Congress and BRS have three things in common in their DNA: dynasty, corruption and appeasement: PM Modi in Hyderabad
BJP is the only party in the country which gives maximum representation to the OBC community. There are 27 OBC ministers in the NDA government at the Centre, which is the highest since independence: PM
Today 80 crore people are being given free ration under Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana and I have decided that this free ration scheme will be extended for the next 5 years: PM Modi
There is an anti-development, anti-backward class, anti-SC/ST government in Telangana: PM Modi hits out at BRS government

भारत माता की जय
भारत माता की जय
देवी सम्मक्का सरलअम्मा की जय
यदाद्री लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी की जय
सकल जनसभाकु वच्चिना तेलंगाना बंधुवुलकु ना शुभाकांक्षलु।
तेलंगाना की इस महान धरती को मैं आदरपूर्वक नमन करता हूं। ऐसा लग रहा है जैसे मैं अपने कुटुम्ब के बीच आ गया हूं, अपने परिवार के बीच आ गया हूं। आप सब ही तो मेरा परिवार हैं।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
‘बीसी आत्म गौरव सभा’ इसका हिस्सा बनना मैं अपना सौभाग्य मानता हूं। और ये धरती ये मैदान, इसका मेरे जीवन में बहुत बड़ा स्थान है। 2013 में आप सब ने मुझे बुलाया था इसी मैदान में। और आप लोगों ने टिकट रखा था कि जो मोदी जी की सभा में आना चाहता है उसको टिकट लेना पड़ेगा, पैसा देना पड़ेगा। हिंदुस्तान के राजनीतिक जीवन की ये पहली और सबसे बड़ी घटना थी। और पूरे विश्व में ये खबर फैल गई, हिंदुस्तान के जन-जन में पहुंच गई। और एक प्रकार से इसी मैदान में मोदी को प्रधानमंत्री बनाने की पक्की नींव रखने का काम हैदराबाद ने इसी मैदान में आप लोगों ने किया था। और मैं आज विश्वास से कहता हूं, जिस मैदान से मिले आशीर्वाद, मोदी को पीएम बना दिया। इसी मैदान के आपके आशीर्वाद बीजेपी का पहला मुख्यमंत्री बीसी मुख्यमंत्री यहीं से बनेगा। मंच पर मेरे साथ पवन है, लेकिन मैदान में आंधी है। तेलंगाना में बदलाव की जो आंधी चल रही है, उसे इस विशाल जन सभा में भी महसूस किया जा सकता है। आप लोग तेलंगाना के कोने-कोने से आए हैं और अपने साथ एक स्पष्ट संदेश भी लाए हैं। तेलंगाना का विश्वास अब बीजेपी पर है। हमारे बीसी साथी हों, गरीब हों, दलित हों, SC-ST भाई बहन हों, सभी ने तेलंगाना में परिवर्तन का मन बना लिया है। पिछले 9 वर्षों से यहां तेलंगाना में विकास विरोधी, बीसी विरोधी, एससी-एसटी विरोधी सरकार है। इस 30 नवंबर को आप लोगों के पास तेलंगाना की BC विरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने का बेहतरीन अवसर है। अब तेलंगाना में कमल ही कमल खिले, ये आपको सुनिश्चित करना है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
