Bengal's enthusiasm for democracy is commendable: PM in Malda Uttar

Published By : Admin | April 26, 2024 | 11:15 IST
Bengal's enthusiasm for democracy is commendable: PM in Malda Uttar
Every vote strengthens our democracy and upholds the Constitution: PM in Malda Uttar
Under TMC rule, Bengal has seen rampant corruption and scams: PM in Malda Uttar
TMC exploits Bengal's resources for personal gain: PM in Malda Uttar
BJP is committed to women's welfare: PM in Malda Uttar

जय मां काली, जय मां दुर्गा

भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय

आज देश में दूसरे चरण का मतदान हो रहा है। और अब तक की जो खबरें आ रही हैं। सुबह से ही लोग उत्साह और उमंग के साथ लोकतंत्र का उत्सव मना रहे हैं। अपने-अपने मोहल्ले से गाजे बाजे के साथ भारत माता की जय बोलते बोलते मतदान करने के लिए जा रहे हैं। जो लोग मतदान के लिए उत्साह ने निकल पड़े हैं मैं इनका हृदय से बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं। बंगाल में लोकतंत्र के इस पर्व का अलग ही उत्साह दिखता है। मैंने हेलीपैड पर भी देखा, जितने लोग यहां हैं, उतने ही लोग हेलीपैड से रास्ते में आशीर्वाद दे रहे थे। मैं आज देश में जहां-जहां मतदान हो रहा है सभी लोगों से आग्रह करूंगा कि, वोट डालना लोकतंत्र को मजबूती देने के काम है, इसलिए हम सभी देशवासियों ने देश के लिए वोट जरूर करना चाहिए।

साथियों,

आज आप इतनी बड़ी संख्या में हमें आशीर्वाद देने आए हैं। मुझे विश्वास है, पहले चरण में TMC-कॉंग्रेस जैसे जो दल पस्त हो गए थे, अब आज दूसरे चरण में ध्वस्त हो जाएंगे। इसलिए मालदा में भी हर तरफ यही गूंज है- फिर एक बार, मोदी सरकार! आबार एकबार, मोदी शोरकार

साथियों,

एक समय था, जब बंगाल, पूरे देश के विकास का नेतृत्व करता था। चाहे सामाजिक सुधार हो तो बंगाल का नेतृत्व, वैज्ञानिक प्रगति हो बंगाल का नेतृत्व। फिलोसोफी की प्रगति हो बंगाल का नेतृत्व, अध्यात्म में प्रगति हो बंगाल का नेतृत्व, देश के लिए बलिदान देना हो बंगाल का नेतृत्व। जीवन का ऐसा कोई पहलू नहीं था जिसका नेतृत्व हमारे बंगाल ने ना किया हो। लेकिन पहले लेफ्ट और फिर TMC के शासन ने बंगाल के इस ताकत को चोट पहुंचाई, बंगाल के सम्मान को चूर चूर कर दिया, बंगाल का विकास रोक दिया। TMC के राज में बंगाल में एक ही चीज चलती है- हजारों करोड़ के स्कैम। शारदा चिटफंड स्कैम, रोजवैली चिटफंड स्कैम, पशुतस्करी घोटाला, नगर पालिका नियुक्ति घोटाला, राशन घोटाले, कोयला तस्करी घोटाला। घोटाले TMC करती है, भुगतना बंगाल की जनता को पड़ता है। ऐसा कोई काम नहीं, जो बंगाल में बिना कट कमीशन के होता हो। यहाँ तक कि इन्होंने किसानों तक को नहीं छोड़ा है। हमारे किसान भाई मंडी में 1 क्विंटल गेहूं बेचने जाते हैं, तो इसका एक बड़ा हिस्सा बिचौलिये खा जाते हैं।

साथियों,

TMC ने यहां युवाओं के भविष्य के साथ लगातार खिलवाड़ किया है। इन्होंने इतना बड़ा शिक्षा घोटाला किया। 26 हजार परिवारों की रोजीरोटी ठप्प हो गई। और कर्ज लेकर जो पैसे लेकर इन TMC वालों को दिए थे, उसका कर्ज भी सर पर मढ़ गया। जबकि बीजेपी सरकार है जो केंद्र सरकार में पूरी पारदर्शिता से युवाओं को नौकरी दे रही है। हमने मुद्रा योजना, स्टार्ट अप इंडिया अभियान, कौशल विकास अभियान से युवाओं का सामर्थ्य और बढ़ाने के लिए काम किया है। बीजेपी सरकार की नीतियों से देश में नए-नए सेक्टर्स बन रहे हैं, जहां युवाओं को ज्यादा से ज्यादा अवसर मिल रहे हैं। लेकिन बंगाल में TMC ने युवाओं के विकास के सारे दरवाजे बंद कर रखे हैं।

