भारत माता की...भारत माता की...भारत माता की...
मां शाकुंभरी की भूमि सहारनपुर के समस्त भाईयों और बहनों को आदरपूर्वक नमस्कार। जहां मां दुर्गा के चार रूपों के एक जगह दर्शन होते हैं, ऐसी पावन जगह से मैं सभी माताओं, बहनों, बेटियों का भी अभिनंदन करता हूं। मुझे खुशी है कि इस चुनाव में प्रत्यक्ष, जनता जनार्दन के समक्ष, प्रचार की शुरुआत सहारनपुर से हो रही है और मैं आज यहां से प्रथम चरण का जो मतदान चल रहा है, वहां के मतदाताओं की भी क्षमा चाहता हूं।
मेरा ये फर्ज बनता था कि चुनाव घोषित होने के बाद उनके बीच जाऊं, लेकिन इलेक्शन कमीशन ने भी कुछ मर्यादाएं रखी थीं। वर्चुअल समिट में उनसे जरूर मिला था, लेकिन रूबरू जा करके दर्शन नहीं कर पाया था। तो मैं प्रथम चरण के मतदाताओं की क्षमा याचना के साथ, दूसरे चरण के मतदाताओं को प्रणाम करते हुए, आपके आशीर्वाद लेकर के आज चुनाव अभियान का आरंभ कर रहा हूं।
भाइयों-बहनों,
इस क्षेत्र के लोगों ने ठान लिया है, जो यूपी को विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचाएगा, उसे वोट देंगे। जो यूपी को दंगामुक्त रखेगा, उसे वोट देंगे। सही है न, दंगा मुक्त होना चाहिए की नहीं होना चाहिए। ये दंगों के खेल फिर से आने नहीं देना है न। जो हमारी बहन-बेटियों को भयमुक्त रखेगा, उसे वोट देंगे। जो अपराधियों को जेल भेजेगा, उसे ही वोट देंगे।
आज पश्चिमी यूपी के कुछ विधानसभा क्षेत्रों में पहले चरण का मतदान चल रहा है। अभी रास्ते में किसी ने पहले ट्रेंड की खबर मुझे किसी ने दी, मुझे बहुत आनंद हुआ है कि ठंड में भी सुबह-सुबह लोग बहुत बड़ी-बड़ी कतारें लगाकर मतदान के लिए पहुंचे हैं। मैं चुनाव आय़ोग का, चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारियों का और अपनी लोकतांत्रिक जिम्मेदारी निभाने के लिए कतार में खड़े रहकर आगे बढ़े हैं। ऐसे सभी मतदाताओं का मैं अभिनंदन करता हूं।
साथियों,
भाजपा ने यूपी चुनावों के लिए अपना जो घोषणापत्र जारी किया है, ये घोषणापत्र लोक कल्याण का संकल्प पत्र है। डबल इंजन की सरकार जो काम कर रही है, उसके पीछे और उसके लिए यूपी में भाजपा सरकार जरूरी है। गरीबों को पीएम आवास योजना के घर मिलते रहें, इसके लिए यूपी में भाजपा सरकार बहुत जरूरी है।
गरीबों को अच्छे अस्पतालों में 5 लाख रुपए तक के इलाज की मुफ्त सुविधा मिलती रहे, इसके लिए यूपी में भाजपा सरकार बहुत जरूरी है। छोटे किसानों के बैंक खाते में पीएम किसान योजना का पैसा जाता रहे, इसके लिए यूपी में भाजपा सरकार जरूरी है। गरीबों को इस महामारी के समय मुफ्त राशन मिलता रहे, इसके लिए यूपी में भाजपा सरकार जरूरी है। गरीबों को कोरोना की वैक्सीन मुफ्त लगने में दिक्कत ना हो, इसके लिए भी यूपी में भाजपा सरकार जरूरी है।
भाइयों-बहनों,
