Congress is such a selfish party that it sees nothing beyond votes: PM Modi in Hisar

Published By : Admin | September 28, 2024 | 19:51 IST
Congress is such a selfish party that it sees nothing beyond votes: PM Modi in Hisar
Congress made big promises to farmers, but failed to fulfill promises under their regime: PM Modi in Hisar
Congress has inflicted a double blow on the youth in Haryana: PM Modi in Hisar
Congress wants to once again fuel stone pelting and terrorism: PM Modi in Hisar
Congress trusted the lies of our enemies over words of our army: PM Modi in Hisar

भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
सबतैं पहलम तै सारे बुजर्गां नै, भाई-बहणा नै,
अर नौजवान साथियां नै राम-राम!

मैं सबसे पहले तो आप सबकी क्षमा मांगना चाहता हूं, क्योंकि हमारी पार्टी के यहां के साथियों ने ये जो पंडाल बनाया, वो छोटा पड़ गया। और इतने ही लोग बाहर धूप में तप रहे हैं। जो लोग धूप में तप रहे हैं, उनको जो असुविधा हुई, इसके लिए मैं क्षमा मांगता हूं। लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं। आप यह जो तप कर रहे हैं ना, ये आपका तप बेकार नहीं जाने दूंगा, विकास करके लौटाऊंगा।

साथियों,

अग्रोहा धाम, गुरु जम्भेश्वर, खाटू श्याम जी और माता भनभोरी भ्रामरी देवी को मैं सिर झुका कर प्रणाम करता हूं। ये राखीगढ़ी की धरती है। ये क्षेत्र, देश प्रेम और प्रकृति प्रेम, दोनों के लिए जो बलिदान दिए गए हैं, उसको यहां के लोग आज भी स्मरण करके पूरी मानव जाति को प्रेरणा देते हैं। यहां अंग्रेजों की क्रूर तोपों के भी जख्म हैं, तो यहां पेड़ों की रक्षा के लिए बिश्नोई समाज के तप और त्याग की मिसालें भी हैं। यहां के विकास में स्वर्गीय भजनलाल जी का भी बड़ा योगदान है। आज भी लोग याद करते हैं। और ये मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे हरियाणा में काम करते हुए भजनलाल जी के काम को देखने का मौका मिला। और चौधरी बंसीलाल जी के साथ काम करने का मौका मिला। और चौधरी बंसीलाल जी मुझे हमेशा कहते थे कि भाई देख तेरा और मेरा विशेष नाता है। मैंने कहा- क्या, और फिर वह मुझे महर्षि दयानंद जी के जीवन के विषय में बड़े भावुक होकर के बातें बताते थे। महर्षि दयानंद सरस्वती जी गुजरात में पैदा हुए, लेकिन जितनी जानकारियां मुझे नहीं थीं, उससे ज्यादा जानकारियां महर्षि दयानंद जी के विषय में, चौधरी बंसीलाल जी से मैं सुना करता था। और वो कहते-कहते भावुक हो जाते थे।

साथियों,

ये मेरा सौभाग्य रहा है हरियाणा ने मुझे बहुत कुछ दिया है, बहुत कुछ सिखाया है। मैं हरियाणा के विकास में योगदान देने वाली हर संतान को नमन करता हूं। आज शहीद सरदार भगत सिंह जी की जंयती पर भी मैं उन्हें श्रद्धासुमन के साथ प्रणाम करता हूं।

साथियों,

हरियाणा की माताओं-बहनों ने यहां एक नारा दिया है। म्हारा हरियाणा, नॉनस्टॉप हरियाणा! हरियाणा का विकास ऐसे ही नॉनस्टॉप चलते रहना चाहिए। इसलिए हरियाणा तीसरी बार, भाजपा को मौका देने का मन पक्का कर चुका है। चारों तरफ से आवाज आ रही है- भरोसा दिल से, भाजपा फिर से। भरोसा दिल से, भरोसा दिल से।

साथियों,

जैसे-जैसे वोटिंग की तारीख नजदीक आ रही है। कांग्रेस पस्त पड़ती जा रही है। कांग्रेस के नेता अब कहने लगे हैं कि हरियाणा में वही हाल होगा जो कांग्रेस का मध्य प्रदेश में हुआ। एमपी और राजस्थान में पिछले चुनाव में इन्होंने झूठ का गुब्बारा खूब फुलाया। खूब फुलाया। लेकिन जनता ने वोट की चोट देकर उस गुब्बारे की हवा निकाल दी। अब हरियाणा में भी यही होने जा रहा है।

साथियों,

कांग्रेस का ये हाल इसलिए होता है, क्योंकि कांग्रेस देश की सबसे धोखेबाज और बेईमान पार्टी है। आप पड़ोस में देख लीजिए, हिमाचल में, क्या हाल करके रखा है। चुनाव के दौरान हिमाचल की जनता को इन्होंने क्या-क्या झूठ बोला, आप कल्पना नहीं कर सकते। अब सरकार बनने के बाद कांग्रेस ने अपने वायदों से पल्ला झाड़ लिया है। जनता कांग्रेस से कह रही है- क्या हुआ तेरा वादा? और कांग्रेस, जनता से पूछ रही है- तुम कौन? दिल्ली के शाही परिवार ने झूठ बोलकर हिमाचल के लोगों को फंसा दिया। आज हिमाचल में कर्मचारियों की उनकी सैलरी और डीए देने तक इनके पास बजट नहीं है।

