Only a strong government can ensure a nation’s security, which in turn is essential for its long-term development: PM Modi
The BJP-led NDA governments have always demonstrated their paramount commitments to strengthening national security: PM Modi in U.P.
The entire nation suffered greatly under ‘Mahamilawati’ governments of Congress-SP-BSP but still they say ‘Hua Toh Hua’: Prime Minister Modi

भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय

मंच पर विराजमान सभी वरिष्ठ नेतागण और विशाल संख्या में पधारे हुए मेरे प्यारे भाइयो-बहनो, 2014 में पूर्वांचल ने जिस प्रकार इस सेवक को देश की सेवा के लिए दिल्ली भेजा, उसका परिणाम आज पूरा देश गौरव के साथ अनुभव कर रहा है। पांच वर्ष में आपके प्यार और समर्थन से मैं राष्ट्रहित में बड़े और कड़े फैसले ले पाया हूं। चाहे भ्रष्टाचार से लड़ने का मामला हो, या फिर आतंकवाद और नक्सलवाद से निपटने का। साथियो, बीते पांच वर्षों में हमने देश के विकास की एक ठोस नींव बनाई है। सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने का सफर अब तेज गति से आगे बढ़ाना है। भाइयो-बहनो, मुझे कुछ महीने पहले ही यहां महाराजा सुहेलदेव जी की स्मृति में एक डाक टिकट जारी करने का सौभाग्य मिला था। इससे पहले हमारे अध्यक्ष श्रीमान अमित शाह जी ने यहां सुहेलदेव जी की प्रतिमा का लोकार्पण भी किया था।

भाइयो-बहनो, ऐसी विभूतियां जिन्होंने हमारे समाज, हमारे देश के लिए हमारी परंपरा और संस्कृति के प्रचार के लिए जीवन समर्पित किया है। उन्हीं की प्रेरणा से मैंने दिन-रात मेहनत की है। देश को आगे बढ़ाया है। अब बोलना शुरू करूं? आप सबका चेहरा कैमरा में आ गया है, मुझे परेशान मत कीजिए?  भाइयो-बहनो, आज कल जो भी गाजीपुर को देखकर जाता है वो कहता है, काम तो बहुत भइल बा, कमवा दिखाई पड़ता, कमवा चाहि कि जातिवा चाहि, सम्मान चाहि कि माफिया के धोंस चाहि। भाइयो-बहनो, आज गाजीपुर पूर्वांचल सहित समूचा पूर्वी भारत विकास की मुख्य धारा से जुड़ रहा है। गांव में सड़कें बन रही हैं। हाइवे के काम चल रहे हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बन रहा है। रेलवे का अभूतपूर्व काम हुआ है। इसके अलावा कार्गो सेंटर, अस्पताल, मेडिकल कॉलेज जैसी जरूरी सुविधाओं का भी विकास किया जा रहा है। भाइयो-बहनो, कांग्रेस ने कैसे पीढ़ियों तक गरीबों को ठगा है, गरीबों के नाम पर वोट बटोरे हैं। उसका साक्षी ये हमारा गाजीपुर है। हमारे गहमरी बाबू ने नेहरु जी को इस क्षेत्र में गरीब की जमीनी सच्चाई दिखाई थी। गहमरी बाबू के कहने पर ही ताड़ीघाट से गाजीपुर के बीच पुल की अनुशंसा तब सरकार ने की थी। लेकिन दशकों बीत गए ये पुल कभी नहीं बना। इस पुल को बनाने के लिए, इस क्षेत्र को विकास की नई ऊंचाई पहुंचाने के लिए आप सबने ईश्वर ने मुझे सौभाग्य दिया।

