BJP is the only pan-India party from east to west and from north to south. BJP gives opportunity to the youth to progress: PM Modi
From 2 seats in 1984, the BJP has now reached 303 seats in 2019. In many regions, the party garners over 50% of the vote share: PM Modi
PM Modi says amongst other family-run parties, BJP stands out as it welcomes the youth
PM Modi says the party's success is due to the hard work and determination of its karyakartas
India has witnessed the governance models of Congress and Left, and it is now witnessing the model of a party that came to power with absolute majority: PM Modi
We have a strong foundation of constitutional institutions. That's why to stop India, constitutional institutions are being attacked: PM Modi’s dig at opposition

भारत माता की जय!


भारत माता की जय!

कार्यक्रम में उपस्थित भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष श्रीमान जेपी नड्डा जी, हम सब के मार्गदर्शक डॉ. मुरली मनोहर जोशी जी, पार्टी के अन्य सभी पदाधिकारी, सभी सम्मानित साथी कार्यकर्तागण, देवियों और सज्जनों

भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय कार्यालय के विस्तार की देशभर के भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई। 2018 में जब मैं कार्यालय का लोकार्पण करने के लिए आया था, तो कहा था कि इस कार्यालय की आत्मा हमारा कार्यकर्ता हैं। आज जब हम इस कार्यालय का विस्तार कर रहे हैं, तो ये भी केवल एक भवन का विस्तार नहीं है, बल्कि ये प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता के सपनों का विस्तार है। भाजपा के सेवा के संकल्प का विस्तार है। मैं पार्टी के उन कोटि-कोटि कार्यकर्ताओं के चरणों में प्रणाम करता हूँ। मैं पार्टी के सभी संस्थापक सदस्यों को भी सर झुकाकर के नमन करता हूँ।

साथियों,


आज से कुछ दिन बाद हमारी पार्टी अपना 44वां स्थापना दिवस मनाएगी। ये यात्रा एक अनथक और अनवरत यात्रा है। ये यात्रा- परिश्रम की पराकाष्ठा की यात्रा है। ये यात्रा- समर्पण और संकल्पों के शिखर की यात्रा है। ये यात्रा- विचार और विचारधारा के विस्तार की यात्रा है। और ये यात्रा, ये विस्तार, अपने-आप में बहुत ही प्रेरणादायी है। आपको याद होगा, भारतीय जन संघ ने दिल्ली के अजमेरी गेट के पास एक छोटे से ऑफिस से अपनी यात्रा शुरू की थी। उस समय हम देश के लिए बहुत बड़े सपने देखने वाले, छोटी-सी पार्टी थे। सपने बड़े थे, दल छोटा था।

1980 में जब भाजपा का जन्म हुआ, तब कुछ समय के लिए, 10 राजेंद्र प्रसाद मार्ग, पार्टी का ऑफिस बन गया था। और उसी जगह पर पहले अपने नानाजी देशमुख रहते थे। बहुत से कार्यकर्ताओं को 11 अशोक रोड, पार्टी ऑफिस के रूप में याद होगा। इसके भी काफी समय बाद पार्टी ऑफिस दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर शिफ्ट हुआ। एक तरह से, ये हमारी पार्टी की प्रगति का प्रतीक है। इस दौरान कितने ही उतार-चढ़ाव आए।

हम तो वो दल हैं, जिसने इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र की रक्षा के लिए, खुद अपने दल को ही देशहित में आहूत करने पर हमने हिम्मत के साथ कदम उठाया। फिर, सन चौरासी में जो हुआ, देश कभी भी उस काले पृष्ठ को भूल नहीं सकता है। और उसके बाद जो चुनाव हुआ, कांग्रेस को ऐतिहासिक बहुमत मिला था। भावनाओं से भरा हुआ वो माहौल, एक इमोशनली चार्जड एटमासफेयर, और उस आंधी में हम भी लगभग पूरी तरह से खत्म हो गए थे। लेकिन हम हताश नहीं हुए। हम निराश नहीं हुए। हमने किसी और में दोष ढूंढने की कोशिश नहीं की। आरोप-प्रत्यारोप के चक्कर में हम नहीं पड़े। हम चले गए फिर एक बार जनता-जनार्दन के बीच। हमने जमीन पर काम किया, हमने अपने संगठन को मजबूत किया। और तब जाकर आज हम यहां पहुंचे हैं।