साथियों,

जहां कांग्रेस होती है, वहां कभी भी स्थिरता नहीं आ सकती। जो पार्टी अपने नेताओं के बीच ही एकता नहीं ला सकती, वो राज्य में स्थिरता कैसे लाएगी? आप देख रहे हैं कि कैसे यहां कांग्रेस में मुख्यमंत्री बनने के लिए मारामारी मची है। बापू भी दावेदार है और बेटा भी दावेदार है। और दोनों मिलकर, बाकियों को निपटाने में लगे हैं। और ये सब देख करके हरियाणा के जागरूक नागरिक कांग्रेस को निपटाने में लग पड़े हैं। कुछ लोग ऐसे हैं, जिन्होंने तन-मन-धन से दिल्ली के शाही परिवार की सेवा की है। अब वो भी पूछ रहे हैं कि उनसे क्या गलती हुई? यहां कांग्रेस का हर गुट, हर सीट पर एक दूसरे को पटखनी देने में ही लगा हुआ है।

साथियों,

इस गुटबाजी के बीच, कांग्रेस में दलितों और पिछड़ों के लिए दरवाजे एकदम बंद हैं। कांग्रेस जानती है कि दलित उसको वोट नहीं देता, इसलिए वो पूरे दलित समाज से नफरत करती है। आप खुद देखिए, कांग्रेस के राज में गोहाना में दलितों पर अत्याचार हुआ। कांग्रेस चुप रही। कांग्रेस के राज में मिर्चपुर कांड हुआ। कांग्रेस चुप रही। कांग्रेस के राज में दलित बेटियों के साथ अत्याचार हुआ, अन्याय हुआ। कांग्रेस चुप रही। आज कांग्रेस का शाही परिवार कह रहा है कि दलितों और पिछड़ों का, अमेरिका में जाकर के बोले, दलितों और पिछड़ों का आरक्षण खत्म कर देंगे। कांग्रेस ने दलितों पर जो अत्याचार किया है, उसे दलित समाज कभी भी भूल नहीं सकता। इसलिए मैं हरियाणा में जहां भी गया, मैंने देखा कि कांग्रेस को कोई भी घुसने नहीं देता।

साथियों,

भाजपा सर्वसमाज की भागीदारी सुनिश्चित कर रही है। हमारे मुख्यमंत्री सैनी जी, सबको साथ लेकर आगे बढ़ रहे हैं। अब देखिए, हमारी सरकार ने हरियाणा के मुख्यमंत्री निवास का नाम कबीर कुटीर रखा है। यहां हिसार में ही दलित परिवारों में भी जो वंचित हैं, उनके बच्चों के लिए बने कबीर छात्रावास का फंड भी भाजपा ने बढ़ाया है। भाजपा सरकार वंचितों को सिर्फ सहारा नहीं देती, बल्कि उनके सपनों को उड़ान भी देती है।

साथियों,

जिनका कोई नहीं, जिनको कोई नहीं पूछता, मोदी उनको पूजता है। आज मुद्रा योजना से हरियाणा के लाखों लोगों को बिना गारंटी के लोन मिले हैं। ये गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी परिवारों के लोग हैं। मोदी ने रेहड़ी-ठेले-पटरी पर काम करने वाले अपने भाई-बहन का भी ध्यान रखा है। ये कोई, धन्ना-सेठ नहीं हैं। ये गांव-गरीब, दलित-पिछड़े परिवारों के मेरे भाई-बहन हैं। कांग्रेस ने इनको कभी नहीं पूछा। इनकी गारंटी भी आपके इस बेटे ने ही ली है। बैंक में अब उनको गारंटी नहीं देनी पड़ती, गारंटी मोदी देता है। इनको भी पीएम स्वनिधि योजना से हज़ारों रुपए की मदद बिना गारंटी के बैंक से मिली है।

साथियों,

कांग्रेस इतना बड़ा स्वार्थी दल है कि उसे वोट के अलावा कुछ नहीं दिखता। कांग्रेस ने किसानों को भी हमेशा वोटबैंक के रूप में ही देखा है। कांग्रेस ने हमेशा किसानों को पानी के लिए तरसाया है, जबकि भाजपा उनकी समस्याओं का समाधान कर रही है। मैं हिसार, सिरसा, भिवानी, फतेहाबाद के किसानों की समस्याओं को समझता हूं। हिसार के कुछ हिस्सों में जो सेम की समस्या आ रही है, उसकी जानकारी भी सरकार को है। इसका समाधान करने के लिए भी सरकार बनने के बाद प्रयास तेज किए जाएंगे।