भाइयो-बहनो, कांग्रेस, सपा-बसपा ने हमेशा सिर्फ अपने परिवार के विकास के बारे में ही सोचा है। राष्ट्र का विकास पिछड़े हुए क्षेत्रों का विकास इस पर ध्यान देने की इन लोगों ने जरूरत ही नहीं समझी। कांग्रेस और उसके महामिलावटी साथियों ने तीन शब्दों के आधार पर देश चलया है। आपको मालूम है तीन कौन से शब्द हैं? आपको मालूम है तीन कौन शब्द हैं? उनका तो ये मंत्र ही है हुआ तो हुआ? कोई परवाह नहीं, अहंकार, हुआ तो हुआ। देश में गरीबों की रसोई का खर्च बढ़ता रहा, महंगाई बढ़ती रही, ये महामिलावटी कहते रहे कि हुआ तो हुआ। देश का गरीब इलाज के लिए परेशान होता रहा और ये महामिलावटी लोग कहते रहे हुआ तो हुआ। देश का किसान अधूरी सिंचाई परियोजनाओं की वजह से पानी के लिए परेशान होता रहा, ये मिलावटी कहते रहे हुआ तो हुआ। देश के हजारों गांव, करोड़ों परिवार बिजली के बिना अंधेरे में परेशान होते रहे। ये लोग कहते रहे, क्या कहते रहे? क्या कहते रहे? क्या कहते रहे? हुआ तो हुआ। साथियो, ये अहंकार खुद को राजा समझने और देश के लोगों को अपना गुलाम समझने की प्रवृत्ति कांग्रेस और उसके साथियों में चाहे सपा हो या बसपा हो। कूट-कूट कर के भरी हुई है। गाजीपुर सहित पूरे पूर्वी भारत में गरीबी और बदहाली के लिए भी इनका यही स्वार्थ जिम्मेदार है। साथियो, इन महामिलावटी लोगों की सच्चाई देखने के बाद आपने 2014 में इस सेवक को सम्मान दिया। अपनी सेवा का अवसर दिया। बिना भेदभाव भी विकास हो सकता है। सबका साथ सबका विकास हो सकता है, ये हमने कर के दिखाया है। आज गरीब से गरीब परिवार को भी अच्छे से अच्छे अस्पताल में पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की व्यवस्था हुई है।

गरीब से गरीब को भी अपना पक्का घर मिल रहा है। गरीब से गरीब को भी बैंक में खाता खुला है। बैंक से बिना गारंटी का मुद्रा लोन मिल रहा है। अब तो गांव गांव में डाक घर भी बैंक सेवा देना शुरू कर रहे हैं। अब छोटे से छोटे किसान के बैंक खाते में सीधा पैसा आ रहा है। खाद्य के लिए उन्हें कम परेशान होना पड़ रहा है। साथियो, इसे पूरे चुनाव के दौरान पहले चरण से सपा, बसपा वाले मेरी जाति को लेकर हमले करते रहे हैं। भाइयो-बहनो, मैं पिछड़ी जाति में पैदा जरूर हुआ, लेकिन हर पिछड़े को हर गरीब को इस देश को अगड़ा बनाने के लिए दिन रात एक कर रहा हूं। मैं गरीब जरूर पैदा हुआ, लेकिन देश से गरीबी हटाने के लिए जी जान से जुटा हूं। मुझसे जो लोग मेरी जाति का सर्टिफिकेट मांगते हैं, उन्हें मैं कहना चाहता हूं कि मेरी एक ही जाति है और मेरी जाति है गरीबी। ये मेरी जाति है। आप लोग तमाम तमाम तरीकों से गरीबों के नाम पर जातिवाद के नाम पर। जातियों का गरीबों का शोषण कर के अरबों -खरबों रुपयों के मालिक हो गए हो, तो इसका मतलब ये नहीं है कि मेरी गरीब जाति का आप मजाक उड़ाते रहे। भाइयो-बहनो, इन लोगों को तो कभी पांच साल कभी दो साल कभी सात साल मुख्यमंत्री रहने का मौका मिला है। मैं गुजरात का सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रह के आया हूं। पांच साल से प्रधानमंत्री हूं जरा मेरा बैंक खाता देख लीजिए कहीं मोदी के नाम का बांगला हो तो खोजकर के निकाल दीजिए। गरीबों के लिए जीने के लिए, गरीबों के पति संवेदना चाहिए मैं गरीबी से निकलकर के आया हूं दोस्तों। गरीबों के दर्द को जानता हूं मैं। मैंने न मेरे लिए पैसे जमा किए हैं। न अपने परिवार को कुछ दिया है। जो कुछ भी कर रहा हूं, जो कुछ भी कर रहा हूं मेरे 130 करोड़ देशवासियों के लिए कर रहा हूं। ये लोग जितनी भी गालियां मुझे देते रहे, मेरा ध्यान देश के विकास पर रहेगा। साथियो, आजादी के बाद हमारी पहली ऐसी सरकार है, जिसने महिलाओं के लिए इतने काम किए हैं, और सिर्फ शहर की महिला नहीं, गांव की महिला के लिए भी हम दिन रात चिंता करते रहते हैं। जीवन के हर पड़ाव में महिलाओं की आवश्यकताओं को देखते हुए हमारी सरकार ने अनेक योजनाएं लागू की है। मेरी गरीब से गरीब दलित, वंचित, आदिवासी, पिछड़े समाज की बहनों को गैस का कनेक्शन धुएं से मुक्ति के लिए गैस का चूल्हा पहुंचाया है। गरीब माताओं, बहनों को इज्जत घर मिले इस सोच के लिए अंधेरे का इंतजार करने का कष्ट और अपमान से मुक्ति मिली है। शौचालय बनाए है। ये हमारी ही सरकार है जिसने बलात्कार, रेप जैसे जघन्य अपराध के लिए फांसी तक की सजा का प्रावधान किया है। महिला हितों और महिला सुरक्षा के प्रति हम पूरी तरह संवेदनशील है। लेकिन महिला सुरक्षा को लेकर कांग्रेस किस तरह का काम कर रही है। वो देश फिर देख रहा है।