ये मैं इसलिए दोहरा रहा हूं। मैं ये इसलिए कह रहा हूं। क्योंकि ये घोर परिवारवादी लोग सरकार में होते तो शायद वैक्सीन रास्ते में ही कहीं बिक जाती। और आप कोरोना के भय से आतंकित होकर जीवन-मृत्यू की लड़ाई लड़ने को मजबूर हो जाते। डबल इंजन की सरकार यहां जो यूनिवर्सिटी बना रही है, सहारनपुर को आधुनिक सड़कों द्वारा दिल्ली और उत्तराखंड से जोड़ने का काम कर रही है, इस तरह के काम बेरोक-टोक चलते रहें, इसके लिए यूपी में भाजपा की सरकार जरूरी है।
साथियों,
सहारनपुर, खेती किसानी के साथ ही उद्यमियों का भी गढ़ है। यहां लकड़ी का, फर्नीचर का इतना काम होता है। आप सभी जानते हैं कि कोई भी सामान, समय पर पहुंचाना कितना जरूरी होता है। ऑर्डर मिले लेकिन समय पर सामान न पहुंचे, तो फिर ऑर्डर ही मिलना बंद हो जाता है। किसान भी जानते हैं कि उनकी उपज चाहे फल हो सब्जियां हों, फूल हों, जहां पहुंचाना है, वहां पहुंचाने में देर हो जाती ही।
तो उसमें से काफी मात्रा में उनकी पैदावार बर्बाद हो जाती है, सड़ जाती है। इसे समझते हुए ही योगी जी की सरकार, यूपी के अलग-अलग जिलों को, अच्छी सड़कों से जोड़ रही है, यूपी की कनेक्टिविटी बढ़ा रही है। गंगा एक्सप्रेसवे, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे, दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे, दिल्ली-सहारनपुर फोरलेन, सहारनपुर एयरपोर्ट, यूपी में इतनी तेजी से, इतने बड़े-बड़े काम पहले कभी नहीं हुए। पहले हुआ था क्या, पहले इतने काम होते थे क्या, इतनी जल्दी से होते थे क्या।
भाइयों और बहनों,
भाजपा सरकार का ये इतिहास है, ये परंपरा है, भाजपा सरकार जो संकल्प लेती है, उसे पूरा करके दिखाती है। ये हमारी ही सरकार है जिसने गन्ना किसानों को पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा का भुगतान किया है। गन्ना किसानों को जितना पैसा पहले की सरकारों के 10 साल में मिला था, उससे ज्यादा राशि योगी जी की सरकार ने उन्हें दी है। हम गन्ना किसानों को एक और परेशानी से मुक्ति दिलाने का स्थाई उपाय भी कर रहे हैं। ऐसी समस्याएं हर बार आएं, राजनीति चलती रहे और किसान बेचारा राजनेताओं पर निर्भर रहे, हम किसान को भी आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं। गन्ना किसानों की ताकत बढ़ाना चाहते हैं।
साथियों,
हमारे गन्ना किसानों के सामने, ऐसी समस्या होती है कि चीनी की कीमतें कम हों या फिर चीनी मिलें बंद हों, तो गन्ना किसान सबसे पहले परेशान हो जाता है। दुनिया के बाजार में चीनी की पैदावार बढ़ जाए, तो भी भारत में चीनी कारखाने, चीनी की पैदावार से डरते हैं, कारखाने बंद करते हैं, गन्ना किसान को परेशानी होती है। अनेक प्रकार की चुनौतियां, चीनी का वैश्विक बाजार ऊपर-नीचे हो जाए तो मुसीबत गन्ना किसानों को, हमारे यहां के चीनी के उत्पादन कम-अधिक हो जाए, गन्ना किसान को परेशानी, हमारे चीनी के कारखाने चलें या बंद रहें, गन्ना किसान को परेशानी।
