Modi is tirelessly working day and night to change your lives: PM Modi at Dharashiv rally
Serious allegations have been made against the Congress Party and its members for creating fake videos: PM Modi against the Opposition

भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।

महाराष्ट्राची कुलस्वामिनी आई तुलजाभवानी ला नमन करतो !

मां तुलजाभवानी ने यहां छत्रपति शिवाजी महाराज को विजयी होने का आशीर्वाद दिया था। और आज मैं भी इस धरती पर जनता जनार्दन से आशीर्वाद लेने आया हूं। आशीर्वाद शक्तिशाली भारत के लिए...आशीर्वाद विकसित भारत बनाने के लिए...आपका ये आशीर्वाद ही गारंटी दे रहा है-फिर एक बार...मोदी सरकार! फिर एक बार...मोदी सरकार! फिर एक बार...मोदी सरकार!

भाइयों और बहनों,

ये चुनाव भारत के स्वाभिमान का है। आपने 10 साल पहले का समय देखा है। आप आज का समय भी आप देख रहे हैं। आज दुनिया, उस भारत को जानती है... जो दुनिया के विकास को गति दे रहा है। जिसका चंद्रयान वहां पहुंचाता है, जहां कोई नहीं पहुंचा। जो एक साथ 100 सैटेलाइट भेजता है। जो गगनयान को अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी कर रहा है। वो भारत जिसने अपनी मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन बनाई... वो भारत जिसने दुनिया के करोड़ों लोगों की जान बचाई। वो भारत जो बड़े से बड़े युद्ध से गोलाबारी के बीच से अपने नागरिकों को सुरक्षित निकाल लाता है। भाइयों-बहनों पहले ऐसा कभी होता था। पहले आतंकी हमला करके भाग जाते थे… कांग्रेस की सरकार रोती रहती थी, दुनियाभर में जाकर कहती थी बचाओ... बचाओ। पहले जिसे देखो वो भारत को आंख दिखा देता था। और कांग्रेस की सरकार क्या करती थी? अमन की आशा का राग अलापती थी। अब आप मुझे बताइए, जो सरकार खुद ही कमजोर हो, वो देश कैसे मजबूत बनाती। क्या कमजोर सरकार मजबूत देश बना सकती है? जिसका खुद का ठिकाना ना हो कि ना जाने कब गिर जाएगी, वो कांग्रेस सरकार भारत को नई ऊंचाई दे सकती है?

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस पार्टी की एक पहचान रही है- विश्वासघात, विश्वासघात, विश्वासघात। मराठ-वाड़ा की इस धरती को भी कांग्रेस ने एक ही चीज दी है...विश्वासघात, विश्वासघात, विश्वासघात। कांग्रेस 60 साल तक सत्ता में रही, लेकिन किसान के खेत में पानी नहीं पहुंचा पाई। आप मुझे बताइए, मराठ-वाड़ा वॉटर ग्रिड परियोजना को किसने रोका था? ऐसे नहीं चलेगा भाई। आपको जवाब देना पड़ेगा। किसने रोका था। जलयुक्त शिवार योजना को किसने रोका था? जिन्होंने आपका पानी रोका, आप उनको वोट देंगे क्या?

साथियों,

ये मोदी है। मोदी समस्याएं टालता नहीं, उनसे टकराता है। हर घर पानी पहुंचाना...हर खेत पानी पहुंचाना...ये मोदी का मिशन है। अभी तो मोदी को 10 साल ही हुए हैं। 10 साल में पानी के लिए जितना काम मोदी ने किया है...उतना कांग्रेस अपने 60 साल में नहीं कर पाई। सिर्फ 5 साल में...ध्यान दीजिए...सिर्फ 5 साल में...5 साल में मोदी ने महाराष्ट्र के 75 लाख से ज्यादा घरों को नल कनेक्शन से जोड़ा है। मोदी ने हर खेत तक पानी लाने का भी बीड़ा उठाया हुआ है। यहां महाराष्ट्र में कांग्रेस ने 26 सिंचाई परियोजनाएं दशकों से लटका कर रखी थीं। अब कांग्रेस नेताओं के बंगले में, इंडी अघाड़ी वालों के बंगले में तो पानी आता था। वो आपकी चिंता क्यों करते? इसलिए उन्होंने आपको अपने हाल पर छोड़ दिया था। कांग्रेस ने जिन सिंचाई योजनाओं को दशकों तक अधूरा रहने दिया, उन्हें अब मोदी पूरा कर रहा है। इसके अलावा भी मोदी नई सिंचाई परियोजनाएं शुरू करवा रहा है। यहां हमारे साथी एकनाथ जी, देवेंद्र जी, अजीत दादा के नेतृत्व में इसके लिए बहुत तेजी से काम हो रहा है।

साथियों,

किसानों से विश्वासघात का कांग्रेस का एक और तरीका रहा है। ये तरीका है- झूठे पैकेज देने का। इस पैकेज का लाभ असली किसान तक पहुंचता ही नहीं था। फिर ये पैसा कहां जाता था? ये पैसा कांग्रेस का पंजा छीन लेता था। मोदी ने ये खेल भी बंद कर दिया है। आप सबको पीएम किसान सम्मान निधि के बारे में पता है। इससे 3 लाख करोड़ रुपए देश के किसानों को मिले हैं। यहां धाराशिव के किसानों के खाते में भी 800 करोड़ रुपए NDA सरकार ने भेजे हैं। और आप मुझे बताइए, एक भी पैसे की लूट हुई क्या?

