Today when I came to Bengal, I can say that today's India is fulfilling his dream: PM Modi in Arambagh
India has risen from the 11th-ranked economy to the 5th-ranked economic power: PM Modi in Arambagh
Has the vote of some people become more important for you than the victims of Sandeshkhali: PM Modi targets TMC
Within 4 years, 11 crore new families across the country have got tap water facilities: PM Modi in Arambagh
West Bengal encourages corruption, encourages crime and in exchange for protection to criminals: PM Modi

तारकेश्वर महादेव की जय ! तारकेश्वर महादेव की जय !
आरामबाग वासि के आमार आंतरिक सुभेचा !
बोरोरा प्रोनाम एवं छोटो रा आमार भालोबाशा नेबेन !

सबसे पहले तो मैं मातृशक्ति को सामर्थ्य देने वाली इस भूमि को प्रणाम करता हूं। जहां बगल में ही खानाकुल में महान समाज सुधारक राजाराम मोहन राय जी ने जन्म लिया और नारीशक्ति के जीवन को नया सामर्थ्य दिया था। मैं खानाकुल की इस धरती को प्रणाम करता हूं। राजाराम मोहन राय की प्रेरणा से भारत की नारीशक्ति के कल्याण के लिए जी-जान से जुटा हुआ हूं।

भाइयों-बहनों, आप सभी इतनी बड़ी संख्या में हमें आशीर्वाद देने आए हैं, हम आपके बहुत-बहुत आभारी हैं। यहां कुछ नौजवान बहुत सुंदर-सुंदर चित्र बनाकर के लाए थे, वहां एक बेटी इतनी देर से भगवान जगन्नाथ जी का चित्र लेकर आई थी। आप सब का क्योंकि ये धरती तो रग-रग में कला आर्ट ये यहां की विशेषता है। मैं आप सबका आभारी हूं। लेकिन मैं अनुभव कर रहा हूं कि भावी पीढ़ी और वर्तमान युवा पीढ़ी आपका ये प्यार इन सबके प्यार का एक प्रतीक है। और इसीलिए मैं हृदय से आप सबका धन्यवाद करता हूं।

साथियों,
अब से कुछ देर पहले मुझे यहां 7 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रोजेक्ट का उद्घाटन और शिलान्यास करने का सौभाग्य मिला है। इनमें रेल, पोर्ट, पेट्रोलियम और जल शक्ति से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं। मैं बंगाल के आप सभी लोगों को इन परियोजनाओं के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,
पश्चिम बंगाल, आज़ादी के आंदोलन की प्रेरणा स्थली रही है। गुलामी के विरुद्ध प्रखर नेतृत्व देने वाली यहां की हर संतान का सपना था कि भारत, विकास की नई ऊंचाई प्राप्त करे। आज मैं जब बंगाल आया हूं, तो कह सकता हूं कि आज का भारत, उनका ये सपना पूरा कर रहा है। बीते 10 साल में भारत, 11वें नंबर की इकॉनॉमी से ऊपर उठकर 5वें नंबर की आर्थिक ताकत बना है। G20 में कैसे भारत की जयजयकार हुई, ये हम सबने देखा है। आज भारत, स्पेस सेक्टर में अग्रणी बन रहा है। जो काम दुनिया का कोई देश नहीं कर पाया, वो हमारे चंद्रयान ने किया है। आज स्पोर्ट्स के क्षेत्र में भी भारत नए रिकॉर्ड बना रहा है। अब आज स्वतंत्र भारत में देश की समृद्धि और हमारा समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर फिर से पूरे गौरव से नई ऊंचाई प्राप्त कर रही है। और ये हम सभी का सौभाग्य है कि पांच सदियों के इंतजार के बाद, 500 साल के बाद प्रभु श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजे हैं। पश्चिम बंगाल में जिस तरह रामलला का स्वागत हुआ, श्रीराम के प्रति बंगाल के लोगों की जो आस्था है, उससे पूरा देश प्रभावित है, प्रेरित है।