इस चुनौती से निपटने के लिए हमारी सरकार एक बड़े विजन के साथ काम कर रही है। स्थाई उपाय के रास्ते पर इस पूरे क्षेत्र को ले जाने के लिए काम कर रही है। गन्ना किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए, अब गन्ने से सिर्फ चीनी बने ऐसा नहीं, चीनी न बने तो गन्ना किसान परेशान हो जाए ऐसा नहीं। दुनिया में चीनी की मांग कम हो जाए और चीनी पैदा करने वाले चीनी पैदा करना बंद कर दें। तो गन्ना किसान परेशान हो जाए, ऐसी स्थिति से बाहर निकालने के लिए, गन्ने से जब जरूरत पड़ेगी तब चीनी बनाएंगे, जब जरूरत पड़ेगी तब इथेनॉल बनाएंगे।
लेकिन गन्ना किसान को परेशानी नहीं आने देंगे और इसके लिए बहुत बड़ा अभियान चला रहे हैं। ये गन्ना किसानों को लाभ भी दे रहा और उनकी आर्थिक व्यवस्था को एक गारंटी देता है, सुरक्षा देता है। मुझे खुशी है योगी जी ने ताबड़तोड़ इस काम में मदद की। और भारत सरकार जो मिशन लेकर चल रही थी, योगीजी कंधे से कंधा मिलाकर मेरे साथ चले और इतने कम समय में यूपी को 12 हजार करोड़ रुपए, गन्ने से जो इथेनॉल बना न, 12 हजार करोड़ रुपया इथेनॉल से मिले हैं। जो उत्तर प्रदेश के काम आ रहे हैं, गन्ना किसानों को सुरक्षा दे रहे हैं।
और मेरे गन्ना किसान भाइयों, मेरे उत्तर प्रदेश के नौजवानों मेरे शब्द लिख कर रखिए। आने वाले दिनों में ये मामला 12 हजार करोड़ पर अटकने वाला नहीं है। ये राशि और बढ़ने वाली है। इससे गन्ना किसानों की आमदनी में भी वृद्धि होगी और उनकी समस्याओं का स्थाई समाधान निकलेगा। यूपी में जो पहले सरकारें रहीं, वो इस तरह का विजन लेकर काम कर ही नहीं सकतीं थीं। कारण...कारण..., परिवारवाद। परिवार से बाहर देखना ही नहीं सोचना ही नहीं। आप की चिंता कभी करनी ही नहीं। सबकुछ माफियाओं के भरोसे चलाते रहना।
भाइयों-बहनों
हम स्थाई समाधान के लिए कदम उठाते हैं, हम स्थाई सामाधान के लिए रास्ते खोजते हैं। हम हिंदुस्तान के हर गांव को, हर किसान को, हर नागरिक को आत्मसम्मान के साथ जीने का अवसर देने के लिए काम कर रहे हैं।
साथियों,
सहारनपुर में व्यापार-कारोबार बढ़े, हमारे दुकानदार साथी बिना चिंता के काम कर सकें, इसके लिए कानून का राज भी बहुत आवश्यक है। सहारनपुर के मेरे भाइयों-बहनों बताओ, जरा मुझे ताकत से जवाब देना। कानून का राज होना चाहिए या नहीं होना चाहिए, कानून का डंडा चलना चाहिए कि नहीं चलना चाहिए, हर बहन-बेटी को सुख चैन की जिंदगी मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए।
एक-एक नागरिक को सुरक्षा मिलनी चाहिए की नहीं मिलनी चाहिए। भाइयों-बहनों ये जो आप चाहते हैं, इसके लिए योगी जी काम कर रहे हैं, तो कहते हैं देखो योगी जी ने उसको जेल में डाल दिया, उसको जेल में डाल दिया। तो क्या उसको महल में भेजें क्या? उसको महल में भेजें क्या?