तेलंगाना का गठन 3 मुद्दों पर हुआ था। पानी, पैसा और रोजगार- नीलू...नीधुलु और नियमाकालू... इन तीनों मुद्दों पर जनविरोधी सरकार ने तेलंगाना के लोगों के साथ धोखा हुआ है। अलग तेलंगाना राज्य के आंदोलन में हमारे बीसी भाई-बहनों की बहुत बड़ी भूमिका थी। वो आंदोलन में सबसे आगे थे, अलग राज्य के लिए हमारे कितने ही साथी शहीद हो गए थे। लेकिन तेलंगाना बनने के बाद, यहां ही सरकार ने सबसे बड़ा धोखा, हमारे बीसी साथियों के साथ ही किया। यहां की सरकार ने बीसी हितों की लगातार उपेक्षा की। तेलंगाना में इतनी बड़ी ओबीसी, एससी, एसटी आबादी है, लेकिन उनकी आकांक्षाओं पर BRS ने कभी ध्यान नहीं दिया। वो अपने परिवार में ही लगा रहा, यहां तो BRS की दो टीमें तो साफ दिखती हैं। एक पर्दे के पीछे C टीम भी है। ये कांग्रेस का C है न। ये C बीआरएस की सी टीम है। ये कांग्रेस बीआरएस की सी टीम है। बैकवर्ड क्लास की आकांक्षाएं, कांग्रेस के भी एजेंडे में शामिल नहीं है। कांग्रेस और BRS, दोनों के ही DNA में तीन बातें कॉमन है। एक परिवारवाद...दूसरा भ्रष्टाचार और तीसरा तुष्टिकरण। इन परिवारवादी पार्टियों के संरक्षण में भ्रष्टाचार फलता-फूलता है, और अवसर भी सिर्फ और सिर्फ नाते-रिश्तेदारों को ही मिलता है। परिवारवाद की मानसिकता से चलने वाली BRS और कांग्रेस यहां कभी भी किसी बीसी को सीएम नहीं बनने देंगी।

साथियों,
ये NDA है, BJP है, जो ओबीसी हितों का सबसे ज्यादा ध्यान रखती है, उन्हें सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व देती है। बीजेपी का हमेशा से ये प्रयास रहा है कि दलित-पीड़ित-शोषित-वंचित, पिछड़े, आदिवासी समुदाय को उचित प्रतिनिधित्व मिलता रहे। जब अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार थी और हमें सेवा करने का मौका मिला तो A P J अब्दुल कलाम जी को हमने राष्ट्रपति बनाया। 1996 में जब आदिवासी नेता पीए संगमा जी का नाम लोकसभा के स्पीकर पद के लिए चुना गया तो अटल जी ने समर्थन का नेतृत्व किया। 2012 में राष्ट्रपति चुनाव में भी, बीजेपी ने पीए संगमा जी के नाम का समर्थन किया। NDA ने ही जीएमसी बालयोगी जी को स्पीकर पद के लिए नामित किया था, जो देश के पहले दलित लोकसभा अध्यक्ष बने थे। जब बीजेपी को अवसर मिला, तो उसने दलित समुदाय से रामनाथ कोविंद जी को राष्ट्रपति बनाया। जब बीजेपी को मौका मिला तो उसने आदिवासी समुदाय से द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति बनाया।

और यही मैदान है, जिसने आदेश दिया था आपलोगों ने और जब पूर्ण बहुमत बीजेपी को मिला और देश में पूर्ण बहुमत वाली सरकार का पहला ओबीसी प्रधानमंत्री बनाने का आपने मुझे अवसर देकर के एक ओबीसी का सम्मान किया था। और जैसे इसी मैदान से पूर्ण बहुमत वाली सरकार का...ओबीसी प्रधानमंत्री पहली बार बना। पूर्ण बहुमत वाली सरकार का बीजेपी का सीएम भी ओबीसी पहली बार यहां बनने वाला है। परिवारवादी पार्टियां, कभी किसी दलित, किसी पिछड़े, किसी आदिवासी को आगे नहीं बढ़ने देतीं। जबकि आज भाजपा देश की एकमात्र पार्टी है जो ओबीसी समुदाय को सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व देती है।