साथियों,

कांग्रेस की सरकार थी, तो किसानों के हिस्से की खाद भी, फर्टिलाइजर भी लुट जाती थी। केमिकल की फैक्टरियों में चली जाती थी। किसानों को यूरिया के लिए लाठियां खानी पड़ती थीं। लेकिन 10 सालों में किसानों को हमने यूरिया की कमी नहीं आने दी। पिछले साल ही हमने खाद पर ढाई लाख करोड़ रुपए की सब्सीडी दी है। यूरिया की जो बोरी 3 हजार रुपए की पड़ती है, वो आपको मोदी 300 रुपए से भी कम कीमत में दे देता है। और मोदी सिर्फ इतने पर ही नहीं रुका है। आपने नैनो यूरिया और नैनो डैप के बारे में भी सुना होगा। हमारे वैज्ञानिक एक बोरी खाद की, एक बोरी यूरिया की ताकत अब एक बोतल में ले लाए हैं। जो काम एक बोरी यूरिया करता है, एक बोतल नैनो यूरिया करता है। ये आपके बहुत काम आने वाली है। साथियों, अब सूखा हो, ओला वृष्टि हो, बारिश हो, हमारे किसानों पर मौसम की तरह-तरह से मार पड़ती रही है। पहले ऐसे किसानों को सौ तरह की मुश्किलें आती थीं। ऐसे किसानों को पीएम फसल बीमा योजना से बड़ी मदद मिली है। उन्हें बहुत मामूली प्रीमियम के बदले डेढ़ लाख करोड़ रुपए का क्लेम मिला है।

साथियों,

आज कांग्रेस के लोग, अघाड़ी के लोग, किसानों के लिए बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। लेकिन इन्होंने किया क्या, आज जरा मैं इनका कच्चा चिट्ठा भी खोलना चाहता हूं। मैं हमारे सोयाबीन किसानों से कहूंगा कि मेरी बात ध्यान से सुनें। 2014 से पहले 10 सालों में सिर्फ 12 हजार करोड़ रुपए का दलहन-तिलहन, कांग्रेस सरकार ने खरीदा। जबकि बीते 10 सालों में मोदी सरकार ने कितनी खरीद की? हमने करीब सवा लाख करोड़ रुपए दलहन-तिलहन किसानों को MSP के रूप में पहुंचाए हैं। यानि NDA ने दलहन-तिलहन के किसानों को कांग्रेस के मुकाबले 10 गुना ज्यादा पैसा दिया है। और ये तो सिर्फ ट्रेलर है। अब मोदी का मिशन, देश को दलहन और तिलहन में आत्मनिर्भर बनाने का है। आपको पता है ना...दाल और तेल खरीदने के लिए हर साल हमारा देश हज़ारों करोड़ रुपए विदेश भेजते हैं। मोदी ने ठान लिया है कि वो पैसा विदेश नहीं जाएगा मेरे किसानों की जेब में जाएगा। इसलिए हम भारत को आत्मनिर्भर बना रहे हैं।

साथियों,

ये हमारा महाराष्ट्र तो सहकारिता की धरती है। NDA सरकार, खेती में सहकारिता का दायरा बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही है। बीते 10 साल में 8000 से ज्यादा किसान उत्पाद संघ-FPO बने हैं। हमने एक और बड़ा काम किया है। हमने दुनिया की सबसे बड़ी भंडारण योजना बनाई है। इसके तहत देश में हजारों गोदाम बनाए गए हैं। और इसका जिम्मा भी सहकारी संस्थाओं को दिया है। साथियों, इस क्षेत्र में ज्वार की पैदावार होती है। मोदी ने इस मोटे अनाज यानि मिलेट्स को श्रीअन्न के नाम से पहचान बनाई है। मोदी ने संकल्प लिया है, आपका जो ये श्री अन्न है, उसे दुनिया के कोने-कोने में डायनिंग टेबल पर पहुंचाउंगा। इसका बहुत बड़ा लाभ ये हमारे छोटे किसानों को मिलेगा, जो ज्वार पैदा करते हैं। आपको खुशी होगी भाई जब काम करते हैं तो प्रभाव कैसा होता है। अभी कुछ समय पहले अमेरिका के राष्ट्रपति ने मुझे अमेरिका आने का निमंत्रण दिया। और उनके व्हाइट हाउस में बहुत बड़ा भोज समारोह किया। मैं हिंदुस्तान का पहला प्रधानमंत्री था जिसके लिए इतना बड़ा समारोह हुआ। लेकिन मजा इस बात की है कि अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन ने उस रात को भोजन में सबके टेबल ये हमारा श्रीअन्न मिलेट्स परोसा था सबको। ये सुपरफूड के रूप में आज दुनिया में जानने लगे हैं लोग।