भाइयों-बहनों,
पहले यहां क्या स्थिति थी, ये आप लोग मुझसे ज्यादा जानते हैं। कानून व्यवस्था सुधरने पर यूपी में, निवेशकों में एक बार फिर औद्योगिक विकास का विश्वास आया है। भाजपा सरकार यूपी के हर जिले, हर क्षेत्र की ताकत, वहां की विशेषता को पहचानकर, उसे बढ़ाने में जुटी है। इसी सोच के साथ वन-डिस्ट्रिक्ट-वन-प्रोडक्ट योजना शुरू की गई है। योगी जी की सरकार ने छोटे, लघु और कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए भी निरंतर काम किया है।
साथियों,
आपका उत्साह-आपका प्यार मेरे सिर-आंखों पर, आप इतना प्यार दे रहे हो, मेरे प्यारे भाइयों-बहनों आपका ये प्यार, आपका ये आशीर्वाद, मैं आपको ब्याज समेत लौटाऊंगा। विकास करके लौटाऊंगा। आपका कल्याण करके लौटाऊंगा।
साथियों,
सहारनपुर की लकड़ी की नक्काशी तो विश्व भर में अपना डंका बजा रही है। हमारे कितने ही छोटे-मोटे परिवार, अनेक नौजवान, अनेक परिवार, इस कुटीर उद्योग से जुड़े हुए हैं। लेकिन इस लकड़ी की नक्काशी को, एक बड़े ब्रांड के तौर पर आगे बढ़ाने का काम भाजपा की सरकार ने किया। 2017 से पहले कोई इस उद्योग की सुध लेने वाला नहीं था।
भाइयों-बहनों,
मुझे बताइए, एक सवाल का जवाब देंगे आप। मुझ बताइए की योगी जी की सरकार बनने से पहले, ये नक्काशी का काम यहां होता था कि नहीं होता था। होता था कि नहीं होता था। उसके पहले जो सरकारें चलती थीं, तब भी होता था कि नहीं होता था। मोदी जी दिल्ली में आए उसके पहले भी होता था कि नहीं होता था। आपके दादा-परदादा भी करते थे कि नहीं करते थे।
लेकिन इतनी सरकारें आईं, इतने नेता आए, किसी ने आपको पूछा ही नहीं, ये भाजपा सरकार है, जिसने आपकी ताकत को पहचाना है और दुनिया में डंका बजाया है। आप देखिए, आज ये लकड़ी पर नक्काशी का जो काम है, उसको GI tag, ये डबल इंजन की सरकार ने ही दिया। ये दिलवाने का काम हमारी सरकार ने किया है। जब मैं वोकल फॉर लोकल बोलता हूं, वोकल फॉर... वोकल फॉर...तो उसमें भी सहारनपुर के स्थानीय उत्पादों के साथ, आपके उत्पादन की जो ताकत जुड़ी हुई है, उसका सामर्थ्य जुड़ा हुआ है।
भाइयों और बहनों,
मैं इन दिनों मैं देख रहा हूं कि कुछ घोर परिवारवादी लोग, ये पूरी पार्टी परिवारवादी, जनता से लगातार खोखले वायदे किए जा रहे हैं। वो इसी सोच पर चल रहे हैं क्योंकि उनको मालूम है कि उत्तर प्रदेश की जनता इनके पुराने कारनामों को याद करके, फिर से कभी उनको घुसने देने वाली नहीं है। उनके नसीब में सत्ता लिखी नहीं है, उत्तर प्रदेश की जनता ने उनको नकार दिया है।
और इसलिए बड़बोले वचन देना, कुछ भी वचन दे देना। हम ये करेंगे हम वो करेंगे, उनका क्या जाता है, आना तो है नहीं, करना तो है नहीं, बोलते जाओ, आप मान के चलिए, जब कोई बड़े-बड़े वादे करता है न, समझ लेना वो खोखले ही होंगे। गैर जिम्मेदार ही होंगे। और इसलिए।
मेरे प्यारे भाइयों और बहनों,