2 लोकसभा सीटों के साथ शुरू हुआ सफर 2019 में 303 सीटों तक पहुँच गया है। आज कई राज्यों में हमें 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिलते हैं। आज उत्तर से दक्षिण तक, पश्चिम से पूरब तक, भाजपा एकमात्र Pan India पार्टी है। परिवार के कब्जे वाली पार्टियां, Family Run पार्टियों के बीच, भाजपा ऐसा राजनीतिक दल है जो युवाओं को आगे आने के लिए बहुत अवसर देता है, खुला मैदान देता है। आज भारत की माताओं-बहनों-बेटियों का आशीर्वाद जिस पार्टी के साथ है, उस पार्टी का नाम है- भारतीय जनता पार्टी।

और साथियों, आज भाजपा केवल विश्व की सबसे बड़ी पार्टी ही नहीं है। बल्कि भाजपा, भारत की सबसे Futuristic पार्टी भी है। हमारा एक ही लक्ष्य है- भविष्य के आधुनिक और विकसित भारत का निर्माण करना! और इसलिए, हमें खुद अपने लिए भी भविष्य के लक्ष्य निर्धारित करने ही होंगे। इसके लिए हमारे पास आधुनिक सोच भी होनी चाहिए, आधुनिक संसाधन भी होने चाहिए। हमें भाजपा को एक ऐसी संस्था के रूप में विकसित करना है, जिसके पास अगले 10 साल, 20 साल, 50 साल के लक्ष्य निर्धारित हैं। इसके लिए तीन बातें हर कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ता, हर भाजपा सदस्य के स्वभाव में होना समय की मांग है, देश की जरूरत है। वो तीन बातें क्या हैं- एक है अध्ययन, दूसरा है आधुनिकता और तीसरा है विश्व भर से अच्छी बातों को आत्मसात करने की शक्ति।

हम-आप जानते हैं कि पंडित दीनदयाल जी जहां कहीं जाते थे, किताबें उनके साथ रहती थीं। वो प्रवास में भी पढ़ते-लिखते रहते थे। उनकी रचनाएँ उनके अध्ययन और बौद्धिक विस्तार की गवाह हैं। डॉक्टर श्यामाप्रसाद मुखर्जी के अपने घर में तो हजारों किताबें थीं। भाजपा कार्यालय की ये नई बिल्डिंग, पार्टी की उस परंपरा का एक केंद्र बनेगी और बननी चाहिए। यहाँ अध्ययन की व्यवस्था भी है, आधुनिकता भी है और विश्व भर का अनुभव प्राप्त करने की आकांक्षा भी है। मुझे विश्वास है, भाजपा का ये आधुनिक कार्यालय निरंतर इन सपनों के लिए, इन संकल्पों के लिए, इस अदम्य इच्छा और उमंग के लिए अविरत प्रेरणा का स्रोत बनेगा।

साथियों,


हम भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए ये गर्व की बात है कि हम सब जिस दल में काम कर रहे हैं, जिस दल के आचार-संस्कार और विचार ने हमें गढ़ा है। उस दल की और उसके कार्यकर्ताओं की आज विश्वभर में चर्चा हो रही है। आज बीजेपी की पहचान दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक दल के तौर पर होने लगी है। आज भाजपा की तुलना दुनिया की उन ऐतिहासिक पार्टियों से होने लगी है, जिन्होंने अपने शासन काल में अपने देश का भाग्य बदल दिया था। ये समय, बीते 4-5 दशकों में भाजपा कार्यकर्ताओं के त्याग और तपस्या की वजह से आया है। ये समय, भाजपा सरकार के विकास के कार्यों की वजह से आया है। बीजेपी वो दल है, जो भारत के महत्व को, भारत के सामर्थ्य को सशक्त करने के एक ही संकल्प को लेकर के चल रहा है। हम “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” के मंत्र को लेकर के आगे बढ़ रहे हैं। और मुझे ये देखकर खुशी होती है कि दुनिया के कई सारे ऐसे नेता, वो हमारी भाषा से परिचित नहीं हैं, लेकिन फिर भी वे ये सबका साथ, सबका विकास मंत्र दोहराने का प्रयास करते हैं। वो अपनी भाषा में उसका अनुवाद भी करते हैं।

