकास के जनकल्याण के काम तेजी से पूरे हो इसके लिए आपको बड़ी संख्या में मतदान करना है। घर-घर जाना है, ज्यादा से ज्यादा मतदान करना है। हमें हर सीट नहीं, हर बूथ को जीतना है। आप घर-घर जाइयेगा और कहियेगा कि मोदी जी ने आपको जोहार कहा है, नमस्कार कहा है और इस चुनाव में हमारे दो लोकसभा के साथी और एक हमारे विधानसभा के साथी, मेरे इन तीनों साथी को आपको विजयी बनाना है। बोलिए, भारत माता की..

भारत माता की..

भारत माता की।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM’s address at Christmas Celebrations hosted by the Catholic Bishops' Conference of India
December 23, 2024
It is a moment of pride that His Holiness Pope Francis has made His Eminence George Koovakad a Cardinal of the Holy Roman Catholic Church: PM
No matter where they are or what crisis they face, today's India sees it as its duty to bring its citizens to safety: PM
India prioritizes both national interest and human interest in its foreign policy: PM
Our youth have given us the confidence that the dream of a Viksit Bharat will surely be fulfilled: PM
Each one of us has an important role to play in the nation's future: PM

Respected Dignitaries…!

आप सभी को, सभी देशवासियों को और विशेषकर दुनिया भर में उपस्थित ईसाई समुदाय को क्रिसमस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं, ‘Merry Christmas’ !!!

अभी तीन-चार दिन पहले मैं अपने साथी भारत सरकार में मंत्री जॉर्ज कुरियन जी के यहां क्रिसमस सेलीब्रेशन में गया था। अब आज आपके बीच उपस्थित होने का आनंद मिल रहा है। Catholic Bishops Conference of India- CBCI का ये आयोजन क्रिसमस की खुशियों में आप सबके साथ जुड़ने का ये अवसर, ये दिन हम सबके लिए यादगार रहने वाला है। ये अवसर इसलिए भी खास है, क्योंकि इसी वर्ष CBCI की स्थापना के 80 वर्ष पूरे हो रहे हैं। मैं इस अवसर पर CBCI और उससे जुड़े सभी लोगों को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ।

साथियों,

पिछली बार आप सभी के साथ मुझे प्रधानमंत्री निवास पर क्रिसमस मनाने का अवसर मिला था। अब आज हम सभी CBCI के परिसर में इकट्ठा हुए हैं। मैं पहले भी ईस्टर के दौरान यहाँ Sacred Heart Cathedral Church आ चुका हूं। ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे आप सबसे इतना अपनापन मिला है। इतना ही स्नेह मुझे His Holiness Pope Francis से भी मिलता है। इसी साल इटली में G7 समिट के दौरान मुझे His Holiness Pope Francis से मिलने का अवसर मिला था। पिछले 3 वर्षों में ये हमारी दूसरी मुलाकात थी। मैंने उन्हें भारत आने का निमंत्रण भी दिया है। इसी तरह, सितंबर में न्यूयॉर्क दौरे पर कार्डिनल पीट्रो पैरोलिन से भी मेरी मुलाकात हुई थी। ये आध्यात्मिक मुलाक़ात, ये spiritual talks, इनसे जो ऊर्जा मिलती है, वो सेवा के हमारे संकल्प को और मजबूत बनाती है।

साथियों,

अभी मुझे His Eminence Cardinal जॉर्ज कुवाकाड से मिलने का और उन्हें सम्मानित करने का अवसर मिला है। कुछ ही हफ्ते पहले, His Eminence Cardinal जॉर्ज कुवाकाड को His Holiness Pope Francis ने कार्डिनल की उपाधि से सम्मानित किया है। इस आयोजन में भारत सरकार ने केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन के नेतृत्व में आधिकारिक रूप से एक हाई लेवल डेलिगेशन भी वहां भेजा था। जब भारत का कोई बेटा सफलता की इस ऊंचाई पर पहुंचता है, तो पूरे देश को गर्व होना स्वभाविक है। मैं Cardinal जॉर्ज कुवाकाड को फिर एक बार बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं।