साथियों,
देश की इन उपलब्धियों के बीच, बंगाल की स्थिति भी आज पूरा देश देख रहा है। मां-माटी-मानुष ये इसके ढोल पीटने वाली TMC ने संदेशखाली की बहनों के साथ जो किया है, वो देखकर पूरा देश दुखी है, आक्रोशित है। और मैं कह सकता हूं कि राजाराम मोहन राय की आत्मा जहां भी होगी, इन लोगों के इन कारनामों को लेकर अत्यंत दुखी हुई होगी। क्योंकि इन्होंने संदेशखाली में जो किया राजाराम की आत्मा आज रोती होगी। TMC के नेता ने संदेशखाली में बहनों-बेटियों के साथ दुस्साहस की सारी हदें पार कर दीं। जब संदेशखाली की बहनों ने अपनी आवाज़ बुलंद की, ममता दीदी से मदद मांगी, उन्हें बदले में क्या मिला? मुख्यमंत्री दीदी ने, बंगाल सरकार ने TMC के नेता को बचाने के लिए सारी शक्ति लगा दी। बीजेपी के दबाव में इन सारे नेताओं ने रात-दिन लड़ाई लड़ी, माताओं-बहनों के सम्मान के लिए लड़ाई लड़ी, लाठियां खाई, मुसीबतें झेली, बीजेपी के दबाव में आखिरकार कल बंगाल पुलिस ने आपकी ताकत के सामने झुक करके उस आरोपी को गिरफ्तार करना पड़ा। TMC के राज में TMC का ये अपराधी नेता करीब-करीब दो महीने तक फरार रहा। कोई तो होगा न जो उनको बचाता होगा। क्या ऐसी टीएमसी को माफ करेंगे? ऐसी टीएमसी को माफ करेंगे? क्या माताओं-बहनों के साथ जो हुआ है, उसका बदला लेंगे कि नहीं लेंगे। लेंगे कि नहीं लेंगे। हर चोट का जवाब वोट से देना है। आज बंगाल की जनता यहां की मुख्यमंत्री दीदी से पूछ रही है। क्या कुछ लोगों का वोट, आपके लिए संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं से भी ज्यादा अहम हो गया है? अरे शर्म आनी चाहिए।

बंगाल के मेरे भाइयों और बहनों,
मुझे सबसे ज्यादा हैरानी इंडी गठबंधन के बाकी नेताओं को देखकर होती है। इंडी गठबंधन के बड़े-बड़े नेता, संदेशखाली पर आंख-कान-मुंह गांधी जी के तीन बंदर की तरह बंद करके बैठे हैं। पटना, बेंगलुरू, मुंबई, न जाने कहां-कहां ये साथ मिलकर बैठकें करते हैं, लेकिन क्या लेफ्ट और कांग्रेस ने यहां की सरकार, यहां के मुख्यमंत्री से जवाब मांगने की हिम्मत की क्या? इन लोगों से संदेशखाली की इन बहनों की तरफ एक नज़र देखा भी नहीं गया। और आपने देखा है, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने क्या है? आप सुनकर के चौंक जाएंगे। मेरी मताओं बहनों जो बंगाली में मेरा ट्रांसलेशन कर सकते हैं वो इन माताओं-बहनों को जरूर बताएं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष कहते- अरे छोड़ो बंगाल में तो ये सबकुछ चलता रहता है। क्या ये बंगाल का अपमान है कि नहीं है। बंगाल की महान परंपरा का अपमान है कि नहीं है। बंगाल की महान संस्कृति का अपमान है कि नहीं है। बंगाल के वीर पुरुषों का अपमान है कि नहीं है। बंगाल के संस्कारप्रिय नागरिकों का अपमान है कि नहीं है। यही है सच्चाई कांग्रेस की, और इंडी गठबंधन की है।