साथियों,


आज हमारा नॉर्थ ईस्ट, सबका साथ-सबका विकास के मंत्र का बेहतरीन उदाहरण है। नॉर्थ ईस्ट की आबादी में बहुत विविधता है। वहां अलग-अलग समुदायों के लोग हैं, आदिवासी और ईसाई समुदाय के लोग बहुतायत में हैं। इस क्षेत्र के लोग, भाजपा पर अभूतपूर्व विश्वास दिखा रहे हैं। आज, नॉर्थ ईस्ट में भाजपा के 4 मुख्यमंत्री हैं। 2 अन्य राज्यों में हमारे गठबंधन की सरकारें हैं। इस सफलता का बड़ा श्रेय, भाजपा के कार्यकर्ताओं को ही जाता है। भाजपा कार्यकर्ताओं के इसी परिश्रम की वजह से आज दक्षिण भारत में भी दूर-दूर तक पार्टी का विस्तार हो रहा है। कर्नाटका में भाजपा इतने वर्षों से मजबूत स्थिति में है। आज भी हम नंबर एक पार्टी हैं कर्नाटका में। तेलंगाना में भी लोगों का एकमात्र भरोसा, एकमात्र भरोसा सिर्फ और सिर्फ भाजपा है। आंध्रप्रदेश में लोगों का भाजपा पर विश्वास दिनोंदिन बढ़ता चला जा रहा है। तमिलनाडु और केरला में भाजपा हर जिले में, हर बूथ पर दिनों-दिन मजबूत हो रही है। एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना के साथ हो रहा भाजपा का ये विस्तार, हमें सीटों के मामले में और वोट शेयर के मामले में, सफलता की नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

लेकिन साथियों,


मैं एक बात और भी कहना चाहता हूं। भाजपा को केवल उसकी Presence और प्रभाव से नहीं समझा जा सकता है। भाजपा को जानने के लिए उसके स्वभाव को भी समझना जरूरी है। और, भाजपा का स्वभाव है- नूतनता, आधुनिकता! नूतनता हमारी निष्ठा है, और आधुनिकता हमारी अवधारणा है। इसीलिए, बीजेपी केवल चुनाव लड़ने और जीतने तक सीमित नहीं है। बीजेपी एक व्यवस्था है, बीजेपी एक विचार है। बीजेपी एक संगठन है, बीजेपी एक आंदोलन है। बीजेपी विकास की भी प्रेरणाशक्ति है, और बीजेपी बदलाव की भी प्राणशक्ति है। बीजेपी ने सियासत की सोच को बदला है, और समावेश के नए मानकों को जन्म दिया है। और इसका एक उदाहरण है भाजपा का सदस्यता अभियान और इसके माध्यम से पार्टी का विस्तार।

एक समय था जब हम राज्यों में राज्य स्तर की कमेटी बन जाय तो हम सोच रहे थे कि चलिए उस राज्य में झंडा गाड़ दिया। फिर थोड़ा समय और बीता, कार्यकर्ताओं ने परिश्रम किया, फिर हम हिसाब लगाने लगे कि भई कितने जिले हैं जहां कमेटी बनी है, कितने जिलों में कमेटी बाकी है, कब पूरा करेंगे। फिर हम एक कदम आगे चले, फिर हम सोचने लगे चलो जिले तो हो गए, बताओ भाई कितने तहसील में कमेटियां बनी है, कितने ब्लॉक लेवल पर कमेटियां बनी हैं। फिर शक्ति केंद्र आया, फिर बूथ पर फोकस हुआ, और आज हम पन्ना प्रमुख तक पहुंच गए।