साथियों,

आज आपके बीच आया हूं तो कितना कुछ याद आ रहा है। मेरे लिए वो बहुत संतोष के क्षण थे, जब हम एक दशक पहले फादर एलेक्सिस प्रेम कुमार को युद्ध-ग्रस्त अफगानिस्तान से सुरक्षित बचाकर वापस लाए थे। वो 8 महीने तक वहां बड़ी विपत्ति में फंसे हुए थे, बंधक बने हुए थे। हमारी सरकार ने उन्हें वहां से निकालने के लिए हर संभव प्रयास किया। अफ़ग़ानिस्तान के उन हालातों में ये कितना मुश्किल रहा होगा, आप अंदाजा लगा सकते हैं। लेकिन, हमें इसमें सफलता मिली। उस समय मैंने उनसे और उनके परिवार के सदस्यों से बात भी की थी। उनकी बातचीत को, उनकी उस खुशी को मैं कभी भूल नहीं सकता। इसी तरह, हमारे फादर टॉम यमन में बंधक बना दिए गए थे। हमारी सरकार ने वहाँ भी पूरी ताकत लगाई, और हम उन्हें वापस घर लेकर आए। मैंने उन्हें भी अपने घर पर आमंत्रित किया था। जब गल्फ देशों में हमारी नर्स बहनें संकट से घिर गई थीं, तो भी पूरा देश उनकी चिंता कर रहा था। उन्हें भी घर वापस लाने का हमारा अथक प्रयास रंग लाया। हमारे लिए ये प्रयास केवल diplomatic missions नहीं थे। ये हमारे लिए एक इमोशनल कमिटमेंट था, ये अपने परिवार के किसी सदस्य को बचाकर लाने का मिशन था। भारत की संतान, दुनिया में कहीं भी हो, किसी भी विपत्ति में हो, आज का भारत, उन्हें हर संकट से बचाकर लाता है, इसे अपना कर्तव्य समझता है।

साथियों,

भारत अपनी विदेश नीति में भी National-interest के साथ-साथ Human-interest को प्राथमिकता देता है। कोरोना के समय पूरी दुनिया ने इसे देखा भी, और महसूस भी किया। कोरोना जैसी इतनी बड़ी pandemic आई, दुनिया के कई देश, जो human rights और मानवता की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, जो इन बातों को diplomatic weapon के रूप में इस्तेमाल करते हैं, जरूरत पड़ने पर वो गरीब और छोटे देशों की मदद से पीछे हट गए। उस समय उन्होंने केवल अपने हितों की चिंता की। लेकिन, भारत ने परमार्थ भाव से अपने सामर्थ्य से भी आगे जाकर कितने ही देशों की मदद की। हमने दुनिया के 150 से ज्यादा देशों में दवाइयाँ पहुंचाईं, कई देशों को वैक्सीन भेजी। इसका पूरी दुनिया पर एक बहुत सकारात्मक असर भी पड़ा। अभी हाल ही में, मैं गयाना दौरे पर गया था, कल मैं कुवैत में था। वहां ज्यादातर लोग भारत की बहुत प्रशंसा कर रहे थे। भारत ने वैक्सीन देकर उनकी मदद की थी, और वो इसका बहुत आभार जता रहे थे। भारत के लिए ऐसी भावना रखने वाला गयाना अकेला देश नहीं है। कई island nations, Pacific nations, Caribbean nations भारत की प्रशंसा करते हैं। भारत की ये भावना, मानवता के लिए हमारा ये समर्पण, ये ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच ही 21वीं सदी की दुनिया को नई ऊंचाई पर ले जाएगी।

Friends,

The teachings of Lord Christ celebrate love, harmony and brotherhood. It is important that we all work to make this spirit stronger. But, it pains my heart when there are attempts to spread violence and cause disruption in society. Just a few days ago, we saw what happened at a Christmas Market in Germany. During Easter in 2019, Churches in Sri Lanka were attacked. I went to Colombo to pay homage to those we lost in the Bombings. It is important to come together and fight such challenges.

Friends,

This Christmas is even more special as you begin the Jubilee Year, which you all know holds special significance. I wish all of you the very best for the various initiatives for the Jubilee Year. This time, for the Jubilee Year, you have picked a theme which revolves around hope. The Holy Bible sees hope as a source of strength and peace. It says: "There is surely a future hope for you, and your hope will not be cut off." We are also guided by hope and positivity. Hope for humanity, Hope for a better world and Hope for peace, progress and prosperity.