साथियो, बीते तीन दिन से राजस्थान के अलवर की एक खबर धीरे-धीरे बाहर आने लगी है। वहां एक दलित बेटी के साथ दो हफ्ते पहले कुछ दरिदों ने सामूहिक बलात्कार किया। लेकिन उन दरिंदों को राजस्थान की कांग्रेस की सरकार ने पकड़ने के बजाय, वहां की पुलिस, वहां की कांग्रेस सरकार इस केस को ही छिपाने में दबाने में जुट गई। साथियो, राजस्थान में भी चुनाव थे इसलिए वहां की कांग्रेस सरकार ये नहीं चाहती थी कि चुनाव से पहले ये खबर बाहर आए। ये खबर को दबाना चाहते थे। गुनहगारों को बचाना चाहते थे। वोट बैंक बटोरना चाहते थे। भाइयो-बहनो, आप मुझे बताइए जिस बेटी पर सामूहिक बलात्कार हुआ, उस बिटिया को न्याय दिलाने की बजाय चुनाव बचाने का काम ये कांग्रेस की सरकार करती रही। भाइयो-बहनो, यही, यही कांग्रेस के न्याय की सच्चाई है। कांग्रेस को डर था कि दलित बेटी से बलात्कार की बात खुलने से उसके वोट पर असर पड़ेगा, इसलिए उसने इस पीड़ित की बात को भी अनसुना कर दिया। जो चुनाव के समय बलात्कार जैसी जघन्य वारदात को भी छिपाने की कोशिश करे और इनके राग दरबारी भी इतने भयंकर कांड को दबाते रहे। और ये मोमबत्तियां लेकर के निकल पड़ने वाले लोग उनकी मोमबत्तियों से धुआं निकल रहा है, बेइमानी का धुआं निकल रहा है। ये जो बारी बारी से अवॉर्ड वापसी की गैंग थी, जरा उस अवॉर्ड वापसी को पूछना चाहता हूं कि अलवर की बेटी पर बलात्कर होना आपकी अवॉर्ड वापसी गैंग क्यों सो गई है। क्यों चुप बैठ गई है? साथियो, कांग्रेस न बेटी के साथ न्याय कर सकती है, न बेटे के साथ। न्याय के नाम पर कांग्रेस और उसके साथियों ने हमेशा देश के साथ अन्याय किया है।