भाजपा पहली पार्टी है जिसने पार्टी की व्यवस्था में संवैधानिक रूप से महिलाओं के लिए पद की व्यवस्था की है, संविधान के तहत। भाजपा पहली ऐसी पार्टी है जो अपने कार्यकर्ताओं को नए अवसर देने के लिए निरंतर तत्पर रहती है। हमने पार्टी की समितियों में, कमेटियों में हर बार 25 प्रतिशत नए लोगों को लाने की व्यवस्था शुरू की है। हम कार्यकर्ताओं की इसी ताकत से सत्ता के शिखर तक पहुंचे हैं। लेकिन हम भले ही सत्ता के शिखर पर पहुंचे हों, लेकिन हमारे पाँव आज भी उतने ही जमीन पर हैं, जितने 1980 में हुआ करते थे। भाजपा में ऐसे कार्यकर्ताओं की बहुत बड़ी फौज है, जो कष्ट उठाकर, परेशानी झेलकर, कर्तव्य भावना से लगातार देशसेवा में जुटे रहते हैं। हम जहां भी काम करते हैं, सामूहिकता की भावना से काम करते हैं, टीम वर्क के साथ काम करते हैं। भाजपा वो पार्टी है जिसमें मुक्त चिंतन होता है, नए विचार सृजित होते हैं। नए विचारों का सम्मान होता है।

चिंतन और अध्ययन करने वाला एक बहुत बड़ा वर्ग हमारे भाजपा परिवार का विशाल विस्तार है, हिस्सा है। वटवृक्ष की भांति है। भाजपा वो पार्टी है जिसमें समाज के अलग-अलग वर्गों को प्रतिनिधित्व देने के लिए प्रभावी और क्रियाशील मोर्चे और कमेटियां हैं। भाजपा में हर मोर्चा अपनी सामाजिक भूमिका में सक्रिय भी होता है, प्रभावशाली भी होता है।

साथियों,


भाजपा की ये एक और विशेषता है कि हमारी पार्टी समाज के साथ जुड़कर के काम करती है। भाजपा में, समाज की सेवा के माध्यम से कार्यकर्ताओं को गढ़ा जाता है। जैसे कि आपने देखा होगा, आजकल भाजपा सांसद अपने क्षेत्र में खेल प्रतियोगिताएं करा रहे हैं। इनके आयोजन में बड़ी जिम्मेदारी भाजपा के वहां स्थानीय कार्यकर्ता ही निभा रहे हैं। इसमें देश के लाखों युवाओं को भाग लेने का मौका मिल रहा है। हजारों युवाओं को पदक मिल रहे हैं, उनके लिए आगे बढ़ने के रास्ते खुल रहे हैं। और हमें भी क्षेत्र के सामर्थ्य का परिचय होता है। इसी तरह कहीं कोई प्राकृतिक आपदा हो, समाज के सामने कहीं कोई चुनौती आए, या फिर रक्तदान जैसा समाजसेवा से जुड़ा अभियान हो, भाजपा के कार्यकर्ता सबसे पहले पहुंचते हैं, और सबसे आखिर तक मोर्चे पर डटे दिखते हैं।

अभी अध्यक्ष जी बता रहे थे, कोरोना के दौरान हमारी पार्टी के लोगों ने कैसे घर-घर जाकर मुफ्त राशन और इलाज पहुंचाने में मदद की, और तब तो पता नहीं था कि जाएंगे तो क्या लेकर आएंगे। अगर बीमारी घर में लाए तो जिंदगी खतरे में पड़ जाती थी। फिर भी ये भाजपा का कार्यकर्ता है जो हर घर जाता था। आज भाजपा और भाजपा कार्यकर्ताओं का समाज के साथ जो भावात्मक संबंध है, वो किसी और राजनीतिक दल में नजर आएगा कि नहीं आएगा, ये मैं कह नहीं सकता।

