Chhattisgarh is going to be Congress-free soon: PM Modi in Mungeli

Published By : Admin | November 13, 2023 | 12:00 IST
It is clear in the 1st phase of polling that Chhattisgarh is going to be Congress-free soon: PM Modi
Victory for BJP in Chhattisgarh means rapid development, fulfilling dreams of youth, empowerment of women, and an end to rampant corruption: PM Modi
Congress only wants to make and keep people poor so that it can perpetually loot you all: PM Modi
Congress even hated BR Ambedkar ensuring a premature end to his political career: PM Modi
Congress can go to any extent for their appeasement politics. What they did with the Satnami community is a vibrant example of the same: PM Modi

भारत माता की...

भारत माता की...

भारत माता की...

जम्मो और छत्तीसगढ़ के भाई बहिनी श्री यान महतारी मंडला। जय जोहार। आज जब मैं मुंगली आया हूँ, महामाया माई की धरती पर आया हूँ तो पूरे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के सुशासन की समाप्ति का जयघोष हो रहा है। ये जयघोष है- पहला चरण कांग्रेस पस्त, दूसरा चरण कांग्रेस अस्त। प्रथम चरण के मतदान से ये साफ हो गया है कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ से जा रही है। प्रथम चरण में भाजपा के पक्ष में भारी मतदान करने के लिए मैं छत्तीसगढ़ की जनता को हृदय से धन्यवाद देता हूँ। और आज मैं विशेष रूप से छत्तीसगढ़ की महिलाओं और युवाओं का आभार व्यक्त करना चाहता हूँ। मैं उनके मजबूत फैसले को भाजपा के प्रति उनके विश्वास को भाजपा के प्रति उनके लगाव को आदरपूर्वक नमन करता हूँ। यहां मुंगेली में भी मैं यही दृढ़ विश्वास, यही संकल्प चारों तरफ देख रहा हूँ। मुझे वहाँ क्योंकि कुछ लोगों को देख ही नहीं पा रहा था तो वहाँ जा करके मैंने प्रणाम किये, इधर भी मैं देख नहीं पाता था वहाँ जाकर प्रणाम किये। इतना बड़ा कार्यक्रम, और मैं देख रहा हूँ, हमारी यह व्यवस्था छोटी पड़ गई। बहुत लोग इस मंडप के बाहर धूप में तप रहे हैं। धूप में तपते हुए भी इतने प्यार से आशीर्वाद दे रहे हैं, जो लोग बाहर धूप में तप रहे हैं, हमारी व्यवस्था कम पड़ गई, आपको तकलीफ हुई। मैं भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में इस कमी के लिए आपसे क्षमा मांगता हूँ और मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ, आप जो इस धूप में तप कर रहे हैं। ये आपकी तपस्या बेकार नहीं जाने दूंगा, मैं आपके तप के लिए विकास करके मैं आपको लौटाऊंगा, ये मैं गारंटी देता हूँ आपको। हर तरफ एक ही गूँज है, 3 दिसंबर को भाजपा आवत है। और साथियों भाजपा के आने का मतलब है। छत्तीसगढ़ का तेज विकास। भाजपा के आने का मतलब है नौजवानों के सपने पूरे होंगे। भाजपा के आने का मतलब है। यहाँ की महतारी बहनों का जीवन और आसान होगी। भाजपा के आने का मतलब है भ्रष्टाचार पर लगाम, भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई।

मेरे परिवारजनों,
भाजपा ने ही आप के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ का निर्माण किया। भाजपा ने आपकी आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए मुंगेली जिले का निर्माण किया। इसलिए, भाजपा का ट्रैक रिकॉर्ड और गारंटी दोनों यही है कि भाजपा ने बनाया है भाजपा ही संवारेगी। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के जाने का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। कांग्रेस के जिन नेताओं ने आपको 5 साल लूटा है उनकी विदाई का समय आ गया है। और आज पूरा देश देख रहा है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की विदाई की कमान किसने संभाली है? मोदी नहीं, ये आपलोगों ने संभाली है छत्तीसगढ़ के लोगों ने संभाली है। आप छत्तीसगढ़ के मेरे आदिवासी भाई बहन, मेरे गरीब भाई बहन, मेरे पिछड़े भाई बहन कांग्रेस की विदाई के लिए सबसे ज्यादा आतुर है। छत्तीसगढ़ के नौजवान, किसान, यहाँ की माताएं, यहाँ की बहनें। कांग्रेस की विदाई के लिए। एकमुश्त होकर के मैदान में उतरे हैं। खासकर महिलाओं ने ठान लिया है कि उन्हें कांग्रेस अब एक पल के लिए भी नहीं चाहिए। नहीं चाहिए, नहीं चाहिए... नहीं चाहिए नहीं चाहिए। और कांग्रेस भी ये समझ गयी है अब चलाचली की बेला है... चलाचली की बेला है अब कांग्रेस सरकार कुछ दिन का ही खेला है। और इसलिए वो आपको झूठ पर झूठ झूठ पर झूठ झूठ पर झूठ बोले जा रहे हैं। आपने कांग्रेस के हर असत्य को हराने की शुरुआत पहले ही कर दी है। कल आप सबने दीपावली मनाई है। दीपावली की मेरी भी आपको ढेरों शुभकामनाएं हैं। लेकिन आप मेरे शब्द लिख रखिये, आने वाली देव दीपावली छत्तीसगढ़ के लिए एक नया आनंद और उत्साह लेकर आएगी। जिसका कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ को लूटा है वह देव दीपावली पर कहीं नजर नहीं आएगी। मैं इन दिनों जो दिल्ली से पत्रकार मित्र आते हैं। राजनीतिक विश्लेषक आते हैं, उनसे बात करता हूँ। एक बात वो मुझे बड़े सीना तान करके कह रहे हैं। वो कह रहे हैं शर्त लगाओ मोदीजी, मैं कहता हूँ कि मैं शर्त-वर्त नहीं लगाता। लेकिन मैंने कहा बताओ तो क्या है? वो कहते है लिख के रखो। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री खुद हार रहे हैं। कांग्रेस में जो पुराने समर्पित लोग हैं आज किनारे पर बैठे हैं। उनमें भी बहुत गुस्सा है। उनको लगता है कि एक बहुत बड़ा धोखा हुआ है। जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी थी। सब मुख्यमंत्री के पद के लिए ढ़ाई-ढ़ाई साल का एग्रीमेंट हुआ था। अब एक ऐसी पार्टी जहाँ पहले ही बंटवारे के एग्रीमेंट होते हैं। लेकिन पहले ढ़ाई साल में ही मुख्यमंत्री जी ने इतना लूटा, इतना लूटा, इतना लूटा, ढ़ाई साल में इतना भ्रष्टाचार किया, लूट के पैसों का अंबार जमा कर लिया। और जब ढ़ाई साल पूरा होने पर आए तो तिजोरी दिल्ली वालों के लिए खोल दी। खजाना खोल दिया, हर एक को खरीद लिया। दिल्ली के नेताओं को खरीद लिया और अग्रीमेंट धरा का धरा रह गया। और इसका गुस्सा सिर्फ पुराने कांग्रेस के लोगों में हैं इतना ही नहीं, छत्तीसगढ़ का हर नागरिक मानता है कि पार्टी के भीतर इतना बड़ा धोखा हो सकता है, इतनी बड़ी वादाखिलाफी हो सकती है तो जनता के साथ हर वादे की वादा खिलाफी होना तय है। हर वादे को झूठ करने वाले हैं। यहाँ के मुख्यमंत्री उनके राज्य में। सुपर सीएम और उनके चहेते अफसरों ने जो जुर्म किया है, उससे भी लोगों में रोष है। और उनके बेटे ने सुपर सीएम बनकर जो कारोबार चलाया है उसके कारण यह नौबत आ गई है कि इस मुख्यमंत्री, का एमएलए बनना भी मुश्किल हो गया है। हर घर में गुस्सा है।