केंद्र की एनडीए सरकार में 27 ओबीसी मंत्री हैं, जो आजादी के बाद पहली बार इतनी बड़ी तादाद में ओबीसी मंत्री केंद्र सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। आज देश में बीजेपी के 85 OBC सांसद हैं। आज देश में बीजेपी के 365 OBC विधानसभा सदस्य हैं। आज देश में बीजेपी के 65 OBC विधान परिषद सदस्य हैं। तेलंगाना में भी बीजेपी ही अपने बीसी साथियों के हितों का सबसे ज्यादा ख्याल रख सकती है, कोई और पार्टी नहीं कर सकती। आप लोग खुद साक्षी हैं कि, यहां तेलंगाना में बैकवर्ड क्लास को आगे बढ़ने के लिए सही संसाधन नहीं दिए जाते। बैकवर्ड क्लास के युवाओं को नौकरी देने में भी तेलंगाना सरकार गंभीर नहीं है। बैकवर्ड क्लास के युवाओं का भी स्किल डवलपमेंट हो, इस पर भी तेलंगाना सरकार उतना ध्यान नहीं देती। बीसी कल्याण के लिए यहां बीआरएस ने हर साल एक हजार करोड़ रुपए का फंड देने का वादा किया था। आप बताइए, क्या इनमें से किसी वादे को पूरा किया क्या? कोई वादा पूरा किया क्या। एक भी वादा पूरा किया क्या।

साथियों,
कांग्रेस और BRS ने कभी भी पिछड़ा वर्ग को निर्णय लेने का अधिकार नहीं दिया, कभी उनका मान नहीं बढ़ाया। ये भाजपा है, जिसने ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिया। ये भाजपा ही है, जिसने ओबीसी आरक्षण संशोधन बिल को सदन से पास कराया। इस बिल की वजह से राज्य सरकारों को ओबीसी लिस्ट तैयार करने का अधिकार मिला है। ये भाजपा ही है, जिसने मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में ओबीसी के लिए 27 परसेंट आरक्षण को लागू किया। हमारे ये कदम सोशल जस्टिस- सामाजिक न्याय की दिशा में हमारे कमिटमेंट का प्रमाण है। जब हम गांवों में महिलाओं के सम्मान के लिए करोड़ों शौचालय बनवाते हैं, जब हम करोड़ों महिलाओं को धुएं से मुक्ति दिलाते हैं, जब करोड़ों गरीबों को अपना पक्का मकान मिलता है, जब करोड़ों गरीबों तक पक्की सड़क पहुंचती है, जब करोड़ों लोगों को 5 लाख रुपए के मुफ्त इलाज की गारंटी मिलती है, तो इसका बहुत बड़ा लाभ बैकवर्ड कम्यूनिटी को ही मिलता है। समाज के हर वर्ग को आगे बढ़ने, सम्मान के साथ जीने और न्याय पाने का अवसर मिले, यही भाजपा का प्रयास है। इसलिए आज बीसी, एससी, एसटी, गरीब, वंचित और शोषित वर्ग का हर व्यक्ति भाजपा के संकल्प के साथ खड़ा है।

साथियों,
हमारे बीसी समुदाय में बहुत बड़ी संख्या में विश्वकर्मा भाई बहन भी आते हैं। विश्वकर्मा साथियों के बिना रोजमर्रा के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। हमारे कुम्हार हों, सुनार हों, सुथार हों, मूर्तिकार हों, कपड़े धोने वाले हों, कपड़े सिलने वाले हों, जूते बनाने वाले हों, बाल काटने वाले हों, ऐसे बहुत से साथी BC समुदाय से ही आते हैं। ऐसे लोगों के लिए ही भाजपा सरकार ने पीएम विश्वकर्मा योजना बनाई है। इस योजना के तहत हमारे विश्वकर्मा भाइयों-बहनों पर 13 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इससे उन्हें अपना जीवन स्तर उठाने में, अपने जीवन से अन्य परेशानियां दूर करने में बहुत बड़ी मदद मिलेगी।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