साथियों,

मोदी दिन-रात काम करता है आपका जीवन बदलने के लिए। आपका जीवन बदलने के लिए दिन रात एक कर देता हूं। ये इंडी अघाड़ी वाले मोदी को बदलने में पूरी ताकत लगा रहे हैं। मैं आपका जीवन बदलना चाहता हूं, वो मुझे बदलना चाहते हैं। जिनके घोटाले मैंने रोके हैं, वो मोदी पर गुस्सा करेंगे, ये बहुत स्वाभाविक है। वो मोदी को गालियां देते फिरंगे, अनगिनत झूठे आरोप लगाएंगे, और आजकल ये दिन-रात मोदी को गाली देने में लगे हैं। देश के लिए क्या करेंगे, उसके लिए कुछ नहीं है। मोदी को मारो, मोदी को पीटो, मोदी को गाली दो। और ये लोग आपको कैसे-कैसे डरा रहे हैं। कभी कहते हैं मोदी आया तो लोकतंत्र चला जाएगा। कभी कहते हैं तो संविधान को खतम कर देगा, आरक्षण छीन लेगा। ऐसा झूठ बोलने की जरूरत क्या पड़ गई भाई आपको। क्या आपके पास सच बोलने के लिए कोई जगह नहीं बची। साथियों, आज पार्लियामेंट हो या असेंबली, एससी-एसटी-ओबीसी सबसे ज्यादा एमएलसी बीजेपी-एनडीए के, सबसे ज्यादा एमएलए बीजेपी-एनडीए के, सबसे ज्यादा एमपी बीजेपी-एनडीए के। अब उनको लगा ये भी चले गए। ये आज इसलिए दलित, आदिवासी, पिछड़े ये हमारा समर्थन इसलिए कर रहे हैं कि हम जीजान से उनके कल्याण के लिए खप रहे हैं। अब इनकी हालत ये है, झूठ नहीं चलता है तो हमारा चेहरा उपयोग करके, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग करके उनकी मोहब्बत की दुकान में फेक वीडियो बिकने लगे हैं। ये फेक वीडियो बना रहे हैं, मोदी के भाषण को, मोदी की आवाज का उपयोग करके नई-नई चीजें गढ़ रहे हैं। कांग्रेस पार्टी इतनी कंगालियत पर पहुंच गई है, उसको पराजय का भय इतना सता रहा है। और कांग्रेस वाले लिख लो, आप लाख कोशिश करो, मुझे बताइए भाई, हमारे देश में किसी भी पार्टी को सरकार बनानी है तो 272 से ज्यादा सीटें चाहिए कि नहीं चाहिए। किसी को भी बहुमत चाहिए तो 272 से ज्यादा सीटें चाहिए कि नहीं चाहिए। ये इनका पूरे गठबंधन में एक भी पार्टी नहीं है जो 272 से ज्यादा चुनाव लड़ती हो। जिनका चुनाव में लड़ने के लिए जगह नहीं है, वो देश पे कब्जा जमाने के सपने देख रहे हैं। भाइयों-बहनों,ये झूठ की दुकान वाले, ये जो फेक वीडियो निकाल करके तालियां बजा रहे हैं, ये इनकी दुकानें बंद होनी चाहिए।

साथियों,

कांग्रेस की एक और चाल से आपको बहुत सावधान रहना है। कांग्रेस की नजर अब आपकी मेहनत की कमाई पर पड़ गई है। आप सबको मालूम है, हमारे देश में हर मां-बाप जीवनभर मेहनत करके कमा करके बचाने का प्रयास करता है। छोटी आय वाला भी मां-बाप होगा न वो भी कुछ बचाने की कोशिश करता है। उसके मन में एक ही बात रहती है कि मरने के बाद संतानों को कुछ देकर के जाना है। अब कांग्रेस पार्टी ने ये मन बना लिया है और उनके फिलॉसफर ने तो घोषणा भी कर दी है कि वो ऐसा कर लगाएंगे, ऐसा टैक्स लगाएंगे कि अब आप जो कमाया हुआ धन है, आपके पास जो स्त्रीधन पड़ा हुआ है, जो मंगलसूत्र पड़ा हुआ है। अब वो आप अपने बच्चों को नहीं दे पाएंगे। आधे से ऊपर ये कांग्रेस की सरकार मार लेगी। बोले एक्स-रे करेंगे। मोदी 4 करोड़ गरीबों को पक्के घर दे चुका है। मोदी ने 3 करोड़ नए घर बनाने की गारंटी दी है। मोदी स्वामित्व योजना से जमीन के कानूनी दस्तावेज़ दे रहा है, ताकि आपकी संतान संपत्ति के झगड़े में न डूबे, परेशानी न हो, उसका मालिक का हक बन जाए। लेकिन कांग्रेस क्या कह रही है? कांग्रेस कह रही है कि वो आपके घर और जमीनों पर छापा मारकर उसका आधा हिस्सा आपसे छीन करके अपने वोटबैंक में बांट देगी। और कांग्रेस के इरादे बहुत खतरनाक हैं। यहां जो रैली में हमारी माताएं-बहनें आई हैं, वो भी सुन लें। कांग्रेस, महिलाओं के गहने और मंगलसूत्र छीनने की तैयारी करके बैठी है। क्या यहां बैठी मेरी माताएं-बहनें ऐसी कांग्रेस को कभी स्वीकार कर सकती है क्या?