साथियों,

बीते 10 साल में हमारे देश में 25 करोड़ लोगों ने गरीबी को परास्त किया है। ये इसलिए हुआ क्योंकि गरीबों में एक उम्मीद जगी, की हां, गरीबी से जंग जीती जा सकती है। बीते 10 साल में भारत 10वें नंबर की इकोनॉमी से 5वें नंबर की इकोनॉमी बन गया। ये इसलिए हुआ क्योंकि हमने खुद पर भरोसा किया, हमने उम्मीद नहीं हारी और इस लक्ष्य को प्राप्त करके दिखाया। भारत की 10 साल की विकास यात्रा ने हमें आने वाले साल और हमारे भविष्य के लिए नई Hope दी है, ढेर सारी नई उम्मीदें दी हैं। 10 साल में हमारे यूथ को वो opportunities मिली हैं, जिनके कारण उनके लिए सफलता का नया रास्ता खुला है। Start-ups से लेकर science तक, sports से entrepreneurship तक आत्मविश्वास से भरे हमारे नौजवान देश को प्रगति के नए रास्ते पर ले जा रहे हैं। हमारे नौजवानों ने हमें ये Confidence दिया है, य़े Hope दी है कि विकसित भारत का सपना पूरा होकर रहेगा। बीते दस सालों में, देश की महिलाओं ने Empowerment की नई गाथाएं लिखी हैं। Entrepreneurship से drones तक, एरो-प्लेन उड़ाने से लेकर Armed Forces की जिम्मेदारियों तक, ऐसा कोई क्षेत्र नहीं, जहां महिलाओं ने अपना परचम ना लहराया हो। दुनिया का कोई भी देश, महिलाओं की तरक्की के बिना आगे नहीं बढ़ सकता। और इसलिए, आज जब हमारी श्रमशक्ति में, Labour Force में, वर्किंग प्रोफेशनल्स में Women Participation बढ़ रहा है, तो इससे भी हमें हमारे भविष्य को लेकर बहुत उम्मीदें मिलती हैं, नई Hope जगती है।

बीते 10 सालों में देश बहुत सारे unexplored या under-explored sectors में आगे बढ़ा है। Mobile Manufacturing हो या semiconductor manufacturing हो, भारत तेजी से पूरे Manufacturing Landscape में अपनी जगह बना रहा है। चाहे टेक्लोलॉजी हो, या फिनटेक हो भारत ना सिर्फ इनसे गरीब को नई शक्ति दे रहा है, बल्कि खुद को दुनिया के Tech Hub के रूप में स्थापित भी कर रहा है। हमारा Infrastructure Building Pace भी अभूतपूर्व है। हम ना सिर्फ हजारों किलोमीटर एक्सप्रेसवे बना रहे हैं, बल्कि अपने गांवों को भी ग्रामीण सड़कों से जोड़ रहे हैं। अच्छे ट्रांसपोर्टेशन के लिए सैकड़ों किलोमीटर के मेट्रो रूट्स बन रहे हैं। भारत की ये सारी उपलब्धियां हमें ये Hope और Optimism देती हैं कि भारत अपने लक्ष्यों को बहुत तेजी से पूरा कर सकता है। और सिर्फ हम ही अपनी उपलब्धियों में इस आशा और विश्वास को नहीं देख रहे हैं, पूरा विश्व भी भारत को इसी Hope और Optimism के साथ देख रहा है।

साथियों,

बाइबल कहती है- Carry each other’s burdens. यानी, हम एक दूसरे की चिंता करें, एक दूसरे के कल्याण की भावना रखें। इसी सोच के साथ हमारे संस्थान और संगठन, समाज सेवा में एक बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में नए स्कूलों की स्थापना हो, हर वर्ग, हर समाज को शिक्षा के जरिए आगे बढ़ाने के प्रयास हों, स्वास्थ्य के क्षेत्र में सामान्य मानवी की सेवा के संकल्प हों, हम सब इन्हें अपनी ज़िम्मेदारी मानते हैं।