साथियों,

कांग्रेस यहां किसानों के लिए बड़ी-बड़ी बातें करती है। लेकिन आपको भूलना नहीं है। हुड्डा जी सरकार तो 2 रुपए के मुआवज़े वाली सरकार थी। हर किसान को याद है, ये दो रुपया मुआवजे वाली सरकार। फर्क देखिए दोस्तों, ये भाजपा सरकार है जो बिना मांगे देश के 10 करोड़ से ज्यादा किसानों को पीएम सम्मान निधि हर वर्ष 6000 रुपया सीधे उनके बैंक में खाते में जमा करती है, उनके सम्मान की चिंता करती है। और वो लोग 2 रुपये का मुआवजा। क्या हमारे हरियाणा के किसानों का अपमान करते समय आपको शर्म नहीं आई। इस तरह अपमानित किया जाता था। इसलिए मैं आज आप लोगों को हाथ जोड़कर के एक काम दे रहा हूं। और मुझे विश्वास है आप इस काम को करने में कभी पीछे नहीं हटेंगे। जब भी कांग्रेस के लोग आपसे किसानों की बात करें आप उनसे एक बात पूछना। पूछोगे, पूछोगे? जरा जोर से बोलिए ना पूछोगे? जरा उनको पूछना, आप जो हरियाणा में बड़ी-बड़ी बातें करते हो, बड़ी बड़ी घोषणाएं कर देते हो, तारे तोड़ कर के लाने की बातें कर रहे हो। अरे भाई तुम्हारी कर्नाटका में सरकार है, तेलंगाना में सरकार है, हिमाचल में सरकार है कुछ तो लागू करके दिखाओ। जरा इनको इतना पूछ लीजिए। ये यहां बातें करते हैं और वहां लागू नहीं करते हैं। कर्नाटका में इनकी सरकार है। वहां कांग्रेस सरकार बनने के बाद से सैकड़ों किसान आत्महत्या कर चुके हैं। सच्चाई यही है कि कांग्रेस, देश के किसानों की जान की दुश्मन है। वो सिर्फ किसानों को झूठ बोल सकती है। यहां कांग्रेस ने MSP पर भी आपसे सिर्फ झूठ बोला है। सच्चाई ये है कि यहां भाजपा की सरकार 24 फसलों को MSP पर खरीद रही है। जबकि कांग्रेस शासित राज्यों में इक्का-दुक्का फसलें ही MSP पर खरीदी जाती हैं। आप मुझे बताइए, ऐसी धोखेबाज कांग्रेस पर क्या हमारे किसान भरोसा कर सकते हैं क्या? हाथ ऊपर नहीं, मुंह से बोलिए। भरोसा कर सकते हैं क्या?

साथियों,

हरियाणा का भरोसा तो भाजपा पर ही है। बीते एक दशक में भाजपा ने यहां विकास को नई गति दी है। यहां चारों तरफ चौड़ी सड़कों का जाल बिछाया गया है। आज 5 जोड़ी वन्दे भारत ट्रेनें ये मेरे हरियाणा में चलती हैं। हिसार से रोहतक जाने के लिए हांसी - हिसार - रोहतक रेल लाइन शुरू की गई है। इससे हिसार से रोहतक पहुंचने के लिए समय आधा हो गया है।

साथियों,

ये क्षेत्र अब एक बड़ा व्यापारिक केंद्र बनने की तरफ कदम बढ़ा चुका है। हिसार एयरपोर्ट बनने से यहां नए उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। और आज मुझे बता रहे हैं कि इतना बड़ा जहाज यहां पहली बार उतरा है। और मुझे आने का सौभाग्य मिला है। और भाजपा सरकार बनने के बाद बहुत कम दिनों में इसका कार्मिशयल कामकाज भी शुरू हो जाएगा दोस्तों। और इसका फायदा व्यापार-उद्योग के साथ-साथ यहां के किसानों को भी होने वाला है। अब किसानों की उपज आसानी से, कम से कम समय में विदेश निर्यात कर पाना संभव हो पाएगा। और आज हिंदुस्तान के किसानों द्वारा पैदावार की गई चीजें दुनिया के बाजार में गर्व से बिक रही है। इससे व्यापारियों-दुकानदारों, किसानों को हर किसी को फायदा होने वाला है। हमारा प्रयास यही है कि यहां नए उद्योग लगें। हम चाहते हैं, यहां दुनियाभर से निवेशक आएं, ताकि युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिले।

साथियों,

कांग्रेस ने यहां के युवाओं पर भी दोहरा वार किया है। एक तो कांग्रेस के समय में बिना खर्ची-पर्ची के सरकारी नौकरी नहीं मिलती थी। दूसरा, घूस देने के लिए गरीब को खेत तक बेचने पड़ते थे। भाजपा ने बिना खर्ची-पर्ची नौकरियां दीं। और यही बात कांग्रेस को अखर गई है। इसलिए कांग्रेस की भर्ती रोको गैंग ने युवाओं को नौकरियां देने पर ब्रेक लगवा दिया। कांग्रेस की भर्ती रोको गैंग को इस चुनाव में मेरे सभी नौजवान, उनको जरा सबक सिखाइए ताकि आपके भविष्य को ताला लगाने का पाप न करे।

साथियों,

कांग्रेस सिर्फ लूट-खसूट ही नहीं करती, बल्कि निर्लज्जता से उसका बचाव भी करती है। कांग्रेस के राज में कैसे दलालों और दामाद का ही बोलबाला था, ये मैंने हरियाणा की जनता के सामने रखा। अगर किसी को पछतावा होता, किसी को भी दो आंख की शर्म होती, तो वो हरियाणा की जनता से माफी मांगता। लेकिन कांग्रेस के लोगों ने आपसे माफी नहीं मांगी, बल्कि बड़ी बेशर्मी से दलालों और दामाद का बचाव कर रहे हैं। कांग्रेस के इस रवैये से नाराज़ होकर, अब हरियाणा की जनता कांग्रेस के विरुद्ध खड़ी हो गई है। अब जनता खुद इनका कच्चा चिट्ठा बाहर निकाल रही है। आप भी देख रहे हैं, कैसे हर रोज इनके समय के घोटालों के नए-नए कागज़ सामने निकलकर आ रहे हैं।