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस वो पार्टी है, जिसे भारत की विरासत से भी समस्या है। आज 500 साल बाद, अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन गया है। आज पूरी दुनिया से राम भक्त अयोध्या जा रहे हैं। लेकिन कांग्रेस ने, नकली शिवसेना और नकली राष्ट्रवादी ने प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण भी ठुकरा दिया। ऐसे लोग क्या आपके वोट के हकदार हैं? साथियों, NDA सरकार, भारत की विरासत को पूरी शान से अगली पीढ़ी तक पहुंचाने में जुटी है। यहां, मां तुलजाभवानी के मंदिर के विकास के लिए महायुती की सरकार पूरे भक्ति भाव से काम कर रही है। ये मंदिर संभाजीनगर-सोलापुर हाइवे से जुड़ चुका है। तुलजाभवानी के मंदिर को शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा। यहां लातूर से टेंभुणी के बीच भी महामार्ग बनाया जा रहा है। सोलापुर-तुलजापुर-धाराशिव का रेल मार्ग भी जल्दी पूरा हो जाएगा। इससे आपका शहर बहुत बड़ा जंक्शन हो जाएगा।

साथियों,

एक जमाना था, जब धाराशिव से सिर्फ एक ट्रेन चलती थी, आज ये संख्या दो दर्जन तक पहुंच रही है। लातूर की रेल कोच फैक्ट्री हो या फिर टेक्सटाइल पार्क इससे बड़ी संख्या में रोजगार भी पैदा हो रहा है। साथियों, ऐसे हर काम और जल्दी से जल्दी उसके फल आपको मिले, इसके लिए 7 मई को भारी संख्या में बहन अर्चना पाटिल के पक्ष में मतदान करना है। और जब आप बहन अर्चना जी को वोट देंगे न, वो वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा। वो वोट मोदी को मजबूती देगा। तो आप ज्यादा से ज्यादा मतदान करेंगे। कितनी भी गर्मी हो, मतदान करेंगे, ज्यादा से ज्यादा बूथ जीतेंगे। भारी बहुमत से जीतेंगे। अच्छा मेरा एक और काम करेंगे। जरा हाथ ऊपर करके बताइए तो मैं बताऊं। मेरा पर्सनल काम है करेंगे। ये चुनाव वाला काम नहीं है, निजी काम है करेंगे। देखिए आप घर-घर जाइएगा और हर घर जाकर कहिएगा कि मोदी जी आए थे, मोदी जी ने आपको नमस्कार भेजा है। मेरा नमस्कार पहुंचा देंगे।

बोलिए भारत माता की। भारत माता की। भारत माता की।

बहुत बहुत धन्यवाद।

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Assam has picked up a new momentum of development: PM Modi at the foundation stone laying of Ammonia-Urea Fertilizer Project in Namrup
December 21, 2025
Assam has picked up a new momentum of development: PM
Our government is placing farmers' welfare at the centre of all its efforts: PM
Initiatives like PM Dhan Dhanya Krishi Yojana and the Dalhan Atmanirbharta Mission are launched to promote farming and support farmers: PM
Guided by the vision of Sabka Saath, Sabka Vikas, our efforts have transformed the lives of poor: PM

उज्जनिर रायज केने आसे? आपुनालुकोलोई मुर अंतोरिक मोरोम आरु स्रद्धा जासिसु।

असम के गवर्नर लक्ष्मण प्रसाद आचार्य जी, मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा जी, केंद्र में मेरे सहयोगी और यहीं के आपके प्रतिनिधि, असम के पूर्व मुख्यमंत्री, सर्बानंद सोनोवाल जी, असम सरकार के मंत्रीगण, सांसद, विधायक, अन्य महानुभाव, और विशाल संख्या में आए हुए, हम सबको आशीर्वाद देने के लिए आए हुए, मेरे सभी भाइयों और बहनों, जितने लोग पंडाल में हैं, उससे ज्यादा मुझे वहां बाहर दिखते हैं।

सौलुंग सुकाफा और महावीर लसित बोरफुकन जैसे वीरों की ये धरती, भीमबर देउरी, शहीद कुसल कुवर, मोरान राजा बोडौसा, मालती मेम, इंदिरा मिरी, स्वर्गदेव सर्वानंद सिंह और वीरांगना सती साध`नी की ये भूमि, मैं उजनी असम की इस महान मिट्टी को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूँ।

साथियों,

मैं देख रहा हूँ, सामने दूर-दूर तक आप सब इतनी बड़ी संख्या में अपना उत्साह, अपना उमंग, अपना स्नेह बरसा रहे हैं। और खासकर, मेरी माताएँ बहनें, इतनी विशाल संख्या में आप जो प्यार और आशीर्वाद लेकर आईं हैं, ये हमारी सबसे बड़ी शक्ति है, सबसे बड़ी ऊर्जा है, एक अद्भुत अनुभूति है। मेरी बहुत सी बहनें असम के चाय बगानों की खुशबू लेकर यहां उपस्थित हैं। चाय की ये खुशबू मेरे और असम के रिश्तों में एक अलग ही ऐहसास पैदा करती है। मैं आप सभी को प्रणाम करता हूँ। इस स्नेह और प्यार के लिए मैं हृदय से आप सबका आभार करता हूँ।

