Whatever BJP promises, it delivers: PM Modi in Telangana

Published By : Admin | November 25, 2023 | 15:30 IST
I see a wave of change in Telangana. The people of Telangana are fed up with the 9-year rule of the BRS government and want freedom from it: PM Modi
People have seen our track record that whatever BJP says, it delivers, says PM Modi in Kamareddy
BJP understands the injustice done to the Madiga community. The Government of India is committed to ending this injustice and a committee is being formed to expedite the process: PM

भारत माता की...

भारत माता की...

भारत माता की...

ना तेलांगाना कुटुंब सभ्युलंदरिकी शुभाभिनंदनलु...
ये स्थान अपने गन्ना किसानों और चीनी के प्रोडक्शन के लिए जाना जाता है। यहां के लोगों के व्यवहार में ये ये मिठास साफ महसूस होती है। आप इतनी बड़ी संख्या में बीजेपी को आशीर्वाद देने के लिए आए हैं। हम सभी आपके बहुत बहुत आभारी हैं।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
मैं जब भी तेलंगाना आता हूं, मुझे यहां की जनता-जनार्दन में आशा की एक लहर दिखाई देती है, ये लहर उम्मीद की है, ये लहर बदलाव की है, ये लहर इस भावना की है कि तेलंगाना का विकास उस नई ऊंचाई को प्राप्त करे जिसका वो हकदार है। मैं जानता हूं कि यहां की जनता अब विश्वासघात के अतीत से छुटकारा पाना चाहती है। यहां के लोग अब बीआरएस के 9 वर्षों के कुशासन से परेशान हो चुके हैं बीआरएस से मुक्ति चाहते हैं। यहां के लोग उस कांग्रेस से भी मुक्ति चाहते हैं जिन्होंने सात दशक तक सत्ता में होने के बावजूद भी इस पूरे क्षेत्र को लगातार तिरस्कार किया। और इसलिए इस बार हवा बीजेपी की ओर है। तेलंगाना के लोग बिजेपी से उम्मीद लगा रहे हैं। तेलंगाना की गरीबों की, किसानों की, महिलाओं की, युवाओं की, पिछड़ों की और दलितों की आकांओं का प्रतीक बीजेपी का संकल्प पत्र है। हम सकला जनुला सौभाग्य तेलंगान के निर्माण का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे हैं। लोगों ने National Politics में हमारा ट्रैक रिकॉर्ड देखा है। बीजेपी जो कहती है वो कर के दिखाती है। हमने वादा किया था कि आर्टिकिल 370 खत्म करेंगे, वादा पूरा हुआ, हमने कहा था ट्रिपल तलाक का अंत होगा, वादा पूरा हुआ। हमने संसद में महिला आरक्षण की बात कही थी, वादा पूरा हुआ। हमने किसानों को डेढ़ गुना एमएसपी देने की गारंटी दी थी, वादा पूरा हुआ। हमने अपने सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन का संकल्प दिया था, वादा पूरा हुआ। हमने वादा किया था राम मंदिर अवश्य पूरा होगा आज पूरा हो रहा है। और साथियों हमने तेलंगाना के लोगों से टर्मरिक बोर्ड बनाने का वायदा किया था ये वायदा भी बीजेपी सरकार ने पूरा करके दिखाया। हमने आपसे सेंट्रल ट्राइबल यूनिवर्सिटी का वायदा किया था बीजेपी सरकार ने आपसे ये वायदा भी पूरा करके दिखाया है। मोदी की गारंटी, मोदी की गारंटी यानि गारंटी के पूरा होने की गारंटी। इसलिए आज तेलंगाना के बीसी समाज के लोग भी उत्साहित हैं क्योंकि, बीजेपी ने यहां इसी समाज से सीएम बनाने का वायदा किया है। ये बीजेपी ही है जिसने देश को रिकॉर्ड संख्या में बीसी समाज से आने वाले केंद्रीय मंत्री दिए हैं। और ये बीजेपी ही है जिसने देश को ओबीसी समाज से ही एक पीएम दिया है।