इन लोगों के बहकावे में नहीं आइएगा आप। इन लोगों को जब आपने मौका दिया, तो इन्होंने क्या किया, ये कभी मत भूलिएगा। आप याद करिए इन लोगों ने शहरों को 22 घंटे और गांवों को बिजली देने की बात कही थी। ऐसे वादे किए थे, लेकिन उन्होंने ऐसा पूरे उत्तर प्रदेश में नहीं किया। उत्तर प्रदेश को अंधेरे में रखा और किया तो कहां किया अपने परिवार के जिले में किया, परिवारवादी सोच बिजली में भी वहीं पर अटक गई।
सहारनपुर जैसे बाकी जिले ऐसे ही छोड़ दिए गए। ये लोग कभी यूपी के विकास के बारे में गरीबों के बारे में सोच ही नहीं सकते हैं। इन लोगों को गरीब का दर्द न दिखता है और न ही वे दुख दर्द को समझ पाते हैं। केंद्र सरकार जो घर बनाने की योजना चलाती है। उसमें भी हमारे गरीबों ने इस परिवारवादी लोगों की निर्दयता को झेला है।
भाइयों-बहनों,
मैं कुछ आंकड़े दूंगा, उसे आप बहुत गौर से सुनिएगा। बताऊं क्या, मैं आपको कुछ आंकड़े बताना चाहता हूं। ये आंकड़े सुनकर आप चौक जाएंगे, सिर्फ इतने आंकड़े सुनोगे न तो भी आपको लगेगा, ये भाजपा की सरकार हमेशा रहनी चाहिए, आप सुनिए।
साथियों,
जब यहां ये घोर परिवारवादी सत्ता में थे, सिर्फ परिवार के लिए जीने वाले लोग सत्ता में थे, तो सिर्फ यहां की लोकल बात करता हूं, बाहर कि नहीं करता हूं तकि आप चेक कर सकें। इन्होंने सहारनपुर के शहरी इलाकों में, हमारे सहारनपुर के शहरी इलाकों में 500 गरीबों के लिए घर बनाएंगे, उन्होंने स्वीकृति दी थी। कितने... कितने... कितने...सिर्फ 500।और इतनी बड़ी बातें करने वाले लोगों ने सिर्फ 500 घर भी बना नहीं पाए।
सिर्फ 200 घर बनाए, यानि 500 की बात की और बनाए कितने, आप देखिए 2017 में आपने, लोगों के लिए जीने वाली, उत्तर प्रदेश का भला करने वाली, उत्तर प्रदेश का कल्याण करने के लिए जी जान से जुटी हुई, उत्तर प्रदेश को गरीबी से बाहर निकालने के लिए काम करने वाली योगी जी की सरकार बनाई, जो बदलाव आया है, उसके आंकड़े भी सुनने जैसे हैं मैं बताऊं। पहले की सरकार ने 500 का लक्ष्य रखा, 200 कर पाए।
योगी जी ने क्या किया, भाइयों-बहनों सहारनपुर शहर की बात कर रहा हूं। 31 हज़ार, कहां 500 और कहां 31 हजार। 31 हजार घरों को स्वीकृति, यानि गरीब परिवार लखपति बनाने का लक्ष्य, इसमें से तो 18 हज़ार घर बनाने का काम पूरा कर दिया। 500 और 200 के बीच में भी जो लटके पड़े रहते हैं। उनकी जरूरत है या 31 हजार के लोगों की जरूरत है। सीधी समझ है, भाइयों काम करने वाली सरकार चाहिए, योजनाओं को जमीन पर लागू करने वाली सरकार चाहिए, यही होती है डबल इंजन की सरकार की ताकत।
सिर्फ और सिर्फ अपने परिवार की सेवा में लगे रहने वाले ये लोग, अपने परिवार का भला सोचने वाले लोग, गरीब के लिए, दलित, पीड़ित, शोषित, वंचित के लिए, छोटे किसान के लिए, ये कभी भी सोच नहीं सकते हैं, काम कभी कर नहीं सकते हैं।
साथियों,
आपको याद होगा, इन लोगों के राशन माफिया, याद है न राशन माफिया, ये हमारे गरीबों का राशन भी खा जाते थे। डबल इंजन की सरकार ने इनके ये कारनामे भी देखे हैं, कारस्तानी भी देखी है, और हमारी सरकार ने उसको बंद कर दिया, अलीगढ़ का ताला लगा दिया। अब मुझे बताइए, जिन लोगों के खेल बंद हो गए, उनको गुस्सा आएगा कि नहीं आएगा, ये चोरी डकैती का काम बंद हो गए, वो लामबंद होंगे की नहीं होंगे। वो हमारे खिलाफ जहर उगलेंगे कि नहीं उगलेंगे। मुझे बताइए क्या मुझे इससे डर जाना चाहिए क्या।