साथियों,

हरियाणा के लोग, हर घात, हर घाव सह सकते हैं, लेकिन देश के विरुद्ध कोई बात नहीं सह सकते। हरियाणा के लोग कट्टर देशभक्त हैं। देश की बात आती है, तो हरियाणा वाले सबकुछ भुलाकर, एकजुट खड़े हो जाते हैं। इसलिए, कांग्रेस का असली चेहरा भी आपको याद रखना है। आज की कांग्रेस, अर्बन नक्सलियों के चंगुल में है। मैं कोई ढकी-छुपी बात नहीं कर रहा। कांग्रेस के नेता, विदेश जाते हैं, तो किससे मिलते हैं? ये उन लोगों से मिलते हैं, जो भारत के दुश्मनों की भाषा बोलते हैं। कांग्रेस के इंटरनेशनल पार्टनर, वो लोग हैं जो दुनियाभर में भारत को बदनाम करने में जुटे हैं। विदेश में जाकर कांग्रेस के नेता वही भाषा बोलते हैं, जो भारत का बुरा चाहने वालों को पसंद आती है। आप भी सोचिए, आखिर क्यों पाकिस्तान, कांग्रेस का समर्थन करता है? कांग्रेस की नीतियां क्यों पाकिस्तान को पसंद आती हैं?

साथियों,

हरियाणा के लोगों को कांग्रेस के वादों-इरादों से बहुत सावधान रहना है। कांग्रेस ने कहा है कि वो जम्मू-कश्मीर में फिर 370 वापस लाना चाहती है। कांग्रेस फिर से पत्थरबाज़ी और बम-बंदूक को हवा देना चाहती है। जिन पत्थरबाजों ने हमारे हरियाणा के फौजी बेटे, जो वहां ड्यूटी कर रहे थे, वहां के पत्थरबाजों ने उनको लहू-लुहान कर दिया। अब कांग्रेस ऐसे लोगों को रिहा कराना चाहती है। अब बताइए, ये अर्बन नक्सली कांग्रेस किसके साथ है? ऐसी कांग्रेस को हरियाणा का किसान, हरियाणा का नौजवान और हरियाणा की माताएं-बहनें क्यों पसंद करेगी, क्यों वोट देगी?

साथियों,

आज 28 सितंबर है। मैं आपको याद करता हूं। 28 सितंबर की रात को ही हमने सर्जिकल स्ट्राइक की थी। भारत ने आतंक के आकाओं को बता दिया था कि भारत अब घर में घुसकर मारता है। और कांग्रेस ने क्या किया था? कांग्रेस ने हमारी सेना से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे थे। यही कांग्रेस है जिसने हमारे सेनाध्यक्ष तक को गली का गुंडा कहा था। कांग्रेस ने हमारी सेना के बजाय दुश्मनों के झूठ पर विश्वास किया। क्या देशभक्त हरियाणा के लोग ऐसी कांग्रेस को बर्दाश्त करेंगे?

साथियों,

यही कांग्रेस है जिसने दशकों तक हमारे फौजी परिवारों को वन रैंक वन पेंशन नहीं दी। कांग्रेस, सिर्फ 500 करोड़ रुपए दिखाकर झूठ बोलती थी कि वन रैंक वन पेंशन लागू करेगी। मैंने हरियाणा के रेवाड़ी से ही, अपने सभी फौजी परिवारों को गारंटी दी थी कि प्रधानमंत्री बनते ही OROP लागू करुंगा। हमारी सरकार OROP के एक लाख 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा, पूर्व फौजिय़ों को दे चुकी है। यहां हरियाणा के डेढ़ लाख पूर्व सैनिकों को भी 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा पैसे उनके खातों में जमा हो चुके हैं। वन रैंक वन पेंशन (OROP) उदाहरण है कि कांग्रेस कभी फौजियों का भला नहीं सोच सकती।

साथियों,

भारत में आज अगर सबसे बड़ा सांप्रदायिक दल कोई है, तो वो सांप्रदायिक दल भी कांग्रेस पार्टी है। कांग्रेस की सांप्रदायिकता की सजा हरियाणा भी भुगत रहा है। कांग्रेस तुष्टिकरण के लिए ऐसी मानसिकता को बढ़ावा दे रही है, जिससे हमारी बहन-बेटियों पर हमले हो रहे हैं। आपने कांग्रेस के विधायक की धमकी जरूर सुनी होगी। वो कहता है कि कांग्रेस जीती तो लोगों को अपना घरवार छोड़ना होगा। अभी ये आलम है। सत्ता तो मिली नहीं है, मिलने की संभावना नहीं है। लेकिन जनता के ऊपर जुल्म करने की बातें कर रहे हैं। अगर ऐसे लोगों को सत्ता मिल गई तो क्या होगा, सोचकर भी रौंगटे खड़े हो जाते हैं। इसलिए हरियाणा के हर वोटर से मैं कहूंगा कि, जब भी वोट डालने जाना तो ऐसी धमकियों को ज़रूर याद रखना।

साथियों,

हरियाणा की जनता और हरियाणा भाजपा के कार्यकर्ता, एक साथ मिलकर, विकास को नई गति देने के लिए तैयार हैं। ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे बूथ स्तर के भाजपा कार्यकर्ताओं से पिछले दिनों बातचीत करने का अवसर मिला। दो दिन पहले अनेक साथियों से मेरी चर्चा हुई। उनका आत्मविश्वास देखकर, मेरा विश्वास और ज्यादा बढ़ गया है। मैं हरियाणा के सभी भाजपा कार्यकर्ता से भी कहूंगा- हरियाणा हांगे का प्रदेश स// पूरा हांगा ला दियो ! हमें दिन रात जुटना है। बूथ तक के // सारे साथी लाणे पड़ेंगे // ईबकै// सारी कसर काढ़ द्यांगे।