कांग्रेस और BRS ने ना BC समाज के लिए काम किया और ना ही दलितों के लिए कोई काम किया। आज जो BRS है, पहले वो टीआरएस थी। इन लोगों ने वादा किया था कि तेलंगाना का पहला सीएम दलित होगा। लेकिन जब दलित वोट मिल गए, तो केसीआर ने सीएम की कुर्सी पर खुद कब्जा जमा लिया। लेकिन इससे ठीक विपरीत, बीजेपी हमेशा सामाजिक न्याय और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए काम करती आई है। तेलंगाना की इस विकास यात्रा में मादिगा समुदाय के साथ जो अन्याय हुआ है, उसे बीजेपी भली-भांति समझती है। इस अन्याय का अंत करने के लिए भारत सरकार प्रतिबद्ध है। काम को तेज गति से आगे बढ़ाने के लिए एक कमिटी का गठन कर रही है। ये कमेटी आपको न्याय दिलाने की पहल करेगी और आपके सशक्तिकरण का एक नया रास्ता बनाएगी। मादिगा समुदाय से जुड़ी एक बड़ी न्यायिक प्रक्रिया, सुप्रीम कोर्ट में भी चल रही है। ये केस मजबूत हो सके, इसके लिए हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इन सभी विषयों पर कल ही मैंने दिल्ली में अफसरों से विस्तार से बात भी की है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
तेलंगाना के किसानों को उनकी मेहनत के लिए जाना जाता है।
लेकिन राज्य सरकार ने उनके साथ भी धोखा ही किया है। BRS की सरकार ने यहां पर अनेक सिंचाई योजनाओं की घोषणा की थी, लेकिन ये योजनाएं बीआरएस के लिए उनका एटीएम बनकर रह गईं।
जब भी किसी को पैसे की जरूरत पड़ती है, लोग पैसा निकालने एटीएम तक जाते हैं। लेकिन जब BRS को पैसे की जरूरत पड़ती है, तो ये लोग एक नई सिंचाई स्कीम की घोषणा कर देते हैं। परियोजनाओं की लागत बढ़ती जाती है, लेकिन ना कोई प्रोजेक्ट पूरा होता है, ना कोई प्रोजेक्ट शुरू होता है। तेलंगाना के विकास का पैसा BRS को चलाने वाले परिवार की जेबों में जा रहा है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
किसानों का हित, बीजेपी की हमेशा प्राथमिकता रहा है। पीएम किसान सम्मान निधि के जरिए देश के करोड़ों किसानों को 2 लाख 75 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा रकम Direct Transfer की गई है।
तेलंगाना के करीब 40 लाख किसानों को भी इसका लाभ मिला है।
इसमें करीब डेढ़ लाख किसान कामारेड्डी के भी है, जिन्हें इस योजना से करीब 400 करोड़ रुपये मिले हैं। यूरिया की जो बोरी दूसरे देशों में ढाई से तीन हजार रुपए की पड़ती है, वही बोरी भाजपा सरकार तेलंगाना के किसानों को 300 रुपए से भी कम में उपलब्ध करा रही है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
बीते वर्षों में यहां Paddy (पैडी) की 1 लाख 30 हजार करोड़ रुपए से ज़्यादा की ख़रीद हुई है। केंद्र सरकार किसानों से Boiled Rice भी लेती है। अब हमारी सरकार ने ये निश्चय किया है कि इस ख़रीफ़ सीजन में तेलंगाना के किसानों से 20 लाख मीट्रिक टन Boiled Rice अतिरिक्त खरीदा जाएगा। इससे भी तेलंगाना के किसानों को बहुत लाभ होगा। किसानों को आय के अतिरिक्त साधन मुहैया कराने के लिए भी केंद्र की भाजपा सरकार लगातार काम कर रही है। खेती-किसानी से निकलने वाले कचरे से ईंधन बने, इसके लिए बायो-फ्यूल प्लांट लगवाए जा रहे हैं। गन्ना किसानों की आय बढ़ाने के लिए पेट्रोल में इथेनॉल की ब्लेडिंग बढ़ाई गई है, इथेनॉल प्लांट लगाए जा रहे हैं। ये तो शुगरकेन हब है। आप लोगों को भी इससे बहुत लाभ होने वाला है। पशुपालकों को लाभ हो, इसके लिए गोबरधन योजना चलाई जा रही है। 15 हजार करोड़ रुपए खर्च करके केंद्र सरकार पशुओं का मुफ्त टीकाकरण भी करा रही है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
तेलंगाना एक युवा राज्य है। मुझे इसका दुख है कि तेलंगाना जैसे युवा राज्य को सबसे बड़ी ओर सबसे ज्यादा युवाओं की विरोधी, युवाओं के दुश्मन ऐसी सरकार मिली है। सालों से हमारे जो हजारों युवा TS-PSC परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन सब के साथ BRS की सरकार ने धोखा किया है। इसके अलावा, इन लोगों ने एजुकेशन सेक्टर की भी पूरी तरह से उपेक्षा की है। और साथियों, कांग्रेस का नौजवानों के प्रति रवैया किसे पता नहीं है। कांग्रेस शासन के नकारेपन के कारण ही तेलंगाना आंदोलन के हजारों नौजवानों ने अपनी जान गंवाई थी। इन पार्टियों को देश की अगली पीढ़ी नहीं, ये ऐसे लोग हैं जिनको अपने परिवार की आने वाली पीढ़ी की चिंता है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
तेलंगाना के लोगों को, कामारेड्डी की जनता को, इन दोनों दलों को रिजेक्ट करना ही चाहिए। BRS के सीएम और तेलंगाना कांग्रेस के अध्यक्ष दोनों ही कामारेड्डी से चुनाव लड़ रहे हैं। साथ ही ये लोग दूसरे क्षेत्रों से भी चुनाव लड़ने उतरे हैं। ये दिखाता है कि ये लोग कितने हताश हैं। कितने डरे हुए हैं। कामारेड्डी के लोगों के पास ये मौका है कि वो कांग्रेस और BRS के लोगों को ये सिखा दें कि उनकी परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण की राजनीति अब चलने वाली नहीं है। BRS और कांग्रेस में एक और बात कॉमन है। ये दोनों दल, आप लोगों को धोखा देने के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाते हैं। कभी अचानक से TRS को BRS बना दिया जाता है। इसी साल यूपीए को INDI Alliance बना दिया गया है। देश के लोग, ये सारे हथकंडे अच्छी तरह समझते हैं। नाम बदलने से इनके भ्रष्टाचार, कुशासन और वोटबैंक पॉलिटिक्स का इतिहास कभी नहीं बदल सकता। सच ये है कि देश के कई राज्यों में लोगों ने दशकों से कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर रखा है। और मुझे विश्वास है, 3 दिसंबर को यहां जनता, केसीआर को भी सत्ता से हटाकर के रहेगी।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
बीजेपी एकलौती ऐसी पार्टी है, जो गरीबों के लिए काम करती है। जनधन अकाउंट हो, बिना गारंटी मुद्रा लोन हो, कोरोना के दरम्यान सभी देशवासियों को मुफ्त वैक्सीन हो, ये सारी व्यवस्थाएं बीजेपी ने की है। बीजेपी ये भी सुनिश्चित कर रही है कि देश का कोई भी गरीब भूखा ना सोए। अब मैंने ये निश्चय किया है कि अगले 5 साल के लिए, गरीबों को जो मुफ्त राशन देते हैं, इस योजना को पांच साल के लिए आगे बढ़ा दिया जाएगा। इसका लाभ यहां तेलंगाना के भी मेरे लाखों गरीब भाई-बहनों को मिलेगा।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,