साथियों,

आज असम और पूरे नॉर्थ ईस्ट के लिए बहुत बड़ा दिन है। नामरूप और डिब्रुगढ़ को लंबे समय से जिसका इंतज़ार था, वो सपना भी आज पूरा हो रहा है, आज इस पूरे इलाके में औद्योगिक प्रगति का नया अध्याय शुरू हो रहा है। अभी थोड़ी देर पहले मैंने यहां अमोनिया–यूरिया फर्टिलाइज़र प्लांट का भूमि पूजन किया है। डिब्रुगढ़ आने से पहले गुवाहाटी में एयरपोर्ट के एक टर्मिनल का उद्घाटन भी हुआ है। आज हर कोई कह रहा है, असम विकास की एक नई रफ्तार पकड़ चुका है। मैं आपको बताना चाहता हूँ, अभी आप जो देख रहे हैं, जो अनुभव कर रहे हैं, ये तो एक शुरुआत है। हमें तो असम को बहुत आगे लेकर के जाना है, आप सबको साथ लेकर के आगे बढ़ना है। असम की जो ताकत और असम की भूमिका ओहोम साम्राज्य के दौर में थी, विकसित भारत में असम वैसी ही ताकतवर भूमि बनाएंगे। नए उद्योगों की शुरुआत, आधुनिक इनफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण, Semiconductors, उसकी manufacturing, कृषि के क्षेत्र में नए अवसर, टी-गार्डेन्स और उनके वर्कर्स की उन्नति, पर्यटन में बढ़ती संभावनाएं, असम हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। मैं आप सभी को और देश के सभी किसान भाई-बहनों को इस आधुनिक फर्टिलाइज़र प्लांट के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएँ देता हूँ। मैं आपको गुवाहटी एयरपोर्ट के नए टर्मिनल के लिए भी बधाई देता हूँ। बीजेपी की डबल इंजन सरकार में, उद्योग और कनेक्टिविटी की ये जुगलबंदी, असम के सपनों को पूरा कर रही है, और साथ ही हमारे युवाओं को नए सपने देखने का हौसला भी दे रही है।

साथियों,

विकसित भारत के निर्माण में देश के किसानों की, यहां के अन्नदाताओं की बहुत बड़ी भूमिका है। इसलिए हमारी सरकार किसानों के हितों को सर्वोपरि रखते हुए दिन-रात काम कर रही है। यहां आप सभी को किसान हितैषी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। कृषि कल्याण की योजनाओं के बीच, ये भी जरूरी है कि हमारे किसानों को खाद की निरंतर सप्लाई मिलती रहे। आने वाले समय में ये यूरिया कारख़ाना यह सुनिश्चित करेगा। इस फर्टिलाइज़र प्रोजेक्ट पर करीब 11 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। यहां हर साल 12 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा खाद बनेगी। जब उत्पादन यहीं होगा, तो सप्लाई तेज होगी। लॉजिस्टिक खर्च घटेगा।

साथियों,

नामरूप की ये यूनिट रोजगार-स्वरोजगार के हजारों नए अवसर भी बनाएगी। प्लांट के शुरू होते ही अनेकों लोगों को यहीं पर स्थायी नौकरी भी मिलेगी। इसके अलावा जो काम प्लांट के साथ जुड़ा होता है, मरम्मत हो, सप्लाई हो, कंस्ट्रक्शन का बहुत बड़ी मात्रा में काम होगा, यानी अनेक काम होते हैं, इन सबमें भी यहां के स्थानीय लोगों को और खासकर के मेरे नौजवानों को रोजगार मिलेगा।

लेकिन भाइयों बहनों,

आप सोचिए, किसानों के कल्याण के लिए काम बीजेपी सरकार आने के बाद ही क्यों हो रहा है? हमारा नामरूप तो दशकों से खाद उत्पादन का केंद्र था। एक समय था, जब यहां बनी खाद से नॉर्थ ईस्ट के खेतों को ताकत मिलती थी। किसानों की फसलों को सहारा मिलता था। जब देश के कई हिस्सों में खाद की आपूर्ति चुनौती बनी, तब भी नामरूप किसानों के लिए उम्मीद बना रहा। लेकिन, पुराने कारखानों की टेक्नालजी समय के साथ पुरानी होती गई, और काँग्रेस की सरकारों ने कोई ध्यान नहीं दिया। नतीजा ये हुआ कि, नामरूप प्लांट की कई यूनिट्स इसी वजह से बंद होती गईं। पूरे नॉर्थ ईस्ट के किसान परेशान होते रहे, देश के किसानों को भी तकलीफ हुई, उनकी आमदनी पर चोट पड़ती रही, खेती में तकलीफ़ें बढ़ती गईं, लेकिन, काँग्रेस वालों ने इस समस्या का कोई हल ही नहीं निकाला, वो अपनी मस्ती में ही रहे। आज हमारी डबल इंजन सरकार, काँग्रेस द्वारा पैदा की गई उन समस्याओं का समाधान भी कर रही है।

साथियों,

असम की तरह ही, देश के दूसरे राज्यों में भी खाद की कितनी ही फ़ैक्टरियां बंद हो गईं थीं। आप याद करिए, तब किसानों के क्या हालात थे? यूरिया के लिए किसानों को लाइनों में लगना पड़ता था। यूरिया की दुकानों पर पुलिस लगानी पड़ती थी। पुलिस किसानों पर लाठी बरसाती थी।