साथियों,
इंडी गठबंधन के लिए, भ्रष्टाचारियों, परिवारवादियों और तुष्टीकरण करने वालों का साथ देना ही सबसे बड़ा काम है। TMC ने बंगाल में अपराध और भ्रष्टाचार का एक नया मॉडल पैदा कर दिया है। राज्य सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती है, अपराध को बढ़ावा देती है, इतना ही नहीं अपराधियों को संरक्षण के बदले TMC नेताओं को भर-भर पर पैसे मिलते हैं। TMC ने यहां प्राइमरी टीचर्स की भर्ती में घोटाला किया, किया कि नहीं किया। घोटाला में किया कि नहीं किया। TMC ने यहां म्यूनिसिपैलिटी में भर्तियों में घोटाला किया कि नहीं किया, TMC ने यहां सरकारी समान की खरीद में घोटाला किया कि नहीं किया, TMC ने यहां गरीब को राशन देने में घोटाला किया कि नहीं किया, गरीब और मध्यम वर्ग की जमीन पर कब्जा करना हो, चिटफंड योजनाओं में घोटाला करना हो, बॉर्डर पर जानवरों की स्मगिलिंग करनी हो, TMC ने घोटाले और भ्रष्टाचार के लिए कोई क्षेत्र छोड़ा नहीं है। इसलिए देखो, TMC के मंत्रियों के घर से नोटों के ढेर निकल रहे हैं। नोटों के ढेर। आपने नोटों के ढेर देखे कि नहीं देखे। क्या कभी पहले नोटों के इतने बड़े ढेर देखे थे कभी, सिनेमा में भी देखे थे क्या। क्या कर दिया इन लोगों ने। और ऊपर से यहां की सरकार, केंद्रीय जांच एजेंसियों को भी जांच करने से रोकने के लिए हर हथकंडा अपना रही है। यहां की मुख्यमंत्री भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए धरने पर बैठ जाती हैं। TMC चाहती है कि केंद्र की योजनाओं में भी खूली लूट हो। मोदी इनकी मनमानी चलने नहीं दे रहा, इसलिए मोदी को TMC, अपना दुश्मन नंबर एक मानती है। अब आप मुझे बता दीजिए...मैं जरा आपको पूछता हूं। क्या ये TMC की लूट मैं चलने दूं क्या। ये TMC जो करती है वो करने दूं क्या। ये पैसा आपका है कि नहीं है। ये बंगाल के लोगों का पैसा है कि नहीं है। आपकी मेहनत का पैसा है कि नहीं है। क्या औरों को लूटने दूं क्या। अगर मैं लड़ाई लड़ता हूं तो सही करता हूं कि नहीं करता हूं। ये लुटेरों के पीछे कदम उठाता हूं अच्छा कर रहा हूं कि नहीं कर रहा हूं। मैं आज बंगाल को वादा कर रहा हूं, मेरी गारंटी है। ये लूटने वालों को लौटाना पड़ेगा। ये मोदी छोड़ने वाला नहीं है। और मोदी न इनकी गालियों से डरता है, इनके हमलों से डरने वाला रुकने वाला मोदी नहीं है। मैंने पश्चिम बंगाल की बहनों, पश्चिम बंगाल के गरीब, पश्चिम बंगाल के युवाओं को गारंटी दी है। मोदी की गारंटी है कि- जिसने गरीब को लूटा है, उसको लौटाना ही पड़ेगा।

साथियों,
TMC की सरकार के रवैये के कारण, पश्चिम बंगाल का विकास प्रभावित हो रहा है। TMC सरकार की सजा, यहां का गरीब और मिडिल क्लास भुगत रहा है। मैं आपको इसके कुछ प्रमाण देता हूं।
झारिया और रानीगंज कोलफील्ड का प्रोजेक्ट हमने लगभग 6 साल पहले शुरु किया था। लेकिन यहां की सरकार इसको आगे नहीं बढ़ने दे रही। 18 हज़ार करोड़ रुपए का जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो धामरा पाइपलाइन प्रोजेक्ट भी 4 साल से पेंडिंग पड़ा है। राज्य सरकार का सहयोग न मिलने के कारण, तारकेश्वर से बिष्णुपुर रेल लाइन का काम भी रुका हुआ है। हज़ारों करोड़ रुपए के ऐसे अनेक प्रोजेक्ट्स हैं, जिनके लिए केंद्र सरकार ने पैसा सेंक्शन कर दिया है, लेकिन काम नहीं हो पा रहा। यहां तक की TMC सरकार गरीबों के घर तक नहीं बनने दे रही है। पूरे देश में 4 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को पक्के घर मिल चुके हैं। वो पक्के घर में दिवाली होली मना रहे हैं, दुर्गापूजा कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल के गरीब परिवारों के लिए भी केंद्र की भाजपा सरकार ने 45 लाख घर स्वीकृत किए हैं। इसके लिए 42 हज़ार करोड़ रुपए रिलीज़ भी किए गए हैं। लेकिन बंगाल में राज्य सरकार गरीबों के घर बनाने के लिए तेजी से काम नहीं कर रही। अड़ंगे डाल रही है, रुकावटें पैदा कर रही है। आप मुझे बताइए पैसे हैं तो गरीबों के घर बनने चाहिए कि नहीं बनने चाहिए। जल्दी से जल्दी बनने चाहिए कि नहीं बनने चाहिए। अच्छे से अच्छे बनने चाहिए कि नहीं बनने चाहिए। क्या ये TMC वाले बना सकते हैं क्या। अगर बनाएगा तो बीजेपी बनाएगी, अगर करेगा को मोदी करेगा। मेरी माताएं बहनें इतनी बड़ी तादाद में आई है आपको मैं बताना चाहता हूं। आप जानते हैं केंद्र सरकार हर घर नल से जल पहुंचाने का अभियान चला रही है। हर घर में पाइप से पानी। 4 साल के भीतर ही, पूरे देश में 11 करोड़ नए परिवारों को नल से जल की सुविधा मिली है। लेकिन हर घर जल देने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार कछुए की रफ्तार से काम कर रही है। बताइए ऐसे लोगों को माफ किया जा सकता है क्या। माताएं-बहनें जो आपके घर पानी नहीं पहुंचने देते हैं उनका दाना-पानी बंद करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए। करोगे क्या। आपके आशीर्वाद रहेंगे। साथियों, उसे माताओं-बहनों-बेटियों की परेशानियों से कोई मतलब नहीं है। केंद्र सरकार पैसा दे रही है, लेकिन यहां की सरकार उसका उपयोग भी नहीं कर रही।