साथियों,


जब हम समाज की सेवा के लिए अपना जीवन खपाते हैं, तो सरकार बनाने का अवसर मिलने पर भी, यही हमारी प्राथमिकता होता है। इसलिए ही आज पूरे भारत में भाजपा सरकारें, आकांक्षा, विकास और प्रगति का पर्याय बन रही हैं। और ये भाजपा का ब्रांड ऑफ गवर्नेंस है। जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, वहां गरीब कल्याण के लिए योजनाएं तेज गति से चलने लगती हैं। जहां भी भाजपा की सरकारें हैं वहां योजनाओं का लाभ लाभार्थियों तक पहुंचना सुनिश्चित हो जाता है। जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, वहां युवा शक्ति को आगे बढ़ने के नए अवसर बनते हैं। जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, वहां योजनाओं में महिला सशक्तिकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता मिलने लगती है। जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, वहां कानून-व्यवस्था सुदृढ़ हो जाती है। जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, वहां Ease of Doing Business, Ease of Living के प्रयास बढ़ने लगते हैं। जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, वहां इंफ्रास्ट्रक्चर का तेजी से विकास होना शुरू हो जाता है। जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, वहां विकास और विरासत, विकास और विरासत दोनों साथ-साथ चलते हैं।

साथियों,


मैं समझता हूं, अब समय आ गया है कि हमारी यूनीवर्सिटिज, academicians और एक्सपर्ट्स भारत के पिछले 75 साल के अलग-अलग गवर्नेंस मॉडल्स की कम्पैरिटिव स्टडी करे, एनालिसिस करें। देश और दुनिया के सामने रखें। देश ने लंबे समय तक कांग्रेस का एक गवर्नेंस मॉडल देखा है। देश ने कम्युनिस्टों का भी कुछ राज्यों में गवर्नेंस मॉडल देखा है। देश ने परिवारवादी- Family Run पार्टियों के काम करने का तरीका भी देखा है। अलग-अलग गठबंधनों की सरकारों का गवर्नेंस मॉडल भी देश ने देखा है। और देश आज पूर्ण बहुमत वाली भाजपा सरकारों का गवर्नेंस मॉडल भी देख रहा है। एक निश्चित पैरामीटर्स के साथ जब इसकी एनालिसिस होगी तो गवर्नेंस के मॉडल का महत्व समझ में आएगा। देश के सामान्य मानवी को भी पता चलेगा कि गवर्नेंस के किस मॉडल ने देश को क्या दिया, उसके परिणाम क्या निकले और उनके लिए क्या बेहतर रास्ता है!

साथियों,


आज भारतीय जनता पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता को एक बात समझना बहुत आवश्यक है। देश इस समय जिस कालखंड से गुजर रहा है, वो तेज विकास के लिए बहुत अहम है। ये अमृतकाल सिर्फ शब्द समूह नहीं है। ये धरती की सच्चाई है, 140 करोड़ देशवासियों के दिलों की धकड़न है। आज हम सबसे युवा देश हैं, आत्मविश्वास से भरे हुए देश हैं। पूरे विश्व में, दुनिया के बड़े-बड़े मंचों पर आज अगर किसी का डंका बज रहा है तो नाम है हिंदुस्तान। वो नाम है भारत। ऐसे में देश के भीतर बैठी और देश के बाहर बैठी भारत विरोधी शक्तियों का एकजुट होना स्वभाविक है। ये शक्तियां, किसी भी तरह भारत से विकास का ये कालखंड छीन लेना चाहती हैं। आज भारत का सामर्थ्य अगर फिर बुलंदी की तरफ जा रहा है, तो इसके पीछे हमारी एक मज़बूत नींव है। ये नींव, ये नींव हमारी संवैधानिक संस्थाओं की है, हमारे constitutional institutions की है। इसलिए, आज भारत को रोकने के लिए हमारी इस नींव पर चोट की जा रही है। संवैधानिक संस्थाओं पर प्रहार किया जा रहा है, उन्हें बदनाम करने का अभियान छेड़ा जा रहा है। उनकी क्रेडिबिलिटी, उनकी विश्वसनीयता खत्म करने की साजिश की जा रही है। जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, उन पर जब एजेंसियां कार्रवाई करती हैं, तो एजेंसियों पर हमला किया जाता है। जब कोर्ट कोई फैसला सुनाता है, तो कोर्ट पर सवाल उठाए जाते हैं, न्यायिक प्रणाली पर हमले होते हैं। आप सब देख रहे हैं, कुछ दलों ने मिलकर भ्रष्टाचारी बचाओ अभियान छेड़ा हुआ है। आज भ्रष्टाचार में लिप्त जितने भी चेहरे हैं, वो सब एक साथ एक मंच पर आ रहे हैं। पूरा देश ये देख रहा है, देश समझ रहा है।