साथियो, मां भारती की रक्षा के लिए यहां के सपूत देश के हर कोने में तैनात हैं। सीमा पर जाइए को न कोई गाजीपुर का नौजवान मिल जाएगा। और हमारा गहमर गांव, हमारे गहमर गांव की तो हिंदुस्तान के हर कोने में चर्चा होती है। हर माता, मां भारती की सेवा में अपने सपूतों को खुशी खुशी सेना में भेजती है। लेकिन देश की रक्षा के लिए, अपने जान की बाजी लगाने वालों के लिए। इन लोगों की सोच क्या है? इन लोगों की सोच क्या है? ये भी आपको जानना जरूरी है। भाइयो-बहनो, जो बात मैं बताने वाला हूं गाजीपुर के लोगों के लिए चौंकाने वाली है। हर वीर माता के लिए चौंकाने वाली है। पूरे हिंदुस्तान के आंख में आंसू ला देने वाली घटना है। कर्नाटक में कांग्रेस ने जिनको मुख्यमंत्री बनाया है, उस मुख्यमंत्री के पिता प्रधानमंत्री भी रहे हैं। भले ही टेम्परेरी रहे हो। कुछ समय रहे हो लेकिन प्रधानमंत्री पद पर थे। और उनका बेटा कांग्रेस ने उनको मुख्यमंत्री बनाया है। ये कांग्रेस ने जिनको मुख्यमंत्री बनाया।

जो कर्नाटक में सरकार चला रहे हैं। उन्होंने क्या बयान दिया है, ये बयान एक बयान ऐसा है जिस बयान को लेकर ये सपा हो बसपा हो कांग्रेस हो। उनके जितने महामिलावटी साथी हो उनको जीवन भर बहिष्कार करना चाहिए। ऐसी बात उन्होंने बोली है। उन्होंने कहा, देखिए ये अपमान कैसा किया है। उन्होंने कहा सेना में तो वहीं लोग जाते हैं जिनके पास खाने के लिए नहीं होता है। भूखे मरते हैं। दो टाइम की रोटी नहीं है। इसलिए सेना में जाते हैं। क्या गाजीपुर, क्या हमारा पूर्वांचल इसलिए अपने बच्चों को फौज में भेजता है क्योंकि वो भूखे मरते हैं। इनके पास पेट भरने के लिए कुछ नहीं है। आप इनकी बातों से सहमत है? ये सेना का अपमान है कि नहीं है? वीर माताओं का अपमान है कि नहीं? आपकी वीर संतानों का अपमान है कि नहीं है? ये देश के लिए मर मिटने वालों का अपमान है कि नहीं है? इन अपमान का बदला लोगे कि नहीं लोगे? पूरी ताकत से लोगे की नहीं लोगे? भाइयो-बहनो, ऐसे लोगों को माफ नहीं किया जा सकता है। वो रोटी खाने के लिए नहीं गोली खाने के लिए जाता है। देश के लिए मरने के लिए जाता है। साथियो, आज तक आपने सुना कि कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी अपने इस साथी के बयान और मुख्यमंत्री का बयान सामान्य नहीं होता है। अभी तक इस बयान को गलत बयान इन्होंने नहीं कहा है। उनकी चुप्पी बताती है कि वो आपके इस अपमान का समर्थन करते हैं। वीरों का अपमान करते हैं। वीर माताओं का अपमान करते हैं। आप मुझे बताइए और पूरी ताकत से बताना, पूरी ताकत से बताएंगे? हाथ ऊपर कर के बताएंगे? क्योंकि गाजीपुर से सपा, बसपा, कांग्रेस को पूरे देश में संदेश जाना चाहिए। आप मुझे बताइए जो लोग वीर माताओं का अपमान करें, वीर पुत्रों का अपमान करें सेना में जाने वाले का अपमान करें। क्या ऐसे लोगों को सजा मिलनी चाहिए? मिलनी चाहिए? मिलनी चाहिए? भाइयो-बहनो, जम्मू-कश्मीर में जहां शांति की स्थापना के लिए हमारे सपूत डटे हुए हैं।