मुझे काम बंद करना चाहिए क्या। मुझे भाग जाना चाहिए क्या। मुझे आपकी भलाई के लिए काम करना चाहिए की नहीं करना चाहिए। जी जान से करना चाहिए की नहीं करना चाहिए। आपकी भलाई के लिए मेरी जिंदगी खपानी चाहिए की नहीं खपानी चाहिए। भाइयों और बहनों मैं ये तप करता हूं, क्योंकि आप मेरे साथ हैं। इसके कारण मुझे ताकत मिलती है।
भाइयों-बहनों,
100 साल के सबसे बड़े संकटकाल में, कोरोना वैश्विक महामारी में, गरीबों की सरकार ने किसी गरीब को भूखे नहीं सोने दिया। आज करोड़ों यूपी वासियों को मुफ्त राशन का डबल बेनिफिट मिल रहा है। इसमें बड़ी संख्या में हमारे दलित भाई-बहन, पिछड़ा वर्ग के साथी भी हैं। गरीब के लिए यही सेवाभाव है, जो यूपी का गरीब, दलित, पिछड़ा आज साफ-साफ अनुभव कर रहा है, आंखों के सामने देख रहा है। डबल इंजन का डबल बेनिफिट, यही उत्तर प्रदेश आज चाहता है।
साथियों,
सबका साथ, सबका विकास ही यूपी के विकास का मूल मंत्र है। भाजपा के लिए विकास में बेटियों की सहभागिता सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इसलिए आज हर सेक्टर को बेटियों के लिए खोला जा रहा है। मुस्लिम बहनें-बेटियां हमारी इस साफ नीयत को भलीभांति समझती हैं। हमने मुस्लिम बहनों को तीन तलाक के जुल्म से मुक्ति दिलाई है। हमने जो तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया है, उसने मुस्लिम बहनों को सुरक्षा का विश्वास दिया है।
लेकिन साथियों, जब मुस्लिम बहनों-बेटियों का समर्थन खुलेआम भाजपा को मिलने लगा, जब मुस्लिम बेटियां अपने एक एक दो मिनट के वीडियो डालने लगीं, भाजपा की सरकार की तारिफ करने लगीं, सदियों के बाद इतना सम्मान मिला। इसके लिए गौरवगान करने लगीं, तो जो कुछ वोटों के ठेकेदार होते हैं, उनकी नींद हराम हो गई, वो बेचैन हो गए, हमारी ही बहन-बेटी मोदी-मोदी करने लग गई।
उनके पेट में दर्द होने लगा। मोदी की तारीफ में मुस्लिम बहनों के बयान, उनके वीडियो देख कर इन ठेकेदारों को लगा कि इन बेटियों को रोकना होगा। ये मोदी की तरफ में चली जाएगी। तो घर में ही उनका राज आ जाएगा। इसलिए ये मुस्लिम बहनों-बेटियों का हक रोकने के लिए, उनके विकास की आकांक्षाओं को रोकने के लिए नए-नए तरीके खोज रहे हैं। वो लोग मुस्लिम बहनों को बरगला रहे हैं ताकि मुस्लिम बेटियों का जीवन हमेशा पीछे ही रहे।
साथियों,
हमारी सरकार, हर मजलूम, हर पीड़ित मुस्लिम महिला के साथ खड़ी है। कोई मुस्लिम महिलाओं पर जुल्म ना कर सके, योगी जी की सरकार इसके लिए बहुत जरूरी है।
भाइयों और बहनों,