साथियों,


भ्रष्टाचार ने हमारे देश का बहुत नुकसान किया है। दीमक की तरह देश को खोखला किया है भ्रष्टाचार ने। देश की जनता आज देख रही है कि पहले की सरकारों ने किस तरह भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूरी की थी। लेकिन पिछले 9 साल में भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जो अभियान चलाया, उसने आज भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों, दोनों की जड़ें हिला दी हैं। ये इस बात का प्रमाण है कि जब भाजपा आती है, तो भ्रष्टाचार भागता है। मैं आपको कुछ आंकडे़ बताना चाहता हूं आज। प्रिवेंशन ऑफ मनी लाउंडरिंग एक्ट यानि PMLA के तहत कांग्रेस की सरकार में, यानि साल 2004 से 2014 के बीच, 5 हजार करोड़ रुपए के आसपास की संपत्ति जब्त की गई थी। 5 हजार करोड़। इसी एक्ट के तहत पिछले 9 वर्षों में भाजपा सरकार ने एक लाख 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति जब्त की है। इस एक्ट के तहत पहले के मुकाबले दोगुने से ज्यादा केस रिकॉर्ड किए गए हैं और 15 गुना ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हमारे यहां कुछ लोगों ने कांग्रेस शासन के दौरान बैंकों को जमकर लूटा। बैंकों का करीब 22 हजार करोड़ रुपए का नुकसान करके ये लोग विदेश भाग गए। आज भाजपा सरकार ने इन लोगों की करीब-करीब 20 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करवा दी है। प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत पिछले 9 वर्षों में CBI ने लगभग 5 हजार केस दर्ज किए हैं। बीजेपी सरकार में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हुए सैकड़ों बड़े अधिकारियों को संविधान दिखाया, सरकार के नियम दिखाए और उनको जबरन रिटायर किया गया है, घर भेज दिया गया है, और उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।


साथियों,


आजादी के 7 दशकों में पहली बार भ्रष्टाचार पर इस तरह की चोट हो रही है। पूरे देश की जनता आज भ्रष्टाचारियों पर हो रही कार्रवाई से खुश है। आपकी यही जानकारी है न। मैं जहां जाता हूं लोग यही कहते हैं- मोदी जी रुकना मत। आज हर देशवासी समझता है- भ्रष्टाचार रुकेगा, तभी देश आगे बढ़ेगा। और जब इतना सारा करेंगे तो कुछ लोग तो नाराज होंगे ही होंगे। वो अपना गुस्सा भी निकालेंगे। लेकिन इनके झूठे आरोपों से न देश झुकेगा, न भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्रवाई थमने वाली है।

साथियों,


आपको याद होगा, कांग्रेस के नेता कभी कहा करते थे, जनसंघ के जमाने में। बड़े-बड़े नेता कहते थे- जनसंघ को जड़ से उखाड़कर फेंक देंगे। ये उनके बड़े-बड़े नेता बोलते थे जी। और आज की कांग्रेस कहती है कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी। जनसंघ को मिटाने की, भाजपा को मिटाने की अनेक बार साजिशें हुईं। और ये तो वो लोग हैं जिन्होंने मुझे भी जेल में डालने के लिए, क्या-क्या जाल नहीं बिछाई, लेकिन वो पूरी तरह नाकाम रहे। हम अगर बचे हैं, फले हैं-फूले हैं तो जनता-जनार्दन के आशीर्वाद से। देशवासियों के प्यार से बढ़े हैं। देशवासियों का अपार प्रेम, यही तो हमारी पूंजी है, यही हमें सामर्थ्य देता है। यही हमें शक्ति देता है। देशवासियों के आशीर्वाद से हम आगे बढ़े हैं, बढ़ रहे हैं और बढ़ते ही रहेंगे। हम यहां से आगे बढ़ेंगे तो वो भी देशवासियों के विश्वास से बढ़ने वाले हैं।