भाइयों बहनों,

काँग्रेस ने जिन हालातों को बिगाड़ा था, हमारी सरकार उन्हें सुधारने के लिए एडी-चोटी की ताकत लगा रही है। और इन्होंने इतना बुरा किया,इतना बुरा किया कि, 11 साल से मेहनत करने के बाद भी, अभी मुझे और बहुत कुछ करना बाकी है। काँग्रेस के दौर में फर्टिलाइज़र्स फ़ैक्टरियां बंद होती थीं। जबकि हमारी सरकार ने गोरखपुर, सिंदरी, बरौनी, रामागुंडम जैसे अनेक प्लांट्स शुरू किए हैं। इस क्षेत्र में प्राइवेट सेक्टर को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। आज इसी का नतीजा है, हम यूरिया के क्षेत्र में आने वाले कुछ समय में आत्मनिर्भर हो सके, उस दिशा में मजबूती से कदम रख रहे हैं।

साथियों,

2014 में देश में सिर्फ 225 लाख मीट्रिक टन यूरिया का ही उत्पादन होता था। आपको आंकड़ा याद रहेगा? आंकड़ा याद रहेगा? मैं आपने मुझे काम दिया 10-11 साल पहले, तब उत्पादन होता था 225 लाख मीट्रिक टन। ये आंकड़ा याद रखिए। पिछले 10-11 साल की मेहनत में हमने उत्पादन बढ़ाकर के करीब 306 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच चुका है। लेकिन हमें यहां रूकना नहीं है, क्योंकि अभी भी बहुत करने की जरूरत है। जो काम उनको उस समय करना था, नहीं किया, और इसलिए मुझे थोड़ा एक्स्ट्रा मेहनत करनी पड़ रही है। और अभी हमें हर साल करीब 380 लाख मीट्रिक टन यूरिया की जरूरत पड़ती है। हम 306 पर पहुंचे हैं, 70-80 और करना है। लेकिन मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं, हम जिस प्रकार से मेहनत कर रहे हैं, जिस प्रकार से योजना बना रहे हैं और जिस प्रकार से मेरे किसान भाई-बहन हमें आशीर्वाद दे रहे हैं, हम हो सके उतना जल्दी इस गैप को भरने में कोई कमी नहीं रखेंगे।

और भाइयों और बहनों,

मैं आपको एक और बात बताना चाहता हूं, आपके हितों को लेकर हमारी सरकार बहुत ज्यादा संवेदनशील है। जो यूरिया हमें महंगे दामों पर विदेशों से मंगाना पड़ता है, हम उसकी भी चोट अपने किसानों पर नहीं पड़ने देते। बीजेपी सरकार सब्सिडी देकर वो भार सरकार खुद उठाती है। भारत के किसानों को सिर्फ 300 रुपए में यूरिया की बोरी मिलती है, उस एक बोरी के बदले भारत सरकार को दूसरे देशों को, जहां से हम बोरी लाते हैं, करीब-करीब 3 हजार रुपए देने पड़ते हैं। अब आप सोचिए, हम लाते हैं 3000 में, और देते हैं 300 में। यह सारा बोझ देश के किसानों पर हम नहीं पड़ने देते। ये सारा बोझ सरकार खुद भरती है। ताकि मेरे देश के किसान भाई बहनों पर बोझ ना आए। लेकिन मैं किसान भाई बहनों को भी कहूंगा, कि आपको भी मेरी मदद करनी होगी और वह मेरी मदद है इतना ही नहीं, मेरे किसान भाई-बहन आपकी भी मदद है, और वो है यह धरती माता को बचाना। हम धरती माता को अगर नहीं बचाएंगे तो यूरिया की कितने ही थैले डाल दें, यह धरती मां हमें कुछ नहीं देगी और इसलिए जैसे शरीर में बीमारी हो जाए, तो दवाई भी हिसाब से लेनी पड़ती है, दो गोली की जरूरत है, चार गोली खा लें, तो शरीर को फायदा नहीं नुकसान हो जाता है। वैसा ही इस धरती मां को भी अगर हम जरूरत से ज्यादा पड़ोस वाला ज्यादा बोरी डालता है, इसलिए मैं भी बोरी डाल दूं। इस प्रकार से अगर करते रहेंगे तो यह धरती मां हमसे रूठ जाएगी। यूरिया खिला खिलाकर के हमें धरती माता को मारने का कोई हक नहीं है। यह हमारी मां है, हमें उस मां को भी बचाना है।

साथियों,

आज बीज से बाजार तक भाजपा सरकार किसानों के साथ खड़ी है। खेत के काम के लिए सीधे खाते में पैसे पहुंचाए जा रहे हैं, ताकि किसान को उधार के लिए भटकना न पड़े। अब तक पीएम किसान सम्मान निधि के लगभग 4 लाख करोड़ रुपए किसानों के खाते में भेजे गए हैं। आंकड़ा याद रहेगा? भूल जाएंगे? 4 लाख करोड़ रूपया मेरे देश के किसानों के खाते में सीधे जमा किए हैं। इसी साल, किसानों की मदद के लिए 35 हजार करोड़ रुपए की दो योजनाएं नई योजनाएं शुरू की हैं 35 हजार करोड़। पीएम धन धान्य कृषि योजना और दलहन आत्मनिर्भरता मिशन, इससे खेती को बढ़ावा मिलेगा।