साथियों,

चुनाव लोकतंत्र का इतना बड़ा उत्सव है। इसमें सभी कार्यकर्ताओं का साथ आना ज़रूरी है। सब नै मना कै साथ ला ल्यो// तीसरी बार// फेर सरकार बणाणी सै। और मैं अभी जब नीचे सबसे मिल रहा था तो सब पुरानी-पुरानी बातें याद करा रहे थे। कई लोग बता रहे थे आप मेरे घर आए थे। आपने मेरे यहां खाना खाया था। आप मेरे स्कूटर पर आए थे। सारे पुराने-पुराने साथी अभी मिलते हैं तो याद कराते हैं। एक साथी ने याद कराया कि मैं जब यहां चुनाव लड़वाता था हरियाणा में। बोले वो मंत्र जरूर दीजिए। मैं हमेशा कहता था सबसे मजबूत मेरा पोलिंग बूथ। यही हमारा मंत्र होना चाहिए। और मैं आज हिसार में सार्वजनिक रूप से कहता हूं। मैं हर भाजपा समर्थक को, हर भाजपा कार्यकर्ता को कहूंगा कि आप कागज पर पांच परिवार के नाम लिख दीजिए और तय कीजिए कि इन पांच परिवारों के सबके-सबके वोट पड़ेंगे और भाजपा के कमल पर ही बटन दबेगा। अगर एक-एक कार्यकर्ता पांच परिवार की चिंता कर ले, आने वाले पांच-छह दिन। मैं पक्का मानता हूं हरियाणा में पुराने सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे। मैं एक बार फिर इतनी बड़ी संख्या में यहां आने के लिए आप सभी को धन्यवाद देता हूं। हमारे सभी उम्मीदवारों से मेरा आग्रह है जरा आगे आ जाएं। आप सबके आशीर्वाद उनको मिले, ये प्रार्थना करने के लिए मैं आया हूं।

मेरे साथ बोलिए,
भारत माता की जय,
भारत माता की जय,
भारत माता की जय।
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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It is a celebration of India's incredible sporting talent and showcases the spirit of athletes from across the country: PM
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We are creating more and more opportunities for our athletes so they can enhance their potential to the fullest: PM
India is making a strong push to host the 2036 Olympics: PM
The National Games is more than just a sporting event, It is a great platform to showcase the spirit of 'Ek Bharat, Shreshtha Bharat,’ It is a celebration of India's rich diversity and unity: PM

भारत माता की जय!

देवभूमि उत्तराखंड के गवर्नर गुरमीत सिंह जी, युवा मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी, मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी अजय टम्टा जी, रक्षा खडसे जी, उत्तराखंड असेंबली की स्पीकर रितु खंडूरी जी, स्पोर्ट्स मिनिस्टर रेखा आर्य जी, कॉमनवेल्थ गेम्स के प्रेसिडेंट क्रिस जेनकिंस जी, IOA की प्रेसिडेंट पी.टी. ऊषा जी, सांसद महेंद्र भट्ट जी, राष्ट्रीय खेलों में शामिल होने आए देशभर के सभी खिलाड़ी, अन्य महानुभाव!

देवभूमि आज युवा ऊर्जा से और दिव्य हो उठी है। बाबा केदार, बद्रीनाथ जी, मां गंगा के शुभाशीष के साथ, आज नेशनल गेम्स शुरु हो रहे हैं। ये वर्ष उत्तराखंड के निर्माण का 25वां वर्ष है। इस युवा राज्य में, देश के कोने-कोने से आए हजारों युवा अपना सामर्थ्य दिखाने वाले हैं। एक भारत-श्रेष्ठ भारत की बड़ी सुंदर तस्वीर यहां दिख रही है। नेशनल गेम्स में इस बार भी कई देसी पारंपरिक खेलों को शामिल किया गया है। इस बार के नेशनल गेम्स, एक प्रकार से ग्रीन गेम्स भी हैं। इसमें environment friendly चीजों का काफी इस्तेमाल हो रहा है। नेशनल गेम्स में मिलने वाले सभी मेडल और ट्रॉफियां भी ई-वेस्ट से बनी हैं। मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों के नाम पर यहां एक पौधा भी लगाया जाएगा। ये बहुत ही अच्छी पहल है। मैं सभी खिलाड़ियों को, बेहतरीन प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं देता हूं। मैं धामी जी और उनकी पूरी टीम को, उत्तराखंड के हर नागरिक को इस शानदार आयोजन के लिए बधाई देता हूं।

साथियों,

हम अक्सर सुनते हैं, सोना तप कर खरा होता है। हम खिलाड़ियों के लिए भी ज्यादा से ज्यादा मौके बना रहे हैं, ताकि वे अपने सामर्थ्य को और निखार सकें। आज साल भर में कई टूर्नामेंट्स आयोजित किए जा रहे हैं। खेलो इंडिया सीरीज में कई सारे नए टूर्नामेंट्स जोड़े गए हैं। खेलो इंडिया यूथ गेम्स की वजह से यंग प्लेयर्स को आगे बढ़ने का मौका मिला है यूनिवर्सिटी गेम्स, यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को नए अवसर दे रहे हैं। खेलो इंडिया पैरा गेम्स से पैरा एथलीट्स की परफॉर्मेंस नए-नए अचीवमेंट कर रही है। अभी कुछ दिन पहले ही लद्दाख में खेलो इंडिया विंटर गेम्स का पांचवां एडिशन शुरू हो चुका है। पिछले साल ही हमने बीच गेम्स का आयोजन किया था।