पाकिस्तान परस्त आतंकवादियों का मुकाबला कर रहे हैं। वहां तैनात उन सपूतों के जीवन को संकट में डालने का काम ये सपा, बसपा और कांग्रेस वाले कह रहे हैं। वो कह रहे हैं कि अलगाववादियों से बातचीत होनी चाहिए। सैनिकों को मिला विशेष अधिकार खत्म होना चाहिए। देशद्रोह का कानून खत्म कर देना चाहिए। भाइयो-बहनो, बुआ-बबुआ हो या कांग्रेस इन महामिलावटियों की ये कैसी सोच हैं वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि मोदी को हटाना है। मोदी को क्यों हटाना है क्योंकि उसने आतंकवादियों, नक्सलवादियों, अलगाववादियों को सबक सिखाने की ठानी है। आतंक की फैक्ट्री चलाने वाले, आतंक की फैक्ट्री चलाने वाले पाकिस्तान के घर में घुसकर मारने की नीति ये मोदी ने बनाई है। क्या इसलिए मोदी को हटाना है। देश के शहरों को बम धमाके से बचाया। क्या देश के सामान्य नागरिक को बम धमाको से बचाना चाहिए कि नहीं चाहिए? क्या इसलिए मोदी को हटाना चाहते हो? आतंक को निर्यात करने वाले पाकिस्तान के हाथ मे मोदी ने कटोरा पकड़ा दिया है। क्या इसके लिए मोदी को हटाना है? भाइयो-बहनो, देश के एक बड़े हिस्से ने इन स्वार्थियों को पहचान लिया है। इनके पास सिर्फ पीएम बनने के सपने हैं। देश के लिए विजन नहीं है। ये लोग 20वीं सदी वाली समाज को बांटने वाली अफवाहों को बाहुबली राजनीति ही कर सकते हैं। इनको ये अहसास ही नहीं है कि 21वीं सदी के युवा के सपने अलग है, वो एक नया हिंदुस्तान चाहता है। यहां उसकी आकांक्षाओं को उड़ान मिले, यही कारण है कि आज पूरा देश कह रहा है, जी भर कर के कह रहा है। फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सरकार। विकास और राष्ट्र को लेकर हमारी भावना मजबूत रहे, इसके लिए दिल्ली में मजबूत सरकार फिर से बनानी है। हर बूथ पर आपको कमल खिलाना है। भाइयो-बहनो, आप चाहते हैं देश मजबूत बने? देश को मजबूत बनाना है? देश को मजबूत बनाना है? तो अपने बूथ को मजबूत बनाओगे? बूथ को मजबूत बनाओगे ?घर-घर जाओगे ? मतदाताओं से मिलोगे ? मतदान करने के लिए समझाओगे? कमल पर बटन दबाने के लिए कहोगे? चुनाव के दिन घर से लेकर जाओगे? जलपान के पहले मतदान कराओगे? 10 बजे से पहले ज्यादा से ज्यादा मतदान हो जाएगा? गर्मी कितनी ही हो मतदान ज्यादा होगा? माताएं-बहनें मेहनत करेंगी? बहनों का मतदान ज्यादा होगा? पहली बार जो मतदाता है उनका मत आएगा? नए मतदाता मत करेंगे? आप लोग पूरी ताकत लगाएंगे? भाइयो-बहनो, आप इतनी ताकत लगाओगे तो मैं विश्वास दिलाता हूं कि कमल के निशान पर पड़ा आपका हर वोट मोदी के खाते में जाएगा। भाइयो-बहनो, आप सबके आशीर्वाद के लिए मैं आपका बहुत बहुत आभारी हूं। मेरे साथ बोलिए,

भारता मात की जय भारत माता की जय, भारत माता की जय

बहुत बहुत धन्यावाद       

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।