साथियों,

हम किसानों की हर जरूरत को ध्यान रखते हुए काम कर रहे हैं। खराब मौसम की वजह से फसल नुकसान होने पर किसान को फसल बीमा योजना का सहारा मिल रहा है। फसल का सही दाम मिले, इसके लिए खरीद की व्यवस्था सुधारी गई है। हमारी सरकार का साफ मानना है कि देश तभी आगे बढ़ेगा, जब मेरा किसान मजबूत होगा। और इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

साथियों,

केंद्र में हमारी सरकार बनने के बाद हमने किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा से पशुपालकों और मछलीपालकों को भी जोड़ दिया था। किसान क्रेडिट कार्ड, KCC, ये KCC की सुविधा मिलने के बाद हमारे पशुपालक, हमारे मछली पालन करने वाले इन सबको खूब लाभ उठा रहा है। KCC से इस साल किसानों को, ये आंकड़ा भी याद रखो, KCC से इस साल किसानों को 10 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की मदद दी गई है। 10 लाख करोड़ रुपया। बायो-फर्टिलाइजर पर GST कम होने से भी किसानों को बहुत फायदा हुआ है। भाजपा सरकार भारत के किसानों को नैचुरल फार्मिंग के लिए भी बहुत प्रोत्साहन दे रही है। और मैं तो चाहूंगा असम के अंदर कुछ तहसील ऐसे आने चाहिए आगे, जो शत प्रतिशत नेचुरल फार्मिंग करते हैं। आप देखिए हिंदुस्तान को असम दिशा दिखा सकता है। असम का किसान देश को दिशा दिखा सकता है। हमने National Mission On Natural Farming शुरू की, आज लाखों किसान इससे जुड़ चुके हैं। बीते कुछ सालों में देश में 10 हजार किसान उत्पाद संघ- FPO’s बने हैं। नॉर्थ ईस्ट को विशेष ध्यान में रखते हुए हमारी सरकार ने खाद्य तेलों- पाम ऑयल से जुड़ा मिशन भी शुरू किया। ये मिशन भारत को खाद्य तेल के मामले में आत्मनिर्भर तो बनाएगा ही, यहां के किसानों की आय भी बढ़ाएगा।

साथियों,

यहां इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में हमारे टी-गार्डन वर्कर्स भी हैं। ये भाजपा की ही सरकार है जिसने असम के साढ़े सात लाख टी-गार्डन वर्कर्स के जनधन बैंक खाते खुलवाए। अब बैंकिंग व्यवस्था से जुड़ने की वजह से इन वर्कर्स के बैंक खातों में सीधे पैसे भेजे जाने की सुविधा मिली है। हमारी सरकार टी-गार्डन वाले क्षेत्रों में स्कूल, रोड, बिजली, पानी, अस्पताल की सुविधाएं बढ़ा रही है।

साथियों,

हमारी सरकार सबका साथ सबका विकास के मंत्र के साथ आगे बढ़ रही है। हमारा ये विजन, देश के गरीब वर्ग के जीवन में बहुत बड़ा बदलाव लेकर आया है। पिछले 11 वर्षों में हमारे प्रयासों से, योजनाओं से, योजनाओं को धरती पर उतारने के कारण 25 करोड़ लोग, ये आंकड़ा भी याद रखना, 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। देश में एक नियो मिडिल क्लास तैयार हुआ है। ये इसलिए हुआ है, क्योंकि बीते वर्षों में भारत के गरीब परिवारों के जीवन-स्तर में निरंतर सुधार हुआ है। कुछ ताजा आंकड़े आए हैं, जो भारत में हो रहे बदलावों के प्रतीक हैं।

साथियों,

और मैं मीडिया में ये सारी चीजें बहुत काम आती हैं, और इसलिए मैं आपसे आग्रह करता हूं मैं जो बातें बताता हूं जरा याद रख के औरों को बताना।

साथियों,

पहले गांवों के सबसे गरीब परिवारों में, 10 परिवारों में से 1 के पास बाइक तक होती नहीं थी। 10 में से 1 के पास भी नहीं होती थी। अभी जो सर्वे आए हैं, अब गांव में रहने वाले करीब–करीब आधे परिवारों के पास बाइक या कार होती है। इतना ही नहीं मोबाइल फोन तो लगभग हर घर में पहुंच चुके हैं। फ्रिज जैसी चीज़ें, जो पहले “लग्ज़री” मानी जाती थीं, अब ये हमारे नियो मिडल क्लास के घरों में भी नजर आने लगी है। आज गांवों की रसोई में भी वो जगह बना चुका है। नए आंकड़े बता रहे हैं कि स्मार्टफोन के बावजूद, गांव में टीवी रखने का चलन भी बढ़ रहा है। ये बदलाव अपने आप नहीं हुआ। ये बदलाव इसलिए हुआ है क्योंकि आज देश का गरीब सशक्त हो रहा है, दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले गरीब तक भी विकास का लाभ पहुंचने लगा है।