मेरे परिवारजनों,
कांग्रेस के कुछ महा ज्ञानियों को आज कल अचानक से गणित का शौक भी हो गया है। लेकिन ये कांग्रेस के गणितबाज वो सवाल भी हल नहीं कर पाते, जो छत्तीसगढ़ का पांचवीं कक्षा का विद्यार्थी हल कर सकता है। ये छत्तीसगढ़ के जनता के ज्ञान को, उनकी समझ को कम आंकते हैं। इसलिए, दिल्ली से आकर झूठा गणित, झूठी बातें, झूठे वादे यही उनका खेल चल रहा है। जिस कांग्रेस को गणित सिखाने का इतना बड़ा शौक है। आज मैं इस मुंगेली के इन हजारों लोगों के बीच में उससे भी मैं कुछ सवाल जरूर करूँगा। एक जो छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टेबाजी घोटाला हुआ है। उसमें। ₹508 करोड़ रुपये से अधिके बटने के आरोप हैं कितने? कितने? जांच एजेंसियों के छापों में रुपयों के ढेर पकड़े गए। यहाँ के मुख्यमंत्री के करीबी जेल में बंद है। कांग्रेस के इन गणितबाजों को बताना होगा कि मुख्यमंत्री को इसमें कितना पैसा हिस्सा मिला है। कांग्रेस के बाकी नेताओं के हिस्से में कितना माल गया है? और दिल्ली दरबार तक इसमें से कितना माल पहुंचा है? यहाँ विधानसभा उम्मीदवारों को टिकट देने को लेकर कांग्रेस में जो खेल हुआ है। उसके तो ऑडियो चल रहे हैं। एक-एक टिकट बेच कर कांग्रेस के नेताओं ने कितने पैसे घर तक पहुँचाए है इसका सच भी जनता के सामने आना चाहिए।

साथियों,
कांग्रेस के एक गणितबाजों से एक सवाल पीएससी घोटाले को लेकर छत्तीसगढ़ के युवाओं का भी है। जिन हजारों युवाओं ने दिन रात पढ़ाई करके परीक्षा पास की। उनको किस फॉर्मूले से बाहर निकाला गया। कांग्रेस नेताओं के बच्चों को गणित के किस फॉर्मूले से भर्ती किया गया पिछले दरवाजे से? पूरा छत्तीसगढ़ इस फॉर्मूले की सच्चाई जानना चाहता है। साथियों, कांग्रेस के गणितबाजों से एक सवाल? छत्तीसगढ़ के गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी परिवारों की माता-बहनों ने भी पूछा है। कांग्रेस ने यहाँ की बहनों, बेटियों से शराबबंदी का वादा किया था। माताएं बहनें बताइए इन्होंने वादा किया था न? वादा किया था न? कांग्रेस ने शराबबंदी तो नहीं की, और उस समय बड़े- बड़े भाषण देकर के महिलाओं की आंख में ऐसी धूल झोंकी, ऐसी धूल झोंकी, और सत्ता में आने के बाद शराबबंदी छोड़ दो शराब की होम डिलीवरी जरूर शुरू कर दी। ये माताओं बहनों को धोखा देकर कांग्रेस ने यहाँ 2000 करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला किया। माताओं बहनों से इतना बड़ा विश्वासघात सिर्फ कांग्रेस ही कर सकती है। अगर आप नहीं करने वाले है झूठ क्यों बोलते हो। और आपने बोला था तो कोशिश तो करते भाई। उल्टा क्यों कर रहे हो? बोलते समय उनको मालूम था कि जानबूझ करके झूठ बोला है। आज छत्तीसगढ़ की माताएं बहनें कांग्रेस से पूछ रही है। आखिर धोखा क्यों दिया गया? लेकिन कांग्रेस नेताओं ने इस शराब घोटाले पर मुंह पर ताला लगाकर बैठ गए हैं। कांग्रेस के पास छत्तीसगढ़ की माताओं बहनों के एक सवाल का भी जवाब नहीं है।

मेरे परिवारजनों,
छत्तीसगढ़ चुनाव में चुनाव प्रचार अब अपने आखिरी दौर में पहुँच रहा है। बीते दिनों में। राज्य के अलग अलग हिस्सों में मुझे आप सबसे आशीर्वाद मांगने के लिए जाने का सौभाग्य मिला। हर क्षेत्र में छत्तीसगढ़ के लोगों का ये असीम प्रेम और ये उत्साह दिखाता है कि आप भी यहाँ भाजपा सरकार लाने के लिए पक्का मन बना चुकी है। और जब इस चुनाव प्रचार की मेरी पहली सभा हुई मैं बहुत लंबे समय से सार्वजनिक जीवन में हूं। मैं हवा का रुख बड़े आसानी से समझ पाता हूं। और मैंने पहली सभा में कहा था कि मैं आज, आपसे कुछ मांगने नहीं आया हूँ, मैं आपको निमंत्रण देने आया हूं। तो कइयों को आश्चर्य हुआ था कि प्रधानमंत्री इतनी बड़ी बात बोल गए और मैंने कहा था कि मैं आपको निमंत्रण देने आया हूँ कि 3 दिसंबर को चुनाव नतीजे के बाद। जब भाजपा की सरकार बनेगी उसके शपथ समारोह का निमंत्रण देने के लिए आया हूँ। ये मेरा विश्वास आपके सामर्थ्य के कारण था। आपके उत्साह के कारण था, आपकी समझ के कारण था और छत्तीसगढ़ की बर्बादी से आपके दिल को पहुंची हुई चोट में मैं यह विजय देख रहा था। साथियों, आज भी वो विश्वास बनाने कई गुना बढ़ गया है। और इसलिए मैं कह रहा हूँ, 3 दिसंबर के बाद चुनाव नतीजे आने के बाद जब भाजपा सरकार के शपथ समारोह होंगे, उसमें आप सब को मैं निमंत्रण देने आया हूं।