और साथियों,

ऐसा नहीं है कि ये सारे काम सिर्फ सरकार ही करा रही है। आज भाजपा के सैकड़ों सांसद नए टैलेंट को आगे लाने के लिए अपने क्षेत्रों में सांसद खेल कूद स्पर्धा करा रहे हैं। मैं भी काशी का सांसद हूं, अगर मैं सिर्फ अपने संसदीय क्षेत्र की बात करूं, तो सांसद खेल प्रतियोगिता में हर साल काशी संसदीय क्षेत्र में करीब ढाई लाख युवाओं को खेलने का, खिलने का मौका मिल रहा है। यानि देश में खेलों का एक खूबसूरत गुलदस्ता तैयार हो गया है, जिसमें हर सीजन में फूल खिलते हैं, लगातार टूर्नामेंट होते हैं।

साथियों,

हम स्पोर्ट्स को भारत के सर्वांगीण विकास का एक प्रमुख माध्यम मानते हैं। जब कोई देश स्पोर्ट्स में आगे बढता है, तो देश की साख भी बढ़ती है, देश का प्रोफाइल भी बढ़ता है। इसलिए, आज स्पोर्ट्स को भारत के विकास से जोड़ा जा रहा है। हम इसे भारत के युवाओं के आत्मविश्वास से जोड़ रहे हैं। आज भारत, दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनने की ओर अग्रसर है, इसमें स्पोर्ट्स इकोनॉमी का बड़ा हिस्सा हो, ये हमारा प्रयास है। आप जानते हैं, किसी स्पोर्ट्स में सिर्फ एक खिलाड़ी ही नहीं खेलता, उसके पीछे एक पूरा इकोसिस्टम होता है। कोच होते हैं, ट्रेनर होते हैं, न्यूट्रिशन और फिटनेस पर ध्यान देने वाले लोग होते हैं, डॉक्टर होते हैं, इक्विपमेंट्स होते हैं। यानि इसमें सर्विस और मैन्युफैक्चरिंग, दोनों के लिए स्कोप होता है। ये जो अलग-अलग स्पोर्ट्स का सामान पूरी दुनिया के खिलाड़ी यूज़ करते हैं, भारत उनका क्वालिटी मैन्युफेक्चरर बन रहा है। यहां से मेरठ ज्यादा दूर नहीं है। वहां स्पोर्ट्स का सामान बनाने वाली, 35 हज़ार से ज्यादा छोटी-बड़ी फैक्ट्रियां हैं। इनमें तीन लाख से अधिक लोग काम कर रहे हैं। ये इकोसिस्टम देश के कोने-कोने में बने, आज देश इसके लिए काम कर रहा है।

साथियों,

कुछ समय पहले मुझे दिल्ली में अपने आवास पर ओलंपिक्स टीम से मिलने का अवसर मिला। बातचीत के दौरान एक साथी ने, पीएम की नई परिभाषा बताई थी। उन्होंने कहा कि देश के खिलाड़ी मुझे पीएम यानि प्राइम मिनिस्टर नहीं, बल्कि परम मित्र मानते हैं। आपका ये विश्वास ही मुझे ऊर्जा देता है। मेरा आप सभी के टैलेंट पर, आपके सामर्थ्य पर पूरा भरोसा है, हमारी पूरी कोशिश है, आपका सामर्थ्य बढ़े, आपके खेल में और निखार आए। बीते 10 सालों में देखिए, आपके टैलेंट को सपोर्ट करने पर हमने निरंतर फोकस किया है। 10 साल पहले स्पोर्ट्स का जो बजट था, वो आज तीन गुना से ज्यादा हो चुका है। TOPS स्कीम के तहत ही देश के दर्जनों खिलाड़ियों पर सैकड़ों करोड़ रुपए का निवेश किया जा रहा है। खेलो इंडिया प्रोग्राम के तहत देशभर में आधुनिक स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया जा रहा है। आज स्कूल में भी स्पोर्ट्स को मेनस्ट्रीम किया गया है। देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी भी मणिपुर में बन रही है।

साथियों,

सरकार के इन प्रयासों का नतीजा हम ग्राउंड पर देख रहे हैं, मेडल टैली में दिखाई दे रहे हैं। आज हर इंटरनेशनल इवेंट में भारतीय खिलाड़ी अपना परचम लहरा रहे हैं। ओलंपिक्स और पैरालंपिक्स में, हमारे खिलाड़ियों ने कितना अच्छा प्रदर्शन किया है। उत्तराखंड से भी कितने ही खिलाड़ियों ने मेडल जीते हैं। मुझे खुशी है कि बहुत से मेडल विनर आज आपका हौसला बढ़ाने के लिए यहां इस वेन्यू पर भी आए हैं।