साथियों,

Jesus Christ ने दुनिया को करुणा और निस्वार्थ सेवा का रास्ता दिखाया है। हम क्रिसमस को सेलिब्रेट करते हैं और जीसस को याद करते हैं, ताकि हम इन मूल्यों को अपने जीवन में उतार सकें, अपने कर्तव्यों को हमेशा प्राथमिकता दें। मैं मानता हूँ, ये हमारी व्यक्तिगत ज़िम्मेदारी भी है, सामाजिक दायित्व भी है, और as a nation भी हमारी duty है। आज देश इसी भावना को, ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास’ के संकल्प के रूप में आगे बढ़ा रहा है। ऐसे कितने ही विषय थे, जिनके बारे में पहले कभी नहीं सोचा गया, लेकिन वो मानवीय दृष्टिकोण से सबसे ज्यादा जरूरी थे। हमने उन्हें हमारी प्राथमिकता बनाया। हमने सरकार को नियमों और औपचारिकताओं से बाहर निकाला। हमने संवेदनशीलता को एक पैरामीटर के रूप में सेट किया। हर गरीब को पक्का घर मिले, हर गाँव में बिजली पहुंचे, लोगों के जीवन से अंधेरा दूर हो, लोगों को पीने के लिए साफ पानी मिले, पैसे के अभाव में कोई इलाज से वंचित न रहे, हमने एक ऐसी संवेदनशील व्यवस्था बनाई जो इस तरह की सर्विस की, इस तरह की गवर्नेंस की गारंटी दे सके।

आप कल्पना कर सकते हैं, जब एक गरीब परिवार को ये गारंटी मिलती हैं तो उसके ऊपर से कितनी बड़ी चिंता का बोझ उतरता है। पीएम आवास योजना का घर जब परिवार की महिला के नाम पर बनाया जाता है, तो उससे महिलाओं को कितनी ताकत मिलती है। हमने तो महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए नारीशक्ति वंदन अधिनियम लाकर संसद में भी उनकी ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित की है। इसी तरह, आपने देखा होगा, पहले हमारे यहाँ दिव्यांग समाज को कैसी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। उन्हें ऐसे नाम से बुलाया जाता था, जो हर तरह से मानवीय गरिमा के खिलाफ था। ये एक समाज के रूप में हमारे लिए अफसोस की बात थी। हमारी सरकार ने उस गलती को सुधारा। हमने उन्हें दिव्यांग, ये पहचान देकर के सम्मान का भाव प्रकट किया। आज देश पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर रोजगार तक हर क्षेत्र में दिव्यांगों को प्राथमिकता दे रहा है।

साथियों,

सरकार में संवेदनशीलता देश के आर्थिक विकास के लिए भी उतनी ही जरूरी होती है। जैसे कि, हमारे देश में करीब 3 करोड़ fishermen हैं और fish farmers हैं। लेकिन, इन करोड़ों लोगों के बारे में पहले कभी उस तरह से नहीं सोचा गया। हमने fisheries के लिए अलग से ministry बनाई। मछलीपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड जैसी सुविधाएं देना शुरू किया। हमने मत्स्य सम्पदा योजना शुरू की। समंदर में मछलीपालकों की सुरक्षा के लिए कई आधुनिक प्रयास किए गए। इन प्रयासों से करोड़ों लोगों का जीवन भी बदला, और देश की अर्थव्यवस्था को भी बल मिला।

Friends,

From the ramparts of the Red Fort, I had spoken of Sabka Prayas. It means collective effort. Each one of us has an important role to play in the nation’s future. When people come together, we can do wonders. Today, socially conscious Indians are powering many mass movements. Swachh Bharat helped build a cleaner India. It also impacted health outcomes of women and children. Millets or Shree Anna grown by our farmers are being welcomed across our country and the world. People are becoming Vocal for Local, encouraging artisans and industries. एक पेड़ माँ के नाम, meaning ‘A Tree for Mother’ has also become popular among the people. This celebrates Mother Nature as well as our Mother. Many people from the Christian community are also active in these initiatives. I congratulate our youth, including those from the Christian community, for taking the lead in such initiatives. Such collective efforts are important to fulfil the goal of building a Developed India.

साथियों,

मुझे विश्वास है, हम सबके सामूहिक प्रयास हमारे देश को आगे बढ़ाएँगे। विकसित भारत, हम सभी का लक्ष्य है और हमें इसे मिलकर पाना है। ये आने वाली पीढ़ियों के प्रति हमारा दायित्व है कि हम उन्हें एक उज्ज्वल भारत देकर जाएं। मैं एक बार फिर आप सभी को क्रिसमस और जुबली ईयर की बहुत-बहुत बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं।

बहुत-बहुत धन्यवाद।