मेरे भाइयों बहनों,
जब केंद्र में भाजपा की सरकार होती है और राज्य में भी भाजपा सरकार होती है तो डबल इंजन की ताकत लग जाती है। और डबल इंजन की सरकार तेजी से विकास करती है। छत्तीसगढ़ भाजपा ने आप से जो वादे किए हैं, जो गारंटी दी है। जो संकल्प पत्र दिया है। सरकार जल्द से जल्द पूरा करके दिखाएगी। और ये मोदी की गारंटी है, और मोदी की गारंटी का मतलब क्या होता है? मोदी की गारंटी का मतलब होता है, गारंटी पूरा होने की गारंटी।

मेरे परिवारजनों,
मैं जब छत्तीसगढ़ का विकास करने की बात करता हूँ, तो कांग्रेस को पसंद नहीं आता है। कांग्रेस आप लोगो को इसी हालत में रखने के लिए इसी मजबूरी में जीने के लिए छोड़ना चाहती है, ताकि आप के पैसे लूटने का लाइसेंस उनके पास बना रहे। मोदी आपको हर सकट से मुक्ति दिलाना चाहता है आपका जीवन जहाँ है वहाँ से और अच्छा बनाना चाहता है और आगे ले जाना चाहता है। और इसलिए, कांग्रेस मोदी से नफरत करती है। और ये कांग्रेस की नफरत इतनी बढ़ चुकी है कि वो मोदी की जाति से भी नफरत करने लगी। बीते अनेक महीनों से, कांग्रेस मोदी के बहाने पूरे ओबीसी समाज को गाली दे रही है। गाली तो गाली, डंके की चोट पर कांग्रेस ओबीसी समाज के या जो गालियां दी है, उसके लिए अदालत के कहने के बाद भी माफ़ी मांगने से इनकार कर रही है। ओबीसी समाज के प्रति कितनी नफरत है इसका ये उदाहरण है। ये कांग्रेसी है जिसने बाबा साहब अंबेडकर का अपमान किया। ये कांग्रेसी है जिसने बाबा साहब की राजनीति खत्म करने के षड्यंत्र किए, वहीं दूसरी तरफ भाजपा है, जिसने देश और दुनिया में बाबा साहेब अम्बेडकर के पंचतीर्थ का निर्माण किया है। ये कांग्रेस है जिससे आदिवासी नेतृत्व को कभी उभरने नहीं दिया। ये भाजपा है जिसने देश को पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति का गौरव दिया। और मेरा तो सौभाग्य है। कि मैं काशी का सांसद हूँ। वो काशी, जहाँ से संत कबीर और संत रविदास का दर्शन देश दुनिया तक पहुंचा। संत कबीर की जन्मस्थली हो, या फिर संत रविदास की जन्म स्थली दोनों की भव्यता और बढ़ाने का सौभाग्य भाजपा को ही मिला है। जबकि कांग्रेस के नेताओं ने यहाँ सतनामी समाज के साथ क्या किया है, ये भी हमने देखा है। वोटबैंक के लालच में, तुष्टिकरण के लालच में कांग्रेस कुछ भी कर सकती। कांग्रेस ने तो दलित, ओबीसी और आदिवासी की आस्था तक का सम्मान नहीं किया।

मेरे परिवारजनों,
आजादी के इतने दशकों के बाद आज देश में कोई भी गरीब है तो उसके लिए अगर गुनहगार कोई है तो सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस है। आज यदि छत्तीसगढ़ से मेरे युवा साथी पलायन करने को मजबूर है, तो इसका गुनहगार सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस है। आज यदि छत्तीसगढ़ का किसान परेशान है तो उसकी गुनहगार कांग्रेस है। आज यदि डॉक्टरों की कमी है और मरीज परेशान है तो उसकी गुनहगार कांग्रेस है। आजादी के इतने साल बाद भी मेरे आदिवासी भाई बहनों की बदहाली की गुनहगार ये कांग्रेस है कांग्रेस। ये कांग्रेस है जिसने इतने साल देश भर में सरकार चलाई। पांच-पांच दशक तक पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक उन्हीं का झंडा फहरता था। 50 साल पहले, गरीबी हटाओ का नारा दिया था। मैं पत्रकारों से पूछता हूँ ज़रा कांग्रेस वालों को पूछो तो 50 साल पहले जो नारा दिया था वो नारा पूरा नहीं कर पाए, नए नए वादे करके कहां तक लोगों को मूर्ख बनाते हो। पूछो ज़रा उनको। वर्षों तक कांग्रेस बड़े बहुमत के साथ सत्ता में रही। गरीबी हटाओ के नारे के दशकों के बाद भी देश के दलित, ओबीसी और आदिवासी गरीब रहे। इसकी गुनहगार सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस पार्टी है। क्योंकि उन्हें मालूम था कि लोगों को मूर्ख बनाया करके, हम अपनी गाड़ी चला लेंगे। ये भाजपा सरकार ही है, जिसने अपने सेवाकाल में गरीब के सशक्तिकरण के लिए काम किया है। 2014 में पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र में भाजपा सरकार आई और सिर्फ पांच वर्ष में ही साढ़े 13 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं।