कहते हैं अहंकार किसी का भी हो, उसको टिकने नहीं देता है। BRS के नेताओं में भी वही अहंकार दिखता है। 2019 के लोकसभा चुनाव में तेलंगाना के लोगों ने ऐसे अहंकारी सीएम को अपने वोट की ताकत से जवाब दिया था। इसी बौखलाहट में यहां के नेता मोदी को गाली देते रहते हैं। BRS के भ्रष्टाचार के तार दिल्ली के शराब घोटाले से भी जुड़े हैं। जांच एजेंसियों ने जब उनके भ्रष्टाचार की जांच शुरू की, तो ये लोग जांच एजेंसियों को भी गालियां देने लगे। लेकिन आज मैं ऐसे लोगों को डंके की चोट पर कहना चाहता हूं। भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई होकर रहेगी- जिन्होंने जनता को लूटा है, उनको लौटाना ही पड़ेगा। और मेरे तेलंगाना के भाइयों-बहनों ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,
BRS और कांग्रेस, अलग-अलग नहीं हैं। एक ही सिक्के के दो बाजू हैं। कांग्रेस ने सात दशक में परिवारवाद और भ्रष्टाचार का जो मॉडल डवलप किया, BRS उसी पर चल रही है। दोनों की मंशा मिलकर राज्य की संपत्ति को लूटने की है। ये दोनों पार्टियां अपने बेटा-बेटी को आगे बढ़ाने में लगी हैं, उन्हें आपके बेटे-बेटियों की कोई परवाह नहीं है। BRS ने सत्ता में आने के लिए जो बड़े-बड़े वादे किए थे, उनमें से किसी वादे को पूरा नहीं किया। तेलंगाना की सरकार ने युवाओं के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात किया है। TS-PSC परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को 9 वर्षों से सिर्फ धोखा मिल रहा है। छात्रों ने वर्षों तक परीक्षा होने का इंतजार किया, और जब परीक्षा का एलान हुआ तो पेपर लीक हो गया। BRS की नाकामी ने तेलंगाना की एक पूरी पीढ़ी का भविष्य बर्बाद कर दिया। और ये हाल सिर्फ एक परीक्षा का नहीं है। राज्य में होने वाली हर परीक्षा में गड़बड़ी इस सरकार की पहचान बन गई है। आज युवा पूछ रहे हैं, BRS के रोजगार के वादे का क्या हुआ? हर महीने बेरोजगारी भत्ता देने का वादा करके BRS ने इस वादे को भी पूरा नहीं किया। आज भी तेलंगाना में टीचर्स के हजारों पद खाली हैं और हजारों स्कूल तो ऐसे हैं जहां सिर्फ एक टीचर है। आप मुझे बताइए...तेलंगाना के युवाओं को धोखा देने वाली, उनके भविष्य से खेलने वाली BRS सरकार जानी चाहिए या नहीं जानी चाहिए? ये सरकार जानी चाहिए कि नहीं जानी चाहिए। इसको हटाना चाहिए कि नहीं हटाना चाहिए। हर गांव-गली से हटाना चाहिए कि नहीं हटाना चाहिए।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
BRS ने तेलंगाना के मेरे गरीब भाई-बहनों को यहां 2 बेडरूम वाले घर देने के सपने दिखाए गए थे। लेकिन ये वादा भी BRS ने पूरा नहीं किया। एक तरफ BRS का ट्रैक रिकॉर्ड है, तो वहीं बीजेपी का सेवाकाल भी है। केंद्र में बीजेपी सरकार ने पिछले 9 साल में गरीबों को 4 करोड़ से ज्यादा पक्के घर बनाकर दिए हैं। पीएम आवास योजना अर्बन के तहत तेलंगाना में भी दो लाख पचास हजार से ज्यादा घर बने हैं। हमने गरीब की हर चिंता का, हर जरूरत का ध्यान रखा है। तीन-चार दिन पहले ही हमने ये भी तय किया है कि पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को...