साथियों,


भाजपा ये वो पार्टी नहीं है, जो अखबारों से, टीवी स्क्रीन की चमक से पैदा हुई हो। ये भाजपा ट्विटर हैंडलों और यू-ट्यूब के चैनलों से पैदा नहीं हुई है। ये भाजपा अपने कार्यकर्ताओं के त्याग, तपस्या से बनी हुई है। भाजपा जमीन पर काम करके आगे बढ़ी है। भाजपा गांव में, खेत खलिहानों में, गरीबों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर, तपकर के आगे बढ़ी है। मुझे बहुत सारे लोग कहते हैं अरे मोदी जी, अब सत्ता मिल गयी, दो-दो बार प्रधानमंत्री बन गए, अभी भी क्यों इतना दौड़ते रहते हो, क्यों भागते रहते हो, अरे कभी तो मौज करो, आराम करो। लेकिन उन लोगों को पता नहीं है बीजेपी कार्यकर्ता की नियति, आराम करना, बैठना, मौज करना हो नहीं सकती है। भाजपा के कार्यकर्ता के लिए देश की आशाएं, लोगों की आकांक्षाएं, उनके सपने ही उसकी ड्राइविंग फोर्स होती है। इसी के लिए भाजपा कार्यकर्ता दिन-रात दौड़ता है, भागता है, काम करता है, वो रुकता नहीं है, थकता नहीं है, झुकता भी नहीं है। लेकिन साथियों, हमें याद रखना है, हमारी ये लड़ाई आसान नहीं है। भाजपा को डगर डगर पर भ्रष्टाचार से लड़ना है। भाजपा को डगर डगर पर भाई-भतीजावाद से लड़ना है। भाजपा को डगर डगर पर संप्रदायवाद से लड़ना है। भाजपा को डगर डगर पर जातिवाद से लड़ना है। भाजपा को डगर डगर पर भारत विरोधी विदेशी ताकतों और उनके इकोसिस्टम से लड़ना है। क्योंकि यही वो चुनौतियां हैं जिन्होंने देश का बहुत बड़ा नुकसान किया है, बहुत समय तक नुकसान किया है।

साथियों,


बहुत सौभाग्य से, अनेकों के त्याग-तपस्या से हमें आज़ादी के अमृतकाल में राष्ट्र की सेवा करने का, राष्ट्रनिर्माण करने का अवसर मिला है। हम भारतीयों ने मिलकर 2047 तक, जब आज़ादी का सौ साल मनाएंगे तब तक विकसित भारत का लक्ष्य रखा है। आज़ादी के अमृत महोत्सव से लेकर आज़ादी के 100 वर्ष तक, देश की इस यात्रा में प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता को जी तोड़ मेहनत करनी ही करनी है। हमारे कार्यकर्ताओं को लंबी पारी के लिए तैयार करना चाहिए। दल को बनाने में जिस तरह अनेक पीढ़ियां खप गईं, उसी तरह देश आगे बढ़ाने के लिए हमें भी अपनी पीढ़ियों को खपाना होगा।

साथियों,


मैं आपको फरवरी 2018 में इसी कार्यालय में कही हुई अपनी एक बात को आज याद दिलाना चाहता हूं। 2018 में इसी भवन का लोकार्पण करते हुए मैंने कहा था कि ये कार्यालय हमारी कर्मभूमि है, लेकिन भारत की सीमा ही हमारे कार्यों की सीमा है। हमें इस भवन से ऊर्जा लेकर, सूपंर्ण भारत की सीमा को ही अपना कार्य क्षेत्र बनाना है। मुझे पूरा विश्वास है, आप सब इसी तपस्या के साथ देश के सपनों को साकार करते रहेंगे। जो सपना हमने पहले देखा था, उसे हम आज पूरा होता देख रहे हैं। जो सपना हम आज देख रहे हैं, वो भविष्य में पूरा होकर रहेगा। इसी विश्वास के साथ, आज के इस मंगल अवसर पर और नवरात्रि के पावन त्योहारों के बीच मैं आप सब को, देशवासियों को अनेक-अनेक शुभकामनाएँ देता हूं।

बहुत-बहुत धन्यवाद!


भारत माता की।भारत माता की।भारत माता की।


वंदे,वंदे,वंदे,वंदे,वंदे,वंदे,वंदे,वंदे।

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।