मेरे परिवारजनों,
एक तरफ कांग्रेस की झूठ की दुकान है तो दूसरी तरफ मोदी की गारंटी है दोस्तो। कांग्रेस ने कभी नहीं सोचा, कांग्रेस के दिल में कभी वो भाव नहीं आया कि गरीब को भूखे ना मरना पड़े। मोदी ने हर गरीब परिवार को मुफ्त राशन, मुफ्त चावल, चने उसकी गारंटी दी थी और गारंटी पूरी की। इतना ही नहीं, अब मोदी ने संकल्प किया है, निश्चय किया है कि गरीबों को ये जो मैं सेवा करता हूँ न, अगले 5 साल तक मुफ्त चना और चावल मिलता रहेगा। मुझे बताइए ये काम मुझे करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए? ये सेवाभाव से काम चलते रहना चाहिए कि नहीं चलते रहना चाहिए? ये कांग्रेस वाले गए हैं इलेक्शन कमिशन की अदालत में। मोदी को सजा दिलवाने के लिए कि मोदी ने अगले 5 साल के लिए काम कैसे घोषित कर दिया? आपको जिस अदालत में जाना हो जाओ, मैं तो ये पुण्य का कार्य समझता हूँ, पवित्र कार्य समझता हूँ, सेवा का काम समझता हूं और इसलिए मैं इस काम को करके रहना चाहता हूं। मुझे भाइयो बहनो, बताइए, कितना बड़ा पवित्र काम किया। कोरोना के इतने कठिन समय में, गरीब के घर का चूल्हा बुझने नहीं दिया। किसी माँ को बच्चे को भूखे सुलाने नहीं देना पड़ा। मुझे बताइए उस मां के आशीर्वाद मिले हैं कि नहीं मिले हैं? आशीर्वाद मिले हैं कि नहीं मिले हैं? उस से पुण्य मिलता है कि नहीं मिलता है ज़रा ज़ोर से बताइए पुण्य मिलता है कि नहीं मिलता है? पुण्य मिलता है कि नहीं मिलता है? ये पुण्य किसको मिला है? ये पुण्य किसको मिला है? ये पुणे किसको मिला है? ये पुण्य किसको मिला? ये पुण्य मोदी को नहीं, ये पुण्य आपको मिला है क्योंकि आपने मोदी को वोट देकर के सेवा करने का मौका दिया है। इस पुण्य के हकदार आप हैं और आने वाले 5 साल भी आपके खाते में ये सारा पुण्य जमा होने वाला है। छत्तीसगढ़ के मेरे प्यारे भाइयों बहनों, मैं आपको एक बात से और शतर्क भी करना चाहता हूं। यहां लोग बताते हैं कि कांग्रेस सरकार ने राशन कार्ड बनाने में, बीपीएल सूची बनाने में बहुत बड़ा घपला शुरू किया। ये फर्जीवाड़ा भाजपा सरकार बनते ही बंद किया जाएगा। जो हकदार है उसको हक मिलेगा। और यही तो मोदी की गारंटी है।

साथियों,
कांग्रेस ने गरीब को झुग्गी-झोपड़ी और फुटपाथ पर जीने के लिए मजबूर कर दिया। अनेक पीढ़ियों को कच्चे मकानों में जीवन गुजारना पड़ा। इसमें भी सबसे अधिक दलित परिवार है, ओबीसी परिवार है, आदिवासी परिवार। कांग्रेस सरकार ने यहां भी गरीबों के घर तेजी से नहीं बनाने दिए। लेकिन मोदी की गारंटी है कि हर गरीब के सिर पर पक्की छत होगी। मेरा आपसे भी कहना है, आपके अड़ोस-पड़ोस में गांव में ऐसे जो भी परिवार है, जिनके घर अभी नहीं बने हैं। कह देना। मोदी की गारंटी है, उनका भी घर का बनके रहेगा? मेरी तरफ से कह देंगे? मेरी बात पहुंचा देंगे? जो गरीब है, जो झुग्गी-झोपड़ी में रहता है, जो कच्चे घर में रहता है उसको बताएंगे कि मोदी पक्का घर बनाने का वादा करके गया है। मुझ में ये हिम्मत है कहने की क्यों? मैं करना चाहता हूं। और और अगर यहां बीजेपी की सरकार होती न 5 साल तो यह काम भी पूरा हो गया होता। यहां ऐसे लोग बैठे है जो करने नहीं देते थे।

साथियों,
दिल्ली से स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भाजपा सरकार बहुत मदद दे रही है। लेकिन यहाँ की कांग्रेस सरकार को आपके आरोग्य की ज़रा भी चिंता नहीं है। त्योहार के मौसम में भी आप देखते हैं कि दुकानदार, हमने देखा है हमेशा। दुकानदार अपने सामान पर छूट रखता है। 10% डिस्काउंट 15% डिस्काउंट 20% डिस्काउंट और जहाँ हमारी माताएं बहनें खरीदी जाती है न वहा तो बड़े अक्षर में यही लिखते हैं कि साड़ी में 20 परसेंट डिस्काउंट, ऐसा करते है ना? लेकिन ये भी सच्चाई है 80% डिस्काउंट कोई नहीं देता है। 80 परसेंट छूट कोई नहीं देता है, लेकिन ये मोदी है जो जन औषधि केंद्र खोल रही है और उसमें दवाई जो खरीदने जाता है उसे मोदी 80% छूट देता है। ₹100 की दवा ₹20 में देता है। जिस घर में बुजुर्ग माँ बाप हो, डायबिटीज़ जैसी बिमारी हो, महीने भर में 800 ₹1000 की दवाई लानी पड़ती हो। उसको 20, 30, 40 रुपये में काम निपट जाता है, उसके पैसे बच जाते है तो अपने बच्चों को वह अच्छे कपड़े, दूध, खाना अच्छा खिला सकता है। आपके हिस्से का जो बाकी पैसा भरना होता है। वो भारत सरकार खुद भरती है। साथियों, आप फर्क देखिये। एक प्रधानमंत्री हुआ करते थे राजीव गाँधी, जिन्होंने घोषित किया था। खुद कहते थे कि उनके राज में ₹100 दिल्ली से निकलता है तो जनता के पास सिर्फ ₹15 पहुंचता है, खुद ने कहा था और ऊपर से नीचे तक उन्हीं की सरकार थी और कोई नहीं था बीच में। ₹100 निकलता है, 15 पहुंचता था। आज मोदी की सरकार है। ₹100 में दवाई खरीदती है और आपको उस दवाई के मात्र ₹20 देने पड़ते हैं, बाकी ₹80 की व्यवस्था मोदी सरकार करती है और वो ₹80 आपकी जेब में बच जाते हैं। जब ये लोग आपके हिस्से के ₹25 मार लिया करते हैं। और आज मोदी है तो ₹80 अपनी सरकार की ओर से मिलाता है कि आपको सस्ती दवा मिल सके। लेकिन साथियों गरीब के लिए जरूरी ऐसी योजना के साथ कांग्रेस क्या कर रही है ये भी आपको जानना चाहिए। यहाँ की गरीब विरोधी सरकार कांग्रेस की सरकार इतने दर्जनों ये डिस्काउंट वाली जो जन औषधि केंद्र दुकानें लगाई थी मैंने उसमें ताले लगा दिए। क्योंकि उनको लगा कि इसमें तो कटकी मिलती नहीं है क्यों चलाने दू? कांग्रेस नहीं चाहती कि आप को सस्ती दवा मिले? कांग्रेस चाहती है की आप दवा के लिए भी दर दर भटके। साथियों, मोदी को आपके स्वास्थ्य की चिंता है। आपको इलाज पर ज्यादा खर्च ना पड़े, इसकी चिंता है। आयुष्मान भारत कार्ड मोदी की तरफ से छत्तीसगढ़ के गरीब परिवारों के लिए मुफ्त इलाज का गारंटी कार्ड है। छत्तीसगढ़ सहित मैंने गांव गांव, आधुनिक आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की योजना शुरू की थी। आज छत्तीसगढ़ में ऐसे हजारों सेंटर बन चुका है। जिस प्रकार ये गरीब परिवारों की सेवा कर रहे हैं। लोग उन्हें आयुष आरोग्य मंदिर कहने लगे हैं।