आज आप सभी लोगों के आशीर्वाद से भाजपा के पास 300 से अधिक सांसद हैं। देश में एक वो भी समय था, जब हमारे सिर्फ 2 सांसद थे, हमारा मजाक उड़ाया जाता था। उस समय हमारे दो सांसदों में से एक इसी क्षेत्र से थे। हम इस बात को कभी भूल नहीं सकते हैं। हम ये कैसे भूल सकते हैं कि जब हम सबसे कमजोर थे, तब भी तेलंगाना और तेलुगु लोगों ने हमारा साथ दिया था। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, हम हमेशा तेलंगाना के लोगों के साथ रहेंगे और आपके विकास के लिए काम करते रहेंगे। भले ही BRS और कांग्रेस के लोग अपने बच्चों के बारे में सोचें लेकिन हम आपके बच्चों के साथ खड़े रहेंगे।
और इसीलिए मुझे ये पूरा भरोसा है कि कामारेड्डी और तेलंगाना के लोग इस बार बीजेपी के लिए वोट करने वाले हैं। बीजेपी की सरकार बनाने वाले हैं बीसी मुख्यमंत्री बनने वाला है। एक बार फिर इतनी बड़ी तादाद में आकर आपने आशीर्वाद दिए, मैं आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं।

मेरे साथ बोलिए भारत माता की...

भारत माता की...

भारत माता की...

बहुत बहुत धन्यवाद।

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November 23, 2024
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Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।