साथियों,

भाजपा की डबल इंजन सरकार गरीबों, आदिवासियों, युवाओं और महिलाओं की सरकार है। इसीलिए, हमारी सरकार असम और नॉर्थ ईस्ट में दशकों की हिंसा खत्म करने में जुटी है। हमारी सरकार ने हमेशा असम की पहचान और असम की संस्कृति को सर्वोपरि रखा है। भाजपा सरकार असमिया गौरव के प्रतीकों को हर मंच पर हाइलाइट करती है। इसलिए, हम गर्व से महावीर लसित बोरफुकन की 125 फीट की प्रतिमा बनाते हैं, हम असम के गौरव भूपेन हजारिका की जन्म शताब्दी का वर्ष मनाते हैं। हम असम की कला और शिल्प को, असम के गोमोशा को दुनिया में पहचान दिलाते हैं, अभी कुछ दिन पहले ही Russia के राष्ट्रपति श्रीमान पुतिन यहां आए थे, जब दिल्ली में आए, तो मैंने बड़े गर्व के साथ उनको असम की ब्लैक-टी गिफ्ट किया था। हम असम की मान-मर्यादा बढ़ाने वाले हर काम को प्राथमिकता देते हैं।

लेकिन भाइयों बहनों,

भाजपा जब ये काम करती है तो सबसे ज्यादा तकलीफ काँग्रेस को होती है। आपको याद होगा, जब हमारी सरकार ने भूपेन दा को भारत रत्न दिया था, तो काँग्रेस ने खुलकर उसका विरोध किया था। काँग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा था कि, मोदी नाचने-गाने वालों को भारत रत्न दे रहा है। मुझे बताइए, ये भूपेन दा का अपमान है कि नहीं है? कला संस्कृति का अपमान है कि नहीं है? असम का अपमान है कि नहीं है? ये कांग्रेस दिन रात करती है, अपमान करना। हमने असम में सेमीकंडक्टर यूनिट लगवाई, तो भी कांग्रेस ने इसका विरोध किया। आप मत भूलिए, यही काँग्रेस सरकार थी, जिसने इतने दशकों तक टी कम्यूनिटी के भाई-बहनों को जमीन के अधिकार नहीं मिलने दिये! बीजेपी की सरकार ने उन्हें जमीन के अधिकार भी दिये और गरिमापूर्ण जीवन भी दिया। और मैं तो चाय वाला हूं, मैं नहीं करूंगा तो कौन करेगा? ये कांग्रेस अब भी देशविरोधी सोच को आगे बढ़ा रही है। ये लोग असम के जंगल जमीन पर उन बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाना चाहते हैं। जिनसे इनका वोट बैंक मजबूत होता है, आप बर्बाद हो जाए, उनको इनकी परवाह नहीं है, उनको अपनी वोट बैंक मजबूत करनी है।

भाइयों बहनों,

काँग्रेस को असम और असम के लोगों से, आप लोगों की पहचान से कोई लेना देना नहीं है। इनको केवल सत्ता,सरकार और फिर जो काम पहले करते थे, वो करने में इंटरेस्ट है। इसीलिए, इन्हें अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिए ज्यादा अच्छे लगते हैं। अवैध घुसपैठियों को काँग्रेस ने ही बसाया, और काँग्रेस ही उन्हें बचा रही है। इसीलिए, काँग्रेस पार्टी वोटर लिस्ट के शुद्धिकरण का विरोध कर रही है। तुष्टीकरण और वोटबैंक के इस काँग्रेसी जहर से हमें असम को बचाकर रखना है। मैं आज आपको एक गारंटी देता हूं, असम की पहचान, और असम के सम्मान की रक्षा के लिए भाजपा, बीजेपी फौलाद बनकर आपके साथ खड़ी है।

साथियों,

विकसित भारत के निर्माण में, आपके ये आशीर्वाद यही मेरी ताकत है। आपका ये प्यार यही मेरी पूंजी है। और इसीलिए पल-पल आपके लिए जीने का मुझे आनंद आता है। विकसित भारत के निर्माण में पूर्वी भारत की, हमारे नॉर्थ ईस्ट की भूमिका लगातार बढ़ रही है। मैंने पहले भी कहा है कि पूर्वी भारत, भारत के विकास का ग्रोथ इंजन बनेगा। नामरूप की ये नई यूनिट इसी बदलाव की मिसाल है। यहां जो खाद बनेगी, वो सिर्फ असम के खेतों तक नहीं रुकेगी। ये बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और पूर्वी उत्तर प्रदेश तक पहुंचेगी। ये कोई छोटी बात नहीं है। ये देश की खाद जरूरत में नॉर्थ ईस्ट की भागीदारी है। नामरूप जैसे प्रोजेक्ट, ये दिखाते हैं कि, आने वाले समय में नॉर्थ ईस्ट, आत्मनिर्भर भारत का बहुत बड़ा केंद्र बनकर उभरेगा। सच्चे अर्थ में अष्टलक्ष्मी बन के रहेगा। मैं एक बार फिर आप सभी को नए फर्टिलाइजर प्लांट की बधाई देता हूं। मेरे साथ बोलिए-

भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

और इस वर्ष तो वंदे मातरम के 150 साल हमारे गौरवपूर्ण पल, आइए हम सब बोलें-

वंदे मातरम्।

वंदे मातरम्।

वंदे मातरम्।

वंदे मातरम्।

वंदे मातरम्।

वंदे मातरम्।

वंदे मातरम्।

वंदे मातरम्।

वंदे मातरम्।