साथियों,
जब मोदी इस प्रकार की अपनी गारंटी पूरी करता है तो छत्तीसगढ़ को भाजपा की गारंटी पर भरोसा होता है। मैं धान किसानों को याद दिला दूँ कि वो भाजपा की गारंटी को भी जरूर याद रखें। बीजेपी ने यहाँ धान किसानों से एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का धान खरीदा है। अब छत्तीसगढ़ बीजेपी ने किसानों को ज्यादा खरीद, ज्यादा दाम और साथ में बोनस की गारंटी दी है। ये गारंटी पूरी होगी और ये मोदी की गारंटी है। आपको पता होगा? आप जो फर्टिलाइज़र का उपयोग करते हैं ना दुनिया में वो फर्टिलाइज का बोरा कहीं तीन हजार में बिकता है, कहीं ढाई हजार में बिकता है, भारत के किसानों को डिस्काउंट देता हूँ और ₹270 में ही देता हूँ, 280 में देता हूँ, 300 से कम मैं देता हूँ ताकि मेरे गरीब किसान पर कभी बोझ न पड़ जाए। उसके लिए भी भारत सरकार लाखों करोड़ रुपये खर्च कर रही है। मैं आज अपने तेंदूपत्ता संग्रहण के साथियों को भी कहूंगा। कांग्रेस ने आप से जो छीना उसे भाजपा सरकार में जरूर वापस लौटाया जाएगा। मुझे बताया गया कि महतारी वंदन योजना में भी हजारों बहनें अपना नाम दर्ज कर रही है। जिस तरह आज मातृ वंदना योजना का पैसा सीधा बैंक खाते में आ रहा है उसी प्रकार ये योजना भी आपको बहुत मदद देने वाली। हमारे साथियों, हमारे विश्वकर्मा साथियों के लिए, हम बहुत बड़ी योजना शुरू की है। यहाँ भाजपा सरकार बनते ही हर विश्वकर्मा परिवार का हर हस्तशिल्प का जीवन बदलना शुरू होगा। छत्तीसगढ़ के हर जिले के लोकल उत्पाद को ग्लोबल बनाने की गारंटी भाजपा ने दी है। कांग्रेस का कोई नेता लोकल से की बात मुँह से निकलती नहीं है ताला लग जाता है क्योंकि विदेशी माल में शायद मलाई खाते होंगे, इसलिए देशी माल बेचने की बात एक कांग्रेसी नहीं बोलता है। क्या शर्म आती है उनक? आप जो बनाते है उसके पूरे विश्व में मार्केटिंग की जिम्मेदारी, ये मोदी की सरकार जी जान से कर रही है।

मेरे परिवारजनों,
भाजपा सरकार विकास और विरासत दोनों के लिए काम करती है, विशेष रूप से पर्यटन से रोजगार बढ़ाने के लिए भाजपा सरकार बहुत अधिक प्रयास कर रही है। यहां तक टाइगर रिज़र्व सहित, क्षेत्र गंगा, मदकू द्वीप जैसे ऐतिहासिक स्थल है। अनेक धार्मिक स्थल है। देश और दुनिया में कौन ऐसा होगा जो यहां नहीं आना चाहेगा। भाजपा सरकार आते ही मुंगेली सहित छत्तीसगढ़ के हर पर्यटक स्थल पर तीर्थ का विकास और तेज किया जाएगा।

मेरे परिवारजनों,
छत्तीसगढ़ को सबसे बड़ी गारंटी, लूटपाट, हत्या, छिनौती, हिंसा, तंगी, जमीन कब्जे, इन सब पापों से मुक्ति की हमारी गारंटी है। चाहे कोई सोने के महल भी दे दे, कितनी ही संपत्ति दे दे, घर गाड़ी बंगला दे दे। लेकिन अगर जीवन सुरक्षित नहीं है, मां-बहन का सम्मान सुरक्षित नहीं है तो वो पैसे, वो घर, वो बंगला, वो गाड़ी किस काम के? इसलिए, भाजपा शांति के पक्ष में है। अपराधमुक्त छत्तीसगढ़, दंगामुक्त छत्तीसगढ़ आदिवासियों से जो अत्याचार होते हैं, अत्याचार से मुक्त छत्तीसगढ़ ऐसा छत्तीसगढ़ की गारंटी दे रहा है। इसलिए आपको बिलासपुर संभाग के हर बूथ, हर सीट पर कमल खिलाना है। आप घर घर जाएंगे? घर घर जाएंगे? ज़रा दोनों हाथ ऊपर करके बताइए, जो धूप में तप रहे हैं वो भी बताए घर घर जाएंगे? हर पोलिंग बूथ में जाएंगे? कमल खिलाएंगे। मेरी बात बताएंगे? मोदी गारंटी कहेंगे? और जो छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनने वाली है न उसके पीछे बहुत बड़ी गारंटी है। बहुत बड़ी गारंटी है और वो गारंटी छत्तीसगढ़ के लोगों से आती हुई गारंटी है। ये आप की गारंटी की ताकत है कि भाजपा फिर से आपकी सेवा करने के लिए आपने अवसर देने का निर्णय किया है। मुझे आप की गारंटी पर भरोसा है। मुझे भाजपा के हर कार्यकर्ता बूथ पर जो हमारे कार्यकर्ता डटे हैं उन पर भरोसा है। तो आपका घर घर जाना पक्का? अगर आपका पक्का तो कक्का का जाना पक्का।