आप जानते हो जब कोविड का कालखंड था पूरी दुनिया जिंदगी और मौत का संकट झेल रही थी। परिवार में एक व्यक्ति दूसरे को मिल नहीं पा रह था। कामकाज ठप हो चुके थे। तब गरीबी से निकला हुआ मोदी जो गरीबी को भलीभांति जानता है समझता है गरीबी को जीकर के आया है। उसने तय किया कितना ही संकट क्यों न आ जाए मैं गरीबों के बच्चों को भूखे नहीं सोने दूंगा। मैं गरीब का चूल्हा कभी बुझने नहीं दूंगा। और इसीलए हमने गरीबों के लिए मुफ्त अन्न की योजना शुरू की। आज भी इस देश के 80 करोड़ लोगों मुफ्त अनाज दिया जाता है। और ये योजना ये दिसंबर में पूरी होने वाली है। लेकिन गरीबी को जानने वाला मोदी गरीबों को ऐसे असहाय नहीं छोड़ सकता है। इसीलिए मैंने संकल्प किया है, मैंने निश्चय किया है कि गरीबों को जो आज अन्न मिल रहा है उसे आने वाले 5 साल के लिए बढ़ाया जाएगा। आप सब अपना मोबाइल फोन का फ्लैश चालू कीजिए। गरीबों के सम्मान में फ्लैश लाइट चालू कीजिए। पांच साल के लिए मुफ्त अनाज योजना के समर्थन में फ्लैश लाइट चालू कीजिए। ये गरीबों का समर्थन है, ये मोदी की गारंटी का समर्थन है। गरीबों का कल्याण हमारे दिलों में है। इसलिए इतना बड़ा जनसमर्थन मिल रहा है। मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। यानि मुफ्त राशन की योजना अब अगले पांच साल तक जारी रहेगी। इसका लाभ तेलंगाना के भी लाखों गरीबों को मिलेगा।

साथियों,
BRS ने राज्य के किसानों के साथ भी विश्वासघात किया है। एक लाख तक का लोन माफ करने का वादा करके यहां की सरकार ने जो खेल खेला है, वो यहां के किसान अच्छी तरह समझते हैं। उसने किसानों को मिलने वाली कई तरह की मदद भी बंद कर दी है। ये भाजपा सरकार जो अपने किसान भाई-बहनों के हर हित का ध्यान रखती है। पीएम किसान सम्मान योजना के तहत हमने यहां के किसानों को 9 हजार करोड़ रुपए सीधे उनके बैंक खातों में भेजे हैं। इससे तेलंगाना के 35 लाख किसानों को सीधा फायदा हुआ है। इसमें बड़ी संख्या में बैकवर्ड कम्यूनिटी के भी किसान शामिल हैं।

साथियों,
आज तेलंगाना के लोगों के साथ ही पूरा देश 2047, जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा...हम विकसित भारत का लक्ष्य लेकर मैदान में उतरे हैं। इसीलिए काम कर रहे हैं। भाइयों-बहनों आप इतनी बड़ी तादाद में आए हैं, इस मैदान ने मुझे फिर एक बार प्यार और आशीर्वाद की ताकत का अहसास करा दिया है। तेलंगाना का तेजी से औद्योगिक विकास हो, यहां के नौजवानों को रोजगार मिले इसके लिए बीजेपी सरकार प्रतिबद्ध है। बीजेपी सरकार हर क्षेत्र में तेलंगाना के विकास के लिए काम करेगी। इसके लिए तेलंगाना में डबल इंजन की सरकार जरूरी है। तेलंगाना में भाजपा सरकार बनने के बाद बीसी गौरव को बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। भाजपा हमेशा आपके विश्वास को मजबूत करने का प्रयास करेगी। विश्वास की इस लहर को आप तेलंगाना के जन-जन तक, हर कोने तक लेकर जाएं। आप इतनी बड़ी तादाद में आए, नौजवानों का जो मैं जोश देख रहा हूं। मैं साफ देख रहा हूं, तेलंगाना में आपने बीजेपी की सरकार बनाने का फैसला कर लिया है।
मेरे साथ बोलिए...भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की, जया।
आप सब का बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।