आपसे बात करते हुए, मैं एक और बात जरूर करूंगा। मुज़फ्फरनगर में जो हुआ, वो तो कलंक था ही, यहां सहारनपुर में जो कुछ हुआ था, वो भी खौफनाक था। था कि नहीं था, याद है कि नहीं है। राजनीतिक संरक्षण में कैसे लोगों को निशाना बनाया जाता है, सहारनपुर का दंगा इसका प्रमाण है। मेरे भाइयों-बहनों प्रमाण है। ऐसी ही करतूतों के कारण 2017 में आप लोगों ने दंगा-वादियों को ऐसा सबक सिखाया, ऐसा सबक सिखाया..और आज उत्तर प्रदेश को दंगा मुक्त करने में योगी जी को सफलता मिली।
लेकिन मेरे प्यारे भाइयों-बहनों आप ये मत सोचना कि ये दंगावादी लोग सुधर गए हैं। आप मत सोचना कि ये परिवारवादी सुधर गए हैं। ये तो मौके की तलाश में हैं। मौका मिल जाए इसके इंतजार में हैं। सहारनपुर के दंगों के बड़े गुनहगार को अब इन माफियावादियों ने इस चुनाव में अपना साथी बना लिया है।
और ये सिर्फ सहारनपुर की बात नहीं है। पूरे पश्चिमी यूपी में, इन लोगों ने चुन-चुन कर अपराधियों को मैदान में उतारा है। हालत तो ये है कि ये लोग अब राष्ट्र विरोधियों को अपना प्रस्तावक तक बना रहे हैं। इनका इरादा आप जरूर समझिए। योगी जी की सरकार ने अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की, उन्हें जेल भेजा, इसलिए इनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचा हुआ है। ये लोग यूपी के लोगों से बदला देना चाहते हैं, आप से बदला लेना चाहते हैं। और मैं ये देखकर हैरान हूं, कि जो लोग उस समय दंगाइयों को कोस रहे थे, वो इस चुनाव में दंगावादियों के साथ गले मिल रहे हैं, उनके साथ खड़े हो गए हैं।
भाइयों और बहनों,
हम विकास भी करते हैं, अपनी विरासत पर भी उतना ही गर्व करते हैं। हम इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर भी बनवाते हैं और करतारपुर साहिब कॉरिडोर का भी निर्माण कराते हैं। ये हमारी ही सरकार है जिसने गुरू गोविंद सिंह जी के वीर साहिबजादों की स्मृति में 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के तौर पर घोषित किया है। ये हमारी ही सरकार है जिसने 47 के बंटवारे में मारे गए अपने भाई-बहनों की याद में, 14 अगस्त को विभाजन विभिषिका स्मृति दिवस घोषित किया है। ये काम पहले की सरकारें भी कर सकती थीं, लेकिन उन्होंने नहीं किया
। इसलिए आज देश की जनता सबसे ज्यादा भरोसा भाजपा पर करती है। उत्तर प्रदेश भरोसा भाजपा पर कर रहा है। पश्चिम उत्तर प्रदेश भरोसा भाजपा पर कर रहा है। सहारनपुर का पूरा क्षेत्र भाजपा पर भरोसा कर रहा है। यूपी के विकास को जारी रखने के लिए इस बार आपको ज्यादा से ज्यादा संख्या में वोट करना है।
आजकल शादियों की सीजन चल रहा है। शादी में व्यस्त होना बड़ा स्वाभाविक है, लेकिन इतनी व्यस्तता में भी मैं आप से आग्रह करूंगा, शादी हो, बारात आने वाली हो, बारात आई हो तो भी वोट देने का काम जरूर कीजिए, करेंगे न, सुबह जल्दी जल्दी वोट करेंगे न औरों से भी वोट करवाएंगे न, वोट करने के लिए पूरे मोहल्ले के, सोसायटी के लोगों से मिलेंगे न, घर-घर जाएंगे न ।
ज्यादा से ज्यादा वोट करवाएंगे न, सारे रिकॉर्ड तोड़ेंगे न, आपके आशीर्वाद के लिए, आपके विश्वास के लिए बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं।
भारत माता कि...