अच्छा, मेरा एक और काम करोगे? ऐसे जिला बोलेंगे तो कैसे होगा? मेरा पर्सनल काम है करोगे? ये चुनाव वाला काम नहीं है, करोगे? चुनाव में कितनी आपाधापी हो फिर भी करोगे? कितने भी थक गए होंगे तब भी करोगे? जी जान से करोगे? पक्का करोगे? तो एक काम करना। घर-घर जाना और जाकर के कहना। मोदी जी मुंगेली आए थे। मोदी जी मुंगेली आए थे, और आपको राम-राम भेजा है, जोहार भेजा है, ये मेरा राम-राम पहुंचा दोगे? ये मेरा जोहार पहुंचा दोगे ना? जब आप मेरा राम-राम पहुंचा दोगे, जब आप मेरा जोहार पहुंचा देंगे न तो घर के लोग मुझे आशीर्वाद देंगे। और मेरा उनका नाता इतना जबरदस्त है कि वो आशीर्वाद सीधा मेरे मेरे यहां पहुंच जाएगा और जब आप के हर परिवार का आशीर्वाद मुझे पहुंचता है तो मुझे एक नई ताकत मिलती है, नई ऊर्जा मिलती है, देश के लिए दौड़ने का मन और मजबूत हो जाता है। काम करने का जज्बा और बढ़ जाता है। और इसलिए इन आशीर्वाद के लिए घर-घर जाना, मेरा जोहार पहुंचाना, घर-घर जाना, मेरा राम-राम पहुंचाना। बोलो भारत माता की... भारत माता की... भारत माता की...। बहुत धन्यवाद। धन्यवाद।

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Text of PM’s address at the Odisha Parba
November 24, 2024
Delighted to take part in the Odisha Parba in Delhi, the state plays a pivotal role in India's growth and is blessed with cultural heritage admired across the country and the world: PM
The culture of Odisha has greatly strengthened the spirit of 'Ek Bharat Shreshtha Bharat', in which the sons and daughters of the state have made huge contributions: PM
We can see many examples of the contribution of Oriya literature to the cultural prosperity of India: PM
Odisha's cultural richness, architecture and science have always been special, We have to constantly take innovative steps to take every identity of this place to the world: PM
We are working fast in every sector for the development of Odisha,it has immense possibilities of port based industrial development: PM
Odisha is India's mining and metal powerhouse making it’s position very strong in the steel, aluminium and energy sectors: PM
Our government is committed to promote ease of doing business in Odisha: PM
Today Odisha has its own vision and roadmap, now investment will be encouraged and new employment opportunities will be created: PM

जय जगन्नाथ!

जय जगन्नाथ!

केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी श्रीमान धर्मेन्द्र प्रधान जी, अश्विनी वैष्णव जी, उड़िया समाज संस्था के अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ प्रधान जी, उड़िया समाज के अन्य अधिकारी, ओडिशा के सभी कलाकार, अन्य महानुभाव, देवियों और सज्जनों।

ओडिशा र सबू भाईओ भउणी मानंकु मोर नमस्कार, एबंग जुहार। ओड़िया संस्कृति के महाकुंभ ‘ओड़िशा पर्व 2024’ कू आसी मँ गर्बित। आपण मानंकु भेटी मूं बहुत आनंदित।

मैं आप सबको और ओडिशा के सभी लोगों को ओडिशा पर्व की बहुत-बहुत बधाई देता हूँ। इस साल स्वभाव कवि गंगाधर मेहेर की पुण्यतिथि का शताब्दी वर्ष भी है। मैं इस अवसर पर उनका पुण्य स्मरण करता हूं, उन्हें श्रद्धांजलि देता हूँ। मैं भक्त दासिआ बाउरी जी, भक्त सालबेग जी, उड़िया भागवत की रचना करने वाले श्री जगन्नाथ दास जी को भी आदरपूर्वक नमन करता हूं।

ओडिशा निजर सांस्कृतिक विविधता द्वारा भारतकु जीबन्त रखिबारे बहुत बड़ भूमिका प्रतिपादन करिछि।

साथियों,

ओडिशा हमेशा से संतों और विद्वानों की धरती रही है। सरल महाभारत, उड़िया भागवत...हमारे धर्मग्रन्थों को जिस तरह यहाँ के विद्वानों ने लोकभाषा में घर-घर पहुंचाया, जिस तरह ऋषियों के विचारों से जन-जन को जोड़ा....उसने भारत की सांस्कृतिक समृद्धि में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। उड़िया भाषा में महाप्रभु जगन्नाथ जी से जुड़ा कितना बड़ा साहित्य है। मुझे भी उनकी एक गाथा हमेशा याद रहती है। महाप्रभु अपने श्री मंदिर से बाहर आए थे और उन्होंने स्वयं युद्ध का नेतृत्व किया था। तब युद्धभूमि की ओर जाते समय महाप्रभु श्री जगन्नाथ ने अपनी भक्त ‘माणिका गौउडुणी’ के हाथों से दही खाई थी। ये गाथा हमें बहुत कुछ सिखाती है। ये हमें सिखाती है कि हम नेक नीयत से काम करें, तो उस काम का नेतृत्व खुद ईश्वर करते हैं। हमेशा, हर समय, हर हालात में ये सोचने की जरूरत नहीं है कि हम अकेले हैं, हम हमेशा ‘प्लस वन’ होते हैं, प्रभु हमारे साथ होते हैं, ईश्वर हमेशा हमारे साथ होते हैं।

साथियों,

ओडिशा के संत कवि भीम भोई ने कहा था- मो जीवन पछे नर्के पडिथाउ जगत उद्धार हेउ। भाव ये कि मुझे चाहे जितने ही दुख क्यों ना उठाने पड़ें...लेकिन जगत का उद्धार हो। यही ओडिशा की संस्कृति भी है। ओडिशा सबु जुगरे समग्र राष्ट्र एबं पूरा मानब समाज र सेबा करिछी। यहाँ पुरी धाम ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना को मजबूत बनाया। ओडिशा की वीर संतानों ने आज़ादी की लड़ाई में भी बढ़-चढ़कर देश को दिशा दिखाई थी। पाइका क्रांति के शहीदों का ऋण, हम कभी नहीं चुका सकते। ये मेरी सरकार का सौभाग्य है कि उसे पाइका क्रांति पर स्मारक डाक टिकट और सिक्का जारी करने का अवसर मिला था।