साथियों,

हॉकी में पुराने गौरवशाली दिन वापस लौट रहे हैं। अभी कुछ दिन पहले ही हमारी खो-खो टीम ने वर्ल्ड कप जीता है। हमारे गुकेश डी. ने विश्व शतरंज चैंपियनशिप का खिताब जीता, तो दुनिया हैरान रह गई। कोनेरू हम्पी, महिला विश्व रैपिड शतरंज चैंपियन बनीं, ये सफलता दिखाती है कि भारत में कैसे स्पोर्ट्स अब सिर्फ Extra-Curricular Activity नहीं रह गया है। अब हमारे युवा Sports को प्रमुख Career Choice मानकर काम कर रहे हैं।

साथियों,

जैसे हमारे खिलाड़ी हमेशा बड़े लक्ष्य लेकर चलते हैं, वैसे ही, हमारा देश भी बड़े संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है। आप सभी जानते हैं कि भारत, 2036 ओलंपिक्स की मेज़बानी के लिए पूरा ज़ोर लगा रहा है। जब भारत में ओलंपिक होगा, तो वो भारत के स्पोर्ट्स को एक नए आसमान पर ले जाएगा। ओलंपिक्स सिर्फ एक खेल का आयोजन भर नहीं होता, दुनिया के जिन देशों में भी ओलंपिक्स होता है, वहां अनेक सेक्टर्स को गति मिलती है। ओलंपिक्स के लिए जो स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर बनता है, उससे भी रोजगार बनता है। भविष्य में खिलाड़ियों के लिए बेहतर सुविधाएं बनती हैं। जिस शहर में ओलंपिक होता है, वहां नया कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर बनता है। इससे कंस्ट्रक्शन से जुड़ी इंडस्ट्री को बल मिलता है, ट्रांसपोर्ट से जुड़ा सेक्टर आगे बढ़ता है। और सबसे बड़ा फायदा तो देश के टूरिज्म को मिलता है। अनेकों नए होटल बनते हैं, दुनिया भर से लोग ओलंपिक्स में हिस्सा लेने और गेम्स देखने आते हैं। इसका पूरे देश को फायदा होता है। जैसे ये नेशनल गेम्स का आयोजन, यहां देवभूमि उत्तराखंड में हो रहा है। यहां जो दर्शक, देश के दूसरे हिस्से से आएंगे, वो उत्तराखंड के दूसरे हिस्सों में भी जाएंगे। यानि स्पोर्ट्स के एक इवेंट से सिर्फ खिलाड़ियों को ही फायदा नहीं होता, बल्कि बहुत से अन्य सेक्टर्स की इकोनॉमी भी इससे ग्रो करती है।

साथियों,

आज दुनिया कह रही है, 21वीं सदी भारत की सदी है। और यहां बाबा केदार के दर्शन के बाद मेरे मुंह से, मेरे दिल से अचानक ही निकला था- ये उत्तराखंड का दशक है। मुझे खुशी है कि उत्तराखंड तेज़ी से प्रगति कर रहा है। कल ही उत्तराखंड देश का ऐसा राज्य बना है, जिसने यूनिफॉर्म सिविल कोड, समान नागरिक संहिता लागू की, मैं कभी-कभी इसे सेक्‍युलर सिविल कोड भी कहता हूं। समान नागरिक संहिता, हमारी बेटियाँ, माताओं-बहनों के गरिमापूर्ण जीवन का आधार बनेगी। यूनिफॉर्म सिविल कोड से लोकतंत्र की स्पिरिट को मजबूती मिलेगी, संविधान की भावना मजबूत होगी। और मैं आज यहां स्पोर्ट्स के इस इवेंट में हूं, तो इसे मैं आपसे जोड़कर भी देखता हूं। स्पोर्ट्स-मैन-शिप हमें भेदभाव की हर भावना से दूर करती है, हर जीत, हर मेडल के पीछे का मंत्र होता है- सबका प्रयास। स्पोर्ट्स से हमें टीम भावना के साथ खेलने की प्रेरणा मिलती है। यही भावना यूनिफॉर्म सिविल कोड की भी है। किसी से भेदभाव नहीं, हर कोई बराबर। मैं उत्तराखंड की भाजपा सरकार को इस ऐतिहासिक कदम के लिए बधाई देता हूं।

साथियों,

उत्तराखंड में पहली बार, इतने बड़े पैमाने पर इस तरह के नेशनल इवेंट का आयोजन हो रहा है। ये अपने आप में बहुत बड़ी बात है। इससे यहां रोजगार के भी ज्यादा अवसर बनेंगे, यहां के युवाओं को यहीं पर काम मिलेगा। उत्तराखंड को अपने विकास के लिए और भी नए रास्ते बनाने ही होंगे। अब जैसे उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था सिर्फ चार धाम यात्राओं पर निर्भर नहीं रह सकती। सरकार आज सुविधाएं बढ़ाकर इन यात्राओं का आकर्षण लगातार बढ़ा रही है। हर सीजन में श्रद्धालुओं की संख्या भी नए रिकॉर्ड बना रही है। लेकिन इतना काफी नहीं है। उत्तराखंड में शीतकालीन आध्यात्मिक यात्राओं को भी प्रोत्साहित करना जरूरी है। मुझे खुशी है कि इस दिशा में भी उत्तराखंड में कुछ नए कदम उठाए गए हैं।