साथियों,

बंगाल रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, नेताजी सुभाष, गुरुदेव टैगोर, डॉक्टर मुखर्जी की धरती है। मैं अपने बंगाल को ऐसे ही पिछड़ते हुए नहीं देख सकता। TMC जैसी भ्रष्ट पार्टी के बावजूद, केंद्र की बीजेपी सरकार, बंगाल के विकास के लिए पूरी शक्ति से काम कर रही है। भाजपा सरकार की योजना की वजह से आपको मुफ्त राशन मिल रहा है।

साथियो,

ये आपका उत्साह ये आपका प्रेम मेरे सिर आंखों पर, आप इतना प्यार दे रहे हैं, इतना प्यार दे रहे हैं। कि ऐसे लगता है कि मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर अगले जन्म में यहां की किसी मां की गोद से पैदा होने वाला हूं। शायद इतना प्यार कभी नसीब नहीं होगा भाइयों।

दोस्तों,

लोग दूर-दूर तक धूप में खड़े हैं, मैदान छोटा पड़ गया। हमारी व्यवस्था छोटी पड़ गई , आपको तकलीफ हो रही है, जो धूम में तप रहे हैं उनको तकलीफ हो रही है। ये जो आपकी तकलीफ हो रही है उसके लिए मैं आपकी क्षमा मांगता हूं। लेकिन जो धूप में तप रहे हैं उनको कहता हूं कि आप की तपस्या मैं बेकार नहीं जाने दूंगा। आप जो ये ताप में तप रहे हैं, विकास करके इस त्याग को लौटाऊंगा। बंगाल के 50 लाख से ज्यादा किसानों के खातों में सीधे साढ़े 8 हजार करोड़ रुपए पीएम किसान सम्मान निधि के भेजे गए हैं। लेकिन, TMC सरकार को देखिए, वो आपको लूटने का कोई मौका छोड़ती नहीं है। मैं केंद्र से बंगाल के विकास के लिए यहां की सरकार को जो पैसा भेजता हूँ, वो TMC के नेता, मंत्री, तोलाबाज़ मिलकर खा जाते हैं। जो योजनाएँ मैं सीधे लागू करने की कोशिश करता हूँ, उसे भी TMC सरकार रोक देती है।

इन्होंने बंगाल के लोगों को 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज देने वाली हमारी आयुष्मान योजना को रोक रखा है। अभी भाजपा ने हर बुजुर्ग को 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज का ऐलान किया है। लेकिन बंगाल के बुजुर्गों को इस योजना का लाभ भी TMC सरकार नहीं होने देगी, इसे यहां लागू ही नहीं देगी। TMC को आपकी चिंता से, आपकी परेशानियों से कोई लेना-देना नहीं है। ये चाहते हैं, कि बंगाल में वंदेभारत ट्रेनें भी ठप्प हो जाएँ। हम कहते हैं कि हमारे मालदा के किसानों का आम और मखाना पूरी दुनिया में फेमस है। उनकी आमदनी बढ़े, उन्हें ज्यादा पैसा मिले, इसके लिए यहाँ फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री लगाओ। TMC कहती है उसमें हमारा कट कैसे मिलेगा?

साथियों,

मां-माटी-मानुष की बात कहकर सत्ता में आई TMC ने सबसे बड़ा विश्वासघात यहां की महिलाओं से ही किया है। जब बीजेपी सरकार ने मुस्लिम बहनों को अत्याचार से बचाने के लिए तीन तलाक खत्म किया, तो TMC ने इसका विरोध किया। संदेशखाली में महिलाओं पर इतने अमानवीय अत्याचार हुये, और TMC सरकार आखिर तक मुख्य आरोपी को बचाती रही। यहाँ मालदा में भी महिला के साथ शर्मसार करने वाली घटना घटी, लेकिन सरकार चुप रही। जबकि बीजेपी सरकार महिलाओं की मान-मर्यादा के लिए काम कर रही है। बीजेपी सरकार ने बंगाल में 80 लाख से ज्यादा शौचालय बनाकर दिए हैं, जिसका सबसे ज्यादा लाभ महिलाओं को ही हुआ है। बंगाल की करीब सवा करोड़ माताओं-बहनों को उज्ज्वला का गैस कनेक्शन मिला है। यहां पीएम आवास के जो हजारों घर दिए गए हैं, उनमें से ज्यादातर घर महिलाओं के ही नाम हैं। पहली बार अब उनके नाम कोई संपत्ति हुई है। हमारी सरकार बहनों-बेटियों के लिए हर स्तर पर नए अवसर बना रही है, उन्हें सशक्त कर रही है।