साथियों,

उत्कल केशरी हरे कृष्ण मेहताब जी के योगदान को भी इस समय पूरा देश याद कर रहा है। हम व्यापक स्तर पर उनकी 125वीं जयंती मना रहे हैं। अतीत से लेकर आज तक, ओडिशा ने देश को कितना सक्षम नेतृत्व दिया है, ये भी हमारे सामने है। आज ओडिशा की बेटी...आदिवासी समुदाय की द्रौपदी मुर्मू जी भारत की राष्ट्रपति हैं। ये हम सभी के लिए बहुत ही गर्व की बात है। उनकी प्रेरणा से आज भारत में आदिवासी कल्याण की हजारों करोड़ रुपए की योजनाएं शुरू हुई हैं, और ये योजनाएं सिर्फ ओडिशा के ही नहीं बल्कि पूरे भारत के आदिवासी समाज का हित कर रही हैं।

साथियों,

ओडिशा, माता सुभद्रा के रूप में नारीशक्ति और उसके सामर्थ्य की धरती है। ओडिशा तभी आगे बढ़ेगा, जब ओडिशा की महिलाएं आगे बढ़ेंगी। इसीलिए, कुछ ही दिन पहले मैंने ओडिशा की अपनी माताओं-बहनों के लिए सुभद्रा योजना का शुभारंभ किया था। इसका बहुत बड़ा लाभ ओडिशा की महिलाओं को मिलेगा। उत्कलर एही महान सुपुत्र मानंकर बिसयरे देश जाणू, एबं सेमानंक जीबन रु प्रेरणा नेउ, एथी निमन्ते एपरी आयौजनर बहुत अधिक गुरुत्व रहिछि ।

साथियों,

इसी उत्कल ने भारत के समुद्री सामर्थ्य को नया विस्तार दिया था। कल ही ओडिशा में बाली जात्रा का समापन हुआ है। इस बार भी 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन से कटक में महानदी के तट पर इसका भव्य आयोजन हो रहा था। बाली जात्रा प्रतीक है कि भारत का, ओडिशा का सामुद्रिक सामर्थ्य क्या था। सैकड़ों वर्ष पहले जब आज जैसी टेक्नोलॉजी नहीं थी, तब भी यहां के नाविकों ने समुद्र को पार करने का साहस दिखाया। हमारे यहां के व्यापारी जहाजों से इंडोनेशिया के बाली, सुमात्रा, जावा जैसे स्थानो की यात्राएं करते थे। इन यात्राओं के माध्यम से व्यापार भी हुआ और संस्कृति भी एक जगह से दूसरी जगह पहुंची। आजी विकसित भारतर संकल्पर सिद्धि निमन्ते ओडिशार सामुद्रिक शक्तिर महत्वपूर्ण भूमिका अछि।

साथियों,

ओडिशा को नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए 10 साल से चल रहे अनवरत प्रयास....आज ओडिशा के लिए नए भविष्य की उम्मीद बन रहे हैं। 2024 में ओडिशावासियों के अभूतपूर्व आशीर्वाद ने इस उम्मीद को नया हौसला दिया है। हमने बड़े सपने देखे हैं, बड़े लक्ष्य तय किए हैं। 2036 में ओडिशा, राज्य-स्थापना का शताब्दी वर्ष मनाएगा। हमारा प्रयास है कि ओडिशा की गिनती देश के सशक्त, समृद्ध और तेजी से आगे बढ़ने वाले राज्यों में हो।

साथियों,

एक समय था, जब भारत के पूर्वी हिस्से को...ओडिशा जैसे राज्यों को पिछड़ा कहा जाता था। लेकिन मैं भारत के पूर्वी हिस्से को देश के विकास का ग्रोथ इंजन मानता हूं। इसलिए हमने पूर्वी भारत के विकास को अपनी प्राथमिकता बनाया है। आज पूरे पूर्वी भारत में कनेक्टिविटी के काम हों, स्वास्थ्य के काम हों, शिक्षा के काम हों, सभी में तेजी लाई गई है। 10 साल पहले ओडिशा को केंद्र सरकार जितना बजट देती थी, आज ओडिशा को तीन गुना ज्यादा बजट मिल रहा है। इस साल ओडिशा के विकास के लिए पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत ज्यादा बजट दिया गया है। हम ओडिशा के विकास के लिए हर सेक्टर में तेजी से काम कर रहे हैं।

साथियों,

ओडिशा में पोर्ट आधारित औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए धामरा, गोपालपुर, अस्तारंगा, पलुर, और सुवर्णरेखा पोर्ट्स का विकास करके यहां व्यापार को बढ़ावा दिया जाएगा। ओडिशा भारत का mining और metal powerhouse भी है। इससे स्टील, एल्युमिनियम और एनर्जी सेक्टर में ओडिशा की स्थिति काफी मजबूत हो जाती है। इन सेक्टरों पर फोकस करके ओडिशा में समृद्धि के नए दरवाजे खोले जा सकते हैं।

साथियों,

ओडिशा की धरती पर काजू, जूट, कपास, हल्दी और तिलहन की पैदावार बहुतायत में होती है। हमारा प्रयास है कि इन उत्पादों की पहुंच बड़े बाजारों तक हो और उसका फायदा हमारे किसान भाई-बहनों को मिले। ओडिशा की सी-फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में भी विस्तार की काफी संभावनाएं हैं। हमारा प्रयास है कि ओडिशा सी-फूड एक ऐसा ब्रांड बने, जिसकी मांग ग्लोबल मार्केट में हो।

साथियों,

हमारा प्रयास है कि ओडिशा निवेश करने वालों की पसंदीदा जगहों में से एक हो। हमारी सरकार ओडिशा में इज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उत्कर्ष उत्कल के माध्यम से निवेश को बढ़ाया जा रहा है। ओडिशा में नई सरकार बनते ही, पहले 100 दिनों के भीतर-भीतर, 45 हजार करोड़ रुपए के निवेश को मंजूरी मिली है। आज ओडिशा के पास अपना विज़न भी है, और रोडमैप भी है। अब यहाँ निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा, और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। मैं इन प्रयासों के लिए मुख्यमंत्री श्रीमान मोहन चरण मांझी जी और उनकी टीम को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,

ओडिशा के सामर्थ्य का सही दिशा में उपयोग करके उसे विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया जा सकता है। मैं मानता हूं, ओडिशा को उसकी strategic location का बहुत बड़ा फायदा मिल सकता है। यहां से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक पहुंचना आसान है। पूर्व और दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए ओडिशा व्यापार का एक महत्वपूर्ण हब है। Global value chains में ओडिशा की अहमियत आने वाले समय में और बढ़ेगी। हमारी सरकार राज्य से export बढ़ाने के लक्ष्य पर भी काम कर रही है।