साथियों,

उत्तराखंड एक प्रकार से मेरा दूसरा घर है। मेरी भी इच्छा है कि मैं शीतकालीन यात्राओं का हिस्सा बनूं। मैं देशभर के युवाओं से भी कहूंगा कि सर्दियों में जरूर उत्तराखंड आएं। तब यहां श्रद्धालुओं की संख्या भी उतनी नहीं होती। आपके लिए एडवेंचर से जुड़ी एक्टिविटीज़ की बहुत संभावना यहां पर है। आप सभी एथलीट्स भी नेशनल गेम्स के बाद इनके बारे में जरूर पता करिएगा और हो सके तो देवभूमि के आतिथ्य का और ज्यादा दिनों तक आनंद उठाइएगा।

साथियों,

आप सभी अपने-अपने राज्यों को रिप्रज़ेंट करते हैं। आने वाले दिनों में आप यहां कड़ी स्पर्धा करेंगे। अनेक नेशनल रिकॉर्ड टूटेंगे, नए रिकॉर्ड बनेंगे। आप पूरे सामर्थ्य के अनुसार अपना शत-प्रतिशत देंगे, लेकिन मेरा आपसे कुछ आग्रह भी हैं। ये नेशनल गेम्स सिर्फ खेल की ही स्पर्धा नहीं है, ये एक भारत श्रेष्ठ भारत का भी एक मजबूत मंच है। ये भारत की विविधता को सेलिब्रेट करने का आयोजन है। आप कोशिश करें, आपके मेडल में, भारत की एकता और श्रेष्ठता की चमक भी नजर आए। आप यहां से देश के अलग-अलग राज्यों की भाषा, खान-पान, गीत-संगीत की बेहतर जानकारी लेकर जाएं। मेरा एक आग्रह स्वच्छता को लेकर भी है। देवभूमि के निवासियों के प्रयासों से उत्तराखंड प्लास्टिक मुक्त बनने की दिशा में काफी मेहनत कर रहा है, आगे बढ़ने का प्रयास कर रहा है। प्लास्टिक मुक्त उत्तराखंड का संकल्प, आपके सहयोग के बिना पूरा नहीं हो सकता। इस अभियान को सफल बनाने में जरूर अपना योगदान दें।

साथियों,

आप सभी फिटनेस का महत्व समझते हैं। इसलिए मैं आज एक ऐसी चुनौती की बात भी करना चाहता हूं, जो बहुत जरूरी है। आंकड़े कहते हैं कि हमारे देश में Obesity की, मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है। देश का हर एज ग्रुप, और य़ुवा भी इससे बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं। और ये चिंता की बात इसलिए भी है, क्योंकि Obesity, मोटापे की वजह से Diabetes, Heart disease जैसी बीमारियों का रिस्क बढ़ रहा है। मुझे संतोष है कि आज देश Fit India Movement के माध्यम से फिटनेस और Healthy Lifestyle के लिए जागरूक हो रहा है। ये नेशनल गेम्स भी, हमें ये सिखाते हैं कि Physical Activity, Discipline और Balanced Life कितनी जरूरी है। आज मैं देशवासियों से कहूंगा, दो चीजों पर जरूर फोकस करें। ये दो चीजें, Exercise और Diet से जुड़ी हैं। हर दिन, थोड़ा सा समय निकालकर एक्सरसाइज जरूर करिए। टहलने से लेकर वर्क-आउट करने तक, जो भी संभव हो अवश्य कीजिए। दूसरा ये कि अपनी Diet पर फोकस कीजिए। Balanced Intake पर आपका फोकस हो और खाना न्यूट्रिशियस हो, पौष्टिक हो।

एक और चीज हो सकती है। अपने खाने में अन-हेल्दी फैट, तेल को थोड़ा कम करें। अब जैसे हमारे सामान्य घरों में, महीने की शुरुआत में राशन आता है। अब तक अगर आप हर महीने दो लीटर खाने का तेल घर लाते थे, तो इसमें कम से कम 10 प्रतिशत की कटौती करिए। हम हर दिन जितना तेल यूज करते हैं, उसको 10 परसेंट कम करें। ये Obesity से बचने के कुछ रास्ते हमें खोजने पड़ेंगे। ऐसे छोटे-छोटे कदम उठाने से आपकी हेल्थ में बहुत बड़ा चेंज आ सकता है। और यही तो हमारे बड़े-बुजुर्ग करते थे। वो ताजी चीजें, नैचुरल चीजें, Balanced Meals खाते थे। एक स्वस्थ तन ही, स्वस्थ मन और स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण कर सकता है। मैं राज्य सरकारों, स्कूलों, ऑफिसों और Community Leaders से भी कहूंगा कि वो इसे लेकर जागरूकता फैलाएं, आप सभी को तो बहुत सारा प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस है। मैं चाहता हूं कि आप सही Nutrition की जानकारी निरंतर लोगों तक पहुंचाएं। आइए, हम सब मिलकर एक ‘फिट इंडिया’ बनाएं, इसी आह्वान के साथ।

साथियों,

वैसे मेरा दायित्व होता है नेशनल गेम्स की शुरुआत करवाने का, लेकिन मैं आज आप सबको जोड़कर करना चाहता हूं। तो इस गेम्‍स के शुभारंभ के लिए आप अपने मोबाइल के फ्लैश लाइट चालू कीजिए, आप सब। आप सब अपने मोबाइल के फ्लैश लाइट चालू कीजिए। सबके-सबके मोबाइल के फ्लैश लाइट चालू हों, आप सबके मोबाइल के फ्लैश लाइट चालू हों। आप सबके साथ मिलकर मैं 38वें नेशनल गेम्स की शुरुआत की घोषणा करता हूं। एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

धन्यवाद !