साथियों,

TMC और काँग्रेस यहां आपस में झगड़े का दिखावा जरूर करती हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि दोनों के विचार और आचार-व्यवहार एक ही जैसा है। TMC और कांग्रेस को जोड़े रखने का सबसे बड़ा चुंबक है- तुष्टिकरण। तुष्टिकरण के लिए ये दोनों पार्टियां कुछ भी कर सकती हैं। तुष्टिकरण की खातिर ये लोग देशहित में लिए गए हर निर्णय को वापस पलटना चाहते हैं। इंडी गठबंधन वाले कहते हैं कि वो कश्मीर में आर्टिकल-370 को फिर बहाल करेंगे। TMC और काँग्रेस के नेता कह रहे हैं कि ये सत्ता में आए तो CAA कानून को रद्द कर देंगे। आप मुझे बताइए, बंटवारे से पैदा हुए देशों में जहां हिंदू,सिख,ईसाई,बौद्ध धर्म के लोगों पर जुल्म ढाए जाते हैं, जहां उनको धर्मांतरण के लिये मज़बूर किया जाता है, जिनके आस्था स्थलों- मंदिर, गुरुद्वारे, चर्च ध्वस्त कर दिए जाते हैं, जिनकी बहू-बेटियों का जबरन शादी करके उनका धर्मांतरण करवा दिया जाता है, आखिरकार वो कहां जाएंगे? इसमें बहुत बड़ी संख्या में हमारे दलित भाई-बहन हैं। तुष्टिकरण के लिए TMC-कांग्रेस इन्हें भी ठुकरा देना चाहती है। CAA नागरिकता छीनने का नहीं बल्कि नागरिकता देने का कानून है, लेकिन फिर भी TMC लगातार झूठ बोलकर अफवाह फैला रही है। यही इन लोगों की सोच है।

साथियों,

मैं आपको इंडी गठबंधन के एक और खतरनाक इरादे के बारे में आपको बताना चाहता हूं। इंडी गठबंधन वाले महिलाओं, आदिवासियों और गरीबों के खिलाफ एक खतरनाक कानून लेकर आना चाहते हैं। इस कानून में महिलाओं का मंगलसूत्र, आदिवासी महिलाओं के गहने, हर किसी की प्रॉपर्टी की जांच करवाई जाएगी। इसके लिए कांग्रेस के शहजादे, विदेश से कोई एक्स-रे मशीन लाए हैं। वो पूरे देश में सबका एक्स-रे कर देंगे। कांग्रेस का इरादा है कि जिसके पास जितना पैसा, सोना-चांदी होगा,जमीन होगी, सब पर कब्जा कर लिया जाएगा। और फिर उसका एक हिस्सा ये लोग अपने वोटबैंक को दे देंगे। ये कांग्रेस ने घोषणा की है , लेकिन TMC वाले भी उसके खिलाफ एक शब्द नहीं बोलते हैं। TMC वाले चुपचाप कांग्रेस के इस एजेंडा को मौन रहकर समर्थन कर रहे हैं। आप देखिए, TMC और काँग्रेस में तुष्टिकरण का कैसा कॉम्पटिशन चल रहा है। TMC सरकार बंगाल में बांग्लादेशी घुसपैठियों को लाकर बसाने का काम करती है। इन घुसपैठियों को आपकी जमीन, खेत पर कब्जा करवाती है। और काँग्रेस, आपकी संपत्ति ऐसे वोट बैंक में बांटने की बात कर रही है।

साथियों,

काँग्रेस तो आपके नहीं रहने के बाद, आपकी संपत्ति पर भी 55 परसेंट टैक्स लगाने की योजना बना रही है। यानी, आपके जीवन भर की कमाई आपके बाद आपके बेटे-बेटियों को नहीं मिलेगी। उसमें से आधे से ज्यादा काँग्रेस सरकार जब्त कर लेगी। और ये संपत्ति जाएगी कहां? कांग्रेस के वोट बैंक के पास। कांग्रेस के इस फॉर्मूले को जानने के बाद पूरा देश कह रहा है-कांग्रेस की लूट- जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी। कांग्रेसेर लूट- बेंचे थाकार समय ओ, मोरे जाबार परे ओ

साथियों,

काँग्रेस पार्टी SC, ST और OBC के आरक्षण पर भी बड़ा डाका डालने की तैयारी कर रही है। कर्नाटक में, जहां काँग्रेस की सरकार है, वहाँ कांग्रेस काफी पहले OBC के आरक्षण में सारे मुस्लिमों को हिस्सेदारी दे चुकी है। यानी, संविधान में जो हक SC, ST, OBC के लिए सुरक्षित है, उसे ये लोग धर्म के आधार पर बांटने का प्रयास कर रहे हैं। अब कर्नाटक मॉडल को काँग्रेस पूरे देश में लागू करना चाहती है। क्या आप इस साजिश को कामयाब होने देंगे?

साथियों,

आपका एक वोट विकसित भारत, विकसित बंगाल के सपने को पूरा करेगा। मालदा उत्तर से बीजेपी प्रत्याशी और लोकसभा में मेरे बहुत अच्छे साथी श्रीमान खगेन मुर्मू जी, और मालदा दक्षिण से श्रीरूपा मित्रा चौधरी जी, जिसको आप निर्भया दीदी के नाम से जानते हैं। ये निर्भया दीदी और ये मुर्मू जी 7 मई को जो आप इनको वोट देंगे ना वो वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा। मेरा अनुरोध है, यहाँ से जाकर हर परिवार में कहना, मोदी जी ने आपको जय श्रीराम भी कहा है। मेरे साथ बोलिए

भारत माता की जय।
भारत माता की जय।
भारत माता की जय।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।