साथियों,

ओडिशा में urbanization को बढ़ावा देने की अपार संभावनाएं हैं। हमारी सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है। हम ज्यादा संख्या में dynamic और well-connected cities के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम ओडिशा के टियर टू शहरों में भी नई संभावनाएं बनाने का भरपूर हम प्रयास कर रहे हैं। खासतौर पर पश्चिम ओडिशा के इलाकों में जो जिले हैं, वहाँ नए इंफ्रास्ट्रक्चर से नए अवसर पैदा होंगे।

साथियों,

हायर एजुकेशन के क्षेत्र में ओडिशा देशभर के छात्रों के लिए एक नई उम्मीद की तरह है। यहां कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय इंस्टीट्यूट हैं, जो राज्य को एजुकेशन सेक्टर में लीड लेने के लिए प्रेरित करते हैं। इन कोशिशों से राज्य में स्टार्टअप्स इकोसिस्टम को भी बढ़ावा मिल रहा है।

साथियों,

ओडिशा अपनी सांस्कृतिक समृद्धि के कारण हमेशा से ख़ास रहा है। ओडिशा की विधाएँ हर किसी को सम्मोहित करती है, हर किसी को प्रेरित करती हैं। यहाँ का ओड़िशी नृत्य हो...ओडिशा की पेंटिंग्स हों...यहाँ जितनी जीवंतता पट्टचित्रों में देखने को मिलती है...उतनी ही बेमिसाल हमारे आदिवासी कला की प्रतीक सौरा चित्रकारी भी होती है। संबलपुरी, बोमकाई और कोटपाद बुनकरों की कारीगरी भी हमें ओडिशा में देखने को मिलती है। हम इस कला और कारीगरी का जितना प्रसार करेंगे, उतना ही इस कला को संरक्षित करने वाले उड़िया लोगों को सम्मान मिलेगा।

साथियों,

हमारे ओडिशा के पास वास्तु और विज्ञान की भी इतनी बड़ी धरोहर है। कोणार्क का सूर्य मंदिर… इसकी विशालता, इसका विज्ञान...लिंगराज और मुक्तेश्वर जैसे पुरातन मंदिरों का वास्तु.....ये हर किसी को आश्चर्यचकित करता है। आज लोग जब इन्हें देखते हैं...तो सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि सैकड़ों साल पहले भी ओडिशा के लोग विज्ञान में इतने आगे थे।

साथियों,

ओडिशा, पर्यटन की दृष्टि से अपार संभावनाओं की धरती है। हमें इन संभावनाओं को धरातल पर उतारने के लिए कई आयामों में काम करना है। आप देख रहे हैं, आज ओडिशा के साथ-साथ देश में भी ऐसी सरकार है जो ओडिशा की धरोहरों का, उसकी पहचान का सम्मान करती है। आपने देखा होगा, पिछले साल हमारे यहाँ G-20 का सम्मेलन हुआ था। हमने G-20 के दौरान इतने सारे देशों के राष्ट्राध्यक्षों और राजनयिकों के सामने...सूर्यमंदिर की ही भव्य तस्वीर को प्रस्तुत किया था। मुझे खुशी है कि महाप्रभु जगन्नाथ मंदिर परिसर के सभी चार द्वार खुल चुके हैं। मंदिर का रत्न भंडार भी खोल दिया गया है।

साथियों,

हमें ओडिशा की हर पहचान को दुनिया को बताने के लिए भी और भी इनोवेटिव कदम उठाने हैं। जैसे....हम बाली जात्रा को और पॉपुलर बनाने के लिए बाली जात्रा दिवस घोषित कर सकते हैं, उसका अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रचार कर सकते हैं। हम ओडिशी नृत्य जैसी कलाओं के लिए ओडिशी दिवस मनाने की शुरुआत कर सकते हैं। विभिन्न आदिवासी धरोहरों को सेलिब्रेट करने के लिए भी नई परम्पराएँ शुरू की जा सकती हैं। इसके लिए स्कूल और कॉलेजों में विशेष आयोजन किए जा सकते हैं। इससे लोगों में जागरूकता आएगी, यहाँ पर्यटन और लघु उद्योगों से जुड़े अवसर बढ़ेंगे। कुछ ही दिनों बाद प्रवासी भारतीय सम्मेलन भी, विश्व भर के लोग इस बार ओडिशा में, भुवनेश्वर में आने वाले हैं। प्रवासी भारतीय दिवस पहली बार ओडिशा में हो रहा है। ये सम्मेलन भी ओडिशा के लिए बहुत बड़ा अवसर बनने वाला है।

साथियों,

कई जगह देखा गया है बदलते समय के साथ, लोग अपनी मातृभाषा और संस्कृति को भी भूल जाते हैं। लेकिन मैंने देखा है...उड़िया समाज, चाहे जहां भी रहे, अपनी संस्कृति, अपनी भाषा...अपने पर्व-त्योहारों को लेकर हमेशा से बहुत उत्साहित रहा है। मातृभाषा और संस्कृति की शक्ति कैसे हमें अपनी जमीन से जोड़े रखती है...ये मैंने कुछ दिन पहले ही दक्षिण अमेरिका के देश गयाना में भी देखा। करीब दो सौ साल पहले भारत से सैकड़ों मजदूर गए...लेकिन वो अपने साथ रामचरित मानस ले गए...राम का नाम ले गए...इससे आज भी उनका नाता भारत भूमि से जुड़ा हुआ है। अपनी विरासत को इसी तरह सहेज कर रखते हुए जब विकास होता है...तो उसका लाभ हर किसी तक पहुंचता है। इसी तरह हम ओडिशा को भी नई ऊचाई पर पहुंचा सकते हैं।

साथियों,

आज के आधुनिक युग में हमें आधुनिक बदलावों को आत्मसात भी करना है, और अपनी जड़ों को भी मजबूत बनाना है। ओडिशा पर्व जैसे आयोजन इसका एक माध्यम बन सकते हैं। मैं चाहूँगा, आने वाले वर्षों में इस आयोजन का और ज्यादा विस्तार हो, ये पर्व केवल दिल्ली तक सीमित न रहे। ज्यादा से ज्यादा लोग इससे जुड़ें, स्कूल कॉलेजों का participation भी बढ़े, हमें इसके लिए प्रयास करने चाहिए। दिल्ली में बाकी राज्यों के लोग भी यहाँ आयें, ओडिशा को और करीबी से जानें, ये भी जरूरी है। मुझे भरोसा है, आने वाले समय में इस पर्व के रंग ओडिशा और देश के कोने-कोने तक पहुंचेंगे, ये जनभागीदारी का एक बहुत बड़ा प्रभावी मंच बनेगा। इसी भावना के साथ, मैं एक बार फिर आप सभी को बधाई देता हूं।

आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद।

जय जगन्नाथ!