साथियों,
हर उस योजना से, जिससे गरीब का भला होता हो, TMC सरकार उसके सामने दीवार बनकर खड़ी हो गई है। मोदी ने हर गरीब परिवार को 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की गारंटी दी है। आयुष्मान कार्ड से देशभर में करोड़ों गरीब परिवारों का मुफ्त इलाज हुआ है। इससे इन परिवारों को लगभग 1 लाख करोड़ रुपए की बचत हुई है। लेकिन गरीब, SC/ST विरोधी TMC, यहां के सवा करोड़ परिवारों को इसका लाभ नहीं मिलने दे रही। आप मुझे बताइए गरीब को मुफ्त इलाज मिलना चाहिए कि नहीं मिलना चाहिए। अगर बीमारी में सरकार उसके पैसे दे तो उसको लाभ मिलना चाहिए कि नहीं मिलना चाहिए। अब देखिए गरीब विरोधी TMC वो भी नहीं करने देती। देश के करोड़ों लोगों को मोदी बीमारी में पैसा दे रहा है बंगाल में नहीं दे पा रहा है क्योंकि TMC मना कर रही है। TMC सरकार पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ दिलाने में भी लगातार अड़ंगे लगा रही है। भारत सरकार के प्रयासों से यहां बंगाल के छोटे किसान के बैंक खातों में सीधे 11 हज़ार करोड़ रुपए ट्रांसफर हुए हैं। लेकिन TMC सरकार की पूरी कोशिश है कि इस योजना का पैसा भी वो हड़प लें।

साथियों,
TMC सरकार, गरीब, किसान, नौजवान और नारीशक्ति के सशक्तिकरण में बहुत बड़ी रुकावट है। ये चार वर्ग जबतक सशक्त नहीं होंगे, तबतक पश्चिम बंगाल विकसित नहीं हो सकता। इसलिए आज केंद्र सरकार गरीब, किसान, नौजवान और महिला सशक्तिकरण पर सबसे ज्यादा जोर दे रही है। ये भाजपा की ही सरकार है जिसने नारीशक्ति वंदन अधिनियम करके लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को आरक्षण दिया। ये भाजपा की ही सरकार है जिसने नमो ड्रोन दीदी अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत हम गांव की बहनों-बेटियों को आधुनिक ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग दे रहे हैं। भाजपा की सरकार गांव-गांव में महिला स्वयं सहायता समूहों को लाखों करोड़ की मदद दे रही है जिससे उनकी आमदनी और बढ़े। हमने देश में 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का भी संकल्प लिया है।

साथियों,
पश्चिम बंगाल विकसित होगा, तभी भारत भी विकसित होगा। इसके लिए, ये ज़रूरी है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की सभी सीटों पर कमल खिले। खिलेगा...खिलेगा...TMC को घमंड है कि उसके पास एक निश्चित वोटबैंक है। इस बार TMC का ये घमंड भी टूटेगा। इस बार मुस्लिम बहन-बेटियां भी TMC के गुंडाराज को उखाड़ फेंकने के लिए आगे आएंगी। इस लोकसभा चुनाव के नतीजे, पश्चिम बंगाल से TMC सरकार की विदाई का, उसके पराजय का काउंटडाउन शुरू करेंगे। मैं अभी देख रहा था सुवेंदु जी को और हमारे अध्यक्ष जी बता रहे थे अई बार...अई बार...अई बार...अई बार...
मैं आपका फिर आभार व्यक्त करूंगा कि आप हमें इतनी बड़ी संख्या में आशीर्वाद देने आए। आप अपने-अपने गांव जाएंगे, तो वहां सबको कहना कि मोदी जी ने प्रणाम कहा है। कहेंगे।
दोनों हाथ ऊपर करके मेरे साथ बोलिए...
भारत माता की जय ! भारत माता की जय ! भारत माता की